आईडीपीएल क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार-जयेन्द्र रमोला

नगर निगम क्षेत्र में आईडीपीएल क्षेत्र को सम्मिलित करने को लेकर आवासीय कल्याण समिति द्वारा दिये जा रहे एक दिवसीय धरने को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने अपना समर्थन दिया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि जहां एक ओर भाजपा जन आर्शीवाद कैली के माध्यम से जनता का आर्शीवाद मांग रही है। वहीं दूसरी ओर अपनी मूलभूत समस्याओं के लिये लोगों को धरने में बैठना पड़ रहा है। आज आईडीपीएल में रहने वाले लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। ये लोग ना तो नगरीय क्षेत्र में नाही ग्रामीण क्षेत्र में शामिल हैं। ऐसे में यहां रह रहे लोगों को अपनी समस्याओं के लिये संघर्ष करना पड़ता है। जबकि कभी आईडीपीएल ऋषिकेश के व्यापार की रीढ़ होता था, परन्तु आज सालों से बैठें जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण यहां की स्थिति बद से बदतर हो रही है। रमोला ने अपना व कांग्रेस पार्टी का पूर्ण समर्थन धरने को देते हुऐ कहा कि इस लड़ाई के लिये किसी भी स्तर पर जाकर अगर आंदोलन करना पड़ेगा, तो हम तैयार हैं।
धरने पर बैठने वाले समिति के सचिव सुनील कुटलैहडिया, रामेश्वरी चौहान, नीलम चंदानी, मौली कर्माकर, सूरज कुकरेती, सुमित्रा बिष्ट थे। जबकि धरना स्थल पर बढ़ी संख्या में महिलायें व वरिष्ठ नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

आईडीपीएल आक्सीजन प्लांट तैयार करने का श्रेय सेना के जवानों कोः स्पीकर


स्पीकर उत्तराखंड प्रेमचंद अग्रवाल ने आईडीपीएल स्थित ऑक्सीजन प्लांट पहुंच कर सेना के इंजीनियरों की हौसला अफजाई की। उन्होंने जवानों का माल्यार्पण कर उन्हें सैल्यूट किया। साथ ही प्रतीक चिन्ह भेंट करते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजर, मास्क एवं आयुर्वेदिक कोरोनिल किट भी वितरित की। स्पीकर को अपने बीच पाकर एवं सम्मानित होने पर सेना के इंजीनियरों में गजब का उत्साह देखने को मिला।

स्पीकर ने कहा कि देहरादून की “गोल्डन की ईगल्स” टीम के इंजीनियरों ने असंभव काम को संभव कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने के शुरुआती दौर में सेना के इंजीनियरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अपने दृढ़ संकल्प से सेना के जवानों ने ऑक्सीजन प्लांट को दुरस्त कर दिखाया है।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सेना के जवान सरहद पर देश की रक्षा करते हैं उसी प्रकार से कोरोना जैसी महामारी के बीच जब देश को सेना की जरूरत पड़ी तो उन्होंने इस प्रकार के आंतरिक विषयों पर भी अपना पूरा सहयोग दिया है।

कहा कि सेना के 13 इंजीनियरों की टीम लगातार दिन-रात कार्य में जुटी रही, जिसका सफल परिणाम आज जनता के सामने है। उन्होंने कहा कि देश के वीर जवानों का हर क्षेत्र में जज्बे को देखकर दुश्मन भी आज उन से डरता है। उन्होंने आईडीपीएल प्रशासन द्वारा सेना की टीम को किए गए सहयोग के लिए उनका भी आभार व्यक्त किया।

मौके पर मौजूद सेना के कमांडिंग ऑफिसर अभिषेक पठानिया ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष जी द्वारा ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने के प्रयासों को ही सेना ने आगे बढ़ाते हुए टास्क को पूरा किया है।

इस अवसर पर सेना के कैप्टन अर्जुन सिंह राणा ने धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का इस मुहिम में लगातार सहयोग मिलता रहा एवं वह हमारी टीम को इस कार्य के लिए प्रेरित करते रहे हैं।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने सेना के कमांडिंग ऑफिसर अभिषेक पठानिया, कैप्टन अर्जुन सिंह राणा, सूबेदार सुधाकरन, सूबेदार सुरेश बापू, प्रभु जी, धर्मवीर, के. सिद्धांत, राजकुमार कुटुम, अम्बरीश सिंह, काकडी विजय, एच चवांग, बजरंग सिंह, आलोक यादव को सम्मानित किया।

इस मौके पर आईडीपीएल के डीजीएम गंगा प्रसाद अग्रहरि सहित कर्मचारी एवं वीरभद्र के मंडल अध्यक्ष अरविंद चैधरी, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष रजनी बिष्ट, महिला मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष निर्मला उनियाल, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष विजय जुगरान, पूर्व मंडल अध्यक्ष रमेश शर्मा, सुनील यादव, अंकित नामदेव, पुनीता भंडारी, हर्षित चैधरी, महावीर चमोली उपस्थित थे।

विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों से आईडीपीएल का आक्सीजन प्लांट हुआ शुरू


ऋषिकेश में वर्षों से बंद पड़े आईडीपीएल के आक्सीजन प्लांट को आज से गति मिल गई। आज से आक्सीजन का उत्पादन होना आरंभ हो गया है। इसमें विधानसभा अध्यक्ष व स्थानीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल का बहुत बड़ा हाथ है। उन्हीं के अथक प्रयासों से यह सभी संभव हो सका। उनकी पहल का परिणाम आज नगर के लोगों को मिल गया है। जिसके लिए आज वीर भद्र मंडल के जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष का विशेष आभार व्यक्त किया गया।

अवगत करा दें कि आईडीपीएल स्थित ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन उत्पादन का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, विधानसभा अध्यक्ष द्वारा ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने के लिए भरसक प्रयास किए गये थे।इस संबंध में उनके द्वारा लगातार मुख्यमंत्री एवं अन्य संबंधित नेताओं से वार्ता भी की गई थी। वहीं कई बार विधानसभा अध्यक्ष ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण कर सेना के इंजीनियरों का उत्साहवर्धन भी किया गया था।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने सेना के इंजीनियरों का आभार व्यक्त किया है, उन्होंने कहा कि सेना के इंजीनियरों की टीम द्वारा दिन रात मेहनत कर वर्षों से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को शुरू किया गया है, जिसे की प्रारंभ करना आईडीपीएल प्रशासन द्वारा असम्भव बताया जा रहा था। कहा कि सेना के इंजीनियरों ने अपने जज्बे एवं दृढ़ संकल्प से इस मुश्किल काम को संभव किया है। उन्होंने आईडीपीएल के कर्मचारियों के सहयोग की भी सराहना की है। कहा कि आईडीपीएल ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने का श्रेय सेना के इंजीनियरों एवं आईडीपीएल के प्रशासन को जाता है।

विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि कोरोना की पहली लहर से लेकर अभी तक उन्होंने आईडीपीएल फैक्ट्री में जीवन रक्षक दवाओं के उत्पादन एवं ऑक्सीजन प्लांट को शुरू कराने का अपना एक मकसद बना दिया था जिसके लिए वह दिन रात गम्भीर रूप से प्रयास कर रहे थे। उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने से आज उन्हें सफलता हासिल हुई है।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन के उत्पादन प्रारंभ होने से राज्य में ऑक्सीजन की किल्लत पूर्ण होगी। विधानसभा अध्यक्ष ने इस सम्बंध में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का भी आभार व्यक्त किया है। इस दौरान आईडीपीएल के जीएम से दूरभाष पर वार्ता कर जानकारी ली एवं उनका भी आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर वीरभद्र मंडल के मंडल अध्यक्ष अरविंद चैधरी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों की सेवा में तत्पर है वही उनके द्वारा आईडीपीएल में ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने को लेकर लगातार प्रयास किए गए जिसका परिणाम है कि आज ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया है।

इस अवसर पर नगर निगम पार्षद सुंदरी कंडवाल, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष रजनी बिष्ट, पूर्व मंडल अध्यक्ष रमेश चंद शर्मा, महिला मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष निर्मला उनियाल, सोशल मीडिया प्रभारी राहुल कुकरेती, गीता मित्तल, ओबीसी मंडल महामंत्री माया घले, जगदीश भंडारी, पुनीता भंडारी, होम राज गुप्ता, विवेक चतुर्वेदी, रविंद्र कश्यप सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

आईडीपीएल में सेना के इंजीनियर आक्सीजन गैस प्लांट को पुनर्जीवित करने में जुटे, 90 प्रतिशत हो चुका काम

कोरोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थिति में ऑक्सीजन की किल्लत को पूरा करने के लिए आईडीपीएल के ऑक्सीजन गैस प्लांट को पुनर्जीवित करने में सेना के इंजीनियरों ने मोर्चा संभाला है। इस संबंध में आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया एवं सेना के इंजीनियरों का उत्साहवर्धन किया। स्पीकर ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए सेना के इंजीनियरों द्वारा 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली गई है।

आईडीपीएल में बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को फिर से पुनर्जीवित करने की कवायद में सेना के इंजीनियरों की टीम पिछले 12 दिनों से ऑक्सीजन प्लांट की मरम्मत कर रही है साथ ही आईडीपीएल के मैकेनिकल और इलेक्ट्रिक विभाग की टीमें भी इंजीनियरों की मदद कर रही है।इंजीनियरों के अनुसार ऑक्सीजन प्लांट बीते कई वर्षों से बंद पड़ा है ऐसे में मशीनों की कई पार्ट खराब हो चुके हैं, जिनको बदलकर नये पार्ट्स लगवाए जाने का कार्य किया जा रहा है एवं सप्लाई लाइन की भी जाँच की जा रही है।

इस अवसर पर स्पीकर ने सेना के इंजीनियरों द्वारा मुस्तैदी से कार्य किए जाने पर उनका धन्यवाद एवं अभिनंदन किया। स्पीकर ने कहा कि पिछले दिनों उनके द्वारा प्लांट का निरीक्षण किया गया था जिसमें उन्हें आईडीपीएल प्रशासन द्वारा अवगत किया गया था कि 15 साल पहले तक प्लांट चलता था लेकिन अब मशीनें जंग खा गई है एवं कोई भी पुर्जा यदि आवश्यक हो तो उसका मिलना भी मुश्किल है।श्री अग्रवाल ने कहा कि इसके बावजूद भी सेना के इंजीनियरों ने लगातार दिन-रात कार्य कर 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली है। स्पीकर ने कहा कि सेना के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इंजीनियरों द्वारा एयर सेपरेटर पर कार्य चल रहा है जिसमें एयर से ऑक्सीजन को सेपरेट किया जाएगा, जिस पर सफलता मिलने के बाद इस ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया जा सकता है।

स्पीकर ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके द्वारा आग्रह किये जाने पर मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से सेना के माध्यम से आईडीपीएल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने की कार्यवाही करी,जिस पर आज सेना के जवान सफलता हासिल करते हुए दिख रहे हैं।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण की इस महामारी में जहां पूरा देश चुनौतियों से जूझ रहा है वहीं इस ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने से बहुत से लोगों का जीवन बचाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में सबसे बड़ी आवश्यकता जीवन रक्षक दवाइयों एवं ऑक्सीजन की ही है।

इस अवसर पर सेना के कैप्टन अर्जुन राणा, आईडीपीएल के उप महाप्रबंधक गंगा प्रसाद अग्रहरि, इंचार्ज डी एस राणा, रमेश शर्मा, रविंद्र कश्यप, सुभाष वाल्मीकि, महावीर चमोली, पार्षद सुंदरी कंडवाल, निर्मला उनियाल, सुनील शर्मा, अजीत वशिष्ठ, सुमित सेठी आदि उपस्थित थे।

आईडीपीएल में दवाईयों के उत्पादन व आक्सीजन प्लांट को किया जा सकता है पुनर्जीवित

स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भेंट वार्ता की। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से ऋषिकेश स्थित आईडीपीएल में कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए आवश्यक दवाइयों के उत्पादन एवं बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित किए जाने के संबंध में विस्तृत रूप से वार्ता की एवं इस संबंध में मुख्यमंत्री को एक पत्र भी सौंपा। वहीं कोरोना संक्रमण से प्रदेश में उपजे हालातों पर भी चर्चा की।

विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को अवगत किया कि इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड (आईडीपीएल) ने अपने स्थापना के समय से ही अनेकों दवाएं जिनमें एंटीमलेरियल( क्लोरोक्वीन), टेट्रासाइक्लिन, डॉक्सीसाइक्लिन कैप्सूल आदि की निर्बाध आपूर्ति की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह कंपनी सिक यूनिट की श्रेणी में है एवं यहां सीमित मात्रा में ही दवा का उत्पादन किया जा रहा है। स्पीकर ने कहा कि वैश्विक आपदा के समय में सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली एंटीबायोटिक व बुखार से संबंधित अनेकों दवाओं का निर्माण आवश्यकता पड़ने पर इस फैक्ट्री में किया जा सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि इस संबंध में उनके द्वारा आईडीपीएल यूनिट का दौरा किया गया एवं महाप्रबंधक से इस संबंध में विस्तार से वार्ता की गई है। कहा कि यहां सभी प्रकार की उच्च गुणवत्ता की मशीनें उपलब्ध है एवं कच्चा माल उपलब्ध करा दिया जाने पर न्यूनतम समय में ही कोरोना के इलाज से संबंधित दवाइयों का उत्पादन किया जा सकता है।

स्पीकर ने आईडीपीएल में वर्षो से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करवाए जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि आईडीपीएल में यदि कोरोना से संबंधित दवाइयों का उत्पादन एवं ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित किया जाता है तो प्रदेश के साथ-साथ देश की जनता को भी इस महामारी के समय में लाभ प्रदान किया जा सकता है।

भेंट मुलाकात के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में कोरोना से ईलाज के लिए डीआरडीओ की मदद से 1400 ऑक्सिजन एवं आईसीयू बेड स्थापित करने के लिए बनाए जा रहे अस्थायी अस्पतालों के निर्णय पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। विशेष तौर पर गढ़वाल क्षेत्र में आईडीपीएल, ऋषिकेश में 500 बेड़ो का अस्थायी अस्पताल स्थापित करवाये जाने के लिए मुख्यमंत्री का विशेष रूप से धन्यवाद किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आईडीपीएल में दवाइयों के उत्पादन एवं ऑक्सीजन प्लांट के पुनर्जीवित कराए जाने के संबंध में केंद्र सरकार से बात कर सकारात्मक हल निकालने का आश्वासन दिया।

मेयर अनिता को ज्ञापन देकर आईडीपीएल में सफाई व्यवस्था दुरस्त करने की मांग

युवा मोर्चा के प्रदेश सह संयोजक प्रकांत कुमार ने मेयर अनिता ममगाई ंको प्रतिनिधि मंडल के साथ ज्ञापन दिया। बताया कि आईडीपीएल संस्थान में उत्पादन पूर्णता बंद है। यहां की गलियों में कूड़े का अंबार लगने लगा है, जो भविष्य में बीमारियों का कारण बन सकता है। प्रकांत कुमार ने बताया कि यहां निवासरत लोगों के स्वास्थ्य की हानि का खतरा बढ़ सकता है उन्होंने मेयर अनिता से नैतिकता के आधार पर मांग की, कि जनता के हित में आईडीपीएल कॉलोनी में नगर निगम द्वारा समय-समय पर सफाई कैंप लगाकर कूड़ा उठान व सफाई व्यवस्था कराने की महान कृपा करें।

ज्ञापन देने वालों में जिला उपाध्यक्ष अक्षय खैरवाल, पूर्व मंडल उपाध्यक्ष आनंद शर्मा, आकाश कुमार, शुभ गुप्ता, ओमप्रकाश, संजीव सिलस्वाल, अनुज कुमार, रतन भारद्वाज, विशाल चैहान, शुभम कुमार आदि उपस्थित रहे।

आईडीपीएल संस्थान को बचाने को चलाया हस्ताक्षर अभियान

उत्तराखंड से पलायन रोकना है तो आईडीपीएल संस्थान को पुनर्जीवित करना होगा। इससे न सिर्फ युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि पलायन भी रूकेगा। प्रदेश के युवा यही रहकर राज्य की उन्नति के लिए काम करेंगे।

आज स्वदेशी जागरण ऋषिकेश की ओर से आईडीपीएल बचाओ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। आईडीपीएल हाट बाजार में चले अभियान में जीएमवीएन निदेशक आशुतोष शर्मा ने प्रधानमंत्री और रसायन व उर्वरक मंत्रालय के प्रभारी मंत्री से निवेदन किया।

कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण दवाइयां भी मुहैया हो सके। इससे पीएम के आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी गति मिलेगी।

मौके पर मंच के नगर संयोजक सुनील कुमार शर्मा, जिला संघर्ष वाहिनी प्रमुख अनिल फर्सवान, ग्रामीण संयोजक सौरभ मिश्रा, ग्रामीण संघर्ष वाहिनी प्रमुख अभिषेक राठौर, जिला संयोजक सूरज बिजल्वाण, जिला सह संयोजक मदन लाल, सूरज थपलियाल, जिला मीडिया प्रभारी यशपाल गंगावत, बेचन गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

मेयर अनिता ने 14वें वित्त आयोग व कुंभ मेला बजट से तीन करोड तीस लाख की पथ प्रकाश योजना का किया शिलान्यास

ऋषिकेश की सड़कें भी अब दूधिया रोशनी में नहाती दिखेंगी। मेयर अनिता ममगाईं ने शनिवार को 14वें वित्त आयोग व कुंभ मेला बजट से 3.30 करोड़ रुपए की योजना का शिलान्यास किया। कोयलघाटी पर किए गए शिलान्यास के बाद मेयर ने प्रेसवार्ता बुलाकर योजना की विस्तृत जानकारी दी।

प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि नीम करोली मंदिर से चंद्रभागा पुल और देहरादून रोड, तहसील रोड सहित आईएसबीटी परिसर के करीब छह किमी क्षेत्र में 330 विद्युत पोल लगाए जाने हैं। उक्त योजना के पूर्ण होते ही शहर की पथ प्रकाश व्यवस्था बेहद शानदार हो जाएगी। इसके अतिरिक्त नगर निगम आईडीपीएल से एम्स तक डिवाइडर का निर्माण करेगा। यह सभी कार्य आगामी महाकुंभ से पूर्व कर लिए जाएंगे। इसकी तैयारी निगम स्तर पर प्रारंभ कर दी गई है।

उन्होंने बताया कि हरिद्वार रोड स्थित खाली भूखंड में कूड़े के पहाड़ को हटाने की कवायद भी नगर निगम ने प्रारंभ कर दी है। मेयर ने कहा कि नये वर्ष के आगाज के साथ ही शहर में विकास कार्यों की चमक दिखाई देने लगेगी।

महिला उत्पीड़न रोकने के लिए सेल का गठन
नगर निगम में कार्यरत महिला कर्मचारियों के साथ बदसलूकी, अत्याचार, शोषण अथवा पुरुष सहकर्मी की ओर से अभद्रता करने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए निगम में महिला सेल का गठन किया गया है। नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वींरियाल के मुताबिक महिला कर्मियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सेल का गठन किया गया है। इसमें सहायक नगर आयुक्त ऐलम दास, कर अधीक्षक निशात अंसारी, सफाई निरीक्षक सचिन रावत सदस्य बनाए गए हैं। निगम में एक स्क्रीनिंग कमेटी भी गठित की गई है। इस कमेटी का काम निगम में कार्यरत ऐसे कर्मचारियों को चिह्नित करना है जो काम करने में अक्षम या लापरवाह हैं। कमेटी ऐसे कर्मचारियों को 50 वर्ष की आयु के बाद वीआरएस दिलाने की संस्तुति शासन को करेगा। इस कमेटी में सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, लेखाकार राजकुमार सिंह, विमलेश सेमवाल को शामिल किया गया है।

आईडीपीएल बंद करने के निर्णय का विरोध

ऋषिकेश।
मंगलवार को आईडीपीएल के लेडिज क्लब में पूर्व अधिकारी और कर्मचारी वर्ग की एक खुली बैठक हुई। वक्ताओं ने केन्द्र सरकार के आईडीपीएल बंद करने के निर्णय की आलोचना की। कहा कि आईडीपीएल ऋषिकेश ही एकमात्र ऐसा संस्थान है जो लाभ में है और कार्यरत इकाई है। वक्ताओं ने आईडीपीएल के योगदान को याद किया। कहा कि देश में सस्ती दवाओं की उपलब्धता में आईडीपीएल का योगदान रहा है।
संस्थान के ऋषिकेश में स्थापित होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन हुआ। उदारीकरण के दौर में आईडीपीएल बंद करने का निर्णय आज पूरा देश भुगत रहा है। ऐसे में 832 एकड़ में फैले इस संस्थान के टाउनशिप में रह रहे पूर्व कर्मचारियों के सामने आवास का संकट गहराने वाला है। लीज की शर्तों के अनुसार भूमि वन विभाग को हस्तांतरित कर दी जाएगी। ऐसे में टाउनशिप होने के चलते कई कर्मचारी आवास नहीं बना सके हैं और वे बेघर हो जाएंगे। वक्ताओं ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि केन्द्र सरकार के निर्णय के खिलाफ पीएम मोदी को हर पूर्व अधिकारी और कर्मचारी पत्र भेजेगा। संस्थान के रिवाइवल की मांग के लिए भेजे जाने वाले पत्र में कर्मचारियों की समस्या को भी बताया जाएगा। गौरतलब है कि उत्तराखंड के एकमात्र संस्थान को मोदी सरकार की कैबिनेट ने 28 दिसंबर 2016 को पूर्णतया बंद करने का निर्णय ले लिया है।