समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलती है भाजपा

चुनाव प्रबंधन के दिए टिप्स, बूथ स्तर पर जुटने का आह्वान
ऋषिकेश।
ओबीसी मोर्चा भाजपा की सरकार लाने में अहम योगदान देगा। समाज के पिछड़े वर्ग के लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने कई अहम फैसले लिये है। ओबीसी मोर्चा परवादून की एक दिवसीय कार्यसमिति में वक्ताओं ने ओबीसी मोर्चा के कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए यह बात कही। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संगठन की मजबूती व चुनाव प्रबंधन के टिप्स भी दिये गये। 106
शुक्रवार को नगर पालिका स्वर्ण जयंती सभागार में भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा परवादून जिले की एक दिवसीय कार्यसमिति आयोजित की गयी। ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामवीर सैनी ने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव में जुटने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि अन्य पिछड़ा वर्ग से जुडे लोगों को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा ने अलग से मोर्चा बनाया है। हमें विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए कार्य योजना बनाकर कार्य करने से ही सफलता मिलेगी। भाजपा प्रदेश मंत्री व परवादून जिले के प्रभारी सुनील उनियाल गामा ने मोदी सरकार के द्वारा ओबीसी वर्ग के लिए दी जाने वाली योजनाओं का खाका कार्यसमिति में रखा। उन्होंने बताया कि पहले ओबीसी वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृति की सीमा मात्र 20 हजार रुपये थी, लेकिन मोदी सरकार ने समय सीमा को समाप्त कर दिया है। अब ओबीसी वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए मिलने वाली छात्रवृति धनराशि की कोई सीमा नही है।
भाजपा परवादून के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र नेगी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रबंधन के टिप्स दिये। बताया कि बूथ स्तर की मेहनत ही चुनाव में जीत दर्ज करवाती है। उन्होंने पूरे देश में ओबीसी वर्ग के सबसे ज्यादा विधायक भाजपा के पास होने का दावा किया। कार्यसमिति को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल,ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मंत्री सतीश पाल, उपाध्यक्ष रामप्रकाश राठौर आदि ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने चुनाव में ओबीसी मोर्चा की भूमिका को अहम बताया। ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष थम्मन सैनी ने कार्यसमिति में आए कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन ओबीसी मोर्चा के जिला महामंत्री मोहन सिंह असवाल व नागेन्द्र सिंह कुंवर ने संयुक्तरुप से किया।

ऋषिकेश में भाजपा की तिरंगा यात्रा का भव्य स्वागत


सांसद डॉ. निशंक ने कहा कि तिरंगा यात्रा स्वाधीनता के 70 साल पूरे होने पर आयोजित की जा रही है। बताया कि पीएम मोदी ने देशभक्ति की भावना विकसित करने के लिए तिरंगा यात्रा आयोजित करने की अपील की है। उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है। तिरंगा यात्रा को लेकर प्रदेश के लोगों में बड़ा उत्साह है। तिरंगा यात्रा देश को एकसूत्र में बांध रही है। विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि तिरंगा यात्रा राष्ट्रप्रेम और तिरंगे के प्रति सम्मान की भावना को पैदा करने वाली है। जिलाध्यक्ष जितेन्द्र नेगी ने कहा कि जिन शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की है, तिरंगा यात्रा उनके प्रति सम्मान और आदर का भाव रखने का कार्य कर रही है।
इससे पूर्व नटराज चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांसद डॉ. निशंक का स्वागत किया। नटराज चौक से भाजपा कार्यकर्ता दुपहिया वाहनों में सवार हुए। उनके हाथों में तिरंगा थे। कार्यकर्ता भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। सांसद निशंक भी कार्यकर्ताओं के जोश को देखते हुए दुपहिया पर पीछे बैठ गए। उन्होंने भी अपने हाथ में तिरंगा लहराया। नटराज चौक से शुरू हुई यात्रा देहरादून मार्ग, हरिद्वार मार्ग, आईडीपीएल, श्यामपुर, नेपाली फार्म, रायवाला के कालू सिद्ध मंदिर परिसर में संपन्न हुई। कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह यात्रा का स्वागत किया।

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राजनीति में ठहराव होना जरूरी: निशंक
ऋषिकेश। तिरंगा यात्रा के दौरान पत्रकारों से बातचीत में सांसद निशंक ने पूर्व विधायक भीमलाल आर्य और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भीमलाल कांग्रेस के बोए हुए बीज हैं। राजनीति में शुचिता और ठहराव का होना जरूरी है। उसी से आदमी की पहचान होती है।

ये रहे मौजूद
मंडल अध्यक्ष चेतन शर्मा, देवेन्द्र दत्त सकलानी, उषा रावत, ज्योति सजवाण, गोविन्द अग्रवाल, इंद्रकुमार गोदवानी, पूर्व पालिका अध्यक्ष स्नेहलता शर्मा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनिता ममगाईं, सांसद प्रतिनिधि संजय शास्त्री, पंकज शर्मा, सभासद हरीश तिवाड़ी, शिवकुमार गौतम, कविता शाह, रीना शर्मा, दीपक धमीजा, अनिता बहल, सरला अग्रवाल, विमला कपूर, अंकित पाण्डेय, संदीप गुप्ता, नरेन्द्र मैनी, मोबीन अली, इरशाद, आकाश दीप, मनोज बिजल्वाण, सतवीर तोमर, मनोज शर्मा, चन्द्रमणी शुक्ला, बृजेश शर्मा, सतीश दुबे, एमएन ढौंडियाल, राकेश शर्मा, मंगा सिंह, सुनील सैनी, अक्षय मल्होत्रा, सुभाष पाल, मनोज गर्ग आदि शामिल रहे।

 

किशोर ने भ्रष्टाचार के मामलों की न्यायिक जांच कराने की मांग


कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने राज्य बनने के बाद से अब तक भ्रष्टाचार के मामलों की न्यायिक जांच कराने की मांग को एक बार फिर से दोहराया है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री हरीश रावत को एक पत्र लिखा है। उन्होंने जांच आयोग की सिफारिश को सार्वजनिक करने की मांग की।
कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में किशोर उपाध्याय ने कहा कि राज्य बनने के बाद अब तक के पूर्व मुख्यमंत्रियों की संपत्ति की जांच भी की जाए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री हरीश रावत को पत्र लिखकर उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार एवं घोटालों से सम्बन्धित विभिन्न मामलों में कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री हरीश रावत को लिखे पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के पद चिन्हों का अनुसरण करने वाली पार्टी होने के साथ-साथ हम कांग्रेस पार्टी के लोग अपने को उनकी विरासत का वाहक और हकदार मानते हैं। आमजन का मानना है कि जो राजनीतिक पार्टी महात्मा गांधी द्वारा दिखाये जाने वाले मार्ग पर चलने वाली पार्टी हो वह समाज में पनप रहे भ्रष्टाचार को कैसे बर्दास्त कर सकती है। उत्तराखण्ड की इस देवभूमि में राज्य गठन से लेकर अब तक के 16 वर्षों के अल्पकाल में घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार के मामलों के लगातार प्रकाश आने से कहीं न कहीं इस देवभूमि की छबि धूमिल हो रही है। राज्य के प्रबुद्धजनों एवं समाज के विभिन्न वर्गों से लगातार बातें उभर कर आ रही हैं कि राज्य में संवैधानिक संस्थाओं का समुचित रूप से गठन न होने के कारण भ्रष्टाचार पर प्रभावी ढंग से अंकुश नहीं लग पा रहा है। राज्य में लोकायुक्त संस्था का गठन भी नहीं हुआ है। भारतीय जनता पार्टी ने इस विषय को राज्य में बड़ा मुद्दा बना रखा है। मुख्य सूचना आयुक्त एवं सूचना आयुक्तों की नियुक्ति में हो रहे विलम्ब के कारण भी इन संवैधानिक संस्थाओं के गठन के उद्देश्य की प्राप्ति नहीं हो रही है।

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उन्होंने कहा कि राज्य में समय-समय पर भ्रष्टाचार एंव घोटालो के जो मामले उजागर हुए हैं उनके सम्बन्ध में राष्ट्रपति शासन के दौरान 18 अप्रैल को उन्होंने और सीएम ने संयक्त रूप से राज्यपाल से ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया था कि राज्य गठन 9 नवम्बर 2000 से अब तक भ्रष्टाचार या घोटालो के जितने भी मामले संज्ञान में आये हैं उन सबकी जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के माध्यम से कराई जानी चाहिए। राज्य में अब कांग्रेस की सरकार है और हमारी सरकार को इस सम्बन्ध में समय रहते ठोस निर्णय लेकर उपरोक्त अवधि के भ्रष्टाचार और घोटालो के मामलों की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को सौंप कर राज्य की जनता के सामने सुचिता का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। उत्तराखण्ड राज्य की सीमा के अन्तर्गत सन् 1990 से लेकर अब तक जिन संस्थाओं या व्यक्तियों को राज्य सरकार अथवा ग्राम समाज की भूमि आवंटित की गई है, उनका विवरण सार्वजनिक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में कई प्रकरण हैं जिन्हें औने-पौने दामों में सरकारी अथवा ग्राम पंचायत की भूमि आवंटित हुई है। इस प्रकार न्यूनतम मूल्य या निःशुल्क रूप से आंवटित भूमि जिस उद्देश्य के लिए आवंटित हुई थी उसका उपयोग उस कार्य के लिए यदि नहीं किया जा रहा है या आवंटित भूमि खुर्द-बुर्द की जा चुकी है तो ऐसे सभी प्रकरणों की छानबीन के उपरान्त शर्ताे का उल्लंघन करने वाली संस्थाओं या व्यक्तियों को आंवटित भूमि राज्य सरकार में निहित की जानी चाहिए।
प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार गिराने में जब हर मोर्चे पर विफल रही तब उन्होंने यह षड़यंत्र किया और इस षड़यंत्र के माध्यम से वे कांग्रेस पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि इस सी.डी. को हम स्वयं उत्तराखण्ड की जनता के सामने ले जाने का काम करेंगे, क्योंकि प्रजातंत्र में जनता का निर्णय सर्वाेपरि है। 2 मई को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी जिसमें छह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किये गये थे, बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि जिस तथाकथित सीडी को लेकर भाजपा कंाग्रेस के शीर्श नेतृत्व पर हमलावर है उस सीडी की सच्चाई को कांग्रेस कार्यकर्ता स्वयं जनता के समक्ष जगह-जगह ले जाकर दिखाने का काम करेंगी। हमने संयुक्त रूप से इस हेतु राज्यपाल से सीडी की मूल प्रति की मांग भी की थी जो कि हमको उपलब्ध नहीं हो पाई है। इसलिए मेरा आग्रह है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी को उक्त सी.डी. की सम्पूर्ण प्रति उपलब्ध करवाई जाय ताकि जनता के बीच जाकर भाजपा के झूठ का पर्दाफाश किया जा सके।

एनएसयूआई के कई पूर्व पदाधिकारियों ने एबीवीपी का दामन थामा

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शराब की राजनीति व फंड के नाम पर चंदा उगाही का लगाया आरोप
ऋषिकेश।
ऋषिकेश प्रेस क्लब सभागार में एनएसयूआई के दिग्गज छात्र नेता राजेन्द्र सिंह बिष्ट, वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष संदीप शर्मा, विपुल पोखरियाल, मयंक रवानी, अमित गांधी ने एबीवीपी की प्रेस कांफ्रेस में संगठन की सदस्यता ली। एबीवीपी छात्र नेताओं ने सभी का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने एनएसयूआई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि एनएसयूआई सिर्फ शराब की राजनीति कर रही है। उन्होंने संगठन में कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान नही मिलने पर भी रोष जताया। कहा कि एनएसयूआई के पास फंड मांगने के सिवाय कोई कार्य नहीं है। कहा, छात्र नेताओं में सबसे ज्यादा मुकदमें एनएसयूआई के छात्र नेताओं पर ही दर्ज हैं। बताया कि एबीवीपी के सिद्धांत ज्ञान, चरित्र और एकता से प्रेरणा लेकर उन्होंने संगठन की सदस्यता ली।
प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम की तस्वीर भी छात्र संघ चुनाव में देखने को मिली। सीएम पर छोटी सोच रखने के आरोप भी लगे। तंज कसते हुए कहा कि ऐसे छात्र नेता किस काम के जो अपनी ही सरकार होने बावजूद महाविद्यालय की 200 मीटर सड़क तक स्वीकृत नही करा सके। इस मौके पर कौशल बिजल्वाण, संजीव चौधरी आदि समेत कई छात्रनेता मौजूद थे।

एबीवीपी को मजबूती मिली
लंबे समय ये हाशिये पर चल रही एबीवीपी में छात्र नेता राजेन्द्र सिंह बिष्ट, वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष संदीप शर्मा, विपुल पोखरियाल, मयंक रवानी, अमित गांधी के आने से उत्साह देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार छात्र संघ चुनाव के बाद संगठन छात्र नेताओं को महत्वपूर्ण दायित्व भी सौंपने पर विचार कर रहा है।

तो शराब विरोधी अभियान क्या है
पुरानी कहावत है कि समय बुरा आये तो ऊंट पर बैठे व्यक्ति को कुता भी काट देता है। ऐसा ही हुआ जब प्रेस क्लब में पूर्व एनएसयूआई छात्र नेताओं ने स्वयं ही कह दिया कि एनएसयूआई शराब की राजनीति करती है। उन्होंने छात्र नेताओं की पोल खोल कर रख दी। अब बात निकली है तो दूर तक जायेगी ही।

सोनी आत्महत्या मामले में आप विधायक चौहान गिरफ्तार

नई दिल्ली।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर झटका लगा है। नरेला से आम आदमी पार्टी के विधायक शरद चौहान को आप कार्यकर्ता सोनी आत्महत्या मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। विधायक शरद चौहान के साथ ही इस मामले से जुड़े 8 लोगों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया।
चौहान की गिरफ्तारी के साथ ही पार्टी के गिरफ्तार किए गए नेताओं की संख्या 12 हो गयी। मामले के सिलसिले में पिछले चार दिनों मे दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा ने चौहान और मुख्य आरोपी रमेश भारद्वाज से कई घंटे पूछताछ की थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चौहान और भारद्वाज के अलावा विधायक के सहयोगी अमित और रजनीकांत सहित 5 अन्य लोगों को शनिवार रात गिरफ्तार किया गया। भारद्वाज को सोनीपत से 26 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
आत्महत्या के बाद सोनी के परिवार ने आरोप लगाया था कि विधायक के करीबी रमेश भारद्वाज, सोनी को विधायक शरद चौहान के कहने पर परेशान कर रहा था। इससे तंग आकर सोनी ने आत्महत्या की। इससे पहले सोनी की आत्महत्या के मामले में आरोपी रमेश भारद्वाज को दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत से गिरफ्तार किया।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ता ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नरेला में अपने घर पर जहरीली चीज खाकर आत्म हत्या कर ली थी और लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में इलाज के दौरान उसने 19 जुलाई को दम तोड़ दिया था। महिला ने आत्महत्या के कुछ दिन पहले ही विधायक शरद चौहान के खिलाफ प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने महिला की शिकायत पर 509 और 506 में मामला दर्ज कर लिया था।
पूर्व में महिला कार्यकर्ता ने एक वीडियो जारी कर भी भारद्वाज के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। भारद्वाज ने उससे कहा था कि अगर वह पार्टी में उभरना चाहती है तो उसे समझौता करना होगा और उसने खुद को स्थानीय पार्टी विधायक का करीबी होने का दावा किया था। दिल्ली पुलिस ने 20 जुलाई को खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज करते हुए पूरा मामला विशेष जांच दल को सौंप दिया था। महिला के परिवार के सदस्यों ने दावा किया है कि कथित रूप से छेड़छाड़ करने वाले भारद्वाज के जमानत पर रिहा हो जाने के बाद महिला अवसाद में थी। महिला ने कथित तौर पर गलत इरादे को लेकर भारद्वाज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और जून में छेड़खानी का एक मामला दर्ज किया गया था।

समर्थन देने आये विधायक पर अभद्रता का आरोप

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कांग्रेस गरीब बेघर जन प्रकोष्ठ के धरने को विधायक ऋषिकेश ने दिया समर्थन
मांगों के समर्थन में सीएम का घेराव करने पर साथ देने का वादा किया
ऋषिकेश।
कांग्रेस गरीब बेघर जन प्रकोष्ठ के धरने को विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल ने अपना समर्थन दिया है। विधायक ने मुख्यमंत्री हरीश रावत को गरीब बेघरों को पट्टे आवंटित कराने की मांग को लेकर एक पत्र भी भेजा है। वहीं, प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ने समर्थन देने आये विधायक पर अभ्रदता करने का आरोप लगाया है।
शनिवार को रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस बेघर जन प्रकोष्ठ के धरने को विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल ने अपना समर्थन दिया। विधायक ने कहा कि भूमि आंवटित करने का दायित्व प्रदेश सरकार के पास है। उन्होंने दो वर्ष से आंदोलन कर रहे लोगों को मुख्यमंत्री के घेराव का सुझाव भी दिया। कहा कि मांगो के समर्थन में सीएम का घेराव किया जाता है तो वह कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने को तैयार है। उन्होंने बेघरों को 180 वर्गगज भूमि आंवटित कराने को लेकर मुख्यमंत्री हरीश रावत को पत्र भी भेजा। समर्थन देन आये विधायक के साथ दर्जनभर भाजपा कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
वहीं, कांग्रेस गरीब बेघर प्रकोष्ठ का धरना 46वें दिन भी जारी रहा। प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विजयपाल सिंह रावत ने आरोप लगाया कि विधायक ने धरने का पहले तो समर्थन दिया, फिर अपना आवास घेरे जाने पर खरी-खोटी सुनाई। माइक छीनने व बैनर को फाड़ने का आरोप भी लगाया। विजयपाल रावत ने आरोप लगाया कि विधायक अपने कार्यकर्ताओं के साथ समर्थन देने की बजाय धमकाने ज्यादा आये थे। उन्होंने विधायक पद के अनुरुप व्यवहार नही करने का आरोप भी लगाया।

आखिरकार नवप्रभात व राजेन्द्र के सिर सजा कैबिनेट मंत्री का ताज

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देहरादून।

उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने मुख्यमंत्री हरीश रावत की सलाह पर नवप्रभात और राजेन्द्र सिंह भण्डारी को उत्तराखण्ड राज्य का कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया है।

राज्यपाल ने गुरूवार को राजभवन प्रेक्षागृह में आयोजित एक सादे समारोह में नवप्रभात, विधायक विकासनगर एवं राजेन्द्र सिंह भण्डारी, विधायक बद्रीनाथ को मंत्री पद हेतु पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। समारोह का संचालन मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह द्वारा किया गया।
नवप्रभात को कृषि व उद्यान और राजेन्द्र भंडारी को समाज कल्याण व परिवहन विभाग का दायित्व दिया गया है। बतातें चले कि लंबे समय से प्रदेश सरकार में कैबिनेट विस्तार की उम्मीद की जा रही थी। आखिरकार मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपनीे मंत्रिपरिषद का विस्तार कर ही दिया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीा रावत, विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, उत्तराखण्ड सरकार के कैबिनेट मंत्री डा. इंदिरा हृदये,ा, दिनेश अग्रवाल, प्रीतम सिंह, मंत्री प्रसाद नैथानी, दिनेश धनै, राज्यपाल के सचिव एवं विशेष कार्याधिकारी अरूण कुमार ढौंडियाल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार को उद्धव की चुनौती

दिल्ली।
भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच रिते सहज नही दिख रहे है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि फडणवीस सरकार के कारण शिवसेना को जरा भी परेशानी हुई तो माफ नहीं करेंगे। उन्होंने गठबंधन तक तोड़ने की बात कह डाली। उद्धव ने कहा कि हम चुप नहीं बैठें हैं। इस बयासन के बाद कयास लगने शुरु हो गये है कि महाराष्ट्र में दोनो के बीच संबध सहज नही है।
सामना (हिंदी) के कार्यकारी संपादक और सांसद संजय राउत ने उद्धव ठाकरे की बात का समर्थन करते हुए कहा है कि बात नुकसान की नहीं है। उद्धव जी ने जो कहा है वो सही कहा है। गठबंधन को हिंदुत्व के बताया, कहा कि बीजेपी ने 25 साल बाद गठबंधन धर्म नही निभाया है। बता दें कि शिवसेना और भाजपा का तीन दशक पुराना संबंध पिछले वर्ष 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के पहले ही टूट गया था। उन्होंने भाजपा पर गंठबंधन को तोडने का आरोप भी लगाया है।

बिहार में दलित युवकों की पिटाई, पेशाब पिलाने का आरोप

बिहार। गुजरात में दलित युवकों की मारपीट की घटना पर देश की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने गुजरात की यात्रा कर डाली। लेकिन नीतिश कुमार के राज्य बिहार के मुजफ्फरपुर से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। आरोप है कि एक दबंग मुखिया पति ने दो दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई कर डाली। वह इतने में ही नही रुका उसने गांव के युवकों से इन युवकों के मुंह में पिशाब तक करा डाला। बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर जिले के पारू प्रखंड के बाबूटोला में पारू उत्तरी पंचायत के मुखिया के पति मुकुल ठाकुर ने बाइक चोरी का आरोप लगाते हुए दो युवकों के साथ जमकर मारपीट की। इतना ही नहीं मुखिया पति ने अपने भतीजे से इन दोनों दलित युवकों के मुंह में पेशाब भी करवाया।
इस मामले को लेकर पारू मठिया गांव निवासी पीड़ित दलित युवक की मां सुनीता देवी ने पारू थाने मे मुखिया पति समेत 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
पीड़ित दलित युवक की मां सुनीता देवी ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि 20 जुलाई को उसका पुत्र राजीव और एक रिश्तेदार मुन्ना पासवान मोटरसाइकिल से पारु थाना क्षेत्र में चल रहे अनपूर्णा महायज्ञ का मेला देखने के लिए गए थे। मेला देखने जाने के दौरान रास्ते में ही मुखिया पति मुकेश ठाकुर उर्फ मुकुल ठाकुर ने अपने समर्थकों के साथ उसे रोक लिया और बाइक चोरी करने के आरोप मे बेरहमी से पिटाई कर डाली।
बताया कि मारपीट के बाद जब इन दोनों युवकों ने अपने आप को बेकसूर बताते हुए छोड़ देने की बात कही तो मुखिया पति ने अपने भतीजे से इन दोनों युवकों के मुंह में पेशाब करवा दिया। पुलिस को बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर जब परिवार वाले बचाने के लिए मौके पर पहुंचे तो उनके साथ भी अभ्रदता की गई।
मुजफ्फरपुर के एसएसपी विवेक कुमार ने बताया जांच जारी है, मामला सही पाये जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी ओर जब आरोपी मुखिया से इस बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा की पूरा मामला गलत है, उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में जीत से विरोधी उनके खिलाफ साजिश रच रहे है।

छीटाकशीं और छेडछाड से परेशान हिंदुओं का पलायन!

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रुक नही रही सपा सरकार में हिंदुओं के पलायन की घटना
कैराना के बाद अलीगढ की घटना से प्रदेश का माहौल गर्म
उत्तर प्रदेश।
अलीगढ़ में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद एक पक्ष के लोगों ने अपने घरों और दुकानों के बाहर संपत्ति बिकाऊ होने के बोर्ड टांग दिए हैं। अलीगढ़ में दुकान के बाहर टंगे बोर्ड इशारा कर रहे हैं कि यहां सब कुछ ठीक नही है। अलीगढ़ में इस बोर्ड पर लिखा है कि जान है तो जहान है, ये दुकान बिकाऊ है।
अलीगढ़ के बाबरी मंडी में ये बोर्ड जिन घरों और दुकानों के बाहर लगे हैं वो हिंदुओं के बताए जा रहे हैं। आरोप है कि छेड़छाड़ और मारपीट की घटनाओं से तंग आकर कुछ हिंदू परिवार यहां से पलायन कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार रात को बाबरी मंडी इलाके में एक हिंदू महिला से छेड़छाड़ की गई और विरोध करने पर उसके परिवार वालों पर पत्थरबाजी हुई। इस घटना को लेकर गुरुवार को हिन्दू समुदाय ने जमकर हंगामा भी किया। एम पक्ष के लोगों ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप भी लगाये है।
सूत्रों की मानें तो आएं दिन छीटाकशीं और छेडछाड की घटना से नाराज होकर एक पक्ष के लोगों ने अपने स्थानों से चले जाने में ही भलाई समझी। लोगों का आरोप है कि पुलिस जबरदस्ती मकान और दुकान बिकाऊ हैं के बोर्ड हटवा रही है ताकि मामला ज्यादा न गरमाए।
आरोप है कि सरकार के दबाव में पुलिस समुदाय विशेष के लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। बाबरी मंडी के स्थानीय लोगों के अनुसार यहां के हालात इतने भयावह है कि स्कूल जाते समय बच्चियों और बाजार जाते समय महिलाओं पर छींटाकशी होती है।
वहीं मामला बढता देख पुलिस घटना को मामूली छेड़छाड़ का मामला बताकर आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कह रही है हालांकि पुलिस ने माना है कि इस वजह से इलाके में तनाव है। उत्तर प्रदेश में कैराना और मुजफ्फरनगर की घटना पर पहले भी सियासत गर्मायी थी, वहीं एक बार फिर हिंदू पलायन को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। बीजेपी और समाजवादी पार्टी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है।
अलीगढ़ के सांसद ने बताया कि स्थानीय सूत्रों के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने प्रशासन के आला अधिकारियों से वार्ता कर आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार सिर्फ एक समुदाय विशेष की बात करती है, मुसलमानों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाती। उन्होंने कहा कि किसी को पलायन करने की जरुरत नही है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में हिंदुओं का पलायन को लेकर भाजपा आक्रमक बनी हुई है। पूर्व में कैराना में हिंदुओं के कथित पलायन को लेकर काफी बवाल मचा था। अब बडा सवाल यह है कि अलीगढ़ में भी कुछ वैसा ही माहौल बन रहा है या राजनीतिक पार्टियां अपन रोटियां सेकने के लिए माहौल को गर्मा रही है।

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