मोदी के आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती को दी गई भू-समाधि

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भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री राममाधव, विहिप नेता अशोक सिंघल व साध्वी प्राची पहुंचे
आरएसएस के कार्यवाह दात्रात्रेय ने भी पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मलीन स्वामी दयानंद सरस्वती को शुक्रवार सुबह शीशमझाड़ी (ऋषिकेश) स्थित दयानंद आश्रम परिसर में भू-समाधि दी गई। भू-समाधि के वक्त उमड़े जनसमूह ने स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए। इस दौरान कई भक्तों और संतों की आंखें भर आईं।
अस्वस्थ चल रहे वेदों के ज्ञाता स्वामी दयानंद सरस्वती 27 अगस्त को कैलीफोर्निया से भारत आए थे। 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद का हाल जानने ऋषिकेश पहुंचे थे। 13 सितंबर को तबीयत बिगड़ने पर स्वामी दयानंद सरस्वती को हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था। 10 दिन इलाज के बाद बुधवार देर रात स्वामी दयानंद सरस्वती ने अंतिम सांस ली। गुरुवार को उनका पार्थिक शरीर अंतिम दर्शन के लिए आश्रम परिसर में रखा गया।
शुक्रवार सुबह स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर को भू-समाधि स्थल के पास लाया गया। यहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ चेन्नई से आए वेदपाठी जमुनाथ गनपाति ने भू-समाधि की प्रक्रिया शुरू की। यहां भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री राममाधव, विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक के कार्यवाह दात्रात्रेय, विहिप के संगठन महामंत्री डॉ. दिनेश कुमार, साध्वी प्राची, आश्रम के ट्रस्टी स्वामी शुद्दानंद सरस्वती, सुप्रीम कोर्ट के जज शरद कुमार, कुंभ मेलाधिकारी एसए मुरूगेशन सहित बड़ी संख्या में पहुंचे उनके अनुयायियों और स्थानीय लोगों ने स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाए। ठीक दस बजकर पांच मिनट पर मंत्रोच्चारण के बीच भू-समाधि की प्रक्रिया शुरू हुई, जो सुबह 11 बजे तक चली। भू-समाधि के वक्त उपस्थित जनसमूह की आंखें नम हो गईं। इससे पहले तड़के से ही आश्रम परिसर में लोगों की भीड़ जुटती रही। भू-समाधि के बाद आश्रम के संतों और वहांमौजूद लोगों ने गंगा स्नान किया। आश्रम के ट्रस्टी स्वामी शुद्दानंद सरस्वती ने बताया कि आठ अक्तूबर को षोड़षी भंडारा आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर ऋषिकेश विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल, नरेन्द्रनगर विधायक सुबोध उनियाल, पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती शिवमूति कंडवाल, भाजपा प्रदेश महामंत्री ज्ञान सिंह नेगी, चित्रमणि, योगेश मिश्रा, भुवनचन्द्र, ज्योति सजवाण,इन्द्रकुमार गोदवानी, राकेश पारछा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

थैंक यू मित्र पुलिस उत्तराखंड

शिवपुरी हादसे में घायल विदेशी महिला का बैग पुलिस ने सकुशल लौटाया। बैग मिलने से उत्साहित महिला ने उत्तराखंड पुलिस के कार्य की सराहना की। बीते 30 अगस्त को पौडी से ऋषिकेश आ रही एक बस श्विपुरी के पास अनियंत्रित होकर ढाई सौ मीटर खाई में गिर गई थी। जिसमें छ लोगो की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि 24 लोगो घायल हो गये थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची मुनिकीरेती थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रेसक्यू अभियान चलाया। जिसमें 24 लोगो की जिन्दगी बचाई गयी। इस हादसे में घायलो का सामान अस्त-व्यस्त हो गया था।
घायलो में शामिल कोलम्बिया मूल की रहने वाली एलैक्जैन्ड्रा का सामान भी हादसे में खो गया था। घटना के दूसरे दिन पुलिस ने घटनास्थल पर खोजबीन की। इस अभियान में पुलिस ने एलैक्जैन्ड्रा का सामान सकुशल बरामद कर लिया। सामान में एलैक्जैन्ड्रा के महत्वपूर्ण दस्तावेज व मोबाईल शामिल था। वर्तमान में उक्त विदेशी महिला का उपचार जौलीग्रांट अस्पताल में चल रहा हैं।

गंगोत्री-यमुनोत्री आने वाले यात्रियों का होगा पंजीकरण

उत्तरकाशी। गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों का इस साल बॉयोमैट्रिक पंजीकरण होगा। इसके लिए यमुनोत्री हाईवे पर दोबाटा बड़कोट और गंगोत्री हाईवे पर पंजीकरण केंद्र बनाए जाएंगे।

Gangotri-Wallpaper16101सोमवार को जिला सभागार में जिलाधिकारी इंदुधर बौड़ाई की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यात्रा तैयारियों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने पेयजल, स्वास्थ्य, विद्युत, व सुरक्षा व्यवस्था आदि मूलभूत सुविधाओं को 10 अप्रैल तक दुरुस्त किये जाने को संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया। यात्रा मार्ग चौबीस घंटे यात्रियों के लिए खुले रहे इसके लिए बीआरओ व लोक निर्माण विभाग को कड़े निर्देश दिए । चारधाम यात्रा के दौरान सभी तीर्थ यात्रियों को बायोमैटिंक पंजीकरण होना है इसके लिए यमुनोत्री मार्ग के दोबाट एवं गंगोत्री रूट पर गंगोरी को चयनित किया गया है Read more

केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में खलल, बदरीनाथ हाईवे भी बंद

देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में उमड़े बादलों ने सोमवार को भी चारधाम समेत चोटियों को बर्फबारी दे डाली, जबकि निचले इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश हुई।

Kedarnath_town_295बारिश व बर्फबारी ने मार्च में फिर से ठंडक का अहसास तो कराया ही, पर्वतीय इलाकों में दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं। केदारनाथ में विद्युत व संचार व्यवस्था की बहाली में बर्फबारी ने बाधाएं खड़ी की हुई है। साथ ही वहां पुनर्निर्माण कार्य में व्यवधान पड़ा है। वहीं बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ में अवरुद्ध हो गया है। इसके अलावा बारिश-बर्फबारी के साथ ही जगह-जगह ओलावृष्टि के कारण गेहूं, मटर, सरसों आदि की फसलों को खासा नुकसान पहुंचने से किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। यही नहीं, दो दिन से रुक रुककर बारिश से जनजीवन पर भी असर पड़ा।

हालांकि, सोमवार को शाम तक अधिकांश इलाकों में वर्षा थम गई थी, मगर आसमान में आंशिक रूप से बादलों की मौजूदगी बनी हुई है। उधर, मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ का असर सोमवार को भी उत्तरकाशी, चमोली व पिथौरागढ़ में वर्षा-बर्फबारी हो सकती है।

यहां हुई बर्फबारी –

बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हेमकुंड साहिब, गोरसों, चोपता, हनुमानचट्टी, तुंगनाथ, मदमहेश्वर, पिथौरागढ़ जिले की ऊंची चोटियां आदि।

मौसम की दुश्वारियां –

-बर्फबारी से केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य बाधित, विद्युत व संचार सुविधा की बहाली में बाधा

-बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में बंद, हनुमानचट्टी में भी बर्फ हटाने का कार्य बाधित

-टिहरी जिले में हेंवलघाटी और चंबा-मसूरी फलपट्टी में ओलावृष्टि व बारिश से टमाटर समेत नकदी फसलें चौपट

-चमोली के थराली, नारायणबगड़, गैरसैण व देवाल के दूरस्थ गांवों में ओलावृष्टि से फसलों को भारी क्षति

मौसम का पूर्वानुमान –

मंगलवार को उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जनपदों के 10 फीसद क्षेत्रफल में वर्षा व बर्फबारी की संभावना है। सूबे के अन्य जनपदों में मौसम शुष्क रहेगा।

बेमौसमी बारिश के गेंहू को नुकसान

विकासनगर: कई बार हो चुकी बेमौसमी बारिश से पछवादून में गेहूं की फसल पकने की अवधि में करीब 15 दिन का फर्क पड़ गया है। अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक पकने वाली गेहूं की फसल इस बार अप्रैल अंतिम व मई प्रथम सप्ताह तक पककर तैयार होगी। बारिश के साथ तेज हवा से गेहूं की खड़ी फसल गिरने से उत्पादन में बीस प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। Read more

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