मेयर अनिता के प्रयासों से तीर्थनगरी में बनेंगे हाईटेक शौचालय

मेयर अनिता ममगाईं के प्रयासों की बदौलत जल्द ही ऋषिकेश में हाईटेक शौचालय बनने जा रहे है। यह हाईटेक शौचालय के प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को भी बल मिलेगा। मेयर अनिता ममगाईं के इस प्रयास को नगर के लोगों ने सराहना की है। इसके लिए नगर निगम ऋषिकेश के स्तर से जल्द ही निविदा प्रक्रिया शुरू होने जा रही हैं। मेयर अनिता ममगाई ने कहा कि अच्छे शौचालय देने का वाला वायदा उन्होंने चुनावी घोषणा पत्र में किया था। योजना को जमीनी धरातल पर लाने के लिए कार्य प्रारंभ हो गया है।

निगम की इस योजना को शहरी विकास निदेशालय ने स्वीकृति दी है। निगम ने निदेशालय को 229 सीट का प्रस्ताव दिया था जिसमें उन्होंने प्रथम चरण में 29 लाख रुपए रिलीज कर दिए हैं। स्वच्छ भारत मिशन के मद के द्वारा यह धनराशि दी जा रही है। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा सभी टॉयलेट का एक सर्वे करवाया गया। उस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर निदेशालय से धनराशि की मांग की गई थी जिसपर निदेशालय की स्वीकृति की मुहर लग चुकी है।

कहा कि भीड़-भाड़ वाले इलाके में शौचालय नहीं होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अब इस परेशानियों से लोगों को निजात मिलेगा। शौचालय पूरा हाइटेक बनेगा। इन्होंने बताया कि शौचालय के अंदर साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था रहेगी एवं इनका निर्माण फाइव स्टार होटलों के टॉयलेट की तरह किया जाएगा।

अब घर में जैविक खाद बनाकर किचन गार्डन में करें उपयोगः अनिता

ऋषिकेश की प्रथम मेयर अनिता ममगाईं ने वेस्ट टू कंपोस्ट का तहसील स्थित सरकारी आवास में शुभारंभ किया। वेस्ट टू कंपोस्ट से कूड़ा निस्तारण में मदद मिलेगी। मेयर अनिता ने कहा कि यह एक नई शुरूआत है, इससे जैविक खाद बनेगी, जिसका इस्तेमाल लोग अपनी किचन गार्डन में कर सकेंगे।

नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने अपने सरकारी निवास में एक पिट बनाई है। मेयर ने बताया कि यह काम नागरिक अपने घर में भी कर सकते हैं। मेयर अनिता ने बताया कि जल्द ही खाद बनाने वाली मशीन कंपोस्टर भी निगम लगाएगा। बताया कि निगम का लक्ष्य प्रत्येक वार्ड में कंपोस्ट पिट लगाना है। इसके लिए जमीनी धरातल पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इससे निगम लोगों को खाद के जरिए रोजगार उत्पन्न करने का अवसर प्रदान करेगा।

मेयर अनिता ने बताया कि योजना में रूचि रखने वाले प्रत्येक नागरिक को निगम निगम की ओर से मदद की जाएगी। निगम आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने बताया कि कम्पोस्ट पिट 76 फीट लंबी व छह फीट चैड़ी है। इसमें पांच हजार किलो गीला कूड़ा डाल सकते हैं। दो महीने में ढाई हजार किलो तक ऑर्गेनिक खाद बनेगी।
कंपोस्ट इंजीनियर रोहित के मुताबिक अगर कोई घर में कंपोस्ट पिट बनवाना चाहता है तो उसका खर्चा 4 से 5 हजार के बीच में आता है। यह ऑर्गेनिक खाद नर्सरी में 8 से 10 रुपया और ऑनलाइन 50 से 100 किलो तक बिक रही है, जिससे रोजगार भी उत्पन्न होगा।