पीएम मोदी ने सिलक्यारा में बचाव कार्य में उत्पन्न होने वाली बाधा और रुकावट के बारे में सीएम से ली जानकारी

उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों के स्वास्थ्य को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद संवेदनशील हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोजाना सिलक्यारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों एवं उनके परिजनों के बारे में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को फोन कर अपडेट ले रहे हैं।
आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत में प्रधानमंत्री ने बचाव कार्य में उत्पन्न होने वाली बाधा और रुकावट के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें अवगत कराया कि न्यू ऑस्ट्रियन टनल मेथड से इस सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस्पात से बनी वस्तुओं के ऑगर मशीन के सामने आने पर कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। ऐसे में ऑगर मशीन को रोककर और फिर उसे बाहर निकालकर सभी अवरोधों को श्रमिकों द्वारा दूर किया जा रहा है, जिसके कारण इस प्रक्रिया में समय लग रहा है।
मुख्यमंत्री को इस दौरान प्रधानमंत्री ने विशेष निर्देश दिए कि जब श्रमिक टनल से बाहर निकलेंगे तो उनके स्वास्थ्य परीक्षण और चिकित्सकीय देखभाल पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान सुरंग के अंदर फँसे श्रमिकों की स्थिति और उनको दी जाने वाली खाद्य और दैनिक दिनचर्या की वस्तुओं के बारे में जानकारी लेने के साथ ही राहत और बचाव कार्य में लगे श्रमिकों की स्थिति और उनके लिए किए जा रहे सुरक्षा के उपाय के बारे में पूछा और निर्देश दिए कि इसमें किसी तरह की कोई कमी न रहे। उन्होंने बचाव कार्य की प्रगति और किए जा रहे कार्यों के साथ ही विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय और यदि किसी अन्य सहयोग की ज़रूरत है तो उस पर जानकारी ली। साथ ही श्रमिकों के परिजनों के बारे में जानकारी भी ली।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी कि सिलक्यारा सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग करने के साथ ही उनके द्वारा मातली उत्तरकाशी में ही अस्थायी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थापित किया है ताकि बेहतर ढंग से पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग हो सके।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि 6 इंच व्यास के पाइप लाइन मलवे के सफलतापूर्वक बिछाए जाने के बाद वैकल्पिक लाइफ लाइन बनाई गई है। जिसके माध्यम से टनल में फंसे श्रमिकों तक ताजा पका भोजन, फल, ड्राई फ्रूट्स, दूध, जूस के साथ ही डिसपोजेबल प्लेट्स, ब्रश, तौलिया, छोटे कपड़े, टूथ पेस्ट, साबुन, आदि दैनिक आवश्कता की सामग्री बोतलों में पैक कर भेजी जा रही है। जिससे श्रमिकों के भोजन एवं पोषण की समस्या को लेकर अब कोई चिंता नहीं है। इसी पाइप लाइन के जरिए एसडीआरएफ द्वारा स्थापित कम्युनिकेशन सेटअप के माध्यम से श्रमिकों से नियमित संवाद किया जा रहा है। इसी माध्यम से श्रमिकों और उनके परिवार जनों को भी बातचीत कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने स्वयं भी इसी माध्यम से श्रमिकों का हाल-चाल जाना है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रमिकों एवं उनके परिजनों का मनोबल बनाए रखने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। सिलक्यारा में स्थापित अस्थाई अस्पताल में तैनात डॉक्टर्स के द्वारा श्रमिकों के स्वास्थ्य के निरंतर निगरानी की जा रही है। एम्बुलेंस से लेकर नजदीकी अस्पताल में 41 विशेष बेड श्रमिकों हेतु तैयार किये गए हैं। मनोचिकित्सकों के द्वारा भी नियमित रूप से टनल में फंसे श्रमिकों की काउंसलिंग की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राहत और बचाव कार्यों में लगे राहत एवं बचाव कार्य में जुटे श्रमिक पूरे मनोयोग एवं अथक परिश्रम से जुटे हुए हैं। इन श्रमिकों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रेस्क्यू स्थल पर प्री कॉस्ट आरसीसी बॉक्स कल्वर्ट और ह्यूम पाइप के जरिए सुरक्षा कैनोपी और एस्केप टनल बनाई गई है। इससे किसी भी आपात स्थिति में सुरंग के भीतर रेस्क्यू में जुटे लोगो को सुरक्षित निकासी सुनिश्चित हो सकेगी। सुरक्षा से जुड़ी अन्य विशेष हिदयतो पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्र एजेंसीयों के साथ बेहतर समन्वय बनाने हेतु राज्य सरकार की ओर से एक सचिव स्तर के अधिकारी को सिलक्यारा में ही तैनात किया गया है। उत्तरकाशी जिला प्रशासन और राज्य का आपदा प्रबंधन तंत्र प्रतिबद्धता के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के परिजनों का भी ध्यान रख रही है। परिजनों के आवास, भोजन, कपड़े, एवं परिवहन की व्यवस्था की गई है। परिजनों के समन्वय और उनकी सुविधाओं के जिला एवं राज्य स्तर पर अलग से अधिकारियों की तैनाती की गई है।

पीएम के नेतृत्व में जी20 देशों की मेजबानी पर वैश्विक नेताओं ने जानी देश की संस्कृति, गतिशील अर्थव्यवस्था

दिसंबर में उत्तराखंड में प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट के आयोजन को लेकर दिल्ली में रोड शो का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में एक साल के अंदर 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री के इस विजन को साकार करने में हम भी निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विगत माह प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जी 20 देशों के सम्मेलन की मेजबानी द्वारा वैश्विक नेताओं को देश के समृद्ध इतिहास, संस्कृति एवं गतिशील अर्थव्यवस्था से परिचित कराने में मदद मिली। उत्तराखण्ड को भी जी 20 की तीन बैठकें आयोजित करने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके इंग्लैंड भ्रमण के दौरान वहां के पर्यटन मंत्री द्वारा इस सम्मेलन की सफलता बयान की। जी 20 के सफल आयोजन से हमें भी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की प्रेरणा मिली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात की भांति उत्तराखण्ड में ऐसी शुरुआत की गई है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी द्वारा उत्तराखण्ड को औद्योगिक पैकेज स्वीकार किये जाने से राज्य में औद्योगिक वातावरण के सृजन में मदद मिली। 2014 से पूर्व के कुछ वर्षों में यद्यपि इसमें कुछ व्यवधान रहा किन्तु 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है तथा 1.50 लाख करोड़ की विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा आज उत्तराखण्ड विश्वस्तरीय पसंदीदा पर्यटन गंतव्य बन रहा है। अब तक राज्य में 44 लाख लोग चार धाम यात्रा पर आ चुके हैं। कांवड़ यात्रा में इस वर्ष 4.15 करोड़ शिवभक्त आये जबकि गत वर्ष यह संख्या 3.75 करोड़ रही थी। पर्यटन सीजन में राज्य के सभी होटल, होम स्टे आदि की फुल बुकिंग रही, यह राज्य के पर्यटन के लिये निश्चित रूप् से शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास पर्यटकों और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है, इसके लिये सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटि आदि पर ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार ही नहीं बल्कि उत्तराखंड के आधारभूत ढांचे को विकसित करने में भी औद्योगिक निवेश अत्यंत आवश्यक है। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हमने उत्तराखंड में ’’ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से लन्दन एवं बर्मिंघम के रोड शो के दौरान 400 से अधिक उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से 20 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, उससे यह सिद्ध होता है कि देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी उद्यमी उत्तराखंड में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ हमारा प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण, ऑटो कम्पोनेन्ट विनिर्माण, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे अनेकों क्षेत्रों में निवेश हेतु औद्योगिक जगत का एक पसंदीदा स्थल भी है।
राज्य में लाइसेंस आदि के अनुमोदनों के लिए ’’सिंगल विंडो सिस्टम’’ की व्यवस्था में सुधार किया गया है। इस आयोजन हेतु राज्य के लिये फोकस सैक्टरों की पहचान की है जिनमें राज्य के पारम्परिक क्षेत्रों जैसे पर्यटन, आयुष, वेलनेस, खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाईल्स, फार्मा के साथ-साथ वैकल्पिक ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र सम्मिलित हैं। इन फोकस सैक्टर्स की आवश्यकताओं को पूर्ण करने हेतु भूमि और आधारभूत संरचनाओं की पहचान की है, जिसके अंतर्गत राज्य में 6 हजार एकड़ से अधिक के एक विशिष्ट लैंड बैंक की स्थापना की गई है। इन सेक्टर्स में निवेश योग्य परियोजना प्रस्ताव भी साथ-साथ तैयार किये जा रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निवेशकों के पास राज्य में विभिन्न निवेश अवसरों का आकलन करने हेतु एक विशिष्ट रेफरेंस उपलब्ध हो। सरकार द्वारा मजबूत नीतिगत ढांचे में निवेशक हितैषी नीतियां बनाने के लिए विगत 4 माह में 27 से अधिक नीतियों को या तो बनाया गया है या नवीनीकृत किया गया है। जिनमें पर्यटन नीति-2023, डैडम् नीति-2023, स्टार्टअप नीति-2023, लॉजिस्टिक्स नीति-2023 आदि शामिल हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में उपस्थित उद्यमियों से आपसी संवाद के दौरान उनके विचार सुने तथा उनके द्वारा दिये गये सुझावों पर अमल करने का आश्वासन भी दिया।
सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने अपने संबोधन में उत्तराखंड को आर्थिक रूप से सक्षम राज्य बताते हुए देश भर के उद्यमियों को उत्तराखण्ड में निवेश के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का वातावरण उद्योगों के सर्वथा अनुकूल है।
रोड़ शो के दौरान महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा द्वारा अपने विस्तृत प्रस्तुतिकरण के माध्यम से उत्तराखण्ड में निवेशकों की सुविधाओं के लिये किये जा रहे प्रयासों, राज्य के औद्योगिक, आर्थिक, विकास, पर्यटन की संभावनाओं के साथ आर्थिक एवं औद्योगिक विकास के राष्ट्रीय परिदृष्य में उत्तराखण्ड के योगदान एवं प्रयासों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड निवेश की दृष्टि से सुरक्षित गंतव्य स्थल के रूप में उभर रहा है।
पुनीत कौरा, चेयरमैन सीआईआई दिल्ली और एमडी और सीईओ सैमटेल एवियोनिक्स लिमिटेड, कनिष्क जैन, उपाध्यक्ष, सीआईआई उत्तराखंड और कार्यकारी निदेशक, एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, प्रशांत जैन, सीईओ, जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने इन्वेस्ट समिट की सफलता के लिये पूरे सहयोग का आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया।
इस अवसर पर सचिव सचिन कुर्वे, विनय शंकर पांडेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।

स्वच्छता ही सेवा के तहत चला स्वच्छता अभियान, मंत्री अग्रवाल ने भी की शिरकत

भारतीय जनता पार्टी ऋषिकेश मंडल की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर महात्मा गांधी जी की जयंती के पूर्व दिवस पर श्रद्धांजलि स्वरूप एक तारीख एक घंटा स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसमें क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ एक घंटा श्रमदान किया। साथ ही स्वच्छता के प्रति शपथ लेते हुए अपने परिवेश को स्वच्छ रखने का संकल्प भी लिया।

पुराना रेलवे स्टेशन के समीप श्रमदान कर शहरी विकास मंत्री मंत्री डा. अग्रवाल ने लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा न फेंकने की अपील की। साथ ही लोगों से अपने आसपास के परिवेश में स्वच्छता बनाये रखने का आवाहन किया।

मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आवाहन पर आज पूरा देश स्वच्छता के प्रति जागरूक हुआ है। लोगों के भीतर पिछले साढ़े नौ वर्षों में स्वच्छता के प्रति एक अलख जगी है। उन्होंने कहा हमारे राज्य में भी स्वच्छता को लेकर अनेक अभियान निकाय स्तर पर चलाये जा रहे हैं। यही कारण है कि उत्तराखंड को इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में छह पुरस्कार प्राप्त हुए है।

मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि पूरे देश में महात्मा गांधी की जयंती के एक दिन पूर्व एक तारीख एक घंटा कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। कहा कि स्वच्छता पखवाड़ा के तहत आयोजित कार्यक्रम में हमें संकल्प लेना होगा कि अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखेंगे। कूड़ा को सार्वजनिक स्थलों पर नहीं फेंकेंगे। साथ ही कूड़ा दिखने पर उसे कूड़ादान पर डालेंगे।

मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि यदि कूड़ा को सार्वजनिक स्थलों पर कोई डालता हुआ दिखाई दें तो जागरूक नागरिक की भूमिका निभाते हुए रोके। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष सुमित पंवार, जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, महामंत्री नितिन सक्सेना, हरीश तिवाड़ी, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, संजय शास्त्री, महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष माधवी गुप्ता, जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा अंकित बिजल्वाण, युवा मोर्चा ऋषिकेश अध्यक्ष जगावर सिंह, महामंत्री अभिनव पाल, पार्षद शिव कुमार गौतम, राजेश दिवाकर, राजू नरसिम्हा, रूपेश गुप्ता, जितेंद्र भारती, सन्दीप शर्मा, संजीव सिलस्वाल, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, सचिन अग्रवाल, भावना किशोर गौड़, राधे जाटव, रंजन अंथवाल, विवेक शर्मा, राघव, अनिमेष बिष्ट, आशीष अग्रवाल, त्रिलोक परमार, अमन कालड़ा, करन ग्रोवर, प्रवीण रावत सहित पर्यावरण मित्र आदि उपस्थित रहे।

डीएवीपीजी कॉलेज में सीएम ने सुनी प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने करनपुर, देहरादून स्थित डी.ए.वी.पी.जी कॉलेज में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 105वाँ संस्करण सुना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डी.ए.वी.पी.जी कॉलेज के स्मार्ट लाइब्रेरी स्थापना के कार्यों का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मन की बात एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों द्वारा सामान्य परिस्थितियों में किए जा रहे सराहनीय कार्यों को आगे लाया जाता है। इससे अन्य लोगों को भी विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री जी ने नैनीताल के युवाओं द्वारा बच्चों के लिए शुरू की गई अनोखी घोड़ा लाइब्रेरी का जिक्र किया। जिसके माध्यम से नैनीताल जनपद के दुर्गम 12 गांवों में रहने वाले बच्चों को स्कूल की किताबों के अलावा ‘कविताएँ’, ‘कहानियाँ’ और ‘नैतिक शिक्षा’ की किताबें भी पढ़ने को मिल रही है। यह पहल बच्चों को खूब भा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में मातृशक्ति के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक लोकसभा और राज्यसभा में पारित हो चुका है। राज्य में भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की गई। राज्य में सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पूर्ण पारदर्शिता के साथ हों, इसके लिए सख्त नकल विरोधी कानून लाया गया है। समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।

इस अवसर पर विधायक खजानदास, प्रधानाचार्य डी.ए.वी पी.जी कॉलेज डॉ. के.आर. जैन, अध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

यूसीसी को लेकर सीएम का बड़ा बयान, इसी वर्ष होगा लागू

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आई.एस.बी.टी. के समीप स्थित होटल में आयोजित बढ़ता अत्तराखण्ड उभरता उत्तराखण्ड कार्यक्रम में राज्य के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में एक पार्टी की सरकार दुबारा न चुनने का मिथक टूटा है यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं देवतुल्य जनता का हमारे लिये आशीर्वाद है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिये 2022 के चुनाव में जनता से वादा किया था। सरकार के गठन के बाद हमने पहला निर्णय इस संबंध में कमेटी गठन का किया। कमेटी ने 2.33 लाख लोगों से सुझाव लेने तथा तमाम संगठनों, संस्थाओं के साथ राज्य की तमाम जनजातियों के भी सुझाव कमेटी ने लिये है। देश के अन्दर समान नागरिक कानून होना चाहिए। यह जनता की मांग रही है इसकी शुरूआत उत्तराखण्ड से होगी। संवैधानिक व्यवस्थाओं के तहत हम इसी साल राज्य में समान नागरिक संहिता कानून लागू करेंगे।
उन्होंने कहा कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी दोनों पहाड के काम आये इस पर कार्य किया जा रहा है। टिहरी डैम बांध, पानी व बिजली देने का कार्य कर रहे है। युवाओं को स्वरोजगार की विभिन्न योजनाओं से जोडा जा रहा है। राज्य के युवा देश व प्रदेश में अपनी प्रतिभा का परिचय दे रहे है। अब प्रदेश में रिवर्स पलायन की ओर युवा लौट रहे है। कोरोना के बाद हमारे लोग अपने क्षेत्रों में स्वरोजगार पर ध्यान दे रहे है। राज्य का पलायन आयोग भी इस दिशा में कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियां राज्य के विकास में बाधा न बने इसे ध्यान रखते हुए पहाड और मैदानी क्षेत्र की परिस्थितियों के अनुसार नीतियां बनाई जा रही है। राज्य ने हाल ही में राज्य के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए 27 क्षेत्रीय नीतियां बनाई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश हिमालय की गोद में बसा है, हम इसे सुरक्षित रखने का कार्य कर रहे है। जोशीमठ की आपदा के बाद प्रदेश के शहरों की धारण क्षमता का आकलन कर इकोलॉजी और इकोनॉमी का समन्वय बनाकर योजना बनायी जा रही है। आपदा के प्रभावों को कम करना हमारा उद्देश्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा राज्य 71 प्रतिशत वन भू-भाग वाला है। वन क्षेत्र के साथ अन्य सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने का कार्य किया जा रहा है। 3 हजार हैक्टेयर वन भूमि पर से अतिक्रमण हटाये गये है। जो भी निर्माण अतिक्रमण की जद में आये है वे तोडे जा रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में सब आपसी भाई चारे से रहते है। राज्य में धर्मांतरण घुन की तरह लगा था। धोखे और लालच देकर मनगढ़ंत बातों से धर्मांतरण का कार्य हो रहा था। इसे रोकना देवभूमि का मूल स्वरूप बनाये रखने के लिये जरूरी है। देव भूमि के प्रति देश विदेश के लोगों की श्रद्धा रही है। गंगा, यमुना धर्म आध्यात्म की इस भूमि का स्वरूप बना रहना देश हित में है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड शान्त प्रदेश है, कानून व्यवस्था अच्छी है। बिना पहचान और वेरिफिकेशन से लोग यहां आकर अवैध रूप से बस रहे है। इससे हो रहे डेमोग्राफिक चेंज को देखना भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेने की अनुमति किसी को नहीं दी जायेगी। अतिक्रमण हटाने में किसी प्राकर का पक्षपात नही हो रहा है। कोई भी किसी मजहब, जाति, धर्म, पंथ का हो सबके साथ समान व्यवहार किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य की जरूरतों के हित में कानून बनाये है। युवाओं के बेहतर भविष्य के लिये नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। पहले इसकी जांच नहीं हो पाती थी। अब हमने इसकी गहराई से जांच कर 80 लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया है। देश का सख्त कानून बनाकर कड़ी सजा का प्राविधान किया है। नया माहौल बनाकर नकल रोकने का परिणाम हुआ कि अब युवा कई प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफल हुए है। इससे अभिभावकों को भी संतोष हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले लोग यहां से अच्छा अनुभव लेकर जा रहे है। उन्हें बेहतर सुविधाएं मिले इसका ध्यान रखा गया है। अब तक 38 लाख यात्री तथा कांवड यात्रा में 4.15 करोड श्रद्धालु आये । ऋषिकेश हरिद्वार कॉरिडोर की डीपीआर तैयार की जा रही है। विकास नगर के समीप यमुना नदी किनारे स्थित पौराणिक स्थल हरिपुर का पुनरुद्धार कर वहां भी यमुना की आरती की व्यवस्था की जायेगी। अपने समृद्ध इतिहास में उल्लिखित नगरों के विकास पर हमारा ध्यान है। हमें राज्य में आने वाले करोडो पर्यटकों, श्रद्धालुओं की भी व्यवस्था करनी होती है। इसके लिये राज्य के संसाधनों को बढावा देने के लिये भी हम प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने चंद्रयान 3 के लैंड़िग स्थल को प्रधानमंत्री ने शिवशक्ति स्थाल घोषित करने पर उनका आभार जताया। यह भारत की विज्ञान एवं तकनीकि दक्षता का प्रतीक है। चंद्रयान 2 के समय जो कमी रह गयी थी उनके सफल नेतृत्व में चंद्रयान 3 के रूप में बडी सफलता देश को मिली है। अब चंदा मामा दूर के नहीं हमारे घर के हो गये है। उन्होंने कहा कि हमारे लोग मुजफ्फरनगर काण्ड, खटीमा और मसूरी गोलीकांड को नहीं भूल सकते है। इसके लिये दोषी लोगों के व्यवहार से राज्य की जनता कभी भूल नहीं सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता केन्द्र एवं राज्य सरकार के कार्यों पर 2014 व 2019 के चुनावों की भांति 2024 के चुनावों में भी राज्य की जनता का आशीर्वाद हमें मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड से कर्म और मर्म का संबंध है।

उत्तराखंड को 33558 पीएम आवास योजना ग्रामीण के अतिरिक्त आवास हुए आवंटित

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में उत्तराखंड को वित्तीय वर्ष 2023-24 में 33558 अतिरिक्त आवास आवंटित किए गए हैं। इसके लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ग्राम्य विकास मंत्री गिरिराज सिंह का आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में अतिरिक्त लक्ष्य आवंटित किए जाने का अनुरोध किया था। उत्तराखंड में योजना की टाइम बाउंड प्रगति को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2023-24 में 33558 अतिरिक्त आवास आवंटित किए जाने को मंजूरी दी गई है।

बारिश की स्थिति जानने को प्रधानमंत्री ने किया सीएम धामी को फोन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर उत्तराखंड में भारी बारिश के दृष्टिगत प्रदेश की स्थिति के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने जान-माल की क्षति, सड़कों की स्थिति सहित चार धाम यात्रा, कृषि, किसान और फसलों की स्थिति तथा कांवड़ यात्रा के संचालन के बारे में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से विभिन्न स्थानों पर हुए जन धन की हानि और बाधित सड़कों के साथ ही चार धाम यात्रा और कांवड़ यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने किसानों और फसलों की स्थिति के बारे में भी बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन, एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम कर रहे है। जगह जगह जेसीबी मशीनें तैनात की गई है ताकि बाधित सड़कों को तुरंत खोला जा सके। उच्च स्तर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने केंद्र से पूरे सहयोग के प्रति मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया।

देवभूमि से पीएम नरेंद्र मोदी जी का रहा विशेष लगाव, नौ वर्ष पूर्ण होने पर बोले सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की 09 साल की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह 09 साल का कार्यकाल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहा है। अनेक जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए उनके नेतृत्व में योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक पटल पर अलग पहचान बनी है। विदेश यात्राओं में जिस तरह उनका सम्मान होता है, यह हर एक भारतीय का सम्मान है। आज पूरी दुनिया भारत को नई आशाओं के रूप में देख रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देवभूमि उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। उनके मार्गदर्शन में पिछले 09 सालों में उत्तराखण्ड में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हुए हैं। भारत माला परियोजना, ऑल वेदर रोड, रेल कनेक्टिविटी, शिक्षा, चिकित्सा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी के क्षेत्र में राज्य में तेजी से कार्य हुए हैं। केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य पर तेजी से कार्य चल रहा है। बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के तहत कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपना हर क्षण देश सेवा के लिए समर्पित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार का पूरा ध्यान विकास के नवरत्नों पर है। इसमें पहला रत्न- केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपए से पुनर्निर्माण का कार्य, दूसरा रत्न- ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य, तीसरा रत्न- कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत पहले चरण में 16 मन्दिरों को शामिल किया गया है। चौथा रत्न- पूरे राज्य में होम स्टे को तेजी से बढ़ावा दिया जाना। पांचवा रत्न- राज्य में 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास, छठा रत्न- उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार, उधमसिंह नगर में एम्स का सेटलाइट सेंटर भी बनाया जा रहा है। सातवां रत्न- करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना के कार्य किये जा रहे हैं। आठवां रत्न- ऋषिकेश-हरिद्वार का एडवेंचर टूरिज्म और योग की राजधानी के रूप में विकास किया जा रहा है और नौवा रत्न- टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन इस पर भी जल्द काम शुरू हो जाएगा।

केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की पिछले 09 सालों की उपलब्धियों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने गरीबों की सेवा, वंचितों का सम्मान, नारी सशक्तिकरण, स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी इन्फ्रास्ट्रक्चर, तकनीकि के विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं अन्य अनेक क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किये।

पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज, 11.88 करोड़ लोगों को नल से जल, स्वच्छ भारत अभियान के तहत 11.72 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया। देश में 48.27 करोड़ जन-धन खाते खोले गये, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 03 करोड़ से अधिक आवास दिये गये। देश में 37 करोड़ आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट बने हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक किसानों को 6000 रूपये सालाना दिये जा रहे हैं। सभी को सस्ती एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। कोविड काल में भारत ने दो स्वदेशी वैक्सीन बनाई, इससे भारतवासियों के अलावा अन्य देशों की मदद भी की गई। सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटी का देश में तेजी से विस्तार हुआ। स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हुए।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, विधायक विनोद चमोली, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, भाजपा के महामंत्री संगठन अजेय कुमार, अश्विनी त्यागी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने किया भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे ऑडिटोरियम हाथीबडकला में प्रदेश भाजपा कार्य समिति की बैठक में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि निस्वार्थ सेवा ही हमारे संगठन का संकल्प रहा है और ये हमारी कार्यशैली व संस्कारों से प्रतिबिंबित भी होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दिशा निर्देशन में एक ओर जहां भारत राष्ट्रीय स्तर पर विकास की नई-नई ऊंचाईयों को छू रहा है, वहीं वैश्विक स्तर पर एक सशक्त, सामर्थ्यवान और आत्मनिर्भर देश के रूप में नई पहचान प्राप्त कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्वर्णिम कालखंड भारत की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक चेतना के पुनरोत्थान का कालखंड है और आज का नया भारत पुनः विश्वगुरु के स्थान पर आरूढ़ होने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज सनातन का जयघोष चारों दिशाओं में सुनाई दे रहा है। पूरे विश्व में सनातन सभ्यता का परचम लहरा रहा है और उसके ध्वजवाहकों व तीर्थों का सम्मान किया जा रहा है। आज हमारे पौराणिक मंदिरों और तीर्थ स्थानों का इतिहास और महत्व उसी गौरव के साथ प्रदर्शित किया जा रहा है जिसके साथ इसे किया जाना चाहिए था। हमारे मंदिरों और देव स्थानों की उपेक्षा की गई, सनातन पद्धतियों का उपहास उड़ाया गया। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अभूतपूर्व गति से भारत का सांस्कृतिक पुनरुत्थान हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत की अस्मिता के प्रतीकों, हमारे ऋषियों और धर्म गुरुओं, हमारी सांस्कृतिक धार्मिक-धरोहरों को जिस प्रकार से संरक्षित व संवर्धित किया जा रहा है इसकी व्याख्या शब्दों में संभव नहीं है। यह कालखंड भारत की सांस्कृतिक-आध्यात्मिक चेतना के उन्नयन की दृष्टि से स्वर्णिम कालखंड है। कोरोना महामारी के दौरान सम्पूर्ण विश्व ने इस उभरते हुए नए भारत की शक्ति को नजदीक से देखा और जाना। जब विदेशों को भारत द्वारा बनाई गई वैक्सीन प्रदान कर रहे थे, तो उन्हें दिए जाने वाली वैक्सीन के हर डिब्बे में लिखा रहता था ’’सर्वे संतु निरामयाः’’ अर्थात सभी निरोगी होएं। यही तो हमारी राष्ट्रनीति है, जहां ’’स्वः’’ के साथ-साथ ’’सर्व’’ के कल्याण की भी कामना की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गौरवमय मार्ग को प्रशस्त करने के लिए जिस ’’सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास और सबका प्रयास’’ का मंत्र दिया है उसने देश की राजनीति की दिशा और दशा को बदलने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई गरीब कल्याण योजनाओं ने अंतिम पायदान पर खड़े हुए प्रत्येक व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि देश में नोटबंदी लागू कर काले धन पर चोट करना हो, कश्मीर से धारा-370 हटाने जैसा ऐतिहासिक कार्य हो, देश में जीएसटी जैसा कानून लागू करना हो, पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर उसके दांत खट्टे करना हो या कोरोना काल का दुर्भाग्यशाली लॉकडाउन हो, देश की जनता हमेशा प्रधानमंत्री जी के साथ खड़ी रही। देश में दशकों से गरीबी हटाओं के नारे तो खूब दिए गए लेकिन गरीबी हटाने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। आज जब हम पद्म सम्मानों की सूची देखते हैं तो उसमें कोई बड़े-बड़े सैलिब्रिटी नहीं बल्कि दूर दराज के क्षेत्रों में समाज के लिए काम करने वाले आम नागरिक होते हैं। चाहे देश की आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा यात्रा हो या दशमेश गुरू गोविंद सिंह साहब के चारों पुत्रों के बलिदान को ’’वीर बाल दिवस’’ के रूप में मनाने का कार्य हो, प्रधानमंत्री की महान सोच प्रत्येक कार्य में दृष्टिगोचर होती है। आज प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में देश जहां विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, वहीं वैश्विक कूटनीति के मंच पर भी विश्व में भारत अग्रणी देशों में गिना जाता है, रूस और यूक्रेन युद्ध के समय हमारे द्वारा उठाए गए कदमों से यह बात परिलक्षित होती है। ’’अंत्योदय के साथ-साथ ’’सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’’ का मंत्र आज देश की मूल प्रेरणा बन चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ही वर्ष में तीन बड़े अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जी-20, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, शंघाई सहयोग संगठनों की अध्यक्षता मिलना बताता है कि भारत ने दुनिया को अपनी ताकत का लोहा मनवा लिया है। यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है कि इस वर्ष जी-20 से संबंधित कुछ बैठकें हमारे प्रदेश में भी निर्धारित हैं, जिसमें से जी-20 की बैठक रामनगर में सकुशल संपन्न भी हो चुकी है। इस माह भी ऋषिकेश और नरेंद्रनगर में जी-20 की बैठकें होनी है, जिसके लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहे हैं। यह प्रधानमंत्री के नेतृत्व का ही कमाल है कि उत्तराखंड को भी जी-20 की मेजबानी करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि आज केन्द्र और राज्य सरकार के सहयोग से अंत्योदय की भावना को आत्मसात करते हुए ही हमारा प्रदेश भी सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने की दौड़ में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। हमने उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का जो ’’विकल्प रहित संकल्प’’ लिया है, उसके लिए हम निरंतर कार्यरत हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भ्रष्टाचार और भर्ती घोटालों पर किए गए प्रहार से लेकर समान नागरिक आचार संहिता, धर्मांतरण कानून, महिला आरक्षण, भू-कानून, देश के सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाने और गरीबों को तीन निःशुल्क सिलेंडर देने और देवभूमि में बरसो से पनप रहे अतिक्रमण पर कड़ी कार्रवाई जैसे कठिन मुद्दों पर हमारे द्वारा उठाए गए ’’ऐतिहासिक कदम’’ इस बात का प्रमाण हैं कि आज हमारी सरकार प्रदेश हित में ऐसे मुद्दों पर भी निर्णय लेने का कार्य कर रही है, जिन मुद्दों को वर्षों तक ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। यह डबल इंजन सरकार का ही प्रभाव है कि केन्द्र ने उत्तराखंड को मिलने वाले वार्षिक अनुदान को बढ़ाकर लगभग ग्यारह हजार करोड़ रूपये कर दिया। इस समय हमारे प्रदेश में केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग सवा लाख करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाएं सफलता पूर्वक संचालित की जा रही हैं। पहले केवल योजनाएं बनाई जाती थी, परन्तु अब योजनाएं बनाई जाती हैं और उनको लागू भी किया जाता है। डबल इंजन की सरकार आने के बाद विकास का यही इंजन आज मैदान से लेकर पहाड़ तक सरपट दौड़ रहा है। हमने पहाड़ में रेल का सपना देखा था, वह सपना प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जल्द ही पूरा होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पूर्व देवभूमि में स्वास्थ्य सेवाएं स्वयं बीमार थी, लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज स्वास्थ्य सेवाओं का जिस तरह विस्तार हुआ है, वह विपक्ष के राज में संभव नहीं था। 2014 से पूर्व की सड़कों की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज देश में प्रतिदिन 38 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो रहा है। 2014 से पूर्व बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए दर-दर भटकना पड़ता था, लेकिन मोदी के नेतृत्व में मिशन इन्द्रधनुष योजना के तहत बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। आज प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व का एक अग्रणी राष्ट्र बन चुका है। 2014 के बाद देश में हर साल एक नए आईआईटी का निर्माण हुआ, एक नया आईआईएम बनाया गया। 2014 के बाद हर सप्ताह देश में एक यूनिवर्सिटी खोली गई। 2014 के बाद आज हर दिन देश में दो कॉलेज खोले गए हैं। हर दिन नई आईटीआई का निर्माण किया जा रहा है। यह सब बीते नौ वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही संभव हो पाया है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तराखंड की पाँचों लोकसभा सीटों पर हमारे सांसद हैं, 2024 के चुनावों में हमारा संकल्प इन पाँचों सीटों पर विजय प्राप्त करना ही नहीं है बल्कि पिछले सारे रिकार्ड तोड़ते हुए एक नए इतिहास की रचना करना भी है। हमें 2024 के इस पुण्य अभियान में ठीक उसी तरह जुटना है जिस प्रकार भगवान श्रीराम के संकल्प की पूर्ति के लिए नल, नील, सुग्रीव, जामवंत, हनुमान व लक्ष्मण ही नहीं बल्कि एक छोटी सी गिलहरी भी पूर्ण समर्पण के साथ कार्य में जुटी हुई थी। 22 वर्ष का युवा उत्तराखंड अब एक नए जोश और एक नई उमंग के साथ निरंतर आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमें बाबा केदार की धरती से प्रधानमंत्री जी द्वारा कहे गए कथन ’’21वीं सदी का तीसरा दशक, उत्तराखंड का दशक होगा’’ को चरितार्थ करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने का संकल्प लेना है।एक नई कार्य संस्कृति और सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के मंत्र को लेकर हमारी सरकार प्रदेश में पूर्ण सुशासन स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम सभी को पार्टी द्वारा निर्धारित सात सूत्रों का पालन करना आवश्यक है, वे सूत्र हैं सेवा भाव, संतुलन, संयम, समन्वय, सकारात्मकता, संवेदना और संवाद। ये सात सूत्र जब हम सभी के जीवन से जुड़ेंगे, तभी हम समाज को, संगठन को और देश को आगे ले जाने का कार्य करने में सफल हो सकेंगे। हमने हमेशा संघर्ष किया है और ये संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश के अंतिम छोर पर खड़े हुए गरीब व्यक्ति तक विकास की धारा न पहुंच जाए। जब तक भारतवर्ष पुनः सोने की चिड़िया न बन जाये, जब तक भारतवर्ष पुनः विश्वगुरु न बन जाये, तब तक हमें संघर्ष करते रहना पड़ेगा इस संघर्ष से घबराना नहीं है, संघर्ष को अपनाना है और संघर्ष करते हुए आगे बढ़ते जाना है।

उत्तराखंड श्री अन्न महोत्सव का केंद्रीय कृषि मंत्री ने किया समापन

अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उपलक्ष में कृषि विभाग उत्तराखण्ड द्वारा देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड श्री अन्न महोत्सव 2023 के समापन समारोह में मुख्य अथिति के तोर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में पतंजलि के एमडी आचार्य बाल कृष्ण और कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर महोत्सव में उपस्थित सभी अतिथियों ने मिलेट्स पर आधारित विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने सभी अतिथियों का पहाड़ी टोपी, शाल और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया।

कार्यक्रम के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा आयोजित श्री अन्न महोत्सव की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में और कृषि मंत्री जोशी की सूझबूझ के परिणामस्वरूप ये विशाल श्री अन्न महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस अच्छे आयोजन के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्री गणेश जोशी को और राज्य के कृषि मंत्रालय को अपनी ओर से बधाई दी। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा मिलेट्स को भोजन की थाली में सम्मान जनक स्थान मिले और दुनिया के भोजन की थाली में भी सम्मान जनक स्थान मिले, इसलिए मिलेट्स पर काम करना जरूरी था। इसी दृष्टिकोण के आधार पर भारत सरकार ने इस मिलेट्स को पोषक अनाज के रूप में अधिसूचित किया। साल भर अभियान चलाया, पोषकता के लिए और बाद में संयुक्त राष्ट्र संघ में भी नरेंद्र मोदी जी ने ज्वार-बाजरा, कोदो, कुटकी, रागी, मंडुआ इसकी जो वैज्ञानिक प्रमाण हैं, जो इसमें पोषक तत्वों की भरमार है, उसको तथ्यात्मिक रूप से वैश्विक मंच के ऊपर रखा। उन्होंने 72 देशों ने जो वहां उपस्थिति थे, प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव का समर्थन किया और संयुक्त राष्ट्र संघ ने तय किया, 2023 सारी दुनिया में मिलेट ईयर के रूप में मनाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा उत्तराखंड सरकार द्वारा इस आयोजन से मिलेट्स की महत्ता का भी ज्ञान बढ़ेगा। मिलेट्स के जो उत्पाद है, लोग उनसे भी परिचित होंगे। इसकी मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा श्री अन्न की मांग बढ़ेगी तो किसानों को उत्पादन करना पड़ेगा, किसान उत्पादन करेंगे, तो किसान को फायदा होगा अच्छा मुनाफा मिलेगा। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा जब भारत श्री अन्न (मिलेट) की अगुवाई कर रहा है, तो सबसे पहले उत्पादन भी हमारे यहां बढ़ेगा। उत्पादकता भी हमारे यहां बढ़ेगी और प्रोसेसिंग भी हमारे यहां बढ़ेगी। और जब प्रोसेसिंग हमारे यहां होगी, तो हमारे ही उत्पाद का सारी दुनिया में निर्यात भी बढ़ेगा और हमारी अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

पंतजली के एमडी आचार्य बाल कृष्ण ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में प्राचीन काल से ही श्री अन्न की खेती होती थी। देवभूमि उत्तराखण्ड मोटे अनाजों की राजधानी रही है। आज दुनिया श्री अन्न के महत्व को समझ रही है। हमें पूर्ण विश्वास है यह आयोजन ‘श्री अन्न’ को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा। इस तरह के आयोजनों से न केवल मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे किसानों को भी मोटे अनाजों से संबंधित आवश्यक जानकारियां भीं प्राप्त होंगी तथा किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा श्री अन्न उत्तराखंड की परंपरागत खेती में है। श्री अन्न स्वास्थ्य की दृष्टि से इतना लाभदायक है कि जो कभी गरीबों का खाद्यान्न हुआ करता था, आज अमीरों की थाली में शामिल हो गया है। जोशी ने कहा श्री अन्न के प्रोत्साहन और उसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में स्टेट मिलेट मिशन के अंतर्गत 73 करोड़ रूपए की बजट में प्रावधान किया गया है। कृषि मंत्री ने मडुंवा, झिंगौरा जैसी फसलों को पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ावा देकर कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भी विभाग के संकल्प को दोहराया।उन्होंने नया नारा देते हुए कहा कि कौंदा-झिंगौरा खाऐंगे, आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बनाऐंगे।

इस अवसर पर वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सचिव कृषि बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, निदेशक कृषि गौरीशंकर, अपर निदेशक केसी पाठक, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, जैविक उत्पाद परिषद के एमडी विनय कुमार सहित कई अन्य अधिकारी एवं प्रदेश के सभी जनपदों से आये हुए कृषक भाई-बहन उपस्थित रहे।