सोमवार को खुला रहेगा उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन स्थल पर एग्जीबिशन एरिया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में एफ.आर.आई स्थित “उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट” के आयोजन स्थल पर “एग्जीबिशन एरिया” रविवार को स्कूली छात्रों और आम जनता के लिए खुला रहा। यह स्थल सोमवार 11 दिसंबर को भी स्कूली छात्रों और आम जनता के लिए खुला रहेगा।

रविवार को बड़ी संख्या में एफ.आर.आई पहुँचे छात्र-छात्राओं और आम जनता को विभिन्न स्टाल्स का भ्रमण कर उत्तराखण्ड के दो दशक की विकास यात्रा को करीब से जानने का अवसर प्राप्त हुआ।

स्टाल्स पर जहां एक ओर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, एरोमा पार्क, प्लास्टिक पार्क, फूड पार्क, वेलनेस पार्क, टिहरी डैम समेत विभिन्न जलविद्युत परियोजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई है, वहीं उत्तराखण्ड के पारंपरिक उत्पादों, हस्तकला, हस्तशिल्प प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में एमओयू के ग्राउंडिंग पर सरकार का फोकस

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन समापन के बाद मीडिया सेंटर में सचिव मुख्यमंत्री, डॉ आर मीनाक्षी सुंदरम और सचिव उद्योग डॉ विनय शंकर पांडेय ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया तीन माह पूर्व शुरू हुए “डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड” अभियान में सरकार द्वारा देश के विभिन्न महानगरों समेत विदेश में भी चार रोड शो आयोजित किए गए। जिसमें आजतक 3 लाख 50 हज़ार करोड़ से अधिक के एमओयू साइन किए जा चुके हैं।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त निवेशकों द्वारा दो दिन के समिट के दौरान बेहद उत्साह दिखाया गया। समिट में 20 से अधिक देशों के ब्रांड एंबेस्टर/ प्रतिनिधि/ उद्योगपति मौजूद रहे। सचिव डॉ मीनाक्षी सुंदरम् ने बताया कि इस समिट के दौरान रू0 44 हज़ार करोड़ की ग्राउंडिंग अब तक हो चुकी है जो कि अब तक किसी भी वित्तीय वर्ष में सबसे बड़ा ग्राउंडिंग का आँकड़ा है। सचिव डॉ. सुंदरम् ने बताया कि जो प्रोजेक्ट ग्राउंड हुए हैं उनमें मैन्यूफ़ैक्चरिंग, ऊर्जा, हॉस्पिलिटी और रियल एस्टेट के सेक्टर प्रमुख रूप से हैं। उन्होंने बताया कि बताया मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में पहले दिन से ही सरकार का ग्राउंडिंग पर फोकस था। निवेशकों द्वारा दो दिन के समिट के दौरान बेहद उत्साह दिखाया गया।

सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में सरकार का “ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट” के आयोजन को लेकर जहां एक ओर निवेश पर फोकस था वहीं दूसरी ओर प्रदेश में रोज़गार सृजन भी प्राथमिकता थी, प्रदेश सरकार इस दिशा में बहद सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार इन एमओयू की ट्रैकिंग के लिए उद्योग मित्रों की भी नियुक्ति कर रही रही है। यह उद्योग मित्र बाक़ी एमओयू की ग्राउंडिंग में निवेशकों और सरकार के बीच सेतु के रूप में कार्य करेंगे।

सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने समस्त मीडिया प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी 10 और 11 दिसंबर को भी थ्त्प् में स्कूली छात्रों और आम जानता के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का एक्सीबिशन एरिया खुला रहेगा। इस अवसर पर सूचना विभाग के विभिन्न अधिकारी मीडिया प्रतिनिधि मौजूद रहे।

राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति व लोकविधा की परंपरा देवभूमि की पहचानः सीएम


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सांय नीबूवाला गढ़ी कैन्ट, देहरादून में हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति एवं लोकविधा की परम्परा देवभूमि की पहचान है। राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति एवं परम्पराओं को बढावा देने का हमारा प्रयास है। हमारी युवापीढी अपनी लोककला, लोकसंस्कृति से जुडे इसकी भी मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी। ऐसे आयोजनों को मुख्यमंत्री ने लोककला को बढावा देने तथा युवा कलाकारों को प्रोत्साहन देने वाला भी बताया।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, सचिव रविनाथ रमन, हरिचन्द सेमवाल, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

भारत के अलावा विश्व के लोग उत्तराखंड की संस्कृति से हो रहे परिचितः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में आयोजित उत्तराखण्ड लोक विरासत के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति की झलक को प्रदर्शित करने वाला यह महोत्सव प्रेरणादायी है। प्रदेश की विभिन्न संस्कृतियों के एकीकरण वाला यह महोत्सव एक स्थान पर लघु उत्तराखंड की उपस्थिति का एहसास कराने वाला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की विभिन्न प्रकार की गायन शैली, नृत्य शैली, भाषा शैली का यह अद्भुत संगम हमें हमारी गौरवशाली संस्कृति का परिचय देकर गौरवान्वित कर रहा है। उन्होंने ऐसे आयोजनों के लिये राज्य सरकार के स्तर पर यथा संभव सहयोग का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पारंपरिक उत्पादों, खान पान, आदि के स्टालों का भ्रमण कर स्टाल स्वामियों का उत्साहवर्धन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज केवल भारत के ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व के लोग उत्तराखंड की संस्कृति और सभ्यता से परिचित हो रहे हैं। हमारा प्रदेश अपनी आभा से संपूर्ण विश्व को आलोकित कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश के धार्मिक स्थलों का पुनरुद्धार और यहां की सांस्कृतिक विशेषता का दुनिया भर में प्रचार-प्रसार हो रहा है, उत्तराखंड दुनिया के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार निरंतर प्रदेश के चहुंमुखी विकास और सांस्कृतिक विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। हम इस दिशा में निरंतर प्रयासरत रहते हुए उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिये प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष चार धाम यात्रा में 56 लाख लोग आये जबकि कावड़ यात्रा में 4.15 करोड़ श्रद्धालु शामिल रहे। यही नहीं वर्ष भर आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी निरंतर वृद्धि हो रही है, इससे हमारी लोक संस्कृति से भी देश व दुनिया में लोग परिचित हो रहे हैं। जी 20 की तीन बैठकों का उत्तराखण्ड में आयोजित होना भी प्रदेश के व्यापक हित में रहा। आगामी 8 व 9 दिसम्बर को देहरादून में वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होंगे, इसके लिये अब तक 2 लाख करोड़ से अधिक के करार हो चुके हैं। इसके लिये व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। जौलीग्रांट से लेकर एफआरआई तक सड़कों के सुधारीकरण एवं सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। देश विदेश से आने वाले निवेशकों की उपस्थिति निश्चित रूप से राज्य की आर्थिक समृद्धि तथा रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला सिद्ध होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की हमारी सरकार ने प्रदेश में अनेकों नई-नई विकास परियोजनाओं को लागू करने का कार्य किया है और उत्तराखंड की भू-सांस्कृतिक विविधताओं के संरक्षण का कार्य भी किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग से अपने श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालने में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन, तकनीकि एवं विशेषज्ञों की उपलब्धता तथा हमारे इष्ट देवों का आशीर्वाद इसमें सहयोगी बना।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में समान नागरिक आचार संहिता के ड्राफ्ट को तैयार करने के लिए कमेटी का गठन किया है, समान नागरिक संहिता कानून लागू करने के लिए गठित कमेटी द्वारा ड्राफ्ट पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं, लैंड जिहाद के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करते हुए करीब 33 सौ एकड़ सरकारी जमीन मुक्त करवाई गई है। देवभूमि में धर्मांतरण रोकने के लिए सख्त कानून बनाया है, परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए भी भारत का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून प्रदेश में बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज उत्तराखंड द्वारा लिए गए कई निर्णयों को अन्य प्रदेश भी अपना रहे हैं।

इस अवसर पर लोक विरासत के आयोजन डॉ. के.पी. जोशी ने इस आयोजन के उद्देश्यों की जानकारी दी। लोक गायक श्री नरेंद्र सिंह नेगी एवं अन्य कलाकारों द्वारा लोक संस्कृति की झलक प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में डॉ. नंद किशोर हटवाल, सुधीर नौटियाल, मोहन खत्री, के साथ प्रदेश भर के लोक संस्कृति से जुड़े कलाकार एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

देवभूमि उत्तराखंड आध्यात्म और योग भूमि के साथ संस्कृति, साहित्य और कला भी भूमि भीः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउंड में जौनसार बावर पौराणिक सांस्कृतिक लोक कला मंच एंव सामाजिक संस्था द्वारा आयोजित ठोउड़ा नृत्य एंव सांस्कृतिक महोत्सव में प्रतिभाग करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म और योग की भूमि होने के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्था द्वारा समय के साथ-साथ विलुप्त हो रही हमारी पारंपरिक वेष-भूषा एवं वाद्य यंत्र जैसी पौराणिक विधाओं को एक मंच प्रदान करने का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पौराणिक संस्कृति पर आधारित दल के मुख्य-नृत्य-ढोल सागर, केदार वाच्छा, विरूडी, हारूल, तलवार जुड़ा नृत्य, गुड़िया रासो, मैंता, जौनसारी नाटी, ठोऊडा धनुष तीरकमान, नृत्य आदि प्रस्तुत करना संस्था की लोक संस्कृति के प्रति सजगता का द्योतक है। उन्होंने ऐसे आयोजनों को हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान करने वाला तथा आने वाली पीढ़ी को अपनी लोक संस्कृति से परिचित कराने में मददगार भी बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन तथा सांस्कृतिक समारोह, निश्चित रूप् से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री जी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र को ध्येय मानकर हम लक्ष्य प्राप्ति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमें भारत को पुनः विश्व गुरू के पद पर आरूढ़ करने के लिए हर परिस्थिति को पार करना है। उन्होंने कहा कि हमें भारत को विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हर स्तर पर कोशिश करनी है। श्रेष्ठ उत्तराखंड निर्माण में हमारे ‘विकल्प रहित संकल्प‘ को साकार करने में सबको सहयोगी बनना होगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुन्दन सिंह चौहान, संस्थापक, जौनसार बावर पौराणिक सांस्कृतिक लोक कला मंच, नरेश चौहान के साथ ही हिमाचल के लोक गायक मोहन सिंह चौहान को सम्मानित किया।

कार्यक्रम में पर विधायक दुर्गेश्वर लाल, ब्लाक प्रमुख कालसी मठोर सिंह चौहान के साथ लोक कलाकार तथा स्थानीय लोग उपस्थित थे।

केंद्रीय संस्थाओं से समन्वय को आईएएस नीरज खैरवाल नोडल अधिकारी नियुक्त

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेश के अंतर्गत कार्यरत विभिन्न केंद्रीय संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डा0 नीरज खैरवाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

डॉ ख़ैरवाल बतौर नोडल अधिकारी उत्तराखण्ड राज्य के अंतर्गत कार्यरत विभिन्न केंद्रीय संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित करने, उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों का अनुश्रवण करेंगे। इसके साथ ही आवश्यकतानुसार राज्य की ओर से सहयोग एवं सुझाव भी केन्द्रीय संस्थाओं को प्रेषित करेंगे।

सीएम ने नानकमत्ता के विकास को मिनी मास्टर प्लान बनाने की घोषणा की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बंगाली कॉलोनी, नानकमत्ता पहुंचकर श्री श्री मां दुर्गा मंदिर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मंदिर के सौंदर्यीकरण, नानकमत्ता क्षेत्र के विकास हेतु मिनी मास्टर प्लान बनाने की भी घोषणा की। मंदिर परिसर पहुँचने पर क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को स्मृति स्वरूप दुर्गा माता की प्रतिमा भेंट की।
मुख्यमंत्री धामी ने सभी को भक्ति और शक्ति के प्रतीक दुर्गा महोत्सव, शारदीय नवरात्र, विजयादशमी, भैया दूज, गोवर्धन पूजा, रामनवमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। धामी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें मां दुर्गा के इस भव्य मंदिर का उद्घाटन कर प्रदेशवासियों के लिए खुशहाली की कामना करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने बंगाली समाज का हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय, राजा राम मोहन राय सहित बंगाल के महान सपूतों को नमन किया, जिन्होंने समाज को एक नई राह दिखाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल की भूमि से निकले महान व्यक्तित्वों ने जब जैसी आवश्यकता पड़ी तब शस्त्र और शास्त्र से, त्याग और तपस्या से मां भारती की सेवा की है। उन्होंने कहा कि चेतना हो या अध्यात्म, विज्ञान हो या कला और संस्कृति हर क्षेत्र में बंगाल ने देश को प्रगति की राह दिखाई तथा पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा का पर्व भारत की एकता और पूर्णता का पर्व भी है। बंगाल की दुर्गा पूजा भारत की इस पूर्णता को एक नई चमक देती है, नए रंग देती है, नया श्रृंगार देती है। ये बंगाल की जागृत चेतना का, बंगाल की आध्यात्मिकता का, बंगाल की ऐतिहासिकता का प्रभाव है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में महिलाओं के सशक्तिकरण का अभियान जारी है। तीन तलाक के खिलाफ कानून हो या फिर जनधन योजना में महिलाओं के नाम से खाते हो, स्वच्छ भारत के तहत शौचालय का निर्माण हो या फिर हर घर में रसोई गैस के सिलेंडर पहुंचाना हो, महिला आरक्षण हो या फिर महिला सुरक्षा की बात हो, सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किए हैं। बेटी के जन्म से लेकर महिलाओं की सुरक्षा तक के लिए सरकार सजग है। उन्होंने आदि कैलाश, गुंजी और जागेश्वर सहित उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र में आकर मानसखंड को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में रहने वाले हमारे बंगाली परिवारों की अर्से से कई मांगें लंबित थी, जिसे हमारी सरकार ने पूरा करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि बंगाली समाज के बच्चों के प्रमाण पत्र से ’’पूर्वी पाकिस्तान’’ शब्द हटाने और नजूल भूमि पर मालिकाना हक दिलाने का काम सरकार ने कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि रुद्रपुर में बंग भवन बनाया जायेगा और विभाजन विभीषिका स्मृति स्थल भी बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 8, 9 दिसंबर 2023 को देहरादून में उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत अब तक हुए रोड शो में रू0 55 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश के करार हो चुके हैं।
इस अवसर पर विधायक शिव अरोड़ा, मेयर रामपाल सिंह, बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, पूर्व विधायक डॉ.प्रेम सिंह राणा, किसान आयोग उपाध्यक्ष राजपाल, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी श्री जय भारत सिंह, उप जिलाधिकारी तुषार सैनी, मन्दिर कमेटी अध्यक्ष सुरेंद्र राय, रामू जोशी, शंकर राय, सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में अभी से जुटें अधिकारीः डॉ. धन सिंह रावत

शिक्षा सत्र को नियमित करने के लिये विभागीय अधिकारियों को अभी से तैयारियों में जुटने के निर्देश दे दिये गये हैं। सरकार का उद्देश्य बोर्ड परीक्षाओं को समय पर आयोजित करा कर परीक्षाफल समय पर घोषित करना है। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को 30 अप्रैल तक बोर्ड परीक्षा परिणाम तथा 30 मई तक अंक सुधार परीक्षा परिणाम घोषित करने का लक्ष्य दिया गया है ताकि उच्च शिक्षा का सत्र भी समय पर शुरू किया जा सके।

विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। डॉ. रावत ने बताया प्रदेश में शिक्षण सत्र समय पर शुरू कराने के दृष्टिगत विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया गया। जिसमें तय किया गया कि वर्तमान शैक्षिक सत्र की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी-मार्च में करा कर 30 अप्रैल तक 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जायेगा, जबकि बोर्ड परीक्षाओं के तहत अंकसुधार परीक्षा का परिणाम भी एक माह के भीतर घोषित कर दिये जायेंगे। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को अभी से तैयारियों में जुटने के निर्देश दे दिये गये हैं। विद्य़ालयी शिक्षा का सत्र नियमित होने से जहां एक ओर छात्र-छात्राएं नई कक्षा में समय पर प्रवेश ले सकेंगे वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा के सत्र को सभी समय पर शुरू करने में मदद मिलेगी। इसका लाभ प्रदेश की पूरी शिक्षा व्यवस्था को मिलेगा। डॉ. रावत ने विभागीय अधिकारियों को आवंटित जनपदों का भ्रमण कर विद्यालयों का बरीकी से स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही स्कूलों में उपलब्ध संसाधनों की भी रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। विभागीय मंत्री ने कहा कि भ्रमण के दौरान अधिकारी पीएम-श्री स्कूल, अटल उत्कृष्ट विद्यालय व कलस्टर विद्यालयों सहित नेता जी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावासों का भी स्थलीय निरीक्षण कर वहां के छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से भी संवाद स्थापित करेंगे। भ्रमण के पश्चात विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिये प्रभावी निर्णय लिये जायेंगे।

बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव शिक्षा योगेन्द्र यादव, रंजना राजगुरू, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव एम.एम. सेमवाल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण वंदना गर्ब्याल, निदेशक प्राथमिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल, संयुक्त सचिव जे.एल. शर्मा, बी.एस. बोरा, उप सचिव अनिल कुमार पाण्डेय सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रोद्योगिकी लोगों को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहाः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून बिजनेस पार्क, ट्रांसपोर्ट नगर, देहरादून में हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी के स्थानीय कार्यालय का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि जिस उद्देश्य को लेकर इस कार्यालय का शुभारंभ किया गया है, उस उद्देश्य में हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी अवश्य सफल होगी। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश तेजी से प्रगति कर रहा है। यह क्षेत्र सशक्तिकरण का माध्यम बन रहा है और लोगों को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नया भारत, टेक्नोलॉजी का न सिर्फ कंज्यूमर है, बल्कि टेक्नोलॉजी के विकास में और उसके क्रियान्वयन में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। 2जी, 3जी, 4जी के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा, लेकिन 5जी के साथ ही भारत ने नया इतिहास रच दिया है। 5जी के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नोलॉजी में ग्लोबल स्टेंडर्ड तय कर रहा है। भारत में डिजिटलाईजेशन तेजी से हो रहा है। डिजिटल भारत देश के विकास के विस्तृत विजन का एक महत्वपूर्ण अंग है। इस विजन का लक्ष्य है उस टेक्नोलॉजी को आम लोगों तक पहुंचाना जो लोगों के लिए काम करे, लोगों के साथ जुड़कर काम करे। आज हमारे छोटे व्यापारी, छोटे उद्यमी, कारीगर सबको डिजिटल भारत ने एक मंच प्रदान किया है, एक बाजार उपलब्ध कराया है। बाजर में, मंडियों में रेहड़ी-पटरी में कार्य कर रहे लोग, सब यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। टेक्नोलॉजी की ताकत कैसे सामान्य लोगों का जीवन में बदलाव ला रही है, यह नजर आ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने डिजिटलाईजेशन के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। कुछ वर्षों में यूपीआई तेजी से हमारी अर्थव्यवस्था और आदतों का हिस्सा बन गया है। यह डिजिटल भारत की नींव है, यह अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक डिजिटल सेवाएं पहुंचाने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि राज्य में टेक्नोलॉजी के साथ व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी का यह कार्यालय आईटी सेवाओं के विस्तार में मील का पत्थर साबित होगा।

इस अवसर पर विधायक विनोद चमोली, सचिव शैलेश बगोली, निदेशक आईटीडीए निकिता खंडेलवाल, हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी के एजीक्यूटिव वाईस प्रेजिडेंट हेमंत विज, सतेन्दयु मोहंती, नीता नम्बिआर उपस्थित थे।

सीएम धामी की उपस्थिति में हुआ समग्र शिक्षा और स्विस एजुकेशन ग्रुप के मध्य एमओयू

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में सचिवालय में समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड और स्विस एजुकेशन ग्रुप, स्विटजरलैंण्ड के मध्य समझौता ज्ञापन किया गया। उत्तराखण्ड में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान के लिए राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा बंशीधर तिवारी एवं स्विस एजुकेशन ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हिराज आर्टिनियन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। स्विस एजुकेशन ग्रुप द्वारा राज्य में विद्यार्थियों के लिए व्यावसायिक शिक्षा के पाठ्यक्रम को बेहतर बनाने में भी सहयोग दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में 09वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा के तहत पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में बेहतर प्रशिक्षण के लिए यह समझौता आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में इन दोनों क्षेत्रों में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में प्रशिक्षण से दक्षता हासिल कर हमारे विद्यार्थियों को रोजगार के अनेक अवसर मिलेंगे। राज्य सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। धार्मिक, आध्यात्मिक और साहसिक पर्यटन के साथ ही ईको टूरिज्म, वैलनेस को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं। हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में भी राज्य को काफी प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं। इस क्षेत्र में भी आने वाले समय में राज्य में अनेक संभावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में स्विट्जरलैंड के साथ हुए इस समझौते में अहम भूमिका निभाने पर अभय दास महाराज का आभार व्यक्त किया। लगभग 04 माह पूर्व इन क्षेत्रों में राज्य को सहयोग देने के लिए मुख्यमंत्री एवं अभय दास महाराज के बीच चर्चा हुई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखण्ड आते हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि 12 माह श्रद्धालु एवं पर्यटक बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के धार्मिक और पर्यटक स्थलों में आयें, इसके लिए मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन पर तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। इसके तहत प्रथम चरण में 16 मन्दिर चिन्हित कर कार्य शुरू किये जा चुके हैं।

अभयदास महाराज ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र का मजबूत होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड आध्यात्म का केन्द्र है। विदेशों में उत्तराखण्ड आध्यात्म के केन्द्र खोलने की दिशा में कार्य करेगा, तो इसमें रोजगार की काफी संभावनाएं हैं।

सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन ने कहा कि 09वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए व्यावसायिक शिक्षा के तहत पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में बेहतर प्रशिक्षण के लिए यह समझौता हुआ है। स्विस एजुकेशन ग्रुप की फैकल्टी द्वारा स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। स्विट्जरलैंड में भी स्विस एजुकेशन ग्रुप द्वारा राज्य के स्कूली बच्चों को इन क्षेत्रों में एक-एक माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, स्विस एजुकेशन ग्रुप से सूर्य प्रताप सिंह भाटी, अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती उपस्थित थे।

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