समय से पहले यात्रा सीजन के 69 कर्मचारी हटाये

नगर पालिका प्रशासन ने यात्रा सीजन के 69 सीजनल सफाई कर्मचारियों को हटा दिया है। बताया जा रहा कि उत्तराखंड शासन से सफाई कर्मचारियों का मानदेय नही मिल रहा है। पहले ही पालिका के 55 कर्मचारी बुखार व टाइफाइड से पीड़ित होने के चलते अवकाश पर चल रहे है। ऐसे में सीजनल कर्मचारियों को हटाने से नगर की सफाई व्यवस्था पर सकंट गहराने के आसार है।

नगर पालिका ऋषिकेश के कार्यप्रणाली तो देखिए। एक तरफ तो पालिका के 55 सफाई कर्मचारी बुखार और टाइफाइड से पीड़ित होने के चलते अवकाश पर चल रहे है। ऐसे समय में पालिका प्रशासन ने उत्तराखंड शासन से यात्रा सीजन के सफाई कर्मचारियों के वेतन नही मिलने का रोना रोकर उनकी सेवाएं समाप्त कर डाली। पहले ही बीमार कर्मचारियों के चलते नगर की सफाई व्यवस्था दुरस्थ करने में पालिका के पसीने छूट रहे थे। अब तो 69 सफाई कर्मचारी और कम हो गये।
हर वर्ष चार धाम यात्रा के चलते शासन से सफाई व्यवस्था दुरस्त रखने के लिए नगर पालिका ऋषिकेश को बजट दिया जाता है। गौरतलब है कि यात्रा सीजन छह माह का सीजनल होता है। यात्रा सीजन के कर्मचारी चारधाम यात्रा के शुरु होने से आखिरी कपाट बंद होने तक यात्रा सीजन में कार्य करते है। पालिका प्रशासन ने अक्टूबर तक चलने वाली चारधाम यात्रा के बीच अगस्त माह में ही इन कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

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शासन से विगत दो माह से यात्रा सीजन के 69 कर्मचारियों का वेतन पालिका को नही मिला है। ऐसे में कर्मचारी अपना वेतन मांग रहे है। पालिका प्रशासन के पास पर्याप्त बजट नही है। बजट के अभाव में यात्रा सीजन के कर्मचारियों को हटाना पड़ रहा है।
विजय प्रताप सिंह चौहान अधिशासी अधिकारी नगर पालिका ऋषिकेश।

 

बेघरों का मशाल जुलुस के साथ प्रदर्शन

 

भूमि पट्टे की मांग को लेकर 67वें दिन धरना जारी
क्रमिक अनशन का 16वां दिन
रेलवे स्टेशन से गांधी स्तम्भ तक पैदल मार्च निकाला
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आबाद ग्रांट एक्ट की तर्ज पर गरीब-बेघरों को 180 वर्ग गज भूमि पट्टे आवंटित करने की मांग को लेकर कांग्रेस गरीब बेघर प्रकोष्ठ ने शनिवार को रेलवे स्टेशन से त्रिवेणी घाट के गांधी स्तम्भ तक मशाल जुलुस प्रदर्शन रैली निकालीं।
शनिवार को कांग्रेस बेघर प्रकोष्ठ ने भूमिहीन गरीब बेघरों को भूमि पट्टे आंवटित करने की अपनी मांग दोहरायी। उन्होंने मांग के समर्थन में गांधी स्तम्भ तक मशाल जुलुस प्रदर्शन निकाला। बेघरों के नेता विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि आज 67दिन से हम भूमिहीनों के लिए संघर्ष कर रहे है। हमारी मां बहने 16दिन से क्रम बदलकर क्रमिक अनशन पर बैठ रही है। लेकिन नतीजा कुछ भी नही निकल रहा है।
विजयपाल रावत ने ऋषिकेश की सरकारी भूमियों पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। कहा कि भूमाफिया जमीन कब्जा रहा है, लेकिन गरीब बेघरों के लिए सरकार के पास जमीन नही है। शनिवार को क्रमिक अनशन में बैठने वालों में मोनिका देवी, कुशला देवी, रोशनी देवी, विशेश्वरी देवी, पार्वती देवी शामिल रही।
मशाल जुलुस प्रदर्शन में सोहन सिंह रौतेला, सुमित चौधरी, सतपाल, छोटेलाल, ओम प्रकाश टैगोर, ऋषि कश्यप, बलवंत सिंह बिष्ट, गौर सिंह पंवार, कुसुमनाथ, रामेश्वरी देवी, अंजली सैनी, मिथलेश, निर्मला आदि शामिल रहे।

सिविल वर्दी में पुलिस करेगी छापेमारी की कार्रवाई

कोतवाली पुलिस ने अवैध शराब कारोबारियों पर लगाम लगाने के लिए विशेष टीम का गठन किया है। टीम संवेदनशील स्थानों पर औचक अभियान चलाएगी। यही नहीं पुलिस सिविल वर्दी में भी कार्रवाई करेगी।
शहर में पुलिस की आंख में अवैध शराब के कारोबार को करने वाले तस्करों की अब खैर नहीं है। पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई के लिए विशेष टीम का गठन कर लिया है। जिसका काम संवेदनशील स्थानों व सूचना मिलने पर कारोबारियों की धरपकड़ करना होगा। तीर्थनगरी में चंद्रभागा, चंद्रेश्वरनगर, शांतिनगर, जाटव बस्ती, छोटी सब्जी मंडी, बनखंडी, बस अड्डे, आईडीपीएल, श्यामपुर, रूषाफार्म, गुमानीवाला आदि क्षेत्रों में अवैध शराब के कारोबार की शिकायत मिल रही है। लेकिन अब अवैध करोबार पर लगाम कसने के लिए कोतवाली पुलिस मुस्तैद हो चुकी है। कोतवाल वीसी गोसाईं ने बताया कि पुलिस सिविल वर्दी में भी संवेदनशील स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई करेगी। पुलिस पूर्व से ही अवैध शराब कारोबारियों पर लगाम लगाने का कार्य कर रही है। यह कार्य एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीम में एसएसआई गजेंद्र बहुगुणा, योगेश कुमार, कांस्टेबल नवनीत सिंह, राजाराम डोभाल, देवेंद्र चौधरी आदि शामिल हैं।

ऋषिकेश पालिका के 55 कर्मचारी बीमार, सफाई पर संकट

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ऋषिकेश की चंद्रेश्वरनगर, सर्वहारा नगर, वाल्मीकि बस्ती, बनखंडी, शांति नगर में क्षेत्र में वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है। कुछ इलाकों में टाइफाइड पीड़ित मरीज भी बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। वाल्मीकि बस्ती सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां आधी आबादी बुखार की चपेट में है। कई परिवार ऐसे हैं, जिनके घर के लगभग सभी सदस्य वायरल की चपेट में आ गए हैं। यही वजह है कि इन इलाकों में रहने वाले नगर पालिका ऋषिकेश के 55 सफाई कर्मचारी भी बीमार पड़ गए हैं। सभी कर्मचारी बीमार होने पर चिकित्सा अवकाश पर चल रहे हैं।

तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर कुछ कर्मचारी जहां सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं कुछ प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। पालिका के तीन सफाई नायक (हवलदार) भी टाइफाइड से पीड़ित हैं। सफाई कर्मचारियों के बीमार होने से नगर की सफाई व्यवस्था के लिए पालिका प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ रही है। चिंता इस बात की है कि अगर और कर्मचारी बीमार पड़े तो नगर की पूरी सफाई व्यवस्था चरमरा जाएगी। इसका असर शहरवासियों की सेहत पर पड़ सकता है।

क्लोरिन मिलाने में कंजूसी भी बड़ा कारण
ऋषिकेश। नगर के कई इलाकों में पानी की पुरानी लाइन होने के कारण लीकेज की समस्या बढ़ जाती है। घरों में आने वाला पानी पूरी तरह पीने योग्य नहीं होता है। बारिश के दिनों में दूषित पानी से बचने के लिए पानी में नियमित क्लोरिन डालना जरूरी है। लेकिन जल संस्थान अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है।

 

 

पट्टीदोगी के ग्रामीणों ने डीएफओ कार्यालय में डाला डेरा

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तैला तोंक और काटल तोंक में हाथियों के उत्पात से परेशान ग्रामीण

ऋषिकेश।
पट्टी दोगी के ग्रामीण नरेन्द्रनगर वन प्रभाग के डीएफओ दफ्तर पहुंचे। उन्होंने वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से हाथी मौजा तिमली के तैला तोंक और नाडूकाटल के काटल तोंक में आकर उत्पात मचा रहे हैं। वह फसल भी नष्ट कर रहे हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य सरदार सिंह पुंडीर ने कहा कि शिवपुरी गंगा की तरफ से आने वाले हाथियों से रोकथाम के लिए नेशनल हाईवे के पास खाई खोदने के साथ बाड़ का निर्माण फौरी तौर पर किया जाए। घेराव करने वालों में जगदीश कुलियाल, चतर सिंह भंडारी, आनंद सिंह, महावीर सिंह, राजवीर सिंह, भगवान सिंह, सीएस भट्ट, शिव सिंह, एसएस भंडारी, मोहित,जगदीश सिंह, सुमन देवी सहित कई लोग मौजूद थे।

एनएसयूआई के कई पूर्व पदाधिकारियों ने एबीवीपी का दामन थामा

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शराब की राजनीति व फंड के नाम पर चंदा उगाही का लगाया आरोप
ऋषिकेश।
ऋषिकेश प्रेस क्लब सभागार में एनएसयूआई के दिग्गज छात्र नेता राजेन्द्र सिंह बिष्ट, वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष संदीप शर्मा, विपुल पोखरियाल, मयंक रवानी, अमित गांधी ने एबीवीपी की प्रेस कांफ्रेस में संगठन की सदस्यता ली। एबीवीपी छात्र नेताओं ने सभी का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने एनएसयूआई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि एनएसयूआई सिर्फ शराब की राजनीति कर रही है। उन्होंने संगठन में कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान नही मिलने पर भी रोष जताया। कहा कि एनएसयूआई के पास फंड मांगने के सिवाय कोई कार्य नहीं है। कहा, छात्र नेताओं में सबसे ज्यादा मुकदमें एनएसयूआई के छात्र नेताओं पर ही दर्ज हैं। बताया कि एबीवीपी के सिद्धांत ज्ञान, चरित्र और एकता से प्रेरणा लेकर उन्होंने संगठन की सदस्यता ली।
प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम की तस्वीर भी छात्र संघ चुनाव में देखने को मिली। सीएम पर छोटी सोच रखने के आरोप भी लगे। तंज कसते हुए कहा कि ऐसे छात्र नेता किस काम के जो अपनी ही सरकार होने बावजूद महाविद्यालय की 200 मीटर सड़क तक स्वीकृत नही करा सके। इस मौके पर कौशल बिजल्वाण, संजीव चौधरी आदि समेत कई छात्रनेता मौजूद थे।

एबीवीपी को मजबूती मिली
लंबे समय ये हाशिये पर चल रही एबीवीपी में छात्र नेता राजेन्द्र सिंह बिष्ट, वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष संदीप शर्मा, विपुल पोखरियाल, मयंक रवानी, अमित गांधी के आने से उत्साह देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार छात्र संघ चुनाव के बाद संगठन छात्र नेताओं को महत्वपूर्ण दायित्व भी सौंपने पर विचार कर रहा है।

तो शराब विरोधी अभियान क्या है
पुरानी कहावत है कि समय बुरा आये तो ऊंट पर बैठे व्यक्ति को कुता भी काट देता है। ऐसा ही हुआ जब प्रेस क्लब में पूर्व एनएसयूआई छात्र नेताओं ने स्वयं ही कह दिया कि एनएसयूआई शराब की राजनीति करती है। उन्होंने छात्र नेताओं की पोल खोल कर रख दी। अब बात निकली है तो दूर तक जायेगी ही।

एनजीटी के आदेश पर गंगा किनारे होगा सर्वे

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ऋषिकेश।
गंगा किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए सर्वे कराने की तैयारी चल रही है। एनजीटी के आदेश पर सिंचाई विभाग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए मानक तय कर रहा है। जल्द ही इस ओर सर्वे का कार्य शुरू हो जायेगा।
डीएम टिहरी इन्दुधर बौडाई ने नगर पालिका मुनिकीरेती के बाढ़ परिक्षेत्र की बैठक आयोजित की। उन्होंने एनजीटी के गंगा किनारे निर्माण कार्याें के मानकों को देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के सर्वे को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों से चर्चा की। डीएम ने कहा कि गंगा के तटीय इलाको को चिन्हित किया जाना है। जहां पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सर्वे का कार्य एनआईएच करेगी। अभी यह सर्वे हरिद्वार में चल रहा है। मुनिकीरेती-ऋषिकेश में नोडल कमेटी सिंचाई विभाग को बनाया गया है। सर्वे रिपोर्ट के बाद ही गंगा किनारे भवन निर्माण के लिए नए मानक तैयार हो जाएंगे।

प्रशासन की टीम ने जनप्रतिनिधियों की राय जानीं

डोईवाला व ऋषिकेश एसडीएम ने रानीपोखरी के 11 गांव के जनप्रतिनिधियों से की वार्ता
ऋषिकेश।
न्याय पंचायत रानीपोखरी के 11 गांव के विलय को लेकर प्रशासन की टीम ने जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों की राय लेने के लिए रखवाल गांव पंचायत घर में खुली बैठक का आयोजन किया। बैठक में ग्रामीणों की अपेक्षा ग्राम प्रधानों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। डोईवाला एसडीएम शालिनी नेगी व ऋषिकेश एसडीएम कुश्म चौहान ने गांव विलय को लेकर चर्चा की। उन्होंने डोईवाला में विलय व ऋषिकेश तहसील में बने रहने को लेकर राय जानी।
बताया जा रहा कि अधिकत्तर ग्राम प्रधानों ने ऋषिकेश तहसील में ही बने रहने का समर्थन किया है। एसडीएम कुश्म चौहान ने बताया कि बैठक में ग्रामीणों की उपस्थिति कम रही, जिस कारण ग्रामीणों की राय जानने के लिए गांववार बैठक आयोजित की जायेगी।

समस्याएं बताईं
खुली बैठक में एसडीएम ऋषिकेश कुश्म चौहान को ग्राम प्रधानों ने क्षेत्र की समस्याएं भी बताईं। उन्होंने समाज कल्याण विभाग की पेंशन नही आने, पानी की समस्या, नहर निर्माण कार्य के चलते सड़क खराब होने, प्राथमिक विद्यालय खलधार के जर्जर होने का मामला भी उठाया। मौके पर एसडीएम ने पंचायत सेकेट्ररी को कम से कम महीने में 3 दिन पंचायत भवन में बैठने के निर्देश भी दिये गये।

सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष ने सफाई कर्मचारियों की समस्याएं सुनीं

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ऋषिकेश।
प्रदेश सरकार सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को संवेदनशील है। संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पास हो गया है। इस ओर शीघ्र जीओ भी जारी हो जायेगा। सफाई कर्मचारी अध्यक्ष किरणपाल चौधरी ने नगर पालिका मुनिकीरेती सभागार में सफाई कर्मचारियों की समस्याऐं सुनते हुए उक्त बात कही। सफाई कर्मचारियों ने पालिका क्षेत्र में कर्मचारियों के लिए आवास उपलब्ध कराने की मांग की। आयोग अध्यक्ष ने इस ओर टिहरी डीएम को भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। अधिशासी अधिकारी बद्रीप्रसाद भटट ने आयोग अध्यक्ष को बताया कि पालिका की ओर से किसी कर्मचारियों का कोई बकाया नही है।

तहसील दिवस फरियादियों ने दर्ज कराई शिकायतें

ऋषिकेश।
तहसील दिवस में पेंशन संबधी मामलें छाए रहें। कुल 22 शिकायतें ही दर्ज हुयी, जिनमें 8 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। शेष शिकायतें संबधित विभागों को ट्रांसफर कर दी गयी। एसडीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि तहसील दिवस में दर्ज शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जायें।
मंगलवार को तहसील दिवस पर समाज कल्याण की पेंशन संबधी मामले छाए रहें। फरियादियों ने विभाग की ओर से दी जाने वाली वृद्धा, विकलांग व विधवा पेंशन नही आने के मामले उठायें। तहसील दिवस में कुल 22 शिकायतें दर्ज हुयी। जिनमें समाज कल्याण की 8, पीडब्ल्यूडी की तीन, विद्युत विभाग की दो, नगर पालिका ऋषिकेश की एक, राजस्व विभाग की चार व रायवाला पुलिस से संबधित चार शिकायतें शामिल हैं। एसडीएम कुश्म चौहान ने 8 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया। शेष मामलें संबधित विभागों को ट्रांसफर कर दिये गये। एसडीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि संबधित शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार हो। उन्होंने फरियादियों से तहसील दिवस का लाभ लेने की अपील भी की।
इस मौके पर तहसीलदार शूरवीर सिंह राणा, अमीन प्रमोद आदि अधिकारी मौजूद थे।