उत्तराखंड श्री अन्न महोत्सव का केंद्रीय कृषि मंत्री ने किया समापन

अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उपलक्ष में कृषि विभाग उत्तराखण्ड द्वारा देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड श्री अन्न महोत्सव 2023 के समापन समारोह में मुख्य अथिति के तोर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में पतंजलि के एमडी आचार्य बाल कृष्ण और कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर महोत्सव में उपस्थित सभी अतिथियों ने मिलेट्स पर आधारित विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने सभी अतिथियों का पहाड़ी टोपी, शाल और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया।

कार्यक्रम के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा आयोजित श्री अन्न महोत्सव की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में और कृषि मंत्री जोशी की सूझबूझ के परिणामस्वरूप ये विशाल श्री अन्न महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस अच्छे आयोजन के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्री गणेश जोशी को और राज्य के कृषि मंत्रालय को अपनी ओर से बधाई दी। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा मिलेट्स को भोजन की थाली में सम्मान जनक स्थान मिले और दुनिया के भोजन की थाली में भी सम्मान जनक स्थान मिले, इसलिए मिलेट्स पर काम करना जरूरी था। इसी दृष्टिकोण के आधार पर भारत सरकार ने इस मिलेट्स को पोषक अनाज के रूप में अधिसूचित किया। साल भर अभियान चलाया, पोषकता के लिए और बाद में संयुक्त राष्ट्र संघ में भी नरेंद्र मोदी जी ने ज्वार-बाजरा, कोदो, कुटकी, रागी, मंडुआ इसकी जो वैज्ञानिक प्रमाण हैं, जो इसमें पोषक तत्वों की भरमार है, उसको तथ्यात्मिक रूप से वैश्विक मंच के ऊपर रखा। उन्होंने 72 देशों ने जो वहां उपस्थिति थे, प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव का समर्थन किया और संयुक्त राष्ट्र संघ ने तय किया, 2023 सारी दुनिया में मिलेट ईयर के रूप में मनाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा उत्तराखंड सरकार द्वारा इस आयोजन से मिलेट्स की महत्ता का भी ज्ञान बढ़ेगा। मिलेट्स के जो उत्पाद है, लोग उनसे भी परिचित होंगे। इसकी मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा श्री अन्न की मांग बढ़ेगी तो किसानों को उत्पादन करना पड़ेगा, किसान उत्पादन करेंगे, तो किसान को फायदा होगा अच्छा मुनाफा मिलेगा। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा जब भारत श्री अन्न (मिलेट) की अगुवाई कर रहा है, तो सबसे पहले उत्पादन भी हमारे यहां बढ़ेगा। उत्पादकता भी हमारे यहां बढ़ेगी और प्रोसेसिंग भी हमारे यहां बढ़ेगी। और जब प्रोसेसिंग हमारे यहां होगी, तो हमारे ही उत्पाद का सारी दुनिया में निर्यात भी बढ़ेगा और हमारी अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

पंतजली के एमडी आचार्य बाल कृष्ण ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में प्राचीन काल से ही श्री अन्न की खेती होती थी। देवभूमि उत्तराखण्ड मोटे अनाजों की राजधानी रही है। आज दुनिया श्री अन्न के महत्व को समझ रही है। हमें पूर्ण विश्वास है यह आयोजन ‘श्री अन्न’ को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा। इस तरह के आयोजनों से न केवल मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे किसानों को भी मोटे अनाजों से संबंधित आवश्यक जानकारियां भीं प्राप्त होंगी तथा किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा श्री अन्न उत्तराखंड की परंपरागत खेती में है। श्री अन्न स्वास्थ्य की दृष्टि से इतना लाभदायक है कि जो कभी गरीबों का खाद्यान्न हुआ करता था, आज अमीरों की थाली में शामिल हो गया है। जोशी ने कहा श्री अन्न के प्रोत्साहन और उसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में स्टेट मिलेट मिशन के अंतर्गत 73 करोड़ रूपए की बजट में प्रावधान किया गया है। कृषि मंत्री ने मडुंवा, झिंगौरा जैसी फसलों को पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ावा देकर कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भी विभाग के संकल्प को दोहराया।उन्होंने नया नारा देते हुए कहा कि कौंदा-झिंगौरा खाऐंगे, आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बनाऐंगे।

इस अवसर पर वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सचिव कृषि बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, निदेशक कृषि गौरीशंकर, अपर निदेशक केसी पाठक, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, जैविक उत्पाद परिषद के एमडी विनय कुमार सहित कई अन्य अधिकारी एवं प्रदेश के सभी जनपदों से आये हुए कृषक भाई-बहन उपस्थित रहे।

विश्व के नेताओं में पीएम मोदी फिर अव्वल


ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बार पुनः प्रथम स्थान पर रहने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं प्रदान की हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से जारी विश्व नेताओं की यह 76 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग दर्शाती है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में उनके प्रशंसक और चाहने वाले हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का परचम समूचे विश्व में लहरा रहा है।

उत्तराखंड को मिली जी-20 सम्मेलन की मेजबानी, दो प्रोग्राम होंगे ऋषिकेश में

पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग नगरी के रूप में अपनी पहचान बना चुका ऋषिकेश, अब जी-20 देशों की मेजबानी के साथ एक बार फिर विश्व के नक्शे में चमकेगा।

बता दें कि ग्रुप ऑफ 20 देशों के दो आयोजनों की मेजबानी उत्तराखंड को मिली है दोनों आयोजन मई और जून 2023 में ऋषिकेश में होंगे। इसमें 20 देशों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे।

ऋषिकेश विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद्र अग्रवाल ने जी-20 की मेजबानी के लिए ऋषिकेश के चयन के लिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कारण ही जी-20 की मेजबानी भारत को मिला। साथ ही उत्तराखंड के विकास प्रति उनके लगाव के कारण ही ऋषिकेश को भी मेजबानी करने का मौका मिल रहा है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि इससे देश में खासकर उत्तराखंड को लेकर विश्वभर से आए लोगों को विकास के रूप यहां संभावनाएं देखने को मिलेगी। साथ ही पर्यावरण, हिमालय सहित बायोडायवर्सिटी के अध्यन से विश्व को अध्ययन का मौका मिलेगा।

रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में इंडिया की हौसलाअफजाई को गर्वनर संग सीएम भी पहुंचे

रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का मैच भले ही डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुआ, लेकिन प्रदेशभर से आये लोगों से देहरादून का इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम खचाखच भरा था। (india legends beat england legends by 40 runs in road safety world series) इस मैच में इंडिया लीजेंड्स ने इंग्लैंड लीजेंड्स को 40 रनों से हरा दिया। राज्यपाल ले. ज. (रि.) गुरमीत सिंह, सीएम धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या भी दर्शकों का उत्साह बढ़ाने स्टेडियम पहुंचे।

इंडिया लीजेंड्स के लिए जैसे ही सचिन तेंदुलकर और नमन ओझा पारी की शुरुआत करने उतरे, स्टेडियम सचिन सचिन के नारों से गूंज उठा। सचिन ने भी फैंस को निराश नहीं किया और आकर्षक स्ट्रोक खेलकर 1998 के दौर की याद दिलाई। बारिश के कारण 15- 15 ओवर के मैच में सचिन की तूफानी पारी (20 गेंदों पर 40 रन, 3छक्के, 3 चौके) की बदौलत भारतीय लीजेंड्स ने 5 विकेट पर 170 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया।

सचिन और ओझा ने तूफानी शुरुआत दी, और 5 ओवर में ही 64 रन जोड़ डाले। लेकिन बीच मे अचानक 3 विकेट गिरने से पारी थोड़ा लड़खड़ाई। यूसुफ पठान के 11 गेंदों पर 27 और युवराज सिंह के 15 गेंदों पर 31 रन की बदौलत भारत ने 170 का पहाड़ से स्कोर खड़ा कर दिया। भारतीय बल्लेबाजों की तूफ़ानी पारियों ने दर्शकों का पैसा वसूल कर दिया। इंग्लैंड के लिए स्टीफन पैरी ने 3 विकेट चटकाए।

जवाब में इंग्लैंड ने ठोस शुरुआत की। लेकिन राजेश पवार ने दिमित्री को आउट कर पहली सफलता दिलाई। इसके बाद लगातार विकेट गिरते गए और इंग्लैंड 15 ओवर में 6 विकेट पर 130 रन ही बना सका। इंग्लैंड के लिए मस्टर्ड ने सबसे ज्यादा 29 रन बनाए। भारत की ओर से राजेश पवार ने 3 विकेट चटकाए।

योग साधना के द्वारा हम शारीरिक व मानसिक रूप से रह सकते हैं स्वस्थः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा कि योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की एक पहचान है। पूरी मनुष्यता को हमारे ऋषि-मुनियों की यह महत्वपूर्ण देन है। योग साधना के द्वारा हम शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘योग’ भारतीय सभ्यता, संस्कृति तथा जीवन शैली का अभिन्न अंग रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सार्थक प्रयासों से योग को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना देशवासियों के लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग के द्वारा आज दुनिया में हमारी विशिष्ट पहचान बनी है। यह आत्मा को परमात्मा से मिलाने का सेतु भी है। योग जोड़ने का कार्य करता है। इसी का प्रतिफल है कि आज दुनिया योग को अपना रही है तथा योग के लिये दुनिया भारत की ओर देख रही है। योग ने देश व दुनिया को स्वस्थता का भी संदेश दिया है। हमारे योगाचार्यों ने भी योग को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने योग को भारत की विशिष्ट पहचान बताते हुए कहा कि योग में मन और चित्त की मलिनता को दूर करने की ताकत है। योग ने मनुष्य की सुख शान्ति की राह प्रशस्त की है। महान ऋषि पतंजलि ने योग के माध्यम से लोगों को जीने की राह दिखाई है। हर मनुष्य का परम लक्ष्य सुख और शांति की प्राप्ति है जिसमें योग की बड़ी भूमिका है।
अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रदेश में मुख्य कार्यक्रम परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में आयोजित किया जायेगा जबकि विभिन्न जनपदों में भी 75 चयनित स्थलों पर योग के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्य स्थल परमार्थ निकेतन ऋषिकेश का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिये।
वर्तमान में प्रदेश में योग व नेचुरोपैथी व सिद्धा चिकित्सा पद्धति के लिये आयुर्वेद निदेशालय को जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश में आयुष विभाग द्वारा 70 चिकित्सालयों को आयुष हैल्थ एवं वेलनेस केन्द्र के रूप में उच्चीकृत किया गया है। गत वर्ष से आयुष विभाग द्वारा कोविड हैल्प डेस्क की स्थापना कर कोविड व पोस्ट कोविड रोगियों को आयुष सम्बन्धी टेली परामर्श प्रदान किया जा रहा है ।
प्रदेश में आयुष शिक्षण संस्थानों में स्नात्तकोत्तर छात्रों द्वारा विभिन्न शोध कार्य भी संपादित किये जा रहे हैं, जिनको अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के जर्नल्स में प्रकाशित किया जाता है। राज्य के विभिन्न आयुष शिक्षण संस्थानों से 166 छात्र शोध पूर्ण कर स्नात्तकोत्तर की उपाधि प्राप्त कर देश के विभिन्न आयुष शोध संस्थानों / महाविद्यालयों में सेवायें प्रदान कर रहे हैं।
राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय का पुनर्गठन करते हुए इसे उत्तराखण्ड आयुष विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किये जाने का प्रस्ताव है। राज्य में योग शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में कार्य कर रहे समस्त केन्द्र, समस्त स्पा एवं मसाज सेन्टर तथा अन्य संस्थानों का राज्य सरकार के द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार निःशुल्क रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। योग और नेचुरोपैथी के विकास के लिए प्रदेश में राज्य स्तरीय संस्थान की स्थापना की भी योजना है। योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को सुदृढ किए जाने हेतु निदेशालय, आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं, उत्तराखण्ड के अंतर्गत एक योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी।

चाइनीज मांझा कितना खतरनाक है, इस लेख के जरिए जानिए..

यदि आपका बच्चा पतंग उड़ाता है या फिर उड़ाने का शौक रखता है तो जरा सावधान हो जाइये। इस खबर को पूरा विस्तार से पढ़ें।

पतंग उड़ाने के लिए जिस डोर को उपयोग में लाया जाता है, उसे मांझा कहते है और पंतगबाज एक-दूसरे की पतंग को काटने के लिए ऐसे मांझे का उपयोग करते है तो किसी धारदार हथियार से भी ज्यादा तेज हो। ऐसे में वह चाइनीज मांझे का उपयोग करते है, क्या आप जानते हैं कि यह चाइनीज मांझा आपके बच्चे के लिए कितना खतरनाक हो सकता है या इसके क्या गंभीर परिणाम भी सामने आ रहे है, बावजूद जब सरकार की ओर से चाइनीज मांझे को प्रतिबंधित किया गया है।

चाइनीज मांझा को लेकर बीते दो माह में ही तीर्थनगरी में अलग-अलग परिणाम सामने आए हैं, आपको जानकर हैरानी होगी कि यह घटनाक्रम ऐसे लोगों के साथ हुआ है जो पतंग नहीं उड़ाते हैं, अब आप सोच सकते हैं कि जो बच्चे इस चाइनीज मांझे का उपयोग पतंग उड़ाने में करते है, उनके लिए यह कितना खतरनाक होगा। आपके बच्चे की अंगुलियां जरूर कटी-फटी होंगी।

1. बीते रोज प्रतिष्ठित समाजसेवी, पूर्व सभासद व वर्तमान कांग्रेस नेता रवि जैन ने एक पोस्ट अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की। बताया कि उनका बेटा सार्थक जैन बसंत पंचमी के दिन स्कूटी से सवार होकर उग्रसेन नगर से बाजार की ओर आ रहा था। तभी एक पतंग की डोर उनके बेटे के गले से हल्का स्पर्श करते हुए निकल गई। समय रहते स्कूटी की गति पर भी काबू पा लिया गया। देखा तो हल्के स्पर्श से ही उनके बेटे के गले में गंभीर चोटनुमा निशान बन गया।

2. समाजसेवी रवि जैन ने ही बताया कि किसी व्यक्ति के घर केबल का कनेक्शन स्वयं ही आना बंद हो गया है। केबल ऑपरेटर जब मौके पर गया तो मालूम हुआ कि पतंग का यही चाइनीज मांझा केबल की तार में फंसा हुआ है और चाइनीज मांझे ने उस केबल की तार को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया है।

3. उन्हीं के माध्यम से एक जानकारी ओर सामने आई है कि एक बच्चे के होठ से नीचे का हिस्सा भी इसी चाइनीज मांझे की चपेट में आने से गंभीर चोटनुमा जैसा आकार ले चुका है।

रवि जैन ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिबंध के बावजूद बिक रहे चाइनीज मांझे के विरोध में आवाज उठाने का निर्णय लिया है और उनकी इस पोस्ट को जनता का समर्थन भी मिल रहा है।

यूक्रेन से वापस लौटे उत्तराखंडवासियों को घर तक लाने का खर्च उठाएगी सरकार

यूक्रेन से भारत वापस लौटे उत्तराखण्ड राज्य के भारतीय नागरिकों की सूचना प्रतिदिन उपलब्ध कराये जाने तथा वापस लौटे राज्य के नागरिकों को उनके गन्तव्य तक पहुंचने हेतु ट्रेन, बस एवं टैक्सी के माध्यम से निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में।

यूक्रेन से भारत वापस लौटे उत्तराखण्ड राज्य के भारतीय नागरिकों की सूचना प्रतिदिन गृह अनुभाग-8, उत्तराखण्ड शासन की ई–मेल आई०डी०–ukhomesection8@gmail.com के साथ-साथ आधिकारिक रूप से सृजित किये गये व्हाट्सअप ग्रुपों पर प्रेषित किये जाने तथा भारत वापस लौटे राज्य के नागरिकों को उनके गन्तव्य तक पहुंचने के सम्बन्ध में ट्रेन, बस एवं टैक्सी में से जिस माध्यम से भी उनके द्वारा जाने की इच्छा प्रकट की जाय, की निःशुल्क व्यवस्था आपके कार्यालय द्वारा की जायेगी और इस सम्बन्ध में होने वाला व्यय उत्तराखण्ड राज्य द्वारा वहन किया जायेगा।

तमन्ना त्यागी की सुरक्षित वतन वापसी पर तीर्थनगरी में मना जश्न

यूक्रेन में फंसी तीर्थनगरी की तमन्ना त्यागी के सुरक्षित घर पहुंचने पर तमाम लोगों ने भव्य स्वागत किया। लोगों ने उनके घर जाकर पुष्पगुच्छ भेंट किया और उनको बधाई दी।

बता दें कि एमबीबीएस की छात्रा तमन्ना त्यागी अपने साथियों के साथ यूक्रेन में फंसी थी। तमन्ना यूक्रेन के इवानो फ्रेंकिवस्क कॉलेज में एमबीबीएस के तृतीय वर्ष की छात्रा है। उनके वतन वापसी पर उनके घर पर उनका भव्य स्वागत हुआ।

कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने वतन वापसी पर उनका स्वागत कर पुष्पगुच्छ भेंट कर मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया। रमोला ने कहा कि वह बड़े खुश हैं कि ऋषिकेश की बिटिया तमन्ना सकुशल अपने वतन आ गई है ऐसे ही हजारों हमारे छात्र अभी यूक्रेन में फंसे हैं उन्हें भी सरकार और तत्परता दिखाकर जल्द से जल्द सकुशल वतन में वापसी करवाएं।

स्वागत करने में बृजपाल राणा, दिनेश रावत, शैलन्द्र भंडारी, प्यारे लाल जुगरान, मनीष मिश्रा सहित कई लोग मौजूद थे।

तिरंगे की मदद से पाकिस्तानी और रोमानिया की बची जान


यूक्रेन में रूस की बमबारी से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। जान बचाने की जद्दोजहद चल रही है। ऐसे मुश्किल वक्त में भारत के तिरंगे झंडे ने न सिर्फ वहां फंसे भारतीय नागरिकों की जान बचाई बल्कि पाकिस्तान (Pakistani Students in Ukraine) और तुर्की के नागरिक भी युद्धग्रस्त देश से बचकर निकलने में कामयाब रहे। यूक्रेन से रोमानिया के बुखारेस्ट शहर पहुंचे भारतीय छात्रों ने जो बताया, वह हर भारतीय को गौरवान्वित कर सकता है। भारतीयों ने बताया कि तिरंगे ने न केवल उन्हें कई चेक पॉइंट्स को सुरक्षित तरीके से पार करने में मदद की बल्कि कुछ पाकिस्तानी और तुर्किश छात्र भी आसानी से निकल लिए।

यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है। ऐसे में यूक्रेन से रोमानिया के शहर पहुंचे ये भारतीय छात्र विशेष विमानों से लाए जा रहे हैं। एयर इंडिया, स्पाइस जेट और इंडिगो की उड़ानें लगातार यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारत पहुंच रही हैं।
तिरंगा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने के साथ ही पाकिस्तानी और तुर्की नगारिकों के भी काम आ रहा है। तिरंगे की आड़ में पाकिस्तान और तुर्की के छात्र भी रूस के भीषण हमले की मार झेल रहे यूक्रेन से बाहर निकलने में कामयाब हो पाए हैं। यह जानकारी यूक्रेन से रोमानिया के बुखारेस्ट पहुंचे भारतीय छात्रों ने दी। उन्होंने बताया कि तिरंगे का सहारा लेकर उनके साथ-साथ पाकिस्तान और तुर्की छात्र भी यूक्रेन की सीमा से बाहर निकलने में सफल रहे।

बॉर्डर क्रॉस करने के लिए तिरंगे की मदद
दरअसल, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से बाहर निकालने में तिरंगे की मदद ली जा रही है। भारतीय दूतावास की तरफ से जारी एडवाइजरी में सभी भारतीयों से यह अपील की गई थी कि वे अपने साथ तिरंगा लेकर चलें या फिर वाहन के आगे तिरंगा लगाकर समीपवर्ती बॉर्डर तक पहुंचे ताकि उन्हें वहां से वापस भारत लाया जा सके। दूतावास की यह एडवाइजरी भारतीय छात्रों और नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकालने में बेहद कारगर रही।
पाकिस्तानी छात्रों ने भी तिरंगे का सहारा लिया

दक्षिणी यूक्रेन के ओडेसा से रोमानिया पहुंचे इन छात्रों ने अपनी पूरी कहानी बयान की। इन्होंने बताया कि तिरंगा बनाने के लिए ये लोग नजदीक की दुकान से कुछ कलर और कपड़ा लेकर आए तिरंगा तैयार किया। इसी तिरंगे के सहारे वे कई चेक प्वॉइंट को पार करते हुए ओडेसा से रोमानिया के मोलोडोवा पहुंचे। इन छात्रों ने बताया कि तिरंगा पाकिस्तानी और तुर्की के छात्रों के लिए भी बड़ा सहारा बना। तिरंगे की मदद से पाकिस्तानी और तुर्की के छात्र भी कई चेक प्वॉइंट को पार करते हुए यूक्रेन से बाहर निकलने में कामयाब रहे।

रूस के हमले में भारत ने अपने होनहार छात्र नवीन कुमार को खो दिया

यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है। इस तरह से रूस के हमले ने भारत को भी जख्म दे दिया है। यूक्रेन युद्ध में पहले भारतीय नागरिक के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र का नाम नवीन कुमार (Naveen Kumar) है और वह कर्नाटक के रहने वाले थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर यूक्रेन के खरकीव में आज सुबह हुए भीषण हमले में एक भारतीय स्टूडेंट (Indian Died in Kharkiv) की मौत की पुष्टि की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, ‘हम गहरे दुख के साथ इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि आज सुबह खरकीव में हुई बमबारी में एक भारतीय स्टूडेंट की मौत हो गई। मंत्रालय भारतीय छात्र के परिवार के संपर्क में है।

हम परिवार से अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैंप्रवक्ता ने बताया है कि विदेश मंत्रालय लगातार रूस और यूक्रेन के राजदूतों के साथ संपर्क में है और भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए सुरक्षित रास्ता निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई छात्र अब भी खारकीव समेत दूसरे शहरों में फंसे हैं। रूस और यूक्रेन में मौजूद राजदूत भी इसी तरह के प्रयास में जुटे हैं। घरवालों की बढ़ीं धड़कनें टीवी रिपोर्ट में बताया गया है कि आज सुबह बचाव अभियान के दौरान ही भारतीय छात्र रूस के हमले की चपेट में आ गया। जैसे ही यह खबर भारतीय मीडिया में आई यूक्रेन में फंसे भारतीयों के परिवारवालों की धड़कनें बढ़ गईं। लोग अपने बेटे-बेटियों की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं।एक रिपोर्ट में बताया गया है कि खरकीव स्थित गर्वनर हाउस पर सुबह 7 बजे के करीब जब कई छात्र खाने के लिए लाइन में लगे हुए थे, उसी दौरान हमला हुआ और नवीन की मौत हो गई।

खरकीव में सुबह जिस गर्वनर हाउस को रूस की सेना ने उड़ाया, उसी के पास नवीन खड़े थे। नवीन खरकीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल के फोर्थ ईयर के छात्र थे। एक फोन उनके पास था, जिसके जरिए उनकी पहचान हुई।आज सुबह ही यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों को जल्द से जल्द राजधानी कीव छोड़ने को कहा था। इसके बाद से ही लगने लगा था कि कीव में हालात तेजी से बिगड़ सकते हैं और वहां भीषण हमले हो सकते हैं। रूस की तरफ से की गई एयर स्ट्राइक के वीडियो भी सामने आए। भारतीयों में भी टेंशन बढ़ती जा रही थी और दोपहर बाद रूसी हमले में भारतीय छात्र के मारे जाने की दुखद खबर आई।