पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखा पत्र, रखी ये मांग…

देहरादून। बीते कुछ दिनों से कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच देश-विदेश से आए कुम्भ श्रद्धालुओं और मई माह में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्र से कोविड ट्रेन आईसोलेशन कोचेज उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। इस संबंध में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आस्था का महाकेंद्र कुम्भ मेला हरिद्वार में गतिमान है। जबकि मई माह में उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा भी शुरू होने वाली है। जिसके लिए देश-विदेश से तीर्थ यात्री देवभूमि में आएंगे। ऐसे में कुम्भ मेले के श्रद्धालुओं और चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र से हरिद्वार और ऋषिकेश में आईसोलेशन कोच उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। आइसोलेशन कोच वाली कोविड केयर ट्रेन होने से कोरोना संक्रमण काल में रेलवे मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। तीर्थ यात्रियों को सभी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।

गौरतलब है कि बीते साल रेल मंत्रालय की ओर से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई प्रकार की तैयारियां की गई थीं। इसमें सैनिटाइजर निर्माण, मास्क निर्माण, पीपीई किट का निर्माण के साथ ही कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर कोच का निर्माण किया गया था। इन कोविड केयर कोच को पूरे देश के स्टेशनों पर लगाया भी गया था।

देवडोलियों के कुंभ स्नान का टीवी पर होगा लाइव प्रसारणः सतपाल महाराज

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने देवडोलियों के संदर्भ में आहूत एक बैठक में कहा कि 24 व 25 अप्रैल को ऋषिकेश व हरिद्वार में होने जा रही देवडोलियों की शोभायात्रा पुलिस बैंड के साथ निकलेगी। इसके अलावा देवडोलियों के पावन महाकुंभ स्नान को जन-जन तक पहुंचने के लिये टीवी पर लाइव प्रसारण किया जायेगा। साथ ही संस्कृति विभाग द्वारा पशवा, पुजारी व ढोल वादकों को मानपत्र व स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मनित किया जायेंगे।

इस अवसर पर श्री देवभूमि लोकसंस्कृति विरासतीय शोभायात्रा समिति के परमाध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी ने कहा कि विश्व में भारत की गरिमामयी यशस्वी वसुधैव कुटुंबकम की मानवतावादी सनातनी संस्कृति है। नागाधिराज हिमालय उत्तराखंड की दैवत्व व लोककल्याणकारी मानवता से परिपूर्ण जीवन के सच्चिदानंदमय लोकसंस्कृति विरासत का संरक्षण व संवर्धन से भक्ति, आस्था, विश्वास के साथ साथ पर्यटन व पर्यावरण को भी प्रोत्साहित मिलेगा।

समिति के केन्द्रीय प्रवक्ता डॉ. धीरेंद्र रांगड़ ने कहा कि 24 अप्रैल तक बाहरी प्रान्तों के श्रद्धालुओं की भीड़ भी कम होने की उम्मीद है, फिर भी श्रद्धालुगण कोरोना के नियमों का पालन करते हुए देवी-देवताओं का आशीष प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए मास्क, सैनीटाइजर के साथ ही हरिद्वार में काढ़े की व्यवस्था भी की जायेगी।

इस अवसर पर समिति के केन्द्रीय प्रवक्ता डॉ. धीरेंद्र रांगड़, देहरादून प्रतिनिधि पं.भास्कर डिमरी, संजीव रौथाण, नितेन्द्र बोरा, हरिद्वार प्रभारी मुकेश जोशी, अनिल गिरी, आशाराम व्यास, विशालमणि पैन्यूली आदि उपस्थित थे।

महाकुंभ का मुख्य शाही स्नान सफलता पूर्वक सम्पन्न


कुम्भ मेला का मुख्य शाही स्नान सकुशल और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो गया। मेष संक्रांति के स्नान पर विगत के कुम्भ मेलों में घटित कुछ अप्रिय घटनाओं के इतिहास एवं कोविड की अभूतपूर्व चुनौतियों को देखते हुए शाही स्नान को सुव्यवस्थित व निर्विघ्न संपन्न कराना एक बड़ी चुनौती माना जा रहा था। इन चुनौतियों के बीच मुख्य शाही स्नान बिना किसी अप्रिय घटना के सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। सायं तक 13 लाख 51 हजार श्रद्धालु कुम्भ क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर स्नान कर चुके थे।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुम्भ मेले के मुख्य शाही स्नान के सकुशल सम्पन्न होने पर मेले से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों, स्वयं सेवी संस्थाओं सहित सभी जनमानस को बधाई देते हुए हार्दिक आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की चुनौतियों का सामना करते हुए मेले से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मिकों ने जिस मनोयोग से कुम्भ की व्यवस्थाओं को संभाला तथा देश-विदेश के श्रद्वालुओं को सुविधाएं उपलब्ध करायी, वह सराहानीय है। शाही स्नान सकुशल सम्पन्न होने से राज्य सरकार की दिव्य-भव्य एवं सुरक्षित कुम्भ की परिकल्पना भी साकार हुई है। मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले से सफल आयोजन का सामूहिक प्रयासों का भी नतीजा बताते हुए साधु-संतों, अखाडों, मेला क्षेत्र की जनता, व्यापारियों, गंगा सभा, तीर्थ पुरोहितों, मीडियाकर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों आदि का भी अत्यधिक उल्लेखनीय सहयोग रहा है। जिसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र है।

मेला अधिकारी दीपक रावत ने शाही स्नान सम्पन्न होने के बाद मीडिया सेंटर कुम्भ मेला में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुम्भ मेलों के बैसाखी के शाही स्नानों में कुछ छोटी मोटी घटनाएं हुई थी, इसलिए मेला प्रशासन व पुलिस के आपसी सहयोग से इसे सफल बनाने की पूरी कोशिश की थी और इसमें हम सब सफल रहे। उन्होंने इस सफलता के लिए पुलिस, स्वयंसेवी संस्थाओं व सफाई कर्मियों के अलावा व्यापारी व आम जनता का भी आभार प्रकट करते हुए कहा कि थोड़ी बहुत परेशानी के बावजूद उन्होंने पूरे दिल से प्रशासन का साथ दिया। उन्होंने बताया कि कोरोना के मध्यनजर जिला स्वास्थ्य विभाग व मेले में जुड़ी अन्य एजेंसियों के माध्यम से प्रतिदिन लगभग 50 हजार टेस्ट हो रहे हैं।

पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने बताया कि मेला क्षेत्र की सीमाओं पर श्रद्धालुओं के कोबिड सर्टिफिकेट की सघन जांच हो रही है, जिस कारण सर्टिफिकेट न होने पर अब तक 56 हजार श्रद्धालुओं को सीमा से ही वापस लौटाया जा चुका है। उन्होंने शाही स्नान को सफलता से आयोजित करने में राज्य की पुलिस सहित केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों, अन्य राज्यों की पुलिस एवं पी.एस.सी., होमगार्ड्स आदि की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इस बार पुलिस, केन्द्रीय सुरक्षाबलों के अतिरिक्त पहली बार एन.एस.जी को भी तैनात किया गया था। कोरोना काल के बावजूद शाम तक करीब 13 लाख 51 हजार लोग गंगा में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला जनमेजय खण्डूड़ी नेग मेला में सुरक्षा व्यवस्थाओं की जानकारी दी।
नोडल अधिकारी सूचना मनोज श्रीवास्तव ने देशभर के मीडिया के साथ साथ स्थानीय मीडिया का धन्यवाद करते हुए कहा कि खासकर स्थानीय मीडिया ने मेला प्रशासन के मिलकर एक मेजबान की भूमिका भी निभाई और कुम्भ की महत्ता को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया।

मुख्यमंत्री तीरथ ने वर्चुअली प्रेसवार्ता कर दी शाही स्नान को लेकर अपडेट

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार महाकुंभ 2021 के दूसरे शाही स्नान का आयोजन भी कोविड 19 की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए दिव्यता व भव्यता के साथ संपंन हो गया है। सुरक्षित और सफल आयोजन में सहयोग के लिए सभी सहयोगियों का आभार।

सचिवालय में पत्रकारों से वर्चुअली बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हुए शाही स्नान में अखाड़ों के संत समाज से लेकर लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने हरिद्वार कुंभ 2021 में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। उन्होंने प्रशासन से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बताया सोमवती अमावस्या पर हुए दूसरे शाही स्थान को लेकर श्रद्धालुओं में बहुत उत्साह रहा। सुबह आठ बजे तक ही 15 लाख श्रद्धालू स्नान कर चुके थे। वहीं सायं 6 बजे जो आंकड़ा आया है उसमें स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 28 लाख पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि ऐसी उम्मीद है कि शाही स्नान के समापन तक करीब 35 लाख श्रद्धालु स्नान कर लेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की विपरीत परिस्थितियों में हो रहे कुंभ के आयोजन में चुनौतियां बहुत हैं। लेकिन हमारी सरकार ने उस चुनौती का स्वीकार किया है और कुंभ को दिव्यता और भव्यता के साथ सुरक्षित ढंग से संपंन कराया जा रहा है। कहा कि मेले में संत समाज की हर सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उनके स्वागत में कोई कमी नहीं है। किसी श्रद्धालू को भी कहीं परेशानी का सामना ना करना पड़े इसका अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ में व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के लिए हर अखाड़े के स्नान का समय निर्धारित है। और श्रद्धालुओं के लिए भी अलग व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में टीका उत्सव के लिए व्यवस्थाएं पूरी की गई हैं। और टीकाकरण को जनपद से लेकर ब्लाक व न्याय पंचायत स्तर पर कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। कहा कि टीकाकरण को लेकर अन्य प्रांतों की अपेक्षा हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं। इसके लिए भारत सरकार की ओर से मिल रहे सहयोग के लिए मुख्यमंत्री ने उन्होंने हृदय से आभार जताया।

कलश यात्रा लेकर गंगा तट पर पहुंची मेयर ने परखी शाही स्नान की तमाम व्यवस्थाएं

आस्था के महाकुंभ सोमवती अमावस्या के दूसरे शाही स्नान पर मेयर अनिता ममगाई ने देश और दुनिया भर के लोगों को महापर्व की बधाई दी। कृष्ण कुंज आश्रम से शहर के संतों, महंतो और महामंडलेश्वर के साथ कलश यात्रा लेकर त्रिवेणी घाट पहुंची।

मेयर अनिता ममगाईं ने इस मौके पर कहा कि गौ, गंगा और गायत्री की पावन भूमि में इन दिनों कुंभ क्षेत्र होने की वजह से इसकी आभा में चार चांद लगे हुए हैं। उन्होंने स्नानार्थियों को सोमवती अमावस्या पर्व की शुभकामनाएं दीं। वहीं, मेयर ने कुंभ पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से केंद्र सरकार द्वारा जारी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने की अपील भी की।

कहा कि भगवान शिव की आराधना की प्रतीक पुण्यदायी मौनी और सोमवती अमावस्या का बड़ा महात्म्य है। इससे पूर्व संत समाज द्वारा निकाली गई धार्मिक यात्रा में शिरकत करते हुए नगर की हृदय स्थली त्रिवेणी घाट पहुंची मेयर ने तमाम व्यवस्थाओं का बारीकी के साथ जायजा लिया। गंगा स्नान के दौरान किसी भी तरह की कोई चूक ना हो जाए इसको लेकर मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

सेवा, समर्पण और त्याग का भाव जगाता है आरएसएसः मेयर

आस्था के महाकुम्भ में सजग प्रसरी बनकर पुलिस प्रशासन को व्यवस्थाएं बनाने में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के कार्यकर्ता कंधे से कंधा मिलाकर जुटे हैं। उनकी सेवा और समर्पण को नमन करते हुए मेयर अनिता ममगाई ने नेपाली फार्म मेंउन्हें फल वितरित किए। इस दौरान उन्होंने डयूटी में जुटे पुलिसकर्मियों को फल खिलाकर उनकी भी हौसलाअफजाई की।

महाकुंभ को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रदेश सरकार जहां हर आवश्यक कदम उठा रही है वहीं पुलिस प्रशासन को राष्ट्रीय सेवक संघ के कार्यकर्ता भी अपना हर संभव योगदान दे रहे हैं। सैकड़ों आरएसएस कार्यकर्ता तपती धूप में लगातार ट्रेफिक सहित अन्य व्यवस्थाओं को बनाने में जुटे हुए हैं। उनके सेवा भाव समर्पण को देखते हुए मेयर अनिता ममगाई द्वारा रविवार की दोपहर उन्हें फल वितरित किए गए। अनिता ममगाई ने बताया कि राष्ट्र पर आपदा हो या कोई महा उत्सव आरएसएस के कार्यकर्ता सदैव आगे बढ़ चढ़कर अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहे हैं।
इस दौरान प्रदीप धस्माना, रामरतन रतूड़ी, विजयपाल जेठूडी, मंजू बलोदी, लक्ष्मी गुरुंग, सुनीता बिष्ट, जसविंदर सिंह, मनजीत राठौर, शीलू पंत, अंकित, अंजलि रावत नैथानी, आशीष रणकोटी, विपिन कुकरेती, गौरव कैंथोला आदि मोजूद रहे।

हरिद्वार की तरह भव्य होगा ऋषिकेश का देवय स्नान व शोभायात्रा

ऋषिकेश। में 24 अप्रैल 2021 को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश व 25 अप्रैल को कुंभमेला सभा मंडप पंतदीप हरिद्वार में समिति द्वारा आयोजित होने वाले देवस्नान एवं शोभायात्रा कार्यक्रम हेतु यथासंभव सहयोग की अपेक्षा करते हुए उन्हें सपत्नी कार्यक्रम में निमंत्रित किया।

कृषि मंत्री ने कहा कि हम ऋषिकेश के देवय स्नान व शोभायात्रा के कार्यक्रम को हरिद्वार कार्यक्रम से भी अधिक भव्य बनायेगे उन्होंने कहा कि यहां पर्व भारत की देव संस्कृति व लोक संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन के साथ ही ‘सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामयाः’ की भावना को पुष्ट करता है।

केंद्रीय प्रवक्ता डॉ धीरेंद्र रांगड़ ने कृषि मंत्री को देवडोलियों के रूट की जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून परिक्षेत्र की समस्त देवडोलियां वाया नटराज चैक तथा रुद्रप्रयाग,पौड़ी, चमोली, श्रीनगर आदि क्षेत्रों की डोलियां वाया तपोवन तथा टिहरी उत्तरकाशी की देवडोलियां वाया नरेंद्रनगर भद्रकाली मंदिर ढालवाला में एकत्र होंगी। जहां भोजन-प्रसाधन के पश्चात दो बजे सभी देवडोलियां एक साथ अपने वाहनो के द्वारा इन्द्रमणि बडोनी चैक, देहरादून रोड, आई.एस.बी.टी.से होते हुए केवलानंदआश्रम चैक, मायाकुंड से होकर त्रिवेणी घाट पहुंचेंगी। सभी वाहन श्रद्धालुओं को वहीं छोड़कर भरत बिहार (डिग्री कॉलेज के सामने)बनी पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करेंगे। त्रिवेणी घाट ऋषिकेश में देवडोलियों, नेजा निशान, व छतोलियों का भव्य स्वागत-सम्मान, पूजन व सामुहिक दिव्य स्नान का कार्यक्रम होगा।

3 बजकर 30 बजे पारम्परिक वाद्ययंत्रों के साथ सभी देव डोलियां व श्रद्धालुगण नगर शोभायात्रा के लिये प्रस्थान करेगे। घाट रोड, भरत मंदिर झंडा चैक, देहरादून रोड, रेलवे रोड, तिलक रोड, हरिद्वार रोड से होते हुए शोभायात्रा भरत विहार में पहुंचेगी, जहां से सूक्ष्म जलपान के पश्चात 6 बजे सभी देवडोलिया हरिद्वार के लिए प्रस्थान करेगी। यात्रा मार्ग में अमित ग्राम, गुमानीवाला, श्यामपुर, नेपाली क्षेत्र, सत्यनारायण, रायवाला, हरिपुर कलां व शांतिकुंज में देवडोलियों पर पुष्प वर्षा के साथ श्रद्धालुजनों द्वारा भव्य स्वागत किया जाएगा।
इस अवसर पर आशाराम व्यास, विशालमणि पैन्यूली, घनश्याम नौटियाल आदि उपस्थित थे।

हरिद्वार में अपर मेला अधिकारी पर संतों ने किया हमला

हरिद्वार से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां अपर मेला अधिकारी पर संतों ने हमला कर दिया। साथ ही पुलिसकर्मी को भी जख्मी कर दिया। घटना कनखल में बैरागी कैंप की है।

अखाड़े की जगहों पर विद्युत व्यवस्था ना होने से संत नाराज बताए जा रहे थे। अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह संतो से वार्ता के लिए बैरागी कैंप पहुंचे। उसी दौरान कुछ संतो ने उन पर हमला कर दिया। बीच-बचाव कराने आए उनके गनर को भी बुरी तरह पीटा गया। अपर मेलाधिकारी और उनका गनर घायल हुए हैं। अपर जिलाधिकारी से मारपीट की सूचना पर मेला अधिष्ठान में हड़कंप मच गया। मेला पुलिस व अधिष्ठान के अधिकारी बैरागी कैंप पहुंच गए हैं और हरवीर सिंह से जानकारी ले रहे हैं। घटना को लेकर अधिकारियों में नाराजगी बनी हुई है।

बताया जा रहा है कि घटना श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा में हुई है। मारपीट में अपर मेला अधिकारी का गनर बेहोश हो गया। जिसे अस्पताल ले गए हैं। अखाड़े में अधिकारियों के पहुंचने का क्रम जारी है। कुंभ मेला आइजी संजय गुंज्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, उप मेलाधिकारी मनीष कुमार सिंह, प्रत्यूष सिंह, सीओ सिटी अभय सिंह आदि अखाड़े पहुंचे। वहीं, अखाड़े के संत की अधिकारियों को वार्ता चल रही है। अधिकारियों ने संतों के अलावा बाकी व्यक्तियों को अंदर नहीं जाने दिया। परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल और पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात है।