राज्य आंदोलन के दौरान हुए चर्चित रामपुर तिराहा कांड में पीएससी के दो सिपाहियों को आजीवन कारावास

राज्य आंदोलन के दौरान हुए चर्चित रामपुर तिराहा कांड में पीएससी के दो सिपाहियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लंबे समय से न्याय का इंतजार कर रहे पीड़ितों एवं उनके परिवारजनों को अदालत के निर्णय से बड़ी राहत मिली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे पर 2 अक्टूबर 1994 को आंदोलन के दौरान हमारे नौजवानों, माताओं-बहनों के साथ क्रूरतापूर्ण बर्ताव किया गया,जिसमें कई आन्दोलनकरियों की शहादत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करना सरकार की प्राथमिकता और कर्तव्य है।

गौरतलब है कि रामपुर तिराहा कांड में अदालत ने दोनों आरोपियों पीएससी के जवानों को आजीवन कारावास की सजा सुनाने के साथ ही उन पर 50-50 हजार का जुर्माना भी लगाया है।

रामपुर तिराहे पर हुई अवमानना को कभी भुला नहीं जा सकता-प्रेमचन्द अग्रवाल

बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी महिलाओं का पुष्प माला पहना कर सम्मान किया। इस अवसर पर विस अध्यक्ष ने कहा है कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण महिलाओं के संघर्ष के बल पर हुआ है। 2 अक्टूबर के दिन रामपुर तिराहे पर हुई अवमानना को कभी भुला नहीं जा सकता। उन्होंने कहा है कि मैं स्वयं आंदोलनकारी रहा हूं परंतु वह ऐसी घटना थी जिससे हर व्यक्ति स्तब्ध था।
विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा है कि उस घटना के बाद संपूर्ण उत्तराखंड में आक्रोश की ज्वाला भड़की और परिणाम स्वरूप उत्तराखंड राज्य का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अब युवा अवस्था में पहुंच चुका है। उत्तराखंड राज्य का विकास हम सब लोगों के आशा व उम्मीदों पर टिका हुआ है। राज्य की प्रगति में समस्त उत्तराखंड वासियों को समर्पित भाव से कार्य करने की आवश्यकता है।
विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा है कि यह समय संकल्प का समय है कि हम उत्तराखंड राज्य के विकास के लिए निष्ठा पूर्वक कार्य कर इस प्रदेश की खुशहाली व तरक्की के लिए सामूहिक विकास पर आगे बढ़े।
राज्य आंदोलनकारी महिलाओं का सम्मान करते हुए कहा है कि यह सम्मान न केवल उन महिलाओं का है जिन्होंने उत्तराखंड राज्य के लिए संघर्ष किया बल्कि यह सम्मान उत्तराखंड की उन तमाम महिलाओं का है जो राज्य को आगे बढ़ाने के लिए दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य कर रही है।
विस अध्यक्ष अग्रवाल ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारियों को भी नमन किया और कहा है कि हम शहीद आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने की ओर अग्रसर है।
इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारी कमला नेगी, शोभा चौहान, पुष्पा ध्यानी, पद्मा नैथानी, इंदु थपलियाल आदि महिलाओं का सम्मान किया गया। जबकि कार्यक्रम में पार्षद लव काम्बोज, चेतन चौहान, विजयलक्ष्मी शर्मा, राजेश कुमार, अरुण सिंह, रूपराम, जयंत कुमार आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के इतिहास में दो अक्टूबर काला धब्बा

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में शहीद स्मारक पर उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में श्रद्धासुमन अर्पित किये। राज्य निर्माण के लिए बलिदान देने वाले आन्दोलनकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आन्दोलनकारियों के सपनों के उत्तराखण्ड की दिशा में सरकार कार्य कर रही है। राज्य आन्दोलनकारियों के योगदान को हमेशा याद किया जायेगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड एवं तत्कालीन उत्तर प्रदेश के इतिहास में आज के दिन को एक काले धब्बे के रूप में भी हम लोग देखते हैं। जिस तरह से रामपुर तिराहा में राज्य आन्दोलनकारियों पर आमानवीय अत्याचार हुआ, अनेक नौजवान शहीद हुए। यहां के स्थानीय लोगों ने इन नौजवानों के सम्मान और सुरक्षा के लिए जिस तरह योगदान दिया, उनके योगदान को हमेशा याद किया जायेगा।

इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक वंशीधर भगत, विधायक हरवंश कपूर, प्रदीप बत्रा, मुजफ्रनगर के विधायक प्रमोद उडवाल, मेयर रूड़की गौरव गोयल, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अंथवाल आदि मौजूद रहे।