लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन ने तीर्थयात्रियों के लिए शुरू की निशुल्क भोजन सेवा

लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन ने तीर्थनगरी आने वाले जरूरतमंद तीर्थ यात्रियों के लिये निशुल्क भोजन की व्यवस्था की है। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने क्लब के इस कार्य की सराहना की। कहा कि सभी सामाजिक संस्थाओं को इस तरह के कार्य के लिए आगे आना चाहिए।

बस अड्डे पर लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन ने मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया। अग्रवाल ने यात्रियों को भोजन देकर निशुल्क सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन सदैव जरूरतमंद लोगों के लिए समर्पित होकर कार्य करता है। क्लब संस्थापक अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने कहा कि विधायक ने सदैव समाज के लिए तत्पर होकर काम किया है। मौके पर क्लब अध्यक्ष जगमीत सिंह, सचिव विकास ग्रोवर, कोषाध्यक्ष पावन शुक्ला, महेश किंगर, नवीन गांधी, आशु डंग, रजत भोला, मोहित, घनश्याम डंग, कृष्णा कालरा, अभिषेक शर्मा, सन्दीप खुराना, रोहन खुराना, अंकित कालरा, शिवम टुटेजा, शिवम अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

रजिस्ट्रेशन के दौरान गुम हुआ मोाबईल एसडीआरएफ टीम ने लौटाया

चार धाम यात्री रजिस्ट्रेश सेंटर आईएसबीटी ऋषिकेश मे रजिस्ट्रेशन के दौरान पंजाब कपूरथला के एक यात्री निर्मल सिंह उम्र 60 वर्ष का मोबाइल रजिस्ट्रेशन ड्यूटी मे तैनात एसडीआरएफ टीम के जवानो को जमीन पर गिरा हुवा मिला। जिस पर जवानों द्वार तुरंत लाऊड हेलर से पुकरा गया तो यात्री निर्मल सिंह तुरंत टीम के पास आकर मोबाइल के बारे मे पूछने लगा। जिसके द्वारा बताया गया कि मेरा ओपो मोबाइल नंबर 7901730746 कहीं खो गाया हैं। टीम द्वारा जांच पड़ताल के बाद यात्री को मोबइल दिया गया जिस पर यात्री द्वारा एसडीआरएफ टीम (अनूप रावत, सागर, संदीप गोस्वामी) का धन्यबाद किया गया।

नशीले इंजेक्शन की सप्लाई करने वाले युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार

कोतवाली पुलिस ने 26 नशीले इंजेक्शन के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ एनडीपीएस ऐक्ट में केस दर्ज कर लिया गया है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक ऋषिकेश में चारधाम यात्रा के मद्देनजर नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस टीम संदिग्ध लोगों पर निगरानी रख रही है। शनिवार देर शाम पुलिस टीम ने आईडीपीएल चौकी क्षेत्र के लेबर कॉलोनी तिराहे पर सघन चेकिंग अभियान चलाया। इसी बीच विपरीत दिशा से आ रहे एक बाइक सवार को संदेह होने पर रोका। सघन तलाशी लेने पर उसके पास से नशे के इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। कोतवाल रवि कुमार सैनी ने बताया कि केस दर्ज करने बाद पुलिस ने आरोपी दीपक पुत्र स्व. सुरेश जाटव निवासी शांतिनगर, ऋषिकेश को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बाइक को भी सीज कर दिया है।

चारधाम यात्रा में अभी तक लगभग आठ लाख श्रद्धालु पहुंचे

अभी तक आठ लाख लोग चार धाम के दर्शन कर चुके है। लाखों लोगों ने दर्शन हेतु चारधामों के लिए ऑनलाइन ऑफलाइन अपना रजिस्ट्रेशन करा दिया है अभी तक मई माह तक रजिस्ट्रेशन के स्लॉट पूरे हो गये है। 22 मई से श्री हेमकुंट साहिब एवं लोकपाल तीर्थ के कपाट खुल रहे है। सभी तीर्थों में व्यवस्थायें अनुकूल रहे इसके लिए तीर्थयात्रियों की संख्या सरकार ने निर्धारित की हुई है।
विगत 19 मई को प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल ( रिटायर्ड) गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंचप्यारों के साथ श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को ऋषिकेश से श्री हेमकुंट साहिब के लिए रवाना कर दिया।
20 मई को पहला जत्था गुरूद्वारा गोविंद घाट पहुंचा। आज जत्था हेमकुंट के लिए प्रस्थान होकर घांघरिया पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी तीर्थ यात्री सकुशल तीर्थयात्रा करें यह उनकी प्राथमिकता में है। विगत दिनों कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत को श्री केदारनाथ यात्रा तथा कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को बदरीनाथ धाम यात्रा हेतु यात्रा पर्यवेकक्षण का प्रभार दिया गया ताकि तीर्थयात्रियों को किसी भी स्तर पर दिक्कत न हो।
पर्यटन-तीर्थाटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि श्रद्धालु बड़ी संख्या में देवभूमि उत्तराखंड पहुंच रहे है। सरकार का प्रयास है की श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि मंदिर समिति द्वारा तीर्थयात्रियों को धामों में सरलता- सुगमता से दर्शन हो इसके लिए समिति ने अपने स्तर पर प्रयास किये है।
धर्मस्व- तीर्थाटन सचिव हरिचंद सेमवाल ने कहा कि सरकार द्वारा तीर्थयात्रियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण के आदेश दिये गये है।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के निर्देशन में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा निरंतर आन लाईन एवं आफ लाईन रजिस्ट्रेशन/ काउंटरों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार के निर्दैश पर चारधाम यात्रा प्रशासन संगठन ने ऋषिकेश बस अड्डे पर यात्री हेल्प डेस्क यात्रियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
सभी जिला प्रशासन, स्थानीय निकायों, मंदिर समितियों द्वारा संबंधित धामों राज्य चिकित्सा विभाग सहित सभी विभागों के आपसी तालमेल से चारधाम यात्रा संचालित हो रही है। किसी भी आपात स्थिति में एनडीआरएफ सहित हेली एंबुलेंस की भी सुविधायें दी जा रही है।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ द्वारा 20 मई रात्रि तक के चारधाम दर्शन हेतु पहुंचे यात्रियों के आंकड़े जारी किये हैं बताया कि अभी तक आठ लाख तीर्थयात्री चारधाम पहुंच गये है। विस्तृत विवरण निम्नानुसार है।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा वर्ष 2022
दर्शनार्थियों /तीर्थयात्रियों की संख्या
1-श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से 20 मई शाम तक 240064
2- श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से 20 मई शायं तक 269169
3-श्री गंगोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 20 मई तक 149856
4-श्री यमुनोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 20 मई तक 116753
20 मई तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग- 509233
मई तक श्री गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 266609
20 मई रात्रि तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 775842 ( सात लाख पिचहत्तर हजार आठ सौ बयालीस ) इस तरह आज शाम तक चारधाम पहुंचनेवाले तीर्थयात्रियों की संख्या आठ लाख से अधिक हो जायेगी।
बताया गया है कि चारधाम तीर्थयात्रियों के आंकड़े श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति/ पुलिस- प्रशासन/ आपदा प्रबंधन के सहयोग से जारी किये जा गये है।

सीएम ने अधिकारियों को दिये जन सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को डामकोठी हरिद्वार में जनपद से संबंधित विकास कार्यों की अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत हरिद्वार में यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा जाए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से कूड़ा निस्तारण, सफाई व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। नगर निगम के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में 160 नाले हैं, उनकी सफाई का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है, जिसके लिये 124 सफाईकर्मियों लगाये गये हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने यह भी बताया कि शहर में एक दिन में तीन टाइम सफाई-व्यवस्था की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने अस्पतालों की व्यवस्थायें आदि के सम्बन्ध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों की सफाई व्यवस्था चाक-चौबन्द रहनी चाहिये। कभी भी अस्पतालों, नगर निगम की सफाई व्यवस्था तथा कार्यालयों में कार्मिकों की उपस्थिति आदि का औचक निरीक्षण किया जा सकता है। अगर औचक निरीक्षण के दौरान कहीं पर भी कोई कमी पाई जाती है, तो सम्बन्धित के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को कार्यालयों में बॉयोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू करने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इण्डिया द्वारा हरिद्वार में किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। एनएचएआई की समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि राष्ट्रीय राजमार्गों में कई जगह पानी रूका रहता है, जिसकी सही निकासी नहीं होने की वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो रही है। इस पर अधिकारियों ने बताया कि हाईवे पर जो नालियां बनी हैं, वे केवल हाईवे के पानी की निकासी के लिये बनी हैं, जबकि इन नालियों में आसपास की बस्तियों व अन्य जगह का पानी भी आ जाता है, जिसकी वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि एनएचएआई तथा सिंचाई विभाग समन्वय स्थापित करते हुये एक समग्र योजना बनाकर इस समस्या का समाधान निकालना सुनिश्चित करें।
जल निगम तथा जल संस्थान के अधिकारियों द्वारा पानी की व्यवस्था के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से की जा रही है। जनपद में 12 हजार हैण्डपम्प लगे हैं तथा जो हैण्डपम्प किसी वजह से खराब हो जाते हैं, तो उनकी समय-समय पर मरम्मत कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनता को पेयजल की कहीं पर भी कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने बैठक में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल की प्रगति की भी समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि योजना के अन्तर्गत ओवर हैड टैंक बन गये हैं तथा पाइप लाइन बिछा दी गयी है। मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये गए।
विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि कि वर्तमान में उद्योगों को पूरी बिजली दी जा रही है तथा विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था में काफी सुधार है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बिजली की चोरी की घटनाओं पर भी पूरी नजर रखी जाये तथा विजिलेंस की टीम को सक्रिय किया जाये एवं बिजली चोरी की घटनाओं में जो लिप्त पाये जाते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों को गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने आगामी जुलाई माह में होने वाली कांवड़ यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से जायजा लिया, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ मेले की तैयारियां प्रारम्भ कर दी गयी हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कावड़ यात्रा से सम्बन्धित जो भी तैयारियां हैं, उनको समय से करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने, अवैध अतिक्रमण को हटाये जाने, आपदा प्रबंधन तंत्र को सक्रिय किये जाने तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।
इस अवसर पर रानीपुर विधायक आदेश चौहान, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक सुरेश राठौर, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेन्द्र सिंह रावत, ए.डी.एम(प्रशासन) पी.एल.शाह, ए.डी.एम.(वित्त एवं राजस्व) वीर सिंह बुदियाल सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

एक दो साल बाद श्री बदरीनाथ धाम के पुर्ननिर्माण कार्यों की देश विदेश में होगी प्रशंसा-संधु

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने श्री बद्रीनाथ में चल रहे विभिन्न पुर्ननिर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों की अच्छी प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इतनी ऊंचाई पर जिस तेजी से कार्य हो रहा है, यह सराहनीय है। मुख्य सचिव ने कहा कि श्री बद्रीनाथ में काफी कार्य इसी सीजन में पूरे हो जायेंगे। श्री बद्रीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को कम से कम असुविधा हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक-दो साल में केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी लोग उदाहरण देंगे कि इतनी अधिक ऊंचाई के धार्मिक स्थल होने पर भी श्री बद्रीनाथ में सराहनीय कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सुझावों को भी ध्यान में रखा जायेगा। मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि चारधाम यात्रा आने से पूर्व रजिस्ट्रेशन अवश्य करायें।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये यह सुनिश्चित किया जाए कि यात्रा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहें। श्रद्धालुओं को भगवान बद्रीविशाल के दर्शन हेतु हर संभव सुविधा मिले। इस अवसर पर उन्होंने हेलिपैड, दर्शनी गेट, बस स्टैंड, अराइवल प्लाजा, लूप रोड, शेष नेत्र व बद्रीश झील का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर भी पुलिस व प्रशासन तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी तथा मोबाइल कनेक्टिविटी की सुचारू व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने हेमकुंड साहिब के यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त मेडिकल टीम की व्यवस्था करने और हेमकुंड जाने वाली सड़क को 15 जून तक दुरस्त करने के भी निर्देश दिये। विभिन्न कार्यों के निरीक्षण के बाद मुख्य सचिव ने श्री बद्रीनाथ धाम में पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर डीजीपी अशोक कुमार, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, मुख्य विकास अधिकारी वरूण चौधरी, एसपी स्वेता चौबे उपस्थित रहे।

राज्यपाल और सीएम ने हेमकुंड साहिब के लिए संगतो को किया रवाना

श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। आज ऋषिकेश स्थित गुरूद्वारा से हेमकुंड साहिब के लिए संगतो को रवाना किया गया। गुरूद्वारा परिसर ऋषिकेश में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन शुरू हुए। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने गुरूद्वारा में मत्था टेका और गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए।
लक्ष्मण झूला रोड पर स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट ने अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री हेमकुंड यात्रा हेतु व्यापक तैयारियां की गयी है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए तथा गुरुद्वारा ऋषिकेश में मत्था टेका। इस अवसर पर बङी संख्या में सिक्ख संगत जत्थे मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संगतों को हेमकुंड साहिब यात्रा की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो वह कई बार इस यात्रा के प्रारंभ होने के मौके पर आते रहे हैं लेकिन यह पहला मौका है जब वे बतौर मुख्य सेवक के रूप में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना गुरुकृपा के कुछ भी नहीं होता। प्रदेश में चार धाम यात्रा के साथ ही हेमकुण्ड यात्रा शुरू हो रही है। इस बार पिछले सालों की तुलना में कई गुना अधिक यात्री चार धाम यात्रा में पहुंचे हैं, सरकार सुरक्षित चार धाम एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का संकल्प है कि प्रदेश में आने वाले हर एक श्रद्धालु सुरक्षित आए और दर्शन करके सुरक्षित वापस लौटे।
मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी हो रही हो, डॉक्टर की सलाह के बिना यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का भव्य पुनर्निर्माण कार्य हुआ है। अब बदरीनाथ धाम का काम जारी है। उन्होंने कहा कि बनारस में काशी विश्वनाथ हो या अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, ये सब प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प और आस्था का ही परिणाम है कि इन सभी मंदिरों का भव्य और दिव्य स्वरूप देश दुनिया के सामने दिख रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही सहयोग से हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर रोपवे बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि चार धाम हेमकुंड साहिब के अलावा कुमाऊं क्षेत्र और गढ़वाल क्षेत्र के अन्य धार्मिक स्थानों का भी सर्किट विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा कि पर्यटन को आर्थिकी का मजबूत स्रोत बनाने के लिए प्रदेश में होम स्टे मॉडल को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अब तक लगभग 3600 होम स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
इस अवसर पर हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिंद्रा ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री का आभार जताया।

केदारपुरी में निर्माण कार्यो का मुख्य सचिव ने लिया जायजा

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने श्री केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यों का संबंधित अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। मुख्य सचिव ने निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारपुरी में जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, उन कार्यों में तेजी के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ में यात्रियों की सुविधाओं के दृष्टिगत हर संभव व्यवस्थाएं की जाएं। केदारनाथ धाम में जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, उन कार्याे से केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए निर्माण सामग्री को सुव्यवस्थित ढंग से रखने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने तीर्थ पुरोहितों हेतु बनाये जा रहे आवासीय भवनों का निर्माण कार्य को शीर्ष प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी, तीर्थ पुरोहितों के साथ समन्वय कर धाम के विकास कार्यों में और अधिक गति लाएं। मुख्य सचिव द्वारा चिकित्सालय कंट्रोल सेंटर, संगमघाट, मंदिर समिति का प्रशासनिक भवन, आस्था पथ आदि निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। मुख्य सचिव ने केदारनाथ धाम में बनाये जा रहे वाटर एटीएम के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए। निरीक्षण के बाद मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने श्री केदारनाथ के दर्शन कर पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की प्रगति एवं खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक रूद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी केदारनाथ योगेंद्र सिंह मौजूद रहे।

सरकार यात्रा को सुव्यवस्थित करने के लिए हर संभव कर रही प्रयासः धामी


उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सुव्यवस्थित और नियमानुसार यात्रा संचालन के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने चारों धामों में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को समाप्त करते हुए एक समान व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस विभाग नियमों का कड़ाई से पालन करें और अतिरिक्त सावधानी बरते।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को लेकर सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। बीते 2 सालों में कोविड संक्रमण के कारण यात्रा नहीं चल पाई है ऐसे में इस बार यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा हमारी चुनौती है लेकिन सरकार इसे सुव्यवस्थित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बीते कुछ समय में चार धाम यात्रा में जितनी भी कैजुअल्टीज हुई हैं वह यात्रा में अव्यवस्था एवं भगदड़ मचने से नहीं बल्कि अन्य स्वास्थ्यगत कारणों से हुई है। मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा पर आने वाले नौजवानों से अनुरोध करते हुए कहा है कि नौजवान पहले बुजुर्ग एवं महिलाओं को दर्शन करने का मौका दें।

चारधाम यात्रा-श्रद्धालुओं की सुरक्षा को केन्द्र सरकार गंभीर

चारधाम यात्रा पर तीर्थयात्रियों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम भेजी है। इसके अलावा आईटीबीपी के जवानों को भी पैदल यात्रा मार्गों पर मदद के लिए तैनात किया गया है। पैदल यात्रा करते समय अचानक तबीयत बिगड़ने पर एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान तीर्थयात्रियों की मदद कर उन्हें तत्काल नजदीकी मेडिकल कैंप तक पहुंचाएंगे।
प्रदेश में तीन मई को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हुई है। शुरूआत में ही केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले तीर्थ यात्रियों की मौत पर पीएमओ ने संज्ञान लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। साथ ही चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मदद के लिए केंद्र ने एनडीआरएफ की टीम भेजी है। खास तौर पर केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर एनडीआरएफ टीम तैनात की गई है। इसके अलावा आईटीबीपी के जवानों को यात्रियों की मदद के लिए तैनात किया गया है। केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर यदि किसी यात्री की अचानक तबीयत खराब होती है तो एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान तत्काल मदद कर उन्हें मेडिकल कैंप तक पहुंचाएंगे, ताकि समय पर इलाज मिल सके।
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने बताया कि चारधाम यात्रा करने वाले यात्रियों की मदद के लिए केंद्र की ओर से एनडीआरएफ की टीमें भेजी गई हैं। इसके साथ ही आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया। एसडीआरएफ की टीमें पहले ही चारधामों में तैनात हैं। एनडीआरएफ और आईटीबीपी को एक सीमित समय के लिए तैनात किया है। जरूरत पड़ने पर समय को बढ़ाया जाएगा।

क्षमता के अनुसार भेजे जा रहे यात्री
कोविड महामारी के कारण दो साल बाद चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। चारधामों में कपाट खुलने के दिन क्षमता से दोगुने यात्री पहुंचे थे। जिससे धामों में यात्रियों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। मुख्य सचिव ने कहा कि चारधामों की वहन क्षमता के अनुसार यात्रियों का पंजीकरण कर दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। पिछले तीन दिनों से धामों में स्थित पूरी तरह से नियंत्रण में है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग व चमोली जिले के जिलाधिकारियों से प्रतिदिन व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा रही है।