ऊधम सिंह नगर में स्थापित होगा एम्स ऋषिकेश का सेटेलाइट केंद्र

उधम सिंह नगर जनपद के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध जमीन पर एम्स ऋषिकेश का सेटेलाइट केंद्र संचालित होगा जो कुमायूं मंडल के मरीजों के लिए एम्स की सुविधाएं प्रदान कर उपचार की सेवाओं को उपलब्ध कराएगा। ऊधम सिंह नगर में एम्स ऋषिकेश द्वारा सैटेलाइट केंद्र खोले जाने संबंधित पत्र भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार निलाम्बुज शरण की ओर से एम्स ऋषिकेश के डायरेक्टर को प्राप्त हो चुका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री द्वारा ऋषिकेश (एम्स) की भांति कुमांऊ क्षेत्र में भी एम्स की स्थापना का अनुरोध भारत सरकार से किया जाता रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे कुमांऊ क्षेत्र की जनता के साथ उप्र के समीपवर्ती जनपदों के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। मुख्यमंत्री के उपरोक्त अनुरोध के क्रम में भारत सरकार द्वारा तात्कालिक रूप से शीघ्र ही जनपद ऊधमसिंह नगर में राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गई जमीन पर एम्स ऋषिकेश के सेटलाइट केन्द्र संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार सरन के पत्र में एम्स भुवनेश्वर द्वारा उड़ीसा के बालासोर में संचालित सेटेलाइट केंद्र की तर्ज पर एम्स ऋषिकेश द्वारा उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में एम्स का सेटेलाइट केंद्र संचालित करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं किए जाने के लिए कहा है। भारत सरकार के पत्र मिलने के बाद अब राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध जमीन की उपयोगिता एवं एम्स के सेटेलाइट केंद्र के रूप में संचालित होने की क्षमता का आकलन स्वास्थ्य मंत्रालय की टेक्निकल टीम द्वारा शीघ्र ही किया जाएगा, जिसमें एम्स निदेशक की अगुवाई में वहां के इंजीनियर तथा चीफ आर्किटेक्ट जमीन का भ्रमण कर उपयोगिता का परीक्षण करेंगे। परीक्षण के उपरांत एम्स की टीम चिन्हित स्थान पर एम्स के सेटेलाइट केंद्र के संचालन हेतु अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को प्रस्तुत करेगी। भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार द्वारा इस प्रकरण को तेजी से निष्पादित करने का अनुरोध भी एम्स निदेशक से किया गया है।

मुनिकीरेती पुलिस ने कई मामलों में पूर्व सभासद को किया अरेस्ट

मुनिकीरेती पुलिस ने पूर्व सभासद अनुराग पयाल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी पर मारपीट, बलवा सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार, पुलकित ढींगरा पुत्र सुरेंद्र ढींगरा निवासी राणा प्रताप बाग दिल्ली हाल निवासी तपोवन मुनिकीरेती ने थाने में तहरीर देकर गंभीर आरोप लगाए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अनुराग पयाल पुत्र स्व. ज्ञानेंद्र सिंह निवासी खारास्रोत थाना मुनिकीरेती, रमेश चंद्र कुमाई पुत्र सूरत सिंह कुमार निवासी गंगाक्षेत्र कैलाशगेट, दीपचंद कुमाई पुत्र सूरत सिंह निवासी गंगा क्षेत्र कैलाशगेट, पंकज रावत पुत्र त्रिलोक सिंह रावत गंगा क्षेत्र कैलाश गेट मुनिकीरेती के खिलाफ आईपीसी की धारा 147,148,149,323,504,506,332,353 में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया है।

थानाध्यक्ष कमल मोहन भंडारी ने बताया कि अनुराग पयाल पर पूर्व में आठ मुकदमें पंजीकृत हैं। उसकी ओर से सोशल मीडिया पर लगातार भड़काऊ पोस्ट डाली जा रही थी। जिसमें वह लोकल व बाहरी लोगों के बीच तनाव की स्थिति पैदा की जा रही थी।

माता मंगला ने सीएम को 5 करोड़ रुपये की धनराशि आपदा पीड़ितों के लिए दी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हंस फाउण्डेशन की ओर से माता मंगला ने आपदा पीड़ितों की मदद के लिये 5 करोड़ की धनराशि प्रदान की। रविवार को मुख्यमंत्री आवास में वेबिनार के माध्यम से मुख्यमंत्री से वार्ता कर माता मंगला ने आपदा पीड़ितों की मदद के लिये मुख्यमंत्री द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि आपदा के इस संकट काल में पीड़ितों की मदद के लिये हंस फाउण्डेशन आगे भी मदद के लिये राज्य सरकार का सहयोगी रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने माता मंगला का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा आपदा के समय ही नहीं बल्कि प्रदेश के विकास में भी सहयोग किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि इस धनराशि का पीड़ितों की मदद में बेहतर उपयोग किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आयी आपदा के तुरंत बाद उन्होंने जनपद चमोली, पौड़ी, रूद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत, अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर आदि के विभिन्न आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर आपदा पीड़ितों के दुःख दर्द में सहयोगी बनने के साथ ही उन्हें सांत्वना प्रदान की तथा राहत कार्यों में तेजी लाये जाये के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये गये। राज्य स्तर पर भी आपदा राहत कार्यों की निरंतर समीक्षा की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के पुनर्निर्माण एवं पीड़ितों की मदद के लिये नियमों का भी शिथिलीकरण कर रही है। हमारा प्रयास है कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी जैसी आधारभूत सुविधायें बहाल हो इसके लिये दिनरात कार्य किया जा रहा है। इस आपदा में कृषि उपजों का नुकसान हुआ है। लगभग 10 हजार छोटे-बड़े पशुओं की हानि हुई है। व्यापारियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि आपदा के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी हालात की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक मदद का भरोसा दिलाया। प्रधानमंत्री के निर्देश पर सेना के तीन हेलीकॉप्टर राहत कार्यों के लिये उपलब्ध कराये गये। संकट की इस घड़ी में प्रधानमंत्री ने हमारा मनोबल भी बढ़ाया है। गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद से रात डेढ बजे देहरादून आये तथा आपदा राहत कार्यों की समीक्षा के साथ आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर इसमें हुए नुकसान का भी जायजा लिया। राज्य को इस आपदा से हुए नुकसान के आंकलन के लिये केन्द्रीय टीम भी पहुंच चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, गुजरात आदि प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने आपदा पीड़ितों की मदद के लिये आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया है। प्रदेश में आयी इस आपदा में सहयोगी बनने के लिये सभी लोगों का सहयोग मिल रहा है। इसके लिये उन्होंने सभी का आभार भी जताया है।

बन्द सड़कों को खोलने के लिये युद्धस्तर पर किया जाय कार्य-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार देर सांय तक मुख्यमंत्री आवास में सभी जिलाधिकारियों एवं आयुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा राहत कार्यों, कोविड-19 वेक्सिनेशन, डेंगू एवं मलेरिया से बचाव आदि के सम्बन्ध में की जा रही व्यवस्थाओं की गहनता से समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा राहत कार्यों में तेजी लायी जाय, बन्द सड़को को खोलने के लिये आवश्यक उपकरणों एवं मानव संसाधन की व्यवस्था कर युद्धस्तर पर दिन रात कार्य किया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि गोला नदी के पुल की मरम्मत का कार्य 10 दिन में पूरा कर दिया जाय, इसके लिये जो भी आवश्यक व्यवस्थाये की जानी हो वह की जाय। उन्होंने कहा कि कार्यों में तेजी लाये जाने के लिये जन सुविधाओं के साथ व्यवहारिकता पर ध्यान दिया जाय। उन्होंने सड़कों की मरम्मत के साथ बिजली पानी एवं खाद्यान्न आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही ओवर रेटिंग पर प्रभावी नियन्त्रण पर ध्यान देने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये है कि अधिकारी अपने फोन किसी भी दशा में बन्द नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि आपदा राहत एवं निर्माण कार्यों में लापरवाही पर सम्बन्धित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि शिकायतों एवं अफवाहों का उत्तर बेहतर कार्य प्रणाली में दिया जाय। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि क्षतिग्रस्त भवनों, पुस्तों एवं खेतो को हुए नुकसान का अलग से आकलन कर शीघ्र विवरण शासन को उपलब्ध कराया जाय ताकि आपदा मानकों में इसके लिये अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था के प्रयास किये जा सके।

कोविड-19 वेक्सीनेशन की दूसरी डोज के लिये चलाया जाय व्यापक अभियान
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि कोविड-19 वेक्सिनेशन की शत प्रतिशत दूसरी डोज सभी को शीघ्रता से लग जाय, इसके लिये व्यापक अभियान संचालित किया जाय। उन्होंने कहा कि कोविड अभी गया नही है अभी इससे सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।

डेंगू एवं मलेरिया से बचाव के लिये किये जाय प्रभावी प्रयास
मुख्यमंत्री ने डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिये भी साफ सफाई पेयजल की स्वच्छता, दवा छिडकाव फागिंग की प्रभावी व्यवस्था बनाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें सभी नगर निकायों एवं नगर पंचायतों एवं ग्राम पंचायतों का सहयोग लिया जाय। इस दिशा में सभी प्रचार माध्यमों का उपयोग करने के साथ ही ग्राम प्रधानों के मोबाइल पर मेसेज की व्यवस्था बनायी जाय।
सभी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई आदि की व्यवस्था के लिये टीमों का गठन कर नोडल अधिकारी नामित किये जाय इसके लिये राज्य स्तर पर भी नोडल अधिकारी नामित कर व्यवस्थाओं का प्रभावी अनुश्रवण किया जाय।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्द्धन, सचिव अमित नेगी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डे, विनोद कुमार सुमन, महानिदेशक स्वास्थ्य तृप्ति बहुगुणा सहित अन्य अधिकारी एवं आयुक्त कुमांउ व सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।

सीएम ने पौड़ी में सड़क की जांच करने और दोषियों को पर कार्रवाई करने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को जनपद पौड़ी के एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत विकास भवन सभागार में सम्बंधित अधिकारियों के साथ आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पतियों तथा विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री ने आपदा से हुई क्षति की जानकारी लेते हुए पुर्नस्थापना कार्य को लेकर सम्बंधित अधिकारियों को गंभीरता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि 24 घंटे के भीतर बंद सड़कों को खोलने का प्रयास करें तथा कहा कि जहां स्थिति ज्यादा खराब है वहां वैकल्पिक मार्ग बनाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि 15 दिन के भीतर जनपद की समस्त सड़कों को गड्डा मुक्त बनाना सुनिश्चित करे, जिससे आम जनमानस को परेशानियों का सामना न करना पड़े। डेडलाइन को ध्यान में रखते हुए युद्ध स्तर पर कार्य करना सुनिश्चित करें। इस दौरान मुख्यमंत्री ने डुंगरीपंत-छांतीखाल-खेड़ाखाल मोटर मार्ग को लेकर जिलाधिकारी को जांच करने तथा दोषी पाये जाने वाले के विरूद्व निलंबन करने की कार्यवाही के निर्देष दिये।
मुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त परिसंपतियों, अवरुद्ध मोटर मार्गों, क्षतिग्रस्त विद्युत और पेयजल लाइनों को जल्द से जल्द बहाल करने के भी आवश्यक दिशा निर्देष दिये। उन्होने कहा कि आपदा राहत कार्या में संसाधनों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कोरोना काल तथा आपदा में त्वरित कार्यवाही हेतु जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सभी ने बेहतर कार्य किया है।
क्षेत्रीय विधायक ने बताया कि रेलवे परियोजना से जनासू गांव के सडक क्षतिग्रस्त हो रहे है जिसे जनमानस की सुगमता को दृष्टिगत रखते हुए ठीक किया जाय जिस पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने जिलाधिकारी को निर्देषित करते हुए कहा कि रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले का निस्तारण करें। इसके अलावा उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी से खाद्यान्न की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि नवम्बर माह का राशन का उठान कार्य अतिशीघ्र करें तथा जनपद में संचालित हो रहा अन्न महोत्सवों में जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों की भागीदारी अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से कोविड-19 की वैक्सीनेशन की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि शिविरों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भी वेक्सीनेशन अभियान को युद्ध स्तर पर चलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर तथा 19 अक्टूबर 2021 को हुई अतिवृष्टि से लैंसडाउन व कोटद्वार क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हुई है, उससे डेंगू जैसी बीमारियों फैलने की सम्भावनाएं हैं। उन्होंने सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित उन स्थानों पर दवाई का छिड़काव तथा जन जागरूकता करना सुनिश्चित करें।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जनपद के विकास कार्याे की समीक्षा की जिस पर उन्होने विधायक निधि के खर्चे पर तेजी लाने हेतु विधायकों को अपने अपने प्रस्ताव शीघ्र दीपावली से पूर्व भेजने को कहा साथ ही मुख्य विकास अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
लोक निर्माण व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत पानी के पुराने स्रोतों पर निर्भर न रहकर नए स्रोत तलाशे। साथ ही उन्होंने चौबट्टाखाल विधानसभा के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरोंखाल में पानी की समस्या को दूर करने तथा क्षेत्र की अवरुद्ध सड़को को शीघ्र खोलने को निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए।
उच्च शिक्षा व आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने श्रीनगर विधानसभा के अंतर्गत बंद सड़कों की जानकारी ली। उन्होंने सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि जिन स्थानों पर मार्ग बंद है उसे तत्काल खोलना सुनिश्चित करें, जिससे आम जनमानस को परेशानियों का सामना न करना पड़ा। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया की जिन सड़कों की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है उन पर कार्य प्रारम्भ करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने विगत 18 व 19 अक्टूबर को जनपद में हुई भारी अतिवृष्टि से हुए नुकसान की विभागवार जानकारी दी तथा अनुमानित धनराशि क्षति का आंकलन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, पौड़ी विधायक मुकेश सिह कोली, जिला अध्यक्ष संपत सिंह रावत, नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, एसएसपी पी. रेणुका देवी, मुख्य विकास अधिकारी प्रशान्त कुमार आर्य, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

सीएम के निर्देश पर हेली एम्बुलेंस से चमोली के तीन मरीज देहरादून में हुए भर्ती

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिला अस्पताल गोपेश्वर में भर्ती जलने से घायल तीन लोगों को हेली एम्बुलेंस द्वारा देहरादून लाकर कोरोनेशन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
आज मुख्यमंत्री आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के निरीक्षण व आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए चमोली व पौङी जिलों के दौरे पर थे। मुख्यमंत्री शुक्रवार को चमोली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जान रहे थे। अस्पताल में मैठाणा गांव के 6 मरीज भर्ती थे जो गैस सिलेण्डर फटने के कारण बुरी तरह झुलस गए थे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए थे कि 30 प्रतिशत से अधिक बर्न मरीजों को तत्काल हेली एंबुलेंस से आज ही कोरोनेशन हॉस्पिटल देहरादून भेजा जाए।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला अस्पताल में भर्ती 6 मरीजों में से 3 मरीजों को रेफर कर हेली एंबुलेंस से देहरादून भेजा गया। कैलाश पुत्र कृपाल लाल उम्र 35 वर्ष तथा प्रिन्स कुमार पुत्र विजेन्द्र उम 29 वर्ष के घर पर गैस सिलेण्डर की आग में 30 प्रतिशत से अधिक बर्न हुए है। जबकि दृष्टि पुत्री विजेन्द्र कुमार उम्र 18 वर्ष जो की गर्भवती होने के साथ बर्न भी हुई है। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए आज रेफर किया गया और हेली एम्बुलेंस द्वारा देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सीएम ने दी विकास कार्यों के लिए 391 करोड़ से अधिक की वित्तीय स्वीकृति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सी.आर.आई.एफ. (केन्द्रीय सड़क अवसंरचना निधि के अन्तर्गत विभिन्न विकास कार्यों हेतु 391 करोड़ से अधिक की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने जनपद टिहरी गढ़वाल के विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्रनगर में लक्ष्मणझूला में वैकल्पिक सेतु के निर्माण हेतु 68 करोड़ 86 लाख रूपये, ‘‘गदरपुर-दिनेशपुर-मदकोटा-हल्द्वानी मोटर मार्ग’’ का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण हेतु 58 करोड़ 6 लाख रूपये, जनपद अल्मोड़ा में ‘‘धारी डोबा गिरेछीना मोटर मार्ग’’ का सुदृढ़ीकरण हेतु 15 करोड़ 45 लाख रूपये, सुवाखोली-अलमस-भवान-नगुण मोटर मार्ग का डी.बी.एम./बी.सी. द्वारा पक्कीकरण एवं सड़क सुरक्षा कार्य हेतु 55 करोड़ 35 लाख रूपये, जनपद पिथौरागढ़ में गुप्तड़ी-पाताल भुवनेश्वर मोटर मार्ग के राईडिंग क्वालिटी का सुधारीकरण कार्य हेतु 12 करोड़ 92 लाख रूपये, जनपद ऊधमसिंह नगर के नगला-किच्छा राज्य मार्ग को दो लेन पेव्ड शोल्डर सहित चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण हेतु 53 करोड़ 74 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ‘‘मरचूला-सराईक्षेत-बैंजरो-सतपुली राज्य मार्ग के सुदृढ़ीकरण हेतु 11 करोड़ 94 लाख रूपये, बड़ावाला-कटापत्थर-जुड्डो मोटर मार्ग का सुदृढ़ीकरण हेतु 28 करोड़ 63 लाख रूपये, चम्बा-कोटी कॉलोनी-भागीरथीपुरम मोटर मार्ग का सुदृढ़ीकरण हेतु 24 करोड़ 97 लाख रूपये, जनपद चमोली में मींग गधेरे से गढ़कोट तक मोटर मार्ग का सुधारीकरण हेतु 12 करोड़ 58 लाख रूपये, रूड़की-लक्सर-बालावाली मोटर मार्ग का चौड़ीकरण हेतु 25 करोड़ 18 लाख रूपये, जनपद चमोली में पोखरी-कर्णप्रयाग मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं बी.एम/एस.डी.बी.सी. से डामरीकरण हेतु 23 करोड़ 37 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने राजकीय कन्या इण्टर कॉलेज ज्वालापुर धीरवाली के भवन निर्माण हेतु 1 करोड़ 66 लाख रूपये की स्वीकृति भी प्रदान की है।

प्रभारी मंत्री अपने जिलों में राहत कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों की मदद करे-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जनपदों के प्रभारी मंत्रीगणों से अपेक्षा की है कि प्रदेश में घटित प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत इत्यादि प्रदान किये जाने के उद्देश्य से अपने-अपने जनपदों का अविलम्ब भ्रमण करते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण, बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा, राहत सामग्री/धनराशि का वितरण एवं प्रभावित परिवारों की कुशल क्षेम तथा क्षतिग्रस्त कार्यों का पुनर्निर्माण इत्यादि की कार्यवाही त्वरित गति से सम्पन्न कराने की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाय ताकि आपदा से प्रभावित जनमानस को यथासमय आसानी से राहत इत्यादि प्राप्त हो सके तथा क्षतिग्रस्त कार्यों को समय से पूर्ण कराया जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान समय में उत्तराखण्ड राज्य के लगभग समस्त जनपद अतिवृष्टि के कारण आपदा से अत्यधिक प्रभावित हुए हैं। इस आपदा से जनपदों में भूस्खलन, बाढ़ इत्यादि के कारण अत्यधिक नुकसान एवं जनहानि भी हुई है। उक्त आपदा की स्थिति से निपटने के लिये सरकार निरन्तर राहत एवं बचाव कार्यों के लिये पूर्णरूपेण प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध में सभी से व्यक्तिगत ध्यान देने के साथ ही आवश्यक सहयोग की भी अपेक्षा की है।

सीएम धामी ने पुलिस कर्मियों की 4600 ग्रेड पे मांग पूरी की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को पुलिस लाईन, देहरादून में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक पर पुलिस एवं अर्द्ध सैन्य बलों के शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उत्तराखण्ड के शहीद पुलिस जवानों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु पुरस्कार धनराशि में वृद्धि किये जाने, शहीद पुलिस कर्मियों के नाम पर स्कूल/सड़क का नामकरण किये जाने, पुलिस विभाग के प्रशिक्षण केन्द्रों में अतिथि वार्ताकारों के मानदेय में उत्तराखण्ड प्रशासनिक अकादमी नैनीताल की भाँति वृद्धि करने, देहरादून में राज्य पुलिस संग्रहालय/मेमोरियल की स्थापना करने के साथ ही 2001 बैच के पुलिस आरक्षियों को 4600 ग्रेड पे दिये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाए रखने का उत्तरदायित्व राज्यों की पुलिस बल व अर्द्धसैनिक बलों का है। अपने इस उत्तरदायित्व को निभाते हुए पुलिस कर्मी अपने जीवन की आहुति को भी तत्पर रहते हैं। अपने कर्तव्य पालन के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले ये पुलिस कर्मी हम सब के लिए प्रेरणा के स्रोत है। सम्पूर्ण भारतवासी अपने शहीद पुलिस कर्मियों व अर्द्ध सैनिक बलों को हार्दिक श्रद्धांजलि देते हुए नतमस्तक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन हम इन पुलिस कर्मियों के परिजनों के प्रति भी अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करते हैं। आज पूरा विश्व आतंकवाद और कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। उत्तराखण्ड पुलिस के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड-19 महामारी के नियंत्रण में सराहनीय कार्य किया। जिसमें पुलिस के बहुत से अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 13 पुलिस कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित होने से मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा कोविड-19 महामारी के नियंत्रण में किये जा रहे सराहनीय कार्य के अंर्तगत पुलिस विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी से निरीक्षक स्तर तक के कार्मिकों को 10,000 रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत एक वर्ष में सम्पूर्ण भारत में कुल 377 अर्द्ध सैनिक बलों एवं विभिन्न राज्यों के पुलिस कर्मी शहीद हुए। जिसमें उत्तराखण्ड पुलिस के 3 वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। उत्तराखण्ड राज्य की अन्तर्राष्ट्रीय सीमायें नेपाल, चीन एवं अन्तर्राज्जीय सीमायें हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश से मिलती है। यह प्रदेश भौगोलिक एवं सामरिक महत्व के दृष्टिगत राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अत्यन्त संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण है। उत्तराखण्ड पुलिस के समक्ष कई चुनौतियां हैं, जिनमें बड़े त्यौहार, चारधाम यात्रा, आपदा, भूस्खलन, कांवड़ यात्रा आदि हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मी वर्दीधारी संगठन में होने के कारण अनुशासन में बंधे रहते हैं। कठोर एंव विपरीत परिस्थितियों में चुनौतीपूर्ण कार्यों का निवर्हन करते हैं। प्रदेश के विकास एवं शान्ति व कानून व्यवस्था बनाये रखने में राज्य पुलिस बल की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश शासन पुलिस कर्मियों को अपने दायित्यों का निर्वहन करने हेतु उनकी कल्याणकारी योजनाओं/सुविधाओं पर विशेष ध्यान रख रहा है। स्मार्ट पुलिस बनाने का जो विजन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का है, उसको पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी ने पुलिस के लिए ठीक ही कहा हैः-’’अपनों के लिए हर वादे तोड़ के आया हूँ, मैं खाकी हूँ….आपके लिए अपनों को रोता छोड़ के आया हूँ’’।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, गणेश जोशी, मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा, विधायक हरवंश कपूर, खजान दास, कुंवर प्रणव सिंह चेम्पियन, विनोद चमोली, सांसद नरेश बंसल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.सन्धू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द वर्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, सचिव डॉ. रणजीत सिन्हा ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

हवाई निरीक्षण के बाद मौके पर जाकर रेस्क्यू अभियान का सीएम कर रहे निरीक्षण

प्रदेश में पिछले दो दिनों से अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न स्थिति का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी निरन्तर अनुश्रवण कर राहत एवं बचाव कार्यों के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर आवश्यक निर्देश भी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पीडितों को त्वरित राहत एवं अनुमन्य आर्थिक मदद के साथ ही तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों की सुविधा का भी ध्यान रखने के निर्देश दिये हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री ने पूर्वाहन मे सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल रूम जाकर प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भी स्थिति का जायजा लिया।
उसके बाद मुख्यमंत्री ने गढ़वाल व कुमांऊ क्षेत्र के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया तथा रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी से यात्रा व्यवस्थाओं तथा विभिन्न स्थानों पर रूके यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पीडितों के साथ ही यात्रियां को हर संभव सहयोग एवं सहायता उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने बन्द मार्गाे को खोलने के भी निर्देश जिलाधिकारी को दिये।
दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कुंमाऊ क्षेत्र के रामनगर, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज आदि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर पंतनगर एयरपोर्ट पर जिलाधिकारी के साथ एयर फोर्स, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्याे के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रूद्रपुर संजयनगर खेड़ा में उत्पन्न जल भराव की स्थिति का जायता लिया तथा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने व रहने, भोजन आदि की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। उन्होने कहा कि इस आपदा के कारण जिन परिवारों में जनहानि हुई है उनके आश्रितों को 4 लाख रूपये का मुआवजा दिया जायेगा। उन्होने पीङितों से मिलते हुए कहा कि सरकार द्वारा सभी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि यह एक दैवीय आपदा की घड़ी है, इस परिस्थितियों में सभी के सहयोग से इस आपदा से निपटा जायेगा। उन्होने रेस्क्यू मे लगे एनडीआरएफ, पुलिस के जवानों का हौसला भी बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने आपदा पीडितों को आश्वस्त किया कि संकट की इस घडी में राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से हल्द्वानी पहुंचे तथा अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुए गोला नदी पुल का निरीक्षण किया तथा नदी से हुए नुकसान का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्यायें भी सुनी। मुख्यमंत्री ने पीडितों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।
सर्किट हाउस काठगोदाम में मुख्यमंत्री ने जनपद नैनीताल के अधिकारियों के साथ जनपद में आपदा से हुए नुकसान आदि की समीक्षा की तथा राहत एवं बचाव कार्यों में पूरे मनायोग एवं तत्परता के साथ सम्पादित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हर पीडित की मदद करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इस सम्बन्ध में कोई कोताही न बरती जाय। इस दौरान आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धनसिंह रावत भी मुख्यमंत्री के साथ रहे।