राज्य निर्माण का संघर्ष पाठ्यक्रम का हिस्सा बनना जनभावना का सम्मानः भट्ट

भाजपा ने सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य निर्माण आंदोलन के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल करने के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए स्वागत किया है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने संगठन व प्रदेशवासियों की तरफ से मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि भावी पीढ़ी को राज्य निर्माण के लिए हुए बलिदान और संघर्ष की जानकारी और उनमें कृतज्ञता का भाव जागृत होना भी अति आवश्यक है।

प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री धामी के कदम की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य निर्माण के संघर्ष को शैक्षिक पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा जनभावना का सम्मान है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के सामने आंदोलनकारियों की शहादत, कुर्बानियों एवं उनके विचारों से जुड़ी अधिकृत जानकारी आना बेहद जरूरी है जिसके लिए इसका स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करना बेहतर कदम है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी व नई पीढ़ी का अधिकार भी है कि किस तरह अथाह कष्टों व बाधाओं को सहते हुए पूर्णतया अहिंसात्मक तरीके से हमने पृथक राज्य प्राप्त किया है। मुजफ्फरनगर नरसंहार, खटीमा, मसूरी, श्रीयंत्र टापू गोलीकांड जैसे अनेकों घावों के दर्द का भी उन्हें अहसास हो ताकि एक कृतज्ञता का भाव भी उनके मन मस्तिष्क में जागृत हो।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पीएम और केंद्रीय मंत्री का जताया आभार

हल्द्वानी एचएमटी की भूमि राज्य सरकार को मिलने से भाजपा संगठन ने इसे धामी सरकार की एक और बड़ी उपलब्धि करार दिया है।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ का आभार जताया। भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की लंबे समय से किये जा रहे प्रयास के फलस्वरूप आखिरकार राज्य को हल्द्वानी एचएमटी की 45.33 एकड़ जमीन मिल गयी। उन्होंने कहा कि इस जमीन के मिलने से जनकल्याण के कई योजनाओं को क्रियान्यवयन मे मदद मिलेगी। लंबे समय से इस जमीन को राज्य सरकार को दिलाने की दिशा मे प्रयास किये जा रहे थे, लेकिन इस बार प्रभावी पहल और सीएम के द्वारा इस पर विशेष फोकस किये जाने से इसे हस्तानतरण का मार्ग प्रशस्त हो पाया। उन्होंने से डबल इंजन की सरकार का एक और तोहफा भी उतराखंड को करार दिया।

उन्होंने कहा कि इस जमीन के खाली पड़े रहने से इसका कोई प्रायोजन भी हासिल नही हो पा रहा था। अब एकमुश्त इतनी जमीन मिलने से यह रोजगारपरक कार्याे के लिए उपयोग मे लायी जा सकेगी। सीएम की दूरदर्शिता और सतत् प्रयास से यह भूमि एक बेहतर रोजगार का मॉडल बनेगा।

मदन कौशिक के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, विधायकी बर्खास्त करने की मांग

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर भ्रष्टाचार के एक मामले को लेकर उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला फूंका है। साथ ही मदन कौशिक के विरूद्ध मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। कार्यकर्ताओं ने विधायकी से बर्खास्त करने की मांग की है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के विरुद्ध देहरादून निवासी सच्चिदानंद डबराल द्वारा वर्ष 2010 में विधायक निधि द्वारा हरिद्वार में 12 पुस्तकालय बनवाने को लिये 1.5 करोड़ रुपये विधायक निधि से रिलीज किये गए थे, परंतु पुस्तकालयों का कार्य धरातल पर नहीं हुआ। जिस पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दिखता है पूर्व में भी भाजपा के केंद्र व राज्य स्तर के नेताओं पर भ्रष्टाचार व अन्य मामलों के आरोप लगने के बावजूद भी पार्टी स्तर से कोई भी कार्यवाही उनके ऊपर नहीं हुई। इसलिए इनके नेता लगातार भ्रष्टाचार कर रहे है। हम माँग करते है कि मदन कौशिक के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज कर इनको विधायकी से बर्खास्त किया जाए।

पुतला फूंकने वाले पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, सैनिक विभाग के प्रदेश महासचिव गजेन्द्र विक्रम शाही, पूर्व प्रधान सतीश रावत, दीपक नेगी, राकेश कंडियाल, सतेन्द्र पंवार, रवि राणा, हरभजन सिंह चैहान, राजेन्द्र सिंह भण्डारी, देवेन्द्र दत्त बेलवाल, यश अरोड़ा, अलका क्षेत्री, सरोजनी थपलियाल, आशा सिंह चैहान, विक्रम भंडारी, विशाल सजवाण, देव पोखरियाल, प्रवीण गोनियाल, हरिओम यादव, मंटू यादव, आदित्य परमार, आर्यन गिरी आदि उपस्थित रहे।

हरीश रावत के बयान का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया पलवार, अधिक पढ़ें…

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने हरीश रावत के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने भाजपा पर विधायकों को चुराने का आरोप लगाया।
भाजपा अध्यक्ष भगत ने कहा कि जनता के द्वारा नकारे जाने के बाद हरीश रावत कुछ समय तो पश्चाताप के घड़ियाली आंसू बहाते रहे और हार की जिम्मेदारी लेते रहे, लेकिन चुनाव का समय आ रहा है तो अब सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिलों के गठन के लिए हरीश रावत का दावा उसी तरह है जैसे गैरसैण में राजधानी घोषित करने का फैसला। गैरसैण में आम जनता की मांग भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंन्द्र सिंह रावत द्वारा गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर पूरी की गई है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत निरंकुश रहे और वह किसी की नहीं सुनते थे जिस कारण उनके विधायकों ने उनकी सुनना बंद कर दिया और अलग रास्ता चुन लिया।
कांग्रेस के कई मंत्री विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने रावत की निरंकुशता से तंग आकर कांग्रेस पार्टी को ही बाय कर दिया। उन्होंने हरीश रावत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए और अपनी असफलता को छिपाने के लिए दूसरों पर दोष नहीं मढ़ना चाहिए।

भगत ने कहा कि आज हरीश रावत जनता के लिए संघर्ष नहीं बल्कि चेहरे की लड़ाई लड़ रहे हैं

बंशीधर भगत ने दी सफाई, बोले मेरा आशय इंदिरा को आहत करने का नहीं

देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि उनके द्वारा भीमताल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मलेन में एक शब्द से नेता प्रतिपक्ष आहत हुई है ऐसा उनके संज्ञान में आया है। जबकि उनका इसके पीछे कोई मंशा नही थी और यह उन्होंने सामान्य तौर पर कहा।

उन्होंने कहा कि वह तथा उनकी पार्टी महिलाओ के सम्मान के प्रति संकल्पित है। उनके शब्द से अगर नेता प्रतिपक्ष को कोई कष्ट पंहुचा तो वह खेद प्रकट करते हुए अपने शब्द सम्मान सहित वापस लेते है।

कांग्रेस अब अफवाहों की राजनीति कर रहीः भगत

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के भाजपा नेताओं के बगावत वाले बयान पर अपना जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस बिना पायलट वाले जहाज पर सवार है। वह अब अफवाहों की राजनीति कर रही है और उसे चारो और अँधेरा दिखायी दे रहा है।

वही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी सुनी सुनायी बातो को लेकर गाल बजा रहे है। उन्हें कभी लोकतंत्र की चिंता है तो कभी बगावत का इंतजार। कहा कि कांग्रेस को भाजपा पर नहीं अपने कुनवे को लेकर चिंता करने की जरुरत है,क्योकि कांग्रेस में अभी एक बगावत और होने के आसार है। भगत ने कहा कि कांग्रेस में हताशा और निराशा है। इसी कारण कांग्रेस अब अफवाहों के बूते अपना भविष्य तलाश रही है।

कहा कि भाजपा एकजुट है और प्रदेश में हो रहे विकास कार्यो के चलते जनता एक बार फिर भाजपा को सत्ता सौंप रही है। बेहतर होगा की कांग्रेस पहले अपने दल में तालमेल रखे और रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाए।

शायदा बानो ने भाजपा की सदस्यता ली, तीन तलाक के खिलाफ की थी प्रथम याचिका

सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक पर प्रथम याचिका करने वाली उत्तराखंड की शायरा बनो अब भाजपाई हो गई है। उन्होंने उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शायरा बानो ने दृढता के साथ तीन मामले की लड़ाई लड़ी। उसी प्रकार वह भाजपा के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेंगी। विशेष तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वहीं, शायरा बानो ने भाजपा को सिद्धांतवादी पार्टी बताया है।

बता दें कि दो साल पूर्व तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने शायरा बनों के संदर्भ में कहा था कि उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी।

कौन है शायदा बानो…

बीते साल दो बच्चों की मां 35 वर्षीय मुस्लिम महिला शायरा बानो जब सुप्रीम कोर्ट पहुंचती है तो तीन तलाक के खिलाफ अभियान एक बार फिर जिंदा हो उठता है।

शायरा बानो ने साल 2016 की फरवरी में अपनी याचिका दायर की। वे कहती हैं कि जब वह अपना इलाज कराने के लिए उत्तराखंड में अपनी मां के घर गईं तो उन्हें तलाकनामा मिला।

शायरा बानो ने इलाहाबाद में रहने वाले अपने पति और दो बच्चों से मिलने की कई बार गुहार लगाई लेकिन उन्हें हर बार दरकिनार कर दिया गया और उन्हें अपने बच्चों से भी मिलने नहीं दिया गया। शायरा बानो ने अपनी याचिका में इस प्रथा को पूरी तरह प्रतिबंधित करने की मांग उठाई। उन्होंने ये भी कहा है कि हलाला और कई पत्नियां रखने की प्रथा को भी गैर कानूनी ठहराया जाए।

वे कहती हैं, ये सारी प्रथाएं गैरकानूनी, असंवैधानिक, लैंगिक न्याय के खिलाफ और भेदभाव करने वाली हैं। कुुरान और शरिया में एक बार में तीन बार तलाक बोलने की प्रथा का जिक्र नहीं है, बीते कई सालों में कई महिलाएं अलग-अलग अदालतों में तीन तलाक को चुनौती देती आई हैं।