बेकाबू कार ने स्कूटर सवार दंपत्ति को मारी टक्कर, महिला की मौत


ऋषिकेश कोतवाली के आईडीपीएल क्षेत्र में एक कार की टक्कर लगने से एम्स में कार्यरत महिला कर्मी की मौत हो गई। वहीं, पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेजा है।

दरअसल, एम्स में सुरक्षाकर्मी के पद पर तैनात दीपा नामक महिला रोज की तरह पति सूरज सती के साथ घर से ड्यूटी के लिए जा रही थी। श्यामपुर निवासी दंपत्ति के दोपहिया वाहन को एक तेज गति से आ रही कार ने जोरदार टक्कर मार दी। इसमें महिला की मौत हो गई, जबकि पति एम्स में भर्ती है। फिलहाल पुलिस ने कार चालक को हिरासत में लिया है, उक्त मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से कोई मामला अभी दर्ज नहीं कराया गया है।

वैष्णवी संप्रदाय के संतों ने कुंभ के सफल आयोजन पर जताया सीएम का आभार

देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से वैष्णव संप्रदाय के संतों ने मुलाकात की। पद्म विभूषण जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य के नेतृत्व में आए संतो ने कुंभ के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि बहुत ही कम समय में कुंभ मेले के आयोजन के लिए जो व्यवस्था की गई, वह सराहनीय है और प्रेरणादाई भी। साथ ही उन्होंने मेला क्षेत्र में वैष्णव संप्रदाय के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग भी मुख्यमंत्री के समक्ष उठाई।

मुख्यमंत्री ने संतों का आशीर्वाद लिया और कुंभ मेले के सफल आयोजन में सहयोग के लिए सभी संतो का आभार जताया। कहा कि कुंभ मेले में संतो ने जिस श्रद्धा, आस्था भाव और सहयोग का परिचय दिया है वह सराहनीय है। कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए संत समाज ने मेले संपन्न करवाने में अहम भूमिका निभाई।

उन्होंने संतो को भरोसा दिया कि कहा कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।

राज्य के विधायक एक करोड़ तक के कोविड कार्य करा सकेंगे

उत्तराखंड में बढते कोविड संक्रमण के देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यहित में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए विधायक निधि से 1 करोड़ रुपए तक के कोविड कार्यो को करवाने हेतु स्वीकृति दे दी है। मुख्यमंत्री के निर्णय के बाद अब प्रदेश के सभी विधायकगण अपनी विधायक निधि से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में कोविड रोकथाम सम्बंधी जरुरी व्यवस्थाओं पर एक करोड़ रुपए तक खर्च कर सकते हैं। वर्तमान में कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यह निर्णय लिया है। ’मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी विधायकगणों से अपेक्षा की है, कि वे तत्काल अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड की रोकथाम के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे और विशेषकर सूदूरवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को कोविड की जंग जीतने में मदद करेंगे।’

सरकार के शासकीय प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों के विधायक अपनी विधायक निधि से 1 करोड़ रुपए तक खर्चा कर सकते हैं जिसके जरिए आईसीयू वार्ड, आक्सीजन सिलेंडर, वेन्टीलेटर जैसी जरुरतों को पूरा करने के लिए विधायकगण, जिलाधिकारी और सीएमओ से विचार विमर्श करने के बाद जारी कर सकते हैं। बताया कि मुख्यमंत्री के इस निर्णय से सूदूरवर्ती गांवों के जो प्रथामिक केद्र एंव अन्य स्वास्थ्य केंद्र हैं, वहां भी वो सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी जो बडे अस्पतालों में कराई जा रही हैं। कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि कोरोना के इस संकटकाल में इस निर्णय का फायदा निस्संदेह इस विषम भौगोलिक परस्थितियों वाले राज्य के दूरस्थ क्षेत्र के हर एक व्यक्ति को मिल सकेगा।

उत्तराखंड में बढते कोविड संक्रमण के देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यहित में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए विधायक निधि से 1 करोड़ रुपए तक के कोविड कार्यो को करवाने हेतु स्वीकृति दे दी है। मुख्यमंत्री के निर्णय के बाद अब प्रदेश के सभी विधायकगण अपनी विधायक निधि से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में कोविड रोकथाम सम्बंधी जरुरी व्यवस्थाओं पर एक करोड़ रुपए तक खर्च कर सकते हैं। वर्तमान में कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यह निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी विधायकगणों से अपेक्षा की है, कि वे तत्काल अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड की रोकथाम के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे और विशेषकर सूदूरवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को कोविड की जंग जीतने में मदद करेंगे।

सरकार के शासकीय प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों के विधायक अपनी विधायक निधि से 1 करोड़ रुपए तक खर्चा कर सकते हैं जिसके जरिए आईसीयू वार्ड, आक्सीजन सिलेंडर, वेन्टीलेटर जैसी जरुरतों को पूरा करने के लिए विधायकगण, जिलाधिकारी और सीएमओ से विचार विमर्श करने के बाद जारी कर सकते हैं। शासकीय प्रवक्ता उनियाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के इस निर्णय से सूदूरवर्ती गांवों के जो प्रथामिक केद्र एंव अन्य स्वास्थ्य केंद्र हैं, वहां भी वो सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी जो बडे अस्पतालों में कराई जा रही हैं। कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि कोरोना के इस संकटकाल में इस निर्णय का फायदा निस्संदेह इस विषम भौगोलिक परस्थितियों वाले राज्य के दूरस्थ क्षेत्र के हर एक व्यक्ति को मिल सकेगा।

रेमडिसिविर इंजेक्शन को उत्तराखंड लेकर आएगा स्टेट प्लेन

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के विशेष प्रयासों के बाद प्रदेश को आज 7500 रेमडिसिविर इंजेक्शन प्राप्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देशों पर आज सुबह ही स्टेट प्लेन को अहमदाबाद भेजा गया था, राज्य सरकार का यह विशेष विमान रेमडिसिविर इंजेक्शन की खेप लेकर देर रात तक उत्तराखंड पहुँचेगा। अब प्रदेश में अब अगले कुछ दिनों तक रेमडिसिविर इंजेक्शन की किल्लत नहीं होगी।

अहमदाबाद से इस खेप के आ जाने के बाद कोविड 19 संक्रमण के बाद इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले रेमडिसिविर इंजेक्शन का पर्याप्त कोटा प्रदेश के पास हो जाएगा। ’मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए है कि सभी जिलों में रेमडिसिविर इंजेक्शन के खपत और अनुपात तय करते हुए पर्याप्त मात्रा में रेमडिसिविर इंजेक्शन भेज दिए जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से जूझ रहे किसी भी प्रदेश वासी को रेमडिसिविर इंजेक्शन की कमी ना हो’। बीते 72 घंटों में उत्तराखंड में लगभग 11 हजार रेमडिसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति हो गई है। बीते शनिवार को भी उत्तराखंड में 3500 रेमडिसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति हुई थी। अगले 24 घंटों में उत्तराखंड को 2000 रेमडिसिविर इंजेक्शन की और आपूर्ति हो जाएगी।

सेवा आश्रम के महंत गोविंद दास की मौत, दी जल समाधि

लक्ष्मणझूला स्थित संत सेवा आश्रम के 65 वर्षीय महंत गोविंद दास महाराज की मौत हो गई। उन्हें जल समाधि दी गईं। वहीं, सूचना से क्षेत्र के संतों में शोक की लहर दौड़ गई।

दरअसल, महंत गोविंद दास महाराज को कुछ दिनों पूर्व बुखार के साथ सांस लेने में समस्या पैदा हुई थी। उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया। यहां पर उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यहां के बाद उन्हें हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां स्वास्थ्य में सुधार होने पर वे स्वयं आश्रम में आइसोलेट हो गए। आज सुबह उन्हें अंतिम सांस ली। वहीं, उनके आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।

बता दें कि महंत गोविंद दास स्पष्ट वादी और अपनी बात को बेबाकी के साथ रखने के लिए जाने जाते रहे है। अपने आश्रम में निर्धन और जरूरतमंदों की सेवा में वह सदैव तत्पर रहा करते थे।
यहीं नहीं, प्रदेश में जब भी कोई आपदा आई हो या कोरोना संक्रमण काल रहा हो सभी मौकों पर महंत गोविंद दास ने हमेशा मदद की है। वहीं, आज विरक्त वैष्णव मंडल से जुड़े तमाम संतो ने उनके ब्रह्मलीन होने पर दुख व्यक्त किया। रामानंद संप्रदाय से जुड़ा होने के कारण ने लक्ष्मण झूला गंगा तट पर अग्नि समाधि दी गई। इस मौके पर महंत सुरेश दास, महंत सीताराम दास, महंत निर्मल दास, पुजारी वृंदावन दास, डॉ. नारायण दास आदि उपस्थित रहे।

तीर्थनगरी के छात्र हरिशंकर ने आक्सीजन फाउंडेशन के लिए दिए 50 हजार

तीर्थनगरी में बीटेक अंतिम वर्ष के एक छात्र ने देशभर में आक्सीजन की कमी को न सिर्फ महसूस किया, बल्कि उन्होंने इस पर अपनी ओर से सहयोग देने का भी मन बनाया। इसके लिए उन्होंने पेटीएम आक्सीजन फाउंडेशन में निजी खर्चे की सेविंग से 50 हजार रूपए दान में दिए है।

मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गौंडा जिले के जौहाना गांव निवासी हरिशंकर यादव पुत्र पदमेश्वरी यादव तीर्थनगरी के एक निजी संस्थान से बीटेक अंतिम वर्ष में अध्ययनरत हैं। पढ़ाई में होनहार हरिशंकर बनखंडी में किराय पर कमरा लेकर रहते है। उनका कहना है कि देशभर में कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लोगों की आक्सीजन न मिल पाने की वजह से मौत तक हो जा रही है। ऐसे में देश में आक्सीजन का अभाव हो गया है। विदेशों से भारत को मदद मिल रही है तो फिर हमें भी इसमें कुछ योगदान देना चाहिए, आखिर यह देश हमारा ही तो है।

हरिशंकर ने बताया कि इसके लिए उन्हांेंने पेटीएम का आक्सीजन फाउंडेशन को चुना। यहां उन्होंने आॅनलाइन 50 हजार रूपए दान किए है। उनका मानना है कि इन रूपयों से किसी का जीवन बच सकेगा तो मुझे दुआ मिलेगी। उन्होंने अन्य सक्षम लोगों से भी इस तरह का सहयोग करने की अपील की।

ऋषिकेशः कोविड मरीज और सीनियर सिटीजन की मदद को जारी हुआ हेल्प लाइन नंबर

कोतवाली ऋषिकेश पुलिस बुजुर्ग और कोरोना संक्रमण मरीजों के लिए हेल्पिंग हैंड बने है। पुलिस ने एक हेल्प लाइन नंबर 9897244109 जारी किया है। हेल्पलाइन नंबर पर अकेले रहने वाले व्यक्तियों को दवाइयां, राशन और गैस आदि जरूरत की वस्तुएं तत्काल प्रभाव से उपलब्ध करवाई जाएंगी।

कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। खासकर बुजुर्गों के लिए यह समय किसी संकट से कम नहीं है। ऐसे में स्थानीय पुलिस ने घरों में अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन और व्यक्तियों की मदद का बीड़ा उठाया है। उन्हें जरूरत का सामान लेने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। एक कॉल पर उनके सामने सामान उपलब्ध हो जाएगा। इसके लिए एक उपनिरीक्षक और चार कांस्टेबल की टीम गठित की गई है। यह हर समय सेवा के लिए तत्पर रहेगी। कोतवाल ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर को सोशल मीडिया के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा रहा है।

नगर पालिका मुनिकीरेती को अब ओडीएफ डबल प्लस का दर्जा

नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती को भारत सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत खुले में शौच मुक्त प्लस निकाय का दर्जा मिला है। बता दें कि निकाय को पूर्व में भारत सरकार द्वारा ओडीएफ प्लस के दर्जे से नवाजा गया था।

वर्तमान में निकाय द्वारा अपने शौचालय को हाईटेक कर ओडीएफ डबल प्लस हेतु आवेदन किया था। जिसका सर्वेक्षण भारत सरकार की टीम के द्वारा 7 मार्च से 10 मार्च के बीच किया गया, जिसके दौरान निकाय क्षेत्र के सभी सार्वजनिक शौचालय एवं क्षेत्र का सर्वेक्षण कार्य किया गया एवं जनता की राय भी ली गई। जिसके माध्यम से भारत सरकार की टीम द्वारा नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती को ओडीएफ डबल प्लस के दर्जे से नवाजा गया। निकाय द्वारा वर्तमान में थ्री स्टार शहर हेतु आवेदन किया गया है एवं स्वच्छ भारत स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 मैं भी इससे पालिका को बेहतर रैंक पाने में सहायता प्राप्त होगी।

ऋषिकेशः राजकीय चिकित्सालय के औचक निरीक्षण को पहुंचे स्पीकर

कोरोना संक्रमण का प्रभाव दिनों दिन बढ़ रहा है। इस निमित्त स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने पं. शांति प्रपन्न शर्मा राजकीय चिकित्सालय, ऋषिकेश का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने तमाम कोविड की व्यवस्थाओं को देखकर संतोष व्यक्त किया।

स्पीकर ने कहा कि ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में 20 बेड कोविड-19 संक्रमित रोगियों के लिए निर्धारित किए गए हैं वर्तमान में अभी सभी बेड भरे हैं स रोगियों का विधिवत चिकित्सकों की निगरानी में उपचार चल रहा है। यहां आरटीपीसीआर एवं एंटीजन टेस्ट निरंतर चल रहे हैं। ओपीडी सामान्य रूप से चल रही है।

कहा कि तमाम व्यवस्थाएं दुरुस्त है आवश्यकता सिर्फ इस बात की है कि हम स्वयं की सुरक्षा के साथ-साथ अपने परिजन एवं आसपास की सुरक्षा का भी ध्यान रखें।

निरीक्षण के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कोविड-19 के वार्ड, ओपीडी एवं जिन स्थानों पर कोविड-19 से संबंधित टेस्ट हो रहे है। उन सभी जगह का निरीक्षण किया एवं रोगियों से उनकी कुशलक्षेम पूछी।

स्पीकर ने रोगियों का ढांढस बांधते हुए कहा कि सावधानी अवश्य रखें सब कुछ सामान्य हो जाएगा। कहा कि सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अवश्य पालन करना है।

कहा कि किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर सरकार द्वारा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन पर अपने स्वास्थ्य संबंधित जानकारी टोल फ्री नंबर से प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विजय भारद्वाज आदि उपस्थित थे।

बोर्ड परीक्षाओं के लिए शिखा विभाग ने जारी किए आदेश, 10वीं के परीक्षार्थियों के लिए खुला विकल्प

उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किए जाने और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किए जाने का शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के द्वारा आदेश जारी कर दिया है । आदेश के मुताबिक 4 मई से शुरू होने वाली 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किए जाने की बात कही गई है।

जबकि 1 जून 2021 को परिस्थितियों का पुनः मूल्यांकन और आंकलन करने के बाद उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा किए जाने की बात कही गई है।

वहीं, दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किए जाने की बात आदेश में कही गई है, लेकिन आंतरिक मूल्यांकन से जो छात्र परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे उन छात्रों को बोर्ड बहुविकल्पीय प्रश्न को लेकर परीक्षाएं कराएगा।