अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के आदर्शों को अपनाने पर दिया जोर

पेशावर कांड की बरसी पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के पराक्रम को याद किया, साथ ही उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प भी लिया। ऋषिकेश दून रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड ही नही अपितु समूचे समाज के लिए आदर्श हैं। नेगी ने बताया कि 23 अप्रैल के दिन ही पेशावर में जब अंग्रेज पुलिस कप्तान ने सेनानायक चंद्र सिंह को निहत्थे नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश दिया तो उन्होंने आदेश मानने से इंकार कर दिया और अधिनस्थ सैनिकों को सीज फायर का हुकुम दिया यह भारतीय आजादी के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई। बताया कि वीर चंद्र सिंह के अदम्य साहस और पराक्रम से प्रभावित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें गढ़वाली का नाम देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महासभा ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग भी उठाई। इस मौके पर जयेंद्र सजवाण, शुभम बहुगुणा, भुवनेश्वर प्रसाद भारद्वाज, पंकज गुसाईं, उत्तम सिंह, मनोज नेगी उपस्थित थे।

मठ-मंदिरों के गंगा घाटों में स्वछता अभियान चलाया

राम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम में आज संत महात्माओं एवं साधकों के द्वारा स्वच्छता संकल्प अभियान चलाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राम तपस्थली के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज ने बताया कि आज समस्त सैकड़ों साधकों एवं संत महात्माओं के द्वारा समस्त आश्रम मठ मंदिर के गंगा घाटों को प्रदूषण मुक्त एवं पॉलिथीन मुक्त करने हेतु स्वच्छता अभियान घाटों में चलाया गया। स्वच्छता अभियान भैरन्ट बाबा से शुरू होकर राजीव लोचन आश्रम राम तपस्थली स्वामी रामतीर्थ आश्रम ओशो धाम फलारी बाबा आश्रम आदि जगहों पर स्वच्छता अभियान वृहद रूप में चलाया गया।
सभी यात्रियों ने घाटों पर फैली गंदगी को साफ करते हुए स्वच्छता का संदेश दिया। इस अवसर पर स्वच्छता के ब्रांड एंबेसडर महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा के आज राम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम में सभी संत महात्माओं एवं साधकों ने एक साथ सैकड़ों साधकों द्वारा मां गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के लिए पॉलिथीन मुक्त उत्तराखंड बनाने का संकल्प लेते हुए समस्त माताओं बहनों एवं संत समाज ने लिया संकल्प
के साथ ही सभी ने गंगा घाटों के किनारे पर सैकड़ों साधकों द्वारा गुलाब, रात की रानी, चमेली, मोगरा, कनेर, गुड्ल, पीपल, बरगद, पीलखन, अशोका एवं छायादार फूलदार पौधे लगाये गये।
इस अवसर पर महंत सीताराम दास, महंत प्रमोद दास चित्रमणि, श्री गिरिराज सेवा समिति के अध्यक्ष पवन कुमार, जय भगवान ईश्वर, पंडित दिनेश कुमार, राजेश अशोक, मीरा गर्ग, नीलम शर्मा, कांता ऐरन, मधु शर्मा, माधवी गगर्, विमला गुप्ता, लक्ष्मी तायल, रेखा, शकुंतला वशिष्ठ, आशा एरन, रोशनी शर्मा, कमलेश, शकुंतला, पुष्पा, संतोष शर्मा, इंदु जिंदल, विनीता जिंदल, सोनल ऐरन, भावना बंसल, राधा बंसल, बेबी गौतम, कृष्णा गर्ग, फूलवती जिंदल, ममता आदि लोग उपस्थित रहे।

जनता से किये वादों को पूरा करने के लिए एक माह में लिये महत्वपूर्ण फैसले

उत्तराखण्ड की धामी-2 सरकार ने आज अपना एक माह का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस अवधि में मुख्यमंत्री धामी अटैकिंग मोड में रहे। उनका जोर प्रशासनिक सुधार और सुशासन पर रहा। जीरो टॉलरेंस और पारदर्शी प्रशासन को लेकर उन्होंने सख्त संदेश दिए। कई कड़े फैसलों से भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार किया। भ्रष्टाचारियों की सीधी शिकायत के लिए भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064’ भी लॉच किया गया। समान नागरिक संहिता को लागू करने और बाहरी नागरिकों के वैरिफिकेशन पर की गई ठोस पहल की गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5 नवम्बर 2021 को केदारनाथ धाम में आदिगुरू शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण करते हुए कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का होगा। मोदी जी की इस सोच को सूत्रवाक्य मानकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सधे कदमों से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। अगले एक दशक में उन्हें मोदी जी के इस सपने को हकीकत में बदलना है लिहाजा, अपनी दूसरी पारी में सूझबूझ के साथ वह अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं। अब तक कई ऐसी पहल कर चुके हैं जो आगे चलकर उत्तराखण्ड की तरक्की में मील का पत्थर साबित होंगे। लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने पहली कैबिनेट में ही अपने इरादे साफ कर दिए। समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर चुनाव से पूर्व किए अपने वायदे को पूरा करने की दिशा में उन्होंने महत्वपूर्ण कदम उठाया। धामी 2.0 सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिये विशेषज्ञों की समिति बनाई जाएगी। न्यायविदों, सेवानिवृत्त जजों, समाज के प्रबुद्ध जनों और अन्य स्टेकहाल्डर्स की एक कमेटी गठित की जाएगी जो कि उत्तराखण्ड राज्य के लिये यूनिफार्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करेगी।
मुख्यमंत्री धामी जानते हैं कि देवभूमि उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं शांतिपूर्ण वातावरण को बनाए रखने के लिये जरूरी है कि अराजक तत्व राज्य में प्रवेश न कर पाए। इसके लिये उन्होंने प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर नागरिकों का सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, जिस पर अमल शुरु कर दिया गया है।
तीर्थाटन को बढ़ावा मिले इसके लिए चारधाम सर्किट में आने वाले सभी मंदिरों और गुरूद्वारों में भौतिक ढांचे और परिवहन सुविधाओं का विस्तार करने की योजना बनाई गई है। कुमायूं के प्राचीन मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन की शुरूआत जल्द होने वाली है। मिशन मायापुरी के अंतर्गत हरिद्वार को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी और विश्व में आध्यात्मिक पर्यटन के लिये सबसे बड़े स्थलों के रूप में बदलने के लिये उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के निर्माण का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री धामी जनहित से जुड़े कई कल्याणकारी फैसले भी ले चुके हैं। निर्णय लिया गया है कि उत्तराखण्ड में वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत अब पात्र पति व पत्नी दोनों को लाभ मिल सकेगा। इतना ही नहीं वृद्धावस्था, निराश्रित विधवा भरण पोषण अनुदान तथा दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत प्रदत्त दर 1200 रूपये प्रतिमाह में 300 रूपये की वृद्धि की गई है। अब इनमें प्रतिमाह 1500 रूपये पेंशन प्राप्त होगी।
बुनियादी सुविधाओं के विकास पर भी मुख्यमंत्री धामी लगातार ध्यान दे रहे हैं। उनकी मजबूत पहल पर केंद्र सरकार ने एन.एच. 72 के पांवटा साहिब-बल्लूपुर (देहरादून) खण्ड के उन्नयन और फोर लेन के निर्माण के लिये 1093.01 करोड़ रूपये के बजट की स्वीकृति दी है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोपवे नेटवर्क निर्माण के लिये पर्वत माला परियोजना का खाका तैयार कर लिया गया है। नगरीय क्षेत्रों में ट्रेफिक समस्या को दूर करने के लिये पार्किंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सर्फेस पार्किंग के साथ ही मल्टीस्टोरी पार्किंग, केविटी पार्किंग व टनल पार्किंग भी विकसित किये जाने की योजना है। महिला सशक्तीकरण धामी सरकार की प्राथमिकता में है। महिला स्वयं सहायता समूहों की सहायता के लिये एक विशेष कोष गठित करने का निर्णय ले लिया गया है। चुनाव पूर्व जनता से किया गया तीन सिलेण्डर मुफ्त देने के वायदे को पूरा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखण्ड राज्य में संचार नेटवर्क की अहमियत धामी सरकार को पता है। लिहाजा, उत्तराखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में 4 जी/5 जी मोबाईल नेटवर्क एवं हाई स्पीड ब्राडबैंड व फाइबर इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करायी जाने का प्रस्ताव बन चुका है। किसानों का सामाजिक स्तर उठाने और उनकी आय दोगुना करने के उद्देश्य से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर ’सीएम किसान प्रोत्साहन निधि’ की शुरूआत की जा रही है। साथ ही धामी सरकार उत्तराखण्ड को जैविक प्रदेश बनाना चाहती है, इसके लिए एक अखिल भारतीय बाजार बनाने को ’उत्तराखण्ड आर्गेनिक्स ब्रांड’ बनाया जा रहा है।
इसमें कोई दोराय नहीं कि उत्तराखण्ड के सीमावर्ती गांवों के नागरिकों का देश की सुरक्षा में भी खासा महत्व है। उन्हें सेकेण्ड डिफेंस लाइन भी कहा जाता है। इस महत्व को समझते हुए मुख्यमंत्री धामी ने अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों से पलायन रोकने और सुविधायें मुहैया करवाने की जोरदार पहल की है। इसके तहत ’हिम प्रहरी योजना’ के जरिए राज्य के भूतपूर्व सैनिकों एवं युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकटवर्ती जिलों में बसने के लिये सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी सुशासन पर कड़ा संदेश दे चुके हैं। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस उनकी सरकार की प्राथमिकता है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064 का शुभारम्भ किया गया है।
स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दे रहे हजारों पर्यावरण मित्रों का एक दिन का मानदेय बढ़ाकर 500 रूपये कर दिया गया है। इसके अलावा, कारवां टूरिज्म द्वारा पर्यटकों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए पॉलिसी बनाने का काम तेजी से आगे बढ़ जा रहा है। लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने शिक्षा मित्रों के मासिक मानदेय 15 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपए किया है। धामी जनता से सीधा संवाद बनाए हुए हैं, एक माह की अवधि में मुख्यमंत्री लगातार आमजन से मिलकर उनकी शिकायतों का निस्तारण कर रहे हैं।

सैनिक बाहुल्य प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना ही ध्येय-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ-साथ सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है। यहां के सौहार्द पूर्ण माहौल को बिगाड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। राज्य में समान नागरिक संहिता को लागू किए जाने को लेकर जल्द ही एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पौड़ी जनपद के विकासखंड थलीसैंण के पीठसैंण पहुंचे। यहां उन्होने पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की स्मृति में आयोजित क्रांति दिवस मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होने गढ़वाली की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके आदर्शाे पर चलने का आहवान भी किया।
मुख्यमंत्री ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली क्रांति दिवस मेले को राजकीय मेला घोषित किए जाने , थलीसैण में वाहन पार्किंग निर्माण की स्वीकृति, श्रीनगर विधानसभा के अन्तर्गत कच्ची सड़कों का डामरीकरण की स्वीकृति, देवराड़ी देवी मैदान (बूंगीधार) चौथान में मिनी स्टेडियम का निर्माण, चौरीखाल से कफल्ड मुसेटी लामसेम बैंड थलीसैंण तक सड़क का निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने किशोरी एवं महालक्ष्मी किट के लाभार्थियों को किट वितरित किए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भगवान बिनसर की भूमि को नमन करते हुए कहा कि वीरो की भूमि पर दोबारा आने का मौका मिला है। हमारे शहीदों के परिश्रम, बलिदान, संघर्ष को आने वाली पीढ़ी जाने इसके लिए इस तरह के कार्यक्रम होने जरूरी हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार “विकल्प रहित संकल्प“ के ध्येय वाक्य पर काम कर रही है। जो घोषणा पूर्व में की गई हैं उनके शासनादेश भी जारी हो रहे हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। उनके नेतृत्व में यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा। रजत जयंती के अवसर पर उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य होगा। उन्होंने कहा हमारा राज्य हर क्षेत्र में आगे बढ़े, इसके लिए सरकार निरंतर विकास कार्य कर रही है। आयुष्मान योजना से उत्तराखंड में करीब 5 लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ा गया है। वही गरीब कल्याण अन्न योजना ने कोरोना काल में भी किसी गरीब को भूखा नहीं सोने दिया। उन्होंने सितंबर माह तक इस योजना को बढ़ाए जाने पर प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद किया ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार को खत्म करने हेतु एवं भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने हेतु 1064 नंबर लांच किया गया है जिस पर कोई भी नागरिक भ्रष्टाचार से संबंधित अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। उन्होंने कहा इस संबंध में भ्रष्टाचार पर अभी तीन बड़ी कार्यवाही की गई है, जबकि कई शिकायतें सर्विलांस पर हैं। उन्होंने कहा हमारे वादे के अनुसार हम यूनिफॉर्म सिविल कोड जल्द ही उत्तराखंड में लागू करेंगे। पर्यावरण मित्रों का एक दिन का मानदेय बड़ाकर 500 रुपए कर दिया है। नए बजट में सरकार ने गरीब परिवारो हेतु एक साल में तीन सिलेंडर मुफ़्त देने का वादा किया है जो पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने उत्तराखंड में वृद्घावस्था पेशन योजना पर बड़ा फैसला लेते हुए अब पति-पत्नी दोनों को वृद्घावस्था पेंशन योजना का लाभ दिया हैं। उन्होंने कहा हमारी सरकार ने आगनबाडी कार्यकत्री भोजन माता पीआरडी जवान, उपनल कर्मचारी, ग्राम प्रधान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले जनप्रतिनिधियों, कर्मचारियों को दी जाने वाली राशि में भी इजाफा किया है।
उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि बूंगीधार में स्थित चिकित्सालय का उच्चीकरण किया जाएगा। कहा कि थलीसैंण अल्ट्रासाउड, गाइनो के अलावा कई चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इससे पूर्व मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किशोरी रक्षा किट का वितरण किया। देश पर प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों के परिजनों तथा स्वतंत्रता सैनानियों को शॉल ओढाकर सम्मानित किया। इस मौके पर पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे, एसएसपी यशवंत सिंह चौहान, सीडीओ प्रशांत कुमार आर्य, ब्लाक प्रमुख थलीसैंण मंजू रावत, मनमोहन सिंह आदि शामिल थे।

कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने हंगरी निवासी अनिका को सम्मानित किया

शत्रुघ्न घाट पर गंगा गौ सेवा समिति की ओर से आयोजित सांध्यकालीन गंगा आरती में आज कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सहभाग किया। इस मौके पर गीतकार व रचनाकार मनन द्विवेदी के वीडियो गीत ख्यालों में का पोस्टर कैबिनेट मंत्री ने लॉन्च किया। साथ ही सरस्वती फाउंडेशन की अनिका को भी सम्मानित किया।
शनिवार को अग्रवाल ने वीडियो गीत ख्यालों में के पोस्टर को लांच करते हुए कहा कि युवा गीतकार व रचनाकार मनन द्विवेदी ने बहुत ही सुंदर तरीके से इस गीत को अपनी आवाज दी है, जितने अच्छे शब्दों को उसमें लिखा गया है। कहा कि हमारे क्षेत्र में कई प्रतिभावान युवा साथी है, जो उचित मंच के अभाव में पीछे रह जाते है। कहा कि हमें आवश्यकता है ऐसे प्रतिभावान युवाओं को सामने लाकर उन्हें प्रोत्साहित करने की।
युवा गीतकार व रचनाकार मनन द्विवेदी ने बताया कि इस गीत लिखा, कम्पोज़ और गाया भी उन्हीं के द्वारा गया है। इस गीत में मनन द्विवेदी और स्नेहा मुख्य भूमिका में है। इस गीत को रामझूला, शत्रुघ्न घाट, शिवपुरी बीच आदि लोकेशन पर फिल्माया गया है। बताया कि इस गीत का वीडियो यू ट्यूब पर देखा जा सकता है। साथ ही इसका ऑडियो सभी म्यूजिक प्लेटफार्म पर सुना जा सकता है।
शत्रुघ्न मंदिर के महंत व गंगा गौ सेवा समिति के अध्यक्ष मनोज द्विवेदी ने बताया कि हंगरी निवासी अनिका सरस्वती फाउंडेशन नामक एक सामाजिक संस्था का संचालन करती है। उनकी संस्था ने भारतीय दूतावास के साथ मिलकर यूक्रेन के बॉर्डर से भारतीय छात्रों, नागरिकों को भारत लाने में मदद की। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने हंगरी निवासी अनिका को भी सम्मानित किया।
इस मौके पर अग्रवाल ने गंगा आरती में भी प्रतिभाग किया। इस मौके पर संजय शास्त्री, सुनील कपरुवान, मनोज मलासी, अशोक शर्मा, देवी प्रसाद, अनूप रावत, दरमियान सिंह रावत, कविता शाह आदि उपस्थित रहे।

आईसीएआर क्षेत्रीय समिति की 72वीं बैठक में कृषि मंत्री गणेश जोशी हुए शामिल

उत्तराखण्ड के आईसीएआर क्षेत्रीय समिति की 27 वीं बैठक में कृषि एवं बागवानी विभाग उत्तराखण्ड से सम्बन्धित सुझावों एवं समस्याओं पर कृषि मंत्री ने बैठक में अपना पक्ष रखा। यह बैठक वर्चुअल रुप से आयोजित हुई और मंत्री जोशी सहित हिमाचल, जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के कृषि मंत्री एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता केन्द्रीय पशुपालन, मत्य एवं डेयरी मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने की।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में उगाई जाने वाली स्थानीय फसलों का विशेष महत्व हैं, तथा क्षेत्र विशेष के अनुरूप इन फसलों में विशिष्ट लक्षण ही पाये जाते है। जैसे हर्षिल चकराता व मुनस्यारी की राजमां उत्तरकाशी का लाल धान चकराता एवं नैनीताल का मक्का आदि इन फसलों का संरक्षण एवं प्रोत्साहन किए जाने की आवश्यकता है। कृषि विभाग द्वारा स्थानीय फसलों के बीजों को बीज श्रृंखला में सम्मिलित करने हेतु जी0आई0 टैग (भौगोलिक पहचान) प्रदान कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है,जिसके क्रम में मुनस्यारी राजमा को जी0आई0 टैग भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जा चुका है, तथा अन्य 11 फसलों तथा लाल धान, बेरीनाग चाय, गहत, मडुआ, झंगोरा, काला भट्ट, बुरास, शरबत, चौलाई/रामदाना, अल्मोडा लखोडी मिर्च, पहाडी तोर दाल और माल्टा फ्रूट में जी0आई0 टैग प्रदान किये जाने हेतु कार्यवाही गतिमान है। शोध संस्थानों द्वारा उक्तानुसार स्थानीय फसलों की विशेषताओं को संरक्षित रखते हुए इन्हें ट्रुथफुल लेवल (टीएल) सीड्स के रूप में बीज श्रृंखला में लाये जाने हेतु आवश्यक प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। पर्वतीय क्षेत्रों हेतु संकर धान तथा महीन धान प्रजाति विकसित किये जाने की आवश्यकता है। उन्होनें जैविक खाद, प्रभारी जैविक कीटनाशक, जंगली जानवरों की समस्या को भी बैठक में रखा।

उन्होंने आईसीएआर द्वारा किये गये शोध पर कहा कि उत्तराखण्ड जैविक प्रदेश की तरफ अग्रसर है और प्रदेश के 10 विकासखण्डों को जैविक ब्लाक बनाया गया है। उन्होंने सर्वे से ज्ञात हुआ है कि उत्तराखण्ड में चावल और मक्का उत्पादन में कमी है, इसके लिए मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये। केन्द्रीय पशुपालन मंत्री द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्रों में पशुपालन मोबाईल टीम लगाये जाने पर मंत्री ने कहा कि यह अत्यधिक लाभकारी निर्णय साबित होगा। उन्होनें आईसीएआर के शोध में ज्ञात हुए उत्तराखण्ड में कृषि और बागवानी से सम्बन्धित सूचनाओं को भौतिक रुप के साथ-साथ सोशल मीडिया के माध्यम से भी कृषकों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता जताई।

बैठक में उत्तराखण्ड की ओर से कृषि मंत्री के साथ कृषि निदेशक गौरीशंकर ने भी प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग की बैठक ली, बिजली संकट को दूर करने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में ऊर्जा विभाग की बैठक ली। राज्य में अधिक बिजली कटौती पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि जल्द से जल्द बिजली संकट की समस्या का समाधान ढ़ूढ़ा जाय। सचिव ऊर्जा, यूपीसीएल, पिटकुल और यूजेवीएनएल के अधिकारी बिजली संकट की समस्या के समाधान के लिए क्या किया जा सकता है, इसकी रिपोर्ट शीघ्र मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब औद्योगिक क्षेत्रों एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली संकट की समस्या की शुरूआत उत्पन्न हो रही थी, तब इसके उचित समाधान निकालने के सार्थक प्रयास क्यों नहीं किये गये।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये की अधूरी तैयारी के साथ बैठक में न आयें। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा की बैठक जल्द दुबारा किये जाने के निर्देश दिये। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि वे पूरी तैयारी और समस्या के समाधान की पूरी योजना बनाकर ही बैठक में आयें।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में ऊर्जा एवं पर्यटन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्य संस्कृति में सबसे पहले व्यावहारिकता लाई जाए। प्रदेश का विकास हम सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है। सभी विभाग समस्याओं के समाधान के लिए समन्वय के साथ कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सोलर ऊर्जा को भी बढ़ावा दिया जाय। उन्होंने कहा कि राज्य के कई क्षेत्रों से बिजली चोरी की शिकायते आ रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बिजली चोरी की शिकायतों पर संबंधित क्षेत्रों में कार्य कर रहे संबधित अधिकारियों पर सख्त कारवाई की जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि व्यावहारिक समस्याओं एवं कार्य में आ रही कठिनाइयों के बारे में अवगत कराया जाय। जो समस्याएं आ रही हैं, उनका उचित समाधान निकाला जाय।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, निदेशक उरेडा एवं अपर सचिव रंजना राजगुरू, अपर सचिव इकबाल अहमद, एमडी यूपीसीएल अनिल यादव, एमडी यूजेवीएनएल संदीप सिंघल एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को समय से पूरा करने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने हेतु जेई एवं एई की तैनाती हेतु सख्त निर्देश देते हुए ज्वाइन न करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगले 6, 7 माह में केदारनाथ में बहुत से निर्माण कार्य होने हैं जिनकी स्वयं प्रधानमंत्री लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि लेबर को रहने खाने की समस्या न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए, साथ ही उनके बिलों का समय से भुगतान किया जाए। उन्होंने मैटेरियल की आपूर्ति एवं स्टोरेज की उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि समय से सभी कार्य पूर्ण हो सकें इसके लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए, साथ ही टारगेट भी बढ़ाया जाए। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने चेयरमैन ब्रिडकुल श्री आर. के. सुधांशु को निर्देश दिए कि प्रदेश के स्थापित सभी रोप-वे का सुरक्षा की दृष्टि से प्रत्येक 6 माह में निरीक्षण किया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर के सुधांशु एवं सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्य सचिव ने बिजली चोरी रोकने के दिए निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड, उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड, पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड एवं उरेडा की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने उद्योग एवं आमजन की समस्याओं को देखते हुए यूपीसीएल को कम से कम विद्युत कटौती करते हुए विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत चोरी रोकने के साथ ही लाइन लॉस आदि को लगातार कम करने हेतु विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने पेड़ों की लॉपिंग के लिए यूपीसीएल और वन विभाग को संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि आंधी-तूफान जैसी परिस्थितियों में विद्युत लाइनें न टूटें और विद्युत आपूर्ति बाधित न हो।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में सोर्स ऑफ एनर्जी बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यूजेवीएनएल को सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भी काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन और भारत सरकार के स्तर पर लंबित सभी मामलों को शीघ्रता से निस्तारित किया जाए।
मुख्य सचिव ने पिटकुल को उनके सभी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में फॉरेस्ट क्लियरेंस आदि के सम्बन्ध में वन विभाग के साथ संयुक्त बैठक कर प्रकरणों को निस्तारित करते हुए प्रोजेक्ट्स को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने उरेडा को भी सोलर एनर्जी का उत्पादन बढ़ाए जाने हेतु अध्ययन कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने उन राज्यों, जिन्होंने सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है, द्वारा किए गए कार्यों और नवोन्मेषी सुझावों का भी अध्ययन कर राज्य में अपनाए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, तीनों निगमों के प्रबन्ध निदेशक सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

धामी की बच्चों से अपील, लक्ष्य लेकर आगे बढ़े

एक दिवसीय काशीपुर दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय बांसखेड़ा, काशीपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए बहल पेपर निगम लिमिटेड काशीपुर द्वारा सी.एस.आर के माध्यम से काशीपुर में विभिन्न राजकीय विद्यालयों में किए गए आधुनिकरण/नवीनीकरण कार्यों का लोकार्पण किया।
इस दौरान राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बाँसखेड़ा कला, काशीपुर (उधम सिंह नगर), राजकीय प्राथमिक विद्यालय, गिन्नीखेड़ा, काशीपुर (उधम सिंह नगर), राजकीय प्राथमिक विद्यालय, गिरधई, काशीपुर (उधम सिंह नगर), राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बॉसखेड़ा खुर्द, काशीपुर (उधम सिंह नगर), राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बघेलेवाला, काशीपुर (उधम सिंह नगर), राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, बघेलेवाला काशीपुर (उधम सिंह नगर), राजकीय प्राथमिक विद्यालय, ढकिया गुलाबो, काशीपुर (उधम सिंह नगर) के आधुनिकरण/नवीनीकरण कार्यों का लोकार्पण किया गया।
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विद्यालयों में दी गई सुविधा एवं इनके निर्माण बच्चों की सुविधा अनुसार हैं। आने वाले समय में यह विद्यालय संपूर्ण उत्तराखंड में मॉडल विद्यालय के रूप में स्थापित होंगे। सरकार की प्राथमिकता है कि प्रत्येक सरकारी विद्यालय आधुनिकता से जुड़े। सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा सुविधा हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि तमाम संकल्पों को पूरा करते हुए हमारी सरकार शिक्षा, चिकित्सा, उद्यान, कृषि जैसे प्रत्येक क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ काम कर उत्तराखंड को आगे बढ़ाने का कार्य करेगी। उन्होंने कहा उत्तराखंड का विकास यहां की युवा पीढ़ी एवं स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के भविष्य पर निर्भर करती है। नन्हे बच्चे उत्तराखंड राज्य के साथ ही देश का भविष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार तीन मंत्र सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के आधार पर प्रदेश में विकास कार्य को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। आगामी चार धाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु आने का अनुमान है, बिजली सड़क पेयजल जैसी तमाम सुविधाएं श्रद्धालुओं तक पहुंचाने हेतु सरकार ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सही समय पर सही कार्य करते हुए अपने सपनों को साकार करना ही हमारा एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए। मौजूद छात्रों से उन्होंने कहा की अपना हर पल हर क्षण अपने सपनों को समर्पित करें एवं अपने लक्ष्य पर केंद्रित करें। उन्होंने कहा हमारी सरकार नई खेल नीति लाई है जिसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि सुविधाओं के अभाव में कोई भी खिलाड़ी आगे बढ़ने से न रुके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार “विकल्प रहित संकल्प“ के ध्येय वाक्य पर काम कर रही है। सरकार की प्राथमिकता है कि जो घोषणा पूर्व में की गई हैं उनके शासनादेश भी जारी हो रहे हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आने वाला दशक उत्तराखंड का दशक होगा। रजत जयंती के अवसर पर उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य होगा।