उत्तराखण्ड में फिल्म प्रशिक्षण केन्द्र खोलने के निर्देश

मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थित सभागार में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने सूचना विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्म सिटी के लिए भूमि का चयन कर लिया जाए और इसमें फिल्म उद्योग से सम्बन्धित अवस्थापना विकास के लिए कार्ययोजना बना लें तथा फिल्म सिटी में फिल्म शूटिंग एवं प्रोडक्शन से सम्बन्धित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराये जाएं।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर के फिल्म प्रशिक्षण संस्थान से सम्पर्क कर उनकी शाखा के रूप में फिल्म प्रशिक्षण केन्द्र उत्तराखण्ड राज्य में खोला जाए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय एवं सीमान्त क्षेत्रों में मोबाइल थिएटर के लिए सब्सिडी देने की योजना बनाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की बोली भाषा पर आधारित किसी फिल्म का चयन यदि राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के फिल्म फेस्टिवल के लिए होता है तो प्रोत्साहन के लिए विशेष सब्सिडी योजना बनाई जाए। विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने उत्तराखण्ड के विश्वविद्यालयों में फिल्म एवं फिल्म निर्माण की विधा से सम्बन्धित कोर्स भी प्रारम्भ करने के लिए निर्देश दिये तथा सीएम हेल्पलाइन से सम्बन्धित विभागीय प्रकरण को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि हल्द्वानी मीडिया सेन्टर निर्माण हेतु भूमि चयन एवं आगणन हेतु प्रस्ताव तैयार कर लिया जाए। उन्होने कहा कि ई-ऑफिस के रूप में विभाग का ढ़ाचा और अधिकांश सुविधाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाए।
बैठक में महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चौहान ने कहा कि वेबसाईट व अन्य माध्यम से नई प्रेस मान्यता नियमावली निर्माण के लिए आम सुझाव लिया जा रहा है। इसी प्रकार नई फिल्म नीति बनने के पूर्व सम्बन्धित स्टेक होल्डर से सुझाव लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पत्रकार कल्याण कोष के सम्बन्ध में शीघ्र ही मुख्यमंत्री के साथ बैठक प्रस्तावित है।
इस अवसर पर अपर निदेशक डॉ. अनिल चन्दोला, संयुक्त निदेशक आशिष त्रिपाठी एवं केएस चौहान, उपनिदेशक मनोज श्रीवास्तव, अनुसचिव रजनीश जैन मौजूद रहे।

बाल वाटिका कक्षा का सीएम ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को निदेशालय माध्यमिक शिक्षा, ननूरखेड़ा में ‘बाल वाटिका कक्षा’ का शुभारम्भ किया। बाल वाटिका के शुभारम्भ के साथ ही उत्तराखण्ड राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की शुरूआत करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय भवन का लोकार्पण एवं एस.सी.ई.आर.टी भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बच्चों में उद्यमिता के विकास के लिए कौशलम् पुस्तक एवं कैरियर कार्ड का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि इस क्षेत्र के जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति जीर्ण-शीर्ण हो रही है, उनकी मरम्मत की जायेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक जीवन पर आधारित पुस्तक ‘मोदी/20 रू ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ सौंपी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत बाल वाटिका के शुभारम्भ करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एक नया क्रान्तिकारी परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा नीति नौनिहालों के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगी। यह शिक्षा नीति भारतीय सनातन ज्ञान और विचार की समृद्ध परंपरा के आलोक में तैयार की गई है, जो प्रत्येक व्यक्ति में निहित रचनात्मक क्षमताओं के विकास पर विशेष जोर देती है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षकों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बच्चों को सबसे पहले संस्कार माता-पिता से मिलते हैं, उसके बाद उनके व्यक्तित्व निर्माण में पूरी भूमिका शिक्षकों की होती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को 2030 तक पूरी तरह लागू करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग से अपेक्षा की है कि विभाग द्वारा 2025 तक शिक्षा के क्षेत्र में कुछ ऐसे कार्य किये जाएं, जो देश में एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत हों। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को लक्ष्य दिया गया है कि 2025 में जब उतराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती मनायेगा, सभी विभाग अपनी कुछ विशेष उपलब्धियां धरातल पर दिखाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्कूलों में आज से बालवाटिका का शुभारम्भ किया गया है। यह कार्यक्रम आज प्रदेश के सभी विकासखण्डों में भी आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के माध्यम से भारतीय ज्ञान परम्पराओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। योग, वेद, पुराणों, स्थानीय बोलियों एवं संस्कृत आधारित शिक्षा पर इसके तहत विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्राइवेट स्कूलों में जो पढ़ाई नर्सरी में होती थी, अब वही पढ़ाई आंगनबाड़ी एवं सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दी जायेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के पास सिर्फ पढ़ाने का कार्य हो, इसके लिए शिक्षा विभाग में सभी अन्य व्यवस्थाएं ऑनलाईन की जा रही हैं। उत्तराखण्ड में एक साल के अन्दर विद्या समीक्षा केन्द्र बनाये जायेंगे। अगले साल से स्कूलों में अंक सुधार परीक्षा का आयोजन भी किया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, महानिदेशक शिक्षा वंशीधर तिवारी, अपर सचिव शिक्षा दीप्ति सिंह, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. आर. के. कुंवर, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण सीमा जौनसारी, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल, शिक्षा विभाग एवं महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

हरित क्रांति एप को पायलट आधार पर उपयोग किये जाने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सूचना तकनीक के माध्यम से किसानों को काफी फायदा पहुंचाया जा सकता है। किसान के मोबाइल में उसके खेत और फसल से संबंधित हर जानकारी होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने पतंजलि द्वारा विकसित हरित क्रांति एप को पायलट आधार पर उपयोग किये जाने के निर्देश दिये। सचिवालय स्थित विश्वकर्मा भवन के वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने प्रस्तुतिकरण दिया।
मुख्यमंत्री ने सचिव कृषि की अध्यक्षता में समिति बनाने के निर्देश दिये। यह समिति इस बात की सम्भावना देखेगी कि पतंजलि द्वारा विशेष तौर पर भू अभिलेखों व खेती से संबंधित जानकारियों के डिजिटलीकरण के लिए किये गये कार्य उत्तराखण्ड के विभिन्न विभागों के लिए किस प्रकार उपयोगी हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को सरकारी योजनाओं से तभी फायदा पहुंचाया जा सकता है जब सारी जरूरी प्रक्रियाएं सरल हों, गैर जरूरी औपचारिकताएं न हों। लोगों की संतुष्टि जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार और संस्थानों के परस्पर सहयोग से प्रदेश को आगे बढ़ाया जा सकता है। पतंजलि के शोध कार्यों से उत्तराखण्ड को लाभ मिले, इसके लिए राज्य सरकार व पतंजलि परस्पर सहयोग से काम करेंगे। हमें डाटा शेयरिंग की सम्भावना भी देखनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पतंजलि के हरित क्रांति एप को पायलट आधार पर उपयोग किया जाएगा। किसानों के लिए फायदेमंद होने पर इसे बङे स्तर पर उपयोग किया जा सकता है।
पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने प्रस्तुतिकरण देते हुए पतंजलि द्वारा किये गये शोध कार्यों व खेती संबंधी जानकारी के डिजिटलीकरण के लिए विकसित किये गये एप हरित क्रांति एप की विस्तारसे जानकारी दी।
बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद बर्द्धन, सचिव शैलेश बगोली, नितेश झा, डॉ. बी. वी. आर. सी. पुरुषोत्तम सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

सेल्फी लेते वक्त खाई में गिरा युवक, हुई मौत

दिल्ली के 29 वर्षीय युवक को सेल्फी लेना भारी पड़ गया। युवक सेल्फी लेने के दौरान गहरी खाई में जा गिरा, जिससे युवक की मौत हो गई।

एसडीआरएफ के प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि आज सुबह करीब 11 बजे सूचना मिली कि बदरीनाथ हाईवे पर तोताघाटी के पास एक युवक सेल्फी लेते वक्त गहरी खाई में गिर गया। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। मगर, हादसे में युवक की मौत हो चुकी थी।

युवक की पहचान 29 वर्षीय मिंटू पुत्र दिलीप मंडल निवासी दिल्ली कैंट प्रह्लाद पुर गांव पालम दिल्ली के रूप में हुई है।

राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू कल उत्तराखंड दौरे पर

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू सोमवार (11 जुलाई) को उत्तराखंड प्रवास पर रहेंगी। संसदीय कार्यमंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने भाजपा के सभी 47 विधायकगणों और लोकसभा व राज्यसभा के सभी आठ सांसदों से इस मौके पर आवश्यक रूप से उपस्थित रहने को कहा है।

संसदीय कार्यमंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि एनडीए से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू सोमवार को सुबह दस बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगी, यहां उनका स्वागत के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक सहित सांसदगण व संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। बताया कि इसके बाद कलेक्ट्रेट देहरादून स्थित शहीद स्थल पर द्रौपदी मुर्मू शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगी।

संसदीय कार्यमंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि 11 बजकर 15 मिनट पर द्रौपदी मुर्मू सांसदों और विधायकगणों के साथ बैठक करेंगी। डा. अग्रवाल ने भाजपा के सभी 47 विधायकगणों और लोकसभा व राज्यसभा के सभी आठ सांसदों से मुख्य सेवक सदन में आयोजित बैठक में आवश्यक रूप से उपस्थित रहने को कहा है।

ढालवाला विद्यालय से दो छात्राओं का हुआ नवोदय विद्यालय के लिए चयन


राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय ढालवाला से दो छात्राओं का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए हुआ है।

इनमें एक छात्रा का नाम आयत फातिमा तथा दूसरी का नाम मधु कुमारी है। विद्यालय की प्रधानाचार्य के कुशल मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में तथा शिक्षकों के अथक कठिन परिश्रम व बच्चों के अनुरूप मेहनत से विद्यालय से निरंतर प्रतिवर्ष छात्रों का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय तथा राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के लिए हो रहा है।

टिहरी जनपद में कुल 5 छात्र व छात्राओं का चयन हुआ है। इन 5 बच्चों में 2 बच्चे ढालवाला स्थित राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय सफेद चयनित हुए हैं बच्चों की सफलता पर माता-पिता अध्यापक तथा नगरीय लोगों ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।

मारपीट के मामले में कोर्ट ने सुनाया अपना फैसला, किया दोषमुक्त

वर्ष 2018 में चंद्रेश्वर नगर में शौचालय को लेकर किरायदारों में हुई मारपीट के मामले में न्यायालय ने अपना फैसला सुनाया है। न्यायालय ने आरोपियों को दोषमुक्त किया है।

दरअसल, प्रभाकर पांडेय निवासी चंद्रेश्वर नगर ने कोतवाली ऋषिकेश में दी तहरीर में बताया था कि 28 फरवरी 2018 को वह शौच के लिए गए। तभी पीछे से विक्रम, राहुल और सुरेंद्र ने उन्हें शौचालय में बंद कर बाहर से कुंडी लगा दी थी। बाद में कुंडी खोलते हुए उनके साथ मारपीट की। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की। साथ ही मामले में चश्मदीन भी बताए।

इस मामले में अधिवक्ता कपिल शर्मा व अधिवक्ता राजेश साहनी ने आरोपियों की ओर से मजबूत पैरवी की। अधिवक्ताओं ने न्यायालय में प्रस्तुत चार्जशीट के आधार पर साक्षीगणों से सवाल जवाब किए। जिसके आधार पर न्यायालय ने अपना फैसला सुनाया।
1. अधिवक्ता कपिल शर्मा और राजेश साहनी ने न्यायालय को बताया कि जब घटना 28 फरवरी 2018 को हुई तो 10 मार्च 2018 यानी 10 दिन बाद प्रथम सूचना क्यों दर्ज कराई गई। इस मामले में संदेह है और इस पर पीड़ित पक्ष की ओर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
2. अधिवक्ता कपिल शर्मा और राजेश साहनी ने न्यायालय को जोर देते हुए बताया कि जब पीड़ित पक्ष की ओर से चार्जशीट में यह बताया गया कि आरोपियों ने उन्हें शौचालय के भीतर बंद किया और बाहर से कुंडी लगाई। मगर, न्यायालय में पीड़ित प्रभाकर पांडेय अपने बयान से पलटते हुए बोला कि उसे नहीं मालूम शौचालय में किसने बंद किया।
3. अधिवक्ता कपिल शर्मा और राजेश साहनी ने न्यायालय को बताया कि जब प्रथम सूचना में आरोप राहुल, विक्रम और सुरेंद्र चौहान पर लगाया गया तो विवेचक ने किस आधार पर राहुल को इन आरोपों से दूर रखा। यह भी संदेहास्पद है।
4. पीड़ित पक्ष उन अपमानजनक शब्दों को नहीं बता पाया जिनसे यह धारा 504 आईपीसीए साबित होती हो।
5. इसी तरह घटना के दौरान पुलिस की ओर से बताए गए चश्मदीनों ने कोई संतोषजनक जवाब न्यायालय में नहीं दिया।

तमाम दलीलों के आधार पर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भवदीप रावते ने फैसला सुनाते हुए आरोपियों सुरेंद्र चौहान और विक्रम सिंह को दोषमुक्त किया है।

हरिद्वार में कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर सीएम ने की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीसीआर हरिद्वार में कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कांवड़ मेला शुरू होने से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण की जाएं। सकुशल कांवड़ मेला सम्पन्न कराने के लिए कांवड़ मेले से संबधित अन्य राज्यों के अधिकारियों से भी निरन्तर समन्वय बनाकर रखें। यह सुनिश्चित किया जाए कि 14 जुलाई से 26 जुलाई 2022 तक होने वाले कांवड़ मेले में स्वास्थ्य, विद्युत, पेयजल, पार्किंग, स्वच्छता एवं अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं अच्छी हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा में 04 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने सभी शिवभक्तों से अपील की कि देवभूमि उत्तराखण्ड में कांवड यात्रा पर आने वाले शिवभक्त एक-एक पौधा लगाएं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी हरिद्वार को निर्देश दिये कि कांवड़ यात्रा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए जिलास्तरीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया जाए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत जो एडवाइजरी बनाई गई है, उसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान निर्देश दिये कि कांवड़ मेले में जिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई, जिनकी कोविड की बूस्टर डोज नहीं लगी है, उनकी बूस्टर डोज लगवाई जाए। कांवड़ यात्रा सुव्यवस्थित हो इसके लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें शासन के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं कांवड़ मेले से संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल किये जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ मेला अवधि में हरिद्वार में कांवड़ मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पार्किंग स्थलों में पेयजल की पूर्ण व्यवस्था रखी जाए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर शाइनेज की पूर्ण व्यवस्था हो। कांवड़ पटरी पर विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था हो। वन क्षेत्र में जंगली जानवरों से सुरक्षा हेतु चेतावनी बोर्ड लगाये जाएं। कांवड़ मेला के दौरान यात्रा रूटों का पूरा चार्ट दिया जाए। भण्डारे एवं लंगर के लिए हाइवे से दूरी पर स्थान चिन्हित किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ मेले के दौरान पर्वतीय जनपदों में आवश्यक सेवाओं एवं सामग्रियों को भेजने के लिए कोई परेशानी न हो। होटलों एवं दुकानों में रेट लिस्ट चस्पा की जाए। स्थानीय स्तर पर लोगों को आवागमन में अधिक परेशानी का सामना न करने पड़े।

जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय ने कांवड़ की तैयारियों को लेकर प्रस्तुतीकरण देते हुए कहा कि कांवड़ मेले के लिए 60 हजार वाहनों की क्षमता के लिए 13 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। इसके अलावा विशेष परिस्थितियों के लिए 03 अतिरिक्त पार्किंग स्थल आरक्षित हैं। कांवड़ यात्रा के सुचारू संचालन हेतु मेला क्षेत्र में 12 सुपर जोन, 32 जोन एवं 134 सेक्टर बनाये गये हैं। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 17 अस्थाई स्वास्थ्य शिविरों की स्थापना की गई है। चिकित्सा केन्द्रों में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।

बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक प्रदीप बत्रा, आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, एडीजीपी डॉ. वी मुरूगेशन, सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, नितेश झा, राधिका झा, अरविन्द सिंह ह्यांकी, एच.सी. सेमवाल, आयुक्त परिवहन रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव सी. रविशंकर, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल के. एस. नगन्याल, एस.एस.पी. हरिद्वार डॉ. वाई.एस. रावत एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

गढ़वाल महासभा ने खैरी का दिन फिल्म के निर्देशक व कलाकारों को किया सम्मानित

अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने सफलता के परचम लहरा रही उत्तराखंडी फीचर फिल्म खैरी का दिन के कलाकारों को सम्मानित किया।

फिल्म के निर्देशक व तमाम कलाकारों की सराहना करते हुए महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने उनको पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। कहा कि लंबे अर्से के बाद कोई गढ़वाली फिल्म दर्शकों की कसौटी पर खरा उतर पाई है। इसका पूरा श्रेय फिल्म का लाजवाब निर्देशन करने वाले अशोक चौहान व सभी कलाकारों के उम्दा अभिनय को जाता है।

डॉ राजे नेगी ने बताया कि आज से तीन दशक पूर्व गढ़वाली फीचर फिल्म घरजवें और चक्रचाल के बाद खेरी का दिन एक मात्र फ़िल्म है जो जबरदस्त रूप से सूपरहिट साबित हुई है। इस दौरान फिल्म के प्रचार प्रसार में सहयोग के लिए फिल्म के निर्देशक अशोक चौहान ने बताया कि दर्शकों की जबरदस्त डिमांड के बाद एक सप्ताह तक आगे भी फिल्म का प्रदर्शन रामा पैलेस थियेटर में जारी रहेगा। कल से लगने वाले शो में यह फ़िल्म ऋषिकेश नगर के सरकारी एवं पब्लिक स्कूल के बच्चो को दिखाई जाएगी ताकि बच्चे भी अपनी बोली, भाषा, संस्कृति से रूबरू हो सकें।

इस अवसर पर फिल्म अभिनेत्री गीता उनियाल, पूजा काला, शुभांगी देवली, रीता भंडारी, अभिनेता राजेश मालगुडी एवं रणवीर चौहान, लोक गायक धूम सिंह रावत, उत्तम सिंह असवाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

मेक इन इंडिया के तहत सीएम ने किया प्रदेश की पहली ड्रोन फैक्ट्री का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुड़की में रोटर प्रेसिजन इंस्ट्रूमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मेक इन इंडिया के तहत प्रदेश की पहली ड्रोन फैक्ट्री का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने स्वदेशी तकनीक से बनाए जा रहे ड्रोन उपकरणों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के साथ ही रोटर ग्रुप को बधाई देते हुए कहा कि आज प्रदेश के लिए बहुत ही ऐतिहासिक दिन है जब देश की सबसे बड़ी और प्रदेश की पहली आधुनिक ड्रोन तकनीक फैक्ट्री की शुरुआत हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत आदिकाल से ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में आगे रहा है, वेद पुराणों में भी पुष्पक विमान जैसे आधुनिक विमानों का उल्लेख है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के क्षेत्र में आज भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत मेक इन इंडिया के तहत ड्रोन तकनीक और हथियार निर्माण के क्षेत्र में बहुत तेजी से कार्य कर रहा है। आज भारत तमाम देशों को हथियार निर्यात कर रहा है जो कि भारत को एक विश्व शक्ति के रूप में प्रस्तुत कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार संसाधनहीन प्रतिभाओं को मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्किल इंडिया के तहत प्रोत्साहित कर रही है। उत्तराखंड भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से बेहद जटिल राज्य है, यहां ड्रोन तकनीक बेहद कारगर सिद्ध हो सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन का राज्य में और कितना बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है इसके लिए सभी विशेषज्ञ अपने सुझाव सरकार तक पहुंचा सकते हैं। राज्य सरकार राज्य हित से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर अवश्य संज्ञान लेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में ड्रोन एप्लीकेशन रिसर्च सेंटर डार्क स्थापित किया गया है। हमारी सरकार का लक्ष्य है अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचना है। हम संकल्प रहित विकल्प के सिद्धांत के साथ काम कर रहे हैं।

कार्यक्रम में रोटर ग्रुप द्वारा जानकारी दी गई कि इस ड्रोन फैक्ट्री में प्रति माह 150 से अधिक सर्वेक्षण ड्रोन और भारतीय सेना के लिए 50 से ज्यादा एडवांस ड्रोन बनाने की क्षमता है । फैक्ट्री में ड्रोन के सुरक्षित और कुशल उपयोग के साथ-साथ भू-स्थानिक डेटा उत्पादन में पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए एक स्वतंत्र प्रशिक्षण अकादमी भी होगी।

कार्यक्रम में विधायक रुड़की प्रदीप बत्रा, सर्वे ऑफ़ इंडिया, आईआईटी रुड़की समेत अन्य संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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