राज लक्ष्मी शाह के नामांकन में पहुंचे सीएम, तो उमड़ पड़ा जनसैलाब

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में लोक सभा टिहरी से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती माला राज लक्ष्मी शाह के नामांकन के अवसर पर आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया।

भाजपा महानगर कार्यालय, पलटन बाजार, धामावाला, राजा रोड से गांधी रोड़ तक आयोजित रोड शो में हजारों की संख्या में टिहरी लोकसभा के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन पर पुष्प वर्षा की। मुख्यमंत्री ने जनता से टिहरी से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती माला राज लक्ष्मी शाह को अधिक से अधिक मतों से विजय बनाने का आग्रह किया।

इस अवसर पर भाजपा प्रत्याशी माला राज लक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, विधायक उमेश शर्मा काऊ, विधायक खजान दास एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

चारधाम के अलावा उत्तराखंड का नैसर्गिक सौंदर्य हमेशा से देश-दुनिया के लोगों को आकर्षित करता रहाः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय सभागार में डेस्टिनेशन वेडिंग पर उत्तरी भारत के प्रमुख वेडिंग प्लानर्स के साथ वर्चुअल बैठक आयोजित हुई।

बैठक में उत्तरी भारत के 75 से अधिक प्रमुख वेडिंग प्लानर्स ने प्रतिभाग किया, जिसमें से वैडिंग प्लानर-श्री सौरभ व सुश्री सीता ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि आज कल के युवाओं को वेडिंग के लिये नेचुरल व्यू चाहिए, जिसके लिये उत्तराखण्ड बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन है तथा यहां का मौसम भी काफी अच्छा है। उन्होंने बताया कि वे अब तक 60 से अधिक शादियों की व्यवस्था कर चुके हैं। इसी प्रकार वेडिंग प्लानर शैलजा व आयुष ने बताया कि हम देवभूमि उत्तराखण्ड के ऋषिकेश, त्रियुगीनारायण, चकराता आदि में वेडिंग करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यहां का वातावरण, मौसम, प्रकृति की विविधता आदि को देखते हुए देवभूमि उत्तराखण्ड के प्रति लोगों का जबरदस्त आकर्षण है। सीजेवाई गुड़गांव से वेडिंग प्लानर सुश्री रेनू ने अपने अनुभव बताते हुये कहा कि हम अभी तक 200 से अधिक विवाह करा चुके हैं। इसी तरह अपने-अपने सुझाव बैठक में वेडिंग प्लानर्स ने साझा किये।

मुख्यमंत्री ने बैठक में वर्चुवल रूप से जुड़े हुये देश के प्रमुख वेडिंग प्लानर्स का हार्दिक स्वागत व अभिनन्दन करते हुये कहा कि आप वेडिंग के क्षेत्र में पहले से जुड़े हुये हैं तथा आप लोगों ने काफी अच्छे-अच्छे सुझाव वेडिंग डेस्टिनेशन के सम्बन्ध में दिये हैं, जिन्हें जल्दी ही अमल में लाया जायेगा।

मुख्यमत्री ने कहा कि उत्तराखंड में कई ऐसे धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण स्थल है, जिन्हें फिल्मों की शूटिंग के साथ-साथ प्री-वेंडिंग शूट के लिए भी प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि चारधाम के अलावा उत्तराखंड का नैसर्गिक सौंदर्य हमेशा से देश-दुनिया के लोगों को आकर्षित करता रहा है तथा अब वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी प्रदेश खास पहचान बनाएगा। सरकार उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए एक विस्तृत नीति बनाने पर कार्य कर रही है और जल्द ही उसके सुपरिणाम सामने आएंगे, उन्होंने यह भी कहा की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की अपेक्षा के अनुरूप उत्तराखंड जल्द ही वेडिंग डेस्टिनेशन के क्षेत्र में भारत ही नहीं वरन विश्व में नंबर 1 बनेगा।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुये कहा कि उत्तराखंड ग्लोबल समिट के उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से शादियों के लिए विदेश जाने के बजाय वेडिंग के लिये उत्तराखंड आने का आह्वान किया था, जिस पर हम लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में वेडिंग के लिये सैकड़ों डेस्टिनेशसन हैं तथा जहां भी आपकी नजर पड़ेगी तो पूरी देवभूमि ही डेस्टिनेशन है। उन्होंने युवाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि वेडिंग को हर कोई यादगार बनाना चाहता है तथा हमारा भी प्रयास है कि हरेक की वेडिंग यादगार बने। उन्होंने कहा कि जो उत्तराखण्ड में मिल सकता है, वह पूरी दुनिया में कहीं और नहीं मिल सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां त्रियुगीनारायण है, जहां शिव-पार्वती विवाह संपन्न हुआ था, यहां जागेश्वर धाम है, यहां बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री जैसे मंदिर हैं, यहां रामनगर जैसा वृहद वन क्षेत्र है। यहां आदि कैलाश है, यहां क्या नहीं है। उन्होंने कहा कि हम भविष्य में आप सभी के सुझावों को लेकर पॉलिसी बनाने के साथ ही हमारा हर प्रकार का सहयोग आप सभी को प्राप्त होगा।

बैठक में सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुन्दरम ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में चारधाम के अलावा अनेकों स्थल हैं तथा त्रियुगीनारायण तो शिव-पार्वती विवाह के लिये ही प्रमुख रूप से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के कई स्थानों में फिल्मों की शूटिंग भी होती है, जिसके लिये देवभूमि को फिल्म फ्रेंडली अवार्ड भी मिल चुका है तथा उत्तराखण्ड में वेडिंग के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। कार्यक्रम का संचालन श्री गिरिजा शंकर जोशी ने किया।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, विशेष सचिव डॉ0 पराग मधुकर धकाते, गिरिजा शंकर जोशी, गौरव, तरुण सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारी गण उपस्थित थे।

सीएम ने आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों एवं मॉनिटरिंग हेतु कमेटी गठित किए जाने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय देहरादून में चारधाम यात्रा 2024 की तैयारियों के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में प्रतिभाग करते हुए आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों एवं मॉनिटरिंग हेतु कमिटी गठित किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने चारों धामों में यातायात प्रबंधन के सुगम संचालन हेतु एसपी/ एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी को नियुक्त किए जाने, सभी अधिकारी एवं विभागों में आपसी समन्वय से कार्य किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा बीते सालों की यात्रा में जो कमी एवं समस्याएं सामने आई हैं, उनके अनुभवों से, प्लानिंग से काम कर उन समस्याओं को इस वर्ष दूर किया जाए। संपूर्ण पैदल मार्गाे एवं संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी लगाए जाए। उन्होंने कहा यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों के हितों का भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा शासन स्तर से चारों धामों की लाइव मॉनिटरिंग की जाए साथ ही आपदा कंट्रोल रूम का सुचारू संचालन किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब मौसम पूर्वानुमान की सूचना यात्रियों तक समय से पहुंचे। जिसके लिए यात्रियों के मोबाईल पर अलर्ट मैसेज की व्यवस्था की जाए। पैदल मार्गाे की नियमित सफ़ाई हो। यात्रा मार्ग पर बने शौचालयों में विशेष तौर पर साफ सफाई रखी जाए। यात्रा मार्गाे पर शौचालय की संख्या भी बढ़ाई जाए। उन्होंने मिशन मोड पर प्लास्टिक फ्री चार धाम पर काम करने के निर्देश दिए। यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व ही चारों धामों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। पैदल मार्गाे में स्ट्रीट लाइट भी लगाई जाए। साथ ही यात्रा मार्ग पर सुचारू पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम मार्गों का सुधारीकरण यात्रा से पूर्व कर लिया जाए। जिन स्थानों पर अधिकांश मार्ग अवरूद्ध होते है ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण कर जे.सी.बी / मशीन आदि की व्यवस्था की जाए। यात्रा के दौरान कोई भी मार्ग बंद होने पर उसे तुरंत खोले जाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा हेतु बसों व टैक्सियों आदि की आवश्यकता के सम्बन्ध में आंकलन कर पूर्व में व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं का विस्तार जल्द किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा चारधाम यात्रा मार्गों पर अस्थाई चिकित्सा केन्द्रों में चिकित्सा व अपेक्षित स्टाफ की तैनाती के साथ जीवनरक्षक दवाई, उपकरण, पोर्टेबल आक्सीजन सिलेण्डर एवं एम्बुलेन्स / एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा घोड़े खच्चरों को होने वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु पैदल मार्गों पर पशु चिकित्सकों की तैनाती की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा सीजन में धामों एवं यात्रा मार्गाे पर एस०डी०आर०एफ०, पुलिस बल, जल पुलिस, गोताखोर, ट्रैफिक पुलिस की तैनाती का प्रबन्धन किया जाए साथ ही जहां आवश्यकता हो वहां अस्थाई पुलिस चौकी की स्थापना भी की जाए ।उन्होंने कहा यात्रा के दौरान अच्छा कार्य करने वाले लोगों / विभागों को सम्मानित किए जाएगा।

इस दौरान बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, बी.के.टी.सी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव सुभाष बगौली, वर्चुअल माध्यम से विभिन्न जिलों के जिला अधिकारी, एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने पौड़ी को दी 800 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पौड़ी में 800 करोड़ लागत की 353 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें 134.61 करोड़ की 196 योजनाओं का लोकार्पण तथा 666.13 करोड़ की 157 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी में विशाल जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पौड़ी की यह भूमि सांस्कृतिक चेतना के केन्द्र, तीलू रौतैली, वीर माधो सिंह, जसवंत सिंह रावत और भारत के प्रथम सीडीएस रहे विपिन रावत की भूमि है। उन्होंने कहा कि कि यह उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें पौड़ी की पवित्र भूमि पर आने और मातृशक्ति को समर्पित कार्यक्रम में जन कल्याण की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने का सुअवसर मिल रहा है। आज पौड़ी गढ़वाल के लिए 800 करोड़ से अधिक की लोक कल्याणकारी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। इन योजनाओं से पौड़ी गढ़वाल का और तेजी से विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार द्वारा पूरे उत्तराखंड का विकास किया जा रहा है। महिला समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों पर लगाए गई प्रदर्शनियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी मातृशक्ति ‘’आत्मनिर्भर भारत’‘ और ’’वोकल फॉर लोकल’’ के मंत्र को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही हैं। आज प्रदेश के दुर्गम गावों में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया गया है। प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी प्रारंभ की। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को भी लागू करने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। कल ही हमें कमेटी द्वारा इसका ड्राफ्ट भी सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश के विकास और कल्याण के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कण्डोलिया मैदान में महिला सशक्तिकरण को समर्पित ‘दिशा ध्याणी, ब्वै-ब्वारी‘ सम्मेलन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रांसी स्टेडियम में शहीद जसवंत सिंह रावत की मूर्ति का अनावरण किया। उसके बाद कण्डोलिया पार्क में अर्बन हाट और महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किये गये उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने कंडोलिया मंदिर के दर्शन करते हुए देश-प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य कार्यक्रम स्थल कंडोलिया मैदान में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करते हुए विभिन्न विभागों की ‘‘16 सामान्य स्टॉल, 5 लाइव स्टॉल (भीमल पेंटिंग, पिरूल व खजूर के क्राफ्ट निर्माण, उत्तराखण्ड के भाण्ड-कुण्ड, मथनी से मठ्ठा निकालना, जांदरा व ओखली का प्रदर्शन) तथा फोटो प्रदर्शनी (जी-20, बीट्ल्स फेस्टिवल तथा सिलक्यारा टनल रेस्क्यू) का अवलोकन करते हुए नारी सशक्तिकरण और प्रदेश के विकास के संबंध में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किये गये कार्यों और प्रयासों की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम स्थल में मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के स्टॉल में बदरी गाय और बछिया का पूजन कर लाइव स्टॉल में ओखली से अनाज कूटा और जंदरे में भी हाथ अजमाया।
अपने संबोंधन में मुख्यमंत्री ने केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा नारी सशक्तिकरण के लिए चलायी जा रही योजनाओं, कार्यक्रमों, उपलब्धियों और प्रयासों से अवगत कराते हुए नारी शक्ति को इस पर्वतीय राज्य की रीढ़ कहा। कहा कि चाहे उत्तराखण्ड में महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने की बात हो अथवा महिलाओं को उज्ज्वला गैस योजना के लाभ की बात हो ऐसी योजनाओं से आज महिलाएं तेजी से आत्मनिर्भर और सशक्त होकर उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्य बनाने में अपना योगदान दे रही हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गयी गंगा पथ पर आधारित ‘‘कॉफी टेबल बुक‘‘ का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री द्वारा कण्डोलिया में ही स्व0 जनरल बिपिन रावत के पार्क का लोकार्पण किया, जहां पर जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा और 101 फीट ऊंचा तिरंगा आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनमानस को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ‘ व ड्रग फ्री देवभूमि-2025 की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कंडोलिया थीम पार्क में महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगाए गए अर्बन हाट का निरीक्षण के दौरान महिलाओं के स्वरोजगार के प्रयासों से बेहद खुश नजर आए। हाट में लगाए गए स्टॉलों के भ्रमण के दौरान महिलाओं ने सीएम को उत्पाद चखाए। सीएम के आत्मीय व्यवहार और रोजगार के बारे में बारीकी से जानकारी लिए जाने पर मातृशक्ति प्रफुल्लित नजर आई। हाट में महिलाओं ने मोटे अनाज के उत्पाद, अर्से, पकोड़े, अचार, चटनी और दाल के पकोड़े रखे थे। मातृ शक्ति के अनुरोध पर सीएम ने उत्पादों का स्वाद चखा।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक स्टॉल में जाकर उत्पादों की जानकारी लेने के साथ ही इससे हो रहे लाभ के बारे में सवाल किए। मुख्यमत्री ने महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि मातृशक्ति बहुत बढ़िया काम कर रही हैं। इसका लाभ उनके परिवार सहित प्रदेश को मिलेगा। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने सरकार के वोकल फॉर लोकल के नारे का अनुसरण करते हुए स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाया है। वह चाहती हैं कि आत्मनिर्भर बनने के साथ ही स्थानीय उत्पादों का प्रचार-प्रसार हो।
‘‘दिशा ध्याणी, ब्यै-ब्वारी‘‘ सम्मेलन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और डॉ0 धन सिंह रावत ने भी प्रतिभाग करते हुए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा देश-प्रदेश के विकास के किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया।
इस दौरान स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी, लैंसडाउन विधायक दिलीप रावत और यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अंथवाल, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डे, महानिरीक्षक गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, पूर्व विधायक मुकेश कोहली, निवर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम सहित बड़ी संख्या में आम जनमानस उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग नारी शक्ति वंदन महोत्सव के अंतर्गत आयोजित ब्वै, ब्वारी, नौनी कौथिग में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद रुद्रप्रयाग में नारी शक्ति वंदन महोत्सव के अंतर्गत आयोजित ब्वै, ब्वारी, नौनी कौथिग में किया प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ₹467 करोड़ 78 लाख की 27140 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के स्टॉल का अवलोकन कर महिलाओं के साथ संवाद किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग पर्यटन विभाग की ओर से तैयार कॉफ़ी टेबल बुक का विमोचन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दुग्ध विभाग एवं सीएसआर के माध्यम से संचालित अत्याधुनिक एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाई।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद के विकास के लिए विभिन्न घोषणाएं भी की। जिसमें मन्दाकनी शरदोत्सव एवं कृषि औद्योगिक विकास मेला, अगस्तमुनी को राजकीय मेला घोषित किया जाने, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्तमुनि में आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति किये जाने, गौरीकुण्ड में स्थित मॉ गौरी के मन्दिर का सौन्दर्याकरण किये जाने, द्वितीय केदार श्री मद्यमहेश्वर धाम को विकसित किये जाने, दशज्यूला क्षेत्र के स्थान जागतोली में मिनी स्टेडियम की स्थापना किये जाने, छेनागाड पेयजल योजना का निर्माण किये जाने, राजकीय पालीटेक्निक चोपता के भवन का निर्माण किये जाने, अगस्तमुनी खेल मैदान से चाका हेतु मोटर पुल का निर्माण किये जाने, लमगौण्डी देवलीघडी ग्राम तीनसोली मोटर मार्ग का नाम जम्मू कश्मीर में आतंकवादी मुठभेड में शहीद हवलदार देवेन्द्र सिंह राणा के नाम पर किये जाने के साथ ही भीरी- मक्कू मोटर मार्ग से परकण्डी सिरवा तक 2 किलोमीटर मोटर मार्ग की प्रथम चरण की स्वीकृति प्रदान करने एवं ऊखीमठ में गुप्तकाशी जाखधार त्यूडी मोटर मार्ग से देवर मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य किये जाने की घोषणा शामिल है।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पंचप्रयागों में से एक प्रयाग होने के कारण इस भूमि का स्थान उत्तराखण्ड में ही नही बल्कि भारत में भी अति विशिष्ट है। उन्होंने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे ऐसी सिद्ध भूमि पर आने और यहां मातृशक्ति को समर्पित ब्वै, ब्वारी, नौनी कौथिग कार्यक्रम के तहत जन कल्याण की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने का अवसर मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार द्वारा पूरे उत्तराखंड का विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि रुद्रप्रयाग जिले का सर्वांगीण विकास हो और यह क्षेत्र उन्नति के नए शिखर छुए।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी मातृशक्ति सही अर्थों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल’’ के मंत्र को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृ शक्ति के सहयोग के बिना किसी भी समाज या किसी भी राष्ट्र का संपूर्ण विकास नहीं हो सकता।उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के दुर्गम गांव-गांव में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं। महिलाओं के पास कौशल की कभी कोई कमी नहीं रही और अब यही कौशल उनकी और उनके परिवारों की आर्थिकी को शक्ति प्रदान कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनो की इस परेशानी को समझा तो सिर्फ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने, उनके नेतृत्वकाल में आज देशभर में करीब 23 करोड़ महिलाओं को जन धन खातों के जरिए बैंकों से जोड़ा जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी योजना, नंदा गौरा मातृवंदना योजना और महिला पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं।

उन्होंने कहा कि बतौर मुख्यसेवक “मेरा ये प्रयास रहा है कि प्रदेश की जनता के हितों के लिए जो भी आवश्यक कदम हों, बिना देरी के उठाएं जाएं।” उन्होंने कहा एक ओर जहां उत्तराखण्ड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की गई, वहीं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे, इसके साथ ही हमने प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी प्रारंभ की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार को समान नागरिक संहिता का जल्द ड्राफ्ट मिल जाएगा, जिसके बाद जल्द समान नागरिक संहिता को लागू करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चारधाम यात्रा ने बीते वर्ष रिकॉर्ड पार किए इस वर्ष सरकार यात्रा को और बेहतर तरीक़े से सुविधाओं को विकसित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि हाल में प्रदेश सरकार उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जिसके तहत 50 देशों के निवेशकों ने प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में वेडिंग डेस्टिनेशन को विकसित करने के लिए भी मिशन मोड में काम कर रही है।

इस अवसर पर विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी ने मुख्यमंत्री का जनपद आगमन पर स्वागत करते हुए जनपद के विकास के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। विधायक केदारनाथ शैला रानी रावत ने श्री केदारनाथ धाम यात्रा में नया कीर्तिमान स्थापित होने पर मुख्यमंत्री धामी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि धामी जी के नेतृत्व में करीब 20 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने जनपद के विकास के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किए जा रहे कार्यों पर धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर दर्जा धारी राज्यमंत्री अजेन्द्र अजय, चण्डी प्रसाद भट्ट, प्रदेश गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, अध्यक्ष महिला मोर्चा आशा नौटियाल, भाजपा ज़िलाध्यक्ष श्री महावीर पवार, ज़िलाधिकारी एवं पुलिस कप्तान मौजूद रहे।

देश के 500 जिलों के बीच उत्तरकाशी ने खेती के लिए बेहतर प्रयासों हेतु जीता ईनाम

नई दिल्ली में आयोजित नेशनल वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) अवार्ड में उत्तरकाशी जिले को दूसरा पुरस्कार मिला है। देशभर के लगभग पांच सौ जिलों के बीच उत्तरकाशी को कृषि की श्रेणी में यह सम्मान मिला है। जबकि राज्य अवार्ड में भी उत्तराखंड को दूसरा स्थान मिला है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हासिल इस उपलब्धि से राज्य एवं जिले में खेती-किसानी को लाभदायक व्यवसाय में बदलने की सरकार की मुहिम को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और सम्मान मिलने से राज्य में आम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और उन्हें आजीविका के नए अवसर प्रदान कराने के सरकार के अभिनव और प्रतिबद्ध प्रयाद फलीभूत हो रहे हैं। कुछ समय पहले ही उत्तराखंड के लाल धान को जीआई टैग और अब राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलना राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है।
नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम में केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आत्म निर्भर भारत उत्सव का आयोजन हुआ। उत्सव का उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि विदेश मंत्री डा. एस. जयशंकर ने किया। इस दौरान देशभर के जिलों के बीच कृषि की श्रेणी में उत्तरकाशी जिले ने लाल धान की खेती को लेकर दूसरा स्थान हासिल किया है। इस दौरान मुख्य अतिथि केंद्रीय विदेश मंत्री डा. एस. जयशंकर ने हाथों जिलाधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रूहेला ने जिलों की श्रेणी में प्रथम रनर अप का नेशनल ओडीओपी पुरस्कार ग्रहण किया। इस मौके पर जिले के मुख्य कृषि अधिकारी जे.पी तिवारी के साथ ही महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र उत्तरकाशी शैली डबराल भी उपस्थित रही। जबकि ओडीओपी अवार्ड में राज्यों के बीच उत्तराखंड राज्य को भी दूसरा स्थान मिला है। जिलों की श्रेणी में उत्तरकाशी जिले को नेशनल ओडीओपी अवार्ड प्रदान करते हुए केन्द्र सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य व जिले में कृषि के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय प्रयासों को सराहा गया है। इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय स्तर पर मिले सम्मान की सराहना की। कहा कि टीम वर्क से आगे भी इस तरह के नए उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएं। मुख्यमंत्री ने राज्य और जिले की टीम को बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने की मुहिम शुरू की, डीएम खुद लाल धान की रोपाई को उतरे
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में विशिष्ट गुणों वाले लाल धान का उत्पादन होता है। जिले के पुरोला क्षेत्र सहित रवांई घाटी में परंपरागत रूप से बड़े पैमाने पर लाल धान की खेती होती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पारम्परिक खेती के क्षेत्र में विद्यमान सम्भावनाओं को देखते हुए लाल धान और अन्य पारम्पारिक फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने की हिदायत देते हुए अधिकारियों को इस दिशा में प्रतिबद्ध प्रयास करने की अपेक्षा की थी। मुख्यमंत्री श्री धामी के विजन और मिशन पर अमल करते हुए जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग के द्वारा जिले में लाल धान की पारंपरिक खेती का संरक्षण व संवर्द्धन के लिए बहुआयामी प्रयास करने के साथ ही गंगा घाटी के इलाकों में भी इसकी पैदावार करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर पिछले वर्ष से लाल धान की खेती शुरू करवाई गई। इस मुहिम में स्वयं डीएम अभिषेक रुहेला और अन्य अधिकारी खुद खेतों में उतर कर रोपाई की थी।

किसानों को दी मदद और महत्वपूर्ण जानकारी
जिला प्रशासन ने किसानों को लाल धान के बीज, खाद व अन्य तकनीकी जानकारी देने के साथ ही कृषि विभाग की टीम निरंतर लाल धान की खेती को बढावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों को जमीन पर उतारने में जुटी रही।जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने किसानों को तकनीकी जानकारी और अन्य मदद उपलब्ध कराई। उत्साहित किसानों ने बड़े पैमाने पर लाल धान की खेती को अपनाया।

ऐसा हुआ ओडोओपी पुरस्कार हेतु चयन
वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के तहत उत्तरकाशी जिले सेे लाल धान को पूर्व नामित किया गया था। जिला प्रशासन, कृषि विभाग एवं उद्योग विभाग ने राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु के लिए गत अगस्त माह में भारत सरकार से आवेदन किया था। जिसके बाद भारत सरकार के दल ने बीते अक्टूबर व नवंबर माह में जिले का दौरा कर जिले के दावे की पड़ताल की और तय मानकों पर जिले के दावे को उपयुक्त पाया।

नेशनल वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) अवार्ड में लाल धान और उत्तरकाशी जिला देश भर से दावेदार लगभग 500 जिलों के बीच सराहना और सम्मान का पात्र बना। इस उपलब्धि पर जिले में हर्ष की लहर है।

मैक्स और दून अस्पताल में भर्ती मरीजों में हुई कोविड-19 की पुष्टि, मरीज स्वस्थ

उत्तराखंड में लंबे समय बाद कोरोना के 2 मामले सामने आये हैं। देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती रहे 77 वर्षीय पुरुष की रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई थी। वहीं, रविवार को 72 वर्ष की महिला मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोविड के नए वेरिएंट जेएन-1 की पहचान के लिए दोनों संक्रमित मरीजों के सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।
देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती रहे 77 वर्षीय व्यक्ति में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मरीज पूर्व से ही कई अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं। जिनका उपचार अस्पताल से चल है। मरीज के परिजनों के मुताबिक उनकी हालत स्थिर है। स्वास्थ्य में पहले के मुकाबले सुधार है। और वह घर पर ही होम आईशूलेशन में हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज के परिजनों के सम्पर्क में है और उनके स्वास्थ्य पर नज़रे बनाये हुए हैं।
वहीं दून अस्पताल में भर्ती 72 वर्षीय महिला में भी कोविड की पुष्टि हुई है। महिला को दून अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों की टीम महिला के स्वास्थ्य पर नज़रें बनाई हुई है।
सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डॉ आर राजेश कुमार ने बताया की स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों रोगियों एवं उनके परिवारजनों से निरंतर संपर्क में है तथा चिंता का कोई विषय नहीं हैस
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के निर्देश पर कोविड प्रबंधन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से तैयार है सभी जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा चिकित्सा अधीक्षकों को चिकित्सालय स्तर पर कोविड के उपचार को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण रखने के निरंतर निर्देश दिए गए हैं तथा मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारी की निगरानी भी की जा रही है। माननीय मुख्यमंत्री जी कोविड प्रबंधन को लगातार फीडबैक ले रहे हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम रोगी के निवास स्थान पर नियंत्रण एवं रोकथाम कार्यवाही के लिए भेजी गई हैं। सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कोविड प्रबंधन के लिए की जाने वाली किसी भी कार्यवाही में कोताही न बरतने के निर्देश दिए गए हैंस
स्वास्थ्य सचिव द्वारा सर्दी के मौसम में आम जनमानस से कोविड एवं इन्फ्लूएंजा जैसे रोगों को लेकर सावधानी एवं सतर्कता बरतने की अपील की गई है।

मुख्यमंत्री की सादगीभरी जीवनशैली उन्हें हर किसी से कनेक्ट करती है….

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आमजन के मध्य यूं ही इतने लोकप्रिय नहीं हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री की सादगीभरी जीवनशैली उन्हें हर किसी से कनेक्ट करती है।

अब आज की ही बात लीजिए। मुख्यमंत्री टिहरी में “बेटी-ब्वारयूं कु कौथिगष् कार्यक्रम में प्रतिभाग के लिए पहुँचे थे। यहां स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों, हस्तशिल्प और हस्तकला प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए गए उत्पादों का न केवल उन्होंने बेहद गंभीरता के साथ अवलोकन किया बल्कि इन महिलाओं के बीच बैठकर उन्होंने उनका खूब उत्साहवर्धन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं जॉन्दरा (जांता) चलाकर महिलाओं को प्रोत्साहित भी किया। यही नहीं महिलाओं को हस्तशिल्प उत्पादों को बनाते देख मुख्यमंत्री उनकी मदद करने लगे। राज्य के मुखिया के इस रूप को देख प्रदर्शनी में मौजूद महिलाएं भी खासी प्रभावित दिखी। इस दौरान सीएम ने भी हल्के फुल्के पल बिताते हुए महिलाओं से उनके कामकाज के बारे में जाना और उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि राज्य सरकार की ओर से हाउस ऑफ हिमाल्यास नाम से एकीकृत ब्रांड लांच किया गया है जिसके तले उत्तराखंड के तमाम उत्पादों को देश-विदेश में बेचा जाएगा।

सिलक्यारा टनल में रेस्क्यू करने वाले रैट माइनर्स को सीएम ने दिए 50-50 हजार रूपये

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उत्तरकाशी के सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में टनल की खुदाई में अहम भूमिका निभाने वाले 12 रैट माइनर्स को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और सभी रैट माइनर्स को 50-50 हजार रूपये के सम्मान राशि के चेक भी प्रदान किये।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रैट माइनर्स ने अपनी जान की परवाह किये बिना कठिन परिस्थितयों में टनल में खुदाई, सफाई और पाइप को काटने का कार्य किया। सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलता तक पहुंचाने में रैट माइनर्स का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि जिस लगन और परिश्रम से हमारे रैट माइनर्स ने इस रैस्क्यू अभियान को सफल बनाने में अन्य एजेंसियों के साथ योगदान दिया, इसके लिए सभी रैट माइनर्स बधाई और आशीर्वाद के पात्र हैं। मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा रेस्क्यू अभियान में योगदान देने वाले सभी लोगों का भी प्रदेश की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया।

सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले रैट माइनर्स ने राज्य में स्वागत और सम्मान होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे 41 लोगों की जान बचाने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ उन्हें भी अपना योगदान देने का अवसर मिला, यह उनके लिए गर्व की बात है।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, जिलाधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रूहेला भी मौजूद थे।

सिलक्यारा ऑपरेशन सफल होने पर सीएम का जताया आभार

मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित ‘आदर अभिनन्दन, आभार मिशन सिलक्यारा’’ कार्यक्रम में श्रमिक संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग से 41 श्रमिकों को सकुशल निकालने के लिए सिलक्यारा रेस्क्यू में लगी केन्द्र एवं राज्य सरकार की सभी एजेंसियों द्वारा सराहनीय कार्य किया गया। इस मुश्किल घड़ी में श्रमिकों ने जो धैर्य रखा वो हम सभी को हमेशा प्रेरित करने का काम करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और श्रमिकों की हिम्मत से ही यह रेस्क्यू अभियान सफल हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस रेस्क्यू ऑपरेशन की उनसे प्रत्येक दिन अपडेट लेते थे और श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए विशेषज्ञों और आवश्यक उपकरणों की जो भी आवश्यकता पड़ी, प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में शीघ्रता से प्राप्त होते रहे। इस रेस्क्यू अभियान के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय की टीम भी नियमित तौर पर मौके पर रही। केन्द्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके.सिंह भी इस रेस्क्यू अभियान के दौरान लगातार सिलक्यारा में मौजूद रहे। केन्द्रीय एवं राज्य की एजेंसियों द्वारा समन्वय के साथ कार्य कर इस ऑपरेशन को सफल बनाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी श्रमिकों के परिजनों ने उस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है। उन्होंने इस बचाव अभियान में लगे सभी लोगों का भी राज्य की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टनल में फंसे श्रमिकों के धैर्य ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी का मनोबल बढ़ाया। अनेक प्रयासों के बाद भी जब समय अधिक लग रहा था तो, श्रमिकों ने कहा कि अधिक समय लगने की उनको चिंता नहीं है, प्रयास हो कि वे सुरक्षित बाहर निकल जाएं। श्रमिकों के इन शब्दों ने रेस्क्यू अभियान में लगे सभी लोगों का हौंसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि हमारे श्रमिक एक बेहतर और समृद्ध भारत की नींव तैयार कर रहे हैं। “श्रमेव जयते“ के मंत्र को ध्यान में रखकर केन्द्र व राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में श्रमिकों के कल्याण के लिए निरंतर कटिबद्ध है। केंद्र सरकार ने श्रम कानूनों में अनेक बदलाव किए हैं। श्रम सुविधा पोर्टल शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत आठ अहम श्रम कानूनों को एक कर उनके सरलीकरण का काम किया गया है। आज हर श्रमिक को एक विशेष लेबर आइडेंटिफिकेशन नंबर दिया जा रहा है ताकि उसकी पहचान की जा सके जिससे उन्हें योजनाओं का लाभ मिल सके। श्रमिक और नियोजक के बीच बेहतर तालमेल हो सके इसके लिए नेशनल सर्विस पोर्टल भी बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वकर्मा जयंती पर 13 हजार करोड़ की “पीएम विश्वकर्मा योजना“ की शुरुआत की, इससे देशभर के लगभग 30 लाख श्रमिक परिवारों को लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों सहित अन्य श्रमिक भाइयो को बिना गारंटी के न्यूनतम ब्याज दर पर ऋण सहायता प्रदान की जाएगी। आजादी के बाद इतने बड़े स्तर पर इस योजना के लागू होने से स्पष्ट है कि अंत्योदय के सिद्धान्त पर कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। 2025 तक उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
सचिव श्रम आर. मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि मिशन सिलक्यारा एक चुनौतीपूर्ण टास्क था। पूरे देश और दुनिया की नजरें इस पर थी। उन्होंने कहा कि इस मिशन को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू में लगे लोगों का लगातार मनोबल बढ़ाया। कल्याणकारी राज्य हर वर्ग के प्रति संवेदनशील होता है, इसका परिचय मुख्यमंत्री ने दिया। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग द्वारा शीघ्र ही श्रम विभाग की चौपाल आयोजित की जायेगी।
इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के सुमित सिंघल ने कहा कि सिलक्यारा मिशन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिस तरह मौके पर डटे रहे और हर पल की अपडेट लेते रहे, उन्होंने अपने जीवनकाल में किसी रेस्क्यू अभियान में इस दृढ़ता से कार्य करने वाले किसी मुख्यमंत्री को नहीं देखा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने किस तरह श्रमिकों की चिंता की और उनका जीवन बचाया, यह सबने देखा। उन्होंने कहा कि इस मिशन की सफलता के बाद श्रमिकों का मनोबल बहुत बढ़ा है।
ट्रेड यूनियन कॉर्डिनेशन के अध्यक्ष नवीन कुरील ने कहा कि सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौके पर रहकर जिस तरह सबका मनोबल बढ़ाया वह सराहनीय था। उन्होंने कहा कि इस मिशन की सफलता के बाद सबके दिलों में उनके लिए अलग जगह बनी है।
इस अवसर पर श्रमायुक्त दीप्ति सिंह, विभिन्न श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि और श्रमिकों के परिजन उपस्थित रहे।