आज से अस्तित्व में आया ऋषिकेश व्यापार महासंघ

आज से ऋषिकेश व्यापार महासंघ का विधिवत शुभारंभ हो गया। महासंघ के दायरे में निगम के सभी 40 वार्ड आएंगे। महासंघ के जब तक चुनाव नहीं होते, तब तक वरिष्ठ व्यापारी राजीव मोहन अग्रवाल इसके संयोजक व नवल कपूर सह संयोजक रहेंगे।

मौके पर संयोजक राजीव मोहन अग्रवाल ने कहा कि हमारा मकसद व्यापारियों के अधिकारों की लड़ाई को लड़ना है परंतु पूर्व में चलते आ रहे व्यापार मण्डलों में परिवार वाद के साथ ही व्यक्ति वाद चला आ रहा है जो सही नहीं है। कहा कि हमने कई बार प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के सदस्य से वार्ता की कोशिश की, मगर कुछ कुर्सी पकड़ व्यापारी नेताओं ने अपनी हठधर्मिता के कारण एका के प्रयासों को सिरे से नकारने का काम किया। इसी को देखते हुए व्यापारियों की मॉंग पर महानगर के प्रथम व्यापार महासंघ का गठन किया गया है।

सह संयोजक नवल कपूर ने बताया कि महासंघ चालीस वार्डों के व्यापारियों को जोड़ने का कार्य करेगा और व्यापार महासंघ में व्यापारी सहायता कोष भी बनाया जायेगा। जिसमें व्यापारी पर मुसीबत करने पर उनकी सहायता हो सके।

व्यापार सभा के अध्यक्ष मनोज कालडा व पूर्व अध्यक्ष सूरज गुल्हाटी ने कहा कि महासंघ के बैनर तले व्यापारियों की लड़ाई लड़ने का कार्य करेगें। जल्द ही बाजार में सदस्यता अभियान के लिये हम सभी व्यापारी एक जुट होकर बाजार भ्रमण करेंगे।

प्रेस वार्ता में पूर्व व्यापार सभा अध्यक्ष राजेन्द्र सेठी, प्रॉपर्टी डेवलपर्स एसोसिएशन अध्यक्ष अजय गर्ग, प्रचून ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष विनोद शर्मा, मोटर पार्टस एसोसिएशन अध्यक्ष चन्द्रशेखर जैन, स्वर्ण कार संघ अध्यक्ष यशपाल पंवार, गढवाल ट्रक एसोसिएशन सचिव जयेन्द्र रमोला, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष मदन नागराज, महामंत्री अंशुल अरोड़ा, क्षेत्र रोड व्यापार संगठन अध्यक्ष राजेश भट्ट, स्वर्णकार संघ उपाध्यक्ष हितेन्द्र पंवार, बर्तन एसोसिएशन अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल, प्रचून व्यापर संघ अध्यक्ष गिरिराज गुप्ता, स्वर्णकार संघ से विवेक वर्मा, प्रॉपर्टी डेवलपर्स एसोसिएशन प्रवक्ता दीपक जाटव आदि मौजूद थे।

प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन ने बनाई दूरी
ऋषिकेश व्यापार महासंघ को बनाने को लेकर जिस वक्त रणनीति तय की जा रही थी। उस वक्त प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन भी इसमें जुड़ते दिखाई दिए। संगठन के नगर अध्यक्ष पंकज गुप्ता भी इसकी बैठक में सम्मिलित होकर अपने विचार रखते थे। मगर, आज प्रेसवार्ता में प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने दूरी बनाई। मामले को लेकर पंकज गुप्ता से वार्ता की गई तो उन्होंने सारा दोष प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल पर जड़ा। कहा कि प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल की हठधर्मिता के चलते संगठन एक नहीं हो सका। कहा कि वह किसी भी संगठन के विरोध में नहीं है, व्यापारियों के हित के लिए वह सदैव तत्पर रहे हैं और आगे भी रहेंगे।

योग के जरिए युवाओं ने जाना फिट रहने का मूलमंत्र

एक्टिव सोसाइटी की ओर से आज आस्था पथ पर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक निशुल्क योग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 40 से अधिक योगी और योगिनियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के प्रायोजक जिला पंचायत सदस्य संजीव चैहान ने युवाओं को एक फिटनेस शासन का पालन करने के लिए प्रेरित किया और भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक भलाई के महत्व को दर्शाया और बताया कि आज का युवा नशे और मोबाइल गेम आदि जैसे बुरी आदतों के जाल में कैसे पड़ रहा है और कैसे इस सब से अपने आप को सुरक्षित रखे। प्रतियोगिता के निर्णायक योग गुरु अंकित रणकोटी और रजनी पायल थे। विजेताओं को योगा मैट सेट्स और माला से विकास बिष्ट, प्रिंस राणा, दीपक पुंडीर और अमन रावत द्वारा सम्मानित भी किया गया। पहला, दूसरा और तीसरा स्थान जगदीप, आराधना और श्वेता ने हासिल किया।

नेपाली फार्म में राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्वागत को पहुंचे भाजपाई

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरिद्वार में महामंडलेश्वरों की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर वार्ता के प्रश्चात आज सुबह कुंभ नगरी हरिद्वार से द्रोण नगरी देहरादून के लिए रवाना हुए। उनके स्वागत कार्यक्रम की ऋषिकेश विधानसभा संयोजक महापौर अनिता ममगई के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का बेहद गर्मजोशी से स्वागत और अभिनंदन किया। इस दौरान उनपर जबरदस्त पुष्प वर्षा भी की गई।

पार्टी के तमाम पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ स्वागत कार्यक्रम की संयोजिका मेयर अनिता ममगाई भी मौके पर डटी रही। इससे पूर्व उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश भी पार्टी कार्यकर्ताओं को दिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष के वाहनों का काफिला नेपाली फार्म तिराहे पर पहुंचते ही समूचा क्षेत्र भाजपा जिदांबाद और जयश्री राम के गूंजायमान उद्वोषों से गूंज उठा। मेयर अनिता ममगाई ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को वाहन पर ही पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका अभिनंदन किया।

वहीं, हरिपुरकलां स्थित एक होटल में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी उनका स्वागत किया। इस दौरान पुष्पगुच्छ भेंट वार्ता भी की। वहीं, वीरभद्र मंडल की ओर से भी उनका स्वागत किया गया।

अब अपराधियों की खैर नहीं, जिस भी जगह से गुजरेंगे तो कैमरे में होंगे कैद

देहरादून। जनपद देहरादून को सीसीटीवी कैमरों का ग्रिड बनाने के लिए पुलिस ने ऑपरेशन थर्ड आई की शुरूआत की है। 15 दिन के इस ऑपरेशन में सभी थाना पुलिस को अपने-अपने क्षेत्र में अपराध के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में कैमरे लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस का दावा है कि इससे अपराधियों के मन में खौफ पैदा हो गया और किसी भी घटना होने के बाद अपराधी जल्दी पकड़े जाएंगे। एसपी क्राइम लोकजीत सिंह इसके नोडल अधिकारी, सहायक नोडल अधिकारी सीओ सदर अनुज कुमार और सीओ मसूरी नरेंद्र पंत हैं।

15 दिन के इस अभियान में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा बेहतर गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए जाने हैं। इनमें नाइट विजन होना बेहद आवश्यक है। डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने बताया कि 15 दिन बाद एक मॉक ड्रिल के माध्यम से थाना प्रभारियों, चैकी प्रभारियों और चीता पुलिस के कामों की समीक्षा की जाएगी।

करोड़ों रुपए की बकाया देनदारी वालेे छह विदेशी शराब के ठेके हुए सील

देहरादून। देहरादून में विदेशी शराब के छह ठेके सील किए गए हैं। आबकारी विभाग ने यह ठेके राजपुर रोड, बिंदाल चैक, कारगी चैक, रायपुर, सर्वे चैक और जाखन में सील किए हैं। कारण यह है कि इस फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत से ही इन ठेकों की ओर से राजस्व समय पर चुकाया नहीं गया। कई महीने का करोड़ों का राजस्व बकाया होने पर आबकारी विभाग द्वारा सीलिंग की कार्रवाई की गई। देहरादून के बाद अब विभाग राजस्व जमा न करने वाले कई और भी शराब के ठेकों पर कार्रवाई कर सकता है। अब तक जिन ठेकों पर कार्रवाई की गई है, उन सभी शराब ठेकों के संचालक फाइनेंसियल ईयर शुरू होने के समय से ही राजस्व नहीं चुका रहे थे। फिलहाल छह शराब के ठेके सील किए गए हैं और आगे देखना है कितना ठेकों पर कार्रवाई होती है।

मुख्यमंत्री ने किया वन विकास निगम सॉफ्टवेयर के ई-ऑक्शन पोर्टल का शुभारम्भ

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड वन विकास निगम सॉफ्टवेयर के ई-ऑक्शन पोर्टल का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-गवर्नेंस की दिशा में वन विकास निगम का यह एक अच्छा प्रयास है। वन उपजों एवं प्रकाष्ठ के लिए ई-ऑक्शन प्रक्रिया से वन विकास निगम के कार्यों में तेजी आयेगी। प्रकाष्ठ एवं वनोपज क्रय करने वालों को ई-ऑक्शन प्रक्रिया होने से अनावश्यक परेशानी भी नहीं होगी। ई-ऑक्शन की प्रक्रिया से वन विकास निगम के राजस्व में वृद्धि होगी।

कहा कि ई-गवर्नेंस की दिशा में राज्य सरकार का विशेष फोकस है, ऑनलाईन माध्यम से लोगों को हर सुविधा मिले इस दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। ऑनलाईन प्रक्रिया से लोगों को अनावश्यक सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं एवं समय तथा धन दोनों की बचत होती है। कार्यों में तेजी और पारदर्शिता लाने एवं समय की बचत के लिए डिजिटल माध्यमों का अधिकतम उपयोग जरूरी है।

उत्तराखण्ड वन विकास निगम के अध्यक्ष सुरेश परिहार ने कहा कि उत्तराखण्ड वन विकास निगम द्वारा वनों के संवर्द्धन, पर्यावरण संरक्षण, लोगों को उच्च गुणवत्तायुक्त प्रकाष्ठ, उपखनिज का उचित दरों पर आपूर्ति में योगदान किया जा रहा है। निगम द्वारा अपने 30 प्रभागों के माध्यम से वन क्षेत्रों में वैज्ञानिक वन प्रबंधन के दृष्टिगत सूखे, उखड़े, गिरे वृक्षों से प्रकाष्ठ का उत्पादन, उपखनिज चुगान एवं प्रकाष्ठ के विक्रय की कार्यवाही की जा रही है।

उत्तराखण्ड वन निगम के प्रबंध निदेशक विनोद कुमार ने कहा कि इस डिजिटल पहल से वनोपज एवं प्रकाष्ठ के विक्रय में प्रगति आयेगी। देशभर से क्रेता ई-ऑक्शन के माध्यम से घर बैठे ही प्रकाष्ठ का क्रय कर सकते हैं। ई-ऑक्शन कार्यवाही से प्रकाष्ठ की नीलामी की कार्यवाही से कार्यप्रणाली में और अधिक तेजी आयेगी। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से अब वनोपज एवं प्रकाष्ठ के विक्रय की कार्यवाही ई-ऑक्शन के माध्यम से की जायेंगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त, अपर प्रमुख वन संरक्षक डीजे के. शर्मा, डा. शमीर सिन्हा, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, उत्तराखण्ड वन विकास निगम के अपर प्रबंध निदेशक केएम राव, महाप्रबंधक निशान्त वर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक आकाश वर्मा, इन्द्र सिंह नेगी, उमेश त्रिपाठी, चीफ प्रेजक्ट कॉर्डिनेटर हिमांशु चन्द्रा, शोभित वर्मा आदि उपस्थित थे।

एम्स ऋषिकेश ने लांच किया अपना यू-ट्यूब चैनल लॉन्च

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध होने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं और उपचार की जानकारियां अब जनमानस को संस्थान के अपने यू ट्यूब चैनल एम्स ऋषिकेश ऑफिशियल के माध्यम से मिल सकेंगी। संस्थान ने शुक्रवार को अपना आधिकारिक यू ट्यूब चैनल लॉन्च कर दिया है, जिसमें विभिन्न उपचार व अन्य गतिविधियों की जानकारी वाले वीडियो अपलोड किए गए हैं।

आम नागरिकों को एम्स में मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित जानकारियां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एम्स ऋषिकेश ने शुक्रवार को यू ट्यूब चैनल लॉन्च किया। ’एम्स ऋषिकेश ऑफिशियल’ नाम के इस चैनल का उद्घाटन करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो. रविकांत ने कहा कि चैनल में संस्थान में संचालित स्वास्थ्य संबंधी तमाम गतिविधियों और मौजूदा सुविधाओं की जानकारी वाले वीडियो उपलब्ध रहेंगे। इस चैनल के माध्यम से देश और दुनिया के किसी भी कोने से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में संचालित स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि एम्स का प्रयास है कि स्वास्थ्य सुविधाओं, मेडिकल तकनीकों, अस्पताल की व्यवस्थाओं के साथ साथ संस्थान की अन्य गतिविधियों को आम नागरिकों, मरीजों और उनके तीमारदारों तक सुलभता से पहुंचाने के लिए हर प्रकार के संचार माध्यमों का उपयोग किया जाए। जिससे खासकर गरीब व जरुरतमंद लोग इलाज से किसी भी तरह से वंचित नहीं रह सकें।

एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने कहा कि वर्तमान समय में सूचनाओं और जानकारियों को हासिल करने के लिए यू ट्यूब जैसी संचार सुविधाएं एक सशक्त माध्यम हैं। एम्स में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारियां दूसरे लोगों तक भी पहुंचाएं जिससे जरुरतमंद लोगों को इलाज सुलभ हो सके ।
एम्स निदेशक के स्टाफ ऑफिसर डा. मधुर उनियाल के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, डीन हाॅस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा आदि मौजूद थे।

प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल, ऋषिकेश महासंघ के साथ जाने को तैयार नहीं

प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल अपने फैसले पर अडिग है, वह ऋषिकेश महासंघ के साथ नहीं जाएगा। मगर, हां जो भी व्यापारी उनके संगठन से जुड़ना चाहता है, उसका स्वागत है, मगर कोई शर्त मंजूर नहीं की जाएगी। एक तरह से बिना शर्त संगठन से जुड़ने वाले व्यापारियों का स्वागत है।

आज एक होटल में जिलाध्यक्ष नरेश अग्रवाल ने पत्रकारवार्ता की। कहा कि प्रांतीय व्यापार प्रदेश स्तर का संगठन है। यह व्यापारियों के हितों के लिए काम करती है। ऐसे में संगठन से रूठकर अलग संगठन बनाने से व्यापारियों का हित नहीं हो सकता है। इसलिये सभी व्यापारी संगठन एकजुट होकर संगठन को मजबूत कर सकते है। एकीकरण के लिए जो लोग राजी होते हैं, तो उनका स्वागत है। मौके पर प्रदेश संगठन मंत्री हरगोपाल अग्रवाल, प्रदेश मंत्री श्रवण जैन, नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महामंत्री ललित मोहन मिश्रा, नगर उद्योग युवा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष प्रतीक कालिया, जिला उपाध्यक्ष रवि जैन, दीपक तायल, अनुज आदि मौजूद थे।

आम व्यापारी भी सदस्य के तौर पर डालेगा वोट
जिलाध्यक्ष नरेश अग्रवाल ने बताया कि इस बार संगठनों के अध्यक्ष और महामंत्री के साथ आम व्यापारी को सदस्य के तौर पर वोटर बनाया जाएगा। वे मतदान में अपना वोट देकर अध्यक्ष और महांमत्री को चुन सकते हैं। नगर निगम क्षेत्र तीन हजार लोगों को सदस्यता के लिए फार्म दिए गए हैं। जिनमें 800 व्यापारियों को जोड़ा जा चुका है। बताया कि 10 दिसंबर तक सदस्यता अभियान चलाया जाना है। चुनाव की तारीख अभी तय नहीं की गई है, दो दो समिति का गठन होना बाकी है।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण में कार्यदायी संस्थाओं को सीएम सेे मिले निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण में तेजी लाये जाने के लिये कार्यदायी संस्थाओं को उनकी आवश्यकता के अनुरूप आवश्यक सहयोग के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य हित से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना को निर्धारित समय पर पूर्ण होना जरूरी है। इसके लिये रेल विकास निगम के अधिकारियों के साथ ही रेलवे लाइन निर्माण हेतु विभिन्न पैकेजों में कार्य करने वाली कार्यदायी संस्थाओं की समस्याओं के त्वरित समाधान पर ध्यान दिया जाय।

मुख्यमंत्री आवास में शासन के उच्चाधिकारियों, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ परियोजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को उनके क्षेत्र में संचालित परियोजना के कार्यों में आने वाली समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिये गये हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के साथ ही चार धाम सड़क परियोजना राज्य के लिये महत्वपूर्ण योजना है। चार धाम यात्रा के साथ ही पर्यटन को इससे बढ़ावा मिलेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के विभिन्न पैकेजों पर कार्य करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों की भी समस्यायें सुनी तथा उनके निराकरण के भी निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन समस्याओं का समाधान जिलाधिकारियों के स्तर पर नहीं हो पा रहा हो उसके लिये शासन स्तर पर शीघ्रता से कार्यवाही की जाय। मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण सामग्री की आपूर्ति में हो रही कठिनाई के अविलम्ब निराकरण के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्थाओं से अपेक्षा की कि वे अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने की व्यवस्था करें। उन्होंने परियोजना में उपयोग में लायी जा रही आधुनिक मशीनों के संचालन एवं रख-रखाव आदि की तकनीकि जानकारी के लिये स्थानीय आईटीआई के छात्रों को प्रशिक्षित करने को कहा ताकि उन्हें भी परियोजना के अधीन रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें।

रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया गया कि वीरभद्र-न्यू ऋषिकेश ब्लॉक सेक्शन का काम पूर्ण हो चुका है। ऋषिकेश में एक आरओबी तथा एक आरयूवी भी तैयार हो चुका है। परियोजना के तहत 17 टनल के कार्यों को 10 पैकेज में बांटा गया है। लछमोली व श्रीनगर में अलकनंदा नदी पर आर.ओ.बी. का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। श्रीनगर, गौचर व सिवाइ में रोड ब्रिज का कार्य भी प्रगति पर है। ऋषिकेश-देवप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2023-24 और देवप्रयाग-कर्णप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2024-25 तक पूर्ण किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि उत्तराखण्ड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, श्री केदारनाथ व श्री बद्रीनाथ को रेलवे सेवा से जोड़ने के लिए लगभग 327 किलोमीटर की कुल लम्बाई की 4 रेलवे लाईन अलाईनमेंट पर कार्य किया किया जा रहा है।

बैठक में मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार केएस पंवार, मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार आलोक भट्ट, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव आरके सुधांशु, शैलेश बगौली, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर हिमांशु बडोनी आदि उपस्थित रहे।

सिद्ध पीठ मंशा व चंडी देवी मंदिर मार्ग को किया जाए सुदृढ़ः त्रिवेंद्र सिंह रावत

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मेला नियंत्रण कक्ष, हरिद्वार में स्वच्छ, सुरक्षित, हरित और भव्य, दिव्य हरिद्वार कुम्भ 2021 के आयोजन के संबंध में समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि कुम्भ के कार्य हर हाल में समय पर पूर्णं कर लिये जाएं, यदि आवश्यकता पड़े तो कार्य में लेबर की संख्या बढाई जाए और शिफ्ट की संख्या भी बढ़ा ली जाए।

लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि कुम्भ क्षेत्र के मठ, मन्दिर, आश्रम, धर्मशाल, अखाड़ा और पेशवाई मार्ग को दुरूस्त कर लिया जाए। इसके साथ ही मंशा देवी और चण्डी देवी मार्ग का सुदढ़ीकरण कर लिया जाए। कुम्भ क्षेत्र के साज-सज्जा और सौंदर्यीकरण के कार्य कुम्भ श्रद्धालुओं का स्वागत करेगा।

कुम्भ कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाएं रखने को गम्भीरता से लेने को कहा तथा कहा कि कुम्भ के बाद और कुम्भ के दौरान किसी प्रकार के प्रश्न चिह्न उठने की सम्भावना को समाप्त करें।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कुम्भ मेले की बैठक के उपरांत यूपीसीएल के 33-11 के.वी. उपसंस्थान जगजीतपुर-ललतारौ का लोकार्पण किया। कुम्भ मेला-2021 के अन्तर्गत हरिद्वार क्षेत्र में अस्थायी सैक्टरों एवं पार्किंग में कुम्भ की विद्युत मांग को देखते हुए तथा वर्तमान उपसंस्थानों का बेहतर लोड मैनेजमेंट करने के लिये 2 नये उपसंस्थान ललतारों एवं जगजीतपुर में बनाये गये हैं।

कुम्भ मेला-2021 में प्रस्तावित कनखल, बैरागी कैम्प सेक्टरों को विद्युत आपूर्ति के लिये आवश्यक अस्थायी विद्युत नेटवर्क की विद्युत आपूर्ति करने वाले उपसंस्थानों बैरागी कैम्प एवं कनखल-प्प् का लोड कम करने के लिये प्रस्तावित जगजीतपुर उपसंस्थान का निर्माण किया गया है। इससे कुम्भ मेला-2021 में प्रस्तावित रोडीवाला, बेलवाला एवं हर की पैडी सेक्टरों में आवश्यक अस्थायी विद्युत नेटवर्क को विद्युत आपूर्ति करने वाले उपसंस्थानों लालजीवाला एवं मायापुर का लोड कम करने के लिये एवं बेहतर विद्युत आपूर्ति होगी। यह उपसंस्थान 2 अलग-अलग 132 के0वी0 उपसंस्थानों भूपतवाला एवं ज्वालापुर से निकलने वाले 33 के०वी० फीडरों से पोषित होगा, इस प्रकार अलग-अलग सोर्स से कनेक्टिविटी बनी रहेगी। साथ ही लगभग 4000 वर्तमान निवासरत विद्युत उपभोक्ता इस उपसंस्थान से लाभान्वित होंगे। यह उपसंस्थान प्री-फेब्रिकेटेड पावर डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर आधुनिक तकनीक पर आधारित है। यह आधुनिक क्षमता का तकनीक पर आधारित देवभूमि उत्तराखण्ड के कुम्भ क्षेत्र हरिद्वार में पहला उपसंस्थान है।

इस अवसर पर नगर विकास मंत्री मदन कौशिक, विधायक आदेश चैहान, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, प्रबन्ध निदेशक यूपीसीएल नीरज खैरवाल, मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर उपस्थित थे।