धामी सरकार राज्य के खिलाड़ियों को देने जा रही सौगात, 23 खेल अकादमी खुलेगी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने कार्यकाल के पांचवें साल में खेल-खिलाड़ियों को सौगात देने जा रहे हैं। सौगात भी एक नहीं, बल्कि दो-दो। इनमें पहली सौगात हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय के निर्माण से जुड़ी है, जिसके खेल दिवस पर शिलान्यास की तैयारी है। दूसरी सौगात, प्रदेश के 23 खेल अकादमी खोलने से जुड़ी हैं। राष्ट्रीय खेलों के दौरान देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी समेत जिन आठ शहरों में खेल गतिविधियां संचालित हुईं और आधारभूत ढांचा तैयार हुआ, वहीं पर ये अकादमी खोली जाएंगी। इसके दो फायदे होंगे। एक, खेल के लिए तैयार बुनियादी ढांचे का बेहतर रख-रखाव हो सकेगा। दो, खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए ठोस प्लेटफार्म तैयार हो सकेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल के चौथे साल में उत्तराखंड ने खेल की दुनिया में ऊंची छलांग लगाई है। राष्ट्रीय खेलों का भव्य आयोजन से उत्तराखंड की खेलां की दुनिया में हैसियत बढ़ गई है। खेल के शानदार माहौल को अपने कार्यकाल के पांचवें साल में भी बनाए रखने के प्रति मुख्यमंत्री गंभीर है। इसी लिए चाहे हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय का निर्माण हो या फिर आठ शहरों में 23 खेल अकादमी खोलने की बात, दोनों विषयों पर पर्याप्त तेजी दिखाई दे रही है। खेल विश्वविद्यालय की तो बकायदा अधिसूचना जारी हो चुकी है। इसी तरह, 23 अकादमी भी सरकार खोलने जा रही हैं। इन दोनों महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को अमली जामा पहनाने के लिए तेजी से काम चल रहा है।

दो कदम, जिनसे गूंजा यश गान

01- 38 वें राष्ट्रीय खेल

उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष में उत्तराखंड की धरती पर 38 वें राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन धामी सरकार की सबसे बड़ी खेल उपलब्धि रही। भव्य आयोजन हुआ और हमारे खिलाड़ियों ने भी श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। गोवा में पिछले राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड ने सिर्फ 24 पदक जीते थे, लेकिन इस बार उसने पदकों का शतक लगाकर तालिका में सातवां स्थान प्राप्त किया। इस आयोजन से खेल सुविधाओं का विस्तार हुआ और ऐसा आधारभूत ढांचा उपलब्ध हो गया, जो कि खेल के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।

02- नई खेल नीति

वर्ष 2021 में घोषित नई खेल नीति में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन पर खास फोकस किया गया। ओलंपिक के पदक विजेताओं के लिए एक से लेकर दो करोड़ तक की प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था की गई है। अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक लाने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा रही है। खिलाड़ियों की प्रोत्साहन राशि दुगना हुई है और छात्रवृत्ति भी दी जा रही है। इस नीति की यह भी आकर्षक बात है कि बड़ी स्पर्धाओं में भाग लेने मात्र से खिलाड़ी प्रोत्साहन राशि का हकदार हो जा रहा है। फिर चाहे उसे पदक मिले या ना मिले।

उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में भी जाना जा रहा है, यह हमारे लिए सुखद अहसास है। राष्ट्रीय खेलों के भव्य आयोजन के बाद प्रदेश में खेल का बेहतर माहौल है। खिलाड़ियों का मनोबल ऊंचा है और वे बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। खेल-खिलाड़ियों के विकास के लिए बडे़ निर्णय लेने और उन्हें अमली जामा पहनाने का क्रम जारी रहेगा।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

सीएम धामी ने भारत के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर के आइस रिंक के जीर्णाेद्धार कार्यों का लोकार्पण किया

सीएम धामी ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर देहरादून में भारत के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर के आइस रिंक के जीर्णाेद्धार कार्यों का लोकार्पण के दौरान कहा कि यह उत्तराखंड के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह आइस स्केटिंग रिंक न केवल उत्तराखंड बल्कि संपूर्ण भारत के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्ष 2011 में बने इस आइस स्केटिंग रिंक में साउथ-इस्टर्न एशियन विंटर गेम्स आयोजित हुए थे, जिसमें भारत के साथ ही भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका जैसे कई देशों के खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। बाद में इस रिंक पर कोई ध्यान नहीं दिया गया जिस कारण इसको बंद कर दिया गया था लेकिन हमारी सरकार ने देवभूमि उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में स्थापित करने के अपने मिशन के अंतर्गत इस रिंक को पुनः शुरु करने का निर्णय लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमने दृढ़ संकल्प लिया था कि चाहे हमें विदेश से इंजीनियर्स ही क्यों न बुलाने पड़ें परंतु हम इस आइस स्केटिंग रिंक को पुनः शुरु करेंगे और हम ने इस दिशा में दृढ़ता से कार्य किया व सफल रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार हमने राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ग्रीन गेम्स की थीम पर किया था उसी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए इस आइस स्केटिंग रिंक को चलाने के लिए भी 1 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। यह आइस स्केटिंग रिंक एक इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का रिंक है, जो देश ही नहीं बल्कि, साउथ एशिया का भी शायद सबसे बड़ा स्केटिंग रिंक है। इस रिंक में खेलों के आयोजन हेतु आइस स्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से विभाग को प्रस्ताव भी प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हमें इस रिंक में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की आइस स्केटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन देखने को मिलेगा। देवभूमि उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में स्थापित करने के हमारे विकल्प रहित संकल्प की पूर्ति में यह आइस स्केटिंग रिंक भी अपना अहम योगदान देगा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या, विधायक उमेश शर्मा काउ, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, अपर सचिव प्रशांत आर्य सहित खेल विभाग के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद रहे।

सीएम धामी ने चौथे खेलो मास्टर्स राष्ट्रीय चौंपियनशिप के लिये उत्तराखंड की टीम को किया रवाना

नई दिल्ली में 11 से 13 अप्रैल 2025 तक आयोजित होने वाले चौथे खेलो मास्टर्स राष्ट्रीय चौंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से उत्तराखण्ड की टीम को रवाना किया। इस आयोजन में एथलेटिक्स, फुटबॉल, बास्केटबॉल, हॉकी, शूटिंग, बैडमिंटन टेबल टेनिस और वॉलीबॉल जैसे खेल शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री ने चौथे खेलो मास्टर्स राष्ट्रीय चौंपियनशिप में प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में अनेक कार्य हुए हैं। खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास हुआ है। प्रधानमंत्री द्वारा खिलाड़ियों का हमेशा उत्साहवर्द्धन किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देने के प्रयास किये गये हैं। उत्तराखण्ड में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में राज्य ने सातवां स्थान प्राप्त किया। उत्तराखण्ड अब खेल भूमि के रूप में भी अपनी पहचान बना चुका है।

खेलो मास्टर्स गेम्स फाउंडेशन ऑफ़ उत्तराखंड के उपाध्यक्ष डॉ. विरेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में इस वर्ष उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों का दल चौथे मास्टर्स नेशनल गेम्स में प्रतिभाग करेगा। उत्तराखंड की फुटबाल टीम में 40, 50 और 60 से अधिक आयु वर्ग की तीन टीमों के खिलाड़ी और एथलेटिक्स की 40 से अधिक आयु और 70 से अधिक की आयु वर्ग के खिलाड़ी खेलो मास्टर्स नेशनल गेम्स 2025 में प्रतिभाग करेंगे।

इस अवसर पर खेलो मास्टर्स गेम्स फाउंडेशन ऑफ़ उत्तराखंड के संरक्षक प्रेम सिंह बिष्ट, पी सी खंतवाल, सुभाष अरोड़ा, विमल सिंह रावत, सुनील शर्मा अनीश शर्मा, विनेश राणा शरद अग्रवाल, सुरेन्द्र सिंह रावत, छत्रेश कुमार प्रेम प्रकाश पुरोहित और अन्य खिलाड़ी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय खेल के लिए वॉलंटियर ऑनलाइन प्रशिक्षण/चयन प्रक्रिया शुरू

दस मिनट में 16 सवाल। राष्ट्रीय खेलों में वॉलंटियर बनने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले अभ्यर्थियों को कडे़ इम्तिहान से गुजरना पड़ रहा है। राष्ट्रीय खेल सचिवालय ने वॉलंटियर प्रशिक्षण/चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। चूंकि रजिस्ट्रेशन बहुत ज्यादा हुए हैं, इसलिए एक बार में 500 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण/चयन प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है। राष्ट्रीय खेल सचिवालय ने दस जनवरी तक चयन प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

वॉलंटियर बतौर 38 वें राष्ट्रीय खेल से जुड़ने के लिए अभी तक 30,433 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। रजिस्ट्रेशन अभी जारी हैं। राष्ट्रीय खेल सचिवालय के अपर मुख्य कार्याधिकारी प्रशांत आर्या के अनुसार-रजिस्ट्रेशन कराने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राष्ट्रीय खेल सचिवालय की टीम एक बार में 500 अभ्यर्थियों के साथ जुड़ रही है। कुल 45 मिनट में प्रशिक्षण/चयन प्रक्रिया से संबंधित कार्य संचालित हो रहे हैं। इसमें शुरुआती 35 मिनट में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बाद के दस मिनट में प्रत्येक अभ्यर्थी से 16 सवाल पूछे जा रहे हैं। इसके आधार पर ही चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।

जहां से रजिस्ट्रेशन, वहीं तैनाती पर रहेगा जोर

वॉलंटियर बतौर राष्ट्रीय खेलों से जुड़ने के लिए जिस अभ्यर्थी ने जहां से रजिस्ट्रेशन कराया है, उसे वहीं तैनाती देने पर जोर रहेगा। हालांकि चयनित अभ्यर्थियों को यह विकल्प दिया जाएगा कि वह चाहे, तो दूसरे जिले में भी अपना योगदान दे सकता है। वालंटियर चयन प्रक्रिया से जुड़े प्रतीक जोशी के अनुसार-यह बात उत्साहित करने वाली है कि उन जिलों से भी रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जहां पर राष्ट्रीय खेलों से संबंधित कोई भी गतिविधि प्रस्तावित नहीं है। जोशी के अनुसार-दस जनवरी तक वॉलटियर चयनित हो जाएंगे। इसके बाद, चयनित अभ्यर्थियों को भौतिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। दो से ढाई हजार चयनित वॉलंटियर इस आयोजन में अपनी प्रत्यक्ष भूमिका निभाएंगे।
वॉलंटियर के लिए रजिस्ट्रेशन की स्थिति

जिला रजिस्ट्रेशन
अल्मोड़ा 1750
बागेश्वर 771
चमोली 1582
नैनीताल 4119
चंपावत 1719
देहरादून 7524
हरिद्वार 4881
पौड़ी 1562
पिथौरागढ़ 1161
रूद्रप्रयाग 822
उधमसिंहनगर 2355
टिहरी 1245
उत्तरकाशी 942
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राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के प्रति हर तरफ उत्साह दिखाई दे रहा है। हम उत्तराखंड में हर एक व्यक्ति का इस आयोजन से जुड़ाव चाहते हैं। सभी के सहयोग से उत्तराखंड में खेलों का यह महा आयोजन भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा।
– पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

नेशनल गेम्सः छात्रों से लेकर रिटायर्ड आर्मी अफसर तक लाइन में, अन्य राज्यों से भी रजिस्ट्रेशन

38 वें नेशनल गेम्स की तेज होती तैयारियों के बीच वॉलंटियर बनने का जबरदस्त क्रेज है। कॉलेजों के छात्रों से लेकर रिटायर्ड आर्मी अफसर तक वॉलंटियर बनने के लिए लाइन में हैं। यही नहीं, उत्तराखंड से बाहर के अन्य प्रदेशों से भी रजिस्ट्रेशन कराए जा रहे हैं। स्थिति यह है कि रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा दस हजार तक पहुंचने वाला है। हालांकि विभाग की आवश्यकता दो से ढाई हजार वॉलंटियर्स की है। नेशनल गेम्स के शुभंकर समेत अन्य प्रतीकों की लॉंचिंग के बाद रजिस्ट्रेशन में तेजी आई है।

नेशनल गेम्स सचिवालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित सिन्हा के अनुसार नेशनल गेम्स जैसे बडे़ आयोजन के लिए सभी का सहयोग लिया जा रहा है। वॉलंटियर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया फिलहाल गतिमान है। वॉलंटियर नेशनल गेम्स के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाएंगे। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत आर्या ने बताया कि कई रिटायर्ड अफसरों ने भी वॉलंटियर बनने की इच्छा प्रकट करते हुए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र व अन्य प्रदेशों से भी रजिस्ट्रेशन कराए जा रहे हैं।

इस तरह बन सकेंगे नेशनल गेम्स वॉलंटियर
यदि आप नेशनल गेम्स में वॉलंटियर बतौर अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। आप खेल विभाग की वेबसाइट 38दहना-पद पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। यह जरूरी है कि आपकी आयु 18 वर्ष या इससे अधिक हो। रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद आपके स्तर पर दी गई जानकारी के आधार पर चयन प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। रजिस्ट्रेशन कराते वक्त आपको श्रेणियों के दो विकल्प मिलेंगे। इसमें से एक खेल पृष्ठभूमि को इंगित करता विकल्प होगा, जबकि दूसरा विकल्प सामान्य होगा।

वॉलंटियर बनें या ना बनें, मिलेगा सर्टिफिकेट
नेशनल गेम्स के वॉलंटियर के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आप विभाग से एक सर्टिफिकेट प्राप्त करने के अधिकारी हो जाएंगे। यह ई-सर्टिकिकेट होगा, जो कि रजिस्ट्रेशन कराने वाले हर एक को दिया जाएगा। वॉलंटियर बतौर चयनित हो जाने वालों को नेशनल गेम्स 2025 का सर्टिफिकेट अलग से मिलेगा। चयनित वॉलटियर को विभाग के स्तर पर आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद, उन्हें जरूरत के हिसाब से अलग-अलग जगहों पर तैनात किया जाएगा। स्पोर्ट्स इवेन्ट से लेकर पार्किंग, मेहमानों को लाने-ले जाने से लेकर अन्य तमाम व्यवस्थाओं में वॉलंटियर सहयोग करेंगे।

रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि बढ़ाने का अनुरोध
नेशनल गेम्स के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तिथि 25 दिसंबर 2024 तय की गई है, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग की ओर से तिथि विस्तारित करने का अनुरोध किया गया है। खेल विभाग ने इस पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। खेल विभाग जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह तक वॉलंटियर के चयन की प्रक्रिया को पूरा कर लेना चाहता है, ताकि उसी हिसाब से प्रशिक्षण व तैनाती संबंधी कार्य फाइनल किए जा सकें।

नेशनल गेम्स का आयोजन किसी विभाग का नही, बल्कि ये पूरे उत्तराखंड का है। सभी के सहयोग से उत्तराखंड नेशनल गेम्स का भव्य आयोजन करेगा। मैं सभी से ये आह्वान करता हूं कि इस महा आयोजन के साथ वह किसी न किसी रूप में अवश्य जुड़े। नेशनल गेम्स की मेजबानी मिलना हमारा सौभाग्य है।

हरिद्वार में क्रिकेट स्टेडियम का सीएम ने किया लोकार्पण, बोले खेल प्रतिभाओं के नाम से होगी पहचान

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए 1378 लाख की तीन योजनाओं का लोकार्पण किया।

लोकार्पण की गई योजनाओं में 905 लाख रुपये की लागत से पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम का विकास एवं विस्तार कार्य, 143 लाख रुपये की लागत से डाम कोठी पुल का विद्युत फसाड सौन्दर्यीकरण कार्य, 330 लाख रुपये की लागत से चंडी देवी पुल के विद्युत फसाड सौंदर्यीकरण का कार्य शामिल है।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आज युवाओं में खेलों के प्रति एक नया विश्वास जागृत होगा और वो दिन दूर नहीं जब उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ ही’’खेल प्रतिभाओं की भूमि’’ के नाम से भी पहचाना जाएगा। हमारा देश और प्रदेश दोनों युवा हैं, युवा शक्ति की महत्वाकांक्षाएं भी युवा है। युवाओं के सपनों को पंख देना हमारी पहली प्राथमिकता हैं, हर नीति हमारा हर निर्णय युवाओं को केंद्र में रख कर लिया जा रहा हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष में धर्म नगरी को खेल के क्षेत्र में इतनी बड़ी सौगात आज हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने दी हैं और अधिकारियों व युवा कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण स्टेडियम एक वर्ष में बनकर खिलाड़ियों के लिए तैयार हो पाया हैं, जिससे हरिद्वार और उत्तराखण्ड के युवाओं को पूरा लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में विकास का महायज्ञ चल रहा हैं, यज्ञ को पूर्ण करने में हम सभी को अपने समय और अपने परिश्रम की आहुति प्रदान करनी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अगर अच्छी नियत और कठोर परिश्रम से कार्य करती है तो उसके परिणाम भी सकारात्मक रूप से अच्छे आते हैं।

युवाओं की निराशा को खत्म कर प्रदान की नई आशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मार्गदर्शन में चल रही है हमारी सरकार ने युवाओं की निराशा को खत्म कर उन्हें नई आशा प्रदान की हैं। हरिद्वार में इतना शानदार क्रिकेट स्टेडियम युवाओं के लिए बनकर तैयार हुआ है हम युवाओं के विकास के लिए उनकी प्रतिभा निखारने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं। क्रिकेट स्टेडियम के शुभारंभ के बाद हरिद्वार और अधिक चमकने वाला हैं।

समग्र और युवा नीति बनाने जा रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं के लिए उनके हितों के लिए एक समग्र और युवा नीति बनाने जा रही हैं। युवाओं के रोजगार व्यक्तित्व विकास और केंद्रित होगी। उत्तराखण्ड के युवाओं को अवसरों की कमी ना रहे हम हर स्तर पर कार्य कर रहे हैं। उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन इसी कड़ी का हिस्सा हैं इन आयोजनों से युवाओं में खेलों के प्रति एक नया विश्वास जागृत होगा और उत्तराखण्ड में वह दिन दूर नहीं जब हमारी देवभूमि की पहचान खेल प्रतिभाओं की भूमि के नाम से होगी। इस वक्त हमारी पहली प्राथमिकता उत्तराखण्ड में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में अभूतपूर्व रूप से आगे बढ़ रहा है।

फ्लाईओवर के नीचे स्पोर्ट्स जोन अच्छी पहल
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण ने शंकराचार्य चौक फ्लाईओवर के नीचे स्पॉट जोन स्थापित करना हो या फिर स्टेडियम के पास मल्टी स्टोरी स्पोर्ट्स का निर्माण हो जोन का निर्माण करना अच्छी पहल है। कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश में खेल विश्वविद्यालय के निर्माण के साथ ही दो अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम 89 मिनी स्टेडियम और 150 से अधिक खेल मैदान है।

युवाओं को मिल रही सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खिलाड़ियों को खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने पर सरकारी नौकरी मिल रही है और उनका मान सम्मान बढ़ रहा है। युवाओं के समग्र विकास के लिए खेलों का एक विशेष महत्व होता है इसलिए हमारी सरकार राज्य में खेल की जमीनी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए विशिष्ट खेल नीति भी बनाई है। हमारी सरकार खिलाड़ियों को पदक अर्जित करने पर नगद पुरस्कार दे रहे हैं दूसरी ओर विशिष्ट खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न से भी सम्मानित कर रहे हैं। खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए कोच को सम्मानित करने के लिए तो द्रोणाचार्य अवार्ड भी हम प्रदान कर रहे है। उत्तराखंड के खिलाड़ियों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े जिसको लेकर मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के माध्यम से राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभा करने वाले खिलाड़ियों को यात्रा सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं। हमारे प्रदेश के युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहे हैं यह हम सबके लिए गर्व का विषय हैं। आज हमारी सरकार का एकमात्र लक्ष्य उत्तराखंड का विकास हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने लगाए चौके-छक्के
अपने सरल और ओजस्वी व्यवहार की छवि प्रदेशवासियों के बीच बनाने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्टेडियम का लोर्कापण करने के बाद क्रिकेट में भी हाथ अजमाया। उन्होंने रूड़की विधायक आदेश चौहान की पहली बॉल पर छक्का लगाया और उसके बाद दूसरी बॉल पर चौका लगाकर यह साबित कर दिया कि वह राजनीति के मैदान के साथ ही क्रिकेट के मैदान में भी फायर है।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेंद्र सिंह, हरिद्वार विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व विधायक सुरेश राठौड़, जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, पूर्व विधायक संजय गुप्ता मौजूद रहे।

उत्तराखंड प्रीमियर लीग खिलाड़ियों के लिए नया प्लेटफॉर्म, प्रतिभा दिखाने के अवसर बढ़ेः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज को राजीव गांधी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम रायपुर में क्रिकेट एशोसिएसन ऑफ उत्तराखण्ड के तत्वावधान में आयोजित उत्तराखण्ड प्रिमियर लीग का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने प्रिमियर लीग की ट्रॉफी का अनावरण कर प्रतिभागी खिलाडियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रीमियर लीग जैसे प्रतियोगिताओं से हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने के नए अवसर प्राप्त होंगे जिससे वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे देश और प्रदेश का नाम रोशन कर सकेंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य, गणेश जोशी, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद मनोज तिवारी, विधायक उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, फिल्म अभिनेता सोनू सूद, क्रिकेट एशोसिएसन ऑफ उत्तराखण्ड के सचिव महिम वर्मा सहित क्रिकेट खिलाडी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से खेल के क्षेत्र में देश व प्रदेश का नाम रोशन करने का किया आह्वान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउंड के बहुउद्देशीय हॉल में रोल बाल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित 16वीं सब जूनियर (अंडर-14) बॉयज एंड गर्ल्स नेशनल रोल बाल चौंपियनशिप में प्रतिभाग करते हुये खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन किया।

मुख्यमंत्री ने इस मौक़े पर उत्तराखंड तथा हिमाचल के बीच आयोजित मैच का आनंद लिया तथा खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने इससे पहले सभी खिलाड़ियों का परिचय लिया तथा खेल के क्षेत्र में देश व प्रदेश का नाम रोशन करने का आह्वान किया।

उल्लेखनीय है कि 25 से 28 अप्रैल, 2024 तक आयोजित राष्ट्रीय स्तर की इस सब जूनियर (अंडर-14) बॉयज एंड गर्ल्स नेशनल रोल बाल चैपियनशिप में देशभर की 28 टीमें भाग ले रही हैं।

इस अवसर पर नेशनल रोल बाल चैंपियनशिप के प्रेजिडेंट पंकज भारद्वाज, सेकेट्री चिरतानजी नेगी, अमित भाटिया, आशीष नेगी, डॉ. वरुण प्रताप सिंह, प्रियांक शर्मा, प्रमोद कुमार सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे।

36वें नेशनल गेम्स के मेडल विजेता एथलेटिक्स को सीएम ने किया सम्मानित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नेे कैम्प कार्यालय में गुजरात में आयोजित 36वें नेशनल गेम्स के एथलेटिक्स प्रतिस्पर्धा में मेडल प्राप्त करने वाले एथलेटिक्स एवं उनके प्रशिक्षकों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में आयोजित हुए 36 वें नेशनल गेम्स में राज्य के सभी खिलाड़ियों ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश का मान बढ़ाया है। उन्होंने पदक विजेता खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिये खेलों एवं खिलाड़ियों के व्यापक हित में नई खेल नीति के साथ ही अनेक कल्याणकारी कदम उठाये गये हैं।

इस अवसर पर उत्तराखंड एथलेटिक्स के अध्यक्ष व उत्तरांचल ओलंपिक एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदीप शर्मा, उत्तराखंड एथलेटिक्स के सचिव, के.जे.एस.कलसी, कोषाध्यक्ष एम सी शाह, सूरज सिंह पंवार सिल्वर मेडलिस्ट, मानसी नेगी सिल्वर मेडलिस्ट, रेशमा पटेल ब्रोंज मेडलिस्ट तथा उनके प्रशिक्षक अनूप बिष्ट देवभूमि द्रोणाचार्य अवार्डी तथा लोकेश कुमार एथलेटिक्स कोच, स्पोर्ट्स कॉलेज उपस्थित थे।

रूद्रपुर में आयोजित 33वें राष्ट्रीय कैनो स्प्रिंट सिनियर चैपियनशिप विजेताओं को सीएम ने दी ट्राफी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को रूद्रपुर में 33वें राष्ट्रीय कैनो स्प्रिंट सिनियर (महिला एवं पुरुष) चैंपियनशिप में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में विजेता टीमों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खेल हमें जीने की कला सिखाता है। खेल हमें सिखाता है कि गिरते-उठते, पीछे छूटते व कई बार पटकी लगने के बावजूद भी आगे बढ़ते हैं और खेल भावना का प्रदर्शन करते हुए खिलाड़ी आपस में गले मिलकर खेल को समाप्त करते हैं। खेल जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जोकि हमें आशा-उमंग व शक्ति का संचार करता है और जीने की कला सिखाता है। उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों द्वारा बहुत अच्छा प्रदर्शन किया गया है।

मुख्यमंत्री ने गुजरात में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप के लिए सेलेक्ट होने वाली सभी 8 टीमों को बधाई दी। उन्होंने इण्डियन क्याकिंग एसोसिएशन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा की इस प्रतियोगिता के आयोजन से राज्य में क्याकिंग, केनोइंग खेलों के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहेगा। इससे राज्य में क्याकिंग खेलों का विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। आज हमारा देश खेल के सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार ख्याति व पदक प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं खिलाड़ियों से विदेश दौरे पर जाने से पहले मुलाकात करते हैं और उनके हौसला अफजाई करते हैं तथा टीम के विदेश दौरे से वापस आने पर भी टीम और खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए नई खेल नीति लाई गई है जोकि और अधिक प्रभावी व अच्छी बनाई जाएगी। खेल नीति के अन्तर्गत ऐंसी व्यवस्था की गई है कि गरीब से गरीब खिलाड़ी में भी यदि प्रतिभा होगी तो गरीबी भी उसकी प्रतिभा को आगे बढ़ने से नहीं रोक पाएगी। उन्होंने खेल जगत से जुड़े एसोसिएशन तथा खिलाड़ियों से आह्वान करते हुए कहा कि जब राज्य अपनी रजत जयंती वर्ष मना रहा हो तब देश के अन्य राज्य यह कह सके कि उत्तराखण्ड में इस एसोसिएशन या विभाग ने मात्र 25 वर्षों मे प्रदर्शन कर दिखाया है और देश के अन्य राज्यों के लिए नज़ीर बनें।

मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय विधायक अरविन्द पाण्डे की मांग पर कहा कि बौर जलाशय क्षेत्र में बसे राजस्व ग्रामों के सड़कों से सम्बन्धित प्रस्ताव को भारत सरकार की सीआरएफ योजनान्तर्गत शामिल किया जायेगा और बौर जलाशय क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पीपीपी मोड में संचालित करने पर भी विचार किया जाएगा।

इस अवसर पर विधायक मोहन सिंह मेहरा, पूर्व लोक सभा सांसद बलराज पासी, महासचिव इंडियन कयाकिंग एसोसिएशन श्री बीएस बरार, महासचिव उत्तराखण्ड ओलंपिक एसोसिएशन डीके सिंह, डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, संयुक्त निदेशक सूचना केएस चौहान आदि उपस्थित थे।