मेयर अनिता ने निगम अफसरों के साथ किया गंगा अवलोकन केंद्र का स्थलीय निरीक्षण

मेयर अनिता ममगाईं की अगुवाई ने नगर निगम की टीम ने आज त्रिवेणी घाट परिसर पर बनने वाले गंगा अवलोकन केंद्र का स्थलीय निरीक्षण किया।

मेयर अनिता ममगाईं ने बताया कि गंगा अवलोकन केंद्र का प्रोजेक्ट निगम द्वारा तैयार कर लिया गया है। जल्द ही इसको लेकर नमामि गंगे को डीपीआर बनाकर भेजी जाएगी। नमामि गंगे द्वारा प्रस्तावित गंगा अवलोकन केंद्र का निर्माण उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत शहरों में से एक ऋषिकेश में कराया जाएगा। मेयर के अनुसार, गंगा अवलोकन केंद्र में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को गंगा के उद्गम स्थल से लेकर गंगासागर तक की महत्वपूर्ण जानकारियां दी जायेंगी।

निरीक्षण के दौरान मुख्य नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वींरियाल, सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, नमामि गंगे से मॉनिटरिंग एंड इवैल्यूएशन ऑफिसर रोहित जयाड़ा, पार्षद मनीष बनवाल, व्यापारी व भाजपा नेता पवन शर्मा, राजपाल ठाकुर, पंकज शर्मा आदि मौजूद रहे।

मुख्य सचिव को 15 दिन में कुंभ मेले की समीक्षा करने के निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अखाड़ा परिषद् के साथ हरिद्वार कुम्भ 2021 की तैयारियों के संबध में बैठक की। कहा कि कुंभ मेला अपने दिव्य एवं भव्य स्वरूप में होगा। कुंभ की परंपरा एवं संस्कृति का पूरा ध्यान रखा जायेगा। कोविड के कारण अनेक कुछ व्यावहारिक समस्याएं आयी हैं, कुम्भ के शुरू होने पर कोविड की स्थिति कैसी रहती है, उसके अनुसार कुंभ के स्वरूप को विस्तार दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ में परिस्थितियों के हिसाब से जो भी निर्णय लिये जायेंगे, उसमें अखाड़ा परिषद् एवं साधु-संतों के सुझाव जरूर लिये जायेंगे। राज्य सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि कुंभ के कार्यों की समय-समय पर समीक्षा की जा रही है, जो कार्य अभी प्रगति पर हैं, उन्हें जल्द पूर्ण करने के लिए संबंधित विभागीय सचिवों को नियमित निगरानी करने के निर्देश दिये गये हैं। मुख्य सचिव को भी 15 दिन में कुभ मेले की समीक्षा के निर्देश दिये गये हैं।

शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सकुशल कुंभ सम्पन्न कराने के लिए अखाड़ा, परिषद् एवं संत समाज का पूरा सहयोग लिया जायेगा। माँ गंगा के आशीर्वाद से भव्य हरिद्वार कुंभ का आयोजन किया जायेगा।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरी ने कहा कि हरिद्वार कुंभ के सफल आयोजन के लिए राज्य सरकार को पूर्ण सहयोग दिया जायेगा। कुंभ के स्वरूप के लिए जो भी निर्णय लिया जायेगा, उसमें पूरा सहयोग दिया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने अखाड़ों की कुछ समस्याओं से भी अवगत कराया।

मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि 15 दिसंबर 2020 तक अधिकांश स्थाई प्रकृति के कार्य पूर्ण हो जायेंगे। 31 दिसम्बर 2020 तक सभी कार्य पूर्ण कर लिए जायेंगे। इस बार कुंभ के लिए बनाये जा रहे 09 नये घाटों, 08 पुलों व सड़कों का कार्य पूर्णता की ओर है। स्वच्छता पर विशेष बल दिया जा रहा है। पेयजल, पार्किंग की व्यवस्था, अतिक्रमण हटाने का कार्य लगातार किया जा रहा है। कुंभ शुरू होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जायेंगी।

इस अवसर पर महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् महन्त हरि गिरी, महन्त प्रेम गिरी, महन्त सत्यगिरी, महन्त कैलाशपुरी, महन्त मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, महन्त रवीन्द्र पुरी, गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन, आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार, आईजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल, अपर सचिव शहरी विकास विनोद कुमार सुमन, अपर मेलाधिकारी डॉ. ललित नारायण मिश्र, हरवीर सिंह, रामजी शरण शर्मा आदि उपस्थित थे।

ऋषिकेश से 25 किमी दूर गूलर में हुआ हादसा, पुल की शेटरिंग की चपेट में आकर एक की मौत

ऋषिकेश से 25 किलोमीटर दूर गूलर से बड़ी खबर है, यहां एक निर्माणाधीन पुल में लेंटर डालने का कार्य चल रहा था। तभी अचानक शेटरिंग गिर गई। इसकी चपेट में 15 लोग आ गए। सभी को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। इसमें एक की मौत हो गई।

चार घायल राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में भर्ती है, जबकि नौ एम्स ऋषिकेश में भर्ती किए गए है। मरने वाले का नाम रियाज पुत्र मेहन्दीहसन निवासी डिडोली अमरोहा उत्तर प्रदेश है, मृतक की उम्र 24 वर्ष है। राजकीय चिकित्सालय में भर्ती सभी चार मिर्जापुर सहारनपुर उत्तर प्रदेश के निवासी है, जिनके नाम कादिर पुत्र जमशेद, मेहताब पुत्र शमशाद, मनाल पुत्र बुरहान, मुसतफा पुत्र कयूम है, इन्हें भी एम्स में भर्ती किया जा रहा है।

शहीद स्मारक को जेसीबी से तोड़ना आंदोलनकारियों का अपमानः सरोज डिमरी

उत्तराखंड राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले आंदोलनकारियों ने आज त्रिवेणी घाट गंगा तट पर दो घंटे तक धरना दिया। आंदोलनकारियों की मांग यह थी कि नगर निगम के स्व. इंद्रमणि बडोनी हाॅल को शहीद आंदोलनकारियों के स्मारक हेतु दी जाए।

धरने का नेतृत्व कर रही वरिष्ठ आंदोलनकारी सरोज डिमरी कहा कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना को आंदोलनकारियों ने अपना बलिदान किया। हमारी परिकल्पना ऐसे उत्तराखंड राज्य की थी जिसमें हमारी सांस्कृतिक विविधता परिवेश के साथ-साथ हमारे युवाओं को आर्थिक स्वावलंबन प्राप्त हो सकें परंतु इसके उलट शहीद आंदोलनकारियों का स्मारक प्रशासन द्वारा जेसीबी से तोड़ना शहीद हुए आंदोलनकारियों का अपमान है। उषा रावत व संजय शास्त्री ने कहा कि संपूर्ण उत्तराखंड प्रदेश में ऋषिकेश तहसील ही एक मात्र स्थान है जहां शहीद राज्य आंदोलनकारियों का स्मारक तोड़ा गया जोकि सरासर निंदनीय है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ज्योति सजवान व आशुतोष शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण में मातृशक्ति की भूमिका अविस्मरणीय है जिस माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय का हवाला देकर स्थानीय प्रशासन द्वारा शहीद स्मारक को तोड़ा गया उस दिन सभी आंदोलनकारी भाई बंधु मातृशक्ति अपने को ठगा सा महसूस कर रहे थे।

इस अवसर पर वेद प्रकाश शर्मा, विमला रावत, अटल सेना के अध्यक्ष शीलू पंत, कुसुम जोशी, वीरेंद्र सजवान, राकेश सेमवाल, युद्धवीर सिंह चैहान, बलवीर सिंह नेगी, श्रीकांता शर्मा, प्रेमा नौटियाल, शीला ध्यानी, शांति, दर्शनी नौटियाल, कपिल गुप्ता, जयंती नेगी, सुभाष शर्मा, वीना कोठारी, सीमा नौटियाल, सुशीला शर्मा, सीमा नौटियाल, राजू गुप्ता, अनिल गुप्ता, नंदनी जोशी, मनोरमा उनियाल, आरती राणा, रेखा रावत, प्रेम प्रकाश सेमवाल आदि उपस्थित रहे।

स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आना निगम का प्रमुख लक्ष्यः मेयर अनिता

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में अव्वल आने व बच्चों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने को नगर निगम की ओर से आगामी 24 नवंबर को आस्था पथ गली नंबर 04 में स्कूली बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर मेयर अनिता ममगाईं ने निगम अधिकारियों व सेनेटरी इंस्पेक्टरों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में मेयर द्वारा जहां उनसे स्वच्छता अभियान को लेकर चलाये जा रहे अभियान का फीडबैक लिया गया, वहीं प्रतियोगिता को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए। बताया कि सुंदर ऋषिकेश स्वच्छ ऋषिकेश विषय को लेकर बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता कोविड-19 के नियमों के अनुरूप आगामी 24 नवंबर को आस्था पद गली नंबर 04 में आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने वाले विजेता को 11000, द्वितीय स्थान पर रहने वाले उपविजेता को 5100 जबकि तृतीय स्थान पर रहने वाले प्रतिभागी को 3100 की इनामी राशि प्रदान की जाएगी।

बैठक मेें सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, सफाई निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा, सफाई निरीक्षक प्रशांत कुकरेती, पार्षद अनीता प्रधान, पंकज शर्मा, गौरव केन्थुला, अक्षय खेरवाल, राजीव गुप्ता आदि मौजूद रहे।

बनखंडी से सटे पुराने रेलवे स्टेशन पर लगे रेलवे प्रशासन मुर्दाबाद के नारे

बनखंडी निवासी प्रदीप पाल की पुराने रेलवे स्टेशन की नई सड़क के बीचोंबीच रखे ट्रांसफार्मर से टकराकर मौत मामले में आज डीआरएम मुरादाबाद ने अजीबोगरीब बयान दिया। उनके बयान के बाद मृतक के परिजनों ने जोरदार हंगामा किया। यह बयान डीआरएम की ओर से योगनगरी रेलवे स्टेशन पर दिया गया। इसके बाद परिजनों ने पुराने रेलवे स्टेशन पर जीएम की गाड़ी रोककर रेलवे प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से हल्का बल प्रयोग किया और किसी तरह जीएम के वाहन को रवाना कराया।

दरअसल, योगनगरी रेलवे स्टेशन पर उत्तरी रेलवे के जीएम आज पहुंचे। सूचना पाकर बनखंडी निवासी मृत प्रदीप की पत्नी संगीता पाल, मां विमला देवी, बहन विजय लक्ष्मी, स्थानीय पार्षद लता तिवाड़ी, पूर्व सभासद हरीश तिवाड़ी, भाजपा नेता ज्योति सजवाण भी पहुंचे और जीएम से मृतक आश्रितों को उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही।

इसी बीच मौके पर मौजूद डीआरएम मुरादाबाद ने यह कह दिया कि सड़क पर हादसे तो होते रहते हैं। इसमें रेलवे की क्या गलती है, वह इसमें क्या कर सकता है। बस फिर क्या था, उनके इस बयान के बाद विवाद हो गया। हालांकि नए रेलवे स्टेशन पर विवाद ने ज्यादा तूल नहीं पकड़ा। इसके बाद पुराने रेलवे स्टेशन पर मृतक के परिजन और आसपास के लोग पहुंचे और डीआरएम के खिलाफ नारेबाजी की। यहां जीएम उत्तरी रेलवे अपने वाहन से जाने लगे तो गुस्साए मृतक के परिजनों ने उनकी कार रोक ली। यहां तक की एक महिला उनकी कार के आगे तक खड़ी हो गई। रेलवे पुलिस ने किसी तरह स्थिति को काबू किया।

26 अक्टूबर की रात घटी थी घटना
बनखंडी निवासी प्रदीप पाल 26 अक्तूबर की रात रेलवे की नई सड़क के बीच रखे ट्रांसफार्मर की चपेट में आ गए थे। इससे उनकी मौत हो गई थी। परिजनों व स्थानीय लोगों ने मृतक की मौत का जिम्मेदार रेलवे प्रशासन को ठहराया था। उक्त मामले में परिजनों की ओर से रेलवे के तीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है।

सीएम त्रिवेंद्र ने किया दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसाना कल्याण योजना का शुभारम्भ

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रूद्रपुर में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना का शुभारम्भ किया। उन्होंने योजना के तहत लाभार्थियों को बिना ब्याज के 03 लाख रूपये का ऋण के चैक वितरित करते हुए कहा कि किसानों के कल्याण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा इससे पूर्व किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर 01 लाख रूपये तक का ऋण उपलब्ध कराया गया था, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आये तथा किसानों के द्वारा इस धनराशि का बेहतर सदुपयोग करने का ही प्रतिफल है कि उनके हित में अब यह धनराशि 03 लाख की गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 43 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिसमें 2578.74 लाख की योजनाओ का लोकार्पण तथा 9444.77 लाख की योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

सीएम ने 19 किसानों को दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना के अन्तर्गत तीन-तीन लाख का बिना ब्याज का ऋण व तीन किसानों को कृषि यंत्र वितरित किये। मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्वयं सहायता समुहों को बिना ब्याज के 05 लाख की धनराशि के चेक भी वितरित किये। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय किस प्रकार से दोगुनी हो इस पर लगातार कार्य कर रही है ताकि हमारे प्रदेश के किसानों का जीवन स्तर सुधरे व एक अलग पहचान उत्तराखण्ड के किसानों को प्रदेश ही नही देश स्तर पर मिले।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना बिमारी की विपरित परिस्थितियों के बावजुद भी हमारे किसानों ने राज्य में अपने उत्पादों का उत्पादन बढ़ाया है। हमने किसानों का रिकार्ड समय में उनकी उत्पादों का भुगतान की व्यवस्था की है। 250 करोड़ रूपये का प्राविधान कर रिकार्ड समय में गन्ना किसानो का शत प्रतिशत भुगतान किया गया। 10 लाख मीट्रिक टन धान का क्रय 242 क्रय सेन्टरों के माध्यम से किया गया है। उन्होंने घोषणा की कि किसानों को एक सप्ताह के अन्दर धान क्रय का भुगतान कर दिया जायेगा।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई यूएस नगर से की शुरूः त्रिवेंद्र
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध राज्य सरकार जीरो टालरेन्स की नीति पर चल रही है। भ्रष्टाचार के विरूद्ध धर्म युद्ध की शुरूआत भी हमने ऊधम सिंह नगर से की है। एन एच 74 में हुई लगभग 200 करोड़ की गड़बडी में दोषी पाये गये 111 कर्मचारियों-अधिकारियों पर कार्यवाही की गई है तथा कुछ अन्य के खिलाफ भी कार्यवाही की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्यवाही का अभियान जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने स्वामित्व योजना के तहत विभिन्न लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। उन्होने कहा कि प्रदेश के देहरादून व पंतनगर के एयरपोर्ट को अन्तराष्ट्रीय तर्ज पर बनाया जायेगा वही 11 सौ एकड भूमि में ग्रीन एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जायेगा। यह एयरपोर्ट इन्टरनेशनल एयरपोर्ट होगा। जो भारत को ही नही बल्कि उधमसिंह नगर को भी पूरी दूनियां को जोडेगा, जिससे यहा का चहुमुखी विकास होगा व अपार रोजगार की सम्भावनाऐं बढे़गी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये विकास परक योजनाओं से सम्बन्धित स्टॉलों का भी निरीक्षण किया।

100 स्ट्रीट लाइटों से जगमगाएगा रायवाला क्षेत्र, विधायक निधि से लगाने की स्पीकर ने की घोषणा

स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने रायवाला मे एक सभा के दौरान रायवाला क्षेत्र के विकास के लिए विधायक निधि से तीन लाख रूपए की लागत से शमशान घाट निर्माण, डेढ़ लाख रुपए की लागत से प्रतीत नगर में सुरक्षा दीवार एवं क्षेत्र में 100 स्ट्रीट लाइट लगाने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि रायवाला क्षेत्र सहित संपूर्ण ऋषिकेश विधानसभा में विभिन्न विभागों से विकास के कार्य व्यापक स्तर पर संचालित किए जा रहे हैं। कहा कि आंतरिक मोटर मार्गो का निर्माण से लेकर शुद्ध पेयजल आपूर्ति, विद्युत एवं तमाम कार्य संचालित किए जा रहे हैं।

कहा कि शमशान घाट निर्माण के लिए स्थानीय लोगों लंबे समय से मांग कर रहे थे, विधायक निधि से तीन लाख की लागत से शमशान घाट के निर्माण के कार्य को पूरा कराया जाएगा।
पार्टी श्यामपुर के मंडल अध्यक्ष गणेश रावत ने कहा है कि क्षेत्र में विकास की अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है उन्होंने इस कार्य का श्रेय विधानसभा अध्यक्ष को दिया। मौके पर स्थानीय नागरिकों ने स्पीकर का विकास कार्य कराने के लिए सम्मान भी किया।

कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल, प्रधान सागर गिरी, क्षेत्र पंचायत सदस्य निकिता चैहान, मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, सतपाल सैनी, चंद्रकांता बेलवाल, रायवाला के उप प्रधान जयानंद डिमरी, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री, राजवीर रावत आदि उपस्थित थे।

डूबते सूरज को अघ्र्य देकर व्रती महिलाओं ने की परिवार की सुख समृद्धि की कामना

छठ महापर्व तीर्थनगरी के गंगा घाटों में इस वर्ष अन्य वर्षों की तुलना में सादगी से मनाया गया। जहां प्रत्येक वर्ष पूरा परिवार सामूहिक रूप से गंगा तट पर डूबते सूरज की पूजा करता था, वहीं इस वर्ष परिवार के एक ही सदस्य को आने की अनुमति थी। इसके चलते व्रती महिलाओं ने अपने-अपने घरों की छतों में ही डूबते सूरज को अघ्र्य दिया।

आज सुबह महिलाओं ने गंगा स्नान कर घरों में भगवान सूर्य और छठी मैया की आराधना की। साथ ही पूजन सामग्री की टोकरी तैयार की। दोपहर बाद से ही श्रद्धालुओं ने चंद्रेश्वर नगर, मायाकुंड, शीशमझाड़ी, काले की ढाल, सोमेश्वर नगर, वीरभद्र, आवास विकास, आईडीपीएल, रायवाला, रानीपोखरी आदि क्षेत्रों में गंगा घाटों पर बनाई मेंदी में संकल्प लेकर पूजा की और डूबते सूरज को अघ्र्य देने के लिए गंगा में उतरी। शाम को त्रिवेणी घाट पर दयानंद घाट, रामझूला घाट, साईं घाट आदि पर श्रद्धालु पहुंचे।

नहीं हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
कोरोना महामारी को लेकर सरकार की ओर से जारी हुई नई गाइडलाइन का पालन करते हुए सार्वजनिक छठ पूजन समिति ने सांस्कृतिक कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया। प्रत्येक वर्ष त्रिवेणी घाट पर होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने किया ऋषिकेश में जानकी झूला पुल का लोकार्पण


मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गंगा नदी पर टिहरी से पौड़ी को जोड़ने वाले जानकी झूला पुल का लोकार्पण किया। मुनिकीरेती गंगा नदी में निर्मित यह झूला पुल 48.85 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इसकी लंबाई 346 मीटर है, यह पैदल के साथ दोपहिया वाहनों के लिए भी उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही ऋषिकेश में अभिनव कला वाला ग्लास युक्त बजरंग पुल का भी लोकार्पण किया जायेगा। यह पुल भी डोबरा-चांठी की भांति देश व दुनिया के लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सिंगटाली एवं बीन नदी पर भी एकेश्वर क्षेत्र के लिये पुल का निर्माण किया जायेगा। योजनाओं के निर्माण के लिये पूरी एकमुश्त धनराशि स्वीकृत की जा रही है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य में पिछले साढ़े तीन साल में 250 से अधिक पुलों के निर्माण का रिकार्ड बना है। इन पुलों में सीमांत क्षेत्रों में बनने वाले पुल भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश में परम्परा से हटकर कार्य करना आरम्भ किया है। अब योजनाओं के निर्माण के लिये 2-4 करोड़ स्वीकृत करने के बजाय योजना की लागत का पूरा बजट तथा एक साल में अधिकतम व्यय होने वाली पूरी धनराशि स्वीकृत की जा रही है। डोबरा चांठी पुल के लिये 88 करोड़ एकमुश्त स्वीकृत होने का ही परिणाम रहा कि आज यह पुल बनकर जनता को समर्पित कर दिया गया है। हमारी सोच लक्ष्य पूरा करने की है।

14 वर्ष की लंबी यात्रा के बाद बना जानकी झूला पुल
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि 14 वर्ष के लंबी यात्रा के बाद आज जानकी पुल का मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा लोकार्पण किया। इस पुल लोकार्पण केवल आवागमन का ही माध्यम नहीं है। नौजवानों को रोजगार की संभावनाओं को बलवती बनाना भी है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश विविध विविधताओं को समेटे हुए है।

जानकी सेतु लोगों के विश्वास, आस्था एवं सपनों को यथार्थ करने का प्रतीक
विधायक ऋतु खण्डूड़ी ने कहा कि जानकी सेतु ऋषिकेश एवं यमकेश्वर क्षेत्र के लिए विश्वास, आस्था एवं सपनों को यथार्थ करने का प्रतीक है। यह पुल उत्तराखण्ड में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र एवं सुविधाजनक होगा।

इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी, मेयर ऋषिकेश अनिता मंमगाई, गढ़वाल मण्डल विकास निगम के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंघल, सचिव लोक निर्माण विभाग आरके सुधांशु, जिलाधिकारी टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी टिहरी डॉ. वाईएस रावत आदि उपस्थित रहे।