22 साल बाद धामी की कार्यकुशलता से परिसंपत्ति बंटवारे को लेकर होने लगा निर्णय

गुरुवार को हरिद्वार में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के नवनिर्मित भागीरथी पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखण्ड सरकार को अलकनंदा पर्यटक आवास गृह का हस्तांतरण किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अलकनंदा पर्यटक आवास गृह की चाबी सौंपी। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा 43.27 करोड़ रूपये की लागत के 2964 वर्ग मीटर में बने भागीरथी पर्यटक आवास गृह में 100 कक्ष, बेंक्वेट हॉल एवं 150 चौपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में संपत्ति विवाद चल रहा था। 2017 में दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनने के बाद संपत्ति बंटवारे के लिए सकारात्मक पहल हुई। नवम्बर 2021 में संपत्ति बंटवारे से संबंधित लगभग सभी मामलों का समाधान किया गया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज अलकनन्दा पर्यटक आवास गृह उत्तराखण्ड सरकार को मिल गया है और उत्तर प्रदेश का भागीरथी पर्यटक आवास गृह बन चुका है। अलकनन्दा और भागीरथी नदी जब आपस में मिलती है, तब गंगा कहलाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने के लिए दोनों राज्यों की सरकारें मिलकर कार्य करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में हर संभव मदद दी जायेगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है। उत्तराखण्ड 100 करोड़ से अधिक भारतवासियों को आकर्षित कर सकता है। उत्तराखण्ड के चारधाम और मां गंगा श्रद्धालुओं को यहां आने के लिए आकर्षित करते हैं। उत्तराखण्ड में स्प्रिचुअल टूरिज्म के साथ ही ईको टूरिज्म के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। देश के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री के विजन के साथ हम सबको जुडना होगा। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम संवर चुका है। श्री बद्रीनाथ एवं हरिद्वार के विकास के लिए भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के भाव एवं भावनाएं एक जैसी हैं। पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड उनकी मातृभूमि भी है। उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है, अतिथि सत्कार का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर उत्तराखण्ड को वैश्विक पहचान दिलानी होगी।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में भागीरथी पर्यटक आवास गृह के लोकार्पण एवं अलंकनन्दा पर्यटक आवास गृह के उत्तराखण्ड को हस्तांतरित करने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि नवंबर 2021 में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के मध्य परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच जो बैठक हुई थी, उसमें सभी मामलों का योगी आदित्यनाथ जी द्वारा समाधान किया गया वह सराहनीय है। उन्होंने एक बड़े भाई का फर्ज निभाया। आज भौतिक एवं आध्यात्मिक विकास से नये भारत का निर्माण हो रहा है। योगी आध्यात्मिक चेतना को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। राज्य में सड़क, हवाई एवं रेल कनेक्टिविटी का तेजी से प्रसार हुआ है। केदारनाथ का पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हुआ है। बद्रीनाथ को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को हमें मिलकर पूरा करना होगा।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचन्द अग्रवाल, गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, चन्दनराम दास, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक मदन कौशिक, उत्तर प्रदेश के मंत्री जयवीर सिंह, ब्रिजेश सिंह, कपिलदेव अग्रवाल एवं संतगण मौजूद रहे।

योगी आदित्यनाथ के पिता पंचतत्व में विलीन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता स्व. आनंद सिंह बिष्ट मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हुए। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, योग गुरु बाबा रामदेव, स्वामी चिदांनद सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने उनके अंतिम दर्शन किए। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पिता के पार्थिव शरीर को सबसे बड़े पुत्र मानवेन्द्र सिंह बिष्ट ने मुखाग्नि दी। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिग का पूरा ख्याल रखा गया।
मंगलवार सुबह ठीक नौ बजे पंचूर गांव से स्व. आनंद सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर एंबुलेंस के जरिए फुलचट्टी पहुंचा। एंबुलेंस से पिता के पार्थिव शरीर को सबसे बड़े पुत्र मानवेन्द्र सिंह, तीसरे नंबर के पुत्र शैलेन्द्र मोहन, चैथे नंबर के पुत्र महेन्द्र सिंह और परिवार के अन्य सदस्य लेकर गंगा घाट पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा मंत्री धन सघ्ंिह रावत, बदरीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, संगठन मंत्री अजेय, यूपी के एडिशनल रेजीडेंट कमिश्नर सौम्य श्रीवास्तव, यूपी सीएम के ओएसडी राजभूषण सिंह रावत, मुख्य व्यवस्था अधिकारी यूपी राजीव तिवारी, योग गुरु बाबा रामदेव, स्वामी चिदानंद सरस्वती आदि ने पार्थिव शरीर को पुष्पचक्र अर्पित व शॉल चढ़ाकर श्रद्घांजलि दी। इसके बाद शोक शस्त्र सलामी दी गई। साथ ही दो मिनट का मौन भी रखा गया।

पार्थिव शरीर को गंगा स्नान कर हिंदू रीति रिवाज से दाह संस्कार की प्रक्रिया अपनाई गई। स्व. आनंद सिंह बिष्ट के सबसे बड़े पुत्र मानवेन्द्र सिंह बिष्ट ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान योग गुरु बाबा रामदेव वैदिक मंत्रो का उच्चारण करते रहे। इस मौके पर पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, यूपी की गोविंदनगर विधानसभा के विधायक सुरेन्द्र मैथानी, गन्ना एवं चीनी उद्योग बोर्ड के अध्यक्ष भगतराम कोठारी, एसएसपी पौड़ी दिलीप सिंह कुंवर, एडिशनल एसपी पौड़ी प्रदीप कुमार रॉय, एसडीएम यमकेश्वर श्याम सिंह राणा, पुलिस उपाधीक्षक संचार अनूप काला, सीओ सदर वंदना वर्मा, सीओ कोटद्वार अनिल जोशी, कोतवाल पौड़ी मनोज असवाल, थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला राकेन्द्र सिंह कठैत आदि उपस्थित रहे।

बालिकाओं की शिक्षा पर था जोरः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि स्व. आनंद सिंह रावत जीवन के अंतिम समय में पूरी तरह से संतुष्ट थे। उन्होंने डेढ़ माह पूर्व यह बात मुझसे कही थी। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा पर जोर देते हुए एक प्राइवेट महाविद्यालय की स्थापना की। योगी आदित्यनाथ जैसे पुत्र को जन्म देने वाले स्व. आनंद सिंह ने सामाजिक जीवन जिया। आज पिता के गुण को आत्मसात करते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार, गुंदागर्दी, माफियाराज रोकने में कामयाब हुए है। योगी सन्यासी होते हुए न सिर्फ राज्य चला रहे है बल्कि सनातम धर्म की पताका को भी फैला रहे है।

घाट में प्रवेश को लेकर पुलिस रही सतर्क
कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी को देखते हुए फुलचट्टी स्थित गंगा घाट पर पौड़ी प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए। पुलिस कर्मियों ने घाट में प्रवेश करने वाले प्रत्येक सदस्य को सैनिटाइजर से हाथ धुलवाए। इसके अलावा पार्थिव शरीर को श्रद्वांजलि देने के बाद सभी को सैनिटाइज भी किया गया। साथ ही पार्थिव शरीर को मुखाग्नि के दौरान भी सोशल डिस्टेंस का पालन हुआ। मुख्य घाट पर सिर्फ 20 सदस्यों को ही जाने की अनुमति दी गई। इस दौरान मीडिया कर्मियों को दूर से ही कवरेज करने को कहा गया।