हरदा ने माफी के बाद ही दी कांग्रेस में हरक सिंह को एंट्री

हरक सिंह रावत की कांग्रेस में एंट्री हो चुकी है लेकिन यह एंट्री ऐसे ही नहीं हुई है। हरक सिंह रावत ने बकायदा माफीनामा लिखकर दिया है। हरक सिंह ने जनता से क्षमा याचना भी की और यह भी कहा कि हरीश रावत सरकार के आसपास भी बीजेपी की सरकार नहीं रही। आप भी पढ़े क्या कहा हरक सिंह रावत ने।
भाजपा नेताओं ने 2014 लोकसभा चुनावों में जनता से बहुत बड़े-2 वायदे कर “अच्छे दिनों” के सपने दिखाए। जनता से भाजपा ने वायदे किए थे कि महंगाई कम होगी, युवाओं को रोजगार मिलेगा, विदेशों से काला धन लाकर हर व्यक्ति को 15-15 लाख देंगे आदि। हमें व उत्तराखण्ड की महान जनता को भरोसा दिलाया कि डबल इंजन की सरकार बनने पर ये तमाम किए गए वायदों के साथ “पहाड़ों की जवानी व पहाड़ों का पानी” बर्बाद न होने देने का वायदा भी इन वायदों की इस सूची में जोड़ दिया। इन वायदों से मुझे उम्मीद जगी कि उत्तराखण्ड में पलायन की समस्या, बेरोजगारी व शिक्षा स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी भी दूर करने में केंद्र सरकार से विशेष सहायता मिलेगी।
भाजपा नेताओं ने 2016 में भी मुझे भरोसा दिलाया कि उत्तराखण्ड में भाजपा सरकार बनने पर तमाम समस्याओं को सुलझाने में केंद्र सरकार से विशेष सहायता मिलेगी। यही वायदे दोबारा 2017 के विधानसभा चुनावों में भी दोहराए गए। 2017 चुनावों में भाजपा सरकार बनने पर मैं इन वायदों को पूरा करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं से बार-२ आग्रह करता रहा जिसे हर बार यह कहकर टालते रहे कि विचार-विमर्श चल रहा है। सरकार का कार्यकाल समाप्त होने पर भी ये तमाम वायदे पूरे नहीं हुए और ये वायदे सिर्फ “जुमले” साबित हुए। भाजपा के मुख्यमंत्री बदलने से उम्मीद जगती थी जो कुछ समय में धूमिल हो जाती गई। सरकार का कार्यकाल समाप्त होने के समय भी मैंने बार-२ भाजपा नेताओं को आगाह किया कि चुनावी वायदों को पूरा करो लेकिन जब कोई सकरात्मक कार्यवाही नहीं हुई तो अंततः मैंने भाजपा को छोड़ने का फैसला ले लिया।
आज मैं जब पूर्व की घटनाओं का अवलोकन कर रहा हूँ और भाजपा व पूर्व कांग्रेस सरकार का तुलनात्मक अध्ययन कर रहा हूँ तो इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि उत्तराखण्ड की समस्याओं को सुझाव उत्तराखण्ड के चहुंमुखी विकास में कांग्रेस की सरकारों का बेहतरीन योगदान रहा है। पूर्व की इन घटनाओं के अवलोकन से ऐसा महसूस होता है कि कांग्रेस छोड़ने का फ़ैसला मेरे राजनैतिक जीवन की सबसे बड़ी भूल थी जिसके लिए मैं कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ताओं व नेताओं तथा उत्तराखण्ड की महान जनता से क्षमायाचना करता हूँ।
उत्तराखण्ड के विकास में हरीश रावत के नेतृत्व वाली सरकार के आगे भाजपा सरकार दूर-२ तक भी कहीं मुकाबला नहीं कर पाई। जनता से झूठे वायदे कर ठगने वाली व लोकतंत्र को अपमानित करने वाली भाजपा ने आगामी चुनावों में वोट मांगने का नैतिक अधिकार भी खो दिया है। आज मुझे अहसास हुआ कि उत्तराखण्ड का तभी भला होगा जब उत्तराखण्ड में पूर्ण बहुमत की स्थिर सरकार बनेगी। इसीलिए मैं कांग्रेस सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत से प्रयास करूँगा ताकि जो सपने उत्तराखण्ड बनाने वाले आंदोलनकारियों ने देखे थे वो पूरा हो सकें। 2016 में भाजपा ने कांग्रेस सरकार को अस्थिर कर अपनी सरकार बनाने के लिए कांग्रेस विधायकों दुरुपयोग किया और लोकतंत्रात्मक तरीकों को तार-2 कर दिया था।

बैकफुट में हरक सिंह, बोले हरीश रावत से सौ बार मांगूगा माफी

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा से निष्कासित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं। हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति भी कांग्रेस जॉइन करेंगी। रावत अपनी बहू के साथ आज दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामेंगे। वहीं हरक सिंह रावत ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि मैंने आज सुबह कांग्रेस पार्टी के नेताओं से बात की है। वह मुझे जल्द ही अपना निर्णय बताएंगे और मैं उसी के आधार पर अपने फैसले लूंगा। उन्होंने कहा कि वह हरीश रावत मेरे बड़े भाई हैं। मैं उनसे सौ बार माफी मांग सकता है। मैं उत्तराखंड का विकास चाहता हूं।

मैं कहीं भी किसी के पीछे जाने वाला नहीं हूं- केदार सिंह
यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत भाजपा छोड़ने के कयासों पर विराम लगाया है। हरक सिंह रावत प्रकरण के बाद से केदार सिंह रावत के पार्टी छोड़ने के सोशल मीडिया में कयास लगाए जा रहे थे। केदार सिंह रावत ने सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर कहा कि मैं कहीं भी किसी के पीछे जाने वाला नहीं हूं। हरक सिंह प्रकरण की आंच युमनोत्री विधान सभा क्षेत्र तक पहुंची है। हरक सिंह के भाजपा से निष्कासन के बाद यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत के भी पार्टी छोड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। जिस पर केदार सिंह रावत ने सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा है। वीडियो में केदार सिंह रावत कह रहे हैं कि मुझे भाजपा के नेतृत्व पर पूरा विश्वास है। जब भी प्रदेश में उम्मीदवारों की सूची जारी होगी तो उसमें मेरा भी नाम होगा। सोशल मीडिया पर अनर्गल चर्चाएं चल रही हैं। मैं कहीं भी किसी के पीछे जाने वाला नहीं हूं। और न जाने का कोई कारण है।

हरक एपीसोड के पूरा होने के बाद होगी टिकटों की घोषणा
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में अब टिकटों की घोषणा हरक एपीसोड के पूरा होने के बाद ही होगी। वहीं पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी ने फंसी हुई सीटों पर एक बार फिर मंथन बैठक कर पैनल तैयार कर लिए हैं, जिन्हें मंगलवार को केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) को सौंपा जाएगा।