उत्तराखंडः सभी प्रभारी मंत्री जनपदों का भ्रमण कर लेंगे कोविड की स्थिति का जायजा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में कैबिनेट बैठक के बाद कोविड-19 ओमीक्रॉन वेरिएंट के बचाव से सम्बन्धित व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सभी प्रभारी मंत्रियों से जनपदों का भ्रमण कर इस सम्बन्ध में स्थिति का जायजा लेने को कहा।

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जनपदों से समीक्षा के बाद 31 दिसम्बर को उच्च स्तरीय बैठक आयोजित किये जाने के भी निर्देश दिये हैं। साथ ही अधिकारियों को इस सम्बन्ध में निरंतर स्थिति की समीक्षा करने के भी निर्देश दिये हैं।

इस सम्बन्ध में सचिव स्वास्थ्य डा. पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि कि राज्य में कोविड-19 उपचार हेतु कुल 27186 आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं। राज्य में कुल 13674 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड उपलब्ध है, जिनमें से आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 के उपचार हेतु 6572 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड आरक्षित किये गये हैं। राज्य में कुल 2113 आई0सी0यू0 बेड उपलब्ध है, जिनमें से आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 के उपचार हेतु 1655 आई0सी0यू0 बेड आरक्षित किये गये हैं। राज्य में कुल 1451 वेंटिलेटर उपलब्ध है, जिनमें से आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 के उपचार हेतु 1016 वेंटिलेटर आरक्षित किये गये हैं। राज्य में कुल 532 एम्बुलेंस उपलब्ध हैं। प्रदेश में कुल 22420 ऑक्सीजन सिलेण्डर, 9828 ऑक्सीजन कॉन्सेनट्रेटर, 71 ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट कार्यशील है। इसके अतिरिक्त 17 ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट स्थापना का कार्य गतिमान हैं।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, डॉ धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानंद, मुख्य सचिव डा. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव अमित नेगी, सचिव शैलेश बगोली, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।

नई टिहरी में ’जनसंवाद’ आपका सुझाव हमारा संकल्प कार्यक्रम को सीएम ने किया संबोधित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नगर पालिका परिषद हॉल, नई टिहरी में आयोजित ’जनसंवाद’ आपका सुझाव हमारा संकल्प कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न विकासखण्डों के कुल 18 ग्राम प्रधानों को मनरेगा, एनआरएलएम, स्वयं सहायता समूहों में कार्यों एवं ग्राम स्तर पर उत्कृष्ट कार्य किए जाने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों से सीधे तौर पर संवाद किया गया एवं उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने कहा पंचायत प्रतिनिधि गांव में आम जनता से सीधे तौर पर जुड़े होते हैं, जिसके फलस्वरूप प्रधानों के सुझाव काफी महत्वपूर्ण होते हैं।

विभिन्न विकास खंडों से आए करीब 400 प्रधानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंद्रबदनी एवं कुंजापुरी की इस धरती को प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपेक्षा अनुसार तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। केदारनाथ धाम से प्राधनमंत्री ने पूरी दुनिया को संदेश दिया कि 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। राज्य जब 25वॉ स्थापना दिवस मना रहा होगा, तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का अग्रणीय एवं आदर्श राज्य होगा। हमारी सरकार प्रत्येक क्षेत्र में विकास का लक्ष्य रख रही है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक विभाग को आने वाले 10 साल हेतु रोड मैप तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों की राय एवं संवाद, विकास में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पलायन रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे तमाम मुद्दों पर आने वाले सालों में किस तरह सरकार और जनता के बीच समन्वय बनाकर कार्य किया जाए इसके लिए सरकार ने बोधिसत्व विचार श्रृंखला कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसके माध्यम से सरकार विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर चुके अनुभवी लोगों से सुझाव ले रही है, इसके आधार पर विकास की रूपरेखा बनाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड, हिंदुस्तान का श्रेष्ठ राज्य बने इसके लिए विकल्पों रहित संकल्प के मंत्र के साथ हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है। सरकार प्रत्येक व्यक्ति से आए सुझाव पर कार्य करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर जन भावनाओं के अनुरूप फैसला लिया गया। हमारी सरकार जो घोषणा करेगी, उनका शासनादेश भी जारी करेगी। साथ ही हर घोषणा से पहले उनका वित्तीय आकलन भी किया जाता है। हम राजनीति में लोकनीति पर कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार ने लंबे समय से चली आ रही मांगों को देखते हुए पी.आर.डी जवानों, उपनल कर्मियों, ग्राम प्रधानों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा उत्तराखंड आंदोलनकारियों को मिलने वाली पेंशन को भी हमारी सरकार ने बढ़ाने का कार्य किया है। खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य में नई खेल नीति लाई गई है। हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देने पर कार्य कर रही है। विभिन्न विभागों में रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चालू है। लंबे समय से चली आ रही पुलिस भर्ती की मांग को भी सरकार ने पूरा करने का कार्य किया है। आपदा के दौरान सरकार एवं प्रशासन ने पूरी निष्ठा से कार्य किया जिसके फलस्वरूप हमने बड़े पैमाने पर होने वाले जानमाल के नुकसान से राज्य को बचाया। हाल ही में टिहरी क्षेत्र हेतु हुई 21 योजनाओं का शिलान्यास विकास की राह पर मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा हमारी सरकार सरलीकरण समाधान और निस्तारण के मंत्र के साथ आगे बढ़ने का कार्य कर रही है। इस दौरान उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन को देश के साथ ही उत्तराखंड के लिए बड़ी क्षति बताया।

विभिन्न विकास खंडों से आए ग्राम प्रधानों ने मनरेगा में कार्य दिवस बढ़ाए जाने, लोक परंपरा के अनुसार होमस्टे योजना का क्रियान्वयन। बंजर भूमि पर स्वरोजगार हेतु अलग से योजना लाए जाने जैसे विभिन्न सुझाव से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी सुझावों को गंभीरता से निर्णय लेने की बात कही।

इस दौरान टिहरी विधायक धन सिंह नेगी, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवान, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, जिला अध्यक्ष बीजेपी विनोद रतूड़ी आदि उपस्थित रहे।

संकल्प में यदि विकल्प हो, तो भटकाव आने लगता हैः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन भेंट कक्ष में आयोजित यूथ कैन लीड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवाओं में अपने कार्य के प्रति जुनून होना चाहिए, अपने जीवन में उन्होंने जो भी संकल्प लिया है उसमें विकल्प न आने दें। संकल्प में विकल्प आने से भटकाव आने लगता है। लगातार चलने से निश्चित ही सफलता मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को अपने कार्य क्षेत्र में दक्षता के साथ कार्य करना होगा, किसी की भी प्रतिभा को छिपाया नहीं जा सकता, मनुष्य नहीं उसका कार्य एवं व्यवहार बोलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को समाज की बेहतरी तथा समाज को दिशा देने का कार्य करना होगा। समाज सेवा एवं राष्ट्र निर्माण के लिये आप जो भी सेवा चुनें उसमें बेहतर कार्य करने का प्रयास करें तथा अपने कार्य एवं व्यवहार से नेतृत्व प्रदान करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि जवानी और जिंदगानी बार बार मिलने वाली चीज नहीं इसलिये संकल्प के साथ अपना ध्येय बनाकर समाज को अपनी ऊर्जा से आलोकित करने का प्रयास करें। दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर युवा जो बनना चाहता है बन सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने कहा है कि उठो जागो और तब तक नहीं रूको जब तक कि लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए। मनुष्य ऊर्जा शक्ति का भण्डार है। वह जो करना चाहे, लक्ष्य तय कर प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा 21वीं सदी में भारत के सपनों को पूरा करने का कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री ने राज्य के समग्र विकास हेतु किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश के समग्र विकास में हम सब सहभागी एवं सहयोगी है। प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप 2025 में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इसके लिये हम निरंतर प्रयासरत है। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये होम स्टे योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है। पर्यटन स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत सब्सिडी बढ़ाई गई है। हवाई सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए एविएशन टर्वाे फ्यूल पर 18 प्रतिशत वेट में छूट दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में ऐसे बहुत से काम हुए हैं, जो पहले नामुमकिन लग रहे थे। मोदी जी ने पहाड़ पर रेल पहुचाने के सपने को साकार किया है। आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तथा सामरिक दृष्टि एवं भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। इसी प्रकार चार धाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है। चार धाम यात्रा उत्तराखण्ड के लिए लाइफ लाईन है और ये परियोजनाएं जहां चारधाम यात्रा को सुगम बनाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देगी वहीं हमारी अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन भी लाएगी। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे देहरादून से दिल्ली की दूरी को और कम करने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का कायाकल्प किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य अंतिम चरण में हैं। प्रधानमंत्री द्वारा यहां 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया है। बद्रीनाथ धाम के सौन्दर्यकरण के लिये 250 करोड़ की योजना बनायी गई है। इस प्रकार देश में पुरातन संस्कृति के उत्थान का कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उत्तराखण्ड देव भूमि है। आदि शंकराचार्य ने कर्नाटक में श्रृंगेरी मठ तथा बद्रीनाथ व केदारनाथ में धर्म पुनरोत्थान का कार्य कर कर्नाटक और उत्तराखण्ड को जोड़ने का भी कार्य किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वीर भूमि भी है। इंडियन मिलिट्री एकेडमी से पास आउट होने वाले सैन्य अफसरों में 10 प्रतिशत उत्तराखण्ड के होते हैं, जबकि राष्ट्रीय जनसंख्या में उत्तराखण्ड का औसत 1 प्रतिशत ही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि ने देश का पहला सीडीएस दिया है, इस अवसर पर उन्होंने दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत का भी स्मरण कर नमन किया।
सूर्या ने युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 5 माह में 5 वर्ष के बराबर कार्य किया है। वे युवा राजनीति के प्रेरणास्त्रोत बन गये हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि उन्हें राजनीति का हिस्सा बनना होगा, अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा। यह जन सेवा का आधार भी है। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं, उन्हें देश के विकास में भागीदार बनना होगा।
कहा कि पिछले सात साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में बदलाव आया है। हमारे धार्मिक आस्था के केन्द्रों के पुनरूद्धार के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, हवाई सेवा, रेल, खेल हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
देश की ज्वलंत समस्याओं का समाधान किया गया है चाहे वह धारा 370 हो या राम मंदिर का मसला हो या वन रैंक वन पेंशन का मसला हो। युवाओं का रोजगार व स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के प्रयास किये गये हैं। नये उद्योग एवं निवेश के लिये अनुकूल वातावरण बनाया गया है। उन्होंने उत्तराखण्ड के युवाओं से प्रदेश के विकास में भागीदार बनने की अपेक्षा करते हुए कहा कि स्वरोजगार की दिशा में अपना योगदान दें, इसके लिये राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनायें लागू की हैं। उत्तराखण्ड में पर्यटन, साहसिक पर्यटन एवं धार्मिक पर्यटन की सम्भावनायें हैं। राज्य में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर तेजी से कार्य हो रहा है, इसका लाभ निश्चित रूप से युवाओं को मिलेगा।

साहस का परिचय दे रहे धामी ने दमदार फैसलों से अपने को औरों से अलग साबित किया

यूं तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने साढ़े चार महीने के कार्यकाल में 500 से अधिक फैसले ले चुके हैं पर देवस्थानम बोर्ड पर फैसला लेना उनके लिए आसान काम नहीं था। तमाम वजहों से यह मुद्दा धामी सरकार के लिए पेचीदा बना हुआ था। एक तो अपनी ही पार्टी की पूर्व सरकार के फैसले पर उन्हें पुनर्निर्णय करना था। दूसरा, यह निर्णय इतने सलीके से लिया जाना था जिससे पार्टी पर उसका नकारात्मक प्रभाव ना पड़े और नाराज वर्ग भी संतुष्ट हो जाए। धामी अपने व्यक्तित्व के अनुरूप सभी पक्षों से सहजता से मिले, सरलता से उनको सुना और फिर उन्होंने सूझबूझ के साथ कदम आगे बढ़ाए। अंततः युवा नेतृत्व ने जिस बुद्धिमत्ता के साथ निर्णय लिया उसकी चौतरफा न केवल चर्चा है बल्कि प्रशंसा भी हो रही है। यह फैसला उनकी सियासी परिपक्वता और दूरदर्शिता को भी दर्शाता है।
देवस्थानम बोर्ड का गठन जनवरी 2020 में तब के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था। बोर्ड के गठन के जरिए 51 मंदिरों का नियंत्रण राज्य सरकार के पास आ गया था, जिनमें केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री चार धामों मंदिर भी शामिल थे। तब से ही तीर्थ-पुरोहित, हक-हकूकधारी और मंदिरों से जुड़ा हर पक्ष इस फैसले को वापस लेने की मांग पर अड़ा था। जुलाई 2021 में मुख्यमंत्री पद से त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अचानक विदाई में देवस्थानम बोर्ड के गठन को भी एक कारण माना गया। उनके बाद तीरथ सिंह रावत को प्रदेश की कमान सौंपी गई तो उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में पुर्नर्विचार किया जाएगा। सियासी परिस्थितियां बदलीं और इसी साल जुलाई में पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनाया गया। उन्होंने तीर्थ-पुरोहितों की मांग पर एक कमेटी का गठन किया और उसकी रिपोर्ट के आधार पर फैसला लेने का टाइम बाउण्ड वादा किया। इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी तो सीएम धामी ने फिर अपने सहयोगी मंत्रियों की एक कमेटी (पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अगुवाई में) गठित कर रिपोर्ट का अध्ययन करने और उस पर अपना सुझाव देने को कहा। बीते सोमवार को मंत्रियों की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट संस्तुति समेत मुख्यमंत्री को सौंपी। धामी ने बिना कोई देर किए 30 नवंबर की सुबह देवस्थानम बोर्ड को भंग करने और इस एक्ट को वापस लेने का फैसला सुना दिया।
दरअसल, देवस्थानम बोर्ड छोटा मुद्दा नहीं था। सनातनी संस्कृति और परम्पराओं से जुड़े होने के कारण यह बेहद संवेदनशील बन गया था। खासतौर से भाजपा के लिए जो खुद को सनातन संस्कृति और परम्पराओं का संवाहक मानती है। मामले को इसलिए भी व्यापकता मिली क्योंकि उत्तराखण्ड में स्थित चारधामों से देश और दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। देवस्थानम बोर्ड के गठित होते ही श्रृद्धा के केन्द्र बदरीनाथ और केदारनाथ जैसे मंदिरों की देखभाल, रखरखाव और उनकी व्यवस्थाओं के प्रबंधन से जुड़ी सदियों पुरानी परम्पराओं को बदलने के औचित्य पर चर्चा शुरू हो गई थी। एक पक्ष देवस्थानम बोर्ड की वकालत तो दूसरा इसके विरोध में खड़ा हो गया। मामला सिर्फ सोशल मीडिया में बहस तक सीमित नहीं रहा बल्कि हाईकोर्ट से होते हुए देश की सर्वाेच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। यही एकमात्र ऐसा मुद्दा था जिसे सुलझाने में धामी को अपनी सियासी परिपक्वता साबित करनी थी। चूंकि देवथानम बोर्ड का गठन भाजपा सरकार ने किया था लिहाजा दलगत मजबूरी के चलते धामी इसे एक झटके में वापस नहीं ले सकते थे, वरना इसके दुष्प्रभाव सामने आ जाते। बहुत ही समझदारी के साथ धामी ने स्वच्छ छवि के भाजपा नेता मनोहर कांत ध्यानी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई। कमेटी ने चारधाम के तीर्थ पुरोहितों, विद्वान पण्डितों, हक-हकूकधारियों और मंदिरों से जुड़े भी वर्गों से सिलसिलेवार बात की। एक नहीं कई दौर की बातचीत में सबकी राय ली गई। तसल्ली के साथ सभी पक्षों को सुना गया। कमेटी ने जब अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी तो उस पर संस्तुति देने के लिए मुख्यमंत्री धामी ने फिर एक और कमेटी गठित की जिसमें उन्होंने अपने तीन सहयोगी मंत्रियों सतपाल महाराज, अरविन्द पाण्डेय और सुबोध उनियाल को शामिल किया। मंत्रियों की कमेटी की रिपोर्ट मिलने पहले धामी ने दिल्ली जाकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर उनसे इस पर निर्णय को लेकर सहमति ले ली। फिर मंगलवार की सुबह उन्होंने देवस्थानम बोर्ड पर वो फैसला सुनाया जिसका सभी को इंतजार था। अपने इस फैसले से पुष्कर सिंह धामी ने चुनाव से ऐन पहले एक तीर से कई निशाने साध दिए हैं। उन्होंने एक ऐसा विषय जो चुनाव में बड़ा मुद्दा बन सकता था उसे सुलझा लिया, साथ ही नाराज पंडा-पुरोहितों और हकदृहकूकधारियों को भी मना लिया। इस मुद्दे पर विपक्ष की हर रणनीति अब धरी की धरी रह गई है और पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर खुद को उत्तराखण्ड के भविष्य का नेता साबित कर दिया है।

राज्य स्थापना दिवस पर गांव से लेकर राजधानी तक आयोजित होंगे कार्यक्रम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी 09 नवम्बर को आयोजित होने वाले राज्य स्थापना दिवस समारोह को गरिमा के साथ आयोजित किये जाने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक में निर्देश दिये कि राज्य स्थापना दिवस को उत्तराखण्ड महोत्सव के रूप में आयोजित किया जाए। एक सप्ताह तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव के दौरान राजधानी से लेकर न्याय पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों को आयोजित किया जाए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उत्तराखण्ड गौरव पुरस्कार प्रदान किये जाने की भी बात कही जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिष्ठित लोगों को पुरस्कृत किये जाने की व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का आयोजन बेहतर ढंग से किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों की संख्या नहीं गुणवत्ता एवं गरिमा के साथ आयोजन पर ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े आयुक्तों एवं जिलाधिकारियों से जनपदों में आयोजित हाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिये कि सभी अधिकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राज्य हित से जुड़ी अपेक्षाओं के अनुरूप विकास योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उत्तराखण्ड को विकास की दृष्टि ़से अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिये भावी योजनाओं के संचालन में अपने विवेक एवं अनुभवों के भी उपयोग पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के समग्र विकास में हम सबको सहयोगी बनना होगा। मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास का विभागवार वीजन भी तैयार किये जाने पर बल दिया।

बैठक में सचिव सामान्य प्रशासन विभाग विनोद कुमार सुमन ने प्रस्तावित कार्यक्रमों की रूप रेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि 21वें राज्य स्थापना दिवस समारोह के विशेष अवसर पर दिनांक 09 नवम्बर, 2021 को प्रातः 9ः55 से 11ः30 बजे तक पुलिस लाईन, देहरादून में ‘‘राज्य स्थापना दिवस‘‘ आयोजित की जायेगी। जिसमें उत्तराखण्ड पुलिस के जवानों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा तथा परेड की सलामी राज्यपाल द्वारा ली जायेगी। परेड के पश्चात् राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा सम्बोधन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सभी विभागों एवं जिलाधिकारियों को बैठक में लिये गये निर्णयों से अवगत करा दिया जायेगा ताकि इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को बेहतर ढं़ग से आयोजित किया जा सके।

कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानन्द, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव वी.वी.आर.सी. पुरूषोतम, एस.ए.मुरूगेशन, महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चौहान आदि मौजूद थे।

सूचना विभाग के उप निदेशक की माता के निधन पर सीएम ने जताया दुःख


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग के उप निदेशक तथा प्रभारी, मुख्यमंत्री प्रेस सूचना ब्यूरो रवि बिजारनियां की माताजी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

उप निदेशक रवि बिजारनियां की माताजी के आकस्मिक निधन पर सचिव सूचना डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चौहान, अपर निदेशक डॉ अनिल चंदोला, संयुक्त निदेशक आशीष त्रिपाठी, के.एस.चौहान, उप निदेशक नितिन उपाध्याय एवं मनोज श्रीवास्तव सहित सूचना विभाग के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी शोक व्यक्त किया है।

गृहक्षेत्र पहुंचने पर सीएम धामी का हुआ जोरदार स्वागत


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पॉलीप्लेक्स कॉर्पाेरेशन लिमिटेड मैदान खटीमा पहुंचे। जहां पर कार्यकर्ताओं ने उनका पूरे उत्साह व उमंग के साथ फूल मालाओं से स्वागत किया। मुख्यमंत्री का स्वागत करने वालों में विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, अध्यक्ष मंडी समिति नंदन सिंह खड़ायत, मंडल अध्यक्ष सतीश गोयल, नवीन बोरा, गोपाल बोरा, संतोष अग्रवाल, नवीन कन्याल, किशोर राणा, रमेश जोशी, किशन सिंह किन्ना, दिनेश अग्रवाल, गंभीर सिंह धामी, मनोज साही, रमेश ढींगरा, विनोद जोशी, सतीश अग्रवाल, नरेंद्र सिंह, शशांक बिष्ट, मनोज बाजवा, सतीश भट्ट, सिद्धांत सिंह, अमित पांडे, भुवन जोशी, कुंदन मनोला, वरुण अग्रवाल, अज्जू सिंह आदि शामिल थे। इसके साथ ही जिलाधिकारी रंजना राजगुरु, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई द्वारा भी पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।

इसके साथ ही उन्होंने पॉलीप्लेक्स कारपोरेशन मैदान तथा नगला तराई स्थित अपने आवास पहुँच कर क्षेत्रवासियों से भेंट की तथा सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी।

उन्होंने अपने आवास के पास चल रहे पेंटिंग कार्य मे प्रतिभाग करते हुए पेंटिंग भी की। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय डॉ. आरबी सिंह की शोक-सभा व स्वर्गीय बाबूराम कुशवाहा के घर पहुंच कर दुःख एंव संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगतों की आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और परिजनों को ढांढस बन्धाया।

सीएम ने लोहियाहेड विद्युत लाइन अंडर ग्राउंड करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश अधिशासी अभियंता विद्युत तथा शहर की प्रमुख सड़कों की डीपीआर तैयार कर शासन में भेजने के निर्देश अधिशासी अभियन्ता लोनिवि को दिए।

प्रेसवार्ता के दौरान सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार ने भी पेट्रोल की कीमत पर 2 रूपए प्रति लीटर दाम कम किया है। उन्होंने कहा कि अधिकतम लोगों को फायदा पहुंचाना प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास की तर्ज पर विकास कार्य किए जा रहे है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 नवम्बर को लगभग 400 करोड़ की कई योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जाएगा।

आईएएस, आईपीएस एवं आईएफएस अधिकारियों से मिले मुख्यमंत्री धामी


दीपावली के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से प्रदेश के आईएएस, आईपीएस एवं आईएफएस अधिकारियों ने भेंट कर उन्हें दीपावली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी के साथ ही सभी प्रमुख सचिव, सचिव, अपर सचिव एवं विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न विकास कार्यों हेतु प्रदान की वित्तीय स्वीकृति


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न विकास कार्यों हेतु वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र खटीमा के अन्तर्गत (1) ग्रामसभा ढाह-ढाकी में गिल फार्म से गुरूमेल के ओर मार्ग का डामरीकरण एवं (2) मेनरोड पकड़िया से बंगाली कॉलोनी की ओर मार्ग के डामरीकरण हेतु 1 करोड़ 76 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार के अन्तर्गत विभिन्न 02 निर्माण कार्यों हेतु 2 करोड़ 77 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र थराली के अन्तर्गत विभिन्न 03 निर्माण कार्यों हेतु 1 करोड़ 30 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र गंगोलीहाट के अन्तर्गत एनएच-30ए के किमी0 19 से शहीद शंकर सिंह मेहरा के ग्राम नाली तक मोटर मार्ग हेतु 12 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अन्तर्गत दयूरी से चल्थी तक मोटर मार्ग निर्माण हेतु 1 करोड़ 23 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र गंगोत्री के अन्तर्गत विभिन्न 02 निर्माण कार्यों हेतु 46 लाख रूपये, निकायों की अवशेष वेतन, पेंशन, उपादान एरियर आदि के भुगतान हेतु 26 करोड़ 51 लाख रूपये, शहरी स्थानीय निकायों को 15वें वित्त आयोग की संस्तुतियों के क्रम में वित्तीय वर्ष 2020-21 में आबद्ध / अनिर्दिष्ट अनुदान की प्रथम किश्त हेतु 41.80 करोड़ रूपये, शहरी स्थानीय निकायों को वित्तीय वर्ष 2021-22 की प्रथम किश्त हेतु 62.70 करोड़ रूपये, वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य सैक्टर योजना कैम्पा हेतु 120.33 करोड़ रूपये तथा उत्तराखण्ड अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन में अतिरिक्त आवश्यक कार्यों हेतु 63.50 लाख रूपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

जनपद देहरादून में कोविड 19 की डबल डोज वैक्सीनेशन के मिनी एवं मेगा लकी ड्रा के विजेताओं को मुख्यमंत्री ने किया पुरस्कृत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड़ ग्राउण्ड में आयोजित कोविड वैक्सीन मेला मेगा लकी ड्रा में जनपद देहरादून में कोविड 19 की डबल डोज वैक्सीनेशन के मिनी एवं मेगा लकी ड्रा के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने मेगा लकी ड्रा के प्रथम विजेता रीना शुक्ला को होण्डा एक्टिवा, द्वितीय विजेता मनीष कोटवाल को टी.वी. विद साउण्ड सिस्टम तथा तृतीय विजेता मोहन शर्मा को डबल डोर फ्रिज पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने लक्की ड्रा के टी शर्ट, स्पोर्ट्स शूज, ट्रैक सूट, माइक्रोवेव एवं वॉशिंग मशीन कैटेगरी के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी के प्रयासों से हम प्रदेश में कोविड 19 की शत प्रतिशत पहली डोज लगाने में सफल हो पाये हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 15 दिसम्बर तक शत प्रतिशत दूसरी डोज लगाये जाने का लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व एवं वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों से देश में वैक्सीन तैयार हुई, जिससे देश के 100 करोड़ लोगों का टीकाकरण किये जाने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि देश में टीकाकरण का अभियान तेजी से निरन्तर संचालित हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कुछ लोगों ने वैक्सीनेशन के बारे में लोगों को गुमराह करने का कार्य किया। दूसरी लहर में यह देखा गया कि जिन लोगों ने टीका नहीं लगया उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था, जबकि टीका लगाने वालों को सीमित संक्रमण का सामना करना पड़ा तथा वे उपचार के बाद ठीक हो गये। उन्होंने कहा कि शुरूआत में कोरोना टीका के बारे में लोगों को गुमराह करने वालों ने कई लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिये प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इसी का परिणाम है कि हम प्रदेश में शत प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा है हमारे स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों आदि ने भी इसमें अपना सराहनीय सहयोग दिया है। स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने बागेश्वर की एएनएम पूनम नौटियाल से बात कर उनके प्रयासों को सराहना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी से लोगों के जीवन को बचाने के लिये स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विकास किया गया है। संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिये भी प्रभावी प्रयास किये गये। आज हमारे पास 11 सरकारी तथा 26 निजी लैब है। पर्याप्त मात्रा में आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट के साथ ही बच्चों के लिए नीकू व पीकू वार्ड तैयार किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक का जीवन बचाना हमारा उद्देश्य है। इसके लिये चिकित्सा अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को धनतेरस एवं दीपावली की भी शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में आयी आपदा के दृष्टिगत उन्होंने दीपावली न मनाने का भी निर्णय लिया है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, संजय गुप्ता, मेयर सुनील उनियाल गामा, जिलाधिकारी एवं स्मार्ट सिटी देहरादून के सीईओ जन्मेजय खण्डूड़ी, सीएमओ देहरादून के साथ ही अन्ध अधिकारी आदि उपस्थित थे।