सितारगंज जेल के तीन कोरोना कैदी जिला अस्पताल से भागे

देहरादून और हरिद्वार की अस्थाई जेल से कैदियों की भागने की घटना के बाद अब तीसरी घटना सितारगंज के जिला अस्पताल की है। सितारगंज जेल के तीन कैदी उधमसिंह नगर के जिला अस्पताल से भाग गए हैं। हैरानी वाली बात यह है कि यह तीनों कैदी ही कोरोना पाॅजीटिव है। पुलिस अब सीसीटीवी खंगालने में जुट गई है।

उत्तराखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण जेलों में भी पहुंच चुका है। उधमसिंह नगर जिले की सितारजंग जेल में 35 से अधिक कैदी कोरोना पॉजिटिव आये थे। इस पर उनको उपचार के लिए जिला अस्पताल में बने आइसोलेट वार्ड में भर्ती कराया गया था। इन कैदियों की निगरानी में पुलिस भी तैनात थी। फिर भी वे पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। फरार कैदी हत्या सहित अलग-अलग मालों में सजा काट रहे थे।

हत्या सहित अन्य वारदात में शामिल आनंद, गौरव पाल ओर देवेंद्र दानू अस्पताल से फरार हो गए। कुछ देर बाद जब तीन कैदी कम मिले तो पुलिस में हड़कंप मच गया। सूचना पर एसपी क्राइम प्रमोद कुमार, एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा, सीओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष पंतनगर मदन मोहन जोशी और सिडकुल चैकी इंचार्ज अनिल उपध्याय पुलिस टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली। साथ ही फरार सजायाफ्ता कैदियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।

हरिद्वार की अस्थाई जेल से फरार आठ कैदी, पुलिस ने शुरू की काॅबिंग

देहरादून की अस्थाई जेल से फरार कैदी वाली घटना अब हरिद्वार में दोहराई गई है। हरिद्वार की अस्थाई जेल से खंूखार बदमाश कलीम और नरेंद्र वाल्मीकी गैंग के पांच गुर्गे सहित आठ कैदी फरार हो गए है। यह कैदी अस्थाई जेल की दो मंजिला छत से कूद कर भाग निकले। अब, पुलिस फरार कैदियों की तलाश के लिए काॅबिंग में लग गई है। वहीं, एसएसपी ने सीमाओं पर चैकसी बढ़ा दी है।

बता दें कि रोशनाबाद स्थित भिक्षुक गृह में बनी इस अस्थाई जेल का मंगलवार की सुबह कैदियों ने बैरिक में लगा ताला तोड़ा और दो मंजिला छत से कूदकर अस्थाई जेल से फरार हो गए। इसका पता तब चला जब सुरक्षाकर्मी बैरिक पर पहुंचा। देखा की दो बैरिक खाली है। सूचना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।

यह कैदी हुए फरार
फरार कैदियों में नरेंद्र वाल्मीकि गैंग के शूटर सागर चैहान पुत्र अमर राज चैहान निवासी सैनिक कॉलोनी चाऊ मंउी रुड़की, निशांत वर्मा पुत्र धीरज वर्मा निवासी सैनिक कॉलोनी चाऊ मंडी रुड़की के साथ ही कलीम गैंग के गुर्गे रजत सती पुत्र राजेंद्र सती निवासी खड़खड़ी हरिद्वार, नीशु शर्मा उर्फ बिजली पुत्र देवेंद्र शर्मा निवासी मोहल्ला रामगढ़ खड़खड़ी हरिद्वार, शुभम पंवार पुत्र विक्रम पंवार निवासी सेलाकुंई देहरादून के अलावा अन्य तीन कैदी विपुल उर्फ छोटा पुत्र मांगेराम निवासी ब्रह्मपुर मंगलौर, बिट्टू पुत्र मोहर सिंह उर्फ कल्लू निवासी देवबंद सहारनपुर, वाजिद पुत्र नाजिर निवासी गढ़मीरपुर रानीपुर।