रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, जताया आभार

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केन्द्रीय मंत्री रेल, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण पीयूष गोयल से भेंट की। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में रेल कनेक्टिवीटी के विकास के लिए रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री के अनुरोध पर रेल मंत्री ने टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन के फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति दी।

रेल मंत्री ने हरिद्वार-रायवाला सेक्शन में वर्तमान सिंगल रेल लाईन के दोहरीकरण और देहरादून व योगनगरी ऋषिकेश के मध्य सीधी रेल सेवा उपलब्ध कराने के लिए लक्सर की भांति रायवाला स्टेशन से पहले डायवर्जन लाईन के निर्माण पर स्वीकृति देते हुए रेलवे के अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के सुझाव पर पुराने ऋषिकेश स्टेशन के वाणिज्यिक उपयोग के लिए रेलवे के अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने को निर्देशित किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में स्विटजरलैण्ड की तर्ज पर रेलवे और रोप-वे बनाने के लिए रेल मंत्रालय द्वारा अध्ययन कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के अनुरोध पर केन्द्रीय मंत्री ने विकेंद्रीकृत खरीद प्रणाली के अंतर्गत उत्तराखण्ड के सब्सिडी के बकाया 640 करोड़ रूपये की राशि अवमुक्त करने के लिए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देशित किया।

केंद्रीय गृह मंत्री से मिले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, आपदा बचाव व राहत कार्यों की दी जानकारी

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट कर उन्हें विगत में जोशीमठ क्षेत्र में आई आपदा में राहत व बचाव कार्यों की जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार, केन्द्रीय एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन ने बेहतर समन्वय से कार्य किया। आर्मी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने सर्च व रेस्क्यू के काम के साथ ही आपदा प्रभावित गांवों में बिना देरी के राहत पहुंचाने का काम भी किया।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से राज्य में उत्तराखण्ड हिमनद एवं जल संसाधन शोध केन्द्र की स्थापना का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने राज्य के दुर्गम-अति दुर्गम आपदा सम्भावित क्षेत्रों और अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं की निरन्तर देखरेख एवं निगरानी हेतु 01 हैलीकॉप्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। आपदा प्रबन्धन व सीमा प्रबन्धन के दृष्टिगत गैरसैंण में 01 आईआरबी बटालियन स्थापना की स्वीकृति का भी अनुरोध किया। आगामी कुम्भ के दुष्टिगत, एन्टी ड्रोन तकनीक से संयोजित एक विशेष टीम की तैनाती की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस को और अधिक प्रभावी व आधुनिक बनाये जाने के लिए राज्य पुलिस बल आधुनीकरण योजना में प्रतिवर्ष 20 से 25 करोड़ का बजट उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने राज्य में समय-समय पर तैनात सुरक्षा बलों की तैनाती के फलस्वरूप देय धनराशि रू0 36.46 करोड़ की छूट तथा भविष्य के लिए पूर्वोत्तर राज्यों-विशेष श्रेणी के राज्य की भांति 90ः10 के अनुसार भुगतान की व्यवस्था निर्धारित करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से चमोली के नीति घाटी तथा उत्तरकाशी के नेलांग घाटी को बेहतर सीमा प्रबन्धन हेतु इनर लाईन परमिट की व्यवस्था समाप्त किये जाने का आग्रह किया ताकि इस क्षेत्र के गांवों में पर्यटन से आर्थिक गतिविधियों का विस्तार हो पाये।

केंद्रीय गृह मंत्री ने उक्त सभी बातों पर सैद्धांतिक सहमति देते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को हरसम्भव सहयोग दिया जाएगा।

त्रिवेणी घाट पर संत समाज ने किया गंगा स्नान, निकाली शोभायात्रा

महाकुंभ के तहत बसंत पंचमी पर्व पर विभिन्न अखाड़ों के साधु संतों ने त्रिवेणी घाट पर आस्था की डुबकी लगाई। इस मौके पर हर हर महादेव के जयकारों से त्रिवेणी घाट गूंजायमान हो उठा। मौके पर साधु समाज ने भगवान शिव के शस्त्र त्रिशुल की भी पूजा अर्चना की।

इससे पूर्व सुबह से ही त्रिवेणी घाट पर जल पुलिस की टीम पूरी तैयारी के साथ तैनात दिखी। मौके पर जवानों ने राफ्ट आदि सुरक्षा किटों के साथ गंगा घाट पर मौजूद रहे।

मौके पर गंगा स्नान की व्यवस्थाओं को परखने के लिए मेयर अनिता ममगाईं, एसडीएम वरूण चैधरी और एसपी देहात स्वत्रंत कुमार ने त्रिवेणी घाट पर निरीक्षण किया। बता दें कि साधु संतों ने स्नान से पहले शहर में भव्य शोभायात्रा भी निकाली। शोभा यात्रा का श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर के स्वागत भी किया। इस दौरान गंगा घाटों पर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस ने वाहनों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी लगाकर रखी।

त्रिवेणी घाट पर गंगा सभा के सदस्य लगातार एलाउंसमेंट से श्रद्धालुओं को गंगा में किनारे पर ही रहकर स्नान करने के लिए आगाह भी करते रहे। इस खास पर्व पर सैकड़ों स्थानीय श्रद्धालुओं ने भी गंगा स्नान कर मोक्ष की प्राप्ति की, वही दान कर पुण्य अर्जित किया। एसपी देहात स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से जल पुलिस के जवान भी गंगा घाटों पर तैनात किए गए हैं। महापौर अनीता ममगाईं ने बताया कि स्नान करने में किसी भी प्रकार की श्रद्धालुओं को परेशानी न हो इसके लिए व्यवस्था बनाई गई है।

श्रीभरत भगवान की शोभायात्रा पर उमड़े श्रद्धालु

बसंत पंचमी के पावन पर्व पर नगर यात्रा पर निकली श्री भरत भगवान की डोली नगर में गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों के साथ निकली धर्म यात्रा का श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर जगह-जगह स्वागत किया। कोविड-19 का विशेष ध्यान रखते हुए इस बार की शोभायात्रा में श्रद्धालुओं ने नियमों का भी पालन किया।

मौके पर हजारों लोगों ने हृषिकेश नारायण भगवान के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। कोविड-19 की वजह से यात्रा में श्रद्धालुओं ने विशेष जगह पर ही रंगोली देखने को मिली। इसी बीच श्रद्धालुओं ने भरत भगवान को भोग लगाकर सुख समृद्धि की कामना की। ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी से ही होली महोत्सव का शुभारंभ हो जाता है आज ही के दिन भरत जी महाराज को रंगों से होली भी खिलाई जाती है और सभी भक्तगण एक-दूसरे पर गुलाल फेंक कर भगवान के साथ होली भी मनाते हैं पितांबर रंग जिसे हम पीला रंग कहते हैं वह भगवान को बहुत ही प्रिय है इसलिए लोग गुलाल चढ़ाकर और भगवान को भेली का भोग बसंत पंचमी में लगाया जाता है।

उधर, बसंत पंचमी के अवसर पर प्राचीन श्री भरत मंदिर परिसर में आयोजित मेले में लोगों ने झूलों और विभिन्न व्यंजनों का भी जमकर लुफ्त उठाया। बसंत पंचमी पर्व पर ब्रह्म मुहूर्त में पौराणिक श्री भरत मंदिर में भगवान श्री नारायण की विधिवत पूजा अर्चना शुरू हुई। दोपहर में आरती पूजन के बाद मंदिर के श्री महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य के परम सानिध्य में बैंड बाजे और पहाड़ के पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र की थाप के बीच श्री भरत भगवान की उत्सव प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा मायाकुंड स्थित गंगा तट पर श्री भरत नारायण भगवान की प्रतिमा को विशेष पूजा अर्चना के बाद मुख्य पुजारी धर्मानंद सेमवाल, रवि शास्त्री द्वारा शालिग्राम भगवान को गंगा में स्नान कराया गया। तत्पश्चात भगवान को नगर भ्रमण कराया गया धर्म यात्रा विभिन्न मार्गो से होती हुई संत समाज ने भगवान नारायण का स्वागत वेद मंत्र स्तुति से किया। इसके बाद मंदिर में भगवान की प्रतिमा को पुनः स्थापित किया गया नगर उत्सव यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया।

इस दौरान यात्रा मार्गों में लोगों ने विभिन्न स्थानों पर खड़े होकर ढोली के दर्शन के लिए घंटों प्रतीक्षा की यात्रा में श्री भरत संस्कृत महाविद्यालय, भरत मंदिर पब्लिक स्कूल, श्री हेमकुंड गुरुद्वारा स्थित गुरमत संगीत विद्यालय, श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज संत समाज स्वयंसेवकों और श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। धर्म यात्रा में हुए शामिल बसंत उत्सव के संयोजक हर्षवर्धन शर्मा, वरुण शर्मा, दीप शर्मा, मंदिर के मुख्य पुजारी धर्मानंद सेमवाल, विनय उनियाल, जयेंद्र रमोला, मधुसूदन शर्मा, पंडित सुरेंद्र दत्त भट्ट, गोविंद सिंह रावत, वचन पोखरियाल, डीबीपीएस रावत, रंजन अंथवाल, सुनील थपलियाल, सुधीर कुकरेती, बंशीधर पोखरियाल, अशोक अग्रवाल, तेजपाल पंवार, नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा, रामकृपाल गौतम, जगमोहन सकलानी, राजीव मोहन मनोज पवार, तेजपाल पंवार, हितेंद्र पंवार, अभिषेक शर्मा, राम चैबे ,धीरेंद्र जोशी आदि उपस्थित थे।

सीएम आवास में हुआ बाॅलीवुड फिल्म हिंदुत्व का मुहूर्त शाॅट

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने फिल्म ‘‘हिन्दुत्व’’ का मुहुर्त शॉट लिया। इस फिल्म के निर्देशक करण राजधान हैं। इस फिल्म की अधिकांश शूटिंग उत्तराखण्ड में होगी। फिल्म के मुख्य कलाकार आशीष शर्मा, सोनारिका, दीपिका चिखलिया, अनूप जलोटा एवं अंकित राज हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ हिन्दुत्व फिल्म बनाई जा रही है, उम्मीद है कि यह फिल्म हिन्दुत्व को दुनिया में पहुंचाने में सफल होगी। फिल्मों का समाज एवं मानव जीवन कितना गहरा प्रभाव पड़ता है, इसके अनेक उदाहरण है। हिन्दुत्व शब्द प्रेम, उदार और विश्वास का प्रतीक है। भारतीय संस्कृति सनातन संस्कृति है, और सनातन संस्कृति का आधार हिन्दुत्व है।

फिल्म के निर्देशक करण राजधान ने कहा कि हिन्दुत्व फिल्म में मुख्य उद्देश्य प्रेम, बलिदान एवं सद्भावना के मिलन को दिखाने का प्रयास किया जायेगा। इस फिल्म के माध्यम से दुनियाभर में हिन्दुत्व का संदेश देने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तराखण्ड में एक और फिल्म की शूटिंग की जायेगी।

इस अवसर पर विधायक कैलाश चन्द गैहतौड़ी, मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार के.एस. पंवार, सचिव सूचना दिलीप जावलकर, उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी के.एस. चैहान आदि उपस्थित थे।

चार साल से सीएम का व्यक्तिगत विरोध करने वाले कौन हैं ये लोग?

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वह चमोली में आई आपदा से प्रभावित क्षेत्र में आम लोगों के साथ बैठे हुए हैं और उन्हें एक टेबिल में चाय के साथ ड्राई फ्रुट्स आदि परोसे गए हैं। इन टिप्पणियों के साथ कि आपदा के वक्त मुख्यमंत्री ड्राई फ्रुट्स का मजा ले रहे हैं, मुख्यमंत्री ने आपदा को अवसर बना लिया है, मुख्यमंत्री को मलवे में दबे लोगों की कोई फिक्र नहीं है, मुख्यमंत्री संवेदनहीन व्यक्ति हैं, उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।

दरअसल, लोकतंत्र में समालोचकों और पत्रकारों की अहम भूमिका होती है। उनका काम व्यवस्था की खामियां उजागर कर सरकार को आईना दिखाना होता है। स्वस्थ प्रजातंत्र के लिए यह बेहद जरूरी भी है। होना तो यह चाहिए कि सिस्टम (तंत्र) की कमियों की कलई खोलकर सरकार को सुधार के लिए विवश किया जाता पर हो कुछ और रहा है। हो यह रहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का व्यक्तिगत विरोध हो रहा है। निगाहें इस बात पर हैं कि त्रिवेन्द्र क्या खा रहे हैं, कहां ठहरे हैं और किससे बात कर रहे हैं किससे नहीं। अरे भाई! त्रिवेन्द्र सिंह रावत मुख्यमंत्री हैं और संविधान के तहत मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल होता है। आपदास्थल के निरीक्षण के बाद क्षेत्र में जब भी वो कहीं पर बैठते हैं, विश्राम करते हैं तो स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधि, आम लोग भी चाहते हैं कि उन्हें सम्मान के साथ अपने बीच बैठाया जाए।

इस दौरान लोग दिल से उन्हें चाय-नाश्ता, भोजन परोसते हैं। किसी भी जनप्रतिनिधि (मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, सांसद आदि) के लिए यह एक स्वाभाविक सम्मान होता है। अब उस दृश्य का फोटो वायरल कर मुख्यमंत्री को यह कहते हुए ट्रोल किया जाए कि वो काजू-बादाम के शौकीन हैं, भूखे हैं और ड्राई फ्रुट्स दिखाई देने पर उन्हें मलवे में दबे व्यक्तियों की फिक्र नहीं रह जाती, यह कहां तक उचित है? कुछ सिरफिरे तो यह तक कह सकते हैं कि आपदाग्रस्त क्षेत्र में जाकर मुख्यमंत्री बैठे क्यों रहे, उन्हें जेसीबी में बैठकर मलवा हटाना चाहिए था या फिर कटर हाथ में लेकर मलवे में मौजूद सरिया काटनी चाहिए थीं।

साफ है कि व्यवस्था पर अंगुली उठाने के बजाए हर बार मुख्यमंत्री को निशाना बनाने का काम एक मिशन के तौर पर शुरू हो जाता है। दून से लेकर दिल्ली तक सिरफिरों के तार जुड़ जाते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इस तरह की छींटाकशी का काम वो लोग नहीं कर रहे जो पिछले कई दिनों से आपदाप्रभावित क्षेत्र में डटे हुए हैं और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी व वायुसेना के जवानों की पल-पल की गतिविधियों के गवाह बने हुए हैं। सोशल मीडिया वॉरियर वो बने हुए हैं जो अभी तक देश की सीमा से लगे इस आपदाग्रस्त क्षेत्र में झांकने तक नहीं गए। समालोचना करो तो ऐसी करो जिससे जन समुदाय का लाभ हो और जिससे प्रभावितों को तत्काल राहत मिल सके।

केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिले सांसद नरेश बंसल

रक्षा मंत्रालय उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों में रोड, पुल, सुरंग आदि का निर्माण कर रहा है। इसके साथ ही चमोली आपदा मे वायुसेना आदी के तुरंत आपदा प्रबंधन का कार्य करने पर भी सांसद नरेश बंसल ने केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का आभार वयक्त किया।

सासंद बंसल ने चमोली आपदा पर माननीय रक्षा मंत्री भारत सरकार से अपनी चिंता वयक्त की तथा जो बीआरओ के सोजन्य से काम चल रहा है उसे सुचारू रूप से चलाने व जल्द पुर्ण करने का निवेदन किया साथ ही चमोली आपदा मे जो पुल इत्यादी टूटे है उन्हे भी बीआरओ के माध्यम से कराने का अनुरोध भी रक्षामंत्री से किया, ताकि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्ग व पुल अविलंब बन सके एवं वह ऐसे बनाए जाए की आपदा के समय पर खड़े रहे सके।

सासंद बंसल ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से देहरादून के गढ़ी कैंट स्थित गोरखा मिलिट्री इण्टरमीडिएट कालेज की लीज बढ़ाने को भी अनुरोध किया। जो 100 सैन्य स्कूल देशभर मे खुलने वाले है उसमे भी उत्तराखंड को स्कूल देने का अनुरोध किया। क्योंकि उत्तराखंड सैन्यधाम है व हर परिवार से कोई न कोई सेना मे है व देश सेवा कर रहा है। इस अवसर पर विधायक मसूरी गणेश जोशी भी उपस्थित रहे।

सासंद राज्य सभा नरेश बंसल ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह को सासंद तीरथ सिंह रावत, राज्यमंत्री उत्तराखंड धनसिंह रावत एवं विधायक मसूरी गणेश जोशी के साथ मिलकर 23 अप्रैल को देवभूमी उत्तराखंड के थलीसैंण मे अमर शहीद वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी की स्मृति मे आयोजित कार्यक्रम मे आने का निमंत्रण दिया।

सासंद बंसल ने बताया कि रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह ने सभी अनुरोध को स्वीकार करते हुए उस पर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

सासंद राज्य सभा नरेश बंसल ने कहा कि राजनाथ सिंह ने कहा की बीआरओ जल्द से जल्द रास्ता सुचारू रूप से खोल देगा व सीमा पर भारत के जवान हर स्थिति से निपटने को मुसतेद है व उनके व स्थानीय लोगों के लिए जल्द मार्ग खोल दिए जाएंगे। रक्षामंत्री ने गोरखा मिलिट्री इण्टरमीडिएट कालेज की लीज बढ़ाने पर भी सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया व उत्तराखंड के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

16 फरवरी से महिंद्रा थार फेस्टिवल की शुरूआत, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं है, प्रदेश के सभी 13 जिलों में एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थलों के अलावा कई विशेष खासियत हैं, जिससे देश दुनिया में उत्तराखंड को अलग पहचान मिलती है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले स्थित केदारघाटी में होटल इंडस्ट्री के तौर पर अपने देश दुनिया में अलग पहचान बना चुके हैं, क्लब रिट्रीट ग्रुप द्वारा केदारघाटी में स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए महिंद्रा थार फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। दो दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल की आगामी 16 फरवरी से शुरुआत होगी।

क्लब रिट्रीट ग्रुप के संचालक और कम उम्र के एट्रप्रन्योर जतिन बगवाड़ी ने बताया कि महिंद्रा थार फेस्टिवल 16 फरवरी को गुप्तकाशी में और 17 फरवरी को चोपता में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन से केदार घाटी के अलावा आस-पास के इलाके भी एक्सप्लोर हो सकेंगे। इसके अलावा पर्यटक ऑफ रोड ड्राइविंग का मजा ले सकेंगे। इतना ही नही एडवेंचर टूरिज्म में दिलचस्पी रखने वाले पर्यटक के लिए केदार घाटी खास जगह बन जाएगी। जतिन की खास बात यह है कि समय-समय पर इस तरीके के आयोजन से केदारघाटी को गुलजार रखते हैं। वर्तमान में वे विलेज रिवर रिट्रीट गुप्तकाशी केदार रिवर रिट्रीट सीतापुर (गौरीकुंड), आईवीवाई टॉप श्रीनगर समेत आधे दर्जन रिसोर्ट का संचालन कर रहे हैं।

मौन रखकर युवाओं ने दी पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि

पुलवामा शहीदों की याद में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला में छिद्दरवाला ग्रामसभा के युवाओं के साथ मिलकर शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और उसके बाद क्षेत्र के युवाओं में सफाई अभियान चलाकर गाँव की सड़कों को साफ करने का काम किया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि पूर्व वर्षों से जहां युवा पाश्चात्य सभ्यता को अपनाकर वैलेण्टाइन डे मनाता आ रहा है वहीं आज छिद्दरवाला ग्रामसभा के युवाओं ने एक मिशाल पेश की है। जिन्होंने देश की रक्षा के के लिये अपने प्राण न्योछावर किये आज उनको श्रद्धांजलि दी और ग्रामसभा की रोड़ों को साफ करने का कार्य कर युवाओं को संदेश देने का काम किया है कि हमें कभी अपने देश के जवानों का बलिदान नहीं भूलना चाहिये साथ ही हमें आसपास के क्षेत्रों को जब समय मिले साफ रखना चाहिये।

पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य गोकुल ने कहा कि हमारे गाँव के युवा समय समय पर ऐसे कार्य करते रहते हैं चाहे कोरोना काल बात रही हो चाहे उससे पहले की बात हो हर वक्त हमारी ग्रामसभा का युवा सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहता है।

श्रद्धांजलि देने वालों में कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष अंशुल त्यागी, अर्जुन थापा, रवि बग्याल, लक्की पैन्यूली, जितेन्द्र त्यागी, विपुल मल, अर्जुन पुरी, शुभम सिंह, मोहित ठाकुर, रवि कुमार, शुभम कश्यप, अनिल चैहान, शुभम पुण्डीर, सोनू कुमार, शुभम मल, जितेन्द्र चैहान, भीम पुरी, राजू चैहान, महावीर चैहान, आकाश जोशी, नवीन चैहान, अमन चैहान, अर्जुन कलूडा आदि बड़ी संख्या में युवा शामिल थे।

राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने की पीएम मोदी से मुलाकात


राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। मौके पर चमोली में आई आपदा को लेकर चर्चा हुई। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा सांसद को राज्य की हर संभव मदद का भरोसा दिया।

आज मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें नए दायित्व के लिये बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने पुर्ण निष्ठा व इमानदारी से इस जिम्मेदारी का निर्वाह करने का आश्वासन प्रधानमंत्री को दिया। सासंद नरेश बंसल ने चमोली आपदा समेत विभिन्न विषयों पर सकारात्मक चर्चा की व प्रधानमंत्री ने राज्य के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया हैै।