कुमायूं मंडल में डेंगू नियंत्रण पर अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ मण्डल में डेंगू निंयत्रण, अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, नैनीताल क्षेत्र में भू-स्खलन की स्थिति के बाद राहत सम्बन्धित कार्यों सहित विभिन्न जन समस्याओं का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ क्षेत्र में विशेषकर जनपद नैनीताल, उधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, चंपावत व बागेश्वर के डीएम व सीएमओं को डेंगू से बचाव व रोकथाम हेतु प्रभावी समन्वय के साथ तत्काल कार्यवाही की हिदायत दी है।

अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ क्षेत्र में विशेषकर जनपद नैनीताल, उधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, चंपावत व बागेश्वर के डीएम व सीएमओं को डेंगू से बचाव व रोकथाम हेतु प्रभावी समन्वय के साथ तत्काल कार्यवाही की हिदायत दी है। उन्होंने सीएमओ सहित सभी सम्बन्धित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहकर कार्य करते हुए जन जागरूकता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही एसीएस ने कुमाऊँ क्षेत्र में समुचित पेयजल, अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, मानव-वन्यजीव संघर्षों की घटनाओं के त्वरित समाधन तथा सड़कों को गडढा मुक्त करने हेतु सम्बन्धित विभागों को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

सचिवालय में समीक्षा बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कुमाऊँ मण्डल में डेंगू निंयत्रण, अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, नैनीताल क्षेत्र में भू-स्खलन की स्थिति के बाद राहत सम्बन्धित कार्यों सहित विभिन्न जन समस्याओं का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। एसीएस ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन को निरन्तर सजगता से कार्य करना होगा। राज्य में ब्लड बैंकों की कोई कमी नही है। राज्य में डेंगू के 81 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य के ब्लड बैंकों में पर्याप्त मात्रा में ब्लड व प्लेटलेट्स उपलब्ध है। उन्होंने सभी सीएमओ को जिला अस्पतालों के निरन्तर निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांचने तथा जनपद में साफ-सफाई, फॉगिंग, पर्याप्त मात्रा में एलाइजा टेस्ट किट की उपलब्धता, अस्पतालों में पर्याप्त डेंगू वार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।

बैठक के दौरान एसीएस राधा रतूड़ी द्वारा नैनीताल में हाल ही हुई भू-स्खलन की घटनाओं के बाद किये गये राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी ली गई। उन्होंने राहत शिविरों में प्रभावित परिवारों हेतु सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसीएस ने लोक निर्माण विभाग को क्षेत्र की सड़कों को गडढा मुक्त करने हेतु तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए है। उन्होंने कुमाऊँ मण्डल में अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं। एसीएस ने अल्मोड़ा में पेयजल तथा बिजली सम्बन्धित समस्याओं के समाधान हेतु जिला प्रशासन को तत्काल पर्याप्त पेयजल व बिजली आपूर्ति के लिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए है।

बैठक में अपर सचिव डा0 अमनदीप कौर, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी तथा कुमाऊँ मण्डल के कमीशनर दीपक रावत सहित समस्त जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।

खटीमा में मुख्यमंत्री ने किया राज्य आंदोलन में शहीदों के परिजनों को सम्मानित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना के लिए 1 सितंबर 1994 को शहीद हुए आंदोलनकारियों के शहादत दिवस के अवसर पर खटीमा में मुख्य चौराहे के पास स्थित शहीद स्थल में शहीदों की मूर्तियों का अनावरण किया। उन्होंने शहीदों की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीदों के परिजनों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों तथा राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य का चहुमुखी विकास हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इन महान लोगों ने स्वयं का बलिदान इसीलिए दिया कि उन्हें लगता था कि उत्तराखंड अलग राज्य बनकर ही सच्चे अर्थाे में उनके सपनों को पूरा कर सकता है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं एक राज्य आंदोलनकारी होने के नाते आंदोलनकारियों के परिवार की पीड़ा समझ सकते है। खटीमा गोलीकांड को याद कर आज भी खटीमा वासियों सहित पूरे उत्तराखंड के लोगों का दिल सहम जाता है।

उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के लिए सबसे पहली शहादत खटीमा की धरती पर दी गई थी और इस शहादत के फलस्वरूप हम पृथक राज्य के रूप में अपनी अलग पहचान बना पाएं हैं, जो खटीमा वासियों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की जनता इन वीरों की आजन्म ऋणी रहेगी। जिनकी शहादत के परिणाम स्वरूप हमारे इस राज्य का गठन हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें यह याद करने की आवश्यकता है कि आखिर क्यों इन महान लोगों ने राज्य निर्माण के लिए स्वयं का बलिदान दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका एक-एक पल, एक-एक क्षण राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए समर्पित है और हम देवभूमि के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रदेश में देश के सभी राज्यों के अध्ययन के पश्चात देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया, इसमें दोशी पाये जाने वाले 80 से अधिक नकल माफिया अब तक जेल जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि जिसमे योग्यता, प्रतिभा और क्षमता होगी, उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। नकल विरोधी कानून में नकल माफियाओं को 10 साल सजा और सारी संपत्ति जब्त करने का प्रावधान किया गया है साथ ही अभ्यर्थियों के डिबार का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए दिन रात काम कर रही है। हमने राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने के साथ ही 10 प्रतिशत आरक्षण देने की दिशा में कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नई कार्य संस्कृति को लागू किया है। उनके नेतृत्व में कोरोना काल में 120 से ज्यादा देशों को स्वदेशी वैक्सीन देने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में भारत के प्रति श्रद्धा पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अब चन्दा मामा दूर के नहीं रह गए हैं। इस बार धरती मां की तरफ से चन्दा मामा को राखी भेजी गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी भाइयो-बहनो के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2025 तक हमारा राज्य, देश का अग्रणीय राज्य होगा, इसके लिए हम सभी को विकास की इस यात्रा में मिलकर चलना होगा।

इस दौरान केन्द्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सभी शहीदों एवं आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि शहीद व्यक्ति परिवार का नहीं बल्कि राज्य एवं देश की अनमोल धरोहर हैं।

कार्यक्रम में केन्द्रय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, विधायक गोपाल सिंह राणा, महिला आयोग की उपाध्यक्ष सायरा बानो, पूर्व विधायक डॉ.प्रेम सिंह राणा, भाजपा जिलाध्क्ष कमल जिन्दल, मण्डी अध्यक्ष नन्दन सिंह खड़ायत, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी सहित क्षेत्रीय जनता आदि उपस्थित थी।

बाजपुर के किसान प्रतिनिधिमंडल ने की सीएम से मुलाकात, रखी अपनी समस्या

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में बाजपुर के किसान जनप्रतिनिधि व चीनी मिल के श्रमिकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से बाजपुर चीनी मिल की सह इकाई असवानी को लीज रेंट/पीपीपी मोड पर न दिये जाने का अनुरोध किया एवं इस संबंध में ज्ञापन भी दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाजपुर चीनी मिल की सह इकाई असवानी को लीज/ रेंट/पीपीपी मोड पर दिये जाने से पूर्व किसानों के हितों को लेकर सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जायेगा। इसका पूरा परीक्षण करने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय में बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। किसानों के सभी हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिये जा रहे हैं।

देश के प्रथम एरोमा पार्क की स्थापना, उत्तराखण्ड के लिये गौरव की बातः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज काशीपुर में एरामा पार्क का भमिपूजन कर प्लाटों का अवंटन किया। उन्होंने कहा कि आज कैप, सेलाकुई, सुगन्ध व्यापार संघ, दिल्ली तथा एशेंसियल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इण्डिया नोएडा एवं सिडकुल द्वारा देश के प्रथम एरोमा पार्क की स्थापना उत्तराखण्ड में की जा रही है यह हमारे लिये गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जिसमें एरोमैटिक सेक्टर के विकास हेतु प्रदेश स्तर पर हमारी सरकार द्वारा एक विशिष्ट एवं समर्पित संस्थान सगन्ध पौधा केन्द्र (कैप) की स्थापना की गयी है, जिसे सगन्ध फार्मिंग द्वारा राज्य की आर्थिकी बढ़ाने का दायित्व सौंपा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दो दशकों में राज्य सरकार द्वारा कैंप के माध्यम से प्रदेश में एरोमैटिक सेक्टर का काफी विकास किया गया है, जिसके माध्यम से प्रदेश में चौबीस हजार से भी अधिक किसान एरोमैटिक फार्मिंग से जुड़े है। प्रदेश में सरकार द्वारा एरोमैटिक सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सगन्ध फॉर्मिग के कलस्टर विकसित किये गये हैं। वर्तमान में प्रदेश में 109 एरोमा कलस्टरों में सगन्ध फॉर्मिंग की जा रही है, जिसके अन्तर्गत 192 आसवन सयंत्र स्थापित किए गए हैं। सगन्ध फॉर्मिंग के बढ़ते क्षेत्रफल से वर्तमान में एरोमा सेक्टर का टर्नओवर 86 करोड़ से अधिक हो गया है, जबकि वर्ष 2002 में एरोमा सेक्टर का टर्नओवर लगभग 2 करोड़ था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में एरोमैटिक सेक्टर के विकास तथा यहां उत्पादित सगन्ध तेलों की अच्छी गुणवत्ता को देखते हुए सगन्ध व्यापार संघ एवं इशेंस्यल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ई०ओ०ए०आई०), दिल्ली द्वारा प्रदेश में एरोमा पार्क बनाने का प्रस्ताव उत्तराखण्ड सरकार को दिया गया था। जिसे हमारी सरकार द्वारा सहर्ष स्वीकार करते हुए एरोमा पार्क पॉलिसी 2018 लागू की गयी, जिसके अन्तर्गत एरोमा तथा परफ्यूमरी से सम्बन्धित 46 उद्योग सिडकुल काशीपुर में स्थापित किए जा रहे है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 30 दिसम्बर 2021 को किया गया था। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राज्य में एरोमा पार्क में स्थापित होने वाले उद्योगों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल उपलब्ध कराने के दृष्टिगत सगन्ध फसलों की 6 एरोमा वैली विकसित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमे डेमस्क रोज वैली जनपद चमोली एवं अल्मोड़ा, तिमूर वैली- पिथौरागढ़ सिनामॉन वैली चम्पावत एवं नैनीताल, लेमनग्रास एवं मिन्ट वैली- हरिद्वार, मिन्ट वैली – ऊधमसिंह नगर तथा लैमनग्रास लैमनग्रास एवं मिन्ट वैली हरिद्वार, मिन्ट वैली ऊधमसिंह नगर तथा लैमनग्रास वैली- पौड़ी 14000 है० क्षेत्रफल में विकसित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन उद्योगों द्वारा उत्तराखण्ड के सगन्ध काश्तकारों को बाजार उपलब्ध कराने के साथ- साथ हमारी सरकार द्वारा विकसित हो रही एरोमा वैलियों के विकास में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जायेगा। स्थापित सगन्ध उद्योगों की मांग के अनुसार नई फसलों की खेती द्वारा भी राज्य के किसानों को खेती के नये विकल्प मिलेगें, जिससे निश्चित ही उनकी आजीविका में और अधिक सुधार होगा। वर्तमान में एरोमा पार्क में एरोमा तथा परफ्यूमरी उद्योग लगाये जायेंगे, जिसमें लगभग 300 करोड़ का निवेश होगा तथा हजारों रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें। बताया गया है कि अभी तक 24 प्लॉटों का आवंटन किया जा चुका है, जिनको आज पजेशन पत्र दिया जा रहा है। एरोमा पार्क में स्थापित होने वाले सगन्ध उद्योगों को राज्य सरकार द्वारा जो प्रोत्साहन दिये जा रहे है, इससे इस सेक्टर से जुड़े अन्य उद्योगपति भी एरोमा पार्क की ओर आकर्षित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशन में आर्थिकी और पर्यावरण के मध्य समन्वय स्थापित करते हुए राज्य की परिस्थितियों के अनुरूप विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके लिए जहां एक ओर हम ऐसे उद्योगों और फसलों को बढ़ावा दे रहे हैं जिनको पहाड़ी क्षेत्रों में आसानी से लगाया जा सकता है वहीं दूसरी ओर हम ऐसी तकनीकें विकसित करने पर ध्यान दे रहे हैं जिससे हमारे किसानों की आय दुगनी हो सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह एरोमा पार्क बंजर पड़ी तीन लाख से अधिक कृषि भूमि में सगन्ध फसलों जैसे दालचीनी, तिमूर व सुरई आदि के बगीचे स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा जिससे जहां एक ओर सगन्ध पौध उत्पादन में वृद्धि होगी वहीं दूसरी ओर किसानों को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को हर क्षेत्र में देश का एक श्रेष्ठ राज्य बनाने के हमारे ‘विकल्प रहित संकल्प’ के अनुरूप 2030 तक लगभग 21 हजार हैक्टेयर भूमि को सगन्ध फसलों से आच्छादित करने की योजना को साकार करने में यह उत्कृष्टता केन्द्र महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इसके साथ ही यह केंद्र हमारी 1 डिस्ट्रिक 2 प्रोडक्ट की पॉलिसी को विस्तार देने में भी कारगर सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एरोमा पार्क की स्थापना से सगन्ध फसलों के उत्पादन में तेजी से वृद्धि होगी तथा इन फसलों का राज्य में तीव्र विस्तार होगा। प्रदेश में पर्यटन एवं हॉर्टिकल्चर के साथ हार्टी टूरिज्म को बढावा देने के प्रयासों को भी इससे मदद मिलेगी।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भटट, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर उषा चौधरी, सचिव दीपेन्द्र कुमार चौधरी, एम.डी. सिडकुल रोहित मीणा के साथ ही विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का सीएम ने किया आभार व्यक्त

केन्द्र सरकार ने उधमसिंह नगर के सितारगंज में इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क (Integrated Aqua Park) की स्थापना की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत स्वीकृति दी है। कुल 44 करोड़ 50 लाख लागत की इस केन्द्र सहायतित योजना में केंद्र का अंशदान 40 करोड़ 05 लाख रुपए रहेगा।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की परियोजना मूल्यांकन समिति ( Project Appraisal Committee) द्वारा उधमसिंह नगर के सितारगंज में इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क (Integrated Aqua Park) की स्थापना की संस्तुति दी गईं थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होने कहा कि इससे मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और किसानों व मत्स्यपालकों की आय में वृद्धि होगी।
एक्वा पार्क, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा लायी गयी एक अनूठी और अभिनव अवधारणा है, जहाँ विभिन्न मात्स्यिकी गतिविधियों को एक ही स्थान पर किया जाता है। ये मत्स्य पालको और सम्बन्धित हितधारको के लिए बहुत बढ़िया मंच प्रदान करने का कार्य करेगा। इसी क्रम में उत्तराखण्ड राज्य अन्तर्गत एक राज्य स्तरीय इण्टीग्रेटेड एक्वापार्क की स्थापना जनपद उधमसिंहनगर में की जा रही है।
एक्वापार्क के अन्तर्गत विभिन्न मात्स्यिकी विकास की गतिविधियो को जोड़ा जायेगा जिसमें 01-01 पंगेशियस एवं तिलैपिया हैचरी, बायोफ्लॉक यूनिट रीसर्कुलेशन यूनिट (आर०ए०एस०), ऑरनामेंटल फिशरीज हैचरी एवं रियरिंग यूनिट प्रसंस्करण यूनिट, प्रशिक्षण केन्द्र, इन्क्युबेशन सेन्टर, क्वांरटीन यूनिट आदि कार्य किये जायेगे ।
उक्त स्थापित किये जाने वाले एक्वापार्क से एक वर्ष में उत्तम गुणवत्तायुक्त 1.8 करोड मत्स्य बीज का उत्पादन 250 मेट्रिक टन मछलियों का उत्पादन 2800 टन मछलियो का प्रसंस्करण आदि कार्य किये जायेगे। एक्वापार्क की स्थापना होने पर प्रारम्भिक वर्ष में 5815 व्यक्ति / मत्स्य पालक जबकि योजना के दसवे वर्ष से प्रति वर्ष 10445 व्यक्तियो को लाभ मिलेगा।

शहीद उधम सिंह की मूर्ति पर सीएम ने किया माल्यार्पण, वीर बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नानकमत्ता, उधम सिंह नगर, स्थित गुरुनानक अकाडमी में वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने शहीद ऊधम सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण, गुरुनानक अकाडमी परिसर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब का शुभारंभ एवं छात्रों को सम्मानित किया। इससे पहले मुख्यमंत्री धामी ने गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में मत्था टेक प्रदेश में सुख समृद्धि व शांति की कामना की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद ऊधम सिंह को नमन करते हुए कहा कि शहीद ऊधम सिंह महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के दोषी जनरल ओ डायर को इंग्लैंड में जाकर सभा के सामने मौत के घाट उतार। उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे जनपद का नाम शहीद ऊधम सिंह जी के नाम पर पड़ा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दशमेश गुरु गोविंद सिंह और उनके चारों साहिबजादों बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह की महान शहादत को नमन करते हुए कहा कि गुरु साहब के चारों शहजादों का बलिदान भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व इतिहास का अनोखा अध्याय है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह साहब के चारों शहजादों की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। यह दिवस नई पीढ़ी को साहिबजादों के साहस, शौर्य और पराक्रम से अवगत कराता है एवं उनके बलिदान को अमर रखेगा। इन वीर बालकों ने अपने धर्म की रक्षा में बलिदान दिया। हम अपने बच्चों को ऐसे महान बलिदानियों के प्रेरक प्रसंगों को सुनाकर उन्हें जागरूक करें। इन्हीं बलिदानियों की नींव पर रखी गई भारत की स्वतंत्रता, हमें हमारे कर्तव्यों का ठीक प्रकार से पालन करने की शक्ति प्रदान करती है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत की नींव रखी जा रही है, आज भारत खेल, विज्ञान, टेक्नोलॉजी, निर्यात, डिजिटल जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के 5 सबसे बड़े देशों में शुमार है। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सभी ज्ञात अज्ञात शहीदों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया गया। अमृत काल में भारत निश्चित ही नई ऊंचाइयों को छूने का काम करेगा। आज केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर हेमकुंड साहिब यात्रा को सुगम बना रही है, वही हेमकुंड तक रोपवे बनाने का कार्य भी किया जा रहा है। बड़ी संख्या में मौजूद छात्र छात्राओं से उन्होंने कहा कि समय बहुमूल्य है। इस समय को हम सभी ने अपने सपनों को साकार करने में लगाना चाहिए। जीवन में संकल्प लेकर आगे बढ़ने पर सारी समस्याओं का समाधान स्वयं हो जाता है।

इस दौरान विधायक शिव अरोरा, डॉ.मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक डॉ.प्रेम सिंह राणा, उपाध्यक्ष किसान आयोग राजपाल सिंह, बाबा तरसेम सिंह, विकास शर्मा, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, संतोष अग्रवाल, अमित नारंग, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, सीडीओ विशाल मिश्रा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

धान मंडी खटीमा में सीएम ने किया औचक निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा पहुंचते ही कृषि उत्पादन मण्डी समिति के एसएमआई के धान क्रय केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान धान क्रय से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी लेते हुए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नमी मापक यंत्र से धान की नमी भी मापी। कहा कि जितने भी हमारे धान क्रय केन्द्र लगे हैं, उन पर किसान की उपज की तौल ठीक प्रकार से हो और हमारे किसानों का धान का एक-एक दाना तौला जाना चाहिए और एक-एक दाने की खरीद होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि अभी जो बारिश हुई है, उसके कारण धान में नमी हैं। निरीक्षण के दौरान किसानों ने धान की नमी का मानक 17 प्रतिशत से 20 प्रतिशत करने तथा प्राथमिकता से प्रदेश के किसानों का धान खरीदने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसानों को नमी पर हर संभव राहत एवं किसानों की समय की जरूरत के अनुसार सभी पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को पूर्व में ही निर्देशित किया गया है कि प्रदेश के सारे किसानों का पूरे का पूरा धान तौला जाना चाहिए।

निरीक्षण के दौरान विधायक रूद्रपुर शिव अरोरा, किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, उप जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह, कौस्तुभ मिश्रा सहित नन्दन सिंह खड़ायत आदि उपस्थित थे।

पीएम आवास की 9 योजनाओं में 7776 मकान बनाए जाएंगेः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार प्रेक्षागृह प्रांगण उदयराज हिंदू इंटर कॉलेज पहुंचकर प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत 547 करोड़ रुपए लागत की 9 योजनाओं का शिलान्यास किया। जिसमें से 8 योजनाएं उधम सिंह नगर की व 1 योजना नैनीताल जिले के रामनगर की है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि योजना निर्धारित समयावधि में पूर्ण हो और निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा कि निर्माण कार्य में लेटलतीफी एवं हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने 6499.53 लाख रुपये की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना मटकोटा, रुद्रपुर, 6681.26 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना भयामनगर, गदरपुर, 6625.96 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना उकरौली, सितारगंज, 8946.21 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना शिमला पिस्तौर, रुद्रपुर, 4345.06 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना गंगापुर गोसाई, काशीपुर, 8418.83 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना, जसपुर, 3560.40 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना मानपुर, काशीपुर, 3793.16 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना उमेधपुर, रामनगर, नैनीताल एवं 5833.85 लाख की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना महुआखेड़ागंज, काशीपुर की योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत 9 आवासीय परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। यह हमारा सौभाग्य है कि आज ऐसे पावन दिवस पर ये पुण्य कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्वास है कि सितंबर 2024 तक यह सभी योजनाएं अपने तय समय पर पूरी होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनको भी प्रधानमंत्री की इस योजना का लाभ मिला है उन सभी लाभार्थियों को उनके सपनों का घर मिलेगा, उनके सपनों का आशियाना मिलेगा, आज इन परियोजनाओं की नींव नहीं रखी जा रही है बल्कि उस स्वर्णिम काल की भी नींव रखी जा रही है जिसकी परिकल्पना बरसों से की जा रही थी। बरसों से एक सपना था कि सभी गरीबों को घर मिलना चाहिए, सबके सर के ऊपर छत होनी चाहिए। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह सपना आज पूरा हो रहा है हम उसके साथ आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के मार्ग पर अग्रसर हैं और सभी परियोजनाएं इस मार्ग पर मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने कहा कि ईंट-पत्थर जोड़कर इमारत तो बन सकती है लेकिन उसे घर नहीं कह सकते, वह घर तब बनता है जब उसमें परिवार के हर सदस्य का सपना जुड़ा हो, अपना व परिवार के सदस्य एक लक्ष्य के लिए जी-जान जुड़े हों, तब एक इमारत घर बन जाती है।
उन्होंने कहा कि हमारे बीच आज अनेकों ऐसे परिवार है जिनके लिए अपना घर किसी सपने से कम नहीं है और वह बरसों की मेहनत के बाद भी अपने इस सपने को साकार नहीं कर पा रहे हैं । जब एक गरीब को घर मिलता है तो उसके जीवन में स्थिरता आती है, वह नई उम्मीद और आशाओं के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ता है। इसलिए गरीबों को पक्का घर देने का यह अभियान सिर्फ सरकारी योजना मात्र नहीं है, प्रधानमंत्री का यह अभियान एक सरकारी योजना मात्र नहीं है,प्रदेश के एक-एक वंचित को इस बात का विश्वास देने की भी प्रतिबद्धता है एवं संकल्प है कि सरकार उनके सशक्तिकरण, आगे बढ़ाने के लिए, समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को जिसके पास कोई सुविधा नहीं है, कोई साधन नहीं है, कोई सोच नहीं है, उसको भी आगे बढ़ाने का काम किसी ने किया है तो हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है।
उन्होंने कहा कि आज जिन 9 परियोजना का शिलान्यास किया गया है जिनके जरिए 7776 मकान बनाए जाएंगे यह संख्या कोई छोटी संख्या नहीं है। इन 7776 परिवारों में समृद्धि के नए युग की शुरुआत होगी, एक नया दौर उनके लिए प्रारम्भ होगा, एक नया अवसर उनके पास आएगा। इतना ही नहीं इस योजना से हमारी महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक बहुत ही निर्णायक पहल शुरू हुई है। आज देश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3 करोड़ से भी अधिक मकान बनाए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार और पूर्ववर्ती सरकारों ने किस प्रकार कार्य किया है, इसका तुलनात्मक विवरण भी हमें देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गरीबों एवं जरूरतमंदों को जो सुविधाएं बहुत पहले ही मिल जानी चाहिए थी, वे सभी सुविधाएं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुहैया कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के केवल श्रम योगी ही नहीं भविष्य दृष्टा भी है जो भविष्य को भी देख रहे हैं कि कैसे एक सशक्त भारत बनेगा, कैसे एक श्रेष्ठ भारत बनेगा।
उन्होंने कहा कि शोषित वंचित एवं निर्बलों का सशक्तिकरण हो रहा है, ऐसा सशक्तिकरण देश में पहले कभी नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री जी का उत्तराखंड की धरती से विशेष लगाव है, उन्होंने कई बार कहा है कि उनका उत्तराखंड की धरती से कर्म और मर्म का रिश्ता है। किच्छा में एम्स के लिए भी जमीन स्वीकृत हो गई है, आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं आसपास ही मिलेंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड में विकास के नए युग की शुरुआत हो चुकी है। प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों के क्षेत्र में तेजी से काम हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे शहर तेजी से आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन रहे हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए हम निरंतर अपने शहर को कल के लिए तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने यह भी संकल्प लिया है कि अगले 5 वर्षों के अंदर हम उत्तराखंड के अंदर 5 नए शहर बनाने का भी काम करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने की दिशा में भी तेजी से काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। उन्होंने कहा कि तीसरे दशक उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत करनी होगी, अपने-अपने क्षेत्रों में परिश्रम करना होगा, जिसको जो भी जिम्मेदारी मिली है, उसको पूरे सामर्थ्य, कर्मठता एवं तन्मयता से निभाना होगा और प्रधानमंत्री के कथन को सिद्ध करके दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि कर्म पथ पर चलते हुए अगर आप बैठ जाएंगे तो आपकी सफलता भी रुक जाएगी, अगर आप खड़े होंगे तो सफलता भी उठ खड़ी होगी, अगर आप आगे बढ़ते हैं तो सफलता भी वैसे ही आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड जो कि हमारा विकल्प रहित संकल्प है, इस संकल्प को सिद्ध करने के लिए सभी को एकजुट होकर अपने-अपने क्षेत्र में पूरी ईमानदारी से कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब हम सब मिलकर एकजुट होकर एक दिशा में आगे बढ़ेंगे तो कोई भी ऐसी ताकत नहीं होगी जो हमें भारत के श्रेष्ठ राज्यों में शामिल होने से रोक सकें, श्रेष्ठ बनने से रोक सके।
उन्होंने कहा कि रामनगर रोड से सेठी पेट्रोल पंप तक सुधारीकरण का काम किया जाएगा। काशीपुर में बरसात के समय में ड्रेनेज की समस्या से निजात हेतु ठीक करने की योजना बनाई जाएगी, गिरीताल का भी विकास का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने मां भगवती से सभी पर कृपा दृष्टि बनाए रखने की कामना की।
इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट, शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर वन विकास निगम कैलाश गहतोड़ी, मेयर उषा चौधरी, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, शिव अरोरा, दीवान सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, डॉ.शैलेंद्र मोहन सिंघल, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार,उपाध्यक्ष उत्तराखंड राज्य महिला आयोग सायरा बानो, जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, राम मेहरोत्रा, सीमा चौहान, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत एसएसपी मंजूनाथ टीसी मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा सचिव आवास एसएन पाण्डे,अपर आवास आयुक्त पीसी दुमका, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह नगर आयुक्त विवेक राय, उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे।

सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री की बैठक में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित एपेक्स मॉनिटरिंग अथॉरिटी ऑॅफ नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एण्ड इम्प्लीमेंटेशन ट्रस्ट की बैठक में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. सुमन बेरी एवं विभिन्न राज्यों के उद्योग मंत्री उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में इन्टीग्रेटेड मैनुफैक्चरिंग क्लस्टर (आई.एम.सी) की स्थापना हेतु उधमसिंह नगर जनपद के खुरपिया तहसील में सरकार द्वारा 1002 एकड़ भूमि उपलब्ध करायी गई है। अमृतसर-कलकत्ता इण्डस्ट्रियल कोरिडोर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड एवं पश्चिम बंगाल को जोड़ता है।

उत्तराखण्ड इस कोरिडोर के प्रभाव क्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हमारा पहले से ही इंडस्ट्रियल एरिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी संकल्पना के आधार पर इस विशाल कोरिडोर का विकास हो रहा है। उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए कहा कि 2003 में उन्होंने उत्तराखण्ड के लिए विशेष औद्योगिक पैकेज दिया। यह विशेष पैकेज उत्तराखण्ड को 10 सालों तक मिला। उद्यमसिंह नगर में जहां आई.एम.सी की स्थापना होनी है, उसके आस-पास बड़ा क्षेत्र औद्योगिक क्षेत्र है। इस इंडस्ट्रियल एरिया को आई.एम.सी की स्थापना के बाद काफी लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर योजना हेतु तकनीकी सहायता नेशनल इंडिस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एण्ड इम्प्लीमेंटेशन ट्रस्ट (एन.आई.सी.डी.आई.टी) द्वारा प्रदान की जा रही है। योजना हेतु डीपीआर एवं मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है। नेशनल हाईवे 125 इसके निकट से गुजरता है। इस क्षेत्र में रोड की कनेक्टिविटी अच्छी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह क्षेत्र ऑटो मोबाईल का बड़ा हब है, अन्य बहुत सी इंडस्ट्रियां यहां पर कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केन्द्रीय रेल मंत्री से अनुरोध किया कि उधमसिंह नगर जनपद में जहां आई.एम.सी की स्थापना होनी है, उसी रास्ते में एक इंडस्ट्रियल एरिया सितारगंज में है, यदि सितारगंज से लालकुंआ, खटीमा को जोड़ने वाली लगभग 60 कि0मी0 रेल लाईन का विस्तार हो जाय तो यह सामरिक, भौगोलिक एवं औद्योगिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगी।

इस अवसर पर सचिव उद्योग डॉ. पंकज कुमार पांडेय, आयुक्त एवं महानिदेशक उद्योग रणवीर सिंह चौहान उपस्थित थे।

सीएम ने किच्छा में बस अड्डे के निर्माण का शिलान्यास किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अतिथि गृह ऐनेक्सी पन्तनगर परिसर में पौधारोपण कर चेस फॉर इण्डिया कार्यक्रम में प्रतिभाग किया व साईकिल चला कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होने खिलाड़ियो को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाऐं दी। तदोपरान्त पं. गोविन्द वल्लभ पंत की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पन्तनगर से स्वागत रथ पर सवार होकर नगला में स्वागत व अभिनन्दन कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने कनकपुर में शहीद अमर देव बहादुर समृति द्वार का लोकार्पण किया व राजकीय इण्टर कॉलेज, कनकपुर का नाम शहीद के नाम पर रखने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता शेर बहादुर, माता लक्ष्मी देवी को हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होने अपने स्वागत रथ से आगे बढ़ते हुए नारायणपुर तिराहा पर स्थित स्वतंत्रता संग्राम सैनानी स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए उन्हे नमन किया। इसी क्रम में लालपुर होते हुए किच्छा पहुंचकर आदित्य चैक पर सौन्दर्यीकरण का लोकार्पण व बण्डिया (खुर्पिया फार्म) किच्छा में बस अड्डे के निर्माण का शिलान्यास किया।

इसके बाद सीएम का स्वागत रथ सितारगंज-नानकमत्ता के लिए आगे बढ़ा। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता व आम जन में भारी उत्साह दिखाई दिया। जगह-जगह मुख्यमंत्री का ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं, गुलाल आदि से भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सबका अभिवादन किया। मुख्यमंत्री ने नानकमत्ता डेरा साहिब पहुंचे, जहां डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह द्वारा उनका मुकुट पहनाकर स्वागत किया इसके पश्चात गुरूद्वारा साहिब में उन्होने माथा टेक कर प्रदेश के अमन चैन व खुशहाली की कामना की। जहां गुरूद्वारा प्रमुख ने मुख्यमंत्री को सरोपा व समृति चिन्ह भेंट किया।

इस अवसर पर जनपद प्रभारी मंत्री यतिश्वरानन्द, अध्यक्ष वन विकास निगम सुरेश परिहार, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, सौरभ बहुगुणा, डा. प्रेम सिंह राणा, जिलाध्यक्ष शिव अरोड़ा, सचिव मुख्यमंत्री शैलैश बगोली, मण्डलायुक्त सुशील कुमार, आईजी अजय रौतेला, जिलाधिकारी रंजना राजगुरू, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, जगदीश चन्द्र काण्डपाल, उत्तराखण्ड ओलम्पिक खेल के सचिव डॉ. डीके सिंह आदि मौजूद थे।