उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठपर्व संपन्न

ऋषिकेश।
ऋषिनगरी के विभिन्न घाटों पर सोमवार तड़के 4 बजे हवन पूजन के साथ छठ माता एवं भगवान सूर्य की अर्चना की गई। प्रात: 6 बजकर 38 मिनट पर भगवान सूर्य को अध्र्य दिया गया। व्रती श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अध्र्य देकर नमस्कार किया। उन्होंने परिवार के सुख-समृद्धि की कामना भी की। सुबह 10 बजे भगवान सूर्य एवं छठ माता की मूर्ति का गंगातट पर विसर्जन किया गया। चार दिवसीय छठपर्व संपन्न होने के बाद सार्वजनिक छठ पूजन समिति, त्रिवेणीघाट, नगर पालिका ऋषिकेश एवं गंगासभा ने गंगातट पर सफाई अभियान भी चलाया। श्रद्धालुओं के लौटने के बाद घाट पर बिखरी पूजन सामग्री को हटाया गया। सार्वजनिक छठ पूजन समिति अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया कि छठपूजा महोत्सव में प्रशासन,जलसंस्थान,बिजली,गंगासभा का सहयोग रहा। 107
सफाई अभियान में पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, गंगासभा अध्यक्ष चन्द्रशेखर शर्मा, सचिव राहुल शर्मा, नागेन्द्र सिंह, दीनदयाल राजभर, जवाहरलाल, सतीश दूबे, राजू गुप्ता, प्रमोद शर्मा, परमेश्वर राजभर, धीरेन्द्र जोशी, श्रीचन्द्र शर्मा, आदेश शर्मा, राजपाल ठाकुर, मनीष कुमार, अरूण मनवाल, गिरीशचन्द्र, धीरज सिंह, जयप्रकाश नारायण, राजाराम भारद्वाज, आलोक तिवारी, गौरखनाथ राजभर, ऋषि जायसवाल, जितेन्द्र सिंह, दिलीप गुप्ता, प्रेमराजभर, सतीश राजभर, पातीलाल, रामअवतार सिंह, लालकुंज, वैभव शर्मा, लक्ष्मण सिंह, मनोज प्रसाद, जितेन्द्र गुप्ता, उमेश राजभर, अरविन्द डिमरी, सचिन रावत, चंदन श्रीवास्तव आदि शामिल हुये।

चंद्रमा को अर्ध्य दे पति के दीर्घायु की कामना की

गंगातट पर पूजा-अर्चना को जुटी सुहागिनों की भीड़

ऋषिकेश।
बुधवार को करवा चौथ पर दिन ढलते ही त्रिवेणी घाट, स्वर्गाश्रम, लक्ष्मणझूला, तपोवन, मुनिकी रेती, कैलाश गेट सहित गंगा तट के क्षेत्रों में महिलाओं ने दीप जलाकर गंगा की पूजा अर्चना की। सुहागिनों ने चंद्रमा को अर्ध्य देने के बाद अपने पति के दीर्घायु के साथ उनके सुहाग के लिये विशेष अनुष्ठान किये। दिनभ बाजारों में गिफ्ट की खरीददारी के लिये महिलायें अपने पति के साथ शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों पर देखी गई। पति-पत्नी के प्रेम संबंधों के प्रतीक करवा चौथ को लेकर धर्मनगरी में सुहागिनों में खासा उत्साह देखा गया।उधर, दुर्गा मंदिर व इंदिरानगर में महिलाओं ने करवाचौथ पर पूजा-अर्चना कर पति के दीघार्यु की कामना की। पूजन में कुसुम, मीना कंडवाल,हिमानी, लक्ष्मी सजवाण, नेहा, माला देवी, नानकी देवी, वैशाली, आंचल, रीना देवी, मंजू देवी आदि मौजूद थे।
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ज्योतिष डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी बताते है कि करवा चौथ पर सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु की कामना के साथ परिवार की सृमद्वि व सुख शांति के लिये व्रत रखती है।चन्द्रमा मन की चंचलता का कारक है।इसलिये सुहागिनें चन्द्रमा से मन को चंचल न करने की प्रार्थना करती है। बताया कि पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़े इसके लिये करवा चौथ पर पति भी पत्नी के साथ व्रत रखने लगे है।

मोदी के आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती को दी गई भू-समाधि

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भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री राममाधव, विहिप नेता अशोक सिंघल व साध्वी प्राची पहुंचे
आरएसएस के कार्यवाह दात्रात्रेय ने भी पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मलीन स्वामी दयानंद सरस्वती को शुक्रवार सुबह शीशमझाड़ी (ऋषिकेश) स्थित दयानंद आश्रम परिसर में भू-समाधि दी गई। भू-समाधि के वक्त उमड़े जनसमूह ने स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए। इस दौरान कई भक्तों और संतों की आंखें भर आईं।
अस्वस्थ चल रहे वेदों के ज्ञाता स्वामी दयानंद सरस्वती 27 अगस्त को कैलीफोर्निया से भारत आए थे। 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद का हाल जानने ऋषिकेश पहुंचे थे। 13 सितंबर को तबीयत बिगड़ने पर स्वामी दयानंद सरस्वती को हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था। 10 दिन इलाज के बाद बुधवार देर रात स्वामी दयानंद सरस्वती ने अंतिम सांस ली। गुरुवार को उनका पार्थिक शरीर अंतिम दर्शन के लिए आश्रम परिसर में रखा गया।
शुक्रवार सुबह स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर को भू-समाधि स्थल के पास लाया गया। यहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ चेन्नई से आए वेदपाठी जमुनाथ गनपाति ने भू-समाधि की प्रक्रिया शुरू की। यहां भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री राममाधव, विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक के कार्यवाह दात्रात्रेय, विहिप के संगठन महामंत्री डॉ. दिनेश कुमार, साध्वी प्राची, आश्रम के ट्रस्टी स्वामी शुद्दानंद सरस्वती, सुप्रीम कोर्ट के जज शरद कुमार, कुंभ मेलाधिकारी एसए मुरूगेशन सहित बड़ी संख्या में पहुंचे उनके अनुयायियों और स्थानीय लोगों ने स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाए। ठीक दस बजकर पांच मिनट पर मंत्रोच्चारण के बीच भू-समाधि की प्रक्रिया शुरू हुई, जो सुबह 11 बजे तक चली। भू-समाधि के वक्त उपस्थित जनसमूह की आंखें नम हो गईं। इससे पहले तड़के से ही आश्रम परिसर में लोगों की भीड़ जुटती रही। भू-समाधि के बाद आश्रम के संतों और वहांमौजूद लोगों ने गंगा स्नान किया। आश्रम के ट्रस्टी स्वामी शुद्दानंद सरस्वती ने बताया कि आठ अक्तूबर को षोड़षी भंडारा आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर ऋषिकेश विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल, नरेन्द्रनगर विधायक सुबोध उनियाल, पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती शिवमूति कंडवाल, भाजपा प्रदेश महामंत्री ज्ञान सिंह नेगी, चित्रमणि, योगेश मिश्रा, भुवनचन्द्र, ज्योति सजवाण,इन्द्रकुमार गोदवानी, राकेश पारछा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।