सरकार के प्रयास से हर वर्ग को मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने श्यामपुर, ऋषिकेश में विश्व बैंक पोषित अर्द्धनगरीय क्षेत्रों हेतु उत्तराखण्ड पेयजल कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रतीत नगर हेतु 25 करोड़ 65 लाख एवं खड़कमाफी हेतु 13 करोड़ 36 लाख रूपये की पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्रीदेव सुमन डिग्री कॉलेज के ऋषिकेश कैंपस हेतु शिक्षा शास्त्र, समाज शास्त्र एवं गृह विज्ञान की कक्षाएं संचालित करने व चार वर्षीय बी.एड के कोर्स के लिए सहमति दी। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज की चारदीवारी की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र की जिन विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया गया हैं उनका परीक्षण कर समाधान करने का हर सम्भव प्रयास किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पेयजल योजना के पूर्ण होने पर ऋषिकेश क्षेत्र की जनता को प्रतिदिन 16 घण्टे पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि समाज के हर वर्ग को सरकार की विभिन्न योजनाओं का फायदा मिले। राज्य सरकार द्वारा किसानों को बिना ब्याज के एक लाख तक एवं स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रूपये तक का ऋण दिया जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए 58 ग्रोथ सेंटर की स्वीकृति दी जा चुकी है, 40 ग्रोथ सेंटरों की जल्द स्वीकृति प्रदान की जायेगी। राज्य के सभी परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 05 लाख रूपये तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अभी तक 70 हजार से अधिक लोग इस योजना का फायदा ले चुके हैं।
मुख्यमंत्री कहा कि अर्द्धनगरीय क्षेत्रों के लिए राज्य में पेयजल की कुल 970 करोड़ रूपये की योजना पर कार्य किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत राज्य को सात पुरस्कार मिले। उत्तराखण्ड को कुपोषण मुक्त करने के लिए कुपोषित बच्चों को गोद लिया गया है। इन बच्चों की निरन्तर निगरानी की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश में अन्तरराष्ट्रीय कन्वेशन सेंटर खोला जा रहा है। इस सेंटर में राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर की गोष्ठियां आयोजित की जायेगी। इससे स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि पिछले दो सालों में ऋषिकेश विधानसभा में सड़क, विद्युत, सीवरेज, घाटों के सौन्दर्यीकरण, नमामि गंगे के तहत अनेक कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में ऋषिकेश विधानसभा में लगभग 25 करोड़ रूपये की सड़कों का कार्य हुआ, विद्युत विभाग के अन्तर्गत 65 ट्रांसफार्मर लगे, 175 कि.मी की बंचिंग केबल लगाई जा रही है। नमामि गंगे के अन्तर्गत 158 करोड़ की लागत के सीवरेज का कार्य चल रहा है। त्रिवेणी घाट के सौन्दर्यीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि ऋषिकेश में उच्च शिक्षा के लिए श्रीदेव सुमन का कैंपस खुलने से अब यहां के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए एडमिशन में दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि छात्रों के हित को देखते हुए ग्रेजुएशन स्तर पर सेमेस्टर सिस्टम को खत्म किया गया है। ऋषिकेश के डिग्री कॉलेज के लिए मुख्यमंत्री ने 6.5 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी है।
इस अवसर पर मेयर अनीता मंमगाई, सचिव पेयजल अरविन्द सिंह ह्यांकी आदि उपस्थित थे।

छात्रों को अब प्रवेश में नही आयेगी दिक्कत, सरकार ने बढ़ाई सीटें

सरकारी महाविद्यालयों में प्रवेश को लेकर अकसर मारामारी रहती है। इससे परेशान छात्र-छात्राओं को उत्तराखंड सरकार ने बड़ी राहत प्रदान की है। प्रदेश के 17 राजकीय महाविद्यालयों में 10 फीसद सीटें बढ़ाने को सरकार ने हरी झंडी दे दी। इस संबंध में उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन ने गुरुवार को आदेश जारी कर दिए है।
सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 10 फीसद आरक्षण देने के चलते राज्य के सभी 105 महाविद्यालयों में 10 फीसद सीटें नहीं बढ़ाई हैं। बीते 19 अगस्त को विधानसभा में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई विभागीय बैठक में उन महाविद्यालयों को चिह्नित किया गया, जहां प्रवेश को लेकर अधिक दबाव था। कॉलेजों में आवश्यकता को देखते हुए ही 10 फीसद कमजोर वर्गों के लिए आरक्षित सीटों को बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। यह भी बताया गया कि हर कॉलेज में दाखिले को लेकर मारामारी की स्थिति नहीं है। साथ ही कुलपति और शिक्षा निदेशक की सहमति के बाद अतिरिक्त सीट की वृद्धि की छूट देने का निर्णय भी लिया गया। इससे पहले प्रभारी उच्च शिक्षा निदेशक ने बीती 17 अगस्त को इस संबंध में प्रस्ताव शासन को भेजा था।
अब शासनादेश जारी कर 17 कॉलेजों में गोपेश्वर, लोहाघाट, टनकपुर, पाटी, चंपावत, गंगोलीहाट, पिथौरागढ़, गरुड़, बागेश्वर, काशीपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी, खटीमा, बाजपुर, रामनगर, मंगलौर, ऋषिकेश में 10 फीसद सीटें बढ़ाई गई हैं। उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन का कहना है कि उक्त कॉलेज 10 फीसद से अधिक सीट वृद्धि चाहते हैं तो उच्च शिक्षा निदेशक और संबंधित विश्वविद्यालय के कुलपति से सामंजस्य स्थापित कर और उनकी सहमति से अधिकतम 20 फीसद सीमा तक सीटों में इजाफा कर सकेंगे।

उत्तराखंड में कौशल विकास से मिलेंगे रोजगार के अवसर
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के उच्च शिक्षा संस्थान व विश्वविद्यालयों में कौशल विकास (स्किल्ड डेवलपमेंट) केंद्र खोलने के प्रति सरकार गंभीर है, ताकि हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें। केंद्र सरकार ने कौशल विकास के लिए अलग मंत्रालय खोला है, जिसका उत्तराखंड अधिक से अधिक लाभ अर्जित करेगा। यह बात उन्होंने उत्तराखंड तकनीकी विवि (यूटीयू) में कौशल विकास पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर कही।
यूटीयू में टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम (टीईक्यूआइपी-3) के अंतर्गत देश के युवाओं के कौशल को रणनीति एवं अभ्यास से बदलना विषय पर यह राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जा रही है। डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश और देश ही नहीं वैश्विक स्तर पर कौशल विकास कितना महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में केंद्र में कौशल विकास मंत्रालय का गठन किया। इसका लाभ देशभर के राज्यों के लाखों युवाओं को मिल रहा है। कौशल विकास विवि, डिग्री कॉलेज, पॉलीटेक्निक, आइटीआइ, जिला व ब्लॉक स्तर पर गठित कौशल विकास केंद्र पर संचालित किया जा रहा है। जिसमें दर्जनों तकनीकी विषयों में युवाओं को पुस्तक अध्ययन के अलावा ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इसके बाद हजारों युवा सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

शिवानी मिस और आशीष मिस्टर फेयरवेल

ऋषिकेश।
मंगलवार को ऑटोनॉमस कॉलेज के एमएलटी विभाग के तृतीय वर्ष के छात्रों का विदाई समारोह आयोजित हुआ जिसमें शिवानी नेगी को मिस फेयरवेल और आशीष रावत को मिस्टर फेयरवेल के खिताब से नवाजा गया। मंगलवार को एमएलटी विभाग में तृतीय वर्ष के छात्रों को विदाई दी गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डीसी नैनवाल ने किया। रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ विदाई समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया। प्राचार्य ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। कुछ छात्र विदाई का पल होने से भावुक भी नजर आए। विभाग के समन्वयक डॉ. गुलशन कुमार ढींगरा ने कहा की विदाई का मतलब एक प्लेटफार्म से आगे बढ़कर नई चुनौतियों का स्वागत करना है। इसलिए विदाई के बाद भी जीवन में जहां भी आवश्यकता होगी कॉलेज परिवार उनकी सहायता के लिए हमेशा साथ रहेगा।

सही उच्चारण से मिलती है कामयाबी

ऋषिकेश।
बुधवार को ऑटोनॉमस कॉलेज के कांफ्रेंस हॉल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी और अंग्रेजी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सेमिनार में अंग्रेजी के उच्चारण को लेकर विशेषज्ञों ने छात्रों को टिप्स दिए। मुख्य प्रवक्ता अंग्रेजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सतेन्द्र कुमार ने छात्रों को अंग्रेजी का व्यवहारिक ज्ञान दिया। उच्चारण को लेकर उन्होंने छात्रों को किताबें भी वितरित की। मौके पर प्रोजेक्टर के माध्यम से उच्चारण करने की विधि बताई। इस दौरान छात्रों ने कई सवाल भी पूछे। सेमिनार में डॉ. अशोक नेगी और डॉ. अंजू भट्ट ने सही उच्चारण के लिए अंग्रेजी के शब्दों का ज्ञान बढ़ाने की सलाह दी। कहा कि दिन-प्रतिदिन नए शब्दों का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। छात्रों को अपना अग्रेंजी शब्दकोष बढ़ाने चाहिए। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य डॉ. सुषमा गुप्ता ने किया।
सेमिनार में डॉ. गुलशन ढींगरा, रिचा पुंडीर, देवेन्द्र भट्ट, शालिनी कोटियाल, डॉ. अशोक नेगी, मयंक रैवानी, अवंतिका पोरवाल, हर्ष कुमार आदि मौजूद रहे।

ऑटोनामस के छात्रों को बताया अंग्रेजी का महत्व

ऋषिकेश।
मंगलवार को ऑटोनॉमस महाविद्यालय में अंग्रेजी विभाग की ओर से कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी भाषा के करियर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई। कार्यशाला में 60 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। हावर्ड इंस्टीट्यूट ऋषिकेश के अंग्रेजी विशेषज्ञ गुरु भट्टाचार्य ने बताया कि अंग्रेजी एक भाषा जरूर है लेकिन यह आत्मविश्वास जगाती है और आपके व्यक्तित्व निखारती है। करियर के हर मोड़ पर अंग्रेजी भाषा की आपको जरूरत महसूस होगी। औद्योगिक जगत हो या शिक्षण संस्थान हर जगह अंग्रेजी भाषा की मांग है। उन्होंने बताया कि कॉलेजों में प्लेसमेंट के लिए होने वाले साक्षात्कार भी अब अंग्रेजी भाषा में ही होते हैं। वहीं छात्रों ने अंग्रेजी भाषा सीखने व बोलने में आने वाली दिक्कतों का कारण जाना। गुरु भट्टाचार्य ने छात्रों को सामान्य जीवन में अंग्रेजी का बोलचाल करने की सलाह दी। इस अवसर पर अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक, डॉ. अंजू भट्ट, डॉ. सतेन्द्र कुमार, मयंक रैवानी, अवन्तिका पोरवाल, हर्ष कुमार, शुभम गौर आदि उपस्थित थे।

ऑटोनॉमस के छात्र ने छात्रा को मारा थप्पड़

ऋषिकेश।
ऑटोनॉमस कॉलेज में शनिवार को बीकॉम फेकल्टी के बाहर फैकल्टी के ही एक छात्र और छात्रा में कहासुनी हो रही थी। तभी छात्रा को छात्र ने सरेआम थप्पड़ मार दिया। थप्पड़ मारने के बाद छात्रा चिल्लाने लगी तो उसके सारे साथी इकट्ठा हो गए। वे छात्रा के साथ सरेआम हुई मारपीट पर आक्रोशित थे। उन्होंने प्राचार्य कक्ष के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। सभी छात्र मिलकर आरोपित छात्र पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
हंगामा बढ़ता देख प्राचार्य ने आरोपित छात्र को बुलाया। लिखित माफी मांगने की शर्त पर मामला शांत हो गया। प्राचार्य डॉ. डीसी नैनवाल का कहना है कि छात्र-छात्रा दोनों शीशमझाड़ी के रहने वाले हैं। छात्रा के परिवार से बातचीत में पता चला कि छात्र का छात्रा के घर भी आना-जाना है। दोनों अच्छे दोस्त भी हैं। फिलहाल आरोपित छात्र को लिखित में माफी मांगने के निर्देश दिए गए हैं। प्राचार्य ने आरोपित छात्र को सस्पेंड कर दिया है।

एनएसयूआई के छात्रसंघ समारोह में पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष

ऋषिकेश।
बुधवार को ऑटोनॉमस महाविद्यालय में छात्रसंघ समारोह का शुभारम्भ कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास रावत व महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डीसी नैनवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना देवा श्री गणेशा के साथ हुई। छात्रा आयुषी चौहान ने जलते दिए गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्द कर दिया। छात्र शिवम अरोड़ा की हिप-हॉप प्रस्तुति ने छात्रों को खूब झुमाया। छात्र फरमान ने चांद छुपा बादल में गीत गाया,तो हर्षित बडोला ने फ्री-स्टाइल डांसकर खूब तालियां बटोरी। छात्र गोपाल ने गिटार की धुन पर तुझे सब है पता मेरी मॉ गीत प्रस्तुत किया। 105छात्रा राधिका सेमवाल ने तेरी ओर चलने लगी, शालिनी ने मैने हर गली फूलों से सजा रखी है। दीपक चमोली ने लाई वी न गई गीत गाकर समारोह में समा बांधा। जबकि शिवा शर्मा के गीत ने सबको चकित कर दिया। आर्यन छात्र संगठन संरक्षक लक्ष्मण सिंह बिष्ट, हिमालयन अस्पताल के संस्थापक स्वामीराम के पुत्र मोहित कुमार, कांग्रेस नगर कार्यवाहक अध्यक्ष शिवमोहन मिश्रा, शूरवीर सिंह भण्डारी, विवेक तिवारी, दीपक रावत, डॉ.एमपी नगवाल, प्रदीप राणा, भूपेन्द्र गिरी महाराज, डॉ. राजेश नौटियाल, डॉ. अनीता रावत, डॉ. अल्पना जोशी, डॉ. वीएल गुप्ता, डॉ. डीसी गोस्वामी आदि उपस्थित थे।

प्राध्यापकों को चेकिंग करते देख कई छात्र बैरंग ही वापस लौटे

आईकार्ड मांगे तो छात्रों में मची अफरा-तफरी
बाहरी छात्रों के चलते कॉलेज प्रशासन ने उठाया कदम

ऋषिकेश।
गुरुवार को ऑटोनॉमस कॉलेज में प्राचार्य ने प्राध्यापकों के साथ मिलकर छात्रों के आईकार्ड की जांच की। अचानक कॉलेज प्रशासन के द्वारा आईकार्ड जांचने से कॉलेज के छात्रों में हड़कंप मच गया। कुछ छात्र तो डर के चलते मुख्य गेट से ही बैरंग लौट गये। वहीं, कुछ छात्रों ने आइकार्ड नही होने की बात कही। टीम के सदस्यों ने छात्रों से कॉलेज आते समय आइकार्ड अपने साथ लाने के निर्देश दिये। गौरतलब है कि कॉलेज की दिवार बीते छह माह से क्षतिग्रस्त है। ऐसे में बाहरी लोग भी कॉलेज में आसानी से आ जा रहे है।
ऑटोनॉमस कॉलेज में छात्राओं की संख्या अधिक है। बाहरी लोगो से कॉलेज का माहौल खराब होने का खतरा बना रहता है। प्राचार्य डॉ. डीसी नैनवाल व अन्य प्राध्यापकों ने खेल मैदान में बैठे छात्रों से क्लास की जानकारी भी ली। कई छात्र क्लास छोड़ खेल मैदान में खाली बैठे मिले। टीम ने क्लास पढ़ने को चेताया। कहाकि 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है। ऐसे में छात्रों को क्लास नही छोडनी चाहिये।
105टीम ने अलग-अलग गेट व कॉलेज परिसर में लगातार दो घंटे तक अभियान जारी रखा। टीम में प्राचार्य डॉ. डीसी नैनवाल, डॉ. वीपी अग्रवाल, डॉ. एमपी नगवाल, डॉ. अंजू भटट, डॉ. पूनम रावत आदि मौजूद थे।