मकान की छत गिरने से दो मजदूर दबे, एक की हुई मौत


थानाध्यक्ष रायवाला अमरजीत सिंह रावत के अनुसार, हरिपुरकलां में सप्तऋषि बाॅर्डर के पास एक मकान में निर्माण कार्य चल रहा था, अचानक उसकी छत नीचे गिर गई। पुलिस को यह सूचना प्राप्त हुई तो मौके पर वह स्वयं अन्य पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे और क्रेन की मदद से छत को उठाया। बताया कि उसके नीचे दबे दो मजदूरों को इमरजेंसी सेवा 108 के जरिए राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में चिकित्सकों ने एक मजदूर को मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरे का भर्ती कर लिया है, उसका उपचार किया जा रहा है।

थानाध्यक्ष अमरजीत ने मृतक की पहचान राजू भाई (45) पुत्र खीमजी भाई निवासी पोरबंदर जिला पोरबंदर गुजरात के रूप में कराई है। पुलिस ने शव का पंचायतनामा कर लिया है। परिजनों को सूचना दे दी है। वहीं, घायल की पहचान सुभाष (35) पुत्र मदनलाल निवासी दिल्ली के रूप में कराई है। उन्होंने बताया कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

एसपी सिटी मरीज बनकर पहुंचे बॉर्डर, दारोगा ने की लापरवाही, हुए सस्पेंड

लॉकडाउन में अभी तक लोगों की ओर से उल्लंघन का मामला सामने आने के बाद अब पहला मामला पुलिस विभाग की ओर से आया है। इसमें एक दारोगा को बिना चेकिंग के वाहनों को जाने दिए जाने की कीमत सस्पेंड होकर चुकानी पड़ी।

जानकारी के अनुसार, रूद्रपुर के एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा निजी कार में सवार होकर स्वयं मरीज बनकर बॉर्डर पर जांच के लिए पहुंचे थे। मगर, यहां तैनात दरोगा संजीव कुमार ने मरीज को लेकर जाने की बात कहने पर कार चालक व उसमें सवार लोगों के दस्तावेज नहीं जांचे। दारोगा रामपुर बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे थे। देर रात एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने तत्काल प्रभाव से दरोगा संजीव कुमार को संस्पेंड कर दिया है।

30 सीटर में 55 बच्चों को लेकर जा रही स्कूल बस पलटी, 15 बच्चें घायल

कहते है कि एक बस चालक सवारियों के लिए किसी फरिस्ते से कम नहीं होता है, क्योंकि उसके कंधों पर एक नहीं बल्कि कई लोगों की हिफाजत करने का जिम्मा होता है, लेकिन अगर यही चालक लापरवाही बरतता है, तो एक बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे बैठता हैै। एक ऐसा ही मामला लक्सर कोतवाली के समीप महाराजपुर कलां गांव में वूड्स इंटरनेशनल स्कूल के बस चालक का आया है। जिसने स्कूल बच्चों से भरी बस को अपनी लापरवाही का शिकार बना डाला।
मोबाइल पर बात कर रहे चालक ने 55 जिंदगियां खतरे में डाल दीं। बच्चों को लेकर आ रही निजी स्कूल की मिनी बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गन्ने के खेत में पलट गई। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया। हादसे में 15 बच्चे घायल हो गए। जबकि 40 बच्चों को हल्की चोट आई हैं। 30 सीटर मिनी बस में 55 बच्चों को बैठाया गया था। चीख पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने बस की खिड़की तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला। घटना से नाराज अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए स्कूल में जमकर हंगामा किया है। बस में गंगदासपुर, पंडितपुरी, महाराजपुर गांवों के करीब 55 बच्चे सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही अभिभावक मौके पर पहुंचे और घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचाया। अभिभावकों ने घटना के लिए स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए जमकर हंगामा किया।
वहीं कोतवाली निरीक्षक टीएस राणा ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है। घटनाक्रम की जांच की जा रही है। जांच के दौरान जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।