भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ शहरी विकास मंत्री की हुई भेंट, निकाय चुनाव रहा वार्ता का विषय


कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट जी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान निकाय चुनाव को लेकर भी वार्ता की गई।

शासकीय आवास पर हुई मुलाकात के दौरान डॉ अग्रवाल ने निकाय चुनाव को लेकर वार्ता की। इस पर प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट जी ने बताया कि निकाय चुनाव में पार्टी से दावेदारी पेश कर रहे उम्मीदवारों के साथ बैठक की जा रही है। उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा मतदान हो और नए मतदाताओं को मतदाता सूची से जोड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की धामी सरकार ने राज्य के हित में अनेक लोकहितकारी फैसले लिए हैं। कहा कि केंद्र में पुनः पीएम मोदी जी की सरकार बनने जा रही है। निकाय चुनाव में भी भाजपा अपना परचम लहराएगी।

मुनिकीरेती नगर पालिका होगी उच्चीकृत, वित्त मंत्री के अनुमोदन के बाद अब कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार

अब नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती उच्चीकृत होकर ग्रेड-02 से ग्रेड-01 श्रेणी में शामिल होने जा रही है। वित्त व शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने इस प्रस्ताव पर अपना अनुमोदन दिया है। ग्रेड-01 में शामिल होने के बाद मुनिकीरेती पालिका को अधिक अनुदान तो मिलेगा ही। साथ ही निर्धारित मानकों के अनुसार पदों में भी वृद्धि होगी।

वित्त व शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमंचद अग्रवाल ने बताया कि नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती के उच्चीकृत होने का प्रस्ताव उनके समक्ष आया था। बताया कि उच्चीकृत होने के सभी मानकों (स्वयं के स्त्रोत से पालिका की आय एक करोड़ रूपये से अधिक हो, स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार सुधार तथा कर एकत्रीकरण की परफारमेंस बेहतर हो) को नगर पालिका मुनिकीरेती ने पूर्ण किया है। जिसके आधार पर वित्त व शहरी विकास मंत्री डा. अग्रवाल ने अपना अनुमोदन दिया है। डा. अग्रवाल ने बताया कि मुनिकीरेती पालिका ग्रेड-01 में शामिल होने वाली यह सातवीं नगर पालिका होगी।

डा. अग्रवाल ने बताया कि ग्रेड-01 में उच्चीकृत होने के बाद मुनिकीरेती पालिका में पदों का विस्तार होगा। बताया कि 12 जून 2016 के शासनादेश के आधार पर पालिका में मुख्यतः सहायक अभियन्ता, कर एवं राजस्व अधीक्षक, मुख्य सफाई निरीक्षक, लेखाकार सहित अन्य पदों में वृद्धि होगी। बताया कि जिससे निकाय अपने क्षेत्रान्तर्गत किये जा रहे कार्यों का और अधिक रूप से निरीक्षण कर सकती है तथा करों के निर्धारण में अधिक वृद्धि कर सकती है।

डा. अग्रवाल ने बताया कि ग्रेड-01 में उच्चीकृत होने के बाद मुनिकीरेती पालिका को राज्य वित्त आयोग की आगामी संस्तुतियों में ग्रेड-01 का लाभ प्राप्त करते हुए अधिक अनुदान प्राप्त होगा।

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’एक नजर मुनिकीरेती नगर पालिका पर’
वर्ष 1997 तक इस क्षेत्र की टाउन एरिया में गिनती होती थी। वर्ष 1998 में इसे नगर पंचायत मुनिकीरेती का स्वरूप दिया गया। नगर पंचायत के बेहतर प्रदर्शन के आधार पर वर्ष 2014 में इसे ग्रेड-02 की नगर पालिका परिषद में उच्चीकृत किया गया। मगर, अब ग्रेड-02 से ग्रेड-01 में उच्चीकृत होने के सभी मानकों पर खरा उतरने तथा वित्त मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल के अनुमोदन के बाद इसे ग्रेड-01 की नगर पालिका परिषद के रूप उच्चीकृत किया जायेगा।
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’लगातार चार बार स्वच्छता रैंकिंग में प्रथम रही है नगर पालिका मुनिकीरेती’
नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2021-22 तक लगातार चार बार स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में प्रदेश में प्रथम स्थान पर काबिज है। इससे पूर्व भी पालिका वर्ष 2015-16 में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट पुरस्कार भी हासिल कर चुकी है। यहीं नहीं, ऑल इंडिया रैंकिंग में भी पालिका वर्ष 2021-22 में देश में पांचवें स्थान पर काबिज है।

चार धाम यात्रा के लिए समस्त निकाय जारी करेंगे हेल्पलाइन नंबर, मंत्री अग्रवाल ने दिए निर्देश

शहरी विकास निदेशालय के मीटिंग रूम में आज चारधाम यात्रा रूट पर आने वाली सभी नगर निकाय के अधिकारियों के साथ विभागीय मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक की गई। इस दौरान सभी मूलभूत समस्याओं जैसे चारधाम में आने वाले यात्रियों के लिए ठहरने की व्यवस्था, पार्किंग उपलब्ध कराने, शौचालयों की व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट्स, निराश्रित पशुओं के लिए जमीन तलाशकर डीपीआर तैयार करने, श्रद्धालुओं के लिए हैल्पलाइन जारी करने आदि के निर्देश दिए। साथ ही पहाड़ में शहरी विकास निदेशालय द्वारा निर्मित प्रोजेक्ट्स को पहाड़ी शैली में बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखंड की संस्कृति का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा।

डॉ अग्रवाल जी ने सर्वप्रथम सभी निकायों से सफाई कर्मियों, स्वच्छ्ता, दवा छिड़काव, पार्किंग, रेन बसेरों, स्ट्रीट लाइट्स, निराश्रित पशुओं, क्यूआरटी टीम की स्थिति जानी। कहा कि इस वर्ष यात्रा के बहुत अच्छे संचालन होने की उम्मीद है। सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर चौलेंज स्वीकार करें। इस मौके पर डॉ अग्रवाल ने तमाम जानकारी मिलने के बाद निम्न निर्देश अधिकारियों को दिए।

1- चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी निकाय आवश्यकतानुसार शौचालयों की संख्या बढ़ाये, साथ ही नियमित इनकी सफाई के लिए कर्मचारी नियुक्त हो।

2- सभी निकायों में प्रतिदिन तीन चरणों मे सफाई की व्यवस्था करें। साथ ही बरसात आदि को देखते हुए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव प्रतिदिन किया जाए। कीटनाशक दवाओं की मात्रा जिम्मेदार के समक्ष तय की जाए।

3- प्रत्येक निकाय अपने यहां स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था करें। कोई भी यात्री अंधकार में न रहे, इसको देखते हुए सोलर लाइट्स का इंतजाम अतिशीघ्र किया जाए।

4- यात्रा मार्ग पर पेयजल व्यवस्था बाधित न हो, इसके लिए जल संस्थान के साथ समन्वय बनाये।

5- सभी निकाय वाहन पार्किंग के लिए समीपवर्ती होटल, होम स्टे, आश्रम, महा विद्यालय, स्कूल परिसर का उपयोग करें। इसके लिए उनके साथ समन्वय बनाये। उन्होंने कहा कि इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी न हो, ऐसा होने पर शिकायत नंबर फ़्लैश करें।

6- चार धाम यात्रा के लिए सभी निकाय अपना हेल्पलाइन नंबर जारी करें, जिसमें अधिकारी अपना मोबाइल नंबर दे। साथ ही 24 घण्टे मोबाइल ऑन रहे। इसका व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाए।

7- प्लास्टिक को पूरी तरह से बंद करे। मंत्री जी ने अपनी मीटिंग में भी प्लास्टिक की पानी की बोतल को हटाने को कहा। कहा कि इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।

8- बैठक के दौरान गंगोत्री में गंगा किनारे प्लास्टिक रोकने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए।

9- पहाड़ में शहरी विकास निदेशालय द्वारा निर्मित प्रोजेक्ट्स को पहाड़ी शैली में बनाने के निर्देश दिए।

10- बैठक के दौरान निराश्रित पशुओं के लिए भूमि तलाश कर डीपीआर भेजने के लिए निर्देशित किया गया।

11- बैठक के दौरान विभागीय मंत्री डॉ अग्रवाल ने जोशीमठ नगर निकाय, बद्रीनाथ, केदारनाथ, कीर्तिनगर नगर निकाय के कार्यों की सराहना भी की।

बैठक में विभागीय सचिव दीपेंद्र चौधरी, निदेशक नवनीत पांडेय, अपर निदेशक अशोक पांडेय, अधीक्षण अभियंता रवि पांडेय, नगर आयुक्त हरिद्वार दयानंद सरस्वती, नगर आयुक्त ऋषिकेश राहुल गोयल, अधिशासी अधिकारी मुनिकीरेती तनवीर सिंह, तपोवन अनिल पंत, नरेंद्र नगर प्रीतम नेगी, सहायक नगर आयुक्त ऋषिकेश रमेश रावत सहित यात्रा मार्ग के निकायों के अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।

शहरी विकास मंत्री चारधाम यात्रा मार्गों के निकायों की समीक्षा करेंगे

शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल सोमवार को चार धाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले निकायों की समीक्षा बैठक करेंगे।

शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि चार धाम यात्रा प्रारंभ हो चुकी है, ऐसे में यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले निकायों की समीक्षा बैठक सोमवार को बुलाई गई है। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान निकाय में कार्यरत सफाई कार्मिको की संख्या, सफाई कार्य हेतु लगाये गये अतिरिक्त कार्मिकों की संख्या, ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन की स्थिति, भूमि की उपलब्धता, स्थापित Material Recovery Facility की संख्या, कम्पोस्ट पिट की संख्या, कॉम्पेक्टर की संख्या, कूड़ा परिवहन हेतु वाहनो की संख्या की जानकारी ली जाएगी

मंत्री डॉ अग्रवाल ने बताया कि सार्वजनिक शौचालयों की संख्या व रख-रखाव की स्थिति, वाहन पार्किंग की व्यवस्था, वैकल्पिक पार्किंग हेतु चिन्हित स्थानों की संख्या, मुख्य मार्गों में सफाई की व्यवस्था, श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था, स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था, आवारा पशुओं की व्यवस्था, श्रद्धालुओं हेतु कन्ट्रोल रूम व Quick Response Team की व्यवस्था, सफाई व्यवस्था सिंगल युज प्लास्टिक के प्रतिबन्ध, कूड़ेदान के प्रयोग से सम्बन्धित संदेशों का प्रचार-प्रसार की समीक्षा की जाएगी।

रूद्रपुर में तैयार किया जा रहा प्रदेश का पहला एफएसटीपी


राष्ट्रीय नगर कार्य संस्थान (एनआईयूए) और शहरी विकास निदेशालय की ओर से सेप्टेज प्रबंधन पर स्टेट एवेंट ऑन सेनिटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया और कार्यक्रम को सेप्टेज प्रबंधन के कार्यों को गति प्रदान करने वाला बताया। इस मौके पर नौ नगर निकायों को मंत्री डा. अग्रवाल ने सेप्टेज का निस्तारण करने की दिशा में सराहनीय कार्य करने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। साथ ही नोट ऑन को-ट्रीटमेंट, सेप्टेज प्रोटोकॉल पर एडवाइजरी तथा स्टेट इन्वेस्टमेंट प्लान का विमोचन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर मंत्री डॉ. अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्वतीय राज्य है, जिसमें 103 शहरी स्थानीय निकाय वर्तमान तक गठित की गयी हैं। बताया कि राज्य के लगभग 80 प्रतिशत परिवार आज भी सेप्टिक टैंक/सोक पिट पर ही निर्भर हैं। इसके लिए सेप्टेज प्रबन्धन के लिए राज्य द्वारा सेप्टेज मैनेजमेंट प्रोटोकॉल जारी किया गया है, जो राज्य की समस्त शहरी स्थानीय निकायों में लागू है।

डा. अग्रवाल ने बताया कि इस प्रोटोकॉल के जरिए शहरी निकायों को सेप्टेज मैनेजमेंट सेल का गठन करने, उप विधि बनाने तथा सेप्टेज के सुरक्षित प्रबन्धन के निर्देश दिए गए हैं। डा. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के 93 निकायों में सेप्टेज मैनेजमेंट सेल का गठन किया गया है तथा 34 निकायों द्वारा उप विधि अधिसूचित कर दी गयी है।

डा. अग्रवाल ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य को नमामि गंगे कार्यक्रम में प्राथमिकता के साथ रखा गया है तथा राज्य द्वारा सेप्टेज प्रबंधन की समस्या से निपटने हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य स्तर पर निर्मित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में ही सेप्टेज की को-ट्रीटमेंट सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये गये हैं।

डा. अग्रवाल ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर तथा देवप्रयाग में को-ट्रीटमेंट सुविधा को अनुमोदित किया गया है। इससे न केवल इन शहरों बल्कि इनके आस-पास के शहरों के सेप्टेज प्रबन्धन में भी सुविधा होगी।

डा. अग्रवाल ने बताया कि राज्य का पहला फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट रुद्रपुर में निर्माणाधीन है जो कि शीघ्र ही क्रियान्वित किया जायेगा। इस प्लांट के द्वारा रुद्रपुर के अतिरिक्त 09 अन्य शहर भी लाभान्वित होंगे। कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के साथ-साथ फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट के इस्तेमाल से शहरों की समावेशी स्वच्छता को प्राप्त करने में राज्य को सहयोग प्राप्त होगा।

कार्यक्रम के दौरान मंत्री डा. अग्रवाल ने एनआईयूए की टीम की प्रशंसा की। कहा कि एनआईयूए के सहयोग से शहरी विकास विभाग पिछले 02 वर्षों से सेप्टेज के सुरक्षित प्रबंधन में निरंतर कार्य कर रहा है, जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स की क्षमता अभिवृद्धि करना, एडवाइजरी दस्तावेज तैयार करना, तकनीकी सहयोग प्राप्त करना तथा निकायों को सहयोग करना शामिल हैं। उन्होंने राज्य के स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार छह अवॉर्ड मिलने पर शहरी विकास निदेशालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की भी प्रशंसा की।

इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने सेप्टेज निस्तारण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य कर रहे निकायों (हरिद्वार, ऋषिकेश, रूद्रपुर, रामनगर, हल्द्वानी, जबकि ओडीएफ अवॉर्ड से सम्मानित निकाय देहरादून, चंबा, रूड़की, मुनिकीरेती) को प्रशस्ति पत्र देकर अन्य निकायों को भी इनसे प्रेरणा लेने को कहा।

इस मौके पर नेशनल अर्बन डिजिटल मिशन को लेकर एनआईयूए और शहरी विकास निदेशालय के बीच मंत्री डा. अग्रवाल जी की मध्यस्थता में अनुबंध किया गया। साथ ही नोट ऑन को-ट्रीटमेंट, सेप्टेज प्रोटोकॉल पर एडवाइजरी तथा स्टेट इन्वेस्टमेंट प्लान का विमोचन किया गया।

इस मौके पर एनआईयूए (राष्ट्रीय नगर कार्य संस्थान) के एडवाइजर राजीव रंजन, सचिव शहरी विकास दीपेंद्र चौधरी, निदेशक शहरी विकास नवनीत पांडे, मुख्य महाप्रबंधक जल संस्थान नीलिमा गर्ग, रुद्रपुर मेयर रामपाल सिंह सहित विभिन्न निकायों के नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त, सेनेटरी इंस्पेक्टर, निदेशालय के विभागीय अधिकारी व कर्मचारी तथा एनआईयूए के कर्मचारी मौजूद रहे।

शहरी विकास निदेशालय के निर्देश पर पालिका और नगर निगम ने मिलकर की गंगा किनारे सफाई


निदेशक शहरी विकास निदेशालय के निर्देश पर नगर पालिका मुनीकीरेती और नगर निगम ऋषिकेश ने संयुक्त रूप से गंग किनारे स्वच्छता अभियान चलाया।

गंगा नदी किनारे स्थित एमएलडी ट्रीटमेंट प्लांट के पास एकत्रित कूड़े की सफाई के लिए अपशिष्ट की सफाई संयुक्त टीम के साथ की गई।
इस मौके पर एक टन कूड़ा एकत्रित कर प्लांट में निस्तारण को भेजा गया। इस अवसर पर सफाई निरीक्षक भूपेंद्र पंवार, दीपक कुमार, सुपरवाइजर सुरेंद्र कुमार, मुनेश कुमार आदि मौजूद रहे।