नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा विधायक पर क्षेत्र की उपेक्षा का लगाया आरोप

विधानसभा ऋषिकेश में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी जयेंद्र रमोला के समर्थन में ऋषिकेश की गीता नगर में जनसभा को संबोधित किया व ऋषिकेश की जनता से 14 फरवरी को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
जनता को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि विधानसभा ऋषिकेश की सीट कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण सीट है। ऋषिकेश की जनता के अंदर परिवर्तन की लहर है। जनता इस बार 15 सालों से राज कर रहे भाजपा विधायक को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है। ऋषिकेश पर्यटन के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है जबकि ऋषिकेश की जनता की आर्थिक स्थिति पर्यटन पर ही टिकी है।
प्रीतम ने कहा कि जिसकी विधानसभा में पिछले 15 सालों में एक भी विकास कार्य नहीं हुए प्रदेश सरकार ने ऋषिकेश की जनता को छलने का काम किया। प्रीतम ने ये भी कहा कि प्रदेश सरकार अपने 5 सालों में सिर्फ सीएम बदलने में लगी रही है इसलिए इस बार जनता कांग्रेस को समर्थन देने का मन बना चुकी है इस बार प्रदेश में कांग्रेस की बहुमत से सरकार बनेगी और ऋषिकेश विधानसभा में जनता के आशीर्वाद से कांग्रेस प्रत्याशी जयेंद्र रमोला जीत कर विधानसभा में कांग्रेस को मजबूती प्रदान करेंगे।
कांग्रेस विधायक प्रत्याशी जयेन्द्र रमोला ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का ऋषिकेश आगमन पर फूल मालाओं से स्वागत किया और प्रीतम सिंह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताते हुए उनको ऋषिकेश से चुनावी मैदान में उतारा है। रमोला ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व के विश्वास पर खरा उतरने का पूर्ण प्रयास कर रहा हूं, ऋषिकेश की जनता कांग्रेस के साथ है जनसंपर्क के दौरान भी जनता का भरपूर समर्थन और आशीर्वाद मिल रहा है। 15 सालों से स्थानीय विधायक द्वारा ऋषिकेश में शून्य के बराबर विकास कार्य किए हैं। जिसको देखते हुवे जनता ने सत्ता परिवर्तन का मन बनाया हुआ है। और इस बार ऋषिकेश की देवतुल्य जनता कांग्रेस के साथ है।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष संजय पालीवाल, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, प्रदेश महासचिव दीप शर्मा, महानगर अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर रॉय, प्रदेश सचिव लल्लन राजभर, प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, प्रदेश सचिव विवेक तिवारी नेता पार्षद दल मनीष शर्मा, पार्षद देवेन्द्र प्रजापति, पार्षद भगवान सिंह पंवार, पार्षद जागत नेगी, पार्षद राधा रमोला, पार्षद गुरविंदर सिंह गुरि यतेंद्र बिजल्वाण, ऋषि पोसवाल, राम कुमार सेंगर, डॉ० जगमोहन भटनागर, दिनेश रावत, सचवीर भंडारी, धीरज डोभाल, कर्म सिंह, चंचल सिंह, सुरेंद्र कपुरुवं, नवीन रमोला, राहुल सेमवाल, अप्रेस, मदन कोठारी आदि मौजूद रहे।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा-2022 में सरकार बनाने का लक्ष्य लेकर कार्य करे कार्यकर्ता

तीर्थनगरी ऋषिकेश में मंगलवार को कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा निकाली। यात्रा के दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने ऋषिकेश पहुंचकर कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य 2022 में कांग्रेस को सत्ता में लाना है। आने वाला समय कांग्रेस का है और भाजपा के राज का अंत निश्चित है।
मंगलवार को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा चंद्रभागा पुल से शुरू हुई। यह यात्रा हरिद्वार मार्ग, आईडीपीएल, गुमानीवाला होकर शहीद अमित सेमवाल स्मारक पर संपन्न हुई। बड़ी संख्या में बाइक सवार युवक रैली के आगे चल रहे थे। यात्रा के जरिये कांग्रेस ने एकजुटता, संगठनात्मक क्षमता और जनसमर्थन दिखाते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथ में पार्टी का झंडा और अपने चहेते नेता के पक्ष में नारेबाजी कर प्रीतम सिंह का ध्यान भी आकृष्ट किया। प्रीतम सिंह ने महंगाई, बेरोजगारी का हवाला देकर भाजपा को असफल करार देते हुए कांग्रेस को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस को नहीं बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की जरूरत है। कहा कि कांग्रेस ही विकास करने में सक्षम है। इसलिये कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनाव में जुटना चाहिए।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव विजय सारस्वत ने भाजपा सरकार को वादाखिलाफी वाली सरकार करार दिया। कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस रोजगार उपलब्ध करायेगी। इस बीच विभिन्न स्थानों पर परिवर्तन यात्रा का स्वागत किया गया।
परिवर्तन यात्रा की कमान संभाल रहे कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक तिवारी ने कहा कि ऋषिकेश विधानसभा से लगातार 15 साल से भाजपा जीतते आ रही है। लेकिन यहां के मुद्दे सुलझने के बजाया और अधिक उलझ गये है। समस्याओं का समाधान नही हो पा रहा है। लेकिन भाजपा अपना कुनबा बढ़ा रही है। आम आदमी बेरोजगार है, सुविधाओं के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है। उन्होंने 15 साल का वनवास खत्म करने और कांग्रेस को मौका देने की अपील की।
यात्रा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापडी, पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला, एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला, विजयपाल रावत, महंत विनय सारस्वत, सुधीर राय, शैलेन्द्र बिष्ट, मनोज गुंसाई, संजय पालीवाल, सरोज देवराडी, देव पोखरियाल, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष रॉबिन त्यागी, प्रवीण सरदार, अंशुल त्यागी, संदीप चौहान, अनंत कुकरेती, अमरजीत धीमान, अजय धीमान, कपिल शर्मा, मनप्रीत सिंह,माधुरी, जीतपाल, विशाल तिवारी, गीतम वर्मा, देवेंद्र विक्रम साहू आदि कांग्रेसी मौजूद रहे।

शीतकालीन सत्र में 1353 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश

उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 का दूसरा अनुपूरक बजट 1353 करोड़ रुपए का पेश किया। सत्र के दूसरे दिन रोजगार पर विपक्ष और सरकार के बीच जमकर बहस हुई। सरकार के आंकड़ों से संतुष्ट न होने पर प्रश्न काल में विपक्ष द्वारा रोजगार के मुद्दे पर वॉक आउट किया गया। नेता विपक्ष प्रीतम सिंह और विधायक काजी निजामुद्दीन ने सरकार पर बेरोजगारों को गुमराह करने का आरोप लगाया। प्रीतम सिंह ने कहा कि 2020 में सरकार का दावा था कि 10 लाख को रोजगार दिया गया। अब सदन में कहा गया कि सात लाख को रोजगार दिया गया है। उन्होंने सदन में गलत जानकारी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने की चेतावनी दी। इसके अलावा विपक्ष ने कानून व्यवस्था को लेकर भी जमकर हंगामा किया।

भाजपा का दावा, 10 लाख से ज्यादा रोजगार दिए
संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत ने मोर्चा संभालते हुए इन आंकड़ों में आउटसोर्स और अन्य रोजगार को न जोड़ने की बात कही। इधर कांग्रेस के आक्रामक रुख पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मीडिया में बयान जारी कर कहा कि रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष के सवाल औचित्यहीन है,क्योंकि आंकड़े गवाह है कि भाजपा ने अब तक 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता तो 3200 लोगों को रोजगार की सूची देने पर राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा भी कर चुके थे। जबकि 16980 लोग लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ चयन सेवा आयोग से नियुक्ति पा चुके हैं। 15789 पदों पर चयन प्रक्रिया चल रही है। वहीं आउट सोर्स और अनुबंध सहित अन्य तरह से 1,15159 लॉगो को रोजगार मिला है। इसके अलावा महात्मा गांधी ग्रामीण स्वरोजगार गारंटी योजना के अन्तर्गत लाखों लोगों को रोजगार दिया गया है। पीएमजीएसवाई, सहकारिता, उद्यान, क़ृषि और पर्यटन सहित कई विभागों में लाखों लोगों को रोजगार मिला है। यह आंकड़ा 10 लाख से कहीं अधिक है। हालांकि कोरोना काल में 2 वर्ष पूरे विश्व की स्थिति रोजगार को लेकर डगमगा गई थी ,लेकिन इससे प्रदेश में रोजगार की स्तिथि पर कोई फर्क नहीं पड़ा। सरकार ने सीमित संसाधनों के वावजूद लोगो को इलाज से लेकर भोजन,राशन मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज युवा उत्साहित है और स्वरोजगार की जो योजनाये सरकार ने सन्चालित की है उसके नतीजे आने शुरू हो गये है। वहीं आने वाला समय उत्तराखंड के बेहतरी का है,क्योंकि प्रधानमंत्री ने 10 साल का रोडमैप तैयार किया है और 2025 में उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य होगा।

आठ विधेयक पटल पर रखे गए
गुरुवार से शुरू हुए सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सरकार ने अपना सदन में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन निरसन विधेयक 2021 समेत आठ विधेयक पटल पर सरकार ने रखे। हाल ही में प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था। इसके अलावा सरकार नजूल भूमि पर फ्री होल्ड का अधिकार देने के लिए भी सदन में बिल पेश किया। इस बिल के तहत सरकार नजूल भूमि को फ्री होल्ड करने के लिए नीति को लागू करेगी।

सदन में पेश हुए ये विधेयक
1-उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन निरसन विधेयक, 2021
2-उत्तराखंड पंचायती राज द्वितीय संशोधन विधेयक, 2021
3-आम्रपाली विश्वविद्यालय के विधेयक, 2021
4-उत्तराखंड नजूल भूमि प्रबंधन व्यवस्थापन एवं निस्तारण विधेयक 2021
5-सोसाइटी रजिस्टरीकरण उत्तराखंड संशोधन विधेयक, 2021
6-उत्तराखंड (उत्तरप्रदेश) लोक सेवा (अधिकरण)(संशोधन) विधेयक 2021
7-उत्तराखंड सिविल विधि संशोधन विधेयक, 2021
8-उत्तराखंड कृषि उत्पाद मंडली, विकास एवं विनियमन पुनर्जीवित विधेयक 2021

प्रीतम का बीजेपी पर प्रहार, कहा-जुमला ही बनकर रह जायेगा 60 पार

उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर अब सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने विधानसभा सत्र की बार-बार तारीखों के बदलने पर धामी सरकार को घेरा है। प्रीतम सिंह ने कहा कि जब विधानसभा का शीतकालीन सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में करने की तारीख तय की गई थी तो गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने से परहेज किस बात का है। प्रीतम सिंह ने देहरादून में सत्र को लेकर उठ रहे सवाल पर कहा कि इस बारे में मुझसे कोई बातचीत नहीं की गई। कांग्रेस तो चाहती थी कि सत्र गैरसैंण में हो और वहां पर गैरसैंण को स्थाई राजधानी की घोषणा की जाये। लेकिन गैरसैंण का नाम सुनते ही न सिर्फ भाजपा को सांप सूंघ जाता है, साथ ही जोरों की ठंड भी लगने लगती है। इस बार शीतकालीन सत्र में हम सरकार को ठंड में भी गर्मी का अहसास करायेंगे। हर बार जनहित के मुद्दों से भागनी वाली सरकार का चेहरा आम जनता के सामने बेनकाब करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने देवस्थानम बोर्ड पर सरकार के रोलबैक और भू कानून के मुद्दे पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि हम इस पर सदन में व्यापक चर्चा की मांग करेंगे। हम केन्द्र की तरह यहां नहीं होने देंगे। जैसे केन्द्र सरकार ने बिना चर्चा के कृषि कानून वापस ले लिया उसी तरह से राज्य सरकार भी बिना चर्चा के देवस्थानम बोर्ड का एक्ट वापस लेने की सोच रही है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। हमारा संख्या बल भले ही सदन में सत्ता पक्ष के मुकाबले कम हो लेकिन हमारा एक-एक सदस्य सत्ता पक्ष के दस-दस सदस्यों के बराबर है।
सरकार के कामों पर सवाल खडे करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा पांच साल में सिर्फ और सिर्फ घोषणाएं की है। धरातल पर काम के नाम पर कुछ नही दिखाई देखता। कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार का बोल बाला है। बिना कमीशन कोई काम नहीं हो रहा है। हर नया मुख्यमंत्री पुराने वाले के फैसलों को गलत बताकर बदलने का काम करता है। जनता मन बना चुकी है कि प्रदेश का विकास सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस कर सकती है। हम सामूहिक नेतृत्व में जनता के सामने जा रहे हैं। जनता का भरपूर प्यार और आर्शिवाद हमें मिल रहा है। सीमांत जनपद उधमसिंहनगर से लेकर चमोली तक कांग्रेस के कार्यकर्मों में उमड़ रही जनता यह बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस आ रही है और भाजपा जा रही है।

प्रीतम सिंह का दावा-2022 में ऋषिकेश से जीतेगा कांग्रेस का प्रत्याशी

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में महानगर कांग्रेस कमेटी ऋषिकेश में कांग्रेस सदस्यता अभियान की शुरुआत की गई। अभियान की शुरुआत में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह द्वारा भरत मंदिर ट्रस्ट के व्यवस्थापक हर्षवर्धन शर्मा को कांग्रेस की सदस्यता दिलवाकर की गई। कार्यक्रम में सैकड़ों कार्यकर्ताओं को सदस्यता अभियान से जोड़ा गया।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष प्रितम सिंह ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि प्रदेश नेतृत्व द्वारा ऋषिकेश विधानसभा के लिए 20000 सदस्यता का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि ये मुश्किल लक्ष्य नहीं है। यदि ऋषिकेश में कांग्रेस का कार्यकर्ता ईमानदारी के साथ बूथ बूथ जाकर लोगों को जोड़ने का कार्य करेगा तो निश्चित तौर से लक्ष्य को आसानी से पूरा कर किया जा सकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि घर घर जाकर कांग्रेस की रीति नीति को प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाये। उन्होंने दावा किया कि 2022 में ऋषिकेश विधानसभा से कांग्रेस का प्रत्याशी जीतकर आएगा।
कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कार्यक्रम मोहम्मद हदीस, रमाकांत तिवारी, युवराज दत्त नौटियाल, अमित कश्यप, किशन लाल शर्मा, धृपाल सिंह राँगड़, पुरंजय भारद्वाज, प्रदीप चंद्रा, रतन सिंह भंडारी, नरेश गुप्ता, तेज प्रकाश गुलाटी, विनोद कुमार अग्रवाल, सत्य प्रकाश शर्मा, हरीश कुमार, रजनीकांत, मदनलाल, पूनम कश्यप, धर्मेश मनचंदा सहित कई लोगों को सदस्यता दिलाई गई। कार्यक्रम में पूर्व पीसीसी सदस्य संजय गुप्ता को कांग्रेस सदस्यता अभियान महानगर ऋषिकेश का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया। सचिव विजय पाल सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री लल्लन राजभर, दीप शर्मा, राजपाल खरोला, एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, पूर्व काबीना मंत्री शूरवीर सिंह सजवान, विजय सारस्वत द्वारा भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष परवादून गौरव चौधरी ने की और कार्यक्रम का संचालन महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुधीर राय द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महंत विनय सारस्वत, मदन मोहन शर्मा, राहुल शर्मा, शैलेंद्र बिष्ट, विवेक तिवारी, दीपक जाटव, त्रिलोकी नाथ तिवारी, मनोज गुसाईं, गजेंद्र विक्रम शाही, बर्फ सिंह पोखरियाल, आशा सिंह चौहान, अंशुल त्यागी, प्रमोद शर्मा, पार्षद मनीष शर्मा, राकेश सिंह मियां, जगत सिंह नेगी, भगवान सिंह पवार, शकुंतला शर्मा, विजयलक्ष्मी शर्मा, सरोज देवरानी, विमला रावत, मधु जोशी, चंदन सिंह पवार, संजय भारद्वाज, नंदकिशोर जाटव आदि उपस्थित रहे।

नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा के राहत पैकेज पर उठाये सवाल

उत्तराखंड के चुनावी मौसम में सत्ता और विपक्ष में जुबानी जंग जारी है। सत्ता पक्ष जहां बड़े-बड़े पैकेज की घोषणा कर जनता को अपनी तरफ कर लुभाने का प्रयास कर रहा है। वहीं विपक्ष इन राहत पैकेजों पर सवाल खड़े कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने हमला बोलते हुए कहा कि चुनावी साल में ही भाजपा को राहत पैकेजों की याद क्यों आई है। सरकार करोड़ों के पैकेज की घोषणा कर बातें बड़ी-बड़ी कर रही है लेकिन धरातल पर यह पैकेज मिल किसको रहा है इसका उसे कुछ अता-पता नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले एक साल में उत्तराखंड ही नहीं देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए पैकेज की बड़ी घोषणा को दूरबीन से ढूंढ रही है। वैसे ही उसे अब धामी सरकार के पैकेज को भी उसी दूरबीन से ही ढूंढना होगा। एक तरफ सरकार अपने पैकेज में महिला स्वयंसेवी समूह को आर्थिक रूप से मजबूत करने की बात कर रही है और दूसरी तरफ उन्ही से उनका स्वरोजगार छीनने की कोशिश कर रही है। विपक्ष के विरोध के बाद सरकार ने टेक होम राशन में ई टेंडर की निविदा निरस्त की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा यह जुमलेबाजो की सरकार है और इन्हें जुमलेबाजी में महारत हासिल है।

2017 के विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की जनता से बड़े-बड़े वायदे किए थे लेकिन उन वादों का क्या हुआ उस पर राज्य सरकार बात करने से भी कतरा रही है। एक बार फिर चुनाव से पहले वही वायदे शुरू कर दिए गए हैं। भाजपा आलाकमान द्वारा चुनाव से पहले तीन मुख्यमंत्री बदलने से यह साफ हो चुका है कि उनको भी पता चल चुका है कि चार साल में कुछ काम नहीं हुआ है। उत्तराखंड की जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है। प्रीतम बोले मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री बदलने से कुछ होने वाला नहीं है 2022 में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस सत्ता में आएगी और 2017 से बंद पड़े डब्बे इंजन को चालू कर विकास की गाड़ी को फिर पटरी पर दौड़ायेगी।

प्रीतम बोले जन आशीर्वाद नहीं, प्रायश्चित यात्रा निकाले भाजपा

उत्तराखंड में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सवाल खड़े किये हैं। प्रीतम सिंह ने कहा भाजपा सरकार ने उत्तराखंड की भोली भाली जनता को डबल इंजन के सपने दिखाकर ठगने का काम किया है। जनता को पता चल चुका है कि ये डबल हीं बल्कि डब्बा इंजन है। झूठे वायदों और दावों का जो लॉलीपॉप भाजपा उत्तराखंड की जनता को पिछले साढ़े चार साल से दिखा रही थी वह सत्ता से वेदखल होने के बाद भाजपा नेताओं के टाइमपास के काम आयेगा। प्रीतम ने कहा भाजपा नेताओं को शर्म आनी चाहिए जो जनता से कह रहे हैं कि हमें आर्शीवाद दो। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि आर्शीवाद छोड़ो, उनको तो प्रायश्चित यात्रा निकालनी चाहिए। कान पकड़ने चाहिए, माफी मांगनी चाहिए। जवाब देना चाहिए कि जो वायदे किए थे, वे साढ़े चार साल में पूरे क्यों नहीं किए।

प्रीतम सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनावों से पूर्व जो वायदे जनता से किए थे, सत्ता में आने के बाद उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं किया है। बढ़ती मंहगाई से आम आदमी त्रस्त है। बेरोजगार आज भी बेरोजगार है, किसान सड़कों पर है। मातृ शक्ति का अपमान हो रहा है, कर्मचारी आंदोलनरत है, व्यापारी वर्ग की कमर टूट गई है। तो आखिर किस बात के लिए जनता भाजपा को आशिर्वाद दे। इस बात के लिए कि भाजपा झूठ बोलकर सत्ता में आई, तीन-तीन मुख्यमंत्री थोपने के लिए आशिर्वाद दे या फिर डबल इंजन बोलकर डब्बा इंजन देने के लिए।

नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जिस प्रकार भाजपा ने पिछले साढ़े चार साल में जनता को छलने का काम किया है, उसके लिए भाजपा को प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा के बजाय जनता से माफ़ी मांग प्रायश्चित यात्रा निकालनी चाहिए। भाजपा को उस व्यापारी परिवार से मांगनी चाहिए जिसने कैबिनेट मंत्री के जनता दरबार में आत्महत्या की थी। भाजपा को उस महिला शिक्षिका से मांफी मांगनी चाहिए जिसको भाजपा के मुख्यमंत्री ने जनता दरबार से धक्के देकर बाहर निकला गया था। भाजपा को उन बेरोजगार युवाओं से माफ़ी मांगनी चाहिये जिनको रोजगार देने की बात वह पिछले साढ़े चार साल से कह रही है। उन तीर्थपुरोहितों से माफी मांगनी चाहिए जिनको विश्वास में लिए बिना देवस्थानम बोर्ड का गठन कर दिया गया। भाजपा के झूठे दावों और वायदों की लिस्ट गिनाते गिनाते सुबह से शाम हो जायेगी। जनता जाग चुकी है और वह 2022 में भाजपा की विदाई यात्रा निकालने को आतुर बैठी है।

देश की आज़ादी औऱ विकास में कांग्रेस के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है-प्रीतम

75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने शासकीय आवास पर ध्वजारोहण किया। इस मौक़े पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने देश और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता की शुभकामनाएं दी। महात्मा गांधी की अगुवाई में कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर हमें आज़ादी दिलाई है। आज देश के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वे इस स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने में अपना योगदान दें। प्रीतम ने कहा स्वतंत्रता प्राप्त करने के इतने सालों बाद भारत ने निरंतर स्वयं को बदलते देखा है। 75 साल पहले के भारत की तुलना में आज के भारत ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। भारत को अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र करवाने और देश की उन्नति में कांग्रेस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमने आजादी के इन 75 वर्षों में समय-समय पर अपने प्रजातांत्रिक मूल्यों को परीक्षा की कसौटी पर परखा है और उन्हें निरंतर परिपक्व किया है। कई चुनौतियां अब भी बाकी हैं। आइये, उन्हें आत्मविश्वास और दृढ़संकल्प के साथ पूर्ण करने का संकल्प लें।

प्रीतम का आरोप- भाजपा सरकार ने किया मातृशक्ति का अपमान

उत्तराखंड में तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित महिलाओं के पुरस्कार लौटाने व आशा कार्यकर्ताओं के अपनी मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन से सियासत गर्माई हुई है। सत्ता पर काबिज भाजपा जहां रूठों को मनाने में लगी हुई है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने मातृ शक्ति के अपमान का मुद्दा बनाकर सरकार पर हमला शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ सरकार महिलाओं के उत्थान की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ उनका रोजगार छीना जा रहा है।

प्रीतम सिंह ने सरकार के टेक होम राशन के लिए ई-निविदा के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कांग्रेस इस ठेका प्रथा का विरोध करती है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं में इस फैसले को लेकर आक्रोश है हम उनके साथ खडे हैं। हमारी दो बहनों ने तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित गीता मौर्य और स्यामा देवी ने सम्मान लौटाए जाने की बात कही है। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए इसे मातृ शक्ति का अपमान बताया है। प्रीतम सिंह ने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार उत्कृष्ट स्वयं सहायता समूह शक्ति के लिए महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित कर रही है। वहीं दूसरी तरफ टेक होम राशन को निजी फायदे के लिए ठेके प्रथा पर दे रही है। महिला सम्मान की बात करने वाली भाजपा सरकार का दोहरा चरित्र खुद ही सामने आ गया है। प्रीतम ने कहा मुख्यमंत्री ने महिलाओं के समूहों को निविदा प्रक्रिया रद्द किए जाने का आश्वासन दिया था लेकिन यह झूठ साबित हुआ है। कांग्रेस पार्टी टेक होम राशन के लिए इस ई-निविदा प्रक्रिया समाप्त कर पूर्व की व्यवस्था बने रहने की मांग करती है।

वहीं आशा कार्यकर्ताओं के आंदोलन पर प्रीतम सिंह ने कहा आगामी विधानसभा सत्र में आशाओं के मुद्दे को सदन में जोर शोर से उठाएंगे। कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन आशाओं के साथ है। सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा सरकार आशाओं से बहुत सारे काम ले रही है, लेकिन तीन साल से केंद्र व राज्य सरकार ने उनके मासिक मानदेय में जरा सी भी बढ़ोतरी नहीं की है। 10 हजार रुपये सम्मान राशि देने की घोषणा की थी, पर इस पर भी अभी तक अमल नहीं किया गया है। नेता प्रतिपक्ष ने आशा कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारियों की भांति समस्त सुविधा व मानदेय देने की मांग राज्य सरकार से की है। उन्होंने कहा आशाओं की अन्य मांगों स्वास्थ्य बीमा की परिधि में लाने, कार्य के दौरान मृत्यु होने पर आशा के परिवार को 50 लाख का बीमा और बीमार होने पर 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा, कोरोना काल में घर-घर जाकर अपनी जान जोखिम में डाल रहीं आशा कर्यकर्ता को सुरक्षा उपकरण और फ्रंटलाइन वर्कर की भांति सम्मान व मानदेय की मांगों को मानने के साथ 45 व 46 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को राज्य सरकार को गंभीरता से विचार कर जल्द से जल्द लागू करना चाहिए।