एसबीआई की मुनिकीरेती शाखा में ग्राहकों का हंगामा

ऋषिकेश।
मुनिकीरेती में एसबीआई बैंक के शाम सात बजे से पहले बंद होने पर उपभोक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साएं लोगों ने बैंक परिसर में हंगामा करना शुरू कर दिया। सुबह से लाइनों में खड़े लोग काम न होने से नाराज हुए। बैंक प्रशासन का कहना है कि उन्हें बैंक चार बजे तक ही खोलने के आदेश हैं।
शनिवार को कैलाशगेट स्थित एसबीआई बैंक की शाखा में लोग सुबह से पांच सौ व हजार के नोट बदलाने लाइनों में खड़े रहे। लेकिन दोपहर बाद करीब चार बजे जैसे ही बैंक को बंद करने की बात कहीं तो लोग भड़क गए। 102लाइनों के खडे लोगों का पारा चढ़ गया और धक्का-मुक्की करते हुए बैंक परिसर में घुस आए। इस दौरान बैंक प्रशासन लगातार लोगों को बैंक का सामान्य रूटीन का हवाला देता रहा। लेकिन लोग अन्य बैंकों के देर रात तक खुले होने की दलील देते रहे। बैंक प्रशासन का कहना है कि उन्हें बैंक को 10 से चार बजे तक ही खोलने के निर्देश दिए गए हैं।

ढालवाला में रिलायंस पेट्रोल पंप दो दिन के लिए बंद

10 के सिक्के नहीं लेने पर पेट्रोल पंप पर कार्रवाई

ऋषिकेश।
ढालवाला स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप पर शनिवार को दोपहर पांच सौ के नोट और 10 रुपये के सिक्के नहीं लेने पर ऋषिकेश निवासी हिमांशु संगतानी ने मुनिकीरेती थाने में तहरीर दी। उनका आरोप था कि पंप के कर्मचारियों ने पेट्रोल के लिए 500 रुपये लेने से इनकार कर दिया। जबकि सरकार की ओर से 14 नवंबर तक 500 और 1000 के नोट पंप पर चलने के आदेश हैं। उधर, पंप संचालक का तर्क था कि जीओ के अनुसार प्राइवेट पंपों को 500 और 1000 रुपये के नोट लेने के लिए न तो बाध्य किया गया है, न ही लेने की अनुमति है। शिकायत पर मौके पर पहुंचे तहसीलदार शक्ति प्रसाद उनियाल ने जांच की। उन्होंने माना कि जीओ के मुताबिक पंप संचालक अपनी जगह सही है, लेकिन पेट्रोल पंप संचालक ने शिकायतकर्ता से 10 रुपये के सिक्के लेने से भी इनकार कर दिया। भारतीय मुद्रा नहीं लेने और कानून व्यवस्था के मद्देनजर तहसीलदार ने कार्रवाई करते हुए पंप को दो दिनों के लिए बंद करवा दिया। मौके पर पूर्ति निरीक्षक संतोष भट्ट, थाना प्रभारी मुनिकीरेती रवि कुमार, राजस्व निरीक्षक रणजीत सिंह चौहान, राजस्व उपनिरीक्षक दयानाथ मौजूद रहे।
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एक ग्राहक की शिकायत थी कि रिलायंस पंप पेट्रोल के बदले 500 रुपये का नोट लेने से इनकार कर रहा है। जबकि मौके पर पंप संचालक ने जीओ प्रस्तुत किया। इसमें प्राइवेट पंपों को 500 और 1000 रुपये के नोट लेने के लिए बाध्य नहीं किया गया है।, लेकिन पंप ने शिकायतकर्ता से 10 रुपये के सिक्के लेने से भी इनकार किया। कानून व्यवस्था बनाने के लिए पंप का दो दिनों के लिए बंद किया गया है।
शक्ति प्रसाद उनियाल, तहसीलदार नरेन्द्रनगर

खुल्ले पैसे के अभाव में पर्यटक हुए पैदल

ऋषिकेश घूमने आए पर्यटकों ने पैदल नापे रास्ते

ऋषिकेश।
गुरुवार से बैंकों में पांच सौ और हजार रुपये के नोट बदलने की प्रक्रिया शुरू हो हुई, लेकिन पर्यटक बैंकों के बाहर लंबी-लंबी लाइन देखकर नोट बदलने से बचते रहे। खुल्ले पैसों के अभाव में उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी। बड़ी संख्या में पर्यटक से राफ्टिंग को सुबह 11 बजे रोडवेज बस से यात्रा अड्डे पहुंचे, लेकिन बड़े नोट नहीं चलने से वह परेशान रहे। मजबूरी में वह पैदल ही कैलाशगेट स्थित राफ्टिंग कंपनियों के कार्यालय पहुंचे। दिल्ली में ग्रेजुएशन कर रही प्रीति सिन्हा ने बताया कि होटल में तो वह कार्ड से खर्च कर लेंगी, लेकिन विक्रम-ऑटो चालक खुल्ले मांग रहे हैं। इसलिए वह पैदल ही कैलाशगेट जा रही हैं। वह पहले भी राफ्टिंग करने ऋषिकेश आ चुकी हैं। इस बार अपने दोस्तों के साथ आई हैं। वह दो दिन ऋषिनगरी में ही ठहरेंगे। उन्होंने पहले ही ऑनलाइन होटल और राफ्टिंग की बुकिंग करवा रखी है। उधर, रेलवे मार्ग पर खरीददारी को पहुंचे विदेशी पर्यटक भी परेशान रहे। वह स्वर्गाश्रम स्थित एक आश्रम में ठहरे हैं। गुरुवार को वह खरीदारी को ऋषिकेश के बाजार आए। बाजार बंदी के कारण उन्हें लौटना पड़ा। विदेशी एक सप्ताह के टूर पर आए हैं। इसके अलावा स्वर्गाश्रम, लक्ष्मणझूला, कैलाशगेट आदि इलाकों से कई यात्री पैदल रेलवे स्टेशन और बस अड्डा पहुंचे।
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हरिद्वार मार्ग के पेट्रोल पंप पर तेल खत्म
500 और 1000 के नोट पेट्रोल पंपों पर ही चल रहे थे। मंगलवार रात से हरिद्वार मार्ग स्थित एक पेट्रोल पंप का भारी भीड़ रही। इस कारण गुरुवार सुबह 10 बजे पेट्रोल और डीजल खत्म हो गया। पंप मालिक को पेट्रोल खत्म होने का बोर्ड लगाना पड़ा। शहर के सभी पंपों पर पेट्रोल-डीजल लेने को भीड़ रही। गुरुवार को भी शहर के सभी पंपों पर एक लाख लीटर पेट्रोल-डीजल की बिक्री हुई। इस दौरान पांच सौ से कम का तेल नहीं दिया गया। पंप संचालक 100 और 50 के नोट नहीं होने का बहाना बनाते रहे।

भूमिधरी का अधिकार नहीं मिलने नाराज टिहरी बांध विस्थापित

विस्थापितों ने सरकार की बुद्धि-शुद्धि को किया यज्ञ

ऋषिकेश।
टिहरी बांध प्रभावित पशुलोक धरना स्थल पर एकत्रित हुए और राज्य सरकार की बद्धि-शुद्धि को यज्ञ किया। विस्थापित समन्वय विकास समिति पशुलोक के अध्यक्ष हरि सिंह भंडारी ने कहा कि टिहरी जनपद के एक दर्जन गांवों के तीन हजार पुनर्वासित परिवार वर्ष 2000 में पशुलोक में बसाए गए थे। लेकिन 16 साल बाद भी विस्थापितों को भूमिधरी का अधिकार नहीं मिल पाया है। विस्थापित 25 जुलाई से पशुलोक में धरने पर बैठे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
सचिव जगदमा रतूड़ी ने कहा कि क्षेत्र को राजस्व ग्राम का दर्जा न मिलने से विस्थापित सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। प्रमाण-पत्र न बनने से उनके बच्चों को रोजगार के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। इसलिए सरकार को जल्द क्षेत्र को भूमिधरी का अधिकारी देने के आदेश करने चाहिए। कार्यक्रम में प्रवीण थपलियाल, मनीष मैठानी, संजय थपलियाल, अरुण कांत बिजल्वाण, गणेश बिजल्वाण, वीरेंद्रदत्त जोशी, सूरत सिंह राणा, कुशलानंद भट्ट, प्रताप सिंह, प्रताप पंवार, शूरवीर सिंह, युद्धवीर सिंह, रमेश सिंह, जनार्धन प्रसाद, शिवकुमार, गिरीश उनियाल आदि शामिल थे।
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वनभूमि बना भूमिधरी में रोड़ा
वनभूमि के चलते भी भूमिधरी का अधिकार मिलने में परेशानी आ रही है। पुनर्वास निदेशालय की लापरवाही एवं शासन की अनदेखी के चलते भूमिधरी का अधिकार नहीं मिल पाया है। जबकि 2005 में मुख्य संरक्षक वन ने पुनर्वास निदेशालय को शासन स्तर पर आदेश जारी करवाने को कहा था। लेकिन शासन की अनदेखी के चलते समस्या का निदान नहीं हो पाया है।

भारतीय मुद्रा के अपरोक्ष रुप से बहिष्कार का प्रशासन नही ले रहा संज्ञान

ऋषिकेश।
तीर्थनगरी में दस रुपये के सिक्के का बहिष्कार देखने को मिल रहा है। जागरुकता की कमी और भ्रम के कारण दस रुपये का सिक्का चलन से बाहर होने की कगार पर खडा है। उस पर अफवाहें कि असली और नकली सिक्के का खेल और माहौल बिगाड रहा। कई दुकानदारों के पास दस रुपये के सिक्कें की भरमार है, उन्हें डर सता रहा कि उनके सिक्कें नकली तो नही। ऐसे में दुकानदार ग्राहकों से दस रुपये के सिक्कें नही ले रहे है। बाजार में दस रुपये के सिक्कें नही लेने से ग्राहकों में असंतोष पनप रहा है।
दुकानदार व ग्राहक जिसके पास जितने भी सिक्कें है, वह उनको चलन में नही ला पा रहा है। हालांकि कुछ दुकानदार असली व नकली सिक्कों का आंकलन उसमें बनी तिल्ली के आधार पर कर रहे है। अपरोक्ष रुप से दस रुपये के सिक्कें चलन से धीरे-धीरे गायब हो रहे है। ताज्जुब कि बात है कि भारतीय मुद्रा चलने से बाहर हो रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी व प्रशासन इस ओर कोई कार्रवाई नही कर रहा है। या कहें तो दबी आवाज में लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई की बात कह रहा है।
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भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार …
एक रुपये के सिक्के और अधिक रुपये के सिक्कों को रुपये सिक्के कहा जाता है। यह सिक्के वैध मुद्रा के अंतरगत आते है। सिक्काकरण(क्वायनेज) अधिनियम, 2011 की धारा 6 में प्रदत्त अधिकार के अंतर्गत जारी सिक्के भुगतान के लिए वैध मुद्रा होंगे बशर्ते कि सिक्के को विरूपित न किया गया हो और उनका वजन इस तरह से कम न हुआ हो जो प्रत्येक के मामले में निर्धारित वजन से कम हो। (क)किसी भी मूल्यवर्ग के सिक्के जो एक रुपये से कम न हो किसी भी राशि के लिए (ख) आधा रुपया सिक्का, किसी भी राशि के लिए किंतु अधिक से अधिक दस रुपये तक, वैध मुद्रा होंगे।

बाजार में कुछ सिक्कों को लेकर भ्रम की स्थिती है। हांलाकि भारतीय मुद्रा को लेने से मना करना अपराध की श्रेणी में आता है। हमनें आरबीआई को पत्र भेजा है। 10 नवंबर को उनके अधिकारियों के साथ बैठक होनी है। इसके बाद कार्रवाई होगी।
रविनाथ रमन,जिलाधिकारी देहरादून

सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानों से बैरंग लौट रहे उपभोक्ता

ऋषिकेश।
पूर्ति विभाग अब आधार नंबर लेने के लिए नया फॉर्मूला अपना रहा है। कई सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता उपभोक्ताओं को राशन नही दे रहे हैं। कारण यह कि उनका आधार कार्ड का नंबर राशन कार्ड से लिंक नही हुआ है। नए नियम के अनुसार अब राशन कार्ड में दर्ज यूनिटों का भी आधार नंबर दर्ज किया जाना है। सभासद हरीश तिवाड़ी ने बताया कि उनके क्षेत्र में कई लोग राशन नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं। बताया कि कई परिवारों में छोटे बच्चों का आधार कार्ड नहीं बना है। बीते दिनों लगे कैंप में भी पांच साल से छोटी उम्र के बच्चों का आधार कार्ड नहीं बन पाया। उन्होंने आपूर्ति विभाग पर आधार कार्ड के बहाने राशन की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया।
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नए निर्देशों के अनुसार राशन कार्ड की सभी यूनिटों का आधार नंबर राशन कार्ड में दर्ज कराना अनिवार्य कर दिया गया है। बार-बार आधार नंबर मांगने पर भी कई उपभोक्ता विभाग को जानकारी नहीं दे रहे हैं। विभाग द्वारा ऐसे उपभोक्ताओं का राशन रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
-पुष्पा बिष्ट, पूर्ति निरीक्षक, ऋषिकेश

रेल मंत्री को ज्ञापन, ट्रेनें चलाने की मांग

ऋषिकेश।
रेलवे ने दिल्ली पैसेंजर और हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच चलने वाली लोकल ट्रेन को एक माह तक कोहरे के कारण बंद करने का फैसला लिया है। सूत्रों के अनुसार लगातार कम हो रहे यात्रियों के कारण मुरादाबाद मंडल ने ट्रेन बंद करने की रिपोर्ट शीर्ष अधिकारियों को प्रेषित की है। मंगलवार को इन्द्रानगर के लोगों ने स्टेशन मास्टर के माध्यम से रेल मंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी सजवाण, ग्राम पंचायत सदस्य लोकेश कुमार, भगवानी देवी, मीरा, दीपक, सरोज नेगी, पारुल, कुसुम अग्रवाल, माया, राजीव गर्ग, लक्ष्मी बुडाकोटी, पवन राजपूत, केवल नेगी, शुभम सजवाण, निरपाल सिंह, प्रवीण कुमार आदि के हस्ताक्षर हैं।
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दोनों ट्रेनों को लेकर संशय बरकरार
मुरादाबाद मंडल ने दिल्ली पैसेंजर और हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच संचालित लोकल ट्रेन के पैसेंजरों की संख्या को लेकर रिपोर्ट तैयार की है। सूत्रों के मुताबिक लगातार पैसेंजरों की संख्या कम होने से रेलवे को आर्थिक नुकसान उठाने की बात रिपोर्ट में कही जा रही है। इस लिए रेलवे ट्रेनों का संचालन बंद करने पर विचार कर रहा है। अभी एक माह के लिए रेलवे ने कोहरे का हवाला देकर ट्रेन का संचालन बंद कर दिया है। ऐसे में इन ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू हो पाएगा या नहीं, इसे लेकर लोगों में संशय बना हुआ है।

हाथी ने तीन घरों की चारदीवारी तोड़ी

ऋषिकेश।
रविवार रात करीब 9 से 10 बजे के बीच हाथी भट्टोवाला श्यामपुर में आ धमका। हाथी ने भट्टोवाला निवासी भानु रागंड, अब्बल सिंह रावत व सूरजमणि कंडवाल के घर की चारदीवारी तोड डाली। घर में मौजूद परिवार के लोग हाथी की दहशत सहम गये। चारदीवारी गिराने के बाद तो सहमे लोगों की जैसे आवाज ही बंद हो गई। परिवार के सभी सदस्य घर के एक कमरे में इकट्ठे होकर हाथी के जाने का इंतजार करने लगे। काफी देर तक कोई प्रतिक्रिया नही होने पर हाथी जंगलात चौकी पहुंचा।
हाथी ने जंगलात चौकी में चिहाड मारी तो वन विभाग के कर्मचारी सकते में आ गये। आधे घंटे तक हाथी के डर से कर्मचारी भी दुबके रहे। काफी देर बाद अन्य कर्मचारियों मौके पर पहुंचे। वन विभाग के कर्मचारियों ने हवाई फायर किये तो हाथी भाग खडा हुआ। जिला पंचायत सदस्य देवेन्द्र सिंह नेगी ने वन विभाग से पीडित परिवारों को हाथी द्वारा चारदीवारी तोडे जाने पर मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने हाथी के लगातार धमकने की घटनाओं पर अकुंश लगाने को लेकर ठोस कार्य योजना बनाने बनाने की भी बात कही।
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हाथी के लगातार धमकने से कर्मचारी परेशान
सर्दियों का सीजन शुरु हो गया है। इस सीजन में दूसरी बार हाथी वन विभाग की चौकी में आया है। हाथी के लगातार आने से कर्मचारियों में दहशत का माहौल है। जिससे कर्मचारी गश्त पर नही निकल पा रहे है। हाथी की याददाश्त गहरी होने के कारण कर्मचारी इस मूवमेंट को समझ नही पा रहे है।

सर्दियों में बढेगा हाथी का उत्पात?
पिछले कई वर्षो में सर्दियों के दिनों में हाथी के आबादी की ओर आने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इन दिनों हाथी का मस्तकाल होना भी एक प्रमुख कारण है। लेकिन स्थानीय लोग हाथी के मूवमेंट को भोजन की तलाश बता रहे है। खेतों में घास व गन्ने की फसल हाथी का प्रिय भोजन है।

ढालवाला में मुसीबत का सबब बना चोक नाला

ऋषिकेश।
नगर पालिका प्रशासन की अनदेखी के चलते ढालवाला वार्ड दो में चोक नाला लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। गंदे पानी की निकासी न होने से कॉलोनी परिसर में कीचड़ पसरा हुआ है और इससे लोगों का जीना भी दूभर हो चुका है। क्षेत्रवासियों ने पालिका प्रशासन से पानी की निकासी करवाने की मांग की है।
ढालवाला के वार्ड दो में लंबे समय से चोक नाला लोगों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। यहां लगभग 50 परिवार रहते हैं। लेकिन, इस कॉलोनी में दुर्गंध और गंदगी के चलते लोगों को गंभीर बीमारियों का डर भी सताने लगा है।
101स्थानीय निवासी सुरेश राणा, अब्बल सिंह और दरम्यान सिंह कैंत्युरा का कहना है कि बरसात के दिनों में यहां जलभराव हो जाता है। कई बार शिकायत के बावजूद पालिका प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है। इधर, पालिकाध्यक्ष शिवमूर्ति कंडवाल का कहना है कि जल्द ही नाले की निकासी का प्रबंध करवा दिया जाएगा।

हेमकुण्ट एक्सप्रेस का इंजन फेल

ऋषिकेश।
ऋषिकेश से कटरा माता वैष्णो देवी स्टेशन के बीच एकमात्र ट्रेन हेमकुण्ट एक्सप्रेस (14609-10) चलती है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से ट्रेन रोजाना शाम को चार बजकर 20 मिनट पर हरिद्वार के लिए रवाना होती है। शाम सवा पांच बजे ट्रेन हरिद्वार पहुंचती है और यहां से पांच बजकर 50 मिनट पर चलती है। गुरुवार को ऋषिकेश स्टेशन पर जैसे ही ट्रेन की रवानगी की तैयारी शुरू हुई, अचानक इंजन ने काम करना बंद कर दिया। चालक राम प्रसाद ने इंजन को चलाने के काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। तुरंत इंजन फेल होने की सूचना जारी की गई। इसके बाद हरिद्वार से दूसरा इंजन ऋषिकेश भेजा गया। नए इंजन को हेमकुण्ट एक्सप्रेस से जोड़कर ट्रेन को रवाना किया। छह बजकर 50 मिनट पर ढाई घंटा देरी से ट्रेन रवाना हो पाई।
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परिवार के साथ वैष्णो देवी यात्रा पर जा रहे गुमानीवाला निवासी गणेश भट्ट ने बताया कि एक घंटे पहले ही रेलवे स्टेशन पहुंच गए, लेकिन इंजन में खराबी आने के कारण परेशानी उठानी पड़ी। कहा ट्रेन लेट होने से उनका यात्रा का शेड्यूल गड़बड़ा जाएगा। स्टेशन अधीक्षक आरपी मीणा ने बताया कि हेमकुण्ट एक्सप्रेस के इंजन में तकनीकी खामी आ गई। चालक दल ने फाल्ट ठीक का काफी प्रयास किया, लेकिन इंजन चालू नहीं होने पर हरिद्वार से दूसरा इंजन मंगाया गया। ट्रेन अपने नियत समय से ढाई घंटे देरी से रवाना हुई।

4.20 बजे ऋषिकेश स्टेशन से रवाना होने का तय समय
6.50 बजे ट्रेन स्टेशन से जम्मूतवी के लिए हुई रवाना