हत्या के प्रयास में आरोपी रहे युवक को पुलिस ने मेरठ से दबोचा

कोतवाली पुलिस ने धारा 307 में फरार चल रहे दो आरोपियों में से एक को मेरठ स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

बीते 27 जून को हत्या की नीयत से हमला करने वाले नामदर्ज फरार सावन पुत्र राकेश उर्फ बबलू निवासी खन्ना कैंप थाना सिविल लाइन मेरठ को कोतवाली पुलिस ने घर से गिरफ्तार किया है। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि मामले में एक ओर अन्य आरोपी विशाल फरार चल रहा है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपी सावन को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसआई अरूण त्यागी, कांस्टेबल संदीप छाबड़ी मौजूद रहे।

क्या था मामला
ऋषिकेश। उमा देवी पत्नी विनेश कुमार ने कोतवाली पुलिस में तहरीर दी थी। बताया था कि उनके पति ड्यूटी कर रहे थे। तभी चार लोगों ने उनके पति के सिर पर लोहे की फावड़ी व पत्थरों से हमला कर दिया था। इसके चलते पति के सिर की एक नस भी कट गई थी। मामले को गंभीर पाकर पुलिस ने आरोपियों पर हत्या के प्रयास मामले में मुकदमा दर्ज किया था।

ट्रांसपोर्ट में पॉलिथीन की खेप सप्लाई करने पहुंचा ट्रक, निगम ने पकड़ा

नगर निगम ने एक ट्रक से साढ़े 13 कुंतल पॉलिथीन पकड़कर ट्रक सीज कराया है। ट्रक जिस विजय लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट के यहां पॉलिथीन लेकर पहुंचा था। उसके स्वामी पर निगम ने एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही एक अन्य जगह छापेमारी के दौरान निगम की टीम ने एक कुंतल पॉलिथीन जब्त की है। इसमें दुुकान स्वामी पर 10 हजार रुपये का चालान किया है।

जानकारी के अनुसार, यूपी15एपी-8923 नंबर का ट्रक लाजपतराय मार्ग पर पहुंचा था। निगम के सेनेट्री इंस्पेक्टर सचिन रावत ने ट्रक चालक से पूछताछ की। चालक ने बताया कि ट्रक में पॉलिथीन है, जिसे वह विजय लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट के यहां सप्लाई करने पहुंचा है। इस पर निगम की टीम मौके से ट्रक सहित चालक को लेकर घ्नगर निगम पहुंचे। यहां ट्रक के सामान बाहर निकालने पर 54 बैग निकले। नगर आयुक्त नरेन्द्र सिंह क्वीरियाल ने बताया कि ट्रक के भीतर 54 बैग में साढ़े 13 कुंतल पॉलिथीन पाई गई है। चालक के अनुसार यह पॉलिथीन दिल्ली से विजय लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट के यहां देनी थी। इस कारण उक्त ट्रांसपोर्ट के स्वामी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है।

दूसरी ओर, सेनेट्री इंस्पेक्टर सचिन रावत और टीम ने पुष्कर मंदिर मार्ग पर अभियान चलाया। अभियान के दौरान यहां एक दुकान से एक कुंतल पॉलिथीन पाई गई। जिसे कब्जे में लेकर दुुकान स्वामी पर 10 हजार रुपये का जुमाना वसूल किया है।

प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंची 700 क्विंटल पॉलिथीन, जब्त के बाद 30 हजार का लगाया जुर्माना

सहारनपुर से मिनी ट्रक में लाई जा रही 700 क्विंटल पॉलिथीन को नगर निगम ने पकड़ कर अपने कब्जे में लिया है। निगम ने चालक पर 30 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। साथ ही भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया है।

जानकारी के अनुसार, बृहस्पतिवार की सुबह करीब नौ बजे यूपी 11एटी-8282 मिनी ट्रक पुष्कर मंदिर मार्ग पर खड़ा था। तभी निगम के सेनेट्री इंस्पेक्टर सचिन रावत मौके पर पहुंचे और ट्रक की तलाशी ली तो उसमें कट्टों में पॉलिथीन का पाई गई। उन्होंने मौके पर निगम के अन्य कर्मचारियों को बुलाया और चालक को वाहन सहित निगम लेकर पहुंचे। यहां निगम में वाहन से पॉलिथीन के कट्टे उतारे गए। जांच करने पर 700 क्विंटल पॉलिथीन पाई गई। निगम ने सभी पॉघ्लिथीन को अपने कब्जे में लेकर स्टोर रूम में रखवा दिया है। वहीं, चालक प्रिंस कुमार गांधी पुत्र नरेश कुमार निवासी गोपालनगर सहारनुपर से 30 हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया।

सेनेट्री इंस्पेक्टर सचिन रावत ने बताया कि नगर आयुक्त के निर्देश पर पॉलिथीन के विरूद्घ अभियान चलाया जा रहा है। चालक प्रिंस से सहारनुपर के ट्रांसपोर्ट नगर से पॉलिथीन रखी थी। जिसे वह हरिद्वार सप्लाई करने जा रहा था। बताया कि उक्त पॉलिथीन को रिसाईकिल किया जाएगा। इसका उपयोग सड़क बनाने के कार्य में होगा।

एसटीपी निर्माण कार्य में देरी करने पर नाराजगी डीएम ने जताई नाराजगी

मृत पशुओं के अवशेष गंगा नदी में न डाले जाएं, इसके लिए नगर निगम और प्रशासन मिलकर भूमि की जल्द तलाश करें। साथ ही कांजी हाउस को भी इसी भूमि के समीप बसाया जाए। यह निर्देश जिलाधिकारी देहरादून डा. आशीष श्रीवास्तव ने जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान दिए।
मंगलवार को नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में जिला गंगा सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी देहरादून डा. आशीष श्रीवास्तव ने नगर निगम से प्रगति कार्यों की जानकारी जुटाई। इस पर एमएनए ने उन्होंने बताया कि गंगा की सहायक नदी चंद्रभागा में मिल रहे पांच नालों में से तीन को पूरी तरह से टैप किया जा चुका है, जबकि दो नालों को टैप करने का कार्य चल रहा है। वहीं, नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप कश्यप ने बताया कि गंगा नदी में गिर रहे अलग-अलग सात नालों को टैप किया जा चुका है। जिलाधिकारी डा. आशीष श्रीवास्तव ने नमामि गंगे की ओर से एसटीपी निर्माण कार्य में देरी करने पर नाराजगी भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य कर रही संस्था एसपीएमजी को पत्र भेजकर कोई भी कार्य करने से पूर्व जिला गंगा सुरक्षा समिति से सहमति लेनी होगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि गंगा नदी में मानसूत्र सत्र के बाद जहां तेज धारा नहीं हो, जाली लगाई जाए। इससे गंगा में गिरने वाले फूल, पूजन सामग्री, हवन सामग्री को निकाला जा सके। उन्होंने एसडीएम वरूण चैधरी को गुमानीवाला स्थित कांजी हाउस की खाली पड़ी करीब तीन बीघा भूमि की स्थिति स्पष्ट करने तथा वहां पर पशुओं की संख्या नियंत्रण केंद्र (बन्ध्याकरण) की स्थापना करने के निर्देश दिए। इस मौके पर नगर आयुक्त नरेन्द्र सिंह क्वीरियाल, एसएनए विनोद लाल, डीएफओ राजीव धीमान, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल, सहायक अभियंता सीवर विंग हरीश बंसल, अधिशासी अभियंता पीडल्ब्यूडी विपुल सैनी, समिति सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान आदि उपस्थित रहे।

खादर क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा का प्रबंधन किया जाए
सम‌ित सदस्य ‌विनोद जुगलान ने खड़गमाफ के खादर क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा का मामला उठाया। इस पर सिंचाई विभाग के एई अनुभव नौटियाल ने बताया कि सौंग नदी से बाढ़ सुरक्षा के लिए छिद्दरवाला से ठाकुरपुर तक तीन किलोमीटर की सुरक्षा तटबंध बनाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। इस पर विनोद जुगलान ने असंतोष जताया। इसके बाद जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को छोटे तटबंध बनाने के ‌संबंध में एई को मौके पर जाकर निरीक्षण कर सुरक्षा तटबंध बनाने को कहा।

ऋषिकेश के चौराहों और तिराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल को हटाने की तैयारी

ऋषिकेश के चौराहा और तिराहा पर लगेे ट्रेफिक सिग्नल किसी काम के नहीं है। इस सिग्नल के जरिए यातायात का संचालन भी नहीं हो पा रहा है। पुलिस की ओर से भी इस ट्रेफिक सिग्नल को सक्सेस नहीं बताया गया है। इसके लिए पुलिस की ओर से नगर निगम ऋषिकेश को पत्र भी सौंपा गया है। अब निगम सिग्नल को लेकर हुए 15 साल के अनुबंध को समाप्त करने की योजना बना रहा है।

बता दें कि आईडीपीएल प्रथम गेट, वीरभद्र मार्ग तिराहा, त्रिवेणी घाट चौराहा, देहरादून मार्ग तिराहा, नटराज चौक में ट्रैफिक सिग्नल लगे हुए हैं। इनका अनुबंध 15 जून 2017 को मैसर्स एसेन्ट ट्रेफिक एंड मीडिया सॉल्यूशन देहरादून की एक एजेंसी ने तत्कालीन नगर पालिका परिषद के साथ 15 वर्ष के लिए किया था।

मगर, पुलिस क्षेत्राधिकारी ने नगर निगम को पत्र भेजा है। इसमें बताया गया है कि ऋषिकेश क्षेत्र में स्थित चौराहे और तिराहे संकीर्ण है, यह ट्रेफिक सिग्नल लाइट के लिए अनुकुल न होने के कारण यहां यातायात का संचालन इन सिग्नल से किया जाना संभव नहीं है। इसके चलते उक्त जगहों पर लगी लाइट की कोई आवश्यकता नहीं है। अब पुलिस की ओर से दी गई रिपोर्ट को आधार बनाकर नगर निगम इसे हटाने की तैयारी कर रहा है।

वहीं, नगर आयुक्त नरेन्द्र सिंह क्वींरियाल कहा कहना है कि पुलिस की रिपोर्ट को आधार बनाकर 15 साल के लिए हुए अनुबंध को समाप्त करने के लिए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाया जा रहा है।

जानलेवा हमले मामले में निगम ने की विभागीय कार्रवाई, सुपरवाइजर को किया निलंबित

नगर निगम ने सुपरवाइजर विनेश कुमार पर ड्यूटी के दौरान जानलेवा हमले के मामले में विभागीय कार्रवाई की है। कोतवाली पुलिस की रिपोर्ट को आधार बनाकर निगम ने आरोपी सुपरवाइजर महेन्द्र को निलंबित किया हैए जबकि कूड़ा वाहन चालक को नौकरी से हटा दिया है।

नगर आयुक्त नरेन्द्र सिंह क्वीरियाल ने बताया कि बीते शनिवार को बापूग्राम में सुपरवाइजर विनेश कुमार के साथ हुई मारपीट के मामले में आरोपियों पर विभागीय कदम उठाया गया है। बताया कि यदि कोई कर्मचारी 48 घंटे तक हिरासत अथवा लॉकअप में बंद रहता हैए तो ऐसे कर्मचारी पर आवश्यक कदम उठाया जाता है। इसी संबंध में कोतवाली ऋषिकेश से रिपोर्ट मांगी गई थी। यह रिपोर्ट बुधवार को निगम की मिल गई है। इसमें बताया ‌गया है कि दोनों आरोपी वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है।

रिपोर्ट को आधार बनाते हुए निगम ने सुपरवाइजर महेन्द्र सिंह पुत्र खेमचंद‌ निवासी वाल्मीकी नगर ऋषिकेश को निलंबित किया गया है। यह निगम के नियमित कर्मचारी है। इसके अलावा आरोपी महेन्द्र के पुत्र सचिन को नौकरी से बर्खास्त किया गया है। सचिन निगम में आउटसोर्स कर्मचारी था और वह कूड़ा वाहन चलाता था।

क्या है मामला
ऋषिकेश। 27 जून की शाम को बापूग्राम गली नंबर 12 में शाम करीब पौने चार बजे नगर निगम के सुपरवाइजर विनेश कुमार पर जानलेवा हमला हुआ था। पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने सुपरवाइजर महेन्द्र सिंहए सचिनए विशाल उर्फ काका और सावन के खिलाफ हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज किया था। साथ ही महेन्द्र और सचिन को गिरफ्तार भी कर लिया थाए जबकि वारदात के दो अन्य आरोपी विशाल और सावन अभी भी फरार चल रहे हैं।

नगर निगम के एक सुपरवाइजर ने दूसरे के कार्यक्षेत्र में जाकर की जान से मारने की कोशिश, दो आरोपियों को पुलिस ने किया अरेस्ट

बापूग्राम गली नंबर 12 में नाली सफाई का काम करवा रहे नगर निगम के एक सुपरवाइजर पर निगम के ही दूसरे सुपरवाइजर ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ जाकर जानलेवा हमला कर दिया। पीड़ित की पत्नी की तहरीर के आधार पुलिस ने चार आरोपियों में से दो को पकड़ लिया है, जबकि दो अभी फरार हो गए है।

घटनाक्रम के अनुसार, बापूग्राम गली नंबर 12 में शनिवार को शाम करीब पौने चार बजे नगर निगम के सुपरवाइजर विनेश कुमार नाली साफ का कार्य करवा रहे थे। तभी निगम का एक अन्य सुपरवाइजर महेन्द्र अपने दो पुत्रों और एक अन्य युवक के साथ मोटरसाइकिल से पहुंचा। यहां चारों ने लोहे की फावड़ी व पत्थरों से हमला किया और फरार हो गए। मौके पर चीख पुकार मच गई। आनन फानन में पीड़ित सुपरवाइजर को एम्स अस्पताल ले जाया गया। यहां उनके सिर पर नौ टांके आए है।

देर रात पीड़ित सुपरवाइजर की पत्नी उमा देवी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल रितेश शाह ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महेन्द्र सिंह पुत्र खेमचंद और सचिन पुत्र महेन्द्र दोनों निवासी वाल्मीकी नगर घ्ऋषिकेश के रूप में हुई है, जबकि फरार लोगों की पहचान विशाल उर्फ काका पुत्र महेंद्र सिंह निवासी वाल्मीकि नगर ऋषिकेश और सावन निवासी मेरठ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि फरार आरोपियों की धरपकड़ को पुलिस टीम रवाना कर दी गई।

महापौर की सक्रियता से नगर निगम ऋषिकेश बना सर्वश्रेष्ठ कोरोना वारियर

(एनएन सर्विस)
नगर निगम ऋषिकेश महापौर अनीता ममंगाई के नेतृत्व में लगातार कोरोना संक्रमण के काल में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर उत्तराखंड शासन ने विभागीय रूप से नगर निगम ऋषिकेश को सर्वश्रेष्ठ कोरोना वारियर के रूप में चयनित किया है। जिलाधिकारी देहरादून की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि कोरोना संक्रमण के बीच ऋषिकेश महापौर के निर्देशन में ऋषिकेश में सेनेटाइजेशन, साफ-सफाई और भोजन वितरण कार्य बेहतर ढंग से किया गया है। लगातार नगर निगम ऋषिकेश जिस तत्परता के साथ त्वरित कार्यवाही करते हुए व्यवस्थाएं संभाल रहा है वह प्रशंसनीय है।
नगर निगम ऋषिकेश को यह सफलता महापौर ममंगाई के नेतृत्व में मिली है। गौरतलब है कि महापौर लगातार सक्रिय रुप से फील्ड में उतरकर स्वयं मोर्चा संभाले हुए है। शासन ने इस बात का स्वयं संज्ञान भी लिया है। वहीं, महापौर ने यह सफलता नगर निगम के अधिकारियों और समस्त कर्मचारियों को समर्पित की है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने इसकी सूचना स्वयं उन्हें देर रात फोन पर दी। उन्होंने उनके नेतृत्व में किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए आगे भी इसकी तरह के कार्यों को करते हुए जनसेवक के सच्चे कार्यों को समर्पित रहने के लिए हौसला अफजाई भी की।
इस पर महापौर ने एक वीडियों संदेश जारी करते हुए सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह सफलता आप सभी के सामूहिक प्रयास और कार्यों का नतीजा है। आप सभी हमारे सर्वश्रेष्ठ कोरोना वारियर हैं यह सम्मान में आप सभी को समर्पित करती हूं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी इससे अच्छा और उत्कृष्ट कार्य निरंतर किया जाएगा जिसमें सभी का सहयोग प्राप्त होगा।
इसके अलावा जिलाधिकारी देहरादून ने सिविल सोसायटी से कन्फेड्रशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स, उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष कोहली को भी कोरोना वॉरियर घोषित किया गया।

वर्चुअल रैली में महापौर के साथ व्यापारिक संगठनों ने बड़ी संख्या में की शिरकत

(एनएन सर्विस)
नगर निगम ऋषिकेश की महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उत्तराखंड जन संवाद (वर्चुअल रैली) से भाजपा कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचारी हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और कोरोना काल में कार्यकर्ता संगठन की ओर से चलाये जा रहे जनकल्याणकारी कार्यक्रम का अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिलाने का प्रयास करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उत्तराखंड जनसंवाद (वर्चुअल रैली) को नगर निगम के स्वर्ण जंयती सभागार में व्यापारिक संगठनो से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निगम की महापौर ने सुना। कार्यक्रम को लेकर बड़ी स्क्रीन की व्यवस्था की गई थी जिसमें सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए सभी ने बेहद गंभीरता पूर्वक देश के रक्षा मंत्री का उदबोधन का सुना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष पूर्ण होने पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा आज उत्तराखंड के गढ़वाल संभाग को वर्चुअल रैली के माध्यम से संबोधित किया। महापौर ने बताया कि कोरोना संकटकाल में भाजपा की ओर से राष्ट्रीय नेतृत्व लगातार वर्चुअल रैली के माध्यम से कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन कर रहा है। वर्चुअल रैली को सुनने के बाद महापौर ने कहा देश की सरहदों की सुरक्षा को लेकर रक्षा मंत्री द्वारा की गई बातों ने देशवासियों में भी उत्साह का सृजन किया है। महापौर ने उत्तराखंड के विकास कार्यों पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मुहर के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया।
इस दौरान राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंघल, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष नरेश अग्रवाल, अध्यक्ष घाट रोड पवन शर्मा, श्रवण जैन, प्रतीक कालिया, मोतीराम टुटेजा, पंकज गुप्ता, संदीप गुप्ता, अनिल ध्यानी, राजेश भट्ट, दिनेश अरोड़ा, चेतन शर्मा, संदीप शास्त्री, पंकज शर्मा, सुनील उनियाल, मनु कोठारी, कमलेश जैन, कमला गुनसोला, विजय लक्ष्मी भट्ट, राजू शर्मा, अनिकेत गुप्ता, हैप्पी सेमवाल, रूपेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

मौके पर पहुंची महापौर, सुनी मंशा देवी क्षेत्र की समस्याएं

लॉकडाउन खुलने के बाद हो रहे निर्माण कार्य के निरीक्षण के लिए महापौर आज ग्रामीण क्षेत्र मंसादेवी पहुंची। क्षेत्र में जगह-जगह लगी लाईटों, पुलिया एवं तमाम निर्माणाधीन कार्यों का महापौर ने जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जन समस्याओं को भी सुुुुना और अधिकांश जन समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण करा दिया ।
एक और जहां डेंगू की दस्तक से पूर्व ही निगम प्रशासन द्वारा सुरक्षा इंतजामों और फाॅगिंग के साथ जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों की जनसमस्याओं के निस्तारण में भी निगम प्रशासन कोई कोर कसर नही छोड़ रहा है। वृहस्पतिवार की दोपहर नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने अचानक मनसा देवी क्षेत्र के छाबड़ा फार्म पहंुची और निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर लोगों की जनसमस्याओं को सुना। उन्होंने मौके पर ही विभागीय अधिकारियों को फोन के माध्मय से कई समस्याओं का निस्तारण किया।
इस दौरान महापौर ने क्षेत्रवासियों को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सजग रहने की भी बात कही। उन्होंने क्षेत्रवासियों को बताया कि सरकार की ओर से तमाम निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है तभी कोरोना से बचाव संभव हो पाएगा। क्षेत्रवासियों द्वारा आर्दश जनप्रतिनिधि की तरह तमाम नगर निगम क्षेत्रों में जनता से सीधा संवाद कायम कर उनकी समस्याओं को सुनने और उनके निस्तारण कराने के लिए महापौर की मुक्त कंठ से सराहना भी की गई।
इस दौरान क्षेत्र वासियों द्वारा महापौर के सम्मुख पुलिस गस्त बढ़ाने की बात रखी जिसका तुरंत संज्ञान लेते हुए महापौर ने श्यामपुर चैकी प्रभारी को फोन क्षेत्र में गस्त बड़ाने के लिए आदेशित किया। मौके पर पार्षद विजेंद्र मोघा, सहायक नगर आयुक्त एलम दास, सहायक अभियंता आनंद मिश्रवान, जेई उपेंद्र गोयल, जेईई भरत जोशी, भरत सिंह सेमवाल, योगेंद्र भट्ट, पप्पू चैधरी, यशपाल राणा, जीत सिंह भंडारी, हरीश भट्ट, विजय बिष्ट, नरेंद्र लिंगवाल, मंगल नंद डबराल आदि प्रमुख रूप से मोजूद रहे।