रायवाला पुलिस ने 17 भैंस के साथ दो गिरफ्तार

उत्तराखंड गौवंश संरक्षण स्कवायड गढ़वाल परिक्षेत्र की टीम ने ट्रक में 17 भैंस वंशीय पशुओं के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने पशु क्रूरता निवारण अधिनियम में केस दर्ज किया है।

रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक उत्तराखंड गौवंश संरक्षण स्कवायड गढ़वाल परिक्षेत्र की टीम ने गुरुवार को नेपाली फार्म तिराहे पर एक ट्रक को रोका। इसमें पहाड़ से 17 भैंस वंशीय पशुओं को ठूंस-ठूंसकर भरकर ला रहे थे। टीम ने मामले में फरमान पुत्र इस्लाम निवासी गांव महमूदपुर, पिरान कलियर और अलीशान पुत्र रईस अहमद निवासी पिरान कलियर, जिला हरिद्वार को गिरफ्तार किया। रायवाला थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जायेगा।

डॉक्टर्स डे पर डा. बीसी रॉय को किया याद

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ऋषिकेश शाखा की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने शिरकत की।

रेलवे रोड स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मंत्री डा. अग्रवाल जी ने कहा कि हर किसी की जिंदगी में चिकित्सक की भूमिका काफी अहम होती है। हम सभी शारीरिक और मानसिक परेशानी से पीड़ित होने पर चिकित्सक के पास ही जाते हैं और चिकित्सक के पास भी लगभग हर समस्या का इलाज मौजूद रहता है। डा. अग्रवाल ने कहा कि इसलिए चिकित्सक को भगवान का दर्जा दिया गया है।

डा. अग्रवाल जी ने कहा कि चिकित्सक जीवनदाता होते है, कोरोना काल में अहम योगदान देकर चिकित्सकों ने इसको बखूबी साबित भी किया है। उस दौर में चिकित्सकों ने दिन-रात एक कर लोगों की जान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का इलाज करने वाले डॉ. बिधान रॉय ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी योगदान दिया था।

बताया कि उनके योगदान को सम्मान देने के लिए एक जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाते है। बताया कि 1975 से चिकित्सा, विज्ञान, दर्शन, कला और साहित्य के क्षेत्रों में अद्भुत काम करने वालों को भी हर साल बी.सी.रॉय पुरस्कार से नवाजा जाता है।

इस अवसर पर डा. अनिल डबराल को मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड देकर सम्मानित किया। साथ ही आईएमए की कार्यकारिणी के नए सदस्यों से परिचय भी प्राप्त किया।

इस मौके पर आईएमए अध्यक्ष डा. विनिता पुरी, कोषाध्यक्ष डा. राजेश अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष डा. हरिओम प्रसाद, सदस्य डा. राजेंद्र गर्ग, डा. विनोद पुरी, डा. रामकुमार भारद्वाज, डा. केएन लखेड़ा, डा. अनिल डबराल, डा. ऋचा रतूड़ी, डा. हारून, डा. शोएब, डा. अजय गैरोला सहित नगरभर के अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

देहरादून का पहला स्ट्रैट जेट फाउंटेन का कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने किया लोकार्पण

आवास विकास मंत्री डॉ प्रेम चंद्र अग्रवाल ने प्राधिकरण द्वारा निर्मित एवं संचालित सर्वे चौक रोटरी का लोकार्पण किया। इस रोटरी पर सुंदर बागवानी के साथ ही सुंदर फ़व्वारे का भी संचालन किया जा रहा है।
इस कार्य की लागत लगभग 15.94 लाख रुपए है। यह देहरादून का पहला स्ट्रैट जेट फाउंटेन है। इसकी ऊंचाई 15 फ़ीट है तथा इसमें 7 विभिन्न रंगों की लाइट का प्रयोग किया गया है, जो कि पानी के ऊपर जाने आपना रंग बदलते रहती है।
इस मौके पर विधायक ख़जानदास, मेयर दून सुनील उनियाल गामा, प्राधिकरण सचिव मोहन सिंह बर्निया, उद्यान अधिकारी आशा राम जोशी एवम अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी स्थल पर उपस्थित रहे।

आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंटने वाली कांग्रेस अपनी अंतिम सांसें गिन रही

इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में 25 जून को लगाये गए आपातकाल को काला अध्याय के रूप में याद किया जाता रहेगा। यह बात आपातकाल की 47वीं वर्षगांठ पर आयोजित विधानसभा स्तर के कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कही। इस मौके पर आंदोलन में जेल जाने वाले लोकतंत्र सेनानियों के आश्रितों को सम्मानित किया गया।
रविवार को देहरादून तिलक रोड स्थित आरएसएस कार्यालय में आपातकालीन की बरसी पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के शासन के दौरान 1975 में लगा आपातकाल काले अध्याय से कम नहीं था। इस दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला गया। आपातकाल के दौरान पूरे देश में लोकतांत्रित तरीके से आंदोलन हुए।
डा. अग्रवाल ने कहा कि इस वक्त सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग भी किया गया। डा. अग्रवाल ने कहा कि उनके परिवार ने भी अनेक यातनाएं सही और जेल की हवा भी खाई। कहा कि जेल में आपातकाल के दौरान पकड़े गए लोगों को सामान्य कैदी की तरह ही रखा जाता था। उन्हें कीड़े लगे चावल और पानी वाली दाल मिलती थी।
डा. अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने उस समय अपनी सत्ता बचाने और राजनीति स्वार्थ पूरा करने के लिए लोकतंत्र की हत्या देश में आपातकाल लगाकर की थी। कहा कि आपातकाल की नींव 12 जून 1975 को ही रख दी गई थी। इस दिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को रायबरेली के चुनाव अभियान में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का दोषी पाया था और उनके चुनाव को खारिज कर दिया था। इतना ही नहीं, इंदिरा पर छह साल तक चुनाव लड़ने पर और किसी भी तरह के पद संभालने पर रोक भी लगा दी गई थी। जब 25 जून 1975 की आधी रात इमरजेंसी लागू की गई थी जनता के सारे अधिकार छिन गए थे।
डा. अग्रवाल ने बताया कि आपातकाल में जयप्रकाश नारायण की अगुवाई में पूरा विपक्ष एकजुट हो गया और देशभर में इंदिरा के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ। सरकारी मशीनरी विपक्ष के आंदोलन को कुचलने में लग गई थी। आंदोलनकारियों को जेल में डाला जाने लगा। 21 मार्च 1977 तक देश आपातकाल में पिसता रहा।
इस मौके पर प्रान्त प्रचारक युदवीर ने कहा कि आपातकाल के काले अध्याय को आने वाली को बताना होगा। इसके लिए सरकार से मांग की जाएगी कि इसको राजकीय पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाए। इससे हमारे युवाओं को उस कठिन दौर में हुई स्थिति का पता चल सकेगा।
इस मौके पर 40 लोकतंत्र सैनानियों व उनके आश्रितों को पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया गया। आयोजन को राकेश ओबराय, प्रभाकर उनियाल, विनय गोयल, प्रेम बडाकोटी, दयाराम, राजकुमार टांक, रविदेव आनंद ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन योगेश अग्रवाल ने किया।

पुलिस गिरफ्त में अन्तर जनपदीय गिरोह के चार सदस्य

रायवाला के छिद्दरवाला क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर देर रात्रि लूट करने वाले अन्तर जनपदीय गिरोह के चार आरोपियों को रायवाला पुलिस व एसओजी ग्रामीण की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। उनके के कब्जे से लूटी गयी 92 हजार रुपये और घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल अपाचे को बरामद की है।
रविवार को उप-महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनमेजय खंडूड़ी ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। 21 जून को तजिन्दर सिंह ग्रोवर पुत्र मोहन सिंह ग्रोवर निवासी 18 गांधी रोड़ देहरादून ने बताया था कि अपने दोस्त रघुवीर सिंह पटवाल के साथ वाहनों की नीलामी में भाग लेने के लिए अपने साथ कैश लेकर अपनी स्कूटी से रुड़की के लिए निकले और 11ः30 बजे वहां पहुंच गये थे। नीलामी खत्म होने पर हम रात 11ः45 बजे रुड़की से देहरादन के लिए चले। रात्रि समय लगभग 01ः40 बजे एक मोटर साइकल पर सवार 03 व्यक्तियों द्वारा रास्ट्रीय राजमार्ग तीनपानी फ्लाइओवर के ऊपर हमें धक्का मार के गिरा दिया और शर्ट के अन्दर रखे कैश 130000 रुपये, ऱघुवीर की चेक बुक और जीएसटी के पेपर की कॉपी लेकर भाग गये। क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश डीसी ढौडियाल व थानाध्यक्ष रायवाला भुवन चन्द्र पुजारी द्वारा अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। घटना स्थल तीन पानी फ्लाईओवर से राष्ट्रीय राजमार्ग रायवाला, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, लक्सर आदि क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेजों का गहनता से अवलोकन किया गया। टीम द्वारा लोकल स्तर पर सत्यापन की कार्यवाही की गई। एसओजी टीम द्वारा घटना स्थल क्षेत्र से सर्विलांस की मदद से अपराधियों के लोकेशन की गहनता से जांच की गयी। आरोपी सुमित पुत्र ओमपाल नि ग्राम चौतपुर, थाना लक्सर हरिद्वार, विकास उर्फ राजा पुत्र पवन सिंह नि ग्राम मुण्डाखेड़ा कला थाना लक्सर हरिद्वार, टीटू पुत्र पप्पू सिंह नि मुण्डाखेड़ा कलां, थाना लक्सर है। चौथा अभियुक्त विधिविवादित किशोर है। टीम में थानाध्यक्ष भुवन चन्द्र, दारोगा नीरज त्यागी, ज्योति प्रसाद उनियाल आदि थे।

जबरन शादी कराने पर नाबालिग की मांग सहित चार अरेस्ट

ऋषिकेश में कोतवाली क्षेत्रांतर्गत नाबालिग की जबरन शादी कराने पर पुलिस ने मां सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि बीते 24 जून को रेखा कोठियाल पत्नी बल्लू राम निवासी शांति नगर ऋषिकेश ने श्यामपुर पुलिस चौकी पर तहरीर दी। बताया कि उनकी नाबालिग भतीजी का उसकी मां के द्वारा मनसा देवी मंदिर में कपिल निवासी हस्तिनापुर मेरठ के साथ कपिल के सहयोगियों की मौजूदगी में बाल विवाह कराया जा रहा है जिसकी सूचना मेरे द्वारा चाइल्डलाइन देहरादून और महिला बाल विकास परियोजना की टीम को भी दी गई है।

प्राप्त सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस फोर्स मनसा देवी मंदिर ग्राम मनसा देवी गुमानीवाला ऋषिकेश पहुंचे तो जानकारी प्राप्त हुई की मंदिर के पुजारी द्वारा नाबालिक होने के कारण शादी से मना कर दिया गया है। जिस पर कपिल और उसके साथियों द्वारा जबरदस्ती नाबालिक के गले में फूलों की माला डालकर अपने सहयोगियों के साथ ऑल्टो कार में बैठकर मेरठ ले जा रहा है।

पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाकर वाहन को चाइल्ड लाइन एवं महिला बाल विकास परियोजना की टीम की मौजूदगी में श्यामपुर फाटक के पास रोक लिया।

आरोपियों की पहचान कपिल कुमार पुत्र स्वर्गीय महेंद्र सिंह निवासी आर के कॉलोनी बंगाली बाजार हस्तिनापुर जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश, नकुल पुत्र स्वर्गीय सुखपाल सिंह निवासी ग्राम फूल का झाड़ थाना जानी जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश, दीपक पुत्र स्वर्गीय मक्खन लाल निवासी गली नंबर 4 शांति नगर ऋषिकेश जनपद देहरादून, नाबालिग की मां शामिल रहे।

इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर घोंटा था लोकतंत्र का गलाः डा. प्रेमचंद

इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में 25 जून को लगाये गए आपातकाल को काला अध्याय के रूप में याद किया जाता रहेगा। यह बात आपातकाल की 47वीं वर्षगांठ पर आयोजित विधानसभा स्तर के कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कही। इस मोके पर आंदोलन में जेल जाने वाले लोकतंत्र सेनानियों के आश्रितों को सम्मानित किया गया।

आवास विकास स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आपातकालीन की बरसी पर विधानसभा स्तर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के शासन के दौरान 1975 में लगा आपातकाल काले अध्याय से कम नहीं था। इस दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला गया। आपातकाल के दौरान पूरे देश में लोकतांत्रित तरीके से आंदोलन हुए।

डा. अग्रवाल ने कहा कि इस वक्त सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग भी किया गया। डा. अग्रवाल ने कहा कि उनके परिवार ने भी अनेक यातनाएं सही और जेल की हवा भी खाई। बताया कि बड़े भाई ताराचंद ने इंदिरा गांधी को पत्र भेजकर उनके द्वारा किये जा रहे कार्याे को गलत ठहराया था। कहा कि जेल में आपातकाल के दौरान पकड़े गए लोगों को सामान्य कैदी की तरह ही रखा जाता था। उन्हें कीड़े लगे चावल और पानी वाली दाल मिलती थी।

डा. अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने उस समय अपनी सत्ता बचाने और राजनीति स्वार्थ पूरा करने के लिए लोकतंत्र की हत्या देश में आपातकाल लगाकर की थी। कहा कि आपातकाल की नींव 12 जून 1975 को ही रख दी गई थी। इस दिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को रायबरेली के चुनाव अभियान में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का दोषी पाया था और उनके चुनाव को खारिज कर दिया था। इतना ही नहीं, इंदिरा पर छह साल तक चुनाव लड़ने पर और किसी भी तरह के पद संभालने पर रोक भी लगा दी गई थी। जब 25 जून 1975 की आधी रात इमरजेंसी लागू की गई थी जनता के सारे अधिकार छिन गए थे।

डा. अग्रवाल ने बताया कि आपातकाल में जयप्रकाश नारायण की अगुवाई में पूरा विपक्ष एकजुट हो गया और देशभर में इंदिरा के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ। सरकारी मशीनरी विपक्ष के आंदोलन को कुचलने में लग गई थी। आंदोलनकारियों को जेल में डाला जाने लगा। 21 मार्च 1977 तक देश आपातकाल में पिसता रहा।

इस मौके पर लोकतंत्र सैनानियों व उनके आश्रितों को पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों आश्रितों में बृजेश चंद शर्मा, दया शंकर पांडेय, भारतेंदु शंकर पांडेय शामिल रहे।

इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता मयंक गुप्ता, मेयर अनिता ममगाई, देवेंद्र दत्त सकलानी, मण्डल अध्यक्ष ऋषिकेश दिनेश सती, मण्डल अध्यक्ष वीरभद्र अरविंद चौधरी, मण्डल अध्यक्ष महिला मोर्चा उषा जोशी, प्रधानाचार्य राजेन्द्र पांडेय, कपिल गुप्ता, संजय शास्त्री, सुमित पंवार, जयंत शर्मा, व्यापारी नेता प्रतीक कालिया, पार्षद प्रदीप कोहली, विजेंद्र मोघा, सोनू प्रभाकर, लक्ष्मी रावत, सुंदरी कंडवाल, तनु तेवतिया, राकेश पारछा, अनिता तिवाड़ी, माधवी गुप्ता, प्रमिला त्रिवेदी, आरती दुबे, नितिन सक्सेना, रुपेश गुप्ता, राजू शर्मा सहित आदि भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

भारतवर्ष आदिकाल से ही ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी रहाः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राफिक एरा में आयोजित 15-16वीं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं तकनीकी कांग्रेस का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं तकनीक कांग्रेस एवं उत्तराखंड के बहुमूल्य उत्पादों पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। बीते साल कोरोना महामारी के कारण साइंस कांग्रेस का आयोजन नहीं हो पाया था, इसलिए यूसीओएसटी द्वारा 15 एवं 16वीं साइंस कांग्रेस का साझा आयोजन किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि हम सब का सामूहिक प्रयास होना चाहिए कि इस तरह के मंथन कार्यक्रम सिर्फ आयोजन तक सीमित न रहे, बल्कि ऐसे मंथन कार्यक्रमों से निकला ज्ञान रूपी अमृत राज्य की और देश की प्रगति के लिए उन्नत तकनीक के रूप में सामने आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि इस कार्यक्रम से सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रदेश को आगे बढ़ाने का रास्ता भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र के रूप में उनको सबसे अधिक अनुभव प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष आदिकाल से ही ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 8 सालों में भारत ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में कई नए कीर्तिमान हासिल किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में नई शिक्षा नीति लागू की है। जो कि हर पहलू को केंद्रित कर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने शोध और परीक्षण कर कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दो-दो स्वदेशी वैक्सीन तैयार की, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संभव था। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश का मान सम्मान और स्वाभिमान बढा है। हमारी कल्पना वसुदेव कुटुंबकम की है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद वैज्ञानिक एवं शोधार्थियों से आवाहन करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम से हम संकल्प को शक्ति बनाकर “विकल्प रहित संकल्प” के ध्येय वाक्य के साथ आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि साल 2025 तक उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने के लिए “विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी” के क्षेत्र से जुड़े सभी वैज्ञानिक एवं शोधार्थियों के सुझाव आमंत्रित हैं। हम हर क्षेत्र में विशेषज्ञों के विचारों को लेकर भविष्य का रोडमैप तैयार कर रहे हैं, क्योंकि उत्तराखंड को शिखर पर ले जाने की जिम्मेदारी हम सब की सामूहिक रूप से है।

कार्यक्रम में सचिव आईटी सौजन्या ने साइंस कांग्रेस के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा यूसीओएसटी के महानिदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने उत्तराखंड काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं साइंस सिटी का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम में ग्राफिक एरा ग्रुप के चेयरमैन प्रोफ़ेसर डॉ. कमल घनशाला ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस दौरान कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों से जुड़े वैज्ञानिक, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएँ मौजूद रही।

योग दिवस की पूर्व दिवस पर रन फॉर योग दौड़ में शामिल हुए सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्व दिवस पर “रन फॉर योग“ कार्यक्रम के तहत घण्टाघर से एमकेपी चौक तक आयोजित दौड़ में शामिल होकर योग के प्रति युवाओं एवं जनता को जागरूकता का संदेश दिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया में योग को मान्यता दिलवाई। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को एक उत्सव के रूप में मना रही है, साथ ही संस्कृति, धर्म, भारत की परंपराओं के संरक्षण का कार्य आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा योग का अभ्यास शरीर, श्वास और मन को जोड़ता है। साथ ही योग से शरीर, विचार हमेशा स्वस्थ सकारात्मक रहते हैं उन्होंने कहां दौड़ की अगुवाई कर रहे एनसीसी युवाओं को देख उन्हें अपना बचपन याद आ गया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को एक उत्सव के रूप में मनाए जाने का सभी से आग्रह किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देहरादून शहर देश के प्रमुख शहरों में से एक है इसकी स्वच्छता से हम पूरे देश में पर्यावरण के प्रति सकारात्मक संकेत दे सकते हैं। उन्होंने कहा क्लीन सिटी ग्रीन सिटी यह मेरा ड्रीम सिटी के साथ आप सभी जुड़े एवं अपने शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाएं, इस दौरान उन्होंने स्वच्छता को सहभागिता से किया जाने वाला कार्य बताया। उन्होंने कहा हम इकोलॉजी एवं इकोनॉमी में समन्वय बनाकर देहरादून शहर का विकास करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य विकास के नए आयामों को छू रहा है। उन्होंने कहा आज केदारनाथ का प्रांगण ने दिव्य भव्य और नया रूप ले लिया है इसके साथ ही बद्रीनाथ धाम का मास्टर प्लान भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने आने वाले 25 वर्ष को उत्तराखंड को प्रत्येक क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाए जाने, एवं आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाए जाने की बात कही।

इस दौरान मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, विधायक विनोद चमोली, डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने दिलाई स्वच्छता के प्रति छात्रों को शपथ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सहस्त्रधारा रोड़ में नगर निगम देहरादून द्वारा आयोजित “क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी, यही है मेरा ड्रीम सिटी“ थीम पर आधारित स्वच्छता कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने छात्रों के साथ सड़क पर स्वयं सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया, एवं स्वच्छता की शपथ दिलवाई।

कार्यक्रम में संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी एवं देहरादून को स्वच्छ करने का कार्य समाज सेवा, प्रकृति, पर्यावरण एवं श्रमदान का कार्य है। उन्होंने कहा हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रकृति द्वारा दिए गए संसाधन एवं सुंदरता आने वाले भविष्य के लिए भी बचे, इसके लिए आज हमें स्वच्छता का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा देहरादून शहर देश के प्रमुख शहरों में से एक है इसकी स्वच्छता से हम पूरे देश में पर्यावरण के प्रति सकारात्मक संकेत दे सकते हैं। शहर की सुंदरता एवं स्वच्छता से ही पर्यटक में शहर के प्रति अच्छा संदेश जाता है। उन्होंने देहरादून शहर को पूरी तरह क्लीन एवं ग्रीन रखने की बात कहते हुए स्वच्छता को सहभागिता से किया जाने वाला कार्य बताया। उन्होंने कहा प्रत्येक व्यक्ति के योगदान से ही स्वच्छता संभव हो सकती है उन्होंने युवाओं से विशेष तौर पर स्वच्छता जैसे कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा जुड़ने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वप्रथम स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत स्वयं झाड़ू पकड़ देश को स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने कहा स्वच्छ भारत अभियान एक आंदोलन के रूप में पूरे भारत में उभरा, जिसके अंतर्गत तमाम योजनाओं का संचालन किया गया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आने वाले समय में 10 लाख नौकरी दिए जाने पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा हमें उत्तराखंड राज्य को आने वाले समय में स्वच्छता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है, जिसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है।

मेयर सुनील उनियाल गामा ने मुख्यमंत्री धामी को चंपावत उप चुनाव में विजय हेतु शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में क्लीन दून ग्रीन दून पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा देहरादून को सुंदर एवं स्वच्छ रखे जाने के कार्य में नगर निगम का मुख्यमंत्री धामी द्वारा हमेशा पूर्ण रूप से सहयोग किया है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य को स्वच्छता के क्षेत्र में नंबर-1 बनेगा।
इस दौरान विधायक खजान दास दून डिफेंस ड्रीमर्स के अध्यक्ष हरिओम चौधरी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।