युवा मुख्यमंत्री धामी ने युवाओं के लिए लागू की नई खेल नीति

उत्तराखंड में खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए धामी सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। बीते मंगलवार को उत्तराखंड कैबिनेट उत्तराखंड खेल नीति 2021 के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। नई खेल नीति में खेल एवं खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को तलाशने के साथ ही खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इससे पूर्व मुख्यसेवक के रूप में ज़िम्मेदारी लेते ही खेल और खिलाड़ियों की सुविधाओं को प्राथमिकता से अपने एजेंडे में शामिल किया था।
मुख्यमंत्री ने कई बार सार्वजनिक सभाओं में कहा था कि खिलाड़ियों को जब तक सुविधाएँ नहीं मिलेंगी तब तक कैसे वे बेहतर प्रदर्शन करेंगे? इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए नई खेल नीति को लागू करने की क़वायद शुरू की गई और महज चार महीने में नई खेल नीति तैयार कर लागू भी कर दी गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई खेल नीति को लेकर कहा है कि ’नई खेल नीति आगामी ओलंम्पिक में उत्तराखंड के खिलाड़ियों का गोल्ड मेडल का सफर तय करेगी।’ मुख्यमंत्री ने बताया कि नई खेल नीति में खिलाड़ियों की फ़िट्नेस, जनरल डाइट के साथ-साथ एक्स्ट्रा न्यूट्रिएंट्स, फूड डाइट की व्यवस्था भी रखी गई है। इतना ही नहीं प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए रोजगार के अवसर और इससे सम्बंधित सुविधाएं देने का प्रावधान इस नई नीति में किया गया है। मुख्यमंत्री के घोषणा अनुसार, प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं में नेशनल-इंटरनेशनल लेवल की स्किल डेवलपमेंट करने हेतु आर्थिक प्रोत्साहन देने की भी व्यवस्था की गई है।
वहीं, खेल मंत्री अरविन्द पाण्डेय का कहना है कि उत्तराखंड खेल नीति 2021 प्रदेश में खेल संस्कृति के विकास व उन्नयन हेतु उत्कृष्ट एवं प्रभावी है। वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक कल्चर से प्रभावित बच्चों और युवाओं को पुनः खेलों के प्रति प्रेरित कर प्ले फील्ड कल्चर की ओर अग्रसर किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि युवा मुख्यमंत्री धामी उत्तराखंड के युवाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास में जुटे हैं। इससे पूर्व खेल अवस्थापन सुविधाओं को विकसित करने के लिए प्रदेश में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, हर ज़िला मुख्यालय पर “खेलो इंडिया” स्तर की सुविधा और हर ग्राम पंचायत में ओपन जिम विकसित करने की ओर प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा अलिम्पियन वंदना कटारिया, पेरालम्पियन मनोज सरकार समेत कई खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ा रहे हैं।

वंदना के परिजनों का खेल मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने किया सम्मान

विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री, उत्तराखंड सरकार अरविन्द पाण्डेय ने हरिद्वार ग्राम रोशनाबाद में देश की अंतर्राष्ट्रीय महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया के निवास स्थान पर पहुंचकर उनकी माता एवं परिवारजनों से मुलाकात कर उन्हें शॉल ओढ़ाकर व फूल गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया तथा बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।

इसी क्रम में माननीय खेल मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने वंदना कटारिया को खेल के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के फल स्वरुप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत 2020-21 के लिए हरिद्वार जनपद का ब्रांड एंबेसडर घोषित किया।

साथ ही खेल मंत्री ने ग्राम रोशनाबाद में मार्ग की स्थिति का संज्ञान लेते हुए मार्ग को शीघ्र ठीक करवाने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही कहा कि निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात उक्त मार्ग का नाम वंदना कटारिया किया जाएगा।

खेल मंत्री ने हर्ष सहित वंदना कटारिया के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है की टोक्यो ओलंपिक्स में वंदना कटारिया ने तीन गोल करके ओलंपिक्स इतिहास में हैट्रिक लगाने वाली भारत की प्रथम महिला हॉकी खिलाड़ी होने का खिताब हासिल किया।

वंदना ने अपनी क्षमता और सामर्थ्य से जो मील का पत्थर स्थापित किया है और युवाओं के लिए सशक्त पदचिन्ह बनाए हैं वह निश्चित ही प्रदेश में युवा खिलाड़ियों को नया दृष्टिकोण और नया आयाम प्रदान करेंगे। सभी युवाओं को कड़ी मेहनत और सतत प्रयास के लिए प्रेरित करते हैं। इस दौरान विधायक रानीपुर आदेश चौहान भी उपस्थित रहे।

सीएम की घोषणा, वंदना को 25 लाख रुपये देंगे

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय महिला हाॅकी टीम की खिलाङी वंदना कटारिया को 25 लाख रुपये दिये जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा हमें गर्व है कि टोक्यो ओलिंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन में उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया का शानदार योगदान रहा है।
शीघ्र ही हमारे राज्य में एक नई एवं आकर्षक खेल नीति लागू की जाएगी। इस नीति में विशेष रूप से हमारे युवाओं में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा का विकास करने हेतु उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान होगा। हमारा प्रयास होगा कि प्रदेश के कोने कोने में वंदना जैसी प्रतिभा के द्वीप प्रज्ज्वलित हों!

उत्तराखंड की बेटी ने हॉकी में हैट्रिक लगाकर टीम इंडिया को दिलाई जीत

हरिद्वार के छोटे से गांव की वंदना कटारिया ने ओलंपिक में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रच दिया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में वंदना ने तीन गोल दागे और टीम को जीत दिलाने में मुख्य भूमिका निभाई।

वंदना ने ओलंपिक में हैट्रिक लगाकर पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी का यह खिताब भी अपने नाम कर लिया है। बता दें कि 1984 के बाद किसी भारतीय ने ओलंपिक में हैट्रिक नहीं लगाई थी।

वंदना ने ऐतिहासिक उपलब्धि से दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि दी है। अपनी तैयारी के चलते वह पिता के निधन पर भी गांव नहीं आ सकी थीं। वंदना की इस उपलब्धि पर परिजनों, ग्रामीणों और जिले के खेल अधिकारियों में जश्न का माहौल है। बहादराबाद ब्लॉक क्षेत्र के गांव रोशनाबाद निवासी वंदना कटारिया ने पढ़ाई के साथ हॉकी को अपना कॅरियर बनाने के लिए जी जान से मेहनत की है।

वंदना कटारिया का जन्म 15 अप्रैल 1992 में रोशनाबाद में ही हुआ है। वंदना कटारिया ने पहली बार जूनियर अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में 2006 में प्रतिभाग किया। वर्ष 2013 में देश में सबसे अधिक गोल करने में सफल रहीं।

जर्मनी में हुए जूनियर महिला विश्वकप में वंदना कटारिया कांस्य पदक विजेता बनीं। वंदना ने हॉकी में फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं।

2021 मई में पिता नाहर सिंह का आकस्मिक निधन हो गया। तब गांव नहीं आ पाई थीं। तब ओलंपिक के लिए बेंगलुरु में चल रहे कैंप में तैयारी कर रही थीं। उसकी हैट्रिक लगाने से गांव में जश्न है।

ग्रामीण परिवार के लोगों को शुभकामनाएं देने पहुंच रहे हैं। उप जिला खेल अधिकारी वरुण बेलवाल ने वंदना कटारिया को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि करोड़ों भारतीय की दुआओं से महिला हॉकी टीम जरूर ओलंपिक से मेडल लेकर आएगी।