सीएम ने रखी पॉलीटेक्निक कॉलेज की आधारशिला

रानीपोखरी के ग्राम घमंडपुर पुंच में 26 बीघा भूमि में बनेगा भवन

रानीपोखरी।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को रानीपोखरी के घमंडपुर में राजकीय पॉलिटेक्निक भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि दक्ष मानव संसाधन तैयार करने के लिए तकनीकि शिक्षा जरूरी है, इसलिए राज्य सरकार तकनीकि शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है। उत्तराखंड देश के अन्य राज्यों में तकनीकि शिक्षा पर सर्वाधिक धनराशि व्यय करने वाला राज्य है। शिक्षा के क्षेत्र में भी हम दिल्ली के बाद इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा धनराशि खर्च करने वाले राज्य हैं। राज्य में पिछले दो वर्षां में 40 महाविद्यालयों की स्थापना की गई। आईटीआई और पॉलिटेक्निक कॉलेजों की स्थापना में 40 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 2025 तक 25 करोड़ दक्ष मानव संसाधनों की जरूरत होगी, इसके लिए राज्य में स्किल डेवलमेंट के प्रति विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डोईवाला और रायवाला राजधानी से जुड़े ब्लॉक हैं। ये ब्लॉक खेती के आधुनिकीकरण और उद्यमिता विकास में सहाभागी बन कर देश को राह दिखा सकते हैं।
अब अपने खेत में कार्य करने वाली महिला मनरेगा श्रमिक मानी जाएगी। जो स्वयं सहायता समूह सक्रिय नहीं हैं, उन्हें खाता खोलने के लिए पांच हजार की धनराशि दी जाएगी। कार्यरत समूहों को 20 हजार की सहायता के साथ ही वार्षिक टर्नओवर पर पांच प्रतिशत बोनस दिए जाने की व्यवस्था की गयी है। सामूहिक खेती, जड़ी-बूडी सहित अन्य उत्पादन में सक्रियता से कार्य करने वालों को एक लाख केपिटल पूंजी उपलब्ध दी जाएगी।

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उन्होंने रायपुर ब्लॉक की भांति सभी ब्लॉकों से शत-प्रतिशत स्वच्छता के प्रति ध्यान देने को कहा। क्षेत्रीय विधायक हीरा सिंह बिष्ट ने डोईवाला क्षेत्र के लिये अनेक योजनाओं की स्वीकृति के लिये मुख्यमंत्री श्री रावत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस पॉलिटेक्निक भवन के लिये 04 करोड़ स्वीकृत किये गये है। शीघ्र ही भवन बनकर तैयार हो जायेगा। इस अवसर पर तकनीकि शिक्षा के अधिकारियों के साथ ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

हम राजनीतिक किसान हैं, फसल काटने का समय नजदीक
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रानीपोखरी में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नसीहत दी। कहा कि मैंने डोईवाला विधानसभा में विकास कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी है। अगर अब भी कार्यकर्ता मेरे द्वारा किए गए विकास कार्यों को भुना नहीं पाए तो दोष उनका होगा। उनके पास गिनाने को अनेकों कार्य हैं। हम राजनीतिक किसान हैं, फसल काटने का समय नजदीक है।