देहरादून में रं कल्याण संस्था ने की सीएम से मुलाकात, बताई समस्याएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से रं कल्याण संस्था के प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने जनपद पिथौरागढ़ की तहसील धारचूला के सीमांत एंव संवेदनशील क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने संस्था के प्रतिनिधियों द्वारा रखी गई विभिन्न समस्याओं के समाधान का आश्वासन देते हुए कहा कि सीमांत क्षेत्र के निवासी हमारी सीमाओं के पहरी भी है। उन्होंने रं कल्याण संस्था द्वारा समाज हित में किए जा रहे कार्यकलापों की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी देश के सीमांत क्षेत्रों के अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही इन क्षेत्रों की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण की दिशा में पहल की गई है। राज्य सरकार द्वारा भी राज्य के सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिये प्रभावी कार्य योजना पर कार्य किया जा रहा है।

इस अवसर पर रं कल्याण संस्था के संरक्षक नृप सिंह नपलच्याल, संस्था के अध्यक्ष बिशन सिंह बोनाल, डी एस गर्ब्याल, सी.एस. ग्वाल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड लोक विरासत कार्यक्रम-2022 में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेंजर्स ग्राउंड में आयोजित उत्तराखण्ड लोक विरासत कार्यक्रम – 2022 में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने मेले में स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का भ्रमण कर उनके द्वारा तैयार किये गये उत्पादों की सराहना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे उत्तराखण्ड में विविध प्रकार की संस्कृति है, हर जिले में संस्कृति एवं रीति रिवाज बदल जाते हैं लेकिन यह लोक विरासत कार्यक्रम मन को मोह लेने वाला एक लघु उत्तराखण्ड का रूप है, जो कि प्रदेश की अलग अलग नृत्य शैली, भाषा एवं गायन शैली को प्रदर्शित कर हमें गौरवान्वित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन हेतु डॉ. के0पी0जोशी का आभार व्यक्त करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी संस्कृति एवं पूर्वजों के बनाए हुए जो हमारे संस्कार है उनसे जरूर जुड़ना चाहिए क्योकि इतिहास गवाह है जो लोग अपनी संस्कृति से दूर चले जाते हैं वह उस पेड की तरह होते हैं जो पेड़ तो होता है परन्तु जिसकी जड़े सुख चुकी होती है और धीरे धीरे वह पेड़ भी सुख जाता है। इसलिए हम सभी अगर अपनी संस्कृति से जुड़े रहेंगे तो हम सभी को पोषण, ऊर्जा एवं प्रोत्साहन मिलता रहेगा साथ ही हमारे पूर्वजों को आर्शीवाद मिलता रहेगा। इन्ही सब को ध्यान में रखते हुए हमने इस बार इगास त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। ऐसे ही प्रयासों से निश्चित रूप से जो हमारी संस्कृति है वह पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होती रहेगी। ऐसे पर्वाे से नई पीढ़ी भी कहीं न कहीं अपना जुड़ाव महसुस करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। यह अमृत महोत्सव आजादी के पहले और आजादी के बाद देश के लिये अपना योगदान देने वालों के सम्मान के साथ देश ने जो उपलब्धियां हासिल की उनका स्मरण करने का महोत्सव है। अब हम आजादी की शताब्दी की ओर बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड की संस्कृति के विकास के लिए अनेक योजनायें चलाई जा रही है। आपदा के बाद केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण हुआ है, संपूर्ण परिसर में विभिन्न विकास कार्यों का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे 2023 के अंत तक कर पुरा कर लिया जाएगा, लगातार नया भव्य और दिव्य केदार बन रहा है। बद्रीनाथ धाम के भव्य निर्माण हेतु मास्टर प्लान बन कर तैयार हो गया है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने उनके द्वारा माणा को भारत के अन्तिम गांव की बजाय देश का पहला गांव कहे जाने पर मुहर लगाते हुए कहा कि अब तो उनके लिये भी सीमाओ पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है। यह हमारे सीमान्त क्षेत्र के निवासियों के भी सम्मान की बात है।

मुख्यमंत्री ने सभी का आह्वान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए देशवासियों से आग्रह किया है कि जहां भी जाएं एक संकल्प करें कि यात्रा पर जितना भी खर्च करते हैं उसका कम से कम 5 प्रतिशत वहां के स्थानीय उत्पाद खरीदने पर खर्च करें। इससे राज्य के उत्पादों को बढ़ावा मिलने के साथ देश व दुनिया में उनकी पहचान भी बनेगी। प्रधानमंत्री ने हमारी संस्कृति को भी पहचान दिलाने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जहां प्रधानमंत्री के सफल नेतृत्व में सम्पूर्ण देश का विकास हो रहा है वहीं उत्तराखण्ड से उनका विशेष लगाव किसी से छुपा नही है। हमारी सरकार भी प्रदेश के सांस्कृतिक विकास के लिए कई कदम उठा रही है।

उत्तराखण्ड की नई फिल्म नीति के तहत गढ़वाल, कुमाउनी एवं जौनसारी में फिल्म बनाने पर हमने 02 करोड़ रूपये की सहायता राशि का प्रावधान किया है। ऐसी अनेक योजनाये हमने भाषा एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए लाये हैं।

कार्यक्रम में जागर सम्राट पदमश्री डॉ. प्रीतम भरतवाण, प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी, मीना राणा एवं संगीता ढौंढियाल सहित विभिन्न गायकों ने अपनी प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास, विधायक विनोद चमोली, मेयर देहरादून सुनिल उनियाल गामा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

सीएम ने आकाश तत्व-आकाश फॉर लाइफ कार्यशाला में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरांचल यूनिवर्सिटी प्रेमनगर, देहरादून में विज्ञान भारती उत्तराखण्ड एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा आयोजित National Conference and Exhibition on Akash tattva – Akash for life में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर National Conference and Exhibition on Akash tattva से संबंधित एटलस एवं सार संग्रह का विमोचन भी किया गया।

मुख्यमंत्री ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से आयोजित आकाश तत्व सम्मेलन में देश भर से आए विषय विशेषज्ञों का उत्तराखंड में स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड की पावन धरा पर आयोजित यह चिंतन कार्यक्रम निश्चित रूप से पंच महाभूतों में प्रधान आकाश तत्व के नवीन आयामों की विवेचना करने में सफल होगा। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जय जवान, जय किसान के साथ जय विज्ञान का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसके साथ जय अनुसंधान जोड़कर इसे पूर्णता प्रदान की है। जय विज्ञान और जय अनुसंधान ये दो शब्द आज के विश्व में विज्ञान और अनुसंधान इन दोनों की महत्ता स्पष्ट करते हैं। आज का नया भारत विज्ञान के क्षेत्र में महाशक्ति के रूप में स्थापित हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पुरातन व आधुनिक विज्ञान दोनों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए सीएसआर अर्थात कॉर्पोरेट सोशल रेस्पांसिबिलिटी की तर्ज पर एसएसआर अर्थात साइंटिफिक सोशल रेस्पांसिबिलिटी के विचार को अपनाने की वैज्ञानिकों से अपील की है। इस प्रकार के सम्मेलन वैज्ञानिक समुदाय के क्रिएटिव माइंडस को एक मंच पर लाकर एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को सार्थक करने का मजबूत प्रयास है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए पांच तत्वों आकाश, वायु, जल, पृथ्वी और अग्नि का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन पंच तत्वों के संरक्षण व संवर्धन की हमारी प्राचीन परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए इस सम्मेलन में विचार-विमर्श हो रहा है, जो निश्चित रूप से सार्थक सिद्ध होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में देखने को मिलता है कि आकाश तत्व की महत्ता मानव जीवन के साथ-साथ देवी-देवताओं में भी परिलक्षित होती है। हमारी सनातन मान्यताओं के अनुसार आकाश में परमात्मा का, देवी-देवताओं का वास होता है। संसार की समस्त चिकित्सा पद्धतियां भी आकाश तत्व की महत्ता को भली-भांति समझती हैं। आज विश्व में अपनी सशक्त छवि को प्रतिस्थापित करता नया भारत हर क्षेत्र की तरह आकाश तत्व सम्बन्धी वैज्ञानिक अनुसंधानों में भी नये आयाम स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हम सभी के लिए बड़े गर्व का विषय है कि भारत सरकार ने एक नवीन पहल सनातन विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए 4 नवंबर 2022 से मार्च 2023 तक आकाश तत्व सम्मेलन की सीरीज के आयोजन का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की विराट वैज्ञानिक सोच और हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से आज हमारा देश पूरी दुनिया में शोध एवं अनुसंधान कृषि, व्यापार, विज्ञान प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भी अपनी छाप छोड़ने में सफल रहा है। आज का नया भारत अपनी संस्कृति-अपनी पहचान के मूलमंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उत्तराखंड वासी सौभाग्यशाली हैं कि हम हिमालय की गोद में बसे हैं और ये पंचतत्व हमें विशुद्ध रूप से शुद्ध वायु, स्वच्छ जल, उपजाऊ मृदा और स्वच्छ आकाश के रूप में प्रकृति से उपहार स्वरूप मिले हैं। राज्य सरकार की कोशिश है कि आर्थिकी और पारिस्थितिकी के बीच संतुलन बना रहे। राज्य सरकार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ साथ सकल पर्यावरण उत्पाद (जीईपी) की महत्ता पर विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैज्ञानिक सोच को जागृत करने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में साइंस सिटी के निर्माण का निर्णय लिया है। हर क्षेत्र तक अनुसंधान एवं शोध गतिविधियों को पहुंचाने लिए ’’लैब्स ऑन व्हील’’ और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में जागरूकता के लिए राज्य में एस्ट्रो पार्क बनाने पर भी विचार कर रहे हैं।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, भारत सरकार डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में इस तरह का आयोजन पहली बार हो रहा है, जिसमें प्राचीन ज्ञान को आधुनिक शोध से जोड़कर वैज्ञानिक मंथन किया जा रहा है। पंचमहाभूत का सर्वप्रथम कार्यक्रम आकाश से शुरू हो रहा है। प्राचीन को आधुनिक से जोड़ने का कार्य विज्ञान के माध्यम से किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हर क्षेत्र में हमारी अनेक प्रतिभाएं उभर कर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि 25 वर्षों में भारत को शिखर पर ले जाने के लिए हिमालयी राज्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है। हिमालय की जैव विविधता विज्ञान एवं अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में एरोमा मिशन में कार्य करने की अनेक संभावनाएं हैं।

इस अवसर पर प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार भारत सरकार डॉ. अजय कुमार सूद, सचिव अंतरिक्ष विभाग श्री एस सोमनाथ, विज्ञान भारती से विवेकानंद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सर कार्यवाह सुरेश भैया जोशी ने National Conference and Exhibition on Akash tattva – Akash for life पर अपने विचार दिए।।

इस अवसर पर सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, कल्पना सैनी, संगठन महामंत्री भाजपा अजेय कुमार उत्तरांचल विश्विद्यालय के कुलाधिपति डॉ. जितेंद्र जोशी, भारत सरकार के विभिन्न विभागों के सचिव, विज्ञान भारती के पदाधिकारी तथा देश-विदेश से आए वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद उपस्थित थे।

गुमशुदा छात्र की तलाश को यूकेडी कार्यकर्ता पुलिस से मिले

उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने देहरादून के शमशेरगढ़ से आदित्य नौडियाल की खोजबीन में तेजी लाने की मांग को लेकर बालावाला चौकी प्रभारी केपी गौड़ से मुलाकात की। इसके साथ ही गुमशुदा छात्र के घर जाकर उसके परिजनों से मिलकर तमाम तथ्यों की पड़ताल की।

उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने परिजनों के हवाले से बताया कि छात्र ट्यूशन के नाम पर घर से निकला था लेकिन फिर घर नही पहुंचा।

उसके पास सफेद कलर की रेंजर साइकिल है। यह घटना 27 अक्टूबर की शाम लगभग 4ः30 बजे की है ।

आदित्य को अंतिम बार नेपाली फार्म तिराहे के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया लेकिन उसके बाद वह ऋषिकेश गया या फिर हरिद्वार की तरफ निकल गया इसका कुछ पता नहीं चल पाया।

आदित्य के परिजन लगातार खोजबीन में लगे हुए हैं। चौकी प्रभारी बालावाला केपी गौड़ ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल लगातार खोजबीन में लगे हैं तथा कॉल डिटेल के रिकॉर्ड को खंगाल रहे हैं।

पुलिस ने सभी थानों में गुमशुदगी के बारे में सूचना दे दी है। अनहोनी की आशंका मे आदित्य की मां का तब से लगातार स्वास्थ्य खराब चल रहा है।

गढ़वाल रेजीमेंट के सैनिकों और उनके परिवार के साथ दीपावली मनाने पहुंचे सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके परिजनों के साथ दीपावली पर्व मनाया। गढ़ी कैंट में 8 गढ़वाल रेजीमेंट द्वारा आयोजित दीपावली मिलन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपस्थित सैनिकों तथा उनके परिजनों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूछी तथा उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं एवं बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सैनिकों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉलस का निरीक्षण किया तथा सैनिकों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर 8 गढ़वाल रेजीमेंट द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में 8 गढ़वाल रेजीमेंट के सैनिक, भूतपूर्व सैनिक तथा उनके परिजन उपस्थित रहे।

अज्ञात वाहन की टक्कर से दुर्घटना का शिकार हुआ व्यक्ति, मंत्री ने पहुंचाया अस्पताल

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल अपने काफिले के संग बल्लीवाला फ्लाई ओवर से गुजर रहे थे। इस दौरान सड़क किनारे लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ एक व्यक्ति उन्हें दिखाई दिया, जिसकी बाईक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के आसपास काफी संख्या भीड़ एकत्र हो गई, मगर किसी ने भी उसे अस्पताल पहुंचाने की जहमत तक नहीं उठाई। इस दौरान बल्लीवाला फ्लाईओवर से गुजर रहे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति पर नजर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने तत्काल अपने काफिले को रूकवाया एवं दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अपने वाहन में बिठाकर देहरादून स्थित सिनर्जी अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां कैबिनेट मंत्री ने चिकित्सकों को दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के शीघ्र उपचार हेतु निर्देशित किया। जिसके बाद शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति का हाल जानने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान मंत्री ने यहां चिकित्सकों को दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की बेहतर ढंग देखरेख करने हेतु निर्देश दिए, जिस पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के परिजनों ने मंत्री का आभार जताया।

डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क का मंत्री डा. अग्रवाल ने किया उद्धाटन

शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेम चंद अग्रवाल ने राजपुर स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी पार्क में लाइट एंड शो का उद्घाटन किया। इसी के साथ पार्क को जनता को समर्पित कर दिया गया।

मंत्री डॉ अग्रवाल राजपुर स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क पहुंचे। यहाँ उन्होंने पार्क में लाइट एंड साउंड शो का रिमोट दबाकर शुभारंभ किया। इस दौरान माँ गंगा पर आधारित 20 मिनट की डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। जिसमें मां गंगा के स्वर्ग से धरती पर अवतरित होने तक की कहानी दिखाई गई। साथ ही उत्तराखंड को धरती का स्वर्ग दिखाया गया। इसके अलावा माँ गंगा की उत्तराखंड को लेकर अपने मन की बात दिखाई गई।

इस मौके पर डॉ अग्रवाल ने बताया कि करीब सवा तीन करोड़ रुपए की लागत से पार्क का जीर्णाेद्धार किया गया है। इसका मुख्य आकर्षण लाइट एंड साउंड शो है, प्रतिदिन शाम को दो शो लाइट एंड साउंड के दिखाये जाएंगे। इसका न्यूनतम चार्ज भी लिया जाएगा।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि गंगा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री के जरिए लोगों को पौराणिक कथाओं का ज्ञान होगा। मां गंगा के प्रति नई युवा पीढ़ी की आस्था बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के सामान्य ज्ञान में भी वृद्धि होगी।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि इसके अलावा पार्क के आकर्षण चिल्ड्रन पार्क, कैफेटेरिया, पुश्ता गार्डन, गजेबो, टोपारी गार्डन, चिपको आंदोलन पर आधारित वृक्षों का संग्राक्षरण है। डॉ अग्रवाल ने बताया कि पार्क में शौचालय (महिला पुरुष /विकलांग), पेयजल की सुविधा, पार्किंग, कैन्टीन की सुविधा भी दी जाएगी।

डॉ अग्रवाल ने पार्क में स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के फोकस लाइट को बढ़ाने के लिए भी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया।

इस मौके पर मंडल अध्यक्ष राजीव गुरुंग, युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष अंशुल चावला, मंडल महामंत्री युवा मोर्चा दीपक अरोड़ा, महिला मोर्चा महामंत्री संगीता नौटियाल, रेलवे बोर्ड सदस्य शशांक, प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन योगेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष श्री आदर्श रामलीला ट्रस्ट राजकोट नरेंद्र अग्रवाल, पूर्व पार्षद रोशन बाला, अध्यक्ष व्यापार मंडल राजपुर देहरादून मोहित अग्रवाल, संगीता असवाल, अश्विन खत्री, सूरज प्रकाश, अमित डंग, संजय बॉक्सर, वसीम खान, जावेद खान, परवेज खान, भारत भूषण गर्ग, दिनेश गुसाईं, एमडीडीए के अधीक्षण अभियंता एससी राणा, उद्यान अधिकारी एआर जोशी, अधिशासी अभियंता मनोज जोशी, अवर अभियंता सचिन कुमार, सहायक अभियंता अभिषेक भारद्वाज आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।

कृमि संक्रमण रोकने के लिये जरूरी है दवा का सेवनः रावत

स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज श्री गुरू नानक पब्लिक गर्ल्स इंटर कॉलेज प्रेमनगर देहरादून में बच्चों को कृमिनाशक दवा खिला कर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पहल पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रदेशभर में 43.55 लाख बच्चों को कृमि मुक्ति की दवा खिलाई जायेगी। जिसमें स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों की बड़ी भूमिका होगी। इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिये सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को शिक्षा विभाग सहित अन्य रेखीय विभागों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दे दिये गये हैं।

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने श्री गुरू नानक पब्लिक गर्ल्स इंटर कॉलेज प्रेमनगर में छात्राओं को कृमि मुक्ति की दवा खिलाई। डॉ0 रावत ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं, बच्चे स्वस्थ रहेंगे तो देश का भविष्य उज्ज्वल होगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश भर के सभी निजी एवं सरकारी स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 01 से लेकर 19 आयु वर्ग के 43.55 लाख बच्चों को प्रशिक्षित शिक्षकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कृमिनाशक दवा अल्बेंडाजॉल खिलाई जायेगी। इसके लिये सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को शिक्षा विभाग, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग एवं पंचायतीराज विभाग से समन्वय स्थापित करने को कहा गया है। विभागीय मंत्री ने कहा कि कार्यक्रम के सफल संचालन के लिये 56453 कार्मिकों को तैनात किया गया है। जिसके अंतर्गत 11888 आशाएं, 22815 अध्यापक, 20067 आंगनबाडी कार्यकत्रियां, 2673 एएनएम शामिल है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवा खाने से छूट गये बच्चों को 17 अक्टूबर को मॉप-अप दिवस पर कृमिनाशक दवा खिलाई जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एल्बेंडाजोल दवा बच्चों को दी जानी अनिवार्य है, ताकि पेट में होने वाले कीड़े या कृमि को खत्म कर बच्चों को स्वस्थ रखा जा सके।

कार्यक्रम में प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 विनीता शाह, निदेशक प्राथमिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल, निदेशक एनएचएम डॉ0 सरोज नैथानी, सीएमओ देहरादून डॉ0 मनोज उप्रेती सहित विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक एवं छात्राएं उपस्थित रहे।

सिविल मिलिट्री लायजन कॉन्फ्रेंस की बैठक में शामिल हुए सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सिविल मिलिट्री लायजन कॉन्फ्रेंस की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उत्तराखण्ड शासन एवं सेना के अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित विभिन्न एजेण्डा बिन्दुओं पर चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। सेना को राज्य सरकार से सहयोग की जो अपेक्षाएं होंगी, उनको प्राथमिकता में रखते हुए उचित हल निकाला जायेगा। आज जो समन्वय बैठक हुई है, इसका आउटपुट निकालना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है। जन सुविधा एवं सेना की सुविधा हेतु विभिन्न गतिविधियों के लिए जहां संयुक्त सर्वे की जरूरत है। जिला प्रशासन के अधिकारी एवं सैन्य अधिकारी संयुक्त सर्वे कर 03 सप्ताह के अन्दर शासन को रिपोर्ट दें, ताकि उन समस्याओं का उचित निदान करवाया जा सके।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, लेफ्टिनेंट जनरल जे.पी. मैथ्यू, जीओसी उत्तर भारत एरिया, मेजर जनरल संजीव खत्री जीओसी उत्तराखण्ड सब एरिया, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, विनोद कुमार सुमन, शासन एवं सेना के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

राज्य सरकार का प्रयास, राज्य में औषधि निर्माण क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहन दिया जाए

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के नवनिर्मित एफडीए भवन व राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने औषधी परीक्षण प्रयोगशाला का अवलोकन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे प्रदेश के फार्मा सेक्टर के लिए बहुत अहम दिन है। आज औषधि नियंत्रण संगठन एवं राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला के सुदृढ़ीकरण की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है। इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को केंद्र में रख कर 6.56 करोड़ रुपये की लागत से एफ.डी.ए. भवन का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त 13.22 करोड़ रुपये की लागत से एफ.डी.ए. भवन में औषधि नमूनों की गुणवत्ता जांचने हेतु राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भी स्थापित की गई है। इस प्रयोगशाला में वर्तमान आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि राज्य में औषधि निर्माण और इस क्षेत्र में विस्तार की संभावनाओं को अधिक से अधिक प्रोत्साहन दिया जाए। इस दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में औषधि निर्माण की ईकाइयां लगातार बढ़ रही हैं। राज्य में लगभग 300 औषधि निर्माता कम्पनियां कार्य कर रही हैं। ये सभी इकाइयां अपने उत्पादन के जरिए हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रकृति प्रदत्त अनेक संपदाएं हैं। उत्तराखण्ड आयुष, योग धर्म एवं संस्कृति की भूमि तो है ही। अब उद्योगों की भूमि भी बन रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा औषधि निर्माता कंपनियों को हर संभव मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि 2025 में जब उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनायेगा, तब तक उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट राज्य बनाने में फार्मा सेक्टर क्या योगदान दे सकता है, इस दिशा में ध्यान दिया जाए। उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट राज्य बनाने में सबका योगदान जरूरी है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में औषधि निर्माता कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। दवा कंपनियों को लाइसेंस लेने में दिक्कतें न हो इसकी लिए ऑनलाईन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। 2024 तक राज्य को क्षय रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ब्लड डोनेशन एवं संस्थागत प्रसव में उत्तराखण्ड श्रेष्ठ राज्यों में है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक उमेश शर्मा काऊ, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, प्रधानाचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना, औषधी नियंत्रक ताजबीर सिंह, प्रबंध निदेशक एकम्स ग्रुप संदीप जैन, आर.के.जैन एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।