मंगलवार से राज्य में मिल सकती है कोविड कर्फ्यू में आंशिक ढील


उत्तराखंड में एक जून से कोविड कर्फ्यू में आंशिक ढील देने की संभावना है। सरकार दुकानों के खुलने के समय को बढ़ाकर और सप्ताह में एक से अधिक दिन खोले जाने का निर्णय ले सकती है। 31 मई को प्रदेश सरकार कोविड कर्फ्यू को आगे बढ़ाने का निर्णय लेगी। इसका राज्य को फायदा हुआ है। कोविड कर्फ्यू लागू होने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के मामलों में लगातार कमी आई है।

सरकारी सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि एक जून से कोविड कर्फ्यू में आंशिक ढील दी जा सकती है। यह ढील कंटेनमेंट जोन से बाहर दी जाएगी। यह रियायत परचून की दुकानों को खोलने के समय को बढ़ाने या सप्ताह में एक से अधिक दिन के लिए खोलने की अनुमति के तौर पर सामने आ सकती है। दुकानों को खोलने के संबंध में व्यापारी वर्ग का भी सरकार पर लगातार दबाव बन रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भी कर्फ्यू में आंशिक रियायत दिए जाने की हिमायत की है। जानकारों का मानना है कि कर्फ्यू कोरोना की चेन तोड़ने में सहायक रहा है। लेकिन अब भी कोरोना संक्रमण के हालात सामान्य नहीं हैं।

राज्य के 13 में से 12 जिलों में 387 कंटेनमेंट जोन हैं। सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन मैदानी जिले देहरादून में 70 और पर्वतीय जिलों में उत्तरकाशी में 62 हैं। इसके अलावा टिहरी में 55, यूएसनगर में 45, हरिद्वार 29, चंपावत में 29, पिथौरागढ़ 10, पौड़ी में 17, चंपावत में 19, रुद्रप्रयाग 25, अल्मोड़ा 18 व नैनीताल में 8 कंटेनमेंट जोन हैं।

पूरे प्रदेश में कोविड कर्फ्यू से आर्थिक गतिविधियां ठप हैं। राज्य की अर्थव्यवस्था पर्यटन और तीर्थांटन कारोबार पर केंद्रित है। सीजन का केवल एक महीना यानी जून शेष है। जून आखिर तक प्रदेश में मानसून आ जाएगा।

शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा प्रदेश में कोविड कर्फ्यू के संबंध में सरकार सभी पहलुओं पर गौर करने के बाद निर्णय लेगी। आंशिक ढील दिए जाने की मांगें उठ रही हैं। ये सारी बातें सरकार के संज्ञान में हैं। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत व बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि सभी पहलुओं पर गौर करने के बाद ही आगे निर्णय लिया जाएगा।

सीएम ने चंपावत जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था जान व्यक्त की प्रसन्नता

जनपद चम्पावत के एक दिवसीय भ्रमण पर पंहुचे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा सर्वप्रथम जिला चिकित्सालय चम्पावत के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा के साथ पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड एवं आईसीयू वार्ड में जाकर भर्ती कोरोना मरीजों से वार्ता की और उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं भोजन आदि व्यवस्थाओं पर प्रशन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस महामारी के दौर में सभी चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ समेत प्रशासन रात-दिन कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगे भी वह इसी प्रकार कार्य करते हुए जिले को कोरोना मुक्त करें।

मुख्यमंत्री ने विकास भवन सभागार में संचालित कोविड कन्ट्रोल रूम में दूरभाष के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों से वार्ता कर उनका हाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उसके बाद मुख्यमंत्री ने आपदा कन्ट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया और वहा किये जा रहे कार्यो की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने जिला सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में कोविड संक्रमण की रोकथाम, उपचार एवं उससे बचाव आदि हेतु किए जा रहे कार्यों के साथ ही आगामी मानसून काल के मद्देनजर पूर्व तैयारी तथा जनपद में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु अधिक से अधिक सैम्पलिंग बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि गांव गांव में जाकर लोगो को इस महामारी के प्रति सचेत कर जन जागरूकता फैलाये। इस हेतु सभी ग्राम सभाओं में मेडिकल टीम जाकर जांच कराएं। लक्षण वाले प्रत्येक व्यक्ति को तत्काल दवा उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर निगरानी टीम को और अधिक एक्टिव रखते हुए संक्रमण को खत्म करने हेतु कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम जनगणना के समय घर घर जाकर प्रत्येक परिवार का डाटा एकत्र करते हैं।उसी तर्ज पर घर घर जाकर प्रत्येक परिवार की टेस्टिंग करना सुनिश्चित करें।

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया कराने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के साथ ही आगामी वर्षा के दौरान होने वाले जल जनित रोग, डेंगू की रोकथाम हेतु व्यापक स्तर पर सभी नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में नगर निकाय व पंचायती विभाग सेनेटाइजेसन का कार्य लगातार जारी रखें, साथ ही जनता को इसके प्रति प्रचार प्रसार कर जागरूक भी करें। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक गांव में कोरोना से संबंधित आवश्यक दवा की किट का भी वितरण शीघ्रता से उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने कहा कि सभी विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि भी गांव में जाकर लगातार दवा की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी लेते रहें।उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु कड़ाई से कर्फ्यू का अनुपालन कराने पर पुलिस कार्यवाही करें।

बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा आगामी मानसून काल के मद्देनजर की गई पूर्व तैयारियां की भी जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सभी विभाग किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु पूर्व तैयारी करते हुए अलर्ट रहें तथा किसी भी प्रकार की आपदा की घटना होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किए जाय। मानसून की दस्तक होने से पहले ही नाले व कलमठ आदि की सफाई कर ले ताकि वर्ष के दौरान सड़को में पानी इकट्ठा ना हो और लोगो को असुविधा ना हो। सभी तहसील व थाना स्तर पर आवश्यक उपकरण राहत पैकेट आदि की भी व्यवस्था के साथ ही राहत कैम्प चिह्नित कर उनमें आवश्यक व्यवस्था पूर्व से रखी जाए। उन्होंने कहा कि सभी सड़क निर्माण विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए बन्द सड़कों को तत्काल खोले जाने हेतु आपसी सहयोग से कार्य करें। विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने पेयजल, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा विभाग तथा विभिन्न कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह निर्माण कार्यों को समयबद्धता से पूर्ण करें। उन्होंने एनएच द्वारा निर्मित चल्थी रोड की तत्काल जांच करा कर रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों का सही निर्वहन करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि एक दूसरे के पूरक हैं वह मिलकर कार्य कर जिले को विकास के क्षेत्र में आगे ले जाएं। वह एक टीम भावना के साथ कार्य करें।

बैठक में सांसद अजय टम्टा एवं विधायक लोहाघाट पूरन फर्त्याल व अन्य जनप्रतिनिधियो द्वारा भी जिले के विकास के संबंध में अपनी बात रखी। बैठक के दौरान जिला प्रभारी मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि इस महामारी के कारण बहुत जनहानि हुई हैं जिसे और नही होने देना हैं। परन्तु इस कोरोना के समय मे भी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा अपनी जान जोखिम में डाल कर बहुत अच्छा और सरहानीय कार्य किया जा रहा हैं।

बैठक में जिलाधिकारी विनीत तोमर ने जिले में कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं वेक्सीनेसन हेतु किए जा रहे कार्यों के अतिरिक्त वर्तमान में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के अतिरिक्त आगामी मानसून काल के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु की गई पूर्व तैयारी के साथ ही जिले में संचालित विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड की तीसरी लहर की तैयारियां पहले ही सुनिश्चित कर ली गयी हैं।

बैठक के दौरान आयुक्त कुमाऊ अरविंद सिंह ह्यांकी द्वारा भी कोविड संक्रमण के नियंत्रण हेतु किए जा रहे कार्यों के अतिरिक्त अन्य बिंदुओं कोमुख्यमंत्री के सम्मुख रखा गया। उन्होंने कहा कि कुमाऊं के पहाड़ी जिलों में ऑक्सीजन सिलेंडर की समस्या को देखते हुए चंपावत, पिथौरागढ़ एवं बागेश्वर जिलों को 100-100 अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए गए हैं।आगामी मानसून काल के मद्देनजर और अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जा रही है।

बैठक में माननीय सांसद अल्मोड़ा अजय टम्टा, दर्जा प्राप्त मंत्री हयात सिंह मेहरा, विधायक लोहाघाट पूरन फर्त्याल, भाजपा जिला अध्यक्ष दीप चन्द्र पाठक, आयुक्त कुमाऊँ मंडल अरविंद सिंह ह्यांकी, पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं अजय रौतेला, जिलाधिकारी चम्पावत विनीत तोमर, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।

बागेश्वर महाविद्यालय में 100 बेड के कोविड केयर सेंटर का सीएम ने किया निरीक्षण, भर्ती मरीजों से भी की बात


एक दिवसीय भ्रमण पर जनपद बागेश्वर में पहुंचे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोरोना संक्रमण के नियंत्रण एवं उपचार हेतु कोविड चिकित्सालय एवं कोविड केयर सेंटर में की गयी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने स्थानीय महाविद्यालय में 100 बेड का बनाया गया कोविड केयर सेंटर निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके पश्चात ट्रामा सेंटर का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, तथा भर्ती मरीजों से दूरभाष कर वार्ता कर उनसे स्वास्थ के संबंध में जानकारी ली। जिला चिकित्सालय में बच्चों हेतु बनायें गयें वार्ड का भी निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री तीरथ सिहं रावत ने पीपीई किट पहनकर चिकित्सालय में भर्ती कोविड मरीजों से मिलकर उनके स्वास्थ के संबंध में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने चिकित्सालय में कार्यरत डॉक्टरों एवं स्टॉस नर्स सहित अन्य कार्मिको से वार्ता कर मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधा के संबंध मे जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी डॉक्टरों एवं अन्य स्टॉफ द्वारा पूर्ण मनोयोग से कार्य किया जा रहा है। उन्होने यह भी निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सभी लोंगो को मिलजुल कर कार्य करने की जरूरत है, तथा चिकित्सालय में भर्ती मरीजो की किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाय। इसमें विशेष कर सभी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन व दवा आदि की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। इसके साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने के निर्देश दियें। मुख्यमंत्री ने कोविड चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को बेहतर स्वास्थ सुविधायें उपलब्ध कराया जाने पर प्रशंसा व्यक्त की।

निरीक्षण के उपरान्त मुख्यमंत्री द्वारा विकास भवन सभागार में जनपद में कोविड संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए कियें जा रहें कार्यो की संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की गई। उन्होंने कोविड संक्रमण में लगे अधिकारियों को निर्देश दियें कि संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए ग्राम स्तर पर गठित निगरानी समिति को और अधिक बेहतर ढंग से कार्य करने की जरूरत है तथा किसी व्यक्ति में किसी प्रकार के लक्षण आने पर उसे तत्काल स्वास्थ परीक्षण हेतु प्रेरित एवं जागरूक किया जाय तथा अधिक से अधिक लोंगो की सैंपलिंग करायी जाय तथा लोंगो के मन से भय की भावना को हटाने के लिए उन्हें स्वास्थ परीक्षण कराने हेतु लगातार प्रेरित किया जाय। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि सभी को संकट की इस घडी में बेहतर से बेहतर स्वास्थ सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है, जिसके लिए प्रदेश के सभी चिकित्सालय में आई0सी0यू0 एवं वेंटीलेटर के साथ-साथ ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी बढायें गये है। इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर संचालित पीएचसी एवं सीएचसी सेंटरों में भी सभी आवश्यक व्यवस्थायें उपलब्ध कराये जाने हेतु कार्य किया जा रहा है। उन्होंने यह भी निर्देश दियें यदि किसी व्यक्ति में किसी प्रकार के लक्षण पाये जाते है तो उसे आवश्यक दवा किट उपलब्ध करायी जाय, इसके साथ ही आईवरमेक्टिन दवा को भी प्राथमिकता के साथ सभी लोगो को उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी लोगो का वैक्सीनेशन किया जाय, इस संबंध में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाय। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण पर सभी के सहयोग से काबू पाया जा सकता हैं, जिसके लिए सभी जनप्रतिनिधियो एवं अधिकारी व कार्मिकों को आपसी समन्वय से मिलजुल कर कार्य करने की आवश्यकता है। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमण के साथ-साथ आगामी मानसून के दृष्टिगत सभी संबंधित विभागों को अपनी-अपनी पूर्ण तैयारी करने के निर्देश दियें, तथा सड़क मार्ग से जुडें विभागों, खाद्यान्न, विद्युत, जल संस्थान, पेयजल, सिंचाई आदि विभागों को समय रहते सभी अवश्यक व्यवस्थायें तत्काल करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने आपदा के उपयोग मे लाये जाने वाले उपकरणो को भी दूरस्थ क्षेत्रों में रखने के निर्देश दियें। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद में संचालित विकास कार्यो समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में जो भी विकास योजनायें संचालित हो रही हैं, उसका लाभ आमजनता तक उपलब्ध हो, इस दिशा में कार्य किया जाय। इस दौरान मुख्यमंत्री जी द्वारा जनपद में कोविड संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए बेहतर ढंग से कार्य कियें जाने पर जिलाधिकारी सहित उनकी पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि जिस तरह से अभी तक इस संक्रमण के रोकथाम के लिए कार्य किया गया है आगे भी इसी मनोयोग से कार्य करने की आवश्यकता है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि समीक्षा बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों ने जो भी सुझाव व मांग की गई है उन सभी पर सकारात्मक ढंग से विचार किया जाएगा।

समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी विनीत कुमार ने अवगत कराया कि कोरोना संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए जनपद में सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी गयी है। जनपद में बढते संक्रमण के दृष्टिगत कोविड चिकित्सालय में 26 बेड के स्थान पर 44 और ऑक्सीजन बेड तैयार कियें गये है, इसी के साथ कोविड केयर सेंटर में 100 ऑक्सीजन बेडो की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा बैजनाथ पर्यटन आवास गृह में 20 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा जनपद में तीन सौ से अधिक जंबो सिंलिडरों, 135 बी-टाईप सिंलिडर तथा 194 ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर उपलब्ध है। इसके अलावा जनपद में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी स्वीकृत हो गया है, जिस पर कार्य जल्द ही शुरू किया जायेगा। इसके साथ ही दूरस्थ क्षेत्र कपकोट में भी सीएचसी में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने की कार्यवाही की जा रही है। कौसानी में 85 बेड का कोविड केयर सेंटर संचालित किया जा रहा हैं तथा कपकोट एवं काण्डा में भी कोविड केयर सेंटर तैयार कियें जा रहें है। उन्होंने कहा कि जनपद मे आने वाले व्यक्ति की निगरानी ग्राम निगरानी समिति के अलावा सीआरटी एवं बीआरटी टीमों द्वारा भी किया जा रहा है, तथा मेडिकल किट भी उपलब्ध कराये जा रहे है। तथा सभी आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ती को चार-चार ऑक्सीमीटर व थर्मामीटर तथा पीपीई किट के साथ मॉस्क एवं सेनेटाईजर भी उपलब्ध करायें गये हैं। इसके साथ ही जनपद में वैक्सीनेशन का कार्य सफलता पूर्वक किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि आगामी मानसून के दृष्टिगत सभी अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक कर ली गयी है तथा सभी को की जाने वाली तैयारियो एवं व्यवस्थाओ के संबंध में भी दिशा निर्देश दिये गये है।

इस अवसर पर सांसद अल्मोंड़ा अजय टम्टा, पेयजल मंत्री व कोविड प्रभारी बिशन सिंह चुफाल, अध्यक्ष जिला पंचायत बंसती देव, विधायक बागेश्वर चंदन राम दास, कपकोट बलवंत सिंह भौर्याल, जिलाध्यक्ष भाजपा शिव सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष जिला पंचायत नवीन परिहार, शेर सिंह गढिया, ब्लॉक प्रमुख कपकोट गोविन्द सिंह दानू, गरूड हेमा बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 बीडी जोशी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, उपजिलाधिकारी बागेश्वर योगेन्द्र सिंह, काण्डा राकेश चन्द्र तिवारी, गरूड जयवर्द्धन शर्मा, कपकेट प्रमोद कुमार, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्या, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह आदि मौजूद रहे।

कर्मियों के साथ ईओ मुनिकीरेती उतरे मैदान पर, किया सेनेटाइजिंग

वर्तमान में कोरोना का आतंक विश्वभर में फैला हुआ है, जिससे समस्त मानवजाति में भय व्याप्त है। ऐसी स्थिति में नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला के अधिशासी अधिकारी बीपी भट्ट अपने पर्यावरण मित्रों का मनोबल बढ़ाने में लगे हैं। इसके तहत रविवार को खुद ईओ निकाय कर्मियों के संग विभिन्न जगहों पर सेनेटाइजिंग करने पहुंचे।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के मद्देनजर बीते शनिवार को पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी की अध्यक्षता में सभासदों और सफाई नायकों की एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। इसमें पालिका क्षेत्र को सेनेटाइजिंग करने, कीटनाशकों का छिड़काव, फागिंग एवं सफाई व्यवस्था पर चर्चा की गई। बैठक में पालिकाध्यक्ष ने सप्ताह में दो दिनों शनिवार और रविवार को संपूर्ण क्षेत्र में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव करने के विशेष निर्देश दिए। रविवार सुबह ईओ बद्री प्रसाद भट्ट के नेतृत्व में पालिका की सेनेटाइजिंग टीम शीशम झाड़ी क्षेत्र में पहुंची। यहां खुद ईओ ने मशीन हाथों में लेकर क्षेत्र को सेनेटाइज किया। उन्होंने बताया कि कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए वह सदैव प्रयासरत हैं।

कोविड-19 से सुरक्षा के तहत पालिका के समस्त कर्मियों को पूर्व में वैक्सीन लगाई गई है। साथ ही दूसरी लहर के संक्रमण को देखते हुए सभी का कोविड टेस्ट पुनः कराया जा रहा है, जिसमें से अब तक 27 कर्मियों का कोविड टेस्ट किया गया है। बताया कि इसके साथ ही समस्त क्षेत्र में मुनादी के माध्यम से लोगों से घरों में रहने, माॅस्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील लगातार की जा रही है। मौके पर सफाई निरीक्षक भूपेंद्र सिंह पंवार, सफाई नायक मायाराम, राजू, महिपाल, देवेंद्र, दीपक कुमार आदि उपस्थित थे।

अब कोरोना जांच रिपोर्ट के इंतजार बिना शुरू होगा इलाजा, तीरथ सरकार ने उठाया बड़ा कदम


देहरादून। प्रदेश भर में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नई रणनीति बनाई है। जिन मरीजों में वायरस के लक्षण होंगे उनके लिए रिपोर्ट का इंतजार नहीं किया जाएगा बल्कि दवाई शुरू कर दी जाएंगी।

कोरोना के लक्षण वाले मरीज विभिन्न अस्पतालों में जांच कराने पहुंच रहे हैं। जांच का दबाव बढने से उन्हें जांच रिपोर्ट भी कई दिन में मिल रही है। जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी की वजह से इलाज में भी विलम्ब हो रहा है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब नई पहल की है। इसके तहत जिन मरीजों में लक्षण है उनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार नहीं किया जाएगा। ऐसे मरीजों की दवाएं शुरू कर दी जाएंगी।

स्वास्थ्य महानिदेशक डा तृप्ति बहुगुणा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। सभी जिलों के अधिकारियों को इस बावत आदेश दिये हैं।जिसके तहत लक्षण वाले मरीजों के लिए संबंधित जांच केंद्र पर एक पैकेट मौजूद रहेगा। इस पैकेट में दवाओं के साथ उसे प्रयोग करने की विधि से संबंधित पर्चा होगा। मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने, सैनिटाइजेशन व शारीरिक दूरी का पालन करने की भी जानकारी दी जाएगी।

पैकेट में होंगी ये सात दवाएं
– आइवरमेक्टिन
– एजिथ्रोमायसिन
-डोक्सी
-क्रोसिन
-लिम्सी
-जिंकोनिया
– कैलसिरोल सचेट

दवाओं के साथ ये भी सलाह
– दिन में 3-4 लीटर पानी पीएं।
– दिन में कम से कम 3 बार भाप लें।
– 8 घंटे की नींद लें।
– 45 मिनट तक व्यायाम करें।
– समय-समय पर ऑक्सीजन का स्तर चेक करते रहें।

वीकेंड बंद की तस्वीरों में लौटी 2020 की यादें

शासनादेश के तहत आज से लागू प्रत्येक रविवार को आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान के बंद की तस्वीरों ने बीते वर्ष 2020 की याद दिला दी। अगर हम 2020 को कोरोना आफ द ईयर कहें तो गलत भी नहीं होगा। वर्ष 2020 में जिस तरह से बाजारों में सन्नाटा, लोगों के बेवजह घूमने, बाहर निकलने पर रोक लगी हुई थी। इसी तरह वीकेंड बंद यानी आज की तस्वीरों ने उन्हीं दिनों की याद ताजा कर दी।

बीते रोज मुख्य सचिव की ओर से राज्य के प्रत्येक जिले में रविवार को बंद की घोषणा के बाद से स्थानीय प्रशासन ने रात्रि में ही अपनी तैयारियां शुरू कर दी। पुलिस की ओर से रात्रि नगर के मुख्य चैराहों पर बेरिकेडिंग लगा दिए गए। वहीं, लोगों में भी जागरूकता देखने को मिली। कुछ एक को छोड़कर लोग बिना आवश्यकता के घर से बाहर नहीं निकले। आज मुनिकीरेती, कैलाश गेट, ढालवाला, तपोवन बैरियर, भद्रकाली बैरियर, त्रिवेणी घाट बाजार, मुखर्जी मार्ग, हरिद्वार मार्ग, देहरादून रोड, रेलवे रोड, तिलक रोड, हीरालाल मार्ग, लक्ष्मणझूला रोड सहित ग्रामीण क्षेत्र, श्यामपुर, रायवाला आदि में बंद का व्यापक असर दिखाई दिया। आवश्यक सेवा जैसे मेडिकल, डेली नीड्स की शाॅप, डेयरी आदि खुली रही।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस भी तैनात रही और प्रत्येक आने जाने वाहनों और पैदल राहगीरों से पूछताछ भी करती दिखी। कागजात दिखाने व वाजिब जबाव के बाद पुलिस ने आगे जाने दिया। इसी तरह त्रिवेणी घाट पर भी सन्नाटा रहा। सब्जी मंडियों में भी कोरोना का भय साफ देखने को मिला। पुलिस की अलग-अलग टुकड़ी क्षेत्र में गश्त करती रही।

रविवार को कोरोना कर्फ्यू का आदेश मुख्य सचिव ने किया जारी

राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन में संसोधन किया है। इसके तहत अब रात्रि कोरोना कर्फ्यू नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। देहरादून नगर निगम क्षेत्र में प्रत्येक शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 कर्फ्यू रहेगा। प्रदेश के अन्य जिलों में हर रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 कर्फ्यू लागू रहेगा। इसको लेकर मुख्य सचिव ने शनिवार को आदेश जारी कर दिए हैं।

उत्तराखंड के सभी जिलों में रात्रि कर्फ्यू नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा।
जनपद देहरादून के नगर निगम क्षेत्र में 18 अप्रैल से हर शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा।
प्रदेश के अन्य जनपदों में अप्रैल के हर रविवार को साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा।
देहरादून के अन्तर्गत आवश्यक सेवाओं से संबंधित सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय संस्थान शनिवार को भी खुले रहेंगे। इन प्रतिबंधों के दौरान निम्नलिखित गतिविधियों में छूट प्रदान की जायेगी।
जिन औद्योगिक संस्थाओं में कई पालियों में कार्य होता है, उनके कर्मचारियों को आवागमन में छूट।
राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर आपातकालीन परिचालन के लिए व्यक्तियों और सामानों की आवाजाही।
मालवाहक वाहनों की यात्रा और उतार-चढ़ाव में कार्यरत व्यक्तियों के लिए छूट।
बसों, ट्रेनों और हवाई जहाज से उतरने के बाद अपने गंतव्य के लिए जाने वाले यात्रियों को छूट।
शादी, सामाजिक और धार्मिक आयोजनों के लिए बैंक्वेट हॉल-सामुदायिक हॉलध्धार्मिक स्थलों से आवाजाही के लिए निर्धारित समय में प्रतिबंधों से छुट प्रदान की जाएगी।
जिन संस्थानों में रात्रि पाली में कार्य होता है उसके कार्मिकों को कार्यस्थल तक आवागमन के लिए छूट।

मुख्यमंत्री बोले, होम आइसोलेशन की प्रभावी रणनीति बनाई जाए

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निर्देश दिये हैं कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराया जाए। जो लोग मास्क सही तरीके से नहीं पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि परीक्षाओं को स्थगित किया जाए और कॉलेजों में केवल ऑनलाइन क्लासेज की अनुमति दी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जागरूकता पर सबसे अधिक जोर दिया जाए। टेस्टिंग की संख्या बढाई जाए और वैक्सीनैशन अभियान में भी तेजी लाई जाए। कङाई भी और दवाई भी, पर काम करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन की प्रभावी रणनीति बनाई जाए। होम आईसोलेशन वालों को जरूरी किट दी जाए और उनसे लगातार सम्पर्क रखा जाए। कोविड केयर सेंटरों को मजबूत किया जाए। कंट्रोल रूम का प्रभावी संचालन हो। वहां प्रशिक्षित अधिकारी और कार्मिक तैनात किये जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मृत्यु दर को कम करने के लिये यह सुनिश्चित किया जाए कि संक्रमित व्यक्ति को समय पर ईलाज मिले। कान्टेक्ट ट्रेसिंग बहुत जरूरी है। कंटेन्मेंट जोन में पूरी सख्ती रखी जाए।

मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि पिछली बार फ्रंटलाइन वर्कर्स ने बहुत अच्छा काम किया था। इस बार भी उसी जज्बे के साथ हमें संक्रमण को रोकना है। बोर्डर्स पर चैकिंग की जाए। आरटीपीसीआर टेस्ट का अनुपात बढाया जाए।

सचिव अमित नेगी ने कहा कि वर्तमान में हमारे पास आईसीयू बेड, वैंटीलेटर, आक्सीजन सपोर्ट बेड पर्याप्त हैं। हमें इन सुविधाओं को और बढाना है।पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है परंतु पूरी गम्भीरता से काम करना है। किसी भी तरह की शिथिलता न रहे।

प्रभारी सचिव डॉ पंकज पाण्डेय ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिलावार सारी स्थिति की जानकारी दी। बैठक में डीजीपी अशोक कुमार, सचिव नितेश झा, डीजी हेल्थ तृप्ति बहुगुणा, सभी जिलाधिकारी आदि उपस्थित थे।

सीएम हुए फेसबुक लाइव, सभी के स्वस्थ रहने की कामना

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने फेसबुक लाईव के माध्यम से प्रदेशवासियों को सम्बोधित कर सभी के स्वस्थ रहने की कामना की। उन्होंने कहा कि हम सब जान रहे हैं कि कोरोना से लङने में हमारे अनेक ऐसे लोग बिल्कुल फ्रंटलाइन में लड़ रहे हैं। सब जानते हैं कि यह एक वैश्विक महामारी है ऐसे में जो भी हमारे वॉरियर्स है हम उनका सहयोग करें। 24-24 घंटे हमारे डॉक्टर ड्यूटी कर रहे हैं, हमारे पुलिस के जवान और तमाम जो उनके सहयोगी हैं वो रात दिन चौराहों पर खड़े होकर के मोहल्ले में घूम घूम कर सेवा अपनी दे रहे हैं। आप भी उनकी चिंता करें क्योंकि वह सारा जोखिम आपके लिए, मेरे लिए, हमारे लिए उठा रहे हैं । मुझे विश्वास है कि आप उनकी जरूर चिंता करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बार बार यह आग्रह किया है कि सोशल डिस्टेंस को हर हाल में बना कर रखना है नहीं तो हमारी सारी तपस्या बेकार हो जाएगी यह सब बेकार हो जाएगा और इसलिए इस वाक्य को हम ब्रह्म वाक्य समझ करके इसका पालन करेंगे तो इस बीमारी से हम लोग न केवल निजात पाएंगे बल्कि हम अपने पड़ोसी अपने प्रदेश व अपने देश को भी बचा पाएंगे।

पांच अप्रैल के आह्वान पर एकजुटता का दें परिचय
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सारी देश की जनता से कहा है कि पांच अप्रैल को हम अपने घरों में रात नौ बजे बत्ती बुझा कर और बाहर अपनी बालकनी में, दरवाजे पर खड़े होकर नौ मिनट हम लोग रोशनी करें। दिया जलाएं, लालटेन जलाएं, टोर्च जलाएं, मोमबत्ती जलाएं या फिर मोबाईल की फ्लैश लाइट को जलाएं और अपनी एकता का परिचय दें। हम कोरोना के खिलाफ एकजुट है, इस एकजुटता का परिचय हमको 5 अप्रैल रात्रि नौ बजे से नौ मिनट यानी कि 9ः09 हमको अपनी एकता का संदेश देना है कि हम सब सैनिक बनकर के कोरोना को इस देश से भगाएंगे।

सीएम ने जनता से मांगा सुझाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के गरीबों के लिए गरीब कल्याण पैकेज दिया है और उसका पैसा अकाउंट में आना शुरू हो गया है राज्य सरकार ने भी जो श्रमिक है उनके अकाउंट में पैसा डालना प्रारंभ कर दिया है। जब कभी बैंक में जाए पैसा लेने के लिए तो उसमें सामाजिक दूरी बनाकर रखेंगे। कम से कम डेढ़ मीटर की दूरी। कई जगह हमारे यहां वृद्ध आश्रम, अनाथ आश्रम है उनकी भी हम चिंता करें वहां पर कोई भूखा ना सोए उनका दायित्व भी हमारे ऊपर है। सीएम ने कहा कि समाज को जागरूक करें, कैसे हम उनको एजुकेट करें किस ढंग से हम अपनी व्यवस्था बनाए कैसे प्लानिंग करें इस संबंध में सुझाव आमंत्रित हैं।

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