आचार्य प्रशांत द्वारा लिखित पुस्तिका महाभारत का हुआ विमोचन

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आज तपोवन स्थित डिवाइन रिजॉर्ट आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रशांत अद्वैत संस्था के संस्थापक आचार्य प्रशांत द्वारा लिखित ‘महाभारत’ पुस्तिका का विमोचन किया। पुस्तिका के विमोचन अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जो कुछ महाभारत में है, वही सर्वत्र है। मनुष्य के मन में ऐसा कुछ भी नहीं जो महाभारत में मौजूद न हो। उन्होंने विश्वास जताया कि यह पुस्तक आमजमानस के लिए लाभदायक सिद्ध होगी साथ ही अपनी संस्कृति से जुड़ने के लिए आत्मसात करेगी

अवगत है कि आचार्य प्रशांत विगत 2006 से भारत के वैदिक ग्रन्थों का आम जनमानस को ज्ञान देने हेतु आध्यात्मिक मिशन में कार्यरत हैं। आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ एवं अध्यात्म संबंधी 70 से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं। हिंदू समाज को उनके ग्रन्थों का ज्ञान हो सके, इसके लिए ‘घर घर उपनिषद’ नामक विशाल कार्यक्रम की शुरुआत की जा चुकी है। इस मुहिम के तहत 20 करोड़ घरों में वेदांत-उपनिषद की प्रति संस्था निशुल्क पहुंचाई जा रही है। आचार्य प्रशान्त ने अज्ञानता, हीनभावना, आंतरिक गरीबी, उपभोक्तावाद, मनुष्यों की जानवरों के प्रति हिंसा,समेत तमाम मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी है।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आचार्य जी द्वारा लिखित पुस्तक ‘महाभारत’ पुस्तक का आज विमोचन किया गया। उन्होंने कहा कि इस श्रेष्ठतम महाकाव्य को सही अर्थों में समझें, और इसके प्रचलित कथानकों के पीछे छिपे रहस्य और सीख से परिचित होने का प्रयास करें।