चार धाम यात्रा के लिए समस्त निकाय जारी करेंगे हेल्पलाइन नंबर, मंत्री अग्रवाल ने दिए निर्देश

शहरी विकास निदेशालय के मीटिंग रूम में आज चारधाम यात्रा रूट पर आने वाली सभी नगर निकाय के अधिकारियों के साथ विभागीय मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक की गई। इस दौरान सभी मूलभूत समस्याओं जैसे चारधाम में आने वाले यात्रियों के लिए ठहरने की व्यवस्था, पार्किंग उपलब्ध कराने, शौचालयों की व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट्स, निराश्रित पशुओं के लिए जमीन तलाशकर डीपीआर तैयार करने, श्रद्धालुओं के लिए हैल्पलाइन जारी करने आदि के निर्देश दिए। साथ ही पहाड़ में शहरी विकास निदेशालय द्वारा निर्मित प्रोजेक्ट्स को पहाड़ी शैली में बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखंड की संस्कृति का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा।

डॉ अग्रवाल जी ने सर्वप्रथम सभी निकायों से सफाई कर्मियों, स्वच्छ्ता, दवा छिड़काव, पार्किंग, रेन बसेरों, स्ट्रीट लाइट्स, निराश्रित पशुओं, क्यूआरटी टीम की स्थिति जानी। कहा कि इस वर्ष यात्रा के बहुत अच्छे संचालन होने की उम्मीद है। सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर चौलेंज स्वीकार करें। इस मौके पर डॉ अग्रवाल ने तमाम जानकारी मिलने के बाद निम्न निर्देश अधिकारियों को दिए।

1- चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी निकाय आवश्यकतानुसार शौचालयों की संख्या बढ़ाये, साथ ही नियमित इनकी सफाई के लिए कर्मचारी नियुक्त हो।

2- सभी निकायों में प्रतिदिन तीन चरणों मे सफाई की व्यवस्था करें। साथ ही बरसात आदि को देखते हुए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव प्रतिदिन किया जाए। कीटनाशक दवाओं की मात्रा जिम्मेदार के समक्ष तय की जाए।

3- प्रत्येक निकाय अपने यहां स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था करें। कोई भी यात्री अंधकार में न रहे, इसको देखते हुए सोलर लाइट्स का इंतजाम अतिशीघ्र किया जाए।

4- यात्रा मार्ग पर पेयजल व्यवस्था बाधित न हो, इसके लिए जल संस्थान के साथ समन्वय बनाये।

5- सभी निकाय वाहन पार्किंग के लिए समीपवर्ती होटल, होम स्टे, आश्रम, महा विद्यालय, स्कूल परिसर का उपयोग करें। इसके लिए उनके साथ समन्वय बनाये। उन्होंने कहा कि इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी न हो, ऐसा होने पर शिकायत नंबर फ़्लैश करें।

6- चार धाम यात्रा के लिए सभी निकाय अपना हेल्पलाइन नंबर जारी करें, जिसमें अधिकारी अपना मोबाइल नंबर दे। साथ ही 24 घण्टे मोबाइल ऑन रहे। इसका व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाए।

7- प्लास्टिक को पूरी तरह से बंद करे। मंत्री जी ने अपनी मीटिंग में भी प्लास्टिक की पानी की बोतल को हटाने को कहा। कहा कि इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।

8- बैठक के दौरान गंगोत्री में गंगा किनारे प्लास्टिक रोकने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए।

9- पहाड़ में शहरी विकास निदेशालय द्वारा निर्मित प्रोजेक्ट्स को पहाड़ी शैली में बनाने के निर्देश दिए।

10- बैठक के दौरान निराश्रित पशुओं के लिए भूमि तलाश कर डीपीआर भेजने के लिए निर्देशित किया गया।

11- बैठक के दौरान विभागीय मंत्री डॉ अग्रवाल ने जोशीमठ नगर निकाय, बद्रीनाथ, केदारनाथ, कीर्तिनगर नगर निकाय के कार्यों की सराहना भी की।

बैठक में विभागीय सचिव दीपेंद्र चौधरी, निदेशक नवनीत पांडेय, अपर निदेशक अशोक पांडेय, अधीक्षण अभियंता रवि पांडेय, नगर आयुक्त हरिद्वार दयानंद सरस्वती, नगर आयुक्त ऋषिकेश राहुल गोयल, अधिशासी अधिकारी मुनिकीरेती तनवीर सिंह, तपोवन अनिल पंत, नरेंद्र नगर प्रीतम नेगी, सहायक नगर आयुक्त ऋषिकेश रमेश रावत सहित यात्रा मार्ग के निकायों के अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।

मानसरोवर यात्रा के लिए कुमाऊं में 25 हेल्थ एटीएम हेतु स्वास्थ्य विभाग तथा एचपीई में हुआ एमओयू

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को सुलभ और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से कार्य कर रहे हैं। यात्रा मार्गाे व दूरदराज क्षेत्रों में लगाए जा रहे हेल्थ एटीएम यात्रियों तथा स्थानीय जनता के लिए अत्यन्त लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं। हेल्थ एटीएम तकनीक लोगों को सुलभ और सस्ती प्राथमिक और निवारक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए चिकित्सा पेशे में सबसे महत्वपूर्ण विकासों में से एक है। यह शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के बीच की खाई को पाटने जा रहा है और दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों के समग्र स्वास्थ्य में सुधार करेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में चारधाम यात्रा मार्गाे पर एचपीई कम्पनी के सीएसआर के तहत प्रदान किये जाने वाले 50 हेल्थ एटीएम का लोकार्पण किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग तथा (हेवलेट पैकर्ड एंटरप्राइज) एचपीई के मध्य मानसरोवर यात्रा हेतु कुमांऊ क्षेत्र में 25 हेल्थ एटीएम स्थापित करने के लिए एमओयू किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हाल ही में राज्य के विभिन्न स्थानों में स्थापित किए गए हेल्थ एटीएम के माध्यम से अभी तक 1700 से अधिक लोग अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा चुके हैं। लोगों को हेल्थ एटीएम का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि स्थापित किए गए हेल्थ एटीएम का सुचारू संचालन व देखभाल भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर सुलभ चिकित्सा सुविधाएं होना भी आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चारधाम यात्रियों हेतु हेल्थ गाइडलाइन्स जारी की गई है, जिनका पालन आवश्यक है। इसके साथ ही तीर्थयात्री मौसम की जानकारी भी रखे तथा उसके अनुसार ही अपनी यात्रा को आगे बढ़ाये।
हेवलेट पैकर्ड एंटरप्राइज ने चार धाम तीर्थ स्थलों पर आसान और सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 50 क्लाउड सक्षम हेल्थ कियोस्क (हैल्थ एटीएम) स्थापित किए हैं। यह हैल्थ एटीएम उत्तराखंड राज्य में तीर्थयात्रियों को उनकी चार धाम यात्रा के दौरान टेलीमेडिसिन सेवाएं प्रदान करने के लिए वन-स्टॉप डिजिटल टच प्वाइंट एकीकृत मशीनें होंगी। यह क्लाउड सक्षम हेल्थ कियोस्क विभिन्न स्थानों पर स्थापित किए गए हैं जहां तीर्थयात्री केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के चार हिमालयी तीर्थ स्थलों की तीर्थ यात्रा के दौरान आमतौर पर विश्राम लेते हैं। इन स्वास्थ्य कियोस्क का मुख्य उद्देश्य दूर-दराज के क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों तथा जनता की यात्रा के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा तक उनकी पहुंच को आसान बनाना है। हेल्थ क्योस्क एक टच स्क्रीन हार्डवेयर है जिसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के प्रबंधन के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह लोगो को किसी भी इंटरनेट से जुड़े वेब ब्राउज़र के माध्यम से 24ग्7 अपनी व्यक्तिगत स्वास्थ्य जानकारी तक पहुँचने की अनुमति देता है।
यह मशीन पंद्रह मिनट के भीतर रोगी की ऊंचाई, वजन, शरीर का तापमान, रक्त ग्लूकोज, रक्तचाप, इनवेसिव और गैर-आक्रामक रक्त परीक्षण, हृदय जांच और ऑक्सीजन संतृप्ति स्तर सहित 70 से अधिक मेडिकल टेस्ट की तुरंत रिपोर्ट दे सकता है। यह अपनी टेलीमेडिसिन परामर्श सुविधा के माध्यम से रोगियों को स्पेशलिस्ट और प्रमाणिक डॉक्टरों और अस्पतालों से सर्वाेत्तम उपचार के लिए परामर्श देने में भी मदद कर सकता है। इन मशीनों का तीन घंटे तक का पावर बैकअप है। 50 स्वास्थ्य कियोस्क को आधार के रूप में हरिद्वार से “चार धाम मार्ग“ पर तैनात किया गया है और फिर यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ मार्ग पर शाखाओं में बांटा गया है।
इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य डा0 आर राजेश कुमार, अपर सचिव अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डा0 विनीता शाह, एमडी एचपीई सोम सत्संगी, एचपीई सीएसआर सुशील भाटला तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

चार धाम यात्रा में 29 विशेषज्ञ चिकित्सक एवं 182 चिकित्सक तैनात

चार धाम यात्रा के दौरान आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को एयर एम्बुलेंस की सहायता से एम्स ऋषिकेश के साथ ही राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून व श्रीनगर में एयर लिफ्ट किया जायेगा, ताकि किसी भी गंभीर परिस्थिति में उनको बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इसके लिये सभी जनपदों के जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि विगत दिनों यमुनोत्री में हृदय गति रूकने से दो तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हो गई थी, जिसको देखते हुये उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग व चमोली के जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को तत्काल एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश तथा राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून व श्रीनगर पहुंचाया जाय, ताकि समय रहते यात्रियों को गंभीर हालत में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बेहतर उपचार दिया जा सके। उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा मार्गों पर 48 स्थाई चिकित्सा इकाई तथा 23 अस्थाई चिकित्सा इकाई स्थापित की गई है, जहां पर 29 विशेषज्ञ चिकित्सक एवं 182 चिकित्साधिकारी तैनात किये गये हैं। 95 पीओसीटी डिवासेज उपलब्ध कराई गई हैं जोकि ईसीजी के साथ ही आक्सीजन लेवल की भी जांच कर सकेंगे। इसके अलावा 272 पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती की गई है जिनमें 182 स्टाफ नर्स व 90 फार्मासिस्ट शामिल है। चार धाम यात्रा में 96 विभागीय एम्बुलेंस व 77 आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस सहित 200 एम्बुलेंस की तैनाती की गई है। यात्रा मार्गों पर आपात स्थिति से निकालने के लिये 11 ब्ल्ड बैंक व 2 ब्ल्ड संग्रहण केन्द्र क्रियाशील हैं। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कार्डिक सेंटर की स्थापना की गई है जहां पर कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ तैनात रहेगा। इसी प्रकार एम्स ़ऋषिकेश से हेली एम्बुलेंस की सेवा शुरू की गई है। आपात स्थिति में उत्तरकाशी, चमोली, रूद्रप्रयाग सहित अन्य यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले जिलों के डीएम एवं सीएमओ को हेली एम्बुलेंस सेवा के लिये अधिकृत किया गया।

’उत्तरकाशी में कार्डिक यूनिट शुरू, हृदय रोगियों को मिलेगी राहत’
जिला अस्पताल उत्तरकाशी में कार्डिक यूनिट शुरू कर दी गई है जहां पर एक कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य स्टॉफ हर समय तैनात रहेगा। इसकी प्रकार जानकीचट्टी मेडिकल रिलीव प्वाइंट पर एक प्रशिक्षत फिजीशियन व अन्य स्टॉफ तैनात किया गया है, जबकि गंगोत्री, यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर कुल 20 हेल्थ फैसिलिटी सेंटर बनाये गये हैं जहां पर डॉक्टर, फार्मासिस्ट सहित पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती की गई है। डा. रावत ने बताया कि आपात स्थित के लिये जानकीचट्टी में एक कार्डिक एम्बुलेंस भी तैनात की गई है, जबकि पूरे जनपद में 5 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस तथा 9 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सहित 14 आपातकालीन एम्बुलेंस 108 तथा 6 विभागीय एम्बुलेंस विभिन्न स्थानों पर तैनात की गई है।

’केदारनाथ यात्रा मार्ग पर मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवा’
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 14 मेडिकल रिलीव प्वाइंट बनाये गये हैं, जहां पर प्रशिक्षित चिकित्सक के साथ ही फार्मासिस्ट व अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती की गई है। बदरीनाथ धाम सहित पूरे मार्ग पर भी स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। यहां आने वाले यात्रियों के लिये आपात स्थिति में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को बेस कैम्प मानते हुये चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में मेडिट्रीना ग्रुप ऑफ हास्पिटल के द्वारा सीएसआर के तहत कार्डिक यूनिट संचालित की जा रही है जहां पर विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही पैरामेडिकल स्टॉफ भी तैनात रहेगा।

चारधाम यात्राः सीएम ने सिक्स सिग्मा मेडिकल टीम को किया रवाना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से सिक्स सिग्मा मेडिकल टीम को बद्रीनाथ, रुद्रनाथ व हेमकुंट साहिब यात्रा में निशुल्क मेडिकल सेवाओं हेतु रवाना किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ धाम में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम बधाई के पात्र है। राज्य सरकार की ओर से धाम में दी जाने वाली सेवाओं के लिए चिकित्सा टीम को सभी सुविधाएं दी जाएगी। जिससे यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस टीम के हाई एल्टीट्यूड में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
सिक्स सिग्मा हाई ऐल्ट्टियूड मेडिकल सर्विस के मेडिकल निदेशक डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि इस बार मेडिकल टीम यात्रा के दौरान ज्यादातर पोर्टेबल मेडिकल इक्यूपमेंट का इस्तेमाल करेगी, जिससे यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा दी जा सके। डॉ० परवेज़ अहमद ने बताया की इस बार यात्रा में मेडिकल सेवा देने के लिए सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर की ओर से 45 से अधिक मेडिकल स्टाफ को लगाया जाएगा, जिसमें क्रिटिकल केयर, कार्डियो, मेडिसिन, महिला रोग, रेसप्रेटरी, माउंटेन मेडिसिन के विशेषज्ञ भी अपनी सेवाएं देंगे।
इस अवसर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, चंदन राम दास, प्रमोद नैनवाल एवं सिक्स सिग्मा मेडिकल टीम के सदस्य उपस्थित थे।

चारधाम यात्राः राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए की तैयारियां पूरी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में चारधाम यात्रा- 2023 के सफल संचालन हेतु राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा आयोजित टेबल टॉप एवं मॉक अभ्यास कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा मार्गों पर आपदा प्रबंधन के लिए किये जा रहे मॉक अभ्यास का वर्चुअल अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए राज्य सरकार द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी तैयारियां की गई हैं। चारधाम यात्रा मार्गों पर आपदा प्रबंधन की दृष्टि से यात्रा शुरू होने से पूर्व मॉक अभ्यास किया गया है। इससे आपदा प्रबंधन के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न संस्थानों के बीच समन्वय भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा की नियमित समीक्षा की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चमोली, रूद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों से यात्रा के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी भी ली। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि यात्रा शुरू होने से पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी हो जाएं। इस अवसर पर अधिकारियों ने मॉक ड्रिल में आपदा प्रबंधन के लिए की जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन रणजीत सिन्हा, दिलीप जावलकर, डॉ. आर. राजेश कुमार, एसीईओ आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल, एन.डी.एम.ए. के अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम ने केदारनाथ धाम के सेवादार सदस्यों के दल के वाहनों को किया फ्लैग ऑफ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री केदारनाथ धाम के सेवादार सदस्यों के दल के वाहनों का फ्लैग ऑफ किया। इन सेवादारों द्वारा श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 21 से 25 अप्रैल तक श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखण्ड के मुख्य सेवक के नाम पर भंडारे का आयोजन किया जायेगा। बाबा केदार की डोली के गुप्तकाशी से केदारनाथ पहुंचने तक यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जाएगा। 24 और 25 अप्रैल को हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी तैयारियां की गई है। चारधाम यात्रा की नियमित समीक्षा की जा रही है। चारधाम यात्रा के प्रति लोगों में काफी उत्साह हैं। अभी तक 16 लाख से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं। स्वयं सेवी संगठनों एवं सामाजिक संगठनों का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा की देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले सभी श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा दी जाएगी।
इस अवसर पर कर्नल अजय कोठियाल (से.नि) भी उपस्थित थे।

उत्तराखंड आने वाले हर श्रद्धालु को चारधाम के कराएंगे दर्शनः धामी

आगामी चार धाम यात्रा के लिए स्थानीय लोगों के पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म किया जाए। देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले सभी श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा में दर्शन करवाये जायेंगे। जिन श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए होटलों एवं होमस्टे में बुकिंग करा ली है, उनकी दर्शन के लिए भी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के दौरान ये निर्देश अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि व्यवस्थित, सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां समय पर पूर्ण कर ली जाय। देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालु चारधाम यात्रा के साथ राज्य के अन्य प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर भी जाएं, इसके लिए राज्य के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के बारे में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। इसके लिए पर्यटन, पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जाए। वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री जी ने श्रद्धालुओं से अपने यात्रा व्यय का 05 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने की अपील की है। राज्य में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कुछ उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रमोट किया जाए। जीएमवीएन में भी स्थानीय उत्पादों को रखा जाए। राज्य के स्थानीय उत्पादों की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाय। चारधाम यात्रा मार्गों पर क्रैश बैरियर की समुचित व्यवस्था की जाए। यात्रा मार्गों पर पार्किंग स्थलों पर वाहन चालकों की रहने एवं सोने की समुचित व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा के लिए पुलिस द्वारा भीड़ प्रबंधन के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं से जो भी आवश्यक जानकारी लेनी है, केवल एक बार राज्य के एन्ट्री प्वाइंट पर ली जाय। यह सुनिश्चित किया जाए कि देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। चारधाम यात्रा के लिए जिन-जिन विभागों से कार्मिकों की ड्यूटी लगती है, उन विभागों से जो कार्मिक स्वेच्छा से चारधाम ड्यूटी पर जाना चाहते हैं, उन्हें पहले प्राथमिकता दी जाए। चारधाम यात्रा पर जो भी स्वास्थ्य शिविर लगाये जा रहे हैं, उन्हें व्यवस्थित तरीके से लगाया जाए। चारधाम यात्रा के लिए यात्रा मित्र के तौर पर कुछ स्थानीय लोगों को रखा जाए। यात्रा मार्गों पर पार्किंग स्थलों में वाहन चालकों के रहने एवं सोने की व्यवस्था की जाए। चारधाम यात्रा पर आने वाले वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए, इसके लिए अन्य राज्यों से भी समन्वय किया जाए।

बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे, एच.सी. सेमवाल, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव सी. रविशंकर, एमडी जीएमवीएन विनोद गिरी गोस्वामी, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मयूर दिक्षित, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना एवं जिलाधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रूहेला उपस्थित थे।

चारधाम यात्रा के प्रति सकारात्मक वातावरण बने, इसका ध्यान रखें अधिकारी

आगामी चारधाम यात्रा व्यवस्थित ढंग से संचालित हो इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समय से आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के प्रति सकारात्मक वातावरण बने इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने पर्यटन एवं पुलिस के अधिकारियों को चारधाम यात्रा से जुड़े जिलाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर आवश्यक तैयारियों को अन्तिम रूप देने को कहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग से जुड़े व्यवसायियों की भावनाओं का भी सम्मान हो यह भी देखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा में इस वर्ष की अपेक्षा और अधिक श्रद्धालु प्रदेश में आयेंगे इस दृष्टि से व्यवस्थायें की जानी जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि यात्रा व्यवस्थाओं को 15 अप्रैल तक पूर्ण कर लिया जाए। यात्रा रूट की सड़को के सुधार के साथ यात्रियों की सुविधा से सम्बन्धित व्यवस्थाओं पर प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं।

राज्य में पांच चिकित्सा इकाईयों के उच्चीकरण पर खर्च होंगे 147 करोड़

राज्य सरकार ने चार धाम एवं यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण के लिये केन्द्र सरकार से 500 करोड़ की धनराशि स्वीकृत करने की मांग की है। जिसके लिये विभागीय अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के समक्ष योजना का विस्तृत प्रस्तुतिकरण देकर डीपीआर को अंतिम रूप दिया। नई योजनाओं के तहत चार धाम के अंतर्गत आने वाले पांच चिकित्सा इकाईयों के उच्चीकरण के साथ ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब सहित कार्डिक यूनिट, ट्रामा सेंटर व मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर स्थापित करना शामिल है। इसके साथ ही चार धाम यात्रा पर तैनात चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ एवं अन्य कार्मिकों को प्रोत्साहन भत्ता देने की भी योजना है।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज यमुना कलोनी स्थित अपने शासकीय आवास में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की बैठक ली। जिसमें विभागीय अधिकारियों ने चार धाम यात्रा के अंतर्गत चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण संबंधी योजना का प्रस्तुतिकरण दिया। डॉ. रावत ने बताया कि प्रत्येक वर्ष चार धाम यात्रा पर पूरे भारतवर्ष से लाखों यात्री पहुंचते हैं, लेकिन इन स्थानों पर समिति स्वास्थ्य सुविधाओं के चलते यात्रियों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना संभव नहीं हो पाता है। जिसको देखते हुये पिछले दिनों केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित बैठक में चार धाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तारीकरण के लिये पृथक पैकेज की मांग रखी गई थी। जिसकी विस्तृत कार्ययोजना (डीपीआर) तैयार कर भारत सरकार को भेजी जा रही है। जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण के लिय लगभग 500 करोड़ की मांग की गई है।

जिसके अंतर्गत जोशीमठ, गुप्तकाशी, भटवाडी, पुरोला व बड़कोट चिकित्सा इकाईयों के उच्चीकरण के लिये 150 करोड़, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब सहित कार्डिक यूनिट, ट्रामा सेंटर व मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर की स्थापना के लिये 27 करोड़, विभिन्न स्थानों पर ट्रंजिट हास्टल एवं स्वास्थ्य कुटिर की स्थापना हेतु 37 करोड़, मानव संसाधन के वेतन भत्तों एवं प्रोत्साहन राशि के लिय 270 करोड़, कार्डिक मोबइल वैन/एम्बुलेंस हेतु 1.5 करोड़, जनजागरूकता एवं चिकित्सकों व कार्मिकों के विशेष प्रशिक्षण हेतु 2 करोड़ तथा विभिन्न मेडिकल उपकरणों हेतु 6.5 करोड़ शामिल है। विभागीय मंत्री ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर देश के अन्य राज्यों से भी मेडिकल कॉलेज के पीजी छात्रों को यात्रा काल के लिये चार धाम यात्रा में तैनात करने की मांग केन्द्र सरकार से की जायेगी ताकि देशभर से उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।

बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, डा. सुजाता सहित उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट की टीम व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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