जिला प्रशासन का एक्शन, कैंब्रियन हॉल स्कूल को जारी करनी पडा, कही से भी खरीदें किताबें और ड्रेस

मुख्यमंत्री के निर्देश और जिला प्रशासन के आक्रामक रवैये से कैंब्रियन हॉल स्कूल अब बैकफुट पर आ गया है। स्कूल ने मनमाने तरीके से 10 प्रतिशत फीस वृद्वि को 05 प्रतिशत कम कर दिया है। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों पर नियमों का पालन न करने वाले स्कूलों के खिलाफ कडा एक्शन लिया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा स्कूल पर सख्त प्रवर्तन एक्शन के बाद अभिभावकों को बड़ी राहत मिली है।
‘भय बिनु होई न प्रीति‘ कहावत को चरितार्थ करता जिला प्रशासन; नामी गिरामी निजी स्कूलों पर शिकंजा, दसियों व्यथित अभिभावक झंुड ने जब लगाई डीएम से गुहार, बस तभी से कार्यवाही का सिलसिला शुरू हो गया है। अब निजी नामी कैब्रियन स्कूल पर प्रशासन ने शिंकजा कस दिया है। मा0 सीएम की डीएम को सख्त हिदायत है कि शिक्षा का मंदिर नहीं बनेगा व्यवसाय का अड्डा, जिला प्रशासन ने स्कूल संचालकों के पेंच कस दिए है। तमीज, आग्रह, उदबोधन से नही आए बाज; तो जनहित लागू करवाना प्रशासन जानता है। मई में स्कूलों को जारी आदेश की अवहेलना, शिकायत पर डीएम का सख्त प्रवर्तन एक्शन, स्कूल से ही 5 प्रतिशत् पर खिंचवाई फीस की लकीर। जिले के नामी गिरामी स्कूल को करनी पड़ी फीस कम, अभिभावकों से अब तक वसूली गई अधिक फीस अब आगे घटाते हुए समायोजित करेगें दी लिखित अण्डरटेकिंग दी है। मा0 सीएम के निर्देश, शिकायत पर जिला प्रशासन ने विगत मई में ही कई निजी स्कूलों की कुंडली खंगाली है। जिला प्रशासन का एक्शन, स्कूल को जारी करनी पड़ा कही से भी खरीदें किताबें और ड्रेस का पत्र। स्कूल पर जिला प्रशासन का सख्त प्रवर्तन एक्शन से अभिभावकों को बड़ी राहत मिल गई है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शिक्षा सबका अधिकार, अभिभावकों और बच्चों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा शिकायत मिली तो मान्यता निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल, जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 14 जुलाई को आयोजित जनता दरबार में मोनिका राणा एवं अन्य अभिभावकों ने शिकायत दर्ज की थी कि जिला प्रशासन के प्रतिबंधों के बावजूद भी कैम्ब्रियन स्कूल द्वारा फीस कम नही की गई है। स्कूल प्रशासन द्वारा मनमाने ढंग से फीस बढ़ाई गई है। जिससे अभिभावकों को अपने बच्चों की पढाई के लिए आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने अभिभावकों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह की अध्यक्षता में गठित जिला प्रशासन की कोर टीम को प्रकरण की जांच करने और कैम्ब्रियन स्कूल की सीबीएससी संबद्वता हेतु राज्य सरकार द्वारा निर्गत एनओसी रद्व करते हुए स्कूल के खिलाफ सख्त प्रवर्तन एक्शन लेने के निर्देश दिए गए। इस पर मुख्य विकास अधिकारी एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी ने कैम्ब्रियन स्कूल को नोटिस जारी करते हुए स्कूल प्रिसिंपल को तलब किया और फीस स्ट्रक्चर की जांच के दौरान 30 मई को दिए गए आदेशों का अनुपालन करने की कडी हिदायत दी गई। मानक से अधिक फीस बढ़ाने पर सख्त हिदायत के बाद निजी स्कूल बैकफुट पर आया। 
स्कूल प्रशासन ने मनमाने तरीके से बढ़ाई 10 प्रतिशत फीस को 05 प्रतिशत तक कम कर दिया है। साथ ही स्कूल प्रशासन ने 18 जुलाई को अभिभावकों को एडवाइजरी जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि अभिभावकों से वसूल किए गए अधिक शुल्क को आगामी महीनों के शुल्क में घटाते हुए समायोजित किया जाएगा। ऐसे अभिभावक जिन्होंने अभी तक फीस जमा नही की है, उन पर कोई बिलंब शुल्क भी नही लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्र जिनका कम्प्यूटर साइंस विषय नहीं है, उनसे कंप्यूटर फीस नही ली जाएगी। अभिभावक किसी भी बुक सेलर दुकान से किताबें और ड्रेस खरीद करने के लिए स्वतंत्र है।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि निर्धारित मानक से अधिक फीस, अभिभावकों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहीं से भी शिकायत प्राप्त हुई, तो इस पर सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा और ऐसे स्कूलों की मान्यता निरस्त की जाएगी। कहा कि शिक्षा के मंदिर को व्यवसाय का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। जिला प्रशासन की स्कूलों पर सख्त प्रवर्तन एक्शन के बाद अभिभावकों को बड़ी राहत मिली है।  

सीएम के निर्देश पर आधुनिक सुविधाओं, खुली धूप, पर्याप्त पानी से धन्य होगा चकराता का नया सीएचसी: डीएम

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चकराता में बुनियादी सुविधाओं को जल्द दुरूस्त किया जाएगा। जिलाधिकारी सविन बंसल ने सीएचसी का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया।
चकराता में डीएम ने जनमन का नए सीएचसी की जगह देखने स्वयं पहाड़ चढ स्थलीय निरीक्षण किया। विद्यमान सीएचसी के संकरे बाजार, सीमित जगह, नियत्रित कैंट कानूनो की पकड़ से बाहर निकालना है आवश्यक है। मा0सीएम के निर्देश पर आधुनिक सुविधाओं, खुली धूप, पर्याप्त पानी से धन्य होगा अपना नया सीएचसी। सीएचसी में ओपीडी, फार्मेसी, आपरेशन थियेटरर्स, वार्ड, लैब, पंजीकरण, दवा वितरण, डाक्टर आवास, सबके लिए पर्याप्त स्थान होगा। वृहद जनहित में प्रशासन जल्द प्रस्ताव, प्लान, आख्या शासन को भेजने की तैयारी में है। बहरहालः विद्यमान सीएचसी आधुनिक उपकरणों, पैरामेडिक्स, ओटी टेबलस, वार्ड आयाओं से  लैस किया जा रहा है, जिसके लिए डीएम ने मौके पर धन की स्वीकृति करते हुए कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं। महिला प्रसूति कक्ष के लिए एलईडी फोकस लाइट हेतु फंड की मौके पर स्वीकृति दे दी गई है। साथ सीएचसी के रजिस्टेªशन व दवा काउंटर का विस्तारीकरण जल्द किया जाएगा। डीएम ने लोनिवि को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की भूमि का सीमांकन करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने सीएचसी चकराता में पंजीकरण काउंटर, ओपीडी, प्रसूति कक्ष, आपातकालीन कक्ष, शल्य कक्ष, औषधि भण्डार, एक्स-रे सुविधाओं का जायजा लिया और चिकित्सकों से अस्पताल की आवश्यकताओं के बारे में जानकारी ली। सीएचसी में रजिस्ट्रेशन काउंटर और ओपीडी के लिए कम स्थान को देखते हुए जिलाधिकारी ने रजिस्ट्रेशन काउंटर और ओपीडी का विस्तारीकरण करके आम जनमानस के लिए सुविधाजनक बनाने हेतु तत्काल प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डीएम ने अस्पताल में आरवीजी एक्सरे मशीन को शीघ्र रिपेयर करने और प्रसूति कक्ष में एलईडी फोकस लाइट लगाने के निर्देश भी दिए। अस्पताल भवन में लाइट की समस्या पर डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि सीएचसी में लाइट रिपेयरिंग के लिए विभागीय इंजीनियर से प्रस्ताव तैयार कर बजट स्वीकृति के लिए जिला योजना में प्रस्तावित करें। सीएचसी के लिए प्रस्तावित नए भवन निर्माण के लिए जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को शीघ्र आगणन तैयार करने के निर्देश भी दिए। 
इस दौरान जिलाधिकारी ने सीएचसी परिसर में क्षेत्रवासियों की समस्याएं भी सुनी। स्थानीय लोगों ने वर्षाे से छावनी बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को चकराता से ग्वासा पुल के समीप शिफ्ट किए जाने पर आपत्ति जताई। कहा कि चकराता जौनसार बाबर के सैकड़ो गांवों का केंद्र बिन्दु है, छावनी परिषद के लिए अस्पताल को शिफ्ट नही किया जाना चाहिए। बताया कि जिस स्थान पर अस्पताल शिफ्ट करने की बात चल रही है वहां जाने के लिए न तो सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था है और न ही वह क्षेत्र अन्य जगहों से आने जाने के लिए सुलभ है। कुछ लोगों ने चकराता स्थित सीएचसी में एंबुलेंस और मरीजों को आने जाने में हो रही परेशानी को भी डीएम के समक्ष रखा। इस पर जिलाधिकारी ने क्षेत्रवासियों को आश्वस्त किया कि जनहित में जो भी उचित होगा उसके अनुसार ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने आला अधिकारियों के साथ सीएचसी के लिए ग्वासा पुल (डाकरा) के समीप चिन्हित भूमि का स्थलीय निरीक्षण भी किया। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि चयनित भूमि का सर्वप्रथम जियोलॉजिकल सर्वे एवं भूमि की मृदा परीक्षण कराया जाए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एमके शर्मा, एसीएमओ डॉ दिनेश चौहान सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

लाइलाज राजू का बिना समय गंवाए डीएम ने भिजवाया निजी बर्न स्पेशिलिस्ट हॉस्पिटल

जिला प्रशासन के सहयोग से हेल्पिंग हेंड चिकित्सालय में असहाय व्यथित राजू का सफल आपरेशन कर लिया तथा राजू पूरी तरह से स्वस्थ है। जिलाधिकारी सविंन बसंल के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम प्रतिदिन राजू का हालचाल जानने चिकित्सालय जाती है तथा जिला प्रशासन की टीम चिकित्सालय के सम्पर्क में है। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय प्रबन्धन का राजू के उपचार में सहयोग हेतु अभार व्यक्त किया। जिला प्रशासन तथा हेल्पिंग हेंड चिकित्सालय के सहयोग से राजू के उपचार चल रहा है। जिला प्रशासन राजू के पुनर्वास की भी तैयारी कर रहा है इसके लिए जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

विगत दिवस कलेक्टेट परिसर में असहाय राजू पंहुचा जिसका एक हाथ बुरी तरह से जला हुआ था। राजू ने जिलाधिकारी को अपनी पीड़ा सुनाते हुए बताया कि वह होटल में मजदूरी कराता है तथा चमोली में उसका गर्म पानी से जल गया, दून अस्पताल ने हायर सेंटर को रेफर कर दिया है, उसके पास उपचार के लिए पैसे नही है। जिस पर जिलाधिकारी संविन बसंल ने बर्न स्पेशलिस्ट निजी चिकित्सालय से दूरभाष पर वार्ता करते हुए राजू के उपचार का अनुरोध किया जिस हेल्पिंग हेंड हॉस्पिटल के डॉ कुश ने राजू को तत्काल हास्पिटल भेजने को कहा। जिला प्रशासन ने सारथी वाहन से राजू को चिकित्सालय में भर्ती कराया।

दरअसल असहनीय पीड़ा से छटपटाते हुए अचानक राजू नाम का एक व्यक्ति डीएम दफ्तर पहुंचा। कहा ‘‘साहिब मेरा नाम राजू है। मेरे कोई भी अपना नही है, लावारिस हूॅ। गढ़वाल से आया हूॅ। मेरे हाथ पर गरम पानी गिरने से हाथ जल गया है। इलाज की जरूरत है। बहुत दर्द हो रहा है। अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं सुन रहा, बहुत परेशान हूॅ, हाथ की सर्जरी होनी है। पैसा नही है, मदद करों। अपने रुंधे कंठ से ये कहते कहते राजू की आंखें दर्द के आंसुओं से छलक उठी।

जिलाधिकारी सविन बंसल ने पूरी संवेदना के साथ असहाय, अनाथ राजू की मार्मिक व्यथा सुनी। राजू के अधजले हाथ के असीमित और असहनीय पीड़ा को महसूस किया और बिना वक्त जाया करते राजू के उपचार हेतु फोन पर चिकित्सकों से परामर्श किया। दून अस्पताल ने राजू के हाथ की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर करने की सलाह दी। जिलाधिकारी ने सहस्रधारा आईटी पार्क स्थित एक निजी अस्पताल में स्पेशलिस्ट चिकित्सक डॉ कुश से वार्ता की और राजू को तत्काल प्रशासन के सारथी वाहन से चिकित्सक के पास पहुंचाया। जहां अब राजू के अधजले हाथ का मुफ्त इलाज हो रहा है।

सीएम ने बरसात से प्रभावित क्षेत्रों का किया औचक निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बरसात से प्रभावित क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आई.एस.बी.टी देहरादून में सड़क पर जल भराव को देखते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये कि जल भराव के कारणों की जाँच की जाय एवं जो भी अधिकारी इसमें दोषी पाये जाते हैं, उन पर सख्त कारवाई की जाए। ड्रेनेज की समस्या का शीघ्र समाधान करवाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।

मुख्यमंत्री ने इसके बाद चन्द्रबनी देहरादून का स्थलीय निरीक्षण किया। चन्द्रबनी में एक कॉलोनी में जंगल से पानी आने की वजह से जलभराव की स्थिति आई। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर सुरक्षा दीवार का काम पूरा न होने के कारण यह समस्या आ रही है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये कि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए। यदि लोगों को खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की जरूरत पड़ेगी, तो इसकी समुचित व्यवस्था की जाय।

निरीक्षण के दौरान आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

पशुलोक विस्थापित की भूमि राजस्व अभिलेखों में दर्ज करने के निर्देश

विस्थापित क्षेत्र पशुलोक को भूमिधरी अधिकार मिलने की मांग को लेकर आज स्थानीय लोग कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल से मिले। इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल ने जिलाधिकारी देहरादून और सचिव राजस्व के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए।
गुरूवार को ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से विस्थापित पशुलोक निवासी लोगों का प्रतिनिधिमंडल कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल से मिला। इस पर मंत्री डा. अग्रवाल ने मौके पर मौजूद जिलाधिकारी देहरादून सोनिका और सचिव राजस्व सचिन कुर्वे के साथ बैठक की। मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2000 में जनपद टिहरी के भागीरथी गांव के परिवारों को ऋषिकेश विधानसभा के पशुलोक में विस्थापित किया गया था।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि लंबे समय से इन परिवारों द्वारा पशुलोक विस्थापित को राजस्व ग्राम की मांग उठाई गई। जिसे उनके अथक प्रयासों से वर्ष 2020 में राजस्व ग्राम घोषित किया गया। मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि भूमिधरी का अधिकार इन्हें न मिलने के चले समस्याएं पैदा हो रही है।
मंत्री डा. अग्रवाल ने सचिव राजस्व सचिन कुर्वें को बैठक के दौरान निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही पशुलोक विस्थापित के लोगों को भूमिधरी का अधिकार दिया जाए। जिससे राजस्व अभिलेखों में सभी की भूमि दर्ज हो सके।
इस मौके पर पशुलोक विस्थापित के लोगों द्वारा मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल का आभार व्यक्त किया गया। इस दौरान जगदंबा सेमवाल, प्रताप सिंह राणा, बलवीर रावत, दिनेश बहुगुणा, रघुनाथ चौहान, विजय बिष्ट, मीना सजवाण आदि उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी से दूरभाष पर वार्ता करने के बाद कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने धरना समाप्त कराया

रायवाला में देशी शराब की दुकान को अन्यत्र शिफ्ट किये जाने के विरोध में बीते छह दिनों से चल रहे धरने को कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने समाप्त कराया।
शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने कहा कि शराब की दुकान किसी भी कीमत पर स्कूल मार्ग अथवा उसके समीप हरगिज नहीं खोली जाएगी। कहा कि इसी मार्ग से महिलाओं का भी आवागमन होता है, ऐसे में यहाँ अपराध बढ़ने की भी संभावना है। उन्होंने मौके पर से ही दूरभाष के जरिये जिलाधिकारी देहरादून डॉ आर राजेश कुमार से वार्ता की और ग्रामीणों की सहमती के बिना दुकान शिफ्ट करने की योजना पर नाराजगी जताई।
उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून को तत्काल इस सम्बंध में कार्यवाही करने को कहा। कहा कि शराब की दुकान किसी भी सूरत में अन्यत्र जगह पर शिफ्ट नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कढ़ाई से इसका पालन करने के निर्देश दिए। इसके बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
मौके पर अग्रवाल ने ग्रामीणों का पिछले छह दिनों से चल रहा धरना समाप्त कराया। इस मौके पर धरने के नेतृत्व कर रहे ग्राम प्रधान प्रतीतनगर अनिल कुमार ने कहा कि कैबिनेट व क्षेत्रीय विधायक ने सदैव जनता की समस्या का निदान किया है और ज्वलंत विषयों पर त्वरित गति से कार्यवाही भी की है। इसी समर्पण भाव के चलते जनता हर बार चुनाव में उनके जीत का अंतर बढ़ाती है।
इस मौके पर धरना दे रहे सभी ग्रामीणों ने मंत्री अग्रवाल का आभार जताया। मौके पर मंत्री के समर्थन में नारे भी लगाये गए।
इस मौके पर भाजपा महिला मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष लक्ष्मी गुरुंग, ममता देवी, कमला, प्रमिला देवी, देवेश्वरी, दीपा, सुनीता, उषा देवी, रेखा थापा, शारदा, चेता सिंह, सुनीता, दीपा, बबीता सैनी, विमला देवी, सुनीता दास, सोनिका देवी, एला देवी, कमला भंडारी, उर्मिला, पंचायत सदस्य अजय, सपना, रोशनी, सीमा, मीना बिष्ट, इंदु देवी, रमेश शाह सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने धरना समाप्त किया।

डीएम देहरादून पहुंचे चंद्रभागा नदी किनारे, अवैध बस्ती को हटाने को कहा

जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश कुमार आज चंद्रभागा नदी किनारे पहुंचे। यहां बीते रोज गंगा का जलस्तर और चंद्रभागा नदी के उफान में होने के चलते अलर्ट जारी किया गया था। साथ ही तट पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया था। जिलाधिकारी ने यहां अवैध रूप से बसे परिवारों को साफ तौर पर कहा कि आप सभी को यहां से जाना होगा। आपके पुनर्वास के लिए भी योजना पर काम शुरू किया जाएगा।

जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश कुमार को निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी डा. अपूर्वा सिंह ने बताया कि प्रशासन की ओर से यहां 90 परिवारों को चिन्हित किया गया है। हर वर्ष मानसून में इन पर खतरा मंडराता है। प्रशासन की मुनादी के बावजूद यह लोग यहां से जाने को तैयार नहीं होते हैं। उप जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि नदी किनारे के सभी क्षेत्र शासन के आदेशानुसार रिहायशी क्षेत्र नहीं है। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि बाढ़ के खतरे को देखते हुए नगर निगम के यात्रा अड्डा स्थित रैन बसेरा और कबीर चौरा आश्रम में इनके रहने की व्यवस्था की गई है।

इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि नगर निगम प्रशासन चंद्रभागा नदी किनारे बसे परिवारों का सत्यापन करें। जो लोग वर्षों से यहां रह रहे हैं उनके विस्थापन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि उनके लिए सरकारी भूमि का सर्वे करने के लिए तहसील प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय प्रशासन प्रतिदिन बाढ़ का अपडेट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे।

इस मौके पर तहसीलदार डा. अमृता शर्मा, नायब तहसीलदार विजय पाल सिंह चौहान, सहायक नगर आयुक्त एलम दास, कर अधीक्षक निसात अंसारी, सहायक अभियंता सिंचाई अनुभव नौटियाल, अवर अभियंता एएस रावत आदि उपस्थित रहे।

साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से पालन कराएंगे जिला देहरादून के एसडीएम

जिलाधिकारी ने कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव को रोकने के दृष्टिगत स्थानीय बाजारों के लिए निर्धारित तिथि को साप्ताहिक बंदी के आदेशों का कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश जारी किए।

जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने संबंधित उप जिलाधिकारियों को साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि साप्ताहिक बंदी के दिवसों में अति आवश्यक सेवाओं फल, सब्जी, दूध, पैट्रोल पम्प, गैस सर्विसेज और दवाईयों की दुकानों को ही खुला रखने की छूट है। आदेशों का उल्लंघन की स्थिति में महामारी अधिनियम तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम में वर्णित प्राविधानों के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

स्मार्ट सिटी बनने के बाद देहरादून की खूबसूरती में उछाल आएगाः सीएम

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देहरादून स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे कार्यों और बालिका इंटर काॅलेज का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने परेड ग्राउण्ड, देहरादून के पुनर्निर्माण स्मार्ट रोड एवं देहरादून में बनाये जा रहे 03 स्मार्ट स्कूलों के कार्य प्रगति की जानकरी ली।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोविड काल को छोड़कर देहरादून स्मार्ट सिटी का कार्य तेजी से हुआ है। आगे भी स्मार्ट सिटी के तहत तेजी से कार्य होंगे। जब स्मार्ट सिटी के लिए देहरादून का चयन हुआ था, तब देहरादून 100वें नम्बर पर था, कार्यों की प्रगति में तेजी से देहरादून 13वें नबंर पर आया। देहरादून हमेशा से ही देश-विदेश से आने वालों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा है। स्मार्ट सिटी का कार्य पूर्ण होने से देहरादून की खूबसूरती एवं अन्य सुविधाएं भी बढ़ेगी। स्मार्ट स्कूल की उत्तराखण्ड में नई पहल शुरू हुई है। देहरादून में बनने वाले तीन स्मार्ट स्कूलों से बच्चों की मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन आयेगा। इन स्कूलों में उच्च गुणवतायुक्त व्यवस्थाएं की गई है। ये तीनों स्कूल एक-दूसरे से इन्टरकनेक्ट भी रहेंगे। मुख्यमंत्री ने स्मार्ट स्कूलों में दिव्यांग बच्चों के लिए रैंप बनाने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर उन्होंने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर में दिव्यांग छात्राओं की जानकारी ली। प्रधानाचार्य ने अवगत कराया कि स्कूल में अभी एक दिव्यांग छात्रा है।

स्मार्ट सिटी के सी.ई.ओ. जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कार्यों की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि परेड ग्राउण्ड पुनर्निर्माण के तहत सड़क, ड्रेनेज, वर्षा जल संग्रहण टैंक, लैंडस्केपिंग एवं जलापूर्ति के कार्य किये जा रहे हैं। कान्वेन्ट रोड चैड़ीकरण हेतु स्थल विकास करने के बाद 95 मीटर सब बेस तैयार किया जा रहा है। 473 मीटर लम्बाई की आरसीसी की नाली बन चुकी है, शेष कार्य प्रगति पर है। आरसीसी टैंक निर्माण का 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। परेड ग्राउण्ड के चारों ओर 150 मिमी से 250 मिमी व्यास की मुख्य पेयजल वितरण लाईन बिछायी जायेगी। 30 अक्टूबर 2021 तक परेड ग्राउण्ड का पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। स्मार्ट रोड के कार्यों के मल्टी युटीलिटी डक्ट बिछाने का कार्य, सीवर, नाली निर्माण, जलापूर्ति एवं सड़क निर्माण के कार्य किये जायेंगे। डक्ट बिछाने एवं सीवर के कार्य प्रारम्भ हो चुके हैं।

सी.ई.ओ. स्मार्ट सिटी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि देहरादून के तीन स्कूलों स्मार्ट स्कूल बनाया जा रहा है। जिसमें जीजीआईसी राजपुर एवं खुड़बुड़ा में दो स्कूलों शामिल हैं। इन स्मार्ट स्कूलों का कार्य 31 अक्टूबर तक पूर्ण हो जायेगा। इन स्मार्ट स्कूलों में निर्माण एवं आईटी से संबधित कार्य किये गये हैं। इनमें कम्प्यूटर लेब, प्रोजेक्टर, आई.आर. बोर्ड, ग्रीन बोर्ड, सी.सी.टीवी. कैमरे, अग्निशमन यंत्र एवं बायेमैट्रिक पंचिंग उपकरण की व्यवस्था की गई है।

ई कलेक्ट्रेट प्रणाली समय की मांग, लोगों के समय की होगी बचतः मुख्यमंत्री

(एनएन सर्विस)
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में ई कलेक्ट्रेट प्रणाली देहरादून का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि समय की मांग के अनुसार तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग जरूरी है। ई कलेक्ट्रेट प्रणाली से लोगों को सुविधा तो होगी ही साथ ही समय कि बचत भी होगी और अनावश्यक कार्यालयों की भागदौड़ भी नहीं करनी पड़ेगी। ई ऑफिस प्रणाली से कार्यों में और पारदर्शिता आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य विभागों में भी ई ऑफिस प्रणाली शुरू करने के लिए प्रयास किए जाए। उन्होंने निर्धारित समयावधि से एक सप्ताह पूर्व ही ई कलैक्ट्रेट प्रणाली का शुभारंभ करवाने पर जिला प्रशासन को बधाई दी।
जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि ई कलेक्ट्रेट प्रणाली का शुभारंभ स्मार्ट सिटी देहरादून, आईटीडीए एवं एनआईसी के सहयोग से किया गया। इसके तहत कलैक्ट्रेट के सभी अनुभाग इस प्रणाली से जोड़े गए हैं। अब कलेक्ट्रेट के सभी अनुभागों में इस प्रणाली के माध्यम से कार्य किए जाएंगे। राजस्व विभाग के फील्ड कर्मी भी इसी प्रणाली से कार्य करेंगे। इससे कार्य में पारदर्शिता के साथ ही अधिकारी एवं संबंधित कार्मिक की निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण करने की जिम्मदारी तय रहेगी। जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि ई ऑफिस प्रणाली के दूसरे चरण में तहसील एवं विकासखंड में कार्य किए जाएंगे। उसके बाद इलेक्शन ऑफिस एवं पंचस्थानी चुनाव के ऑफिस को इस प्रणाली से जोड़ा जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार रविंद्र दत्त, कमिश्नर गढ़वाल रविनाथ रमन, निदेशक आइटीडीए अमित सिन्हा, सीईओ स्मार्ट सिटी रणवीर सिंह चैहान, एडीएम वित्त एवं राजस्व बीर सिंह बुदियाल, एडीएम प्रशासन अरविंद पाण्डेय आदि उपस्थित थे।