खटीमा में 50 जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह में सीएम धामी ने की शिरकत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में गौरी शंकर महादेव मंदिर, भ्रह्म कालोनी एंव आरपी पब्लिक स्कूल, मेलघाट रोड में महाशिवरात्रि के अवसर पर सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल होकर नव दम्पतियों को आशीर्वाद व बधाई देते हुए उनके नव दाम्पत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। इस दौरान दोनों स्थानों पर कुल 50 जोड़ो विवाह सम्पन्न हुआ।

मुख्यमंत्री ने नव दम्पतियों को उनके सुखमय वैवाहिक जीवन के शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कन्यादान को हमारे समाज व संस्कृति में महादान की संज्ञा दी गई है। उन्हें भी एक अभिभावक के रूप में विवाह में शामिल होने का अवसर मिला यह सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा खटीमा एक बगीचा है जिसमे सभी समुदाय के लोग प्रेम भाव से रहते हैं। यह एक लघु भारत का स्वरूप लगता है, इसी भावना का उदाहरण यह सामूहिक विवाह भी है।

मुख्यमंत्री ने कहा बेटियां दो-दो घरों को रोशन करती हैं। बेटियों के सशक्त होने से राष्ट्र सशक्त होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बालिका एवं महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने सभी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दिया है। जिससे राज्य में महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में 38 वें राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन हुआ। इन खेलों के आयोजन की चारों ओर प्रशंसा मिल रही है। जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में मेडल तालिका में हम 25वें स्थान से 7वें स्थान पर आएं है। जिसमें बेटियों ने अधिक मेडल जीतकर हमें गौरवान्वित किया है।

इस दौरान गीता धामी, नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, गणेश जोशी, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सराहनीय कदमः मुख्यमंत्री ने किया समान नागरिक संहिता की अधिसूचना का अनावरण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू होने की अधिकारिक घोषणा करते हुए कहा है कि आज का दिन सिर्फ उत्तराखंड के लिए ही नहीं बल्कि पूरे भारत वर्ष के लिए ऐतिहासिक है। आज से उत्तराखंड में समाज में समानता स्थापित करने के लिए, समान नागरिक संहिता लागू हो गई है।

सीएम आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विधिवत तौर पर समान नागरिक संहिता की अधिसूचना का अनावरण, यूसीसी पोर्टल ucc.uk.gov.in का भी शुभारंभ और यूसीसी नियमावली बुकलेट का विमोचन किया।

यूसीसी पोर्टल पर मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अपने विवाह का पहला पंजीकरण कराया, जिसका प्रमाणपत्र मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मुख्यमंत्री को सौंपा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यूसीसी के तहत सर्वप्रथम पंजीकरण कराने वाले पांच आवेदकों को भी प्रमाणपत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तय करने के लिए विशेषज्ञ कमेटी ने 2.35 लाख लोगों से सम्पर्क साधा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करके राज्य सरकार संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ बी.आर. अंबेडकर सहित संविधान सभा के सभी सदस्यों को सच्ची भावांजलि दे रही है।

भावुक होकर की घोषणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बेहद भावुक होकर सवा करोड़ उत्तराखंडवासियों के सामने समान नागरिक संहिता पूर्ण रूप से लागू करने की घोषणा कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें हर्ष के साथ ही गर्व की भी अनुभूति हो रही है। इसके साथ राज्य में प्रत्येक नागरिक के संवैधानिक और नागरिक अधिकार एक समान हो गए हैं। साथ ही सभी धर्म की महिलाओं को भी समान अधिकार मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में उत्तराखंड में यूसीसी लागू हो पाई है, इसके लिए उन्होंने पूरे उत्तराखंडवासियों की ओर से प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का आभार व्यक्त किया।

पूरा हुआ संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के दौरान 12 फरवरी 2022 को उन्होंने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने का संकल्प लिया था। तब उन्हें नया-नया दायित्व मिला था, इसके सात महीने बाद ही विधानसभा चुनाव में जाना पड़ा। इसलिए कई लोग तब इस पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे। लेकिन उन्हें पूरा भरोसा था कि उत्तराखंड की देवतुल्य जनता इस काम में उनका साथ देगी। उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार दुबारा भाजपा की सरकार बनी। सरकार बनने के बाद पहला निर्णय उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर लिया गया।

पहले छह महीने में नहीं लगेगा शुल्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूसीसी जाति धर्म लिंग के आधार पर कानूनी भेदभाव समाप्त करने का संवैधानिक उपाय है, इसके जरिए सभी नागरिकों को समान अधिकार देने का प्रयास किया गया है। इसके जरिए महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण सुनिचित हो सकेगा। साथ ही हलाला, तीन तकाल, इद्दत जैसी कुप्रथाओं पर रोक लगेगी। साथ ही संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत वर्णित अनुसूचित जनजातियों को इसके दायरे से बाहर रखा गया है। इससे उनके रीति रिवाजों का संरक्षण हो सकेगा। जिन पंजीकृत व्यक्तियों का विवाह यूसीसी के लागू होने से पूर्व पंजीकृत हुआ हो या तलाक की डिक्री घोषित हुई हो या विवाह निरस्त हुआ हो, उनसे पहले छह महीने में किसी भी तरह का रजिस्ट्रेशन शुल्क नहीं लिया जायेगा।

किसी भी धर्म या पंथ के खिलाफ नही
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूसीसी किसी भी धर्म या पंथ के खिलाफ नहीं है। यह समाज की कुप्रथाओं को मिटाकर, समानता से समरता कायम करने का कानूनी प्रयास है। इसमें किसी की भी मूल मान्यताओं और प्रथाओं को नहीं बदला गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व के प्रमुख मुस्लिम और विकसित देशों में पहले से ही यूसीसी लागू है। इस कानून द्वारा सभी लोगों के लिए विवाह, विवाह विच्छेद, उत्तराधिकार के नियमों को समान किया गया है। सभी धर्म के लोग अपने अपने रीति रिवाजों से विवाह कर सकते हैं। लेकिन अब सभी धर्मों में लड़कों के लिए विवाह की न्यूनतम उम्र 21 और लड़कियों के लिए 18 कर दी गई है। साथ ही पति या पत्नी के रहते दूसरे विवाह को प्रतिबंध किया गया है। समान नागरिक संहिता में बाल अधिकारों को संरक्षित किया गया है, साथ ही बेटियों को सम्पति में समान अधिकार दिए गए हैं। परिवार के सदस्यों के बीच मतभेद न हो इसके लिए मृतक की संपत्ति में पत्नी, बच्चे और माता-पिता को समान अधिकार दिए गए हैं।

यूसीसी के तहत की गई है, ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय को देखते हुए, लिव इन के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है, युगल की सूचना रजिस्ट्रार माता-पिता या अभिभावक को देगा। यह जानकारी पूरी तरह गोपनीय रहेगी। लिव इन से पैदा बच्चों को भी समान अधिकार दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूसीसी को लागू करने के लिए सरलीकरण के मूल मंत्र पर चलते हुए, ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, साथ ही स्पष्ट नियमावली भी लागू कर दी गई है। पूरा ध्यान रखा गया है कि इसके लिए किसी भी नागरिक को दिक्कत का सामना न करना पडे।

27 जनवरी को मनाया जायेगा यूसीसी दिवस
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की है कि अब प्रदेश में प्रति वर्ष 27 जनवरी को समान नागरिक संहिता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि धारा 370, तीन तलाक, राम मंदिर को लेकर जितने भी संकल्प लिये गये थे, वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे किये गये हैं।

इस अवसर पर यूसीसी नियमावली समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने यूसीसी नियमावली के बारे में विस्तार से जानकारी दी जबकि सचिव शैलेश बगोली ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा, राज्यसभा सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायकगण, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, यूसीसी नियमावली समिति के सदस्य शत्रुघ्न सिंह, प्रो. सुरेखा डंगवाल, मनू गौड़, अजय मिश्रा, शासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम ने किया उत्तरांचल प्रेस क्लब की नव निर्वाचित कार्यकारिणी के सदस्यों का स्वागत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में उत्तरांचल प्रेस क्लब की नव निर्वाचित कार्यकारिणी के सदस्यों ने भेंट की।

मुख्यमंत्री ने उत्तरांचल प्रेस क्लब की नव निर्वाचित कार्यकारिणी के सदस्यों का स्वागत किया और सभी पदाधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मीडिया सरकार की योजनाओं और नीतियों को जनता तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाती है। पत्रकारिता समाज का आईना होती है,। मीडिया सरकार की योजनाओं और नीतियों के प्रति जनता की जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सरकार को जनता की समस्याओं और सुझावों से भी अवगत कराती है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तरांचल प्रेस क्लब सरकार की योजनाओं और नीतियों को नियमित रूप से आम जन तक पहुंचाने का कार्य करेगा।

इस अवसर पर उत्तरांचल प्रेस क्लब कार्यकारिणी के नव निर्वाचित अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी, महामंत्री सुरेंद्र डसीला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, कनिष्ठ उपाध्यक्ष सुलोचना पयाल, कोषाध्यक्ष अनिल चंदोला, संयुक्त सचिव अभय क़ैतूरा,सम्प्रेक्षक शिवेश शर्मा, सदस्य योगेश रतूड़ी, रमन जायसवाल,संदीप बड़ोला, असद ख़ान और किशोर रावत उपस्थित थे।

सीएम ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कर मुआवजा राशि वितरित करने के दिये निर्देश।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर, बनबसा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय एवं हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्यायें सुनी। मुख्यमंत्री ने आयुक्त कुमाऊं तथा जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कर पीड़ितों को मुआवजा धनराशि का वितरण सुनिश्चित किया जाए। विगत दिनों में हुई भारी बारिश के चलते जनपद चंपावत में हुए नुकसान के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में जलभराव से हुए नुकसान व प्रभावितों से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टनकपुर व बनबसा पहुंचे और अधिकारियों से हुए नुकसान की जानकारी लीं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी व अधिकारियों से आपदा के कारण हुए क्षति, नुकसान की जानकारी ली और आश्वस्त किया की भारी बारिश के कारण प्रभावित लोगों को जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जायेगी, उन्होंने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत एवं जिलाधिकारी नवनीत पांडे को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल प्रभावितों को सहायता राशि वितरित करने के साथ ही रिस्टोरेशन के कार्य तत्परता से किया जाए। स्थलीय भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने सैलानीगोठ, शारदा घाट पहुंचकर जल भराव के साथ ही अन्य प्रकार से प्रभावित लोगों से वार्ता कर भरोसा दिलाया कि सरकार इस आपदा की घड़ी में प्रभावित लोगों की सहायता हेतु प्रतिबद्ध है। शारदा घाट में स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा किए गए कार्यों के कारण क्षेत्र में नुकसान कम हुआ है तथा मांग की कि इसी प्रकार के बाढ़ सुरक्षा के कार्य अन्य स्थानों में भी कराए जाय। इस दौरान मुख्यमंत्री ने टनकपुर, बनबसा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया,तत्पश्चात अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र ही बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों, परिवारों को हुई क्षति व नुकसान की जानकारी लेते हुए प्रभावितों को तत्काल राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर कहा कि इस संकट में सरकार प्रभावित लोगों को हर सम्भव मदद पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भारी बारिश के चलते जनपद में हुए सरकारी परिसम्पत्तियों का आंकलन शीघ्र तैयार कर उसके भरपाई हेतु प्रस्ताव अविलम्ब तैयार कर शासन को भेजें, ताकि सरकारी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई शीघ्र की जा सकें। उन्होंने टनकपुर, बनबसा मैदानी क्षेत्रों में जहा-जहा जल भराव हुआ है वहा से पानी की निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री ने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेंत्रों में जो ड्रेनेज की समस्या के स्थाई समाधान हेतु धनराशि अवमुक्त कर दी जायेगी, जिससे यहा के लोगों को ड्रेनेज की समस्या से निजात मिल जायेगा। उन्होंने सिचाई विभाग को किरोड़ा नाला के डाईवर्जन के लिए बृहद कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये, ताकि किरोड़ा नाला का पानी आबादी क्षेत्र में ना जाये और लोगों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। उन्होंने सड़कों पर आये मलवा, बोल्डर आदि के निस्तारण की कार्यवाही तुरन्त करने के निर्देश सड़क निर्माण विभागों के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा किरोड़ा पुल से लेकर बाटनगाढ़ तक यदि मलवे आदि के कारण मार्ग अवरूद्ध हो तो उसके तत्काल खोलने की कार्यवाही करें ताकि मॉ पूर्णागिरि के दर्शन हेतु आये श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।

जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि भारी बारिश के दौरान सोमवार तक जनपद में 01 जनहानि, 17 गाय तथा 43 बकरियों की हानि हुई है, 02 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त तथा 42 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुए। उन्होंने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेत्र में जलभराव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविर एवं उनके रिश्तेदारों के यहां पहुंचाया गया है।

इस दौरान, आयुक्त कुमाऊँ दीपक रावत डीआईजी योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, सीडीओ संजय कुमार सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीण आदि मौजूद रहे।

सीएम धामी ने दहिसर ईस्ट, मुम्बई में भाजपा प्रत्याशी पियूष गोयल के लिये मांगे वोट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दहिसर ईस्ट, मुम्बई में भाजपा प्रत्याशी पियूष गोयल के पक्ष में आयोजित सभा में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड वासियों में मुझे अपने परिवार जैसा अपनापन दिखाई देता है। मुंबई में रहकर भी उत्तराखंड प्रवासी अपनी संस्कृति से जुड़े हुए हैं। देश और विश्व भर में हमारी संस्कृति अमर है। उन्होंने जनता से 20 मई को भाजपा प्रत्याशी पियूष गोयल को अधिक से अधिक मतदान देकर विजय बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा पियूष गोयल का लंबा अनुभव इस क्षेत्र के काम आएगा। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत का मान सम्मान दुनिया में बड़ा है। विश्व में भारत विश्व शक्ति के रूप में उभरा है। भारत नई नई ऊंचाइयों को छूने का काम कर रहा है। आज भारत में नए-नए आविष्कार, हवाई अड्डा का निर्माण, रेलवे का विस्तारीकरण हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सनातन संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है। आज पूरी दुनिया योग दिवस मनाती है। देश में अंदर कई योजनाएं लागू हुई हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में ऐतिहासिक फैसले हुए हैं। कश्मीर से धारा 370 हटाई गई। देश में सीएए कानून लागू कर दिया गया है, तीन तलाक का भी खात्मा कर दिया गया है। साथ ही लंबे समय के बाद भगवान श्री राम का अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य हुआ है। उन्होंने कहा भाजपा के संकल्प पत्र में समान नागरिक संहिता लागू करने की बात कही गई है। ये समान नागरिक संहिता की गंगोत्री उत्तराखंड से निकलकर पूरे देश में जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव में दूसरी पार्टी जैसे कांग्रेस, इंडी गठबंधन, महाअघाड़ी गठबंधन मिलकर देश को फिर से भ्रष्टाचार की खाई में धकेलना चाहते हैं। पूरा विपक्ष फिर से घोटाले और भ्रष्टाचार करने को बेचौन है। पूरा विपक्ष लोगों को भ्रम में डालने का काम कर रहा है। विपक्षियों का दिमाग हैक हो गया है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हमारी सेना दुश्मन देश में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक करती है। पाकिस्तान का वैश्विक स्तर पर बॉयकॉट हो गया है। उन्होंने कहा कांग्रेस ने हमेशा वर्ग विशेष को फायदा पहुंचाने का काम किया है जिसके कारण हाल ही में आए एक जनसंख्या आंकलन में 1950 से अब तक देश में बहुसंख्यक हिंदू आबादी को घटती संख्या को दर्शाया गया है। अब तक कुल 14ः घटी है। पर इसके साथ ही एक आबादी बड़ गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी सनातन को मलेरिया डेंगू बताते हैं। प्रधानमंत्री कहते हैं देश के संसाधनों में पहला हक एससी एसटी ओबीसी गरीबों किसानों का है। और विपक्ष कहता है, देश के संसाधनों में पहला हक एक वर्ग विशेष का है। ये लोग विरासत टैक्स लगाकर जनता की कमाई का 55ः लेकर अपने पसंदीदा वोट बैंक को देंगे । उन्होने कहा कांग्रेस ने अपने चहते वर्ग को खुश करने के लिए राम मंदिर नहीं बनने दिया।

इस अवसर पर विधायक मनीषा चौधरी, प्रकाश, महेंद्र सिंह गुसाईं एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री धामी ने बड़े बुजुर्गों तक मोदी का पहुंचाया प्रणाम

खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुबह की सैर के दौरान स्थानीय जनता से भेंट की, उनका हाल चाल पूछा और बड़े बुजुर्गों तक ’प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रणाम व राम-राम पहुंचाया।’ मुख्यमंत्री ने लोगों से लोकसभा चुनाव में अनिवार्य रूप से मतदान करने का आग्रह भी किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब भी पार्टी कार्यकर्ताओं को कोई कार्य सौंपते हैं तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद अगुवाई करके उस कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में जुट जाते हैं। बीते गुरुवार को ऋषिकेश में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत अनुरोध किया था। वह अनुरोध था, घर-घर जाकर बड़े बुजुर्गों को मोदी जी का प्रणाम और राम-राम कहना। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा था कि ’बड़ों का अशीर्वाद मेरे लिए ऊर्जा है।’ साथ ही नवरात्र का पर्व चल रहा है, उत्तराखंड में देवी-देवताओं की महिमा होती है। अपने-अपने क्षेत्र के देवी-देवताओं के मंदिरों में जाकर शीश नवा कर मेरी तरफ से प्रणाम करना है।

ऋषिकेश की जनसभा के समापन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीधे खटीमा पहुंचे जहां उन्होंने एक कार्यक्रम में भाग लिया। आज सुबह खटीमा में सैर के दौरान मुख्यमंत्री धामी राह चलते कई लोगों से मिले। खासतौर पर बड़े बुजुर्गों से मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आपको प्रणाम और राम-राम कहा है। इस दौरान उन्होंने मोदी के उत्तराखण्ड से विशेष लगाव और जुड़ाव को लेकर भी लोगों से चर्चा की। जनता ने भी प्रधानमंत्री मोदी के प्रणाम को सहर्ष से स्वीकार कर मुख्यमंत्री धामी को आशीष दिया।

चिकित्सा शिक्षा सहित पशुपालन में नौकरी पाए युवाओं को सीएम ने दिए नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अन्तर्गत टैक्निकल संवर्ग में चयनित अभ्यर्थियों एवं पशुपालन विभाग के अन्तर्गत चयनित सहायक लेखाकारों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। 85 चयनित टेक्नीशियनों को राज्य के मेडिकल कॉलेजों में नियुक्ति प्रदान की गई है। पशुपालन विभाग के अन्तर्गत 19 सहायक लेखाकारों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री ने नियुक्ति प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा, स्वास्थ्य एवं पशुपालन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के हम सब साक्षी बनेंगेः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउंड देहरादून में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव समिति, द्वारा आयोजित “राम राज्य शोभायात्रा“ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी राम भक्तों का 500 से अधिक वर्ष का इंतजार खत्म होकर भव्य राम मंदिर बनने का सपना पूरा हो रहा है। हजारों साधु संतों राम भक्तों, सनातन प्रेमियों के बलिदान के उपरांत इस पुण्य दिन के हम सब साक्षी बनेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के हम सब साक्षी बनेंगे। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर बनाए जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। आज उनके नेतृत्व में हमारा देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा देवभूमि उत्तराखंड से भगवान श्री राम का भी विशेष नाता है। देवप्रयाग में भगवान श्री राम को समर्पित रघुनाथ मंदिर एवं बागेश्वर जनपद में निर्मल बहती सरयू नदी है। मां सरयू का उद्गम स्थल हमारे उत्तराखंड में है एवं सरयू किनारे ही अयोध्या धाम में श्री राम विराजमान हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामकाज में उत्तराखंड के लोग हमेशा आगे रहते हैं। राज्य सरकार द्वारा 22 तारीख को शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित करने के साथ ही सरकारी कार्यालयों में अपराहन 2ः30 बजे तक अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार ने अयोध्या में उत्तराखंड सदन बनाए जाने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार से अयोध्या धाम के समीप जमीन दिए जाने का आग्रह किया था, जमीन उत्तराखंड सरकार को आवंटित हो गई है। उन्होंने कहा करीब तीन एकड़ भूमि पर उत्तराखंडवासियों के लिए भव्य उत्तराखंड सदन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत उत्तराखंड सरकार मंत्रिमंडल के साथ राम मंदिर के दर्शन के लिये अयोध्या जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक उत्तराखंडवासी श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को पूरे धूमधाम से मना रहा है। राज्य के अंदर सांस्कृतिक महोत्सव के तहत विभिन्न मंदिरों घाटों में सफाई अभियान एवं भजन कीर्तन चल रहे हैं। उन्होंने कहा प्रभु श्री राम की कृपा से ही उत्तराखंड निरंतर आगे बढ़ रहा है। श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के हम तब साक्षी बन रहे हैं, जब पर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना, कश्मीर से धारा 370 समाप्त की गई है, देश में जी-20 का सफल आयोजन हुआ, जिसे पूरी दुनिया ने देखा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक खजान दास, विनोद चमोली, सविता कपूर, आरएसएस के प्रांत प्रचारक डॉ शैलेंद्र सिंह, महंत रमन गोस्वामी, महंत कृष्णा गिरी महाराज, महामंत्री संगठन अजेय कुमार, सिद्धार्थ अग्रवाल एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विभिन्न विकास कार्यों हेतु वित्तीय स्वीकृतियां की प्रदान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में विभिन्न विकास कार्यों हेतु वित्तीय स्वीकृतियां प्रदान की हैं। मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग के अंतर्गत जनपद नैनीताल के अन्तर्गत काठगोदाम में बस टर्मिनल निर्माण परियोजना की निर्माण लागत धनराशि रू0 6728.82 लाख की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में रू0 10.00 करोड़ की प्रदान की है।
इसके अलावा, जनपद नैनीताल में आवास विभाग के अंतर्गत नेशनल होटल तल्लीताल परिसर में ऑटोमेटेड / मैकेनाइज्ड पार्किग निर्माण हेतु रू0 3403.13 लाख की स्वीकृति प्रदान की है।
आवास विभाग के अंतर्गत ही जनपद पिथौरागढ़ शहर के अन्तर्गत जाखनी तिराहा में बहुमंजिला कार पार्किंग निर्माण हेतु कुल धनराशि रू0 556.19 लाख की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान की है।

सीएम धामी बोले, सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रयास करें

सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रयास किये जाएं। राज्य के सभी चिन्हित मार्गों पर क्रैश बैरियर का अवशेष कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ चारधाम यात्रा से पहले पूर्ण किया जाए। ब्लैक स्पॉट पर नियमित रूप से रोड सेफ्टी ऑडिट किया जाए। राज्य के पर्यटक स्थलों के आस-पास जहां पर वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था की गई है, उन क्षेत्रों में वाहन चालकों के लिए डोरमिट्री की व्यवस्था भी की जाए। सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत बिना लाइसेंस के वाहन चलाने, नशे में वाहन चलाने वालों और यातायात के अन्य नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नियमानुसार सख्त कारवाई की जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन कारणों से सड़क दुघर्टनाएं अधिक हो रही हैं, इनको रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। चिन्हित मार्गों पर क्रैश बैरियर के कार्यों की धीमी प्रगति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि जन सुरक्षा से संबधित ऐसे महत्वपूर्ण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जनपदों में जिन स्थानों पर सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं, और वे अभी तक चिन्हित नहीं हुए हैं, सभी जिलाधिकारी जल्द ही ऐसे स्थलों को चिन्हित कर लें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लघु फिल्में बनाकर व्यापक स्तर पर प्रचार और प्रसार किया जाए। स्कूलों में भी सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरूकता की जानकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल की जाए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को सड़कां के किनारे हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिये प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये। इसके लिए पुलिस, नगर निगम, एमडीडीए और जिला प्रशासन लगतार कार्यवाही करें। जनपदों में भी जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा सड़कों के किनारे लगने वाले अतिक्रमण को रोकने के लिए सघन अभियान चलाया जाए। पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा यातायात प्रबंधन के लिए जो कैमरे लगाये गये हैं, उनका इंटीग्रेशन किया जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य में 165 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गये हैं, जिनमें से 129 का सुधार किया गया है एवं 29 के सुधारीकरण की कार्यवाही गतिमान है। 43 ब्लैक स्पॉट ऐसे हैं जिनमें सुधार किये जाने के बाद कोई दुर्घटना नहीं हुई। सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा पर आधारित 52 हजार पुस्तकें शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराई गई हैं। जनपदों में चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्कों की स्थापना की जा रही है। पुलिस द्वारा ट्रैफिक आई -ऐप के माध्यम से जागरूकता, ट्रैफिक कार्टून बुक्स एवं जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, रविनाथ रमन, एच.सी. सेमवाल, सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।