गौरादेवी कन्याधन के फॉर्म गायब करने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

भारतेन्दु शंकर पाण्डेय।
गौरादेवी कन्याधन योजना के गायब आवेदनों के विषय में उत्तराखण्ड सेवा का अधिकार आयोग के मुख्य आयुक्त आलोक कुमार जैन ने निर्णय लिया कि लापरवाही बरतने वाले कार्मिक किशन राम, सहायक समाज कल्याण अधिकारी, अल्मोड़ा तथा आयोग के समक्ष भ्रामक एवं सत्य से परे बायन दर्ज कराने वाले कार्मिक रजनीश पंत, वरिष्ठ सहायक पर विभागीय कार्यवाही की जाये।
निदेशक, समाज कल्याण विभाग ने सहायक समाज कल्याण अधिकारी की एक वार्षिक वेतन वृद्धि स्थायी रूप से रोकने तथा दोनों कार्मिकों के कृत्यों के कारण उन्हें भर्त्सना प्रविष्ठि दण्ड स्वरूप प्रदान की। किसन सिंह कुमैया, निवासी ग्राम चांदीखेत, अल्मोड़ा ने उनकी पुत्री कु. मधु कुमैया को गौरा देवी कन्यादेवी योजना के अंतर्गत वर्ष 2013 में आवेदन समय से करने पर भी जिला समाज कल्याण अधिकारी, अल्मोड़ा द्वारा उसे लाभान्वित न किये जाने के कारण आयोग में दिनांक 10 मार्च, 2016 को शिकायती पत्र दाखित किया। इस मामले में दिनांक 24 मई 2016, 18 अक्टूबर 2016, 28 दिसम्बर 2016 तथा 06 अप्रैल 2017 को आयोग ने क्रमबद्ध रूप से सुनवायी की, जिस दौरान समाज कल्याण विभाग को अपना पक्ष रखने हेतु पर्याप्त समय दिया गया।
विभाग के प्रतिनिधि द्वारा विकासखण्ड स्तर पर आवेदिका के आवेदनपत्र को प्राप्त किया गया परंतु यह प्रार्थनापत्र जिला समाज कल्याण अधिकारी को प्राप्त नहीं होने के कारण आवेदिका को योजना का लाभ से वंचित रखा गया। विभाग का बड़ा ही गैर जिम्मेदाराना रूख रहा जबकि उसके प्रतिनिधि को आवेदन समय से प्राप्त हो गया था। अतः यह उत्तराखण्ड सेवा का अधिकार अधिनियम, 2011 के अंतर्गत निर्धारित समय बद्धता का खुला उल्लंघन था। प्रकरण पर विभाग ने अपनी गलतियों को छुपाने की चेष्टता की और तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी को मृत बताकर पटाक्षेप करने का प्रयास भी किया। गहन छानबीन एवं जांच के उपरांत विभाग द्वारा की गयी लीपापोती एवं आयोग को गुमराह किये जाने के प्रयासों का पर्दाफाश हुआ।
मुख्य आयुक्त ने चार सुनवाईयों के दौरान इस प्रकरण पर यह ऐतिहासिक निर्णय पारित किया कि इस प्रकरण से संबंधित छात्रा और उसकी साथी छात्राओं के आवेदनपत्र, जो विभागीय त्रुटियों एवं गतिविधियों के कारण गायब/खो गये है, उन्हें विभागीय कार्मिक पुनः सम्पर्क कर तैयार करायें और इसका बोझ आवेदकों पर कदापि न डाला जाये। यद्यपि प्रकरण मात्र एक आवेदिका से सम्बंधित था परंतु मुख्य आयुक्त के गंभीर प्रयासों एवं मामले की तह तक जाने के कारण आवेदिका सहित 17 अन्य छात्राओं, जिनके आवेदनपत्र विभाग ने गायब/खो दिये थे, के आवेदनपत्रों को पुनः तैयार कराकर उन्हें गौरादेवी कन्याधन योजना का लाभ प्राप्त कराया गया। यह प्रकरण समाज कल्याण विभाग के लिए अपनेआप में गहन चिंतन एवं कार्यप्रणाली के सृदृढीकरण हेतु एक उदाहरण के रूप में उभरा है।

चर्चा का विषय बना रहा, डीएम अल्मोड़ा का राज्यमंत्री को दिया जवाब

अल्मोड़ा।
ऊधमसिंह नगर में विधायक समर्थकों को एसएसपी के कार्यालय से बाहर किए जाने का मामला ठंडा पड़ा ही था कि अब डीएम अल्मोड़ा सुर्खियों में हैं। सर्किट हाउस में विभागीय समीक्षा बैठक से पहले ही महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्या व डीएम सविन बसंल की बातचीत में तल्खी चर्चा में रही। हुआ यूं कि सर्किट हाउस में राज्यमंत्री रेखा आर्या विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेने पहुंची। इससे पहले ही उन्होंने डीएम सविन बंसल से कुछ मामलों में आपत्ति जताई। बोली- डीएम साहब जनशिकायतों के प्रति आपका रिस्पांस नहीं रहता। इस पर डीएम बोले इसका जवाब जनता ही देगी। जनसमस्याओं का निदान उनकी प्राथमिकता में शामिल है, आम ग्रामीण भी उनसे सीधा आकर मिलता संतुष्ट होकर लौटता है।
फिर राज्यमंत्री ने अल्मोड़ा शहर की वन-वे ट्रैफिक को जनसुविधा के लिए बदलने की बात कही। डीएम ने उच्चतम न्यायालय की गाइड लाइन का हवाला दिया। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सड़क सुरक्षा एक्ट के तहत यह व्यवस्था बनाई गई है। लिहाजा इसमें जल्दी में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता। इस पर असहज राज्यमंत्री ने डीएम को यह कह कर घेरने का प्रयास किया कि डीएम साहब! आप फोन भी रिसीव नहीं करते, ऐसा क्यों, डीएम ने जवाब दिया जिलाधिकारी का फोन रिसीव होता है या नहीं इसका फीडबैक जनता से ले लीजिए। पास ही खड़े एसएसपी डीएस कुंवर की ओर देखने के बाद राज्यमंत्री ने लगे हाथ पूछ ही लिया कि उनके पति के खिलाफ दर्ज मुकदमे का क्या हुआ। इस पर डीएम शालीनता से बोले- मैडम, आप अपने विभाग की समीक्षा बैठक लें। सार्वजनिक रूप से इस पर बात नहीं की जा सकती। वह मुख्यमंत्री, गृहमंत्री या गृहसचिव से ही बात करेंगे।
आपको अगर डीएम पसंद नहीं तो बदलवा दें। बहरहाल, इस तल्खी के बाद विभागीय समीक्षा बैठक शुरू हुई। इसमें डीएम व एसएसपी भी शामिल रहे। बता दें कि राज्यमंत्री के पति बरेली निवासी गिरधारी लाल पप्पू के खिलाफ चुनाव के समय मुकदमा दर्ज किया गया था।

जागेश्वर को पांचवें धाम के रुप में विकसित किया जा रहाः मुख्यमंत्री

अल्मोडा।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य देवभूमि के नाम से जाना जाता है यहॉ पर पुरातन काल से ही योग विद्या को महत्व दिया गया है और राज्य गठन के बाद अब शासन ने इसे प्राथमिक शिक्षा से उच्च शिक्षा तक पाठयक्रम के रूप में लागू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने जागेश्वर धाम के समीप हरित शवदाह गृह का भी शुभारम्भ करते हुए कहा कि इससे जहॉ एक ओर पर्यावरण शुद्ध रहेगा वहीं दूसरी ओर इस शवदाह गृह के बन जाने से लकड़ी की खपत कम होगी। इस योग महोत्सव में बाहरी देशो के आये लोगो का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि आने जाने अधिक कठिनाई न हो इसके लिए हवाई सेवा की सुविधा देने के साथ ही अन्य सुविधा जो सम्भव हो सके उसे दिलाये जाने का प्रयास किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के उददेश्य से जागेश्वर को पाचवें धाम के रूप में विकसित करने के साथ ही इस क्षेत्र को अन्य सुविधाओं से विकसित करने के लिए ठोस योजना बनायी जा रही है ताकि शीघ्र ही यह क्षेत्र विश्व के मानचित्र में अपना अलग स्थान बना सके। इसके साथ ही शासन द्वारा पर्यटको की संख्या में निरन्तर वृद्वि हो उसके लिए अनेक कार्य किये जा रहे है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जागेश्वर क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। जागेश्वर के साथ ही झॉकर सैम, वद्ध जागेश्वर सहित अन्य धार्मिक पर्यटन स्थलों को विकसित किया जायेगा। उन्होंने इस अवसर पर जटागगां में आरती घाट के निर्माण हेतु तुरन्त आगणन भेजने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये साथ ही कहा कि गगां आरती हेतु एक वार्षिक कलैण्डर भी तैयार कर लिया जाय ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को इसकी जानकारी मिल सके। उन्होंने जन प्रतिनिधियों से इस आरती में अधिकाधिक सम्मलित होने की बात कही।
विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है निःसन्देह आगामी वर्षो में इसके परिणाम सार्थक होंगे और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।

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परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि जागेश्वर के युवाओं हेतु यहॉ पर एक कम्प्यूटर सेन्टर की स्थापना के साथ ही यहॉ पर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा और यहॉ पर मन्दिर पुजारियों के बच्चों कर्मकाण्ड आदि की शिक्षा दिलाये जाने का प्रयास किया जायेगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष पार्वती मेहरा, विधायक मनोज तिवारी, सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष एके सिकन्दर पवॉर, पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, डीआईजी कुमाऊॅ अजय रौतेला, एसएसपी दलीप सिंह कुॅवर, एसडीएम एनएस नगन्याल, रजा अब्बास, डीडीओ मोहम्मद असलम, केएमवीएन के महाप्रबन्धक टीएस मर्तोलिया, डीके शर्मा, पर्यटक विकास परिषद के विवेक चौहान, उप निदेशक पर्यटन जेसी बेरी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा, दिनेश कुंजवाल, कौपरेटिव बैंक के अध्यक्ष प्रशान्त भैसोड़ा, उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग राजेन्द्र बाराकोटी, रेणुका रावत आदि उपस्थित थे।

देश की आजादी में शहीदों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकताः सीएम

सीएम ने गंगादत्त शास्त्री की वीरगाथा सुनाई
अल्मोड़ा।
सल्ट को उनके महान त्याग और बलिदान के आधार पर कुमाऊॅ की बारदोली की संज्ञा दिलवाना समस्त सल्ट निवासियों की सुसंगठित एवं सुढढ़ शक्ति का परिणाम है। भारत माता को स्वतन्त्र कराने के लिए देश में सर्वत्र बलिदान एवं आहुतियां हुई पर इतिहास प्रसिद्व बारदोली क्षेत्र को कहा गया। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को खुमाड़, सल्ट में शहीदों को श्रद्वांजलि देते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी में हमारे शहीदों का अभूतपूर्व योगदान है, जिसे भुलाया नही जा सकता है।
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि 1942 की जनक्रान्ति का व्यापक असर पूरे देश के साथ सल्ट में भी पड़ा। सल्ट के कार्यकर्ताओं ने सभाओं द्वारा सरकार की नीतियों की निन्दा करते हुए आजादी की घोषणा की तथा भारत छाड़ों नारे को बुलन्द किया। आन्दोलन के तहत कार्यकर्तागण 01 सितम्बर, 1942 को खुमाड़ पहुचे, 03 सितम्बर को इलाका हाकिमपाली पुलिस जत्थे सहित देघाट (चोकोट) में गोली चलाकर भिकियासैंण पहुचा और 05 सितम्बर को पुलिस फोर्स क्वैराला पहुच गया इस सूचना के खुमाड़ पहुचने पर सत्याग्रहों की भीड़ इकटठा होने लगी और रास्ते भर मारपीट करते आ रहे हाकिम ने खुमाड़ पहुचकर मोर्चा बांध लिया सामने निहत्थी भीड़ खड़ी थी आगे से गंगादत्त शास्त्री थे निहत्थी भीड़ पर अंग्रेज हाकिम द्वारा गोली चला दी गयी जिससे दो सगे भाई गंगा राम व खीमानन्द पुत्र टीका राम खुमाड़ घटनास्थल पर ही शहीद हो गये। 02 अन्य व्यक्ति चूणामढ़ी व बहादुर सिंह महर 04 दिन बाद स्वर्गवासी हो गये अन्य 05 व्यक्ति गंगा दत्त शास्त्री, मधुसूदन, गोपाल सिंह, बचे सिंह, नारायण सिंह गोली लगने से घायल हो गये थे। स्वतन्त्रता संग्राम में सल्ट का बलिदान सदा अविस्मरणीय रहेगा। 103
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड देश के सबसे ज्यादा विकास करने वाले 06 अग्रणी राज्यों में एक है। राज्य के और अधिक विकास के लिये सभी वर्गों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि हमें महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को आधार बनाकर आगे बढ़ाना होगा तभी हमारा प्रदेश सही मायनों में शहीदों के सपनों के अनुरूप तेजी से प्रगति कर सकेंगा। उन्होंने महिलाओं से सामूहिक खेती एवं अन्य आर्थिक गतिविधियों में भागीदारी करने को कहा। शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुये उन्होंने कहा कि शिक्षा के द्वारा ही हम विकास की नई बुलंदियों तक पहुंच सकते है। इस अवसर पर उन्होंने अनेकों शिक्षकों को उनके शिक्षा के क्षेत्र में किये गये सराहनीय कार्यों के लिये शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रावत ने मछोड उप तहसील को पूर्ण तहसील बनाने की घोषणा, मालनचौड़ में डिग्री कालेज खोलने, हसीढूंगा पेयजल पम्पिंग योजना का निर्माण करने एवं कोठीयार से सिरसौण मोटर मार्ग, हरूली से कालीगांव मोटर मार्ग, टटलगांव से गढ़कोट मोटर मार्ग, भरसोली से मेलगांव मोटर मार्ग सहित आधा दर्जन मोटर मार्गों की घोषणा की।
मुख्यमंत्री रावत ने खण्ड शिक्षाधिकारी कार्यालय सल्ट के रू. 60 लाख लागत के भवन का लोकार्पण, तथा चांदीखेत ग्राम समूह पेयजल योजना चौखुटिया लागत 1039.43 लाख रू0 , विजयपुर ग्राम समूह पेयजल योजना लागत 367.86 लाख रू0 एवं बरकिन्डा मानिला पम्पिंग पेयजल योजना के फेज-2 अर्न्तगत बुंगीधार खाल्यों ग्राम समूह पेयजल योजना लागत 320.84 लाख रू0 का शिलान्यास किया। राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने शहीदों को श्रदांजलि देते हुये कहा कि शहीदों के सपने तभी साकार हो पायेंगे, जब हम सब मिलकर विकास से प्रेरित भावना को जन्म देगें।
इस अवसर पर पूर्व विधायक रणजीत रावत ने शहीदों को श्रद्वाजंली देते हुए कहा कि सल्ट क्षेत्र वीरो की भूमि रही है। इन शहीदों को हमारी सच्ची श्रद्वाजंली तभी सही साबित होगी, जब हम उनकी भावनाओं के अनुरूप क्षेत्र के विकास के लिए संगठित होकर कार्य करेगें। उन्होंने मुख्यमंत्री रावत को क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से भी अवगत कराया।
इस दौरान प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी एवं हीरा सिंह राणा ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इससे पूर्व केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा एवं स्थानीय विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना ने भी शहीद स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्वांजली अर्पित की।
इस कार्यक्रम में विधायक कपकोट ललित फर्स्वाण, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पार्वती मेहरा, उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग राजेन्द्र बाराकोटी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा, ब्लॉक प्रमुख मुन्नी आर्या, सचिव गृह/महानिदेशक सूचना विनोद शर्मा, पुलिस उप महानिरीक्षक अजय रौतेला, जिलाधिकारी सविन बंसल, पुलिस अधीक्षक के0एस0 नगन्याल आदि उपस्थित थे।

महिलायें आत्म निर्भर बनेगी तो परिवार के साथ समाज भी आगे बढ़ेगा: कुंजवाल

अल्मोड़ा।
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ महिलाओं को समूह से जुड़ने के लिये प्रेरित करना होगा। यह बात प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने लमगड़ा विकास खण्ड के भांगाद्योली में प्रगति स्वायत सहकारिता समिति की वार्षिक निकाय की बैठक को सम्बोधित करते हुये बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही।
कुंजवाल ने कहा कि महिलायें समूह से जुड़कर जहां एक ओर आत्म निर्भर बनेगी वहीं दूसरी ओर अपने परिवार का आर्थिक जीवन स्तर बढ़ा सकती है। आज हर क्षेत्र में महिलायें आगे बढ़ रही है तथा प्रदेश सरकार ने भी महिलाओं के उत्थान तथा उनके जीवन स्तर को ऊॅचा उठाने हेतु कई योजनायंे संचालित की है जिनका लाभ महिलाओं को अधिकाधिक उठाना चाहिये। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि समूह के माध्यम से दुग्ध उत्पादन, डेयरी विकास, बागवानी को अपनाकर अपना आर्थिक जीवन स्तर ऊॅचा उठायें। विधानसभा अध्यक्ष ने शासन द्वारा महिला सशत्तिकरण के क्षेत्र मंे उठाये जा रहे कदमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलायें समूह के माध्यम से बैंक से ऋण लेकर छोटे-छोटे लघु उद्योग स्थापित करने के साथ ही छोटी-छोटी बचतों के माध्यम से भी अपना जीवन स्तर ऊॅचा उठा सकती है। सहकारिता से जहां रोजगार के बढ़ावा मिलता है वही इससे लोगों में आत्म विश्वास व सहभागिता को बढ़ावा मिलता है। अध्यक्ष ने स्वायत सहकारिता समिति भांगाद्योली द्वारा वर्ष 2015-16 में 82 लाख का व्यवसाय करने तथा समिति द्वारा 3 लाख रूपये का शुद्ध लाभ अर्जित करने पर हर्ष व्यक्त करते हुये समिति के प्रयासों की सराहना की तथा समिति के 527 सदस्यों को 52 हजार 700 रूपया लाभांश वितरित किया।
इस अवसर पर उन्होंने समिति की नवनिर्वाचित अध्यक्ष देवकी मेर, उपाध्यक्ष तुलसी देवी, सचिव नीमा देवी व कोषाध्यक्ष शान्ति देवी को पद व गोपनीयता की शपथ दिलायी। इससे पूर्व आजीविका के परियोजना प्रबन्धक एचबी पंत ने आजीविका द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों व योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर दिवान सतवाल ने प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी देते हुये लोगों से योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की। इस बैठक में प्रधान संगठन के अध्यक्ष शिव राम आर्य, ग्रामीण समाज कल्याण समिति के निदेशक गोपाल सिंह चौहान, रमेश मेलकानी, देव सिंह, शान्ति देवी प्रेमा देवी, भागीरथी देवी, चन्दन रावत, जगदीश चन्द्र, मुकेश कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किये।
बैठक की अध्यक्ष जिला पंचायत सदस्य नन्दी देवी ने की तथा आजीविका के ब्लाक समन्वयक शिव राज सिंह बिष्ट व प्रधान हेमा रावत ने संयुक्तरूप से संचालन किया। समिति की वार्षिक निकाय की इस बैठक में क्षेत्र की अधिकांश महिलाओं ने प्रतिभाग किया। बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने शहरफाटक, मौरनोला, ज्वारनैणी में जनसम्पर्क किया और लोगों की जनसमस्या सुनी और उसके बाद अपने पैतृक गांव कुंज पहॅुचकर हरू मंदिर में आयोजित बैसी में प्रतिभाग किया। इससे पूर्व उन्होंने राइका मोतियापाथर में निर्माणाधीन खेल मैदान का भी निरीक्षण किया।

लोकतांत्रिक व्यवस्था में पंचायतों का महत्वपूर्ण स्थान

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अल्मोड़ा।
क्षेत्र समिति की बैठकों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के साथ ही बैठक में उठायी गई समस्याओं का निस्तारण त्वरित गति से करना सुनिश्चित करेंगे। यह निर्देश विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने विकास खण्ड लमगड़ा में आयोजित क्षेत्र समिति की बैठक में अधिकारियों को दिये।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र पंचायत की बैठके ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिये महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इन बैठकों में जमीनी हकीकत की जानकारी प्राप्त होती है इसलिये क्षेत्र पंचायत सदस्य व ग्राम प्रधान अपने क्षेत्र की जो समस्यायें उठाते है अधिकारी उसे गम्भीरता से लेते हुये समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करना सुनिश्चित करंे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में पंचायतों का महत्वपूर्ण स्थान है इसलिये पंचायती राजव्यवस्था को दलगत राजनीति से ऊपर रखा गया है। उन्होंने कहा कि आज पंचायतों में राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण क्षेत्र पंचायत के स्तर को गिरा दिया गया है जिससे अधिकारी भी क्षेत्र पंचायतों की बैठक में उठने वाले मुद्दो को गम्भीरता से नहीं लेते है। उन्होंने कहा कि सदस्यों द्वारा उठाये गये मोतियापाथर, नाटाडोल, मोतियापाथर मेरगांव सहित कई मोटर मार्ग में घटिया डामरीकरण, कलमठों, नालियांे के बन्द होने के कारण वर्षा का पानी लोंगों के घरों व खेतों में जाने पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये पीएमजीएसवाई व लोक निमार्ण विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई तथा निर्देश दिये कि डामरीकरण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुये स्वीकृत मोटर मार्गों के निर्माण कार्यों में तेजी लाये।
विधानसभा अध्यक्ष ने जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों को ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने, राजकीय इण्टर कालेज पीपली में पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश दिये साथ ही लमगड़ा के समीप ठाट गांव को भी पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहॅुचाने के निर्देश भी दिये। इस महत्वपूर्ण बैठक में कई विद्यालयों मंे शिक्षकों की कमी की समस्या को भी सदस्यों ने प्रमुखता से उठाते हुये शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली पर नाराजगी व्यक्त करते हुये स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के निर्देश दिये। इस बैठक में विद्युत, बाल विकास, कृषि उद्यान, पशुपालन सहित अन्य विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में समाज कल्याण विभाग द्वारा दी जाने वाली विभिन्न पंेशन का लाभ समय पर न मिलने की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुये आगामी 11 अगस्त को विभाग द्वारा एक शिविर लमगड़ा में लगाने के निर्देश समाज कल्याण अधिकारी को दिये।
बैठक में उपस्थित जिलाधिकारी सविन बंसल ने सभी विभागीय अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश चन्द्र, जिला विकास अधिकारी मो. असलम, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी पंत, जिला कार्यक्रम अधिकारी पीएस बृजवाल सहित जल निगम, जल संस्थान, लोनिवि सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा क्षेत्र पंचायत सदस्यों, प्रधानों व जिला पंचायत सदस्यों ने भागीदारी की। इस बैठक की अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख कमला आर्या ने की तथा संचालन खण्ड विकास अधिकारी जीवन लाल आर्या ने किया।

स्पेशल कपोनेन्ट प्लान की योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिलें

अल्मोड़ा के बहुउद्देशीय शिविर में अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष बाराकोटी ने अधिकारियों को दियें निर्देश
अल्मोड़ा।
अनुसूचित जाति के लोगों हेतु राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाया जाये, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जायेगी। यह बात अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र बाराकोटी ने मजखाली मे आयोजित एक बहुउद्देशीय शिविर में कही।
अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र बाराकोटी ने कहा कि स्पेशल कपोनेन्ट प्लान के अन्तर्गत जो भी योजनायें संचालित की जाती है उसका लाभ पात्र लोगों को मिले इसका ध्यान रखना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे अनेक निर्धन लोगों के राशन कार्ड आन-लाइन नहीं हो पा रहे है इस पर जिला प्रशासन को ध्यान देना होगा, साथ ही आधार कार्ड बनाने मंे भी जो समस्यायें आ रही है इसके समाधान के लिये भी जिला प्रशासन को भी ठोस पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि जो विभाग बहुउद्देशीय शिविर में अनुपस्थित है उनका स्पष्टीकरण लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित पेंशन योजनाओं का लाभ अधिकाधिक लोगों को मिले इसके लिये समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर इस सुविधा से वंचित लोगों को चिन्हित कर इस योजना का लाभ दिलाना होगा। उन्होंने कहा कि पेयजल, जल संस्थान से जुडे अधिकारी इस बात का ध्यान रखेंगे कि स्पेशल कम्पोनेन्ट प्लान के अन्तर्गत संचालित पेयजल योजनाओं का कार्य किस स्तर पर है उसका भी ध्यान रखेंगे।
इस बहुउद्देशीय शिविर में १०१ शिकायतें प्राप्त हुई अधिकांश शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। जिनमें पूर्ति, समाज कल्याण, लोनिवि, स्वजल, विद्युत आदि विभागों की थी। इस दौरान समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्धावस्था पेशन के ३०, विधवा पेंशन के १० फार्म भरें गये साथ ही विभाग द्वारा जरूरतमंदो को ३ बैशाखी, २ व्हील चीयर, २ लाठी, १ कॉन की मशीन भी वितरित की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ८ विकलांग प्रमाण पत्र सहित १०० लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और दवाईयॉ भी वितरित की गई। शिविर में ५ आधार कार्ड बनाये गये। शिविर मे राजस्व, पूर्ति, कृषि, उद्यान, समाज कल्याण, रेशम, सहकारिता, पशुपालन आदि विभागों के स्टाल भी लगाये गये। उपाध्यक्ष ने कृषि विभाग व उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों मंे काश्तकारों के बीच जाकर उनकी समस्या का निराकरण करना सुनिश्चित करें। शिक्षा के अधिकारियें को निर्देश दिये कि अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति समय से उन्हें पहुॅच रही या नही के साथ ही शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत विद्यालयों में छात्रों को प्रवेश मिल रहा है या नहीं इसका भी ध्यान रखें।
इसके अलावा विद्युत विभाग के अधिकारी अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र जो विद्युत सुविधा से वंचित है उन क्षेत्रों में विद्युत सुविधा बहाल करें। निर्माण विभाग के अधिकारी इस बात का ध्यान रखेगे कि अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्रों को सड़कों से अधिकाधिक मात्रा में जोड़ा जायें।
इस अवसर पर महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी दिनेश पिल्खवाल, हवालबाग ब्लाक अध्यक्ष गोपाल खोलिया, नारायण सिंह अधिकारी, प्रमोद कुमार, नन्दन राम, राजेन्द्र नाथ गोस्वामी, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत विनीत कुमार, परियोजना निदेशक डी०डी० पंत, जिला विकास अधिकारी मो० असलम, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव नयन तिवारी सहित समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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