केंद्र से अब तक मिले 3476.50 करोड़

एसपीए में दिए गए 364 करोड़, 33.26 करोड़ की किस्त जारी

-दून में भंडारीबाग रेलवे अंडरब्रिज के लिए 22.28 करोड़

-आइटी पार्क में आइटी भवन निर्माण के लिए 5.13 करोड़

-हल्द्वानी में जिला खेल कांप्लेक्स के लिए 5.85 करोड़

राज्य ब्यूरो, देहरादून

प्रदेश की झोली में अब तक केंद्रीय मदद के रूप में 3476.50 करोड़ रुपये आ चुके हैं। वहीं विशेष आयोजनागत सहायता (एसपीए) के अंतर्गत 33.26 करोड़ की अंतिम किस्त को मंजूरी मिलने से दून की दो और हल्द्वानी की एक परियोजना पर काम आगे बढ़ने का रास्ता साफ हो गया है। दून में भंडारीबाग में रेलवे अंडर ब्रिज निर्माण के लिए 22.28 करोड़ की राशि केंद्र ने मुहैया करा दी है। वहीं एसपीए के तहत आपदा पुनर्निर्माण मद में 286.16 करोड़ की राशि मिली है।

गुजरे वित्तीय वर्ष 2014-15 में 13वें वित्त आयोग की सिफारिश के मुताबिक राज्य को केंद्रीय सहायता मिल चुकी है, इनमें से कई मदों में नए वित्तीय वर्ष 2015-16 में केंद्र सरकार से धन नहीं मिल सकेगा। राज्य सरकार को अनुदान, राज्य योजनाओं के लिए अनुदान, ब्लाक अनुदान, एसपीए और विभिन्न संपत्तियों के सृजन के लिए मदद के तौर पर राज्य को बीते वित्तीय वर्ष के लिए 34 करोड़ 76 लाख पांच हजार सत्तर रुपये की कुल केंद्रीय सहायता मुहैया 31 मार्च, 2015 तक मुहैया कराई गई है। नए वित्तीय वर्ष में राज्य को 14वें वित्त आयोग की ओर से अनुदान, एसपीए, सामान्य केंद्रीय सहायता मदों में इमदाद हासिल नहीं होगी।

बीते वित्तीय वर्ष में एसपीए के तहत दून में आइटी पार्क सहस्रधारा रोड पर सूचना प्रौद्योगिक भवन निर्माण के लिए 5.13 करोड़, भंडारीबाग में रेलवे अंडरब्रिज निर्माण के लिए 22.28 करोड़ और हल्द्वानी में जिला खेल कांप्लेक्स के निर्माण के लिए 5.85 करोड़ की धनराशि राज्य को जारी की गई है। केंद्र सरकार ने यह हिदायत भी दी है कि एसपीए की धनराशि को निर्धारित योजना के अलावा अन्य योजनाओं पर खर्च नहीं किया जा सकेगा। एसपीए में अब तक राज्य को 364 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। इनमें आपदा मद में एसपीए के लिए 286.16 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

रूबी गिरफ्तार, उपनिदेशक से पूछताछ

देहरादून: तीन दिन तक चले हाइप्रोफाइल ड्रामे के बाद आखिरकार देर रात विशेष जांच दल ने रूबी चौधरी को होटल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे किसी अज्ञात स्थान पर ले गई है। हालांकि, पुलिस के आला अधिकारी रूबी की गिरफ्तारी पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। इससे पहले सात सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी) आरोपी रूबी चौधरी को लेकर अकादमी पहुंचा और उपनिदेशक सौरभ जैन से पूछताछ की। इस दौरान रूबी से संबंधित तस्वीरें, सीसीटीवी फुटेज और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिये गए। उधर, प्रकरण के खुलासे के बाद से अब तक खामोशी ओढ़े उपनिदेशक सौरभ जैन ने लिखित बयान जारी कर रूबी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। बयान में उन्होंने कहा कि वह रूबी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे। इस बीच मुजफ्फर नगर के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने अकादमी के निदेशक को भेजी रिपोर्ट में रूबी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं।

दोपहर करीब 12 बजे विशेष जांच दल पुलिस अधीक्षक (सीआइडी) शाहजहां अंसारी के नेतृत्व में रूबी को लेकर मसूरी पहुंचा। सूत्रों के अनुसार टीम ने अकादमी अकादमी के उपनिदेशक सौरभ जैन के साथ ही सुरक्षा कर्मियों, अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की। टीम करीब सात घंटे तक छानबीन करती रही। जांच दल की प्रभारी शाहजहां अंसारी ने जांच के बारे में कोई भी जानकारी देने से इन्कार करते हुए कहा कि पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।

होटल में ठहराया

गुरुवार देर रात पुलिस ने रूबी से पांच घंटे पूछताछ करने के बाद उसे होटल में ठहराया था। हालांकि एक पुलिस टीम उस पर निगरानी रखे हुए थी। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पुष्पक ज्योति ने बताया कि फिलहाल जांच जारी है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

उपनिदेशक के पक्ष में उतरा एलबीएसए

अकादमी प्रशासन उपनिदेशक सौरभ जैन के पक्ष में खड़ा है। अकादमी के संयुक्त निदेशक डी नरेला ने प्रेस को जारी बयान में रूबी के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मचारी को आवंटित मकान में रूबी अवैध रूप से रह रही थी। जैसे ही इसका पता चला अकादमी प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए और पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस पर लगाए आरोप

मसूरी जाने से पहले एक बार फिर रूबी मीडिया से मुखातिब हुई और पुलिस पर आरोप लगाए। उसका कहना है कि पुलिस अकादमी के दबाव में काम कर रही है। रूबी का आरोप है कि तहरीर देने के बावजूद उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। उसने अपनी जान पर खतरा भी बताते हुए कहा कि ‘मैं मानसिक तनाव में हूं और पुलिस मेरी मदद नहीं कर रही।’

गौरतलब है कि छह माह तक अकादमी में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रहने वाली रूबी ने गुरुवार को मीडिया के सामने उपनिदेशक सौरभ जैन पर नौकरी के लिए बीस लाख रुपये मांगने के आरोप लगाए थे।

बेमौसमी बारिश के गेंहू को नुकसान

विकासनगर: कई बार हो चुकी बेमौसमी बारिश से पछवादून में गेहूं की फसल पकने की अवधि में करीब 15 दिन का फर्क पड़ गया है। अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक पकने वाली गेहूं की फसल इस बार अप्रैल अंतिम व मई प्रथम सप्ताह तक पककर तैयार होगी। बारिश के साथ तेज हवा से गेहूं की खड़ी फसल गिरने से उत्पादन में बीस प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। Read more