विजय दिवस पर शहीदों को सीएम ने अर्पित की श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क देहरादून में शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने कहा कि भारत की महान सेना ने पाकिस्तान के 93000 सैनिकों को आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया था। भारत की सुरक्षा और विश्व के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हमारे सैनिकों को वीरता का परिणाम है। हमारे जवानों के अद्भुत पराक्रम से इस युद्ध में एक बड़ी विजय भारत को प्राप्त हुई थी। इस युद्ध में देश के शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।

इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक गणेश जोशी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर के.बी.चन्द एवं पूर्व सैन्य अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।

बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों पर आधारित रिर्पोट का मुख्यमंत्री ने किया विमोचन

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की बैठक आयोजित हुई। आयोग में सदस्यों की नियुक्ति के पश्चात आयोग की यह पहली बैठक रही जिसमें उपाध्यक्ष सहित सभी नामित सदस्य एवं उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक व आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने एवं पलायन को कम करने हेतु आयोग द्वारा की गई सिफारिशों से सम्बन्धित पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि पलायन आयोग द्वारा पलायन के मूल कारणों से सम्बन्धित दी गई प्राराम्भिक रिपोर्ट से ही स्पष्ट था कि राज्य से पलायन मुख्यतः शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा एवं रोजगार की कमी रही है। उन्होंन कहा कि आयोग के सुझावो पर राज्य सरकार द्वारा नीतिगत निर्णय लिये जा रहे है। उन्होंने कहा कि आयोग को वर्किंग एजेन्सी के रूप में नहीं अपितु राज्य से पलायन रोकने तथा ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक विकास के लिये थिंकटेक के रूप में कार्य करना होगा। आयोग के सदस्यों को ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न स्तरों पर कार्य करने का अनुभव है। उनके अनुभव राज्य के समग्र विकास में उपयोगी होंगे इसका उन्होंने विश्वास जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 से पूर्व ही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सोलर स्वरोजगार योजना तथा ग्रोथ सेन्टरों की स्थापना, एलईडी योजना का कार्य गतिमान रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक विकास एवं स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करना इसका उद्देश्य था। सीमान्त क्षेत्रों के समग्र विकास के लिये मुख्यमंत्री सीमान्त सुरक्षा निधि की व्यवस्था की गई है। स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की सरकारी खरीद के लिये 5 लाख तक की सीमा निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा यूनीफार्म आपूर्ति के क्षेत्र में भी कार्य किया जा रहा है, पर्वतीय क्षेत्रों में इसे और विस्तार दिये जाने की जरूरत है। इनमें आत्मविश्वास जगाने की भी उन्होंने जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने अच्छी शिक्षा व्यवस्था के लिये भी सदस्यों से सुझाव देने को कहा। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों के कारगर ढ़ंग से उपयोग की दिशा में पहल की गई है। चीड़ से बिजली व पेलेटस बनाये जा रहे है। एलईडी निर्माण में 15 संस्थाये कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने राज्य में स्वयं का रोजगार खड़ा कर समाज को प्रेरणा देने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर युवाओं को तकनीकि प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने ग्रोथ सेन्टरों में क्रेडिट कार्ड योजना आरम्भ किये जाने की भी बात कही।
बैठक में उपाध्यक्ष, ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग डॉ0 एस0एस0नेगी ने बताया कि आयोग द्वारा अब तक राज्य के पर्वतीय जनपदों, ईको टूरिज्म, ग्राम्य विकास एवं कोविड-19 के प्रकोप के दौरान राज्य में लौटे प्रवासियों एवं उनके पुनर्वास पर आधारित 11 सिफारिशे प्रस्तुत की जा चुकी है।
बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों पर आधारित रिपोर्ट के सम्बन्ध में डॉ. नेगी ने बताया कि जनगणना वर्ष 2011 के अनुसार जनपद बागेश्वर की जनसंख्या 2,59,898 है, इनमें 1,24,326 पुरूष तथा 1,35,572 महिलाएं है। पिछले 10 वर्षों में 346 ग्राम पंचायतों से कुल 23,388 व्यक्तियों द्वार अस्थायी रूप से पलायन किया गया है। पिछले 10 वर्षों में 195 ग्राम पंचायतों से 5912 व्यक्तियों द्वार पूर्णरूप से स्थायी पलायन किया गया है। आंकड़े दर्शाते है कि जनपद के सभी विकासखण्डों में स्थायी पलायन की तुलना में अस्थायी पलायन अधिक हुआ है। जनपद की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2016-17 के लिए अनन्तिम रूप से 1,00,117 रूपये है।
आयोग द्वारा जनपद हेतु जो सिफारिशें रखी हैं उनमें प्रमुख रूप से पशुधन की गुणवत्ता में सुधार लाने एवं कृत्रिम गर्भाधान केन्द्रों की संख्या बढ़ाना, दुग्ध उत्पादन एवं दुग्ध उत्पादकों की उपज हेतु पनीर, घी आदि बनाने का प्रशिक्षण दिये जाने, दुग्ध समितियों की सक्रियता बढ़ाने एवं दुग्ध प्रसंस्करण केन्द्र खोले जाने। होम स्टे की संख्या बढ़ाये जाने, इकोटूरिज्म गतिविधियों को पर्यटक स्थलों के रूप में विकसित किए जाने, पर्यटन से जुड़े कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाए जाने, क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किये जाने, मनरेगा में समान अवसर और भागीदारी सुनिश्चित करके महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बनाए रखना, फसलों को बंदरों और जंगली सूअरों जैसे जानवरों से नुकसान से बचाव हेतु वन विभाग की सहायता से बन्दरबाड़ो, सोलर पावर फैन्सिंग का निर्माण कराये जाना, ग्राम पंचायतों में नर्सरियों बनाये जाना तथा औषधीय एवं सुगंधित पौंधों की कृषि को महत्वपूर्ण आजीविका उत्पादन गतिविधियों में विकसित किए जाना, जनपद में जड़ी-बूटी की खेती एवं कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया जाना, जनपद में चाय के क्षेत्रफल को बढ़ावा दिया जाना, जनपद में बागवानी के क्षेत्रों को बढ़ाये जाना शामिल है।
इस अवसर पर आयोग के सदस्यों रामप्रकाश पैन्यूली, सुरेश सुयाल, दिनेश रावत घण्डियाल, अनिल सिंह शाही एवं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रूद्रप्रयाग से रंजना रावत ने अपने सुझाव रखे।
अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार ने आयोग की सिफारिशों पर की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी। आयोग के सदस्य सचिव रोशन लाल एवं अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

कृषि कानून देश और किसानों के लिए ऐतिहासिकः विनय गोयल

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने कहा कि नया कृषि कानून देश और देश के किसानों के लिए ऐतिहासिक है। पर कुछ राजनीतिक दल इसे लेकर किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अगर कानून से एतराज है तो उस पर सरकार बैठकर समाधान करने को तैयार है पर कृषि कानून को किसी भी दशा में वापस नहीं लिया जाएगा।

ऋषिकेश में भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों को पूरे देश में बाजार के विकल्प उपलब्ध कराएंगे। इन कानूनों से किसानों को किसी भी तरह की हानि नहीं हो रही है, बल्कि कोई राजनीतिक दलों द्वारा किसानों को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाए जाने के लिए एमएसपी खत्म नहीं किया जाएगा।

गोयल का कहना है कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिले, इसके सभी प्रविधान कृषि कानून बिल में बनाए गए हैं। बटाई पर खेती करने वाले किसानों को भी इस बिल से लाभ मिलेगा। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि एक बाजार होने से किसानों को अपनी फसल बेचने में ही लाभ मिलेगा। उन्होंने आंदोलन की आड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में लगाए जा रहे नारों की भी निंदा की।

गोयल ने कहा कि उत्तराखंड के अलावा कई अन्य प्रदेशों के किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए बिल का समर्थन किया है। अगर फिर भी किसानों को कोई इस बिल को लेकर आशंका है तो केंद्र सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है।

पत्रकार वार्ता में राज्य मंत्री भगत राम कोठारी, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, मंडल अध्यक्ष दिनेश सती भी उपस्थित थे।

स्मार्ट सिटी की समीक्षा कर सीएम ने दिए ठेकेदारों के साथ टाइम टू टाइम बैठक के निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को सचिवालय में देहरादून स्मार्ट सिटी की समीक्षा की। बैठक के दौरान सी.ई.ओ. स्मार्ट सिटी आशीष श्रीवास्तव ने देहरादून स्मार्ट सिटी पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत कराये जा रहे सभी कार्यों को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इसमें समयबद्धता के साथ ही गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने मॉडर्न दून लाईब्रेरी की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इसे शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों से आम जनता को कोई परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसके लिए समय-समय पर ठेकेदारों आदि के साथ भी बैठक आयोजित की जानी चाहिए, ताकि उन्हें आ रही समस्याओं का भी निराकरण किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में वर्षाजल को संरक्षण के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग पर अधिक फोकस किया जाना चाहिए।

सी.ई.ओ. समार्ट सिटी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि स्मार्ट सिटी परियोजना की कुल लागत रू0 1407 करोड़ है, जिसमें 100 प्रतिशत निविदाएं आमंत्रित कर ली गयी हैं और इनसे सम्बन्धित कार्यादेश भी जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि देहरादून स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत स्मार्ट स्कूल का समस्त कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अन्तर्गत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड, राजकीय इंटर कॉलेज, खुड़बुड़ा एवं राजकीय कन्या जूनियर हाई स्कूल को शामिल किया गया है, जिनमें स्मार्ट क्लासेज, कम्प्यूटर लैब, सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन यंत्र आदि की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट रोड का कार्य प्रगति पर है। दून एकीकृत कमांड एण्ड कंट्रोल रूम का कार्य मार्च 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

इस अवसर पर सचिव शैलेश बगोली एवं सुशील कुमार आदि उपस्थित थे।

निर्धन लोगों में मेयर अनिता ने बांटी रजाई

खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर लोगों को मेयर अनिता ममगाईं ने रजाई वितरित की। इस दौरान रोटरी क्लब का भी सहयोग लिया गया। मेयर अनिता ने ऐसे निर्धन लोगों की मदद करने के लिए संगठनों से आगे आने की अपील की है।

आज शाम अनिता ममगाई ने आईएसबीटी क्षेत्र में गरीब तबके के लोगों को ठंड से राहत पहुंचाने के लिए रजाईयां बांटी। रोटरी क्लब के सहयोग से चले अभियान के प्रथम चरण में पचास से ज्यादा लोगों को रजाईयां वितरित की गई। मौके पर नगर आयुक्त नरेंद्र क्विरियाल, पार्षद चेतन चैहान, पार्षद कमलेश जैन, पार्षद राजू बिष्ट, पार्षद विजय बडोनी, पार्षद विजेंद्र मोघा, पार्षद अजीत गोलडी, रोटरी क्लब अध्यक्ष नितिन गुप्ता, पवन शर्मा, संजय अग्रवाल, गोविंद अग्रवाल, डॉ हरिओम अग्रवाल, डॉ डीके श्रीवास्तव, नवीन अग्रवाल, संजय बंसल, राकेश फूल, पंकज पावा, गोपाल अग्रवाल, गोपाल डॉ रवि कौशल, डॉ राजेन्द्र गर्ग, मनु कोठारी, सुनील उनियाल, गौरव केन्थुला, नवीन नौटियाल, हेमन्त डंग, नरेंद्र रतूड़ी आदि निगमकर्मी मौजूद रहे।

राजकीय पाॅलीटेक्निक में आनलाईन से युवाओं को मिलेगी विश्वस्तरीय टेक्निकल स्किल


मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति में आज सचिवालय में तकनीकी शिक्षा विभाग एवं एजुस्किल के मध्य में समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। उत्तराखण्ड सरकार एवं एजुस्किल द्वारा संयुक्त रूप से सभी राजकीय पॉलीटेक्निक में ऑनलाईन माध्यम से युवाओं को विश्वस्तरीय टेक्निकल स्किल उपलब्ध कराएगी। इसके माध्यम से मल्टीनेशनल कंपनियों के एकेडमिक प्रोग्राम तक छात्र-छात्राओं की पहुंच संभव होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के साथ ही प्रशिक्षकों को भी लगातार अपग्रेड किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका लगातार मूल्यांकन और अनुश्रवण किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इससे छात्र छात्राओं को इंडस्ट्री की डिमांड के अनुरूप कोर्सेज करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे इससे कितना ग्रहण कर पा रहे हैं, इस पर भी फोकस किया जाना चाहिए। एमओयू, निदेशक तकनीकी शिक्षा डॉ. हरी सिंह एवं निदेशक म्क्न्ैापसस, शुभजीत जगदेव के मध्य हस्ताक्षरित किया गया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी एवं मुख्यमंत्री के आई.टी. सलाहकार रविन्द्र दत्त पेटवाल आदि उपस्थित थे।

संत समाज ने की नागरिकों से अपील, गंगा में न डालें पूजन सामाग्री

गंगा में राफ्टिंग का संत समाज विरोध नहीं करता है, मगर राफ्टिंग की आड़ में गंगा में मादक पदार्थ लेकर पर्यटकों का जाना से अमर्यादित है। इससे गंगा तो दूषित हो ही रही है, साथ ही आस्था पर भी ठेस पहुंचती है, तो ऐसे लोग जो गंगा में मादक पदार्थ लेकर आते है, इसका विरोध संत समाज करता है। संत समाज सरकार से यह भी मांग करता है कि इसके लिए कानून बनाया जाए। यह बात महामंडलेश्वर ईश्वरदार महाराज ने कही।

आज नमामि गंगे और अखिल भारतीय संत समिति की महाकुंभ 2021 को लेकर मायाकुंड स्थित कृष्ण कुंज आश्रम में आयोजित की गई। इसमें नमामि गंगे के प्रदेश प्रमुख कपिल गुप्ता व उनकी टीम ने संत समाज के साथ एक स्वर में ऋषिकेश में भी महाकुंभ को लेकर विकास कार्य किए जाने पर सहमति बनाई। साथ ही गंगा की अविरलता को बनाए रखने के लिए लोगों से भी अपील की। संत समाज ने कहा कि गंगा में पूजन सामग्री न प्रवाहित की जाए। संतों की ओर से निश्चित तिथि पर गंगा की सफाई के लिए प्रयास किए जाएं। कुंभ में स्नान के लिए त्रिवेणी घाट का विस्तार किया जाए।

इस मौके पर महामंडलेश्वर दयाराम दास, महामंडलेश्वर गणेश दास, महंत केशव स्वरूव ब्रह्मचारी, महंत बलवीर सिंह, महंत सुखवीर सिंह, महंत स्वामी अखंडानंद महाराज, महंत गोपाल गिरी, महंत लोकेश दास, पंडित रवि शास्त्री, जुगल किशोर शर्मा, संतोष मुनि, अभिषेक शर्मा, हर्षित गुप्ता, मिंटू तिवारी, पंकज गुप्ता, प्रदीप कोहली, सिमरन गाबा, दिनेश शर्मा, अशोक अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

महिला मोर्चा में दायित्व मिलने पर पदाधिकारियों का मेयर अनिता ने किया स्वागत

मेयर अनिता ममगाई ने कहा कि भाजपा की राष्ट्रीय पार्टी है जो कार्यकर्ताओं का सम्मान करना जानती है। पार्टी में अनुशासित रहकर संगठन की रीतियों नीतियों को आगे बढ़ाने वालों को दायित्व सोंप कर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना पार्टी की परम्परा रही है।

आज दोपहर महिला मोर्चा की नव मनोनित जिला उपाध्यक्ष रोमा सहगल एवं जिला मंत्री ममता नेगी ने मेयर अनिता ममगाई से शिष्टाचार भेंट की। मेयर ने दोनों पद्दाधिकारियों बधाई देते हुए माल्यार्पण कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया। मेयर अनिता ने कहा कि निस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा करने वाले सदैव सम्मानित होते हैं। पदाधिकारियों का भी कर्तव्य है कि वह तमाम कार्यकर्ताओं के साथ एक मजबूत टीम बनाकर केंद्र एवं राज्य सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएं ताकि इसका लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने में पार्टी को मिल सके। उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी द्वारा जिन लोगों को नए दायित्व सौंपा गए हैं वह उन पर पूरी तरह से खरा उतरेंगे। इस दौरान पार्षद कमलेश जैन, पंकज शर्मा, प्रमिला त्रिवेदी, हेमलता चैहान, राजेश गौतम, राजीव गुप्ता, नवीन नौटियाल आदि उपस्थित थे।

ऋषिकेश में आवारा पशुओं से निजात दिला पाने में नगर निगम नाकामः यूथ कांग्रेस

आज यूथ कांग्रेस ऋषिकेश के कार्यकर्ताओं ने नगर अध्यक्ष अमरजीत धीमान के नेतृत्व में नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की और निगम पर विभिन्न आरोप लगाते हुए उसकी जांच की मांग की। इस बावत कार्यकर्ताओं ने नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वींरियाल को ज्ञापन भी सौंपा।

नगर अध्यक्ष अमरजीत सिंह धीमान ने ज्ञापन के जरिए मांग की, कि नगर निगम में हो रहे व्याप्त भ्रष्टाचार की जाँच की जाए। ज्ञापन में यह भी कहा कि नगर निगम बोर्डों की राजनीति कर रहा है, काम कब पूरा होगा। इसकी जानकारी निगम के पास नहीं है, मगर निर्माण वाली जगह पर बोर्डों की राजनीति हो रही है। महापुरुषों की कुछ मूर्तियों पर निगम प्रशासन की गलतियों के कारण बार बार सरकारी धन की बर्बादी की जा रही है। आवारा पशुओं के आतंक से निजात दिला पाने में निगम नाकाम है, इस दौरान निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। साथ ही नगर आयुक्त नरेंद्र क्वींरियाल को ज्ञापन देकर जल्द अनियमिताओं और भ्रष्टाचार की जाँच की माँग की। साथ ही मांग पूरा न होने पर आन्दोलन करने की चेतावनी भी दी है।

इस दौरान विवेक तिवारी, श्याम शर्मा, अजय धीमान, दक्षेस मनचंदा, दीपक वर्मा, जितेंद्र पाल पाठी, अभिषेक पारस, राहुल पांडेय, प्रिंस मनचंदा, विशाल, विपिन कुमार, आकाश कुमार, संदीप यादव, हिमांशु कश्यप, अजय पाल, शीशपाल भंडारी, अतुल कुमार, कृष्णा राजभर, राजेश भट्ट, कार्तिक वाधवा आदि उपस्थित रहे।

सफलता का कोई शार्ट कट नहींः ब्रिगेडियर रविंद्र गुरंग

महाविद्यालय ऋषिकेश के एनसीसी विभाग के एएनओ कैप्टेन डॉ सतेन्द्र कुमार के निर्देशन में एनसीसी कैडेटस ने रुड़की ग्रुप के ग्रुप कमांडेंट ब्रिगेडियर रविन्द्र गुरुंग को महाविद्यालय आगमन पर गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया।

ग्रुप कमांडेंट सरकारी दौरे पर कॉलेज पधारे व साथ ही उन्होंने कैडेटस से भी वार्तालाप कि जिनमें आर डी सी परेड के लिए चयनित कैडेटस भी मौजूद थे।।

सभी कैडेटस ने एनसीसी से जुड़े अपने अनुभव उनके समक्ष रखे व उनसे नवीन ज्ञान प्राप्त किया। ब्रिगेडियर गुरुंग ने कहा सफलता के लिए आपको मेहनत करनी होगी और कोई शॉर्टकट नहीं है वहीं उन्होंने कहा कि आप के बैग में हमेशा एक किताब जरूर होनी चाहिए या नोबेल ज्ञान प्राप्त करने के लिए आप को पढ़ना बहुत जरूरी है और किताबें पढ़ना बहुत जरूरी है और इंटरनेट और गूगल आजकल के समय में जो है वह खतरनाक बताया क्योँकि किताबें पढ़ना कम कर दिया।

ब्रिगेडियर गुरंग ने एलओसी के अलावा जम्मू और कश्मीर और देश के कई जगह कई कमांड में सेवा दी है। उन्होंने एनसीसी को कहा यह एक महत्वपूर्ण अंग है। वे खुद स्कूल और काॅलेज में 6 सांल एनसीसी के कैडेट्स रहे हैं। अभी रुड़की ग्रुप कमांडर है। ब्रिगेडियर गुरु ने एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर ड्रिल पायलट और अन्य कैडेट्स के डिसिप्लिन और उनके काम को भी सराहा। साथ ही कैडेट्स ने प्रश्लात भी किए। ब्रिगेडियर गुरंग ने कहा मोटिवेट करना अहम है। मोईवेशन जरूरी है। कोविड काल में दबब की फिजिकल ट्रेनिंग नहीं हो रही है लेकिन ऑनलाइन तरीके से जानकारियां दी रहे हैं। उन्होंने बताया आने वाले समय में दबब शिक्षा का अभिन्न अंग हो सकता है।

इस अवसर पर महाविद्यालय ऋषिकेश की प्राचार्या प्रो सुधा भारद्वाज, एडम ऑफिसर कर्नल प्रवीण भट्ट, एस एम थापा, डॉ रूबी तब्बसुम, डॉ पूनम पाठक, डॉ वीके गुप्ता, इशिका, ममता और महाविद्यालय एनसीसी के सभी कैडेटस मौजूद थे।