चारधाम यात्रा की निरंतर मॉनिटरिंग के लिए एसीएस की अध्यक्षता में कमेटी गठन के दिए निर्देशः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड सदन, नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी विभाग आपसी समन्वय से चार धाम यात्रा के सुगम संचालन हेतु अपनी जिम्मेदारियों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करें। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने सीधे कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा की निरंतर मॉनिटरिंग हेतु एसीएस आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में कमेटी गठन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों पर शासन के उच्च अधिकारी एवं पुलिस के आईजी स्तर के अधिकारी यात्रा के बेहतर संचालन के लिए निरन्तर फील्ड में रहें। उन्होने कहा यदि श्रद्धालु बिना रजिस्ट्रेशन के धामों में पहुंचते हैं तो इसके लिए अब संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिरो में सभी श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु एक समान समय मिले। इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन एवं दर्शन व्यवस्था में वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने ऋषिकेश, हरिद्वार एवं अन्य ठहराव वाले स्थानों से केदारनाथ, बद्रीनाथ हेतु जा रही गाड़ियों को अलग -अलग समय में छोड़े जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा आवश्यकता हो तो बीकेटीसी से समन्वय कर मंदिरों में दर्शन का समय अवधि भी बढ़ाई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में आगामी मानसून सीजन को लेकर भी सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण की जाए। बरसात के दौरान चारधाम यात्रा में होने वाली परेशानियों से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखी जाए। उन्होंने कहा श्रद्धालुओं के लिए तय किए गए ठहराव वाले स्थान पर नियमित सफाई, पेयजल एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं की पूर्ण व्यवस्था की जाए। आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की जाए। उन्होंने कहा यात्रा को चलाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है और श्रद्धालुओं की सेवा करना हमारा कर्तव्य।

बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, दिलीप जावलकर, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, एडीजी अमित सिन्हा, ए.पी अंशुमान, आईजी के.एस नगन्याल, अपर सचिव पर्यटन युगल किशोर पंत, विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्य सचिव रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को दिया चारधाम यात्रा का अपडेट

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को वर्चुअल माध्यम से हुई बैठक में राज्य में चारधाम यात्रा की अद्यतन जानकारी दी। केन्द्रीय गृह सचिव ने मुख्य सचिव को धामों, यात्रा मार्गां एवं ठहराव स्थलों में यात्रियों की रिर्पाेट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जरूरत पड़ने पर यात्रा मार्ग पर क्राउड मेनेजमेंट हेतु एनडीआरएफ व आईटीबीपी की मदद लेने के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही केन्द्रीय गृह सचिव ने भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की रणनीति हेतु एक कमेटी गठन के निर्देश दिए है। उन्होंने धरातल स्तर पर यात्रा प्रबन्धन पर कड़ी निगरानी पर विशेष बल दिया है।

मुख्य सचिव रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को जानकारी दी कि राज्य में चारधाम यात्रा सफलतापूर्वक, सुरक्षित, सुगम एवं सुचारू रूप से संचालित हो रही है। सभी राज्यों विशेषकर 5 प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र, जहाँ से सबसे अधिक यात्री चारधाम पर आते हैं, उनके मुख्य सचिवों को पत्र के माध्यम से तथा व्यक्तिगत तौर पर बातचीत कर अनुरोध किया गया है कि यात्री सिर्फ रजिस्ट्रेशन के बाद ही चारधाम पर आए तथा जिस तिथी का रजिस्ट्रेशन हुआ है उस तिथी को ही चारधाम यात्रा पर आए। व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 मई तक चारधाम यात्रा के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है।

यात्रा मेनेजमेंट सिस्टम की जानकारी देते हुए सीएस ने जानकारी दी कि रजिस्ट्रेशन हेतु उत्तराखण्ड टूरिज्म डेवलमेंट बोर्ड द्वारा 24 घण्टे संचालित होने वाला कॉल सेन्टर कार्य कर रहा है। पंजीकृत श्रद्धालुओं को बड़कोट (यमुनोत्री), हीना (गंगोत्री), सोनप्रयाग (केदारनाथ) तथा पाण्डुकेश्वर (बद्रीनाथ) में चेक किया जा रहा है। जानकीचट्टी (यमुनोत्री), गंगोत्री मंदिर (गंगोत्री), स्वर्गारोहिणी (केदारनाथ) तथा आईएसबीटी, बीआरओ तथा माणा (बद्रीनाथ) में धामों के दर्शन हेतु पंजीकृत श्रद्धालुओं को टोकन जारी किए जा रहे हैं। मंदिरों के परिसर में पंक्ति में लगे श्रद्धालुओं के टोकन पर मोहर लगाकर उनके लिए धामों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।

मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि 22 मई तक कुल 3118926 रजिस्ट्रेशन में से यमुनोत्री हेतु 486285, गंगोत्री हेतु 554656, केदारनाथ हेतु 1037700, बद्रीनाथ हेतु 955858 तथा हेमकुण्ड साहिब हेतु 84427 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। चारधाम यात्रा पर आने वाले सर्वाधिक श्रद्धालुओं वाले 10 राज्यों में क्रमशः उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल तथा छतीसगढ़ हैं।

मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस वर्ष 2024 में यमुनोत्री में 138537 श्रद्धालुओं ने यात्रा सीजन के पहले 10 दिनों में दर्शन किए। यह आंकड़ा गत 2 वर्षों से 127 प्रतिशत अधिक है। गंगोत्री धाम में पहले दस दिनों में 128777 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 89 प्रतिशत अधिक है। केदारनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 319193 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 156 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 139656 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षाे से 27 प्रतिशत अधिक है।

परिवहन विभाग की विशेष पहल
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जानकारी दी कि इस वर्ष चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन हेतु परिवहन विभाग ने वाहन चालकों की कैपिसिटी बिल्डिंग तथा मेडिकल स्क्रीनिग की व्यवस्था की है। यात्रा रूट के मुख्य प्रवेश स्थलों पर चार हाईटेक चेक पोस्ट बनाए गए हैं। सोनप्रयाग तथा गौरीकुण्ड मार्ग पर शटल सर्विस की व्यवस्था की गई है। ऑनलाइन व्यवस्था द्वारा ग्रीन कार्ड की व्यवस्था की गई है। अभी तक 23063 ग्रीन कार्ड जारी किए गए हैं। टूरिज्म पोर्टल पर पंजीकृत यात्रियों को ट्रिप कार्ड जारी किए जा रहे हैं।

पुलिस विभाग के नव प्रयास
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा इस वर्ष यात्रा रूट पर 56 टूरिज्म पुलिस स्पोर्ट सेन्टर खोले गए हैं। यात्रा पर निगरानी हेतु 850 सीसीटीवी कैमरा तथा 8 ड्रोन लगाए गए हैं। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1495 वाहनों की क्षमता वाले 20 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। पार्किंग मैनेजमेंट हेतु क्यूआर कोड बेस्ड सिस्टम शुरू किया गया है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री यात्रा मार्ग पर वाहनों की नियंत्रित आवाजाही हेतु 3-4 हॉलण्डिंग पाइंट्स बनाए गए हैं। केदारनाथ रूट पर बेहतरीन ट्रैफिक मैनेजमेंट हेतु सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। टै्रक रूट की सफाई हेतु 657 पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है।

स्वास्थ्य विभाग भी प्रोएक्टिव
इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी विशेष प्रयासों के तहत 12 मुख्य लोकेशन पर 50 स्क्रीनिंग क्यिस्क लगाए गए हैं। स्वास्थ्य मित्र जो कि फर्स्ट मेडिकल रिस्पोण्डर्स हैं, की तैनाती भी यात्रा मार्ग पर की गई है। यात्रा रूट पर 156 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। 8 ब्लड बैंक तथा 2 स्टोरेज यूनिट भी उपलब्ध करवाए गए हैं। 49 स्थायी स्वास्थ्य सुविधाएं तथा 26 मेडिकल रिलीफ पोस्टस स्थापित की गई हैं। यात्रा मार्ग पर 22 स्पेशलिस्ट, 179 मेडिकल ऑफिसर्स तथा 299 पैरामेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की गई है।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि वर्तमान में प्रशासन द्वारा यात्रा रूट पर टै्रफिक मेनेजमेंट पर विशेष फोकस किया जा रहा है। टै्रफिक की स्थिति पर सीसीटीवी व ड्रोन से कड़ी निगरानी की जा रही है। रजिस्ट्रेशन तथा टोकन सिस्टम के कड़ाई से पालन पर ध्यान दिया जा रहा है। बुजुर्गों, दिव्यांगों, बीमार तथा बच्चों की सहायता पर विशेष फोकस किया जा रहा है।

केन्द्रीय गृह सचिव ने उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के सफल संचालन हेतु केन्द्र से हर संभव सहायता एवं सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह हयांकी मौजूद रहे।

फर्जी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन मामले में ऋषिकेश कोतवाली में दर्ज किए गए 10 और मुकदमें

कोतवाली ऋषिकेश ने अस्थाई चेकिंग सेंटर के माध्यम से चार धाम यात्रा में आने वाले प्रत्येक यात्री के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चेक करने अलग-अलग राज्यों से आए कई यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फर्जी पाए। जिसके आधार पर पुलिस ने दस 10 अलग-अलग ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।

कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि 1- मुंबई शहर से आये 9 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार की श्री कृष्णा ट्रेवल्स के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन।
वादी नंद कुमार भीमराव यादव पुत्र भीमराव जाधव निवासी हर हर वाला, ना0म0 जोशी मार्ग, मुंबई की तहरीर पर ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा।

2- महाराष्ट्र से चार धाम यात्रा पर आए 10 लोगों के दल का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, महाराष्ट्र के लोकल ट्रैवल एजेंट के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी मोहन मोतीराम शिंदे पुत्र मोती राम शिंदे निवासी धुले, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

3- कर्नाटक से आए 36 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के लोकल ट्रैवल एजेंट से कराया था रजिस्ट्रेशन,
वादी गिरिश कुलकर्णी पुत्र कल्याण राव निवासी शिवनगर, भवानी कॉलोनी, बीदर कर्नाटक की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

4- नोएडा से 8 यात्रियों का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, वादिनी सुधा जेटली पत्नी हिम्मत जेटली निवासी सेक्टर 39 नोएडा की तहरीर पर हरिद्वार के अज्ञात ट्रेवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

5- गुजरात से आए 09 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, ऋषिकेश के लोकल ट्रैवल एजेंट से कराया था रजिस्ट्रेशन,
वादी जितेंद्र वीर ठाकुर पुत्र विष्णु भाई निवासी चाँदलौडिया गाँव, अहमदाबाद, गुजरात की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

6- महाराष्ट्र से आए 03 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के लोकल ट्रैवल एजेंट से कराया था रजिस्ट्रेशन,
वादी प्रदीप बाबूराव पुत्र बाबूराव गोविंद निवासी वंबोरी, राहुरी, अहमदनगर, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

7- महाराष्ट्र से आए 25 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, गूगल के माध्यम से ऑनलाइन फैई ट्रेवल्स कंपनी प्लस सलोनी होलीडेज की साइट पर जाकर कराया था रजिस्ट्रेशन,
वादीनी अनीता देवेंद्र पत्नी कृष्णा देवेंद्र निवासी मलाड, बोरीवली, मुंबई, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

8- महाराष्ट्र से आए 11 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के स्थानीय ट्रैवल एजेंट के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन,
वादी सुमित भोंसले पुत्र सुदामा रामचंद्र भोंसले निवासी सिंह गढ़ पुलिस स्टेशन पुणे शहर, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

9- बिहार से आए 7 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के स्थानीय ट्रैवल एजेंट के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन,
वादी आयुष कुमार पुत्र विजय शाह निवासी रक्सौल मोतीहारी बिहार की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

10- कर्नाटक से आए 05 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हैदराबाद की ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन,
वादी गिरिराज बदकुन्दरी पुत्र प्रकाश बदकुन्दरी निवासी चिदंबर नगर, तिलकवादी पी0एस0, बेलगावी, कर्नाटक की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

चारधाम यात्रा में 18989 से अधिक की गई ओपीडी, श्रद्धालुओं को मिल रहा स्वास्थ्य लाभ

उत्तराखंड सरकार द्वारा आयोजित चारधाम यात्रा का शुभारंभ किया जा चुका है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं हेतु स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रुप से मुस्तैद है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह ने अवगत कराया कि चारधाम यात्रा में अब तक 94,218 से अधिक श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की जा चुकी है साथ ही 18,989 से अधिक ओपीडी की गयी है।

डॉ विनीता शाह द्वारा बताया गया कि हर धाम पर विशेष स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए हैं जहाँ 24 घंटे मेडिकल सुविधाएँ उपलब्ध हैं। प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर, नर्स व प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की टीम तैनात है। यात्रा मार्ग पर विभिन्न स्थलों पर मोबाइल मेडिकल यूनिट स्थापित की गई हैं जो आवश्यकता पड़ने पर तीर्थयात्रियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करती हैं। यात्रा के मुख्य मार्गों और बेस कैंपों पर स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए गए हैं जहाँ रक्तचाप, शुगर लेवल, और अन्य सामान्य स्वास्थ्य जांच की जा रही है।

श्रद्धालुओं से अपील करते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह ने कहा कि चारधाम यात्रा (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) के दौरान श्रद्धालुओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। श्रद्धालु यात्रा पर निकलने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें व सुनिश्चित करें कि आप यात्रा के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं। नियमित व्यायाम और उचित आहार का पालन करें ताकि आपकी सहनशक्ति बनी रहे। अपनी नियमित औषधियाँ और आवश्यक दवाइयाँ पर्याप्त मात्रा में साथ रखें। ऊँचाई पर होने वाली समस्याओं के लिए आवश्यक दवाइयाँ भी साथ रखें।

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह ने कहा कि ऊँचाई पर ठंड और बर्फबारी का ध्यान रखते हुए गर्म कपड़े, टोपी, दस्ताने, और अच्छे जूते पहनें। ट्रेकिंग के लिए उपयुक्त उपकरण और सामान साथ रखें। शुद्ध पानी पिएं और अपने साथ पर्याप्त पानी रखें। हल्का, पौष्टिक और आसानी से पचने वाला भोजन करें। यात्रा के दौरान भारी भोजन से बचें। ऊँचाई पर चढ़ाई करते समय धीरे-धीरे अनुकूलन करें और अपने शरीर को आराम दें। अत्यधिक थकान से बचें और नियमित अंतराल पर विश्राम करें। ऊंचाई वाले क्षेत्र में सांस फूलने या थकावट आने कि स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में परामर्श लें या फिर कम ऊंचाई की तरफ प्रस्थान करें।

श्रद्धालु किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी व सहायता हेतु विभाग के 24 घंटे टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर 104, 18001801200 व 01357156104 पर संपर्क कर सकते हैं। श्रद्धालु यात्रा के दौरान सभी नियमों का पालन करें और अपनी यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाएं।

प्रभारी मंत्री अग्रवाल ने कहा, धाम से कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन वापस न लौटे

कैबिनेट व उत्तरकाशी जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के संबंध में स्थानीय प्रशासन से वार्ता की है। डॉ अग्रवाल ने स्थानीय प्रशासन से कहा है कि यात्रा व्यवस्थित रहे इसके लिए कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन कर वापस न जाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। बता दें कि मुख्यमंत्री के सचिव मीनाक्षी सुंदरम भी वहां कैंप किए हुए हैं।

गुरुवार को प्रेस में जारी एक बयान में डॉ अग्रवाल ने बताया कि उनके प्रभारी जनपद उत्तरकाशी के पवित्र धाम गंगोत्री और यमुनोत्री में पिछले दिनों श्रद्धालुओं के बिना दर्शन कर लौटने की जानकारी मिली। जिसका संज्ञान लेते हुए डॉ अग्रवाल ने स्थानीय प्रशासन से वार्ता की है।

डॉ अग्रवाल ने कहा है कि चार धाम यात्रा अपने चरम पर है। ऐसे में किसी भी श्रद्धालु को बिना दर्शन कर लौटने न दिया जाए। व्यवस्थाओं में सभी लोग अपना सहयोग दें इसके लिए डॉक्टर अग्रवाल ने यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया है।

वही स्थानीय प्रशासन ने डॉ अग्रवाल को बताया कि यात्रा सुचारू रूप से चल रही है इसके क्रम में मार्ग वन-वे किया गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में अव्यवस्था न फैले, इसके लिए गाड़ियों में सवार श्रद्धालुओं को भंडारा आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।

विदेशी महिला सिमोना ने केदारनाथ गुफा में साधना कर बनाया रिकॉर्ड

केदारनाथ धाम देश ही नही दुनियाभर के शिवभक्तों की आस्था का केंद्र है। केदारनाथ मंदिर के ऊपर गरुड़चट्टी में बनी जिस गुफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साधना की थी, वो अब देश के ही नहीं, विदेशी भक्तों के लिए भी ध्यान साधना का प्रमुख केंद्र बन रही है। इसी कड़ी में अमेरिकी नागरिक सिमोना स्टेंस बीते दिनों केदारनाथ धाम पहुंची और ध्यान गुफा में दो दिन तक साधना की। इस गुफा में साधना करने वाली वो पहली विदेशी शिवभक्त हैं।

जानकारी के अनुसार अमेरिका की सिमोना स्टेंस गौरीकुंड से पैदल ही 19 किमी की दूरी तय कर केदारनाथ धाम पहुंची थी। सिमोना पहली बार केदारनाथ धाम पहुंची और यहां पहुंचने के बाद वे सीधे ध्यान गुफा गईं। सिमोना ने इस ध्यान गुफा में साधना के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराई थी।ध्यान साधना के बाद सिमोना काफी खुश नजर आई। उनके मुताबिक भगवान शिव की भूमि में आकर उन्हें अपार शांति की अनुभूति हुई है। शिमोना ने कहा 19 किमी की खड़ी पैदल यात्रा करने के बाद जो दृश्य सामने नजर आता, उससे मन में शिव के प्रति एक भाव जागृत होता है। शिमोना ने कहा कि केदारनाथ धाम में साक्षात शिव का वास है। उन्होंने बताया कि ध्यान गुफा में दो दिनों तक रहकर ऊं नमः शिवाय मंत्र का निरंतर जाप किया।

गढ़वाल मंडल विकास निगम के मुताबिक इस ध्यान गुफा के लिए जून महीने तक की बुकिंग फुल हो चुकी है। ध्यान गुफा में पहुंचने वाले साधकों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। जहां ध्यान करने के लिए प्रति व्यक्ति 3500 रुपए किराया एक रात का चुकाना होता है। गढ़वाल मंडल विकास निगम की वेबसाइट https://gmvnonline.com पर जाकर इसके लिए बुकिंग करवा सकते हैं।

सरकार ने चारधाम यात्रा में मंदिर के 50 मीटर पर रील्स बनाने पर लगाया प्रतिबंध


उत्तराखंड में चारधाम यात्रा ने यात्रियों के सभी रिकॉर्ड्स तोड़ दिए हैं। अभी तक 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। हालांकि, इस दौरान सोशल मीडिया पर चारधाम यात्रा से जुड़े कुछ रील्स लगातार शेयर किए जा रहे हैं। इसके बाद कई यूजर्स ने इस पर आपत्ति जताई थी। अब उत्तराखंड सरकार ने अहम फैसला लेते हुए चारधाम यात्रा के दौरान मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे पर वीडियोग्राफी और रील्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।

चारधाम यात्रा में रजिस्ट्रेशन के बाद निर्धारित तिथि पर ही दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि सुरक्षित और सुगम चारधाम यात्रा के लिए शासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सड़क मार्ग से ग्राउंड जीरो पर यात्रा व्यवस्थाओं को देंखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि उनको चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के अनुसार जो तिथि मिली है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए आयें। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से स्वास्थ्य परीक्षण और मौसम का पूर्वानुमान देखने के बाद ही चारधाम यात्रा पर आने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है कि चारधाम यात्रा भी सुरक्षित हो और सभी श्रद्धालु भी स्वस्थ और सुरक्षित हों। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि चारो धामों में 31 मई तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था स्थगित रखी जाय।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चारों धामों में प्रतिदिन के लिए जो क्षमता निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए भेजे जाएं। रजिस्ट्रेशन की व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाया जाए। श्रद्धालुओं का चार धाम यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन होने पर ही चेक प्वाइंट से आगे जाने दें। परिवहन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से चेक पोस्ट पर चेकिंग करने के निर्देश दिए। आगामी तीन दिनों तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन रोक दिए जाय। यह सुनिश्चित हो कि चार धाम यात्रा नियमों के अनुरूप ही चले। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि चार धाम के सभी मार्गों के एंट्री प्वाइंट एवं विकास नगर, यमुना पुल क्षेत्र, धनौल्टी, सुवाखोली में भी सख्ती से चेकिंग की व्यवस्था सुनिश्चित हो। इन स्थलों पर यात्रियों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं से सबंधित सभी जानकारियां लोगों तक स्पष्ट रूप से जाए इसके लिए शासन के वरिष्ठ अधिकारी प्रतिदिन मीडिया ब्रीफिंग करें। यात्रा से संबंधित सभी जानकारियां आमजन तक पहुंचाने के लिए मीडिया को उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और यात्रा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिये कि वे यातायात प्रबंधन और भीड़ प्रबंधन के लिए स्वयं स्थलीय निरीक्षण करें और चारों धामों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी जाय। सभी अधिकारि सहयोगी के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा प्रदेश की लाईफ लाईन है। यह यात्रा राज्य की आर्थिकी से भी जुड़ी है। जिस तेजी से चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, हम सबका दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने में सभी मिलकर सहयोगी बनें। व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़े सभी जनपद यात्रा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए समन्वय के साथ कार्य करें। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से अपेक्षा की है कि देवभूमि उत्तराखण्ड के इन धामों की धार्मिक यात्रा में स्वस्थ मानकों के अनुसरण पर भी ध्यान दें।

मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों रूप्रदप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों से वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा से सबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी ली और शासन स्तर से चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सबंधित जिलाधिकारियों को जो भी सहयोग की आवश्यकता है, उसके बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने शासन और पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा से सबंधित जो भी आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन से अनुरोध किया जाता है, उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए।

बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष विनय रोहिला, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविन्द सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव रिद्धिम अग्रवाल, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी एवं वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा से सबंधित जिलों के जिलाधिकारी और एसपी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा के लिए सचिव स्तर के तीन अधिकारियों की तैनाती

प्रदेश में सुगम, सुरक्षित, सुलभ और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन ने चारधाम क्षेत्र में आने वाले तीनों जनपदों में सचिव स्तर के तीन अधिकारियों की तैनाती की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से चार धाम यात्रा को लेकर हुई लंबी और विस्तृत बातचीत के बाद तीन अधिकारियों की नियुक्ति के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों के क्रम में शासन ने सचिव डॉ. आर राजेश कुमार को रुद्रप्रयाग जनपद, एसएन पांडेय को चमोली जनपद एवं डॉ रंजीत कुमार सिंह को उत्तरकाशी जनपद में यात्रा व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी है। यह तीनों अफ़सर संबंधित जिलों के जिलाधिकारी से फीडबैक लेकर शासन स्तर पर सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित चार धाम यात्रा संपन्न कराने की दिशा में कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने व्यस्ततम कार्यक्रम के बावजूद चारधाम यात्रा की सीधी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। यात्रा संचालक में किसी प्रकार की व्यवस्था न हो इसको लेकर मुख्यमंत्री धामी बीते दिनों हुई बैठक में स्पष्ट निर्देश दे चुके हैं। मुख्यमंत्री धामी के कहा कि प्रदेश में सुगम, सुरक्षित, सुलभ और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।

केदारनाथः तीर्थपुरोहितों की हड़ताल से श्रद्धालुओं को राहत

केदारनाथ धाम में स्थानीय तीर्थपुरोहितों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है। केदारनाथ यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए स्थानीय व्यापरियों एवं तीर्थ पुरोहितों के साथ जिला प्रशासन द्वारा यात्रा संचालन को लेकर चल रही वार्ता सफल रही। जिसके बाद सभी व्यापारियों एवं तीर्थ पुरोहितों ने अपने प्रतिष्ठान सुचारू रूप से खोल दिए हैं। हड़ताल खत्म होने से धाम में आए श्रद्धालुओं को बडी राहत मिली है।

बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले ही दिन तीर्थ पुरोहितों ने आक्रोश व्यक्त करते हुये केदारपुरी के व्यापारिक प्रतिष्ठान, प्रसाद की दुकानें, खाने के होटल-ढाबों को बंद कर दिया। साथ ही पंडिताई का काम भी तीर्थ पुरोहितों की ओर से नहीं किया गया। तीर्थ पुरोहितों की मांग है कि विगत 22 अप्रैल को केदारनाथ धाम में तोड़-फोड़ करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चर संचालक भी हड़ताल पर रहे। घोड़े-खच्चरों के न चलने के कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

हालात की गंभीरता को समझते हुए जिला प्रशासन तीर्थपुरोहितों से वार्ता कर रहा था। एसडीएम ऊखीमठ अनिल शुक्ला ने बताया कि जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में व्यापार संघ एवं तीर्थ पुरोहित समाज के साथ वार्ता सफल एवं सकारात्मक रही। वार्ता के बाद उनकी उचित मांगे मान ली गई हैं एवं वार्ता के बाद विरोध समाप्त कर सभी ने अपने प्रतिष्ठान खोल दिए। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि यात्रा के सफल संचालन के लिए वो हमेशा प्रशासन के साथ तत्परता से खड़े हैं। बताया कि प्रशासन ने उनकी मांगे मान ली हैं जिसके बाद सभी प्रतिष्ठान खोल लिए गए हैं। ताकि केदारनाथ में दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।