कृषि पर राज्य स्तरीय अनुमोदन समिति की बैठक में सीएस ने दिए अहम निर्देश

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एवं किसान मान धन योजना की कवरेज शत् प्रतिशत सेचुरेशन मोड पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत राज्य में रबी की फसल में वर्ष 2024-25 में 32420 किसानों को आच्छादित किया गया तथा 10308.19 हैक्टेयर भूमि कवर हुई है। वर्ष 2025-26 के लिए रबी की फसल में 100000 किसानों को योजना से आच्छादित करने का लक्ष्य है। पीएमएफबीवाई के तहत खरीफ की फसल में वर्ष 2024-25 में 42505 किसानों तथा 9359.33 हैक्टेयर कृषि भूमि को कवर किया गया। वर्ष 2025-26 में खरीफ की फसल में 100000 किसानों को बीमा योजना का लाभ देने का लक्ष्य है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सचिवालय में कृषि पर राज्य स्तरीय अनुमोदन समिति की बैठक ले रही थी।

सीएस रतूड़ी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत सौ फीसदी लैण्ड सीडिंग, आधार आधारित भुगतान तथा सभी योग्य किसानों के ई-केवाईसी के लिए विशेष कैम्प लगाकर लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसान मान धन योजना के बारे में अधिकाधिक जानकारी के प्रसार हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसानों को योजना का लाभ मिल सके। मुख्य सचिव ने 300 एफपीओं की स्थापना एवं प्रोत्साहन तथा एग्रीकल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड हेतु ठोस प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि किसानों के उत्पादों के बेहतर वैल्यू एडिशन तथा मार्केटिंग के लिए अधिकाधिक किसानों को एफपीओ में शामिल किया जाय। सीएस ने एफपीओ के लिए राज्य स्तरीय पॉलिसी ड्राफ्ट का कार्य जल्द पूरा करने भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने एग्रीकल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड में प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटी को शामिल करने तथा समुदायों, युवाओं, स्टार्टअप की विशेष रूप से मदद करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कृषोन्नति योजना, नेशनल फूड सिक्योरिटी एण्ड न्यूट्रिशन मिशन तथा नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल के एक्शन प्लान पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने मिलेट्स की खेती के विस्तार के लिए ठोस कार्ययोजना पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत सॉयल हेल्थ कार्ड, कृषि मशीनीकरण, एग्रो फॉरेस्ट्री तथा परम्परागत कृषि विकास योजना के लक्ष्य समयबद्धता से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत उत्तराखण्ड में कुल 8.89 लाख किसान पंजीकृत है। इस योजना के तहत 3107.34 करोड़ रू0 वितरित किए जा चुके हैं। इसमें 98 प्रतिशत लैण्ड सीडिंग, 94 प्रतिशत आधार सीड बैंक अकाउंट तथा 98 प्रतिशत ई केवाईसी पूरी की जा चुकी है। राज्य में किसान मान धन योजना के तहत 2152 किसान रजिस्टर्ड हो चुके हैं। उत्तराखण्ड में मसालों, सब्जियों, हल्दी, बासमती, मिलेट्स डेयरी उत्पादों, फूलों से सम्बन्धित 163 एफपीओ स्थापित हो चुके हैं। इसके लिए राज्य में नाबार्ड, नैफेड सहित 7 कार्यदायी एजेंसिया कार्य कर रही हैं। एग्रीकल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड में वर्ष 2025-26 में राज्य के लिए 785 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत अभी तक 930 आवेदन तथा 1276.03 करोड़ के प्रस्ताव जमा हो चुके हैं। जिसमें से 449 आवेदन, 530.69 करोड़ रूपये अनुमोदित हो चुके हैं।

बैठक में सचिव एस एन पाण्डेय, रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव हिमांशु खुराना, विनीत कुमार सहित कृषि, वित्त, नियोजन के अपर सचिव एवं जिलों से मुख्य कृषि अधिकारी मौजूद रहे।

मंत्री ने सचिव कृषि को किसान भवन में कॉल सेंटर स्थापित करने के भी दिए निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त जारी की। राजस्थान के सीकर से देशभर के साढ़े 8 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 2000 रुपए की किस्त ट्रांसफर की गई। इसी क्रम में देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी जुड़े। कार्यक्रम में विधायक मुन्ना सिंह चौहान जिला पंचायत मधु चौहान सचिव कृषि दीपेंद्र चौधरी कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आज पीएम मोदी द्वारा प्रदेश के 708148 (सात लाख साठ हजार एक सौ अडतालीस) किसानों को रुपये (168.94 लाख) एक सौ अडसाठ करोड़ चौरान्वे लाख धनराशि सीधे उनके खातों में हस्तांतरित की हैं। मंत्री ने कहा भारत सरकार द्वारा किसानों को वित्तीय सहायता दिये जाने के लिए दिनांक 01 दिसम्बर 2018 से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पी.एम किसान) योजना लागू की गई है। योजना में पात्र किसानों को प्रति वर्ष छह हजार रुपये की धनराशि दो हजार रुपये की तीन समान किस्तों में प्रदान की जा रही है। प्रदेश में योजनान्तर्गत वर्तमान में पंजीकृत सक्रीय किसानों की संख्या नौ लाख अठारह हजार है। अब तक किसान सम्मान निधि योजना के तहत जारी की गई तेरह किश्तों में प्रदेश के किसानों को रुपये दो हजार पैसठ करोड अठासी लाख धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने सचिव कृषि को देहरादून स्थित किसान भवन में कॉल सेंटर स्थापित करने के भी निर्देश दिए, ताकि किसानों को किसी भी समस्या के समाधान या जानकारी मिल सके।
मंत्री ने आगामी किश्तों का लाभ लेने के लिए सभी किसानों को मज्ञल्ब् अभिलेखों से सम्बन्धित कार्य समय पर करा ले। इसके लिए अपने निकटतम कृषि कार्यालय तथा राजस्व कार्यालय से सम्पर्क कर लें। मंत्री ने कहा केन्द्र के तर्ज पर प्रदेश सरकार द्वारा भी राज्य में मुख्यमंत्री प्राकृतिक कृषि योजनाष् प्रारम्भ की जा रही है, जिससे अधिक से अधिक क्षेत्र को प्राकृतिक कृषि के अन्तर्गत आच्छादित किया जा सके। उन्होंने कहा गंगा नदी स्वच्छता कार्यक्रम के तहत प्रदेश सरकार द्वारा ष्नमामि गंगे प्राकृतिक कृषि कोरिडोर योजनाष् प्रारम्भ की जा रही है।

इस अवसर पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, जिला पंचायत मधु चौहान, सचिव कृषि दीपेंद्र चौधरी, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।