हरिपुरकलां में बिजली कटौती से परेशान ग्रामीण पहुंचे विद्युत वितरण उपखंड कार्यालय

हरिपुरकला में बिजली कटौती एवं लगातार बिजली की रोस्टिंग से परेशान ग्रामीणों ने विद्युत वितरण उपखंड कार्यालय का घेराव किया। ग्राम प्रधान गीतांजलि ज़खमोला के नेतृत्व में ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों ने विद्युत विभाग का कार्यालय का घेराव किया।

ग्रामीणों ने कहा कि पिछले एक हफ्ते से हरिपुरकला की विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है लगातार रात में दिन में बिजली की कटौती की जाती है तथा विभाग के कर्मचारियों द्वारा ओवरलोड का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ा जाता है। जिसमें ग्रामीणों का कहना है कि हरिपुरकला जो सबसे बड़ी आबादी का गांव है एवं जिसमें आश्रम धर्मशाला होटल आदि आते हैं। इसमें यात्रियों का आना-जाना भी लगा रहता है और लगातार एक दबाव भी बना रहता है, लेकिन बिजली विभाग द्वारा पूर्व में कोई भी व्यवस्था ठीक प्रकार से नहीं की गई। जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ता है। ग्रामीणों ने विद्युत आपूर्ति को जल्द से जल्द सुधारने की मांग की।

इस मौके पर ग्राम पंचायत सदस्य अनीता गुप्ता, सीमा शर्मा, दीपिका लखेड़ा, धर्मेंद्र मनोज शर्मा, मनोज भट्ट, सतीश बड़थ्वाल, सुभाष जुगलान, विनय थापा, महेंद्र कश्यप, दिनेश थपलियाल आदि ग्रामीण जन उपस्थित थे।

14 वर्षीय किशोर के एम्स में चिकित्सकों की टीम ने बदले दिल के वाॅल्व

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के सीटीवीएस विभाग के चिकित्सकों ने मार्फन सिंड्रोम से ग्रसित एक 14 वर्षीय किशोर के हार्ट के 3 वाल्व का ऑपरेशन कर उसे जीवनदान दिया है। निदेशक प्रो. रविकांत ने हाईरिस्क सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए ​चिकित्सकीय टीम की सराहना की है। कहा कि अस्पताल में मरीजों की सेवा के लिए ड्यूटी हावर्स के बाद भी जरुरत पड़ने पर वरिष्ठ चिकित्सकों का हरसंभव सहयोग मिलेगा।

गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश निवासी एक 14 वर्षीय किशोर जो कि मार्फन सिंड्रोम नामक जेनेटिक बीमारी से ग्रस्त था, इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की लंबाई अत्यधिक रहती है साथ ही हाथ व पैरों की अंगुलियां औसत से कहीं अधिक लंबी होती हैं।

इस बीमारी में आंख में लैम्स का खिसकना एवं दिल के वाल्व का लीक होना या ऑर्टा नामक धमनी का फटना आम बात होती है जिससे किसी भी इंसान की मृत्यु भी हो सकती है। इस किशोर के दिल के 3 वॉल्व लीक कर रहे थे, बावजूद इसके समय रहते इलाज नहीं करवाने से उसका हार्ट फेल हो गया था। साथ ही उसका लीवर व गुर्दा भी फेल हो गया था,जिसकी वजह से उसके ऑपरेशन में अत्यधिक रिस्क बढ़ गया था। इन तमाम बीमारियों के कारण उसके पेट व पैरों में सूजन आ गई थी, साथ ही उसे पीलिया की शिकायत थी।

चिकित्सकों के अनुसार किशोर को ऑक्सीजन से भी सांस नहीं आ रही थी और उसकी छाती में पानी भर गया था। तमाम तरह की शारीरिक व्याधियों के बावजूद पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जन डा. अनीश गुप्ता ने अपनी टीम के साथ इस किशोर का इमरजेंसी ऑपरेशन किया,जिसमें उसके दो वाल्व बदले गए, जबकि उसके एक वॉल्व को रिपेयर किया गया। ऑपरेशन के दौरान किशोर के दिल में जमा खून के थक्के भी निकाले गए। सर्जरी के बाद मरीज को काफी समय तक आईसीयू में रखा गया और उसके बाद स्थिति थोड़ा सामान्य होने पर उसे वार्ड में शिफ्ट किया गया जहां अब वह स्वस्थ है।

डा. अनीश के मुताबिक इस हाईरिस्क सर्जरी में मरीज की जान को अत्यधिक खतरा था, बावजूद इसके उसके जीवन की सुरक्षा के लिए वरिष्ठ हृदयरोग विशेषज्ञ प्रोफेसर भानु दुग्गल, पी​डियाट्रिक कॉर्डियोलॉजिस्ट डा. यश श्रीवास्तव एवं कॉडियक ऐनेस्थिसिया डा. अजय मिश्रा की संयुक्त टीम द्वारा अथक प्रयासों से मरीज की जान बच पाई। उन्होंने बताया कि ऐसे जटिल कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने चिकित्सकीय टीम का हौंसला बढ़ाया।

राज्यमंत्री से की कृष्णानगर काॅलोनी में सड़क निर्माण की मांग

कृष्णानगर काॅलोनी में घरों के सामने टूटी हुई सड़कों के कारण पानी भरने की समस्या पैदा हो रही है। बावजूद कोई यहां की सुध नहीं ले रहा है। इस कारण यहां के स्थानीय लोगों और उनके बच्चें कई बार इस सड़कों में गिरकर चोटिल हो रहे है। सड़क बनाने की मांग को लेकर युवा मोर्चा ने आज राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंघल को ज्ञापन दिया।

भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश सह संयोजक प्रकांत कुमार के नेतृत्व में स्थानीय लोगों का दल राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंघल से मिला। ज्ञापन सौंपते हुए प्रकांत कुमार ने राज्यमंत्री को बताया कि इन सड़कों में पानी भरने के कारण जहां एक ओर लोग चोटिल हो रहे है, वहीं गंदगी में मच्छर पैदा हो रहे है, इससे बीमारी का खतरा और भी बढ़ रहा है। प्रकांत कुमार ने राज्यमंत्री से मामले को गंभीर पाते हुए जल्द ही सड़क बनाए जाने की मांग की।

वहीं, राज्यमंत्री ने भी मामले की गंभीरत को समझते हुए स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया कि जल्द ही इस मामले को लेकर वह क्षेत्र का निरीक्षण करने आएंगे और संबंधित अधिकारियों से बात कर निस्तारण करेंगे। इस मौके पर जयप्रकाश, कृष्णा, जितेंद्र, हरिचरन लाल, मोहन लाल, गौरव, सरिता आदि उपस्थित रहे।

गैस सिलेंडर में विस्फोट होने से मकान क्षतिग्रस्त, एक महिला भी चोटिल

गुमानीवाला के एक घर में बहुत दिनों से हो रही गैस लीकेज की समस्या आज विस्फोट के रूप में तब्दील हो गई। इसका नतीजा यह रहा कि मकान पूरा क्षतिग्रस्त हो गया और एक बुजुर्ग महिला को चोटें आई है। गमीमत रही कि घर के बच्चे अपनी माता के साथ नैनिहाल गए हुए थे। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया।

दरअसल, गली नंबर 10, वार्ड नंबर 36 गुमानीवाला में आज करीब 12 बजे प्रदीप बिष्ट के मकान में गैस का दबाव बढ़ने से विस्फोट हो गया। इस कारण कीचन की सिंगल ईंट की दीवार ढल गई। इसके अलावा पूरे मकान में जगह-जगह दरारें आ गई। मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त होेने के अलावा घर में मौजूद प्रदीप बिष्ट की माता 70 वर्षीय शांतिदेवी को चोटें आईं है, उनके इमरजेंसी सेवा 108 के जरिए निजी अस्पताल में भेजा गया है।

पार्षद वीरेंद्र रमोला के अनुसार, प्रदीप बिष्ट के घर में गैस रिसाव की समस्या कई दिनों से हो रही थी। प्रदीप मजदूरी करते है, घटना के वक्त उनकी पत्नी अपने बच्चों के साथ मायके गई हुई थी। बताया कि सिलेंडर नहीं फटा है, इस कारण बड़ी दुर्घटना होने से टल गई है। बताया कि मकान की खिड़की, जगह-जगह दरारें और प्रदीप की माता को चोट आईं है। मौके पर पुलिस की टीम, गैस एजेंसी व फायर कर्मी भी मौजूद हैं।

मुख्यमंत्री से मुलाकात कर होटल व्यापारियों ने कराया अपनी समस्या से अवगत

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भेंट की। उन्होंने कहा कोविड-19 की वजह से राज्य में पर्यटन एवं अन्य लोगों के आवागमन न होने से होटल संचालकों एवं होटल एसोसिएशन को काफी समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है। होटलों में कार्य करने वाले कर्मचारियों को वेतन देने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड में पर्यटन कि दृष्टि से यह सबसे महत्वपूर्ण समय है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस अवसर पर होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष विभिन्न समस्याएं रखीं।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि होटल एसोसिएशन की प्रमुख समस्यायों को गंभीरता से लिया जाएगा और उनका समाधान करने का हर संभव प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि ग्रीन जोन वाले जनपदों विभिन्न गतिविधियों में तेजी लाई जाए, ताकि अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार हो सके।

इस अवसर पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अनिल गोयल, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप सहानी, सेक्रेट्री संजय अग्रवाल, प्रदीप कर्णवाल, आशीष गोयल आदि उपस्थित थे।

आयुर्वेद से किया जा सकता है कोरोना का उपचारः बाबा रामदेव

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया है। इसके बाद से ही देशभर में लगातार कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। ऐसे में योग गुरू बाबा रामदेव का राहत प्रदान करने वाला बयान सामने आया है। योगगुरू के अनुसार, कोरोना का उपचार आयुर्वेद से भी किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि सेनिटाइजर की कमी हो गई है। साथ ही सेनिटाइजर दोगुने दामों पर भी बेचा जा रहा हैं। योग गुरु स्वामी रामदेव और आयुर्वेदाचार्य बालकृष्ण ने इसका अचूक विकल्प सुझाया है। स्वामी रामदेव ने बताया कि एक लीटर पानी में 100 ग्राम नीम के पत्ते और तुलसी के दस पत्ते मिलाकर उबाल लें। उबालने के बाद पानी को छानकर ठंडा करें। एक बोतल में दस ग्राम फिटकरी और दस ग्राम कपूर बारीक पीसकर घोल लें। इस सारे द्रव्य को छानकर शीशी में भरकर रखें। इस प्रकार यह प्राकृतिक सेनिटाइजर तैयार हो जाएगा। स्वामी रामदेव ने बताया कि प्राकृतिक रूप से बनाया गया सेनिटाइजर बाजार में बिकने वाले महंगे सेनिटाइजर से कई गुणा अधिक लाभकारी होगा।

आचार्य बालकृष्ण नेे बताया कि गिलोय वटी, तुलसी वटी, नीम वटी, अदरक और नींबू का रस एक साथ लेने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न होती है। गिलोय और तुलसी की वटी रोजाना दो-दो की संख्या में नियम पूर्वक दोनों समय ली जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि कोरोना के प्रति सभी को अधिक से अधिक जागरूकता बरतनी चाहिए।

रामगंगा पर बनने वाले बांध का डिजाइन को लेकर सीएम ने दिए अधिकारियों को निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को गैरसैंण में बनने वाली चौरड़ा झील का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गैरसैंण में पेयजल की व्यवस्थाओं के लिए सुनियोजित प्लानिंग की जाए। ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने के बाद गैरसैंण एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में सम्भावित आबादी वृद्धि के अनुरूप पेयजल की व्यवस्था की जानी है। रामगंगा पर जो चौरड़ा झील बनायी जा रही है, इस झील से 2070 तक अर्थात अगले 50 साल तक 31 हजार की आबादी को पेयजल आपूर्ति होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रामगंगा पर बनने वाले बांध का डिजायन इस तरह तैयार किया जाये कि भविष्य में इससे पेयजल की क्षमता में और वृद्धि हो सके।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस झील का निर्माण पूर्ण होने से गैरसैंण, भराड़ीसैंण एवं उनके आस-पास के क्षेत्रों में पूर्ण ग्रेविटी का जल उपलब्ध होगा। गैरसैंण में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को अन्य विकल्प भी तलाशने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बांध की टेंडर प्रक्रिया अप्रेल 2020 में की जायेगी। उसके बाद जल्द कार्य भी शुरू कर दिया जायेगा।

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