नीलकंठ मंदिर पहुंचे जगदीश मुखी

ऋषिकेश।
अंडमान निकोबार के राज्यपाल बनने के बाद जगदीश मुखी रविवार को मत्था टेकने नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी धर्मपत्नी के साथ पूजा-अर्चना की।
लक्ष्मणझूला थाना प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि अंडमान निकोबार के राज्यपाल जगदीश मुखी रविवार को सुबह सवा सात बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से कार में नीलकंठ महादेव पहुंचे। मंदिर में एक घंटे बिताने के बाद वाया चीला मार्ग होकर हरिद्वार में अपने रिश्तेदार के यहां रवाना हो गए। 107
मंदिर के पुजारी शिवानंद गिरी ने बताया कि राज्यपाल जगदीश मुखी की इस धाम के प्रति अटूट आस्था है। वह इसी महीने आठ तारीख को सावन के तीसरे सोमवार पर नीलकंठ महादेव पहुंचे थे। यहां उन्होंने पूजा-अर्चना की थी। तब वह अंडमान निकोबार के राज्यपाल नहीं बने थे। राज्यपाल बनने के बाद वह पहली बार धाम पहुंचे। मनोकामना पूरी होने उन्होंने यहां रुद्राभिषेक किया। मंदिर के महंत सुभाष पुरी ने उन्हें प्रसाद भेंट किया। इस दौरान राज्यपाल जगदीश मुखी ने कहा कि नीलकंठ महादेव करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। यही कारण है कि यहां विभिन्न प्रांतों से लोग जलाभिषेक करने आते हैं। उन्होंने कहा कि धाम में पहुंचने पर उन्हें शांति की अनुभूति हुई। इस दौरान एसडीएम कोटद्वार जीआर बिनवाल, तहसीलदार एसएस गुनसोला, नीलकंठ मंदिर समिति के धन सिंह राणा आदि मौजूद रहे।

 

गायन प्रतियोगिता में सिमरन ने मारी बाजी


भरत मंदिर पब्लिक स्कूल में हुआ आयोजन

शनिवार को याद करो कुर्बानी पखवाड़े में भरत मंदिर पब्लिक स्कूल में गायन प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में सिमरन व जूनियर वर्ग में आरोही ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्राईमरी वर्ग में सृष्टि, टीया, नीलाब्जा, भूमि, कीर्ति, समृद्धि ने प्रथम स्थान पाया। जबकि जूनियर वर्ग में आरोही, वेदांशी, दिया, विदिशा, गुंजन, आंचल, श्रेया ने बाजी मारी। विद्यालय के प्रधानाचार्य धीरेंद्र जोशी ने कहा कि विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस के याद करो कुर्बानी पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसके तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। विजेता छात्र-छात्राओं को अंतिम दिवस पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर सुजाता श्रीधर, अचिता डबराल, हेमलता पंत, अमिता चोपड़ा, नीति चोपड़ा आदि उपस्थित रहे।

तहसील दिवस फरियादियों ने दर्ज कराई शिकायतें

ऋषिकेश।
तहसील दिवस में पेंशन संबधी मामलें छाए रहें। कुल 22 शिकायतें ही दर्ज हुयी, जिनमें 8 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। शेष शिकायतें संबधित विभागों को ट्रांसफर कर दी गयी। एसडीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि तहसील दिवस में दर्ज शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जायें।
मंगलवार को तहसील दिवस पर समाज कल्याण की पेंशन संबधी मामले छाए रहें। फरियादियों ने विभाग की ओर से दी जाने वाली वृद्धा, विकलांग व विधवा पेंशन नही आने के मामले उठायें। तहसील दिवस में कुल 22 शिकायतें दर्ज हुयी। जिनमें समाज कल्याण की 8, पीडब्ल्यूडी की तीन, विद्युत विभाग की दो, नगर पालिका ऋषिकेश की एक, राजस्व विभाग की चार व रायवाला पुलिस से संबधित चार शिकायतें शामिल हैं। एसडीएम कुश्म चौहान ने 8 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया। शेष मामलें संबधित विभागों को ट्रांसफर कर दिये गये। एसडीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि संबधित शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार हो। उन्होंने फरियादियों से तहसील दिवस का लाभ लेने की अपील भी की।
इस मौके पर तहसीलदार शूरवीर सिंह राणा, अमीन प्रमोद आदि अधिकारी मौजूद थे।

भुगतान न होने पर ठेकेदारों का पुर्नवास कार्यालय में प्रदर्शन

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ऋषिकेश।
निर्माण कार्य का बकाया भुगतान न मिलने पर ठेकेदार महासंघ ने पुनर्वास कार्यालय पर प्रदर्शन किया। शनिवार को ठेकेदारों ने कार्यालय में तालाबंदी कर चेताया कि जल्द ही बकाया धनराशि नहीं दी गई तो उग्र आंदोलन होगा।
शनिवार को राजकीय ठेकेदार महासंघ के लोग बैराज स्थित पुनर्वास कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने कार्यालय में तालाबंदी कर नारेबाजी की। महासंघ के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वर्ष 2013 के जून में आई आपदा से पुनर्वास विस्थापित क्षेत्र के आमबाग में सब तबाह हो गया। जिस पर विभाग ने क्षेत्र में आपदा कार्य करवाये, विभाग के कार्य को किए दो साल बीत गए हैं, लेकिन अभी तक ठेकेदारों का 2 करोड़ 41 लाख रूपए का बकाया भुगतान नहीं किया है। जिसकी मांग ठेकेदार लगातार विभाग से करते आ रहे हैं। हर बार बजट का रोना रोया जा रहा है। जबकि शासन से योजना का धन आवंटित कर दिया गया है।
ज्योति सजवाण का कहना है कि अधिकारियों की मिलीभगत से पिछले दो सालों से ठेकेदारों का बकाया नहीं दिया जा रहा है। जिससे गुस्साएं ठेकेदारों में विभाग के खिलाफ रोष व्याप्त है। विभागीय अधिकारी कमीशनखोरी की नियत से बेवजह ठेकेदारों को परेशान कर रहे हैं। कहा कि जल्द ही ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया गया तो विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे। तालाबंदी करने वालों में रमन रांगड़, गिरीश चंद्र सौंठा, नरेश बिष्ट, गंभीर सिंह राणा, मनोज रावत, देव सिंह दुमोगा, शूरवीर सिंह रावत, विजयपाल सिंह, होशियार सिंह, राजन रांगड़, राजीव भट्ट, अनिल रावत, गिरवर सिंह राणा, सुनील रावत, विजय पंवार, भगवती रतूड़ी, अजय नेगी, सुरेश खरोला आदि उपस्थित रहे।

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