शहीदों के अनुरुप राज्य बनाने का लिया संकल्प

राज्य स्थापना दिवस पर क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने आंदोलनकारियों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बुधवार को रेलवे रोड स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि आंदोलनकारियों और शहीदों के अथक प्रयासों से 9 नवंबर सन 2000 को उत्तराखंड राज्य का उदय हुआ। 23वें वर्ष में प्रवेश करने पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त व 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में उत्तराखंड को शामिल करने का है।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि जन भावनाओं के अनुरूप राज्य के विकास की दिशा का निर्धारण पर ध्यान दिया जा रहा है। हमारा प्रयास आगामी 5 सालों में प्रदेश के ग्रोथ रेट को दोगुना करने का है। प्रदेश के विकास की हमारी अकेले की नहीं बल्कि 1.25 करोड़ प्रदेशवासियों की सामूहिक यात्रा है।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार का उत्तराखंड में लाभ मिल रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास के लिए समर्पित भाव से जुड़ी है लोगों को योजनाओं का लाभ मिले और उनकी समस्याओं का समाधान हो इसके लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि पर खासतौर पर फोकस किया गया है।
जिलाध्यक्ष रविन्द्र राणा ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों व शहीदों के अनुरूप आदर्श उत्तराखंड 2025 को अपना मंत्र बनाकर त्वरित गति से कार्य शुरू कर दिए हैं। आजादी के अमृत काल के लिए आगामी 25 सालों की योजना तैयार की जा रही है। एसडीसी के लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमारा उत्तराखंड अग्रणी राज्य रहा है।
इस मौके पर मेयर अनिता ममगाई, मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, महामंत्री सुमित पवार, जयंत शर्मा, बृजेश शर्मा, जितेंद्र अग्रवाल, पार्षद रीना शर्मा, अहिव कुमार गौतम, राजेश दिवाकर, वीरेंद्र रमोला, विजेंद्र मोघा, राकेश पारछा, प्रदीप कोहली, राजू नरसिम्हा, महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष उषा जोशी, रूपेश गुप्ता, संजीव सिलस्वाल, युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष नितिन सकसेना, सतीश सिंह, स्वाति शर्मा, माधवी गुप्ता, मोनिका गर्ग, मनोज ध्यानी, अशोक पासवान, मानवेन्द्र कंडारी आदि उपस्थित रहे।

राज्य स्थापना दिवस पर सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को तोहफा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड स्थापन दिवस-09 नवंबर से पहले सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को तोहफा दिया है। धामी सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनर्स का महंगाई भत्ता (डीए) बढ़ा दिया है। बढ़े हुए डीए से तीन लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई भत्ते का लाभ मिलेगा। उत्तराखंड में अब महंगाई भत्ता बढ़कर 38 प्रतिशत हो गया है।
महंगाई भत्ता बढ़ने से कर्मचारियों की वेतन में हर महीने एक हजार रुपये से लेकर दस हजार रुपये तक का इजाफा होगा। वित्त विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने इसके आदेश किए हैं। कैबिनेट ने डीए पर फैसले के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अधिकृत किया था। दो दिन पूर्व कर्मचारी संगठनों और मुख्यमंत्री के बीच हुई बैठक के दौरान भी डीए को लेकर चर्चा हुई थी।
इसके बाद मंगलवार को इसके आदेश कर दिए गए हैं। सचिव वित्त की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कर्मचारियों को एक जुलाई 2022 से 31 अक्तूबर तक का पुनरीक्षित महंगाई भत्ता एरियर के रूप में दिया जाएगा। जबकि एक नवम्बर से महंगाई भत्ते का भुगतान वेतन के साथ किया जाएगा। हालांकि सार्वजनिक उपक्रम के कर्मचारियों का डीए अभी नहीं बढ़ाया गया है और इनके संदर्भ में अलग से आदेश किए जाएंगे।

शहीदों को श्रद्धाजंलि के साथ शुरू होंगे राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम
सीएम पुष्कर सिंह धमी राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रमों की शुरूआत बुधवार सुबह नौ बजकर दस मिनट पर कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धाजंलि के साथ करेंगे। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार इसके बाद भाजपा प्रदेश मुख्यालय में स्थापना दिवस पर आयोजित प्रदर्शन का उदघाटन करेंगे।
दस बजे पुलिस लाइन स्थित रैतिक परेड में भाग लेने के बाद सीएम भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। अपराह्न तीन बजे सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में प्रगति से प्रकृति के पथ तक विषय पर आयोजित सेमीनार में भाग लेंगे। राजभवन और दून विश्वविद्यालय में भी कार्यक्रमों का आयेाजन किया जा रहा है।

गुरु नानक देव का प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में गुरु नानक देव जयंती पर 553 साला महान प्रकाश उत्सव मनाया गया। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल शबद कीर्तन, गुरुवाणी और लंगर के कार्यक्रम में शामिल हुए।
मंगलवार को रेलवे रोड स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में कैबिनेट मंत्री डॉ अग्रवाल पहुंचे। सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब के आगे माथा टेका। इस मौके पर सिख समाज की ओर से मंत्री डॉ अग्रवाल को सरोपा पहनाकर सम्मानित किया गया। इसके बाद मंत्री डॉ अग्रवाल रागी जत्थों द्वारा गुरुवाणी और शबद कीर्तन के पाठ में शामिल हुए।
इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि 553 साल पहले भारत में गुरु नानक देव जी नामक एक महान संत हुए। गुरु नानक देव ने बगदाद तक आध्यात्मिकता, परमेश्वर के साथ एकता, और भक्ति के महत्व को फैलाया था। आज, सिख समुदाय गुरु नानक देव का जन्मदिन मनाता है और सिख समुदाय के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन है।
गुरु नानक देव ने सांसारिक मामलों में उलझने पर लोगों को अपने अंदर की ओर जाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लोगों को हमेशा परमेश्वर के नाम को न भूलने का आवाहन किया। गुरु नानक का जीवन प्रेम, ज्ञान और वीरता से भरा हुआ था।
डॉ अग्रवाल ने गुरु नानक देव की जयंती पर माया में न उलझने की अपील की। साथ ही सदैव धर्म की रक्षा के लिए कार्य करने का आह्वान किया।
इस मौके पर गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष सरदार गोविंद सिंह, उपाध्यक्ष प्रेम सिंह, बूटा सिंह, परमजीत डंग, इंद्रपाल सिंह, भारत भूषण रावल, पार्षद अजीत गोल्डी, शिव कुमार गौतम, तनु तेवतिया, संजीव पाल, कपिल गुप्ता, पंकज गुप्ता, शैलेन्द्र बिष्ट, राजेश धींगरा, गुरु वचन सिंह, इंद्र कुमार गोदवानी, मण्डल अध्यक्ष दिनेश सती, मोहन सिंह जस्सल, हिम्मत सिंह, गुरमेल सिंह आदि उपस्थित रहे।

पर्यावरणविद् अनिल जोशी की यात्रा ऋषिकेश पहुंची, कैबिनेट मंत्री ने किया स्वागत

प्रगति से प्रकृति पथ संकल्प लेकर महाराष्ट्र से साइकिल यात्रा लेकर चले पर्यावरणविद् अनिल जोशी आज तीर्थ नगरी पहुंचे। यहां उनका स्वागत क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने पुष्पमाला पहनाकर किया।
मंगलवार को 17 सदस्यीय दल के साथ तीर्थ नगरी पहुंचे पर्यावरणविद अनिल जोशी का सम्मान कर डॉ अग्रवाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में डॉक्टर जोशी का अहम योगदान है। प्रकृति के प्रति उनका प्रेम आज पर्यावरण को संजोकर रखने में अहम भूमिका निभा रहा है।
गौरतलब है कि पर्यावरणविद डॉ अनिल जोशी 2 अक्टूबर को मुंबई महाराष्ट्र से साइकिल यात्रा के लिए निकले थे। उनके इस यात्रा को राज्यपाल महाराष्ट्र भगत सिंह कोश्यारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। प्रगति से प्रकृति पथ (आर्थिक राजधानी मुंबई से पारिस्थितिकी राजधानी देहरादून तक) पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेकर मंगलवार को तीर्थ नगरी पहुंचे।
इस मौके पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, शिवम जोशी, पवनेश गौड़, भूषण त्यागी, दीपिका कैंतूरा, श्रुति रावत, शालिनी नेगी, चंदन सिंह बोरा, प्रमोद जोशी, गीतांशु जोशी, ऋषभ भट्ट, दिनेश रावत, मुकुल कुमार, राजीव कश्यप, अनिल डंगवाल, देवेश कोठारी, कपिल गुप्ता, सरदार सतीश सिंह, महेश पांडे, पंकज गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

राज्य स्थापना दिवस पर सीएम ने प्रदेशवासियों से मांगा सहयोग, बताई प्राथमिकताएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामना दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों, आन्दोलनकारियों एवं देश के लिये सर्वाेच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए हाल ही में प्रदेश में आई आपदा में जान गवाने वाले लोगों के प्रति भी संवेदना प्रकट की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य निर्माण के साथ औद्योगिक उत्तराखण्ड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई को भी राज्य की जनता की ओर से नमन किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संदेश में कहा है कि प्रदेश की महान जनता के आशीर्वाद, सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड तेजी से विकास की ओर अग्रसर हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देवभूमि उत्तराखण्ड तथा उत्तराखण्डवासियों से आत्मिक लगाव है, आज केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम में विकास कार्य संचालित किये जा रहे हैं। हमारे चारधाम, न सिर्फ हमारी आस्था और श्रद्धा के केन्द्र हैं बल्कि हमारी आर्थिकी की बुनियाद भी है। इस वर्ष लगभग 45 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम और हेमकुण्ड साहिब के दर्शन के लिए आए। कोरोना काल से पूर्व की तुलना में यह संख्या 35 प्रतिशत अधिक है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश में मल्टी मॉडल कनेक्टीवीटी पर अभूतपूर्व काम हुआ है। इसका प्रभाव आने वाले समय में प्रदेश के सामाजिक और आर्थिक विकास के रूप में दिखेगा। प्रदेश में सड़कों के निर्माण में तेजी से कार्य हो रहा है, इसके लिये केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय का पूरा सहयोग मिल रहा है। रूद्रपुर एवं रामपुर मुरादाबाद बायपास के निर्माण से प्रदेश के कुमांऊ क्षेत्र में विकास के नये आयाम स्थापित होंगे ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है और टनकपुर-बागेश्वर और डोईवाला से गंगोत्री-यमुनोत्री रेललाइन के सर्वे पर केन्द्र सरकार द्वारा सहमति दी जा चुकी है। आज एयर कनेक्टीवीटी के क्षेत्र में भी हम काफी आगे बढ़ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 21 अक्टूबर को प्रदेश के सीमान्त गांव माणा में राज्य के स्थानीय उत्पादों की सराहना करते हुए देशवासियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा स्थलों के भ्रमण पर जितना व्यय करते हैं उसका कम से कम 5 प्रतिशत व्यय वहां के स्थानीय उत्पादों के क्रय करने पर व्यय करें। हमारे प्रदेश में प्रतिवर्ष करोड़ों लोग पर्यटन एवं तीर्थाटन पर आते हैं। उनके द्वारा क्रय किये जाने वाले स्थानीय उत्पादों से हमारे लोगों की आर्थिकी मजबूत होने के साथ ही देश व दुनिया में इसकी पहचान भी बनेगी। उन्होंने कहा कि रानीबाग (नैनीताल) स्थित एच.एम.टी. की 45.33 एकड़ जमीन उत्तराखण्ड को प्राप्त होना प्रदेश के लिये डबल इंजन सरकार की एक और बड़ी सौगात है। इससे प्रदेश में औद्योगिक विकास को और अधिक गति मिलेगी तथा हमारे युवा रोजगार एवं स्वरोजगार से जुड़ सकेंगे
उत्तराखण्ड के युवा हमारा भविष्य हैं। इसीलिए हमने युवाओं साथ धोखा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की है। भर्तियों में घोटाला करने वालों पर कड़ी क़ानूनी कारवाई की जा रही है। पारदर्शिता और समयबद्धता से परीक्षाओं के आयोजन के लिये हमने उत्तराखण्ड अधीनस्थ आयोग से भर्तियों को राज्य लोक सेवा आयोग को हस्तांतरित किया है। वर्तमान में जारी भर्ती कैलेण्डर के अनुसार 7 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। हमारी सरकार द्वारा राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन देने के लिए नई खेल नीति लाई गई है। साथ ही “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना“ में 8 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति भी दी जा रही है। स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरूआत करने में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में है। आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना में प्रदेश के सभी परिवारों को 5 लाख रुपये वार्षिक तक के निशुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार सेवा, सुशासन, संवेदनशीलता और गरीब कल्याण के मंत्र पर चल रही है। ब्लॉक स्तर से लेकर मुख्यमंत्री स्तर पर जन समस्याओं की सुनवाई हो रही है। समस्याओं के त्वरित निवारण पर बल दिया जा रहा है। लोगों को योजनाओं का सही लाभ मिल सके और उनकी समस्याओं का निराकरण हो, इसके लिए हमारी सरकार सरलीकरण, समाधान निस्तारीकरण और संतुष्टि के मंत्र के आधार पर कार्य कर रही है। भ्रष्टाचार पर रोक लगाने हेतु भ्रष्टाचार मुक्त एप-1064 लांच किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि ही नहीं, वीरभूमि भी है और सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान हमारा कर्तव्य है। इसको ध्यान में रखते हुए देहरादून में भव्य सैन्य धाम की स्थापना पर तेजी से काम किया जा रहा है। उत्तराखण्ड राज्य के वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों को देय एकमुश्त अनुदान में भी वृद्धि की गई है। हम हिम प्रहरी योजना पर भी काम कर रहे हैं। इसके अंतर्गत राज्य के भूतपूर्व सैनिकों एवं युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकटवर्ती जिलों में बसने के लिये सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह वाक्य कि “21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा“। प्रधानमंत्री का हम पर यह विश्वास हर उत्तराखण्डवासी का सम्मान है। जहां इस बात से एक ओर हमें अपने राज्य पर गर्व होता है, तो दूसरी ओर बड़ी जिम्मेदारियों का भी अहसास होता है। हमारी सरकार ने राज्य को 2025 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए विकल्प रहित संकल्प का मूलमंत्र अपनाया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कविता को आत्मा की अभिव्यक्ति और दिल से निकली आवाज

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कविता को आत्मा की अभिव्यक्ति तथा दिल से निकली आवाज बताते हुए कहा कि जिसका दिल साफ होगा मन में दया होगी, पीड़ा होगी, वही कविता लिख सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के बाद पहली बार भाषा विभाग द्वारा सर्वभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन सराहनीय पहल है। मुख्यमंत्री ने कवि सम्मेलन में पधारे कवियों को सम्मानित करते हुए कहा कि कवियों के बारे में कहावत है कि जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि। यही नहीं साहित्य, संगीत एवं कला से विहीन व्यक्ति को पशु के समान माना गया है। हमारे कवि समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए सभी को राज्य स्थापना की भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि विविधता में एकता हमारी पहचान है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सायं आईआरडीटी सभागार में राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर भाषा विभाग द्वारा आयोजित सर्वभाषा कवि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले 22 सालों में उत्तराखण्ड विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ा है। राज्य के विकास के लिये तैयार रोड मैप पर कार्य किया जा रहा है। रोजगार और आर्थिकी को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन कृषि बागवानी के क्षेत्र में योजनायें बनायी गयी है। 6 हजार एकड में लेण्ड बैंक बनाया गया है ताकि अधिक से अधिक निवेशक राज्य में उद्योगों की स्थापना के प्रति आकर्षित हों। स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी को भी मजबूती देने के प्रयास किये जा रहे हैं। लखपति दीदी योजना में 2025 तक 1.25 लाख मातृशक्ति बहनों को लखपति बनाने की योजना बनायी गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माणा में केदारनाथ व हेमकुण्ड साहिब रोपवे के आदि योजनाओं के शिलान्यास के अवसर पर सभी लोगों से अपनी यात्रा व्यय का 5 प्रतिशत धनराशि वहां के स्थानीय उत्पादों के क्रय पर व्यय करने की बात कही। इससे स्थानीय उत्पादों के उत्पादन एवं विपणन को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में पधारे कवियों से भी अपेक्षा की कि वे अपनी अभिव्यक्ति की ताकत के बल पर इस अभियान को आगे बढ़ाने में सहयोगी बनें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव है तथा उन्होंने उत्तराखण्ड को स्वर्ग की संज्ञा दी है। प्रधानमंत्री की अपेक्षाओं के अनुरूप 2025 तक उत्तराखण्ड देश के श्रेष्ठ राज्यों में अपनी पहचान बनाये इसके लिये हम सबको मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। राज्य के विकास की हम सबकी यह सामूहिक यात्रा है।
इस अवसर पर भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हमारा प्रदेश बहुभाषी, बहुधर्मी एवं बहु संस्कृतियों वाला प्रदेश है। राज्य की भाषा एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये भाषा विभाग द्वारा पहली बार यह पहल की है। इस आयोजन को भविष्य में और अधिक प्रभावी बनाये जाने की भी उन्होंने बात कही। उन्होंने मंचाशीन कवियों का आह्वान किया कि वे राज्य के प्रतिभावान युवा रचनाकारों को बेहतर प्लेटफार्म प्रदान करने में मददगार बनें ताकि उनकी भी पहचान देश व दुनिया में हो सके।
इस अवसर पर जिन कवियों ने अपनी कविताओं की प्रस्तुति दी उनमें बुद्धिनाथ मिश्र, अतुल शर्मा, अफजल मगलोरी, अम्बर खरबन्दा, प्रेम साहिल, नीता कुकरेती, बीना बेंजवाल, श्रुति वत्स, बसन्ती मठपाल, गिरीश सुन्दरियाल, दिनेश सुन्दरियाल प्रमुख रहे। निदेशक भाषा संस्थान स्वाति भदोरिया ने सभी का आभार जताया।

लोक नृत्य में लोक कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री भी हुए शामिल

इगास पर्व पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर प्रदेश भर में सभी संस्थाओं एवं संगठनों के साथ आम जनता द्वारा इस पर्व में अपनी भागीदारी निभायी। इस दौरान प्रदेश में लोक संस्कृति एवं लोक परम्परा के इस पर्व पर उत्साह का माहौल दिखायी दिया। इगास के मौके पर मुख्यमंत्री आवास में भी लोकगीत लोकनृत्य एवं लोक संस्कृति के साथ लोक परम्पराओं के जीवन्तता की झलक देखने को मिली। मुख्यमंत्री स्वयं भेलो पूजन कर, भेलो खेलने के साथ लोक कलाकारों के साथ लोक नृत्य में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी को इगास की बधाई दी तथा सभी से अपनी लोक संस्कृति एवं लोक परम्पराओं को आगे बढ़ाने में सहयोगी बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में संपूर्ण देश में सांस्कृतिक विरासत और गौरव की पुनर्स्थापना हो रही है। उसी तरह उत्तराखंडवासी अपने लोकपर्व इगास को आज बङे उत्साह से मना रहे हैं।
प्रधानमन्त्री ने लाल किले से आजादी के अमृत काल में पंच प्रण के संकल्पों के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया था। जिनमें से एक संकल्प यह है कि हम अपनी विरासत और संस्कृति पर गर्व करें। इगास पर्व का आयोजन उत्तराखंडी लोक संस्कृति से नयी पीढ़ी के जुड़ाव को और प्रगाढ़ बनाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखण्डवासियों से भी अनुरोध किया कि वे भी अपने लोक पर्व को अपने गांव में मनाने का प्रयास करें तथा प्रदेश के विकास में सहभागी बने, सभी के सामुहिक प्रयासों से हम विकल्प रहित संकल्प के साथ उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सफल होंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, प्रेमचन्द अग्रवाल, रेखा आर्या, चन्दन राम दास, सुबोध उनियाल, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, नरेश बंसल, विधायक उमेश शर्मा काऊ, सविता कपूर, मेयर सुनिल उनियाल गामा, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य उपस्थित रहे।

गढ़ सेवा संस्थान ने पर्वतीय सांस्कृतिक जन कल्याण समिति के सहयोग से आयोजित किया कार्यक्रम

”आवा! हम सब्बि मिलके इगास मनोला, नई पीढ़ी ते अपणी लोक संस्कृति से जुड़ोला। लोकपर्व इगास हमारु लोक संस्कृति कु प्रतीक च। हमारि नई पीढ़ी भी हमारा पारंपरिक त्यौहारों से जुणि रौ, यु हमारु उद्देश्य च।” इन्हीं शब्दों के साथ क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने मालवीय नगर में आयोजित इगास लोकपर्व पर अपनी शुभकामनाएं दीं।
शुक्रवार को गढ़ सेवा संस्थान ऋषिकेश की ओर से पर्वतीय सांस्कृतिक जन कल्याण समिति की ओर से मालवीय नगर दुर्गा मंदिर के प्रांगण में लोकपर्व इगाम पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि इगास लोकपर्व हमारी समृद्ध संस्कृति की पहचान है। दीपावली के बाद 11वें दिन राज्य में इगास और बूढ़ी दीपावली मनानी की प्रथा सदियों पुरानी है। गढ़वाल में इगास को बग्वाल के रूप में जबकि कुमायूं में बूढ़ी दीपावली कहा जाता है।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि इगास को पूरे प्रदेश में धूमधाम से मना सकें, इसके लिए हमारी सरकार ने अवकाश की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि लोकपर्व हमारे राज्य की पहचान है, हमें इसकी महत्वता को समझना होगा। कहा कि जनसहभागिता से ही हमारे लोकपर्व का महत्व बढ़ेगा।
मंत्री डा. अग्रवाल ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि अपने राज्य की संस्कृति, मेले, लोकपर्वों का महत्व जानें और इसमें सहभाग करते हुए धूमधाम से मनाएं। इस दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। साथ ही पहाड़ी व्यंजन कंडाली का काफल, भात, कोदे की रोटी, अरसे, स्वाल, भड्डू दाल का स्वाद लोगों ने चखा। इसके अलावा मंत्री डा. अग्रवाल ने भेलो भी खेला।
इस अवसर पर गढ़ सेवा संस्थान के अध्यक्ष देवेंद्र नेगी, सचिव रविंद्र राणा, उपाध्यक्ष ताजेंद्र नेगी, कोषाध्यक्ष गोपाल सती, पर्वतीय सांस्कृतिक जनकल्याण समिति आईडीपीएल के अध्यक्ष भरत सिंह नेगी, बीपी जोशी, अरूण बडोनी, दिनेश पयाल, मनोज ध्यानी, भगवती रतूड़ी, राजवीर रावत, सुमित पंवार, प्रधान सागर गिरी, ममता नेगी, प्रमिला त्रिवेदी, महावीर चमोली, पुनीता भंडारी, निर्मला उनियाल, पार्षद वीरेंद्र रमोला, जेएस राणा, सुरेंद्र सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

एमपी के बाद अब उत्तराखंड में भी मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में होगी

उत्तराखंड के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में अगले सत्र से एमबीबीएस पाठ्यक्रम की पढ़ाई अंग्रेजी के साथ ही हिंदी माध्यम में भी होगी। मध्य प्रदेश के बाद ऐसा करने वाला उत्तराखंड देश का दूसरा राज्य होगा। इसके लिए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पौड़ी जिले के श्रीनगर स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत की अध्यक्षता में एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया है। यह समिति मध्य प्रदेश सरकार के चिकित्सा महाविद्यालयों में लागू एमबीबीएस के हिंदी पाठ्यक्रम का अध्ययन कर उत्तराखंड के कॉलेजों के लिए नये पाठ्यक्रम का मसौदा तैयार करेगी।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने बताया कि समिति द्वारा मसौदा तैयार करने के उपरांत सभी औपचारिकताएं पूरी कर अगले सत्र से प्रदेश के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में इसे लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा राष्ट्रभाषा हिंदी को दिए जा रहे विशेष महत्व के मद्देनजर यह निर्णय किया गया है।

मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में करने की उठ रही थी मांग
रावत ने कहा कि वैसे भी प्रदेश के अधिकतर विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई हिंदी माध्यम से ही कराई जाती है। अक्सर देखने में आया है कि हिंदी माध्यम में अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी माध्यम से होने वाली मेडिकल की पढ़ाई में दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्र समय-समय पर चिकित्सा पाठ्यक्रम को हिंदी माध्यम में भी उपलब्ध कराने की मांग सरकार से करते रहे हैं।

छात्र-छात्राओं ने गंगा स्वच्छता की शपथ ली

श्रीदेव सुमन विवि परिसर ऋषिकेश के नमामि गंगे प्रकोष्ठ ने गंगा उत्सव मनाया। छात्र-छात्राओं ने गंगा स्वच्छता की शपथ के साथ ही गंगा आरती की।
शुक्रवार को त्रिवेणीघाट पर श्रीदेव सुमन विवि परिसर ऋषिकेश के नमामि गंगे प्रकोष्ठ द्वारा गंगा उत्सव आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पार्षद चेतन चौहान ने किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को मेरा संकल्प के अंतर्गत गंगा स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हमें अपने क्षेत्र के गंगा तटों को साफ सुथरा रखना चाहिए। किसी भी प्रकार से सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मेंदोला ने विचार रखे। इस दौरान छात्राओं द्वारा महागंगा आरती, दीपोत्सव, दीपदान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। छात्रों ने गंगा आरती कर 251 दीपों की श्रृंखला त्रिवेणी घाट पर बनाई।
इस दौरान हिमांशु कुमार, अमित रतूड़ी, अमित चौहान, तुषार, सुधांशु, तन्मय, रितेश, सलोनी बिष्ट, रितिका, सृष्टि आर्य, प्रीति, मनीषा, माधुरी, शालू, सलोनी, अंबालिका, प्रियंका, अक्षिता, दीक्षा, अभिलाषा, रिया, वर्षा, प्राची, अंकिता, मितिक्षा, सुहानी, साक्षी, ज्योति, खुशी, वैष्णवी, दीक्षा सिंह, किरन, कशिश, शालिनी, मानसी आदि उपस्थित रहे प्

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